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देहरादून, 07 जून, 2025 (समय बोल रहा) - उत्तराखंड सरकार ने समान नागरिक संहिता (UCC) के तहत विवाह पंजीकरण को लेकर एक बड़ा और महत्वपूर्ण ऐलान किया है। अब राज्य में विवाह पंजीकरण 26 जुलाई, 2025 तक बिल्कुल निशुल्क होगा। यह आदेश शासन की ओर से शुक्रवार को ही जारी कर दिए गए हैं, जिससे नागरिकों को बड़ी राहत मिली है। सरकार ने साफ कर दिया है कि इस तय तारीख के बाद विवाह पंजीकरण के लिए शुल्क तो लगेगा ही, बल्कि कुछ मामलों में जुर्माना भी देना पड़ सकता है। यह कदम विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया को गति देने और अधिक से अधिक लोगों को समय रहते पंजीकरण कराने के लिए प्रेरित करने हेतु उठाया गया है। निशुल्क पंजीकरण की अवधि और उसके बाद का शुल्क उत्तराखंड सरकार ने यूसीसी के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने और नागरिकों को सुविधा प्रदान करने के लिए विवाह पंजीकरण शुल्क को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। यह निलंबन 26 जुलाई, 2025 तक प्रभावी रहेगा। इस अवधि के दौरान, जो भी विवाह यूसीसी के तहत पंजीकृत होते हैं, उनका पंजीकरण पूर्णतः निशुल्क होगा। रुड़की नगर निगम के नगर आयुक्त राकेश चंद तिवारी ने इस संबंध में पुष्टि करते हुए बताया कि यूसीसी के तहत विवाह पंजीकरण का शुल्क अब 26 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस अवधि के बीच जो भी विवाह पंजीकरण करता है, उसका यूसीसी के तहत विवाह पंजीकरण निशुल्क होगा। हालांकि, यदि कोई नागरिक यह पंजीकरण किसी सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) सेंटर के माध्यम से कराता है, तो उसे केवल सीएससी सेंटर को उनकी सेवा के लिए 50 रुपये का शुल्क देना होगा। यह शुल्क सरकारी पंजीकरण शुल्क से अलग है और सीएससी की सेवाओं के लिए देय होगा। 26 जुलाई के बाद नियम और जुर्माना: किसको देना होगा शुल्क और किसको जुर्माना? शासन की ओर से जारी निर्देशों में यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि 26 जुलाई, 2025 के बाद यदि कोई विवाह यूसीसी के तहत पंजीकृत किया जाता है, तो उस पर शुल्क के साथ-साथ जुर्माना भी लगेगा। यह नियम विशेष रूप से उन विवाहों पर लागू होगा जो 26 मार्च, 2010 के पश्चात संपन्न हुए हैं और जिनका पंजीकरण अभी तक नहीं हुआ है। मूल रूप से, समान नागरिक संहिता 27 जनवरी, 2025 को लागू की गई थी, जिसके तहत सभी विवाहित लोगों को अनिवार्य रूप से यूसीसी के अंतर्गत अपने विवाह का पंजीकरण करना था। पंजीकरण के लिए पहले 250 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया था। अब, 26 जुलाई के बाद यह 250 रुपये का शुल्क फिर से लागू हो जाएगा, और यदि विवाह 26 मार्च, 2010 के बाद हुआ है और उसका पंजीकरण तय समय सीमा में नहीं कराया गया है, तो उस पर अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया जाएगा। यह दंड उन लोगों के लिए है जिन्होंने पहले अनिवार्य पंजीकरण का पालन नहीं किया या अब समय सीमा के भीतर निशुल्क पंजीकरण का लाभ नहीं उठा रहे हैं। पूर्व में पंजीकृत विवाहों के लिए भी महत्वपूर्ण निर्देश यह महत्वपूर्ण है कि यह आदेश केवल नए विवाहों के लिए ही नहीं है, बल्कि उन नागरिकों के लिए भी है जिन्होंने अपने विवाह को पहले ही किसी अन्य कानून के तहत पंजीकृत करवा लिया है। वे नागरिक जिन्होंने अपने विवाह को पहले ही उत्तराखंड विवाहों का अनिवार्य पंजीकरण विधेयक, 2010 या किसी अन्य वैयक्तिक कानून (Personal Law) के अंतर्गत पंजीकृत करवा लिया है, उन्हें भी इस पंजीकरण की जानकारी अथवा 'एक्नॉलेजमेंट' (acknowledgment) समान नागरिक संहिता पोर्टल पर देना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया केवल सूचनात्मक है और इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के सभी विवाहों का विवरण यूसीसी के केंद्रीय डेटाबेस में उपलब्ध हो। यह एक महत्वपूर्ण कदम है ताकि यूसीसी के तहत सभी विवाहों का एक एकीकृत रिकॉर्ड बन सके और भविष्य में किसी भी तरह की विसंगति या कानूनी उलझन से बचा जा सके। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे इस जानकारी को यूसीसी पोर्टल पर अवश्य अपडेट करें। पंजीकरण की स्थिति और सरकार की अपील राज्य सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अब तक समान नागरिक संहिता के तहत 1 लाख 90 हजार से अधिक विवाहों का सफलतापूर्वक ऑनलाइन पंजीकरण किया जा चुका है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि नागरिक इस नए कानून के प्रति जागरूक हैं और इसका पालन कर रहे हैं। राज्य सरकार नागरिकों से अपील करती है कि वे इस निशुल्क पंजीकरण की समय सीमा का अधिकतम लाभ उठाएं। सरकार का स्पष्ट संदेश है कि नागरिक 26 जुलाई तक का इंतजार न करें और जल्द से जल्द इस सुविधा का उपयोग करते हुए यूसीसी के अंतर्गत अपने विवाहों का अनिवार्य पंजीकरण सुनिश्चित करें। यह न केवल उन्हें शुल्क और जुर्माने से बचाएगा, बल्कि यूसीसी के सुचारु क्रियान्वयन में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा, जिससे सभी के लिए समानता और एकरूपता की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ेगा।

उत्तराखंड UCC विवाह पंजीकरण: 26 जुलाई तक ‘फ्री’ रजिस्ट्रेशन, फिर लगेगा शुल्क और जुर्माना भी; तुरंत जानें पूरी प्रक्रिया!

देहरादून, 07 जून, 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड सरकार ने समान नागरिक संहिता (UCC) के तहत विवाह पंजीकरण को लेकर एक बड़ा और महत्वपूर्ण ऐलान किया है। अब राज्य में विवाह पंजीकरण 26 जुलाई, 2025 तक बिल्कुल निशुल्क होगा। यह आदेश शासन की ओर से शुक्रवार को ही जारी कर दिए गए हैं, जिससे…

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देहरादून, 06 जून, 2025 (समय बोल रहा ) - देवभूमि उत्तराखंड में पर्यटन सीजन चरम पर है, और राज्य के खूबसूरत पहाड़ों और धार्मिक स्थलों पर सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। लेकिन इसी दौरान, कुछ पर्यटकों द्वारा सड़कों पर हुड़दंग करने, वाहनों में शराब पीकर उत्पात मचाने और अनधिकृत रूप से कारों में हूटर बजाने की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है। इन बढ़ती घटनाओं पर लगाम कसने के लिए, उत्तराखंड पुलिस ने अब कड़ा रुख अपनाया है। रेंज कार्यालय से एक विशेष अभियान शुरू किया गया है, जिसके तहत ऐसे अनुशासनहीन पर्यटकों को गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस का यह कदम राज्य की शांति व्यवस्था और पर्यटकों के लिए एक सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। पर्यटन सीजन में अनुशासनहीनता: बढ़ती शिकायतें और वायरल वीडियो उत्तराखंड, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व के कारण देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य रहा है। वर्तमान में, पर्यटन सीजन चरम पर है, और गढ़वाल मंडल के चारों धामों (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री) से लेकर प्रमुख पर्यटक स्थलों जैसे देहरादून, मसूरी, धनोल्टी, चकराता, टिहरी, हर्षिल और अन्य स्थलों पर सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। यह राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए तो सुखद है, लेकिन इसी के साथ कुछ अप्रिय घटनाएं भी सामने आ रही हैं। हाल के दिनों में, गढ़वाल के अलग-अलग जिलों से पर्यटकों के उत्पात मचाने, सार्वजनिक स्थानों पर मारपीट करने, और वाहनों से खतरनाक स्टंटबाजी करने की कई शिकायतें मिली हैं। इन घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए हैं, जिससे राज्य की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ये वीडियो न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं, बल्कि अन्य पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए भी असहजता और भय का माहौल पैदा कर रहे हैं। इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस प्रशासन अब सख्त कार्रवाई करने को मजबूर हुआ है। पुलिस का 'जीरो टॉलरेंस' अभियान: हुड़दंगियों पर होगी कड़ी कार्रवाई इन बढ़ती शिकायतों और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को देखते हुए, रेंज कार्यालय ने अब 'जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाने का फैसला किया है। इसके तहत, एक विशेष अभियान शुरू किया गया है जिसका सीधा उद्देश्य उन पर्यटकों पर शिकंजा कसना है जो उत्तराखंड आकर कानून का उल्लंघन करते हैं और सार्वजनिक शांति भंग करते हैं। पुलिस अब सड़कों पर खुलेआम शराब पीने, वाहनों में शराब पीकर उत्पात मचाने, तेज संगीत बजाकर शोरगुल करने, और विशेष रूप से अनधिकृत रूप से कारों में हूटर या सायरन बजाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी। पुलिस स्पष्ट संदेश देना चाहती है कि पर्यटन का अर्थ अनुशासनहीनता या अराजकता नहीं है। राज्य में सभी का स्वागत है, लेकिन कानून का सम्मान करना अनिवार्य है। इस अभियान में उन व्यक्तियों को भी लक्ष्य किया जाएगा जो खतरनाक ड्राइविंग या स्टंटबाजी करके अपनी और दूसरों की जान खतरे में डालते हैं। अभियान के तहत गिरफ्तारी और कानूनी प्रावधान इस विशेष अभियान के दौरान, पुलिस टीम सादे कपड़ों में और यूनिफॉर्म में विभिन्न पर्यटक स्थलों और प्रमुख मार्गों पर तैनात रहेंगी। सीसीटीवी कैमरों और स्थानीय लोगों से मिली सूचनाओं के आधार पर भी कार्रवाई की जाएगी। जो भी पर्यटक इन गतिविधियों में संलिप्त पाए जाएंगे, उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ऐसे मामलों में भारतीय दंड संहिता (IPC) और मोटर वाहन अधिनियम (Motor Vehicles Act) की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज करेगी। शराब पीकर हंगामा करने पर आईपीसी की धाराओं के साथ-साथ आबकारी अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की जा सकती है। अनधिकृत रूप से हूटर या सायरन बजाने पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत जुर्माना और अन्य दंड का प्रावधान है। स्टंटबाजी या रैश ड्राइविंग के मामलों में न केवल भारी जुर्माना लगेगा, बल्कि ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है और गंभीर मामलों में कारावास की सजा भी हो सकती है। पुलिस का लक्ष्य इन सख्त कार्रवाइयों के माध्यम से एक मिसाल कायम करना है ताकि अन्य लोग ऐसी गलतियां करने से पहले सौ बार सोचें। स्थानीय निवासियों और अन्य पर्यटकों को मिलेगी राहत पुलिस के इस विशेष अभियान से स्थानीय निवासियों और अन्य शांतिप्रिय पर्यटकों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। हुड़दंग और उत्पात मचाने वाले तत्वों के कारण अक्सर स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और शांत वातावरण भंग होता है। इसके अलावा, जो पर्यटक शांति और प्रकृति का आनंद लेने आते हैं, उन्हें भी ऐसे अप्रिय व्यवहार के कारण असुविधा होती है। पुलिस के इस कदम से पर्यटन का वास्तविक अनुभव बेहतर होगा, और राज्य की छवि एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में मजबूत होगी। यह अभियान न केवल कानून का राज स्थापित करेगा, बल्कि पर्यटन के लिए एक अधिक सम्मानजनक और सुखद वातावरण भी बनाएगा, जिससे उत्तराखंड अपनी देवभूमि की पहचान को बरकरार रख सके। पुलिस ने सभी पर्यटकों से अपील की है कि वे राज्य के कानूनों का पालन करें और अपनी यात्रा को शांतिपूर्ण और सुखद बनाएं।

उत्तराखंड में हुड़दंगियों की खैर नहीं! सड़कों पर शराब पीकर उत्पात मचाने और हूटर बजाने वालों पर पुलिस सख्त, विशेष अभियान शुरू

देहरादून, 06 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – देवभूमि उत्तराखंड में पर्यटन सीजन चरम पर है, और राज्य के खूबसूरत पहाड़ों और धार्मिक स्थलों पर सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। लेकिन इसी दौरान, कुछ पर्यटकों द्वारा सड़कों पर हुड़दंग करने, वाहनों में शराब पीकर उत्पात मचाने और अनधिकृत रूप से कारों में…

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काशीपुर, 05 जून, 2025 (समय बोल रहा ) - काशीपुर पुलिस ने अवैध हथियारों के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखते हुए एक और सफलता हासिल की है। बुधवार देर रात गश्त पर निकली कोतवाली पुलिस टीम ने एक संदिग्ध युवक को 315 बोर के तमंचे के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान कुलवंत सिंह उर्फ काली के रूप में हुई है, जिसने पुलिस पूछताछ में तमंचा रखने का अजीबोगरीब बहाना बताया कि वह जंगल में लकड़ियां काटने जाता है, इसलिए उसने अपनी सुरक्षा के लिए तमंचा रखा था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है, जो अवैध हथियार रखने पर सख्त कानूनी कार्रवाई का प्रावधान करता है। देर रात की गश्त और संदिग्ध की धरपकड़: पुलिया के पास हुई गिरफ्तारी यह घटना बुधवार की देर रात की है, जब हल्का नंबर एक चौकी में तैनात उप-निरीक्षक (एसआई) देवेंद्र सिंह सामंत अपनी टीम के साथ क्षेत्र में नियमित गश्त पर थे। पुलिस टीम का उद्देश्य क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखना और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नज़र रखना था। अपनी गश्त के दौरान, जब टीम मालधन नंबर 7 से पहले पड़ने वाली पुलिया के पास पहुंची, तो उनकी नज़र एक संदिग्ध युवक पर पड़ी। युवक की हरकतें सामान्य नहीं लग रही थीं और पुलिस को उस पर शक हुआ। तत्काल कार्रवाई करते हुए, एसआई देवेंद्र सिंह सामंत की टीम ने उस युवक को घेर लिया और उसे दबोच लिया। पुलिस ने युवक से पूछताछ की और उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान, पुलिस के हाथ एक महत्वपूर्ण सफलता लगी। युवक के कब्जे से एक .315 बोर का तमंचा बरामद हुआ। यह एक खतरनाक हथियार है, जिसका इस्तेमाल गंभीर अपराधों में हो सकता है। तमंचा मिलते ही पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया और आगे की पूछताछ शुरू की। आरोपी की पहचान और चौंकाने वाला बहाना: "लकड़ी काटने के लिए रखा था तमंचा" पुलिस पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपी ने अपनी पहचान 50 वर्षीय कुलवंत सिंह उर्फ काली पुत्र चरण सिंह के रूप में बताई, जो दुर्गापुर, थाना कुंडा का निवासी है। कुंडा थाना क्षेत्र भी उत्तराखंड से सटा हुआ है, जो अक्सर अपराधियों के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य में भागने का रास्ता बन जाता है। जब पुलिस ने कुलवंत सिंह उर्फ काली से तमंचा रखने का कारण पूछा, तो उसने एक चौंकाने वाला और अविश्वसनीय बहाना बताया। उसने कहा कि वह जंगल में लकड़ियां काटने जाता है, और अपनी सुरक्षा के लिए उसने यह तमंचा रखा था। यह दलील आमतौर पर अवैध हथियार रखने वाले अपराधी देते हैं ताकि वे अपने कृत्य को वैध ठहरा सकें। हालांकि, कानून के तहत, हथियार रखने के लिए लाइसेंस आवश्यक होता है, और बिना लाइसेंस के तमंचा रखना एक गंभीर अपराध है। पुलिस इस बहाने को स्वीकार करने वाली नहीं थी और उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि इस मामले में कानून के अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अब इस बात की भी जांच करेगी कि क्या कुलवंत सिंह का कोई आपराधिक इतिहास है या उसका संबंध किसी आपराधिक गिरोह से है। आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज: कानून का शिकंजा पुलिस ने कुलवंत सिंह उर्फ काली के खिलाफ आर्म्स एक्ट (Arms Act) की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आर्म्स एक्ट भारत में अवैध हथियार रखने, बनाने या बेचने पर रोक लगाता है और इन अपराधों के लिए सख्त दंड का प्रावधान करता है। .315 बोर का तमंचा जैसे हथियार रखना, बिना लाइसेंस के, एक गैर-जमानती अपराध है और इसमें कारावास की सजा हो सकती है। मुकदमा दर्ज होने के बाद, आरोपी को न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जा सकता है। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच करेगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि कुलवंत सिंह यह तमंचा कहां से लाया था और क्या वह किसी बड़े हथियार तस्करी रैकेट का हिस्सा है। इस गिरफ्तारी से अवैध हथियारों के नेटवर्क पर लगाम लगाने में मदद मिल सकती है और शहर में अपराधों को रोकने में भी सहायता मिलेगी। पुलिस टीम की मुस्तैदी: शहर की सुरक्षा का जिम्मा इस सफल कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में एसआई देवेंद्र सिंह सामंत के साथ अन्य पुलिसकर्मी भी शामिल थे। उनकी सक्रिय गश्त और संदिग्धों पर नज़र रखने की क्षमता ने ही इस गिरफ्तारी को संभव बनाया। यह पुलिस टीम की मुस्तैदी और उनकी कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाता है, जो शहर में अवैध गतिविधियों को रोकने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। पुलिस का यह अभियान अवैध हथियारों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अपराधों को जन्म देते हैं और समाज में भय का माहौल बनाते हैं। ऐसे अभियानों से अपराधियों में पुलिस का खौफ बढ़ता है और आम जनता में सुरक्षा का भाव पैदा होता है। पुलिस ने साफ कर दिया है कि वह ऐसे अपराधि

काशीपुर में आर्म्स एक्ट का खुलासा: गश्त के दौरान 315 बोर के तमंचे के साथ युवक गिरफ्तार, जंगल में लकड़ी काटने का दिया बहाना

काशीपुर, 05 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – काशीपुर पुलिस ने अवैध हथियारों के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखते हुए एक और सफलता हासिल की है। बुधवार देर रात गश्त पर निकली कोतवाली पुलिस टीम ने एक संदिग्ध युवक को 315 बोर के तमंचे के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान कुलवंत सिंह…

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काशीपुर 05 जून, 2025 (समय बोल रहा ) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षनाथ पीठाधीश्वर, पूज्य महंत योगी आदित्यनाथ महाराज के 54वें जन्मदिवस के पावन अवसर पर एक अत्यंत भक्तिमय और उत्साहपूर्ण माहौल देखने को मिला। चैती चौराहा स्थित प्राचीन शिव मंदिर और हनुमान मंदिर का परिसर सुबह से ही श्रद्धालुओं और कार्यकर्ताओं से गुलजार था। इस विशेष दिन को मनाने के लिए एक भव्य हवन-पूजन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हवन के दौरान गूंजते मंत्रों और जय श्री राम के जयकारों से पूरा क्षेत्र भक्तिमय ऊर्जा से ओत-प्रोत हो गया, और सभी ने एक स्वर में योगी जी की दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। यह आयोजन न केवल एक जन्मदिन का समारोह था, बल्कि योगी जी के प्रति जनभावना और उनके समर्थकों की एकजुटता का भी प्रतीक बन गया। चैती चौराहा पर भक्ति का संगम: हवन-पूजन और विशाल भंडारा योगी आदित्यनाथ के जन्मदिवस को एक अविस्मरणीय अवसर बनाने के लिए, चैती चौराहा स्थित प्राचीन शिव मंदिर और हनुमान मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था। सुबह से ही मंदिर परिसर में चहल-पहल शुरू हो गई थी, और लोग अपनी आस्था व्यक्त करने के लिए दूर-दूर से पहुंचने लगे थे। अनुभवी पंडितों ने विधि-विधान से हवन-पूजन का कार्य संपन्न कराया। इस पवित्र अनुष्ठान के दौरान, वैदिक मंत्रों का उच्चारण और अग्नि में समर्पित की जा रही आहुतियां वातावरण को शुद्ध और आध्यात्मिक बना रही थीं। बड़ी संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं ने पूर्ण भक्तिभाव से हवन में भाग लिया, और उनकी आंखों में योगी जी के प्रति असीम श्रद्धा और सम्मान साफ झलक रहा था। हवन-पूजन की समाप्ति के बाद, इसी पावन अवसर पर एक विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने के लिए भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं, जो इस आयोजन की व्यापकता और सफल प्रबंधन को दर्शाती हैं। भंडारे में क्षेत्रीय स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के कई प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। सभी ने एक साथ प्रसाद ग्रहण किया और योगी के नेतृत्व में देश की एकता, अखंडता और निरंतर उन्नति की कामना की। यह आयोजन न केवल धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा था, बल्कि इसने सामाजिक समरसता और एकजुटता का भी एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। नेतृत्व की सराहना: योगी जी को बताया 'दृढ़, निष्ठावान व राष्ट्रभक्त नेता' इस भव्य आयोजन में कई प्रमुख कार्यकर्ताओं और नेताओं की उपस्थिति दर्ज की गई, जिन्होंने अपने विचारों से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सचिव महेश लोधी और जेपी सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। इनके अतिरिक्त, प्रदेश उपाध्यक्ष विजय कुमार ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और योगी जी के कार्यों की सराहना की। वरिष्ठ कार्यकर्ताओं जैसे रवि साहनी, सतपाल , संजय , राजवीर , धर्मवीर पासी, हौसला मिश्रा, और आकांक्षा ठाकुर सहित अन्य कई कार्यकर्ताओं ने भी इस अवसर पर अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। इन सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंच से और आपस में बातचीत के दौरान, एक स्वर में पूज्य योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की जमकर सराहना की। उन्होंने योगी जी को एक दृढ़, निष्ठावान और राष्ट्रभक्त नेता बताते हुए उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों और जनहितैषी फैसलों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। कार्यकर्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि योगी जी ने जिस तरह से शासन-प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही स्थापित की है, वह प्रशंसनीय है। सभी उपस्थित कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से योगी के दीर्घायु जीवन की प्रार्थना की। उन्होंने कामना की कि योगी इसी प्रकार ऊर्जावान होकर देश और समाज की सेवा करते रहें और उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सहित पूरा देश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर होता रहे। यह आयोजन केवल एक जन्मदिन का जश्न नहीं था, बल्कि योगी के समर्थकों के बीच व्याप्त अटूट विश्वास और उत्साह का भी प्रतीक था, जिन्होंने अपने लोकप्रिय नेता के सम्मान में यह भव्य आयोजन किया। इस अवसर पर सभी ने एक दूसरे को बधाई दी और भविष्य में भी योगी के

सीएम योगी के 54वें जन्मदिन पर गूंजे मंत्र: चैती चौराहा पर भव्य हवन-भंडारा, कार्यकर्ताओं ने की दीर्घायु की कामना!

काशीपुर 05 जून, 2025 (समय बोल रहा ) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षनाथ पीठाधीश्वर, पूज्य महंत योगी आदित्यनाथ महाराज के 54वें जन्मदिवस के पावन अवसर पर एक अत्यंत भक्तिमय और उत्साहपूर्ण माहौल देखने को मिला। चैती चौराहा स्थित प्राचीन शिव मंदिर और हनुमान मंदिर का परिसर सुबह से ही श्रद्धालुओं और कार्यकर्ताओं से गुलजार…

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रुद्रपुर, 05 जून, 2025 (समय बोल रहा ) - विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रुद्रपुर में पर्यावरण संरक्षण का एक बड़ा संदेश दिया गया। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारियों ने न केवल फलदार पौधे लगाए, बल्कि जनता को पर्यावरण बचाने और मतदान करने की दोहरी शपथ भी दिलाई। यह पहल आगामी हरेला पर्व और वर्षाकाल तक चलने वाले वृहद पौधारोपण अभियान की शुरुआत है, जिसमें जनभागीदारी पर विशेष जोर दिया जाएगा। यह आयोजन पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और नागरिकों को अपनी जिम्मेदारी समझने के लिए प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। अधिकारियों ने किया पौधारोपण: पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया स्वयं अग्रिम पंक्ति में रहे। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, उप जिलाधिकारी मनीष बिष्ट, ओसी गौरव पाण्डेय और मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत सहित अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर जिला कार्यालय परिसर और एवीएम वेयर हाउस में फलदार पौधों का रोपण किया। यह प्रतीकात्मक पहल अधिकारियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाने का एक तरीका था। पौधारोपण के बाद, जिलाधिकारी ने सभी को पर्यावरण दिवस की बधाई दी और प्रकृति के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि "पौधे हमें शुद्ध हवा और पानी देते हैं, और पर्यावरण तथा जल संरक्षण के लिए भी ये अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए, हम सभी को अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए और लगाए गए पौधों का संरक्षण भी सुनिश्चित करना चाहिए।" उनका यह संदेश केवल पेड़ लगाने तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने पौधों की देखभाल और उनके दीर्घकालिक पोषण पर भी जोर दिया। वृहद पौधारोपण अभियान: ग्राम पंचायत से जिला स्तर तक जनभागीदारी जिलाधिकारी ने घोषणा की कि हरेला पर्व और आगामी वर्षाकाल में जनपद में एक वृहद पौधारोपण अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान सिर्फ एक दिन का नहीं, बल्कि एक लंबी अवधि तक चलेगा, जिसका उद्देश्य रुद्रपुर को हरा-भरा बनाना है। इस अभियान की सबसे खास बात यह है कि यह ग्राम पंचायत स्तर से लेकर न्याय पंचायत, ब्लॉक स्तर और जिला स्तर तक चलाया जाएगा, जिससे हर नागरिक इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सके। इस महा-अभियान में सभी जनप्रतिनिधियों, स्वयं सहायता समूहों, स्कूली बच्चों के साथ ही व्यापक जनसहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि यह केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं होगा, बल्कि एक जन आंदोलन का रूप लेगा, जिसमें हर कोई पर्यावरण संरक्षण के इस महायज्ञ में अपना योगदान देगा। सामूहिक प्रयासों से ही हम अपने पर्यावरण को सुरक्षित रख सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। दोहरी शपथ और पुरस्कार वितरण: पर्यावरण और निर्वाचन जागरूकता विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी लोगों को पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करने की महत्वपूर्ण शपथ दिलाई। यह शपथ लोगों को पर्यावरण के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी का एहसास दिलाने और उन्हें अपनी दैनिक आदतों में बदलाव लाने के लिए प्रेरित करने हेतु थी। इसके साथ ही, स्वीप कार्यक्रम (Systematic Voters' Education and Electoral Participation) के अंतर्गत, जिलाधिकारी ने सभी को निर्वाचनों में मतदान करने की भी शपथ दिलाई। यह पहल पर्यावरण जागरूकता के साथ-साथ लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के महत्व को भी रेखांकित करती है। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों में आयोजित निबंध, चित्रकला, और भाषण प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया, जिससे युवाओं में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और रचनात्मकता को बढ़ावा मिला। इसके अतिरिक्त, कुछ विशेष मतदाताओं को भी सम्मानित किया गया। वृद्ध मतदाता सेहरू निशा, संजीदा, और शीला देवी, दिव्यांग मतदाता अरविंद चौधरी और अनिल मालाकार, तथा युवा मतदाता हीना, हसन, और सैफअली को जूट के बैग देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान न केवल उनके महत्व को दर्शाता है, बल्कि अन्य लोगों को भी प्रेरणा देता है। गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति: एक सामूहिक प्रयास इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति और अधिकारी मौजूद थे, जो इस पहल की गंभीरता और सामूहिक प्रयास को दर्शाते हैं। इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी हरेंद्र मिश्रा, अधिशासी अभियंता सिंचाई बीएस डांगी, जिला पंचायत राज अधिकारी महेश कुमार, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र सिंह अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरुद्ध, जिला प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन, अर्जुन पुरस्कार विजेता/स्वीप आइकॉन मनोज सरकार, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी सहित कलेक्ट्रेट के सभी स्टाफ और विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित थे। इन सभी की उपस्थिति ने यह संदेश दिया कि पर्यावरण संरक्षण और लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने के

रुद्रपुर में पर्यावरण दिवस पर ‘हरी क्रांति’ का आगाज: DM ने रोपे पौधे, दिलाई दोहरी शपथ; अब हरेला पर्व तक चलेगा महा-अभियान!

रुद्रपुर, 05 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रुद्रपुर में पर्यावरण संरक्षण का एक बड़ा संदेश दिया गया। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारियों ने न केवल फलदार पौधे लगाए, बल्कि जनता को पर्यावरण बचाने और मतदान करने की दोहरी शपथ भी दिलाई। यह पहल…

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जसपुर, 5 जून, 2025 (समय बोल रहा ) - जसपुर के प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं! बहुप्रतीक्षित चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया गुरुवार को शुरू होने जा रही है, जिसने स्थानीय व्यापारियों के बीच खासा उत्साह पैदा कर दिया है। यह चुनाव अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों के लिए होगा, जो जसपुर के व्यापारिक हितों का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस बार 2250 व्यापारी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिससे यह चुनाव काफी दिलचस्प और परिणाम अनिश्चित होने वाला है। व्यापारियों में इस बात को लेकर उत्सुकता है कि कौन सा नेतृत्व उनके हितों का बेहतर ढंग से प्रतिनिधित्व कर पाएगा और बाजार की चुनौतियों का सामना कैसे करेगा। नामांकन प्रक्रिया का आगाज: गुरुवार को खुलेगा चुनावी रण प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के चुनाव अधिकारी राजाराम राजपूत ने जानकारी देते हुए बताया कि नामांकन प्रक्रिया गुरुवार (आज) को कोतवाली के सामने स्थित धर्मशाला में सुबह दस बजे से शुरू हो जाएगी। यह व्यापारियों के लिए अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को आगे लाने और चुनावी मैदान में उतरने का पहला आधिकारिक कदम होगा। नामांकन दाखिल करने के बाद, दाखिल किए गए सभी नामांकनों की बारीकी से जांच की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी उम्मीदवार निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हैं। यह प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए आवश्यक है। नामांकन प्रक्रिया के बाद, चुनाव अधिकारी द्वारा मतदान की तिथि भी घोषित की गई है। मतदान 16 जून को होगा, जब जसपुर के 2250 व्यापारी अपने मताधिकार का प्रयोग कर नए नेतृत्व का चुनाव करेंगे। यह संख्या स्वयं में बताती है कि यह चुनाव कितना महत्वपूर्ण है और इसमें कितनी बड़ी संख्या में व्यापारियों की भागीदारी होने वाली है। चुनाव की यह घोषणा व्यापार मंडल के सदस्यों में एक नई ऊर्जा का संचार कर रही है, क्योंकि अब वे अपने पसंदीदा उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने और उन्हें जिताने के लिए सक्रिय होंगे। प्रमुख पदों पर कांटे की टक्कर: दिग्गजों ने ठोकी ताल इस बार के चुनाव में कई प्रमुख चेहरों ने अपनी दावेदारी पेश की है, जिससे मुकाबला काफी रोमांचक होने की उम्मीद है। अध्यक्ष पद: अध्यक्ष पद के लिए रेडक्रास सोसाइटी के अध्यक्ष हरिओम सिंह मैदान में हैं। हरिओम सिंह का सामाजिक क्षेत्र में एक जाना-पहचाना नाम है, और उनकी उम्मीदवारी व्यापार मंडल के लिए एक नए दृष्टिकोण का संकेत देती है। अध्यक्ष पद व्यापार मंडल का सर्वोच्च पद होता है, जो पूरे व्यापारिक समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए इस पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी। महामंत्री पद: महामंत्री पद के लिए दो मजबूत उम्मीदवार मैदान में हैं: पूर्व महामंत्री महफूज मंसूरी और विमल अग्रवाल। महफूज मंसूरी का पिछला कार्यकाल उन्हें अनुभव का लाभ देगा, जबकि विमल अग्रवाल नई ऊर्जा और विचारों के साथ चुनौती पेश करेंगे। महामंत्री का पद संगठन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो दिन-प्रतिदिन के कार्यों और सदस्यों के साथ समन्वय का कार्यभार संभालता है। कोषाध्यक्ष पद: हालांकि कोषाध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों के नाम अभी सामने नहीं आए हैं, लेकिन यह पद भी महत्वपूर्ण है। कोषाध्यक्ष व्यापार मंडल के वित्तीय प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालता है, जो किसी भी संगठन के लिए अत्यंत आवश्यक होता है। इन प्रमुख पदों पर हो रही यह टक्कर जसपुर के व्यापारिक समुदाय के बीच गहन चर्चा का विषय बनी हुई है। हर कोई अपने पसंदीदा उम्मीदवार की जीत की उम्मीद कर रहा है। व्यापार मंडल का महत्व: व्यापारियों की आवाज प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल जसपुर के व्यापारियों की सामूहिक आवाज है। यह व्यापारियों के हितों की रक्षा करने, उनकी समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाने और उनके समाधान के लिए काम करने वाली एक महत्वपूर्ण संस्था है। वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में, जब व्यापारियों को जीएसटी, ऑनलाइन व्यापार और स्थानीय चुनौतियों जैसी विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तब एक मजबूत और प्रभावी व्यापार मंडल का होना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। यह चुनाव व्यापारियों को यह मौका देगा कि वे ऐसे नेतृत्व का चुनाव करें जो उनकी समस्याओं को समझता हो और उनके लिए प्रभावी ढंग से संघर्ष कर सके। अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष जैसे पद केवल औपचारिक नहीं होते, बल्कि ये ऐसे पद हैं जो सीधे तौर पर व्यापारिक समुदाय के कल्याण और समृद्धि को प्रभावित करते हैं। पारदर्शिता और निष्पक्षता: चुनाव अधिकारी की भूमिका चुनाव अधिकारी राजाराम राजपूत ने चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। नामांकन की जांच से लेकर मतदान और मतगणना तक, सभी प्रक्रियाओं को निर्धारित नियमों और विनियमों के अनुसार पूरा किया जाएगा। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि चुनाव प्रक्रिया पर किसी भी प्रकार का संदेह न हो, ताकि परिणाम सभी पक्षों को स्वीकार्य हों और व्यापार मंडल की गरिमा बनी रहे। जसपुर के व्यापारी अब उत्सुकता से नामांकन प्रक्रिया के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं, जिसके बाद चुनावी प्रचार और बहस का दौर शुरू होगा। 16 जून का दिन जसपुर के व्यापारिक भविष्य के लिए एक म

जसपुर व्यापार मंडल में महासंग्राम: गुरुवार को नामांकन, 2250 व्यापारी डालेंगे वोट; अध्यक्ष-महामंत्री पद पर कांटे की टक्कर!

जसपुर, 5 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – जसपुर के प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं! बहुप्रतीक्षित चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया गुरुवार को शुरू होने जा रही है, जिसने स्थानीय व्यापारियों के बीच खासा उत्साह पैदा कर दिया है। यह चुनाव अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों…

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काशीपुर, 3 जून, 2025 (समय बोल रहा ) - नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत काशीपुर पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। गश्त के दौरान कोतवाली पुलिस ने एक युवक को 4 ग्राम स्मैक जैसी घातक नशीली सामग्री के साथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई शहर में नशे के बढ़ते कारोबार पर लगाम लगाने की पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट) के तहत सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है, जिससे यह स्पष्ट है कि नशे के सौदागरों के खिलाफ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। सुबह की गश्त में पकड़ा गया संदिग्ध: नौगजा मजार के पास मिली स्मैक मंगलवार की सुबह, जब कोतवाली पुलिस टीम अपनी नियमित गश्त पर थी, तो उनकी नज़र नौगजा मजार के पास एक संदिग्ध युवक पर पड़ी। पुलिस टीम ने युवक की गतिविधियों को संदिग्ध पाया और उसे रुकने का इशारा किया। पुलिस के रुकने पर युवक ने कुछ घबराहट दिखाई, जिससे पुलिस का शक और गहरा हो गया। त्वरित कार्रवाई करते हुए, पुलिस टीम ने युवक को हिरासत में लेकर उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान, पुलिस को युवक की जेब से 4 ग्राम स्मैक बरामद हुई। यह मात्रा भले ही कम लग सकती है, लेकिन स्मैक जैसे अत्यधिक नशे वाले पदार्थ की इतनी मात्रा भी युवाओं के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। नशे के सौदागर अक्सर छोटी-छोटी मात्रा में ड्रग्स बेचकर बड़े नेटवर्क का हिस्सा बनते हैं, इसलिए इस तरह की हर गिरफ्तारी महत्वपूर्ण होती है। पुलिस ने तुरंत स्मैक को जब्त कर लिया और युवक को हिरासत में ले लिया। आरोपी की पहचान: मुरादाबाद से जुड़ा मामला पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी ने अपनी पहचान उजागर की। उसने अपना नाम मनोज कुमार पुत्र मदन सिंह बताया, जो ग्राम रतूपुरा, ठाकुरद्वारा, जिला मुरादाबाद का निवासी है। मुरादाबाद उत्तर प्रदेश का एक जिला है जो उत्तराखंड की सीमा से सटा हुआ है। यह तथ्य इस बात की ओर इशारा करता है कि नशे का यह कारोबार अंतरराज्यीय स्तर पर भी फैला हुआ हो सकता है, जहां अपराधी एक राज्य से दूसरे राज्य में नशीले पदार्थों की तस्करी करते हैं। आरोपी के मुरादाबाद का निवासी होने से पुलिस के लिए इस मामले की जड़ तक पहुंचना और इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों का पता लगाना एक चुनौती हो सकती है। हालांकि, पुलिस इस दिशा में भी जांच करेगी कि मनोज कुमार स्मैक कहां से लाया था और वह इसे काशीपुर में किसे बेचने वाला था। इस गिरफ्तारी से नशे के इस अवैध कारोबार से जुड़े अन्य पहलुओं का भी खुलासा हो सकता है, जिससे पुलिस को बड़ी सफलता मिल सकती है। एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज: कड़ी सजा का प्रावधान पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी मनोज कुमार के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह अधिनियम नशीले पदार्थों के उत्पादन, खरीद, बिक्री, उपभोग और तस्करी को नियंत्रित करता है और ऐसे अपराधों के लिए सख्त सजा का प्रावधान करता है। 4 ग्राम स्मैक की बरामदगी के आधार पर, आरोपी पर एनडीपीएस एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे यह सुनिश्चित करते हैं कि नशे के कारोबारियों को आसानी से जमानत न मिल सके और उन्हें उनके अपराधों के लिए उचित दंड मिले। यह कानूनी कार्रवाई अन्य संभावित नशा तस्करों के लिए एक चेतावनी का काम करेगी कि पुलिस नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। इस मुकदमे के माध्यम से पुलिस का लक्ष्य केवल एक व्यक्ति को गिरफ्तार करना नहीं, बल्कि नशे के इस पूरे जंजाल को तोड़ना है जो समाज को खोखला कर रहा है। पुलिस टीम की मुस्तैदी और नशे के खिलाफ अभियान इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में एसआई विपुल जोशी, एसआई गणेश पांडे, कांस्टेबल प्रेम कंवल, और महेंद्र देवड़ी शामिल थे। इनकी मुस्तैदी और सक्रिय गश्त के कारण ही इस संदिग्ध युवक को पकड़ा जा सका और स्मैक की बरामदगी संभव हो पाई। यह पुलिसकर्मियों के समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाता है, जो समाज से नशे के खतरे को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। काशीपुर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस तरह के अभियान महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि नशा समाज में अपराध और अन्य सामाजिक समस्याओं को बढ़ावा देता है। विशेषकर, युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाने के लिए ऐसे अभियानों की अत्यधिक आवश्यकता है। पुलिस लगातार नशे के खिलाफ सूचना एकत्र कर रही है और ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है जो युवाओं को नशे के जाल में धकेल रहे हैं। यह गिरफ्तारी इसी दिशा में एक औ

काशीपुर में ड्रग्स पर शिकंजा: 4 ग्राम स्मैक के साथ युवक गिरफ्तार, युवाओं को नशे से बचाने की मुहिम तेज!

काशीपुर, 3 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत काशीपुर पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। गश्त के दौरान कोतवाली पुलिस ने एक युवक को 4 ग्राम स्मैक जैसी घातक नशीली सामग्री के साथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई शहर में नशे के बढ़ते…

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खटीमा, 03 जून, 2025 (समय बोल रहा ) - खटीमा में मंगलवार को आयोजित तहसील दिवस में जनता की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे नागरिकों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए त्वरित गति से निस्तारित करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसीलिए तहसील दिवस में पंजीकृत सभी समस्याओं को निर्धारित समय सीमा के भीतर हल किया जाना चाहिए। उनकी यह चेतावनी अधिकारियों को जनहित में अधिक सक्रिय और जिम्मेदार बनने का स्पष्ट संकेत है। 91 शिकायतें पंजीकृत, 43 का मौके पर निस्तारण: जन-समस्याओं का अंबार विकास खंड सभागार में आयोजित इस तहसील दिवस में दूर-दराज से आए नागरिकों ने अपनी विभिन्न समस्याएं रखीं। कुल 91 शिकायतें दर्ज की गईं, जो विभिन्न विभागों से संबंधित थीं। इनमें पेयजल, आवास, बिजली, सड़क निर्माण व मरम्मत, जल जीवन मिशन, पुलिस, नगर पालिका, भूमि संबंधी विवाद, और आर्थिक सहायता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे। यह आंकड़ा दर्शाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं और प्रशासनिक सेवाओं को लेकर अभी भी कई चुनौतियाँ मौजूद हैं। हालांकि, जिलाधिकारी की उपस्थिति और सख्त निर्देशों के चलते, 43 शिकायतों/समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया, जिससे फरियादियों को तुरंत राहत मिली। यह त्वरित समाधान प्रक्रिया तहसील दिवस की सार्थकता को दर्शाता है, जहां जनता को अपनी समस्याओं के लिए बार-बार चक्कर नहीं काटने पड़ते। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि समस्या जिस स्तर की है, उसका समाधान भी उसी स्तर पर सुनिश्चित किया जाना चाहिए, ताकि लोगों को अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े और उनकी समस्याओं का स्थानीय स्तर पर ही समाधान हो सके। प्रमुख शिकायतें और जिलाधिकारी के त्वरित निर्देश तहसील दिवस में कई महत्वपूर्ण शिकायतें सामने आईं, जिन पर जिलाधिकारी ने मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए: सड़क चौड़ीकरण और हॉट मिक्सिंग: ग्राम रतनपुरा के होशियार सिंह ज्याला और समस्त क्षेत्रवासियों ने झनकट-रतनपुरा सड़क को चौड़ीकरण और हॉट मिक्स कराने का अनुरोध किया। इस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी और अधिशासी अभियंता लोनिवि (लोक निर्माण विभाग) को तत्काल सड़क का निरीक्षण कर विस्तृत कार्ययोजना प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। आर्थिक सहायता: बगुलिया निवासी रामचीज ने आर्थिक सहायता दिलाने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को यह मामला मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजने के निर्देश दिए ताकि पीड़ित को जल्द से जल्द मदद मिल सके। जल जीवन मिशन में नियुक्ति: नगला तराई निवासी राहुल सिंह, कुटरी निवासी दीपक शर्मा, गौहर पटिया निवासी गिरीश चंद्र और नौगवाठग्गू निवासी विकास सिंह ने जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत नल जल मित्र के रूप में नियुक्ति दिलाने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता पेयजल को इस संबंध में तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए। पेयजल कनेक्शन: झनकट निवासी वीरेंद्र सिंह और समस्त ग्रामवासी कुमराहा ने जेजेएम (जल जीवन मिशन) पेयजल कनेक्शन दिलाने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता पेयजल निगम को शीघ्र पेयजल संयोजन करने का आदेश दिया। नाले का चौड़ीकरण और सफाई: नगला तराई निवासी प्रकाश तिवारी ने नई बस्ती तिवारी फार्म के पास ग्राम नगला तराई और दमगड़ा के मध्य नाले के चौड़ीकरण और सफाई का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी और अधिशासी अभियंता सिंचाई को मौके का स्थलीय निरीक्षण कर कार्ययोजना बनाकर शीघ्र नाला सफाई कराने के निर्देश दिए। अवैध शराब पर लगाम: ग्राम चारूबेटा पहाड़ी कॉलोनी निवासी राम सिंह धामी ने क्षेत्र में अवैध शराब निर्माण व बिक्री को रोकने का अनुरोध किया। इस पर जिलाधिकारी ने एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) और जिला आबकारी अधिकारी को तत्काल अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। विद्युत समस्या और अतिक्रमण: वार्ड नं. 14 तिलक नगर निवासी संतोष मेहरोत्रा ने अघोषित विद्युत कटौती और लो वोल्टेज की समस्या के समाधान तथा टनकपुर रोड पर सब्जी मंडी के प्रवेश द्वार पर अतिक्रमणमुक्त कराने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत को लो वोल्टेज की समस्या का शीघ्र समाधान करने और उप जिलाधिकारी को अवैध अतिक्रमण चिन्हित करते हुए अतिक्रमणमुक्त कराने के निर्देश दिए। ग्राम सड़क और नाली निर्माण: वार्ड नं. 8 अमाऊ निवासी गंभीर सिंह धामी ने खेतल सण्डा में लिंक रोड से चंचल सिंह बिष्ट के घर से होते हुए और ग्राम सभा भुड़ाई में लिंक रोड से भूपेंद्र सिंह के घर तक सीसी रोड (कंक्रीट सड़क) और नाली बनाने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को इस संबंध में कार्ययोजना बनाते हुए कार्य कराने के निर्देश दिए। अनुपस्थित अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई: जनता की सुनवाई सर्वोपरि जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने तहसील दिवस के अंत में एक बार फिर अधिकारियों को निर्देशित किया कि तहसील दिवस में उठी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए समयबद्ध तरीके से निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने दोहराया कि जन समस्याओं का निस्तारण और जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है, और इसलिए सभी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर जन समस्याओं को सुनना और उनका निस्तारण करना सुनिश्चित करना चाहिए। इस दौरान एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, जिलाधिकारी ने तहसील दिवस में अनुपस्थित रहने पर अधिशासी अभियंता जल संस्थान का वेतन रोकने के निर्देश दिए। यह कार्रवाई स्पष्ट संदेश देती है कि जनता की समस्याओं के प्रति लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अधिकारियों को अपने कर्तव्यों के प्रति जवाबदेह रहना होगा। तहसील दिवस में अध्यक्ष नगर पालिका रमेश चंद्र जोशी, रणजीत सिंह नामधारी, गंभीर सिंह धामी, उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट, एसीएमओ डॉ. एसपी सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत, सीओ विमल रावत, सीएमएस डॉ. वीपी सिंह, महाप्रबंधक उद्योग विपिन कुमार, अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई सुशील कुमार, जल निगम पीएन चौधरी, लोनिवि एसके अग्रवाल, जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार, जिला क्रीड़ा अधिकारी जानकी कार्की, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरुद्ध, जिला प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन, जिला पर्यटन अधिकारी तला बिष्ट, जिला सेवायोजन अधिकारी राकेश दुर्गापाल सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे। यह सभी अधिकारियों की उपस्थिति इस बात को

खटीमा में जनता की फरियाद पर DM सख्त: 91 शिकायतें दर्ज, 43 का ऑन-द-स्पॉट निपटारा; अनुपस्थित अधिकारी का वेतन रोका!

खटीमा, 03 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – खटीमा में मंगलवार को आयोजित तहसील दिवस में जनता की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे नागरिकों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए त्वरित गति से निस्तारित करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने…

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काशीपुर, 2 जून, 2025 (समय बोल रहा ) - (पर्यावरण दिवस) प्रकृति, जो मानव जीवन की जन्मदात्री और सतत संगिनी रही है, आज मानवीय स्वार्थ और असंतुलन के कारण गंभीर संकट का सामना कर रही है। यह सर्वविदित है कि सभ्यताएं और संस्कृतियाँ इसी प्रकृति की छांव में विकसित हुई हैं, और जीवन का निरंतर प्रवाह इसके संतुलन पर ही निर्भर करता है। लेकिन जब मनुष्य इस मूल सत्य को भूलकर अपने स्वार्थ के दायरे को लांघता है, तो जीवनदायिनी प्रकृति ही क्षतिग्रस्त होती है। मानव अक्सर यह विस्मृत कर देता है कि वह स्वयं भी इसी प्रकृति का एक अभिन्न अंग है। आज, पर्यावरणीय संकट की गंभीर गूंज वैश्विक चेतना को झकझोर रही है, और इसी गहन अनुभूति के तहत संयुक्त राष्ट्र संघ प्रतिवर्ष 5 जून को 'विश्व पर्यावरण दिवस' का आयोजन करता है, ताकि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर वैश्विक ध्यान आकर्षित किया जा सके। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के नेतृत्व में 'बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन' अभियान इस वैश्विक पहल से प्रेरणा लेते हुए, संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा, संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन, ने सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के लोकमंगलकारी और दूरदर्शी नेतृत्व में एक अभूतपूर्व कदम उठाया है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस वर्ष निर्धारित थीम 'बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन' (प्लास्टिक प्रदूषण को हराओ) को केंद्र में रखते हुए, फाउंडेशन देशभर के 18 प्रमुख पर्वतीय पर्यटक स्थलों पर एक व्यापक वृक्षारोपण एवं स्वच्छता अभियान का आयोजन कर रही है। यह महा-अभियान 5 जून को प्रातः 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक चलेगा, जिसमें हजारों स्वयंसेवक और नागरिक भागीदारी करेंगे। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन का यह प्रयास केवल स्वच्छ, हरित और संतुलित पर्यावरण की दिशा में एक सशक्त कदम ही नहीं है, बल्कि यह आज की युवा पीढ़ी को प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाने और संरक्षण की भावना को उनके व्यवहार में उतारने की एक प्रेरणादायक पहल भी है। यह एक ऐसा अभियान है जो सेवा, सद्भाव और सजगता जैसे मानवीय मूल्यों को जनचेतना से जोड़ता है, जिससे एक सामूहिक और सकारात्मक परिवर्तन की उम्मीद की जा सकती है। निरंतर प्रयास: 2014 से चला आ रहा पर्यावरण कार्यक्रम संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के सचिव श्री जोगिंदर सुखीजा ने इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मिशन वर्ष 2014 से ही संयुक्त राष्ट्र के 'यूनाइटेड नेशन एनवायरनमेंट प्रोग्राम' (UNEP) की थीम पर 'विश्व पर्यावरण दिवस' का आयोजन कर रहा है। यह केवल एक दिवसीय कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह एक सतत जनचेतना अभियान है जिसका उद्देश्य प्रकृति और मानवता के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध को पुनः सशक्त करना है। मिशन का मानना है कि पर्यावरण संरक्षण एक निरंतर प्रक्रिया है जिसे केवल एक दिन तक सीमित नहीं रखा जा सकता, बल्कि इसे जीवनशैली का हिस्सा बनाना चाहिए। 18 प्रमुख पर्वतीय एवं पर्यटक स्थल बने अभियान के केंद्र इस महाअभियान के अंतर्गत देश के विविध प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण 18 प्रमुख पर्वतीय एवं पर्यटक स्थलों को सम्मिलित किया गया है। इन स्थलों को विशेष रूप से चुना गया है ताकि पर्यावरण संरक्षण का संदेश व्यापक रूप से फैल सके और इन खूबसूरत प्राकृतिक स्थानों को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त किया जा सके। इन प्रमुख स्थलों में शामिल हैं: उत्तराखंड से: मसूरी, ऋषिकेश, लैंसडाउन, नैनीताल, चकराता एवं भवाली। हिमाचल प्रदेश से: शिमला, मनाली और धर्मशाला। गुजरात से: सापुतारा। महाराष्ट्र से: महाबलेश्वर, पंचगनी, खंडाला, लोनावाला, पन्हाला एवं सोमेश्वर। सिक्किम से: गीजिंग। कर्नाटक से: सुरम्य नंदी हिल्स। ये सभी स्थल न केवल प्रकृति की गोद में बसे हुए हैं, बल्कि अब पर्यावरण जागृति के प्रति समर्पित ऐसे केंद्र बिंदु बन रहे हैं जहाँ निष्काम सेवा और सामूहिक सहभागिता एक साथ साकार हो रही हैं। विशेष रूप से, काशीपुर यूनिट नंबर 180 से भी सेवादारों के अंदर इस पर्यावरण दिवस पर स्वच्छता अभियान में शामिल होने के लिए भरपूर उत्साह देखने को मिल रहा है, जो स्थानीय स्तर पर भी इस अभियान की सफलता सुनिश्चित करेगा। जन-जागरूकता के लिए रचनात्मक पहल इस अवसर पर मिशन के स्वयंसेवक, सेवादल सदस्य, श्रद्धालुजन एवं स्थानीय नागरिक एकजुट होकर कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना के साथ करेंगे। इसके बाद, युवा स्वयंसेवक प्लास्टिक प्रदूषण के दुष्प्रभावों और उसके समाधान पर जन-जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न रचनात्मक माध्यमों का उपयोग करेंगे। इनमें नुक्कड़ नाटक, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और प्रभावशाली संदेश शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, पर्यावरण संरक्षण से संबंधित युक्त तख्तियाँ और बैनर लिए मानव श्रृंखला बनाकर समाज को प्रेरित किया जाएगा। यह प्रभावी तरीका लोगों को सीधे जोड़ने और उन्हें पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझने के लिए प्रेरित करेगा। इस विश्व पर्यावरण दिवस पर संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन का यह समर्पित प्रयास एक सार्थक संदेश देता है। यह हमें याद दिलाता है कि प्रकृति परमात्मा का अमूल्य उपहार है, और उसका संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। आइए, हम सभी मिलकर पर्यावरण की रक्षा करें और अपनी भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ, सुंदर और संतुलित पृथ्वी का निर्माण करने में योगदान दें।

बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’: संत निरंकारी मिशन का 18 पर्वतीय स्थलों पर महा-अभियान, पर्यावरण दिवस से पहले तैयारी शुरू!

काशीपुर, 2 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – (पर्यावरण दिवस) प्रकृति, जो मानव जीवन की जन्मदात्री और सतत संगिनी रही है, आज मानवीय स्वार्थ और असंतुलन के कारण गंभीर संकट का सामना कर रही है। यह सर्वविदित है कि सभ्यताएं और संस्कृतियाँ इसी प्रकृति की छांव में विकसित हुई हैं, और जीवन का निरंतर…

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काशीपुर 2 जून 2025 (समय बोल रहा) काशीपुर में अवैध सट्टेबाजी के खिलाफ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। मुखबिर से मिली पुख्ता सूचना के आधार पर, पुलिस ने एक हिस्ट्रीशीटर सहित छह लोगों को रंगे हाथों सट्टे की खाईबाड़ी करते हुए गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई रविवार शाम को की गई, जिसने क्षेत्र में अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों के बीच हड़कंप मचा दिया है। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में नकदी, सट्टा पर्ची और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है, जो इस अवैध कारोबार के बड़े पैमाने पर होने का संकेत देती है। इस गिरफ्तारी को पुलिस की सट्टेबाजी के खिलाफ चल रही मुहिम में एक महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है। मुखबिर की सूचना पर छापा: हिस्ट्रीशीटर के गढ़ में पुलिस का धावा रविवार शाम को, काशीपुर पुलिस को मोहल्ला बांसफोड़ान, यादव सभा वाली गली में स्थित तस्लीम के घर पर अवैध सट्टे की खाईबाड़ी चलने की गोपनीय सूचना मिली। तस्लीम का नाम पहले से ही पुलिस रिकॉर्ड में एक हिस्ट्रीशीटर के तौर पर दर्ज है, जिससे यह स्पष्ट था कि यह कोई छोटी-मोटी गतिविधि नहीं है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने तत्काल एक विशेष टीम का गठन किया और बिना किसी देरी के बताए गए स्थान पर छापा मारा। पुलिस टीम ने पूरी गोपनीयता और सुनियोजित तरीके से कार्रवाई की, ताकि आरोपियों को भागने का कोई मौका न मिल सके। छापेमारी के दौरान, पुलिस टीम ने मौके पर मौजूद लोगों को सट्टे की खाईबाड़ी करते हुए रंगे हाथों पकड़ा। यह दृश्य अवैध गतिविधियों के प्रमाण के रूप में पर्याप्त था। पुलिस ने तुरंत सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया और मौके से तमाम सबूतों को जब्त करना शुरू किया। यह कार्रवाई दर्शाती है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ सक्रिय है और किसी भी अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी। स्थानीय निवासियों ने भी पुलिस की इस तत्परता की सराहना की है, जिससे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था मजबूत हुई है। मौके से बरामदगी: नकदी, पर्चियां और सट्टे का पूरा नेटवर्क पुलिस ने घटनास्थल से जो सामग्री बरामद की है, वह इस अवैध सट्टेबाजी के कारोबार के बड़े पैमाने पर होने का सबूत है। मौके से पुलिस को 25,090 रुपये की नकदी मिली है, जो सट्टे के लेनदेन से जुड़ी हुई बताई जा रही है। इसके साथ ही, पुलिस ने प्रिंटेड सट्टा पर्चियां और एक डायरी भी बरामद की है। यह डायरी इस अवैध नेटवर्क के विस्तार और उसमें शामिल लोगों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे सकती है। प्रिंटेड पर्चियां दर्शाती हैं कि यह एक संगठित गिरोह है जो पेशेवर तरीके से सट्टे का कारोबार चला रहा था। इन सबूतों के आधार पर पुलिस आरोपियों के खिलाफ मजबूत केस बनाने में सक्षम होगी। बरामद की गई सामग्री से यह भी पता चलता है कि आरोपी न केवल छोटी-मोटी सट्टेबाजी कर रहे थे, बल्कि एक सुनियोजित तरीके से इसे अंजाम दे रहे थे। यह पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है, क्योंकि ऐसे मामलों में अक्सर ठोस सबूत जुटाना मुश्किल होता है। इन सबूतों की मदद से पुलिस इस सट्टेबाजी रैकेट की जड़ों तक पहुंच सकती है और इसमें शामिल अन्य लोगों को भी बेनकाब कर सकती है, जिससे इस तरह के अवैध कारोबार पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके। गिरफ्तार किए गए आरोपी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई पुलिस ने मौके से कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्य आरोपी मोहल्ला बांसफोड़ान निवासी तस्लीम है, जो एक हिस्ट्रीशीटर है और जिसके घर पर यह अवैध गतिविधि चल रही थी। अन्य गिरफ्तार आरोपियों में ठाकुरद्वारा मछली बाजार निवासी अबरार हुसैन, मोहल्ला बांसफोड़ान निवासी हैदर अली, मो. सूफीयान, मोहल्ला महेशपुरा निवासी यशपाल सिंह और मोहल्ला कटोराताल निवासी अनिल कुमार शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, तस्लीम न केवल सट्टे का कारोबार कर रहा था, बल्कि अपने घर को ही इस अवैध गतिविधि का केंद्र बनाए हुए था। इन सभी आरोपियों के खिलाफ जुआ अधिनियम (Gambling Act) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। कानून के तहत, जुआ खेलने या खिलाने वाले को दंडित करने का प्रावधान है, और इन आरोपियों को अब न्यायिक प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस नेटवर्क में कोई और भी शामिल है या नहीं।

काशीपुर में सट्टे पर पुलिस का बड़ा शिकंजा: हिस्ट्रीशीटर समेत 6 गिरफ्तार, लाखों का सट्टा कारोबार ध्वस्त!

काशीपुर 2 जून 2025 (समय बोल रहा) काशीपुर में अवैध सट्टेबाजी के खिलाफ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। मुखबिर से मिली पुख्ता सूचना के आधार पर, पुलिस ने एक हिस्ट्रीशीटर सहित छह लोगों को रंगे हाथों सट्टे की खाईबाड़ी करते हुए गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई रविवार शाम को की गई,…

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