काशीपुर 12 मई 2025 (समय बोल रहा ) काशीपुर क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक पर एक व्यक्ति ने उसकी नाबालिग पुत्री को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया है। पीड़ित पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने तत्काल अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है और युवती की तलाश तेज कर दी है। पुलिस की टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं और युवक को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में बताया कि वह ट्रक चालक का काम करता है और उसकी नाबालिग पुत्री उसके साथ ही रहती है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि पड़ोस में रहने वाला अंकित कश्यप, जो कि दीपक कश्यप उर्फ सईंया का पुत्र है, का उसके घर पर अक्सर आना-जाना लगा रहता था। पीड़ित पिता ने बताया कि 9 मई 2025 को जब वह काम पर गया हुआ था, तब उसकी पुत्री घर पर अकेली थी। इसी दौरान अंकित कश्यप उसकी पुत्री को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। पीड़ित पिता ने अपनी तहरीर में आगे बताया कि उन्हें बाद में सूचना मिली कि अंकित उनकी पुत्री को रामनगर लेकर गया है। सूचना मिलते ही वह और उनके कुछ परिजन तुरंत रामनगर के लिए रवाना हुए। हालांकि, जब वे रामनगर पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि अंकित वहां से भी उनकी पुत्री को अपने साथ लेकर फरार हो गया है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को यह भी बताया कि कुछ लोगों ने उनकी पुत्री और अंकित को आखिरी बार रामनगर बैराज पर एक साथ देखा था। इस गंभीर मामले की सूचना मिलते ही काशीपुर पुलिस हरकत में आ गई। तत्काल प्रभाव से भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 363 (अपहरण) के तहत अंकित कश्यप के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है, जिसे युवती की सकुशल बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का जिम्मा सौंपा गया है। एसआईटी की टीमें विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही हैं। पुलिस अंकित कश्यप के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है। उसके दोस्तों, रिश्तेदारों और परिचितों से पूछताछ की जा रही है ताकि उसके और युवती के वर्तमान ठिकाने के बारे में कोई जानकारी मिल सके। पुलिस तकनीकी सर्विलांस का भी इस्तेमाल कर रही है ताकि आरोपी के मोबाइल फोन लोकेशन और अन्य डिजिटल फुटप्रिंट्स का पता लगाया जा सके। पुलिस ने आम जनता से भी इस मामले में सहयोग की अपील की है। यदि किसी व्यक्ति को अंकित कश्यप या युवती के बारे में कोई भी जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत काशीपुर पुलिस को सूचित करे। पुलिस ने सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम और पता गोपनीय रखने का आश्वासन दिया है। इस घटना ने काशीपुर क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। एक नाबालिग लड़की का इस तरह से बहला-फुसलाकर ले जाना न केवल उसके परिवार के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए चिंता का विषय है। लोग युवती की सुरक्षा और जल्द बरामदगी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। पुलिस इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है और युवती की सकुशल बरामदगी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। एसपी ने कहा है कि पुलिस की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं और उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही युवती को बरामद कर लिया जाएगा और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के अपराधों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना एक बार फिर नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ाती है। माता-पिता को अपने बच्चों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और उन्हें अनजान लोगों से घुलने-मिलने से बचाने की

युवती को बहला-फुसलाकर ले गया युवक, पुलिस ने दर्ज किया अपहरण का मामला

काशीपुर 12 मई 2025 (समय बोल रहा ) काशीपुर क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक पर एक व्यक्ति ने उसकी नाबालिग पुत्री को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया है। पीड़ित पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने तत्काल अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है और युवती की…

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मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के सख्त आदेश के बाद पंतनगर पुलिस ने काशीपुर के पूर्व कोतवाल एके सिंह के दामाद, उत्तराखंड पुलिस में निरीक्षक आशुतोष कुमार सिंह और उनकी मां शकुंतला देवी के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का गंभीर मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई पीड़िता वैजयंती चंद की शिकायत पर हुई है, जिन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने पति और सास पर गंभीर आरोप लगाए थे। वैजयंती चंद, जो कि विला नंबर बीटा-2, ओमेक्स रिवेरा कॉलोनी, नैनीताल रोड, रुद्रपुर की निवासी हैं, ने अपनी शिकायत में बताया कि उनका विवाह 18 फरवरी 2019 को मथुरा में आशुतोष कुमार सिंह के साथ हुआ था। आशुतोष कुमार सिंह, जो कि हनुमान गली, रुड़की, जिला हरिद्वार के रहने वाले बिशन लाल के पुत्र हैं, ने शादी के समय वैजयंती को अपनी पहली पत्नी से तलाक होने की जानकारी दी थी। हालांकि, वैजयंती का आरोप है कि आशुतोष ने अपनी दूसरी पत्नी पूनम रानी, निवासी मुजफ्फरनगर, से अपने विवाह और उससे तलाक न होने की बात को छुपाकर उन्हें धोखे में रखा और उनसे शादी कर ली। दो बेटियों के जन्म के बाद उत्पीड़न बढ़ा, दहेज की मांग वैजयंती ने बताया कि शादी के बाद उन्होंने अपने पति और ससुराल वालों की हर संभव सेवा की और 8 सितंबर 2019 को उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद उनकी सास शकुंतला देवी उन्हें पुत्र पैदा न करने के लिए ताने देने लगीं। इस बीच, उनके पति का तबादला रुद्रपुर से भवाली (नैनीताल) हो गया, जिसके बाद उनके सास-ससुर भी रुड़की से ओमेक्स में आने-जाने लगे। 6 सितंबर 2021 को वैजयंती ने दूसरी बेटी को जन्म दिया, जिसके बाद उनकी सास का व्यवहार और भी अभद्र और अपमानजनक हो गया। वैजयंती का आरोप है कि उनकी सास उन्हें लगातार कोसती थीं, गाली-गलौज करती थीं और पुत्र न पैदा करने का ताना देती थीं। वह अक्सर कहती थीं कि उनका बेटा तो पुलिस में इंस्पेक्टर है और उन्होंने गलती से उनसे शादी कर ली। सास यह भी कहती थीं कि अगर उनके बेटे की शादी उत्तर प्रदेश में हुई होती तो उन्हें दहेज में 50 लाख रुपये मिलते। वैजयंती ने बताया कि जब उनके पति का तबादला वापस रुद्रपुर हो गया, तो उनके पति और सास दोनों मिलकर उन्हें बात-बात पर कोसने लगे और रोजाना मारपीट कर उनका शारीरिक और मानसिक शोषण करने लगे। दूसरी बेटी के जन्म के बाद उनके पति का व्यवहार भी बदल गया और वह अक्सर कहते थे कि बेटा होता तो ठीक था, फिर से बेटी पैदा हो गई। वैजयंती का आरोप है कि उनके पति ने शादी के बाद से ही कई बार उनसे अपने पिता से कहकर उनके नाम एक प्लॉट करवाने की मांग की थी। देहरादून में अकेला छोड़ा, दूसरी शादी का खुलासा इसी बीच, उनके पति का तबादला आईटीआई, काशीपुर हो गया। उस समय उनकी छोटी बेटी केवल चार महीने की थी, जब उनके पति ने उनसे कहा कि उन्होंने देहरादून में एक फ्लैट लिया है और उन्हें वहां जाकर रहना चाहिए, जबकि वह अवकाश लेकर उनसे मिलने आते रहेंगे। हालांकि, देहरादून जाने के बाद उनके पति कभी भी उनसे मिलने नहीं आए और वह किसी अन्य महिला से बातचीत करने लगे। जब वैजयंती ने उनके पति का नंबर ढूंढकर उस महिला से बात की और उसे बताया कि वह उनका घर बर्बाद कर रही है, तो उस महिला ने बताया कि वह खुद परेशान है क्योंकि उनके पति (आशुतोष) उन्हें तलाक देने की धमकी दे रहे हैं और उनका व्यवहार भी उनके प्रति बदल गया है। वैजयंती ने बताया कि जब यह बात उनके पति को पता चली तो उन्होंने उनके साथ लड़ाई-झगड़ा और मारपीट की और घर का खर्चा देना बंद कर दिया। वह अपने मायके वालों से पैसे लेकर अपना और अपनी बेटियों का भरण-पोषण करती रहीं। करवा चौथ के दिन, वर्ष 2022 में, वह बिना पति को बताए अपनी बेटियों को लेकर आईटीआई काशीपुर आ गईं। उनके पति ने उन्हें और बच्चों को गौतमी होटल में ठहराया, लेकिन शाम को होटल के कमरे में आकर उनसे लड़ाई-झगड़ा करने लगे, कमरे का सारा सामान गिरा दिया और खाना भी फेंक दिया। इसी दौरान वैजयंती को पता चला कि उनके पति ने पूनम रानी नाम की महिला से दूसरी शादी की है, जिससे उनकी एक बेटी भी है। वैजयंती का आरोप है कि उनके पति ने उस पत्नी और बच्चे को भी छोड़ दिया है और बिना उससे तलाक लिए उनके साथ तीसरी शादी की है, और अब वह चौथी शादी करने की तलाश में हैं। जब वैजयंती ने अपने पति से इस बारे में पूछा तो उन्होंने उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज की और धमकी दी कि अगर उन्होंने किसी को बताया तो वह उन्हें छोड़ देंगे क्योंकि उन्होंने उन्हें बेटा पैदा करके नहीं दिया और दो-दो बेटियां पैदा कर दी हैं, जबकि उन्हें और उनकी मां को बेटा चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वह बेटा पैदा नहीं कर पाएंगी, इसलिए वह चौथी शादी करेंगे। जंगल में जान से मारने की धमकी वैजयंती ने एक और भयावह घटना का जिक्र करते हुए बताया कि मार्च 2023 में उनके पति अचानक देहरादून आ गए और उनसे कहा कि बेटियों की छुट्टियां हैं तो उनके साथ आईटीआई रहने चलें। वहां उनके पति दिनभर कमरे में सोते रहे और रात 8 बजे वह उन्हें लेकर रुद्रपुर के लिए रवाना हुए। हरिद्वार से आते समय बीच जंगल में उनके पति ने गाड़ी रोक दी और पीछे मुड़कर उन्हें थप्पड़ मारा और कहा कि उन्होंने उन्हें और दूसरी स्त्री को पूरे स्टाफ में बदनाम कर दिया है। इतने में ही उनके पति ने रिवाल्वर निकालकर उनके ऊपर तान दी और कहा कि वह उन्हें मारकर यहीं जंगल में फेंक देंगे और किसी को पता भी नहीं चलेगा। अचानक उनकी बड़ी बेटी नींद से जाग गई और रोने लगी, तब जाकर उनके पति ने रिवाल्वर वापस रखी और तेजी से गाड़ी चलाकर वह लोग रात करीब 3 बजे आईटीआई पहुंचे। शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न जारी वैजयंती ने बताया कि इसी बीच उनके पति ने विला नंबर बीटा-2, ओमेक्स रिवेरा कॉलोनी में खरीद लिया, जिसके गृह प्रवेश के दिन उनके पति ने उन्हें उनके मायके से फोन कर बुलाया। वह वहां आईं और उस विला के एक मंजिल में अपनी बेटियों के साथ रहने लगीं, जबकि दूसरी मंजिल पर उनके सास-ससुर रहने लगे। उनके पति अपनी पोस्टिंग पर रहने लगे, जबकि उनकी सास लगातार उनका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करती रहीं, गाली-गलौज करतीं और अमानवीय व्यवहार करती थीं। उनके पति ने घर खर्च देना पूरी तरह से बंद कर दिया। वैजयंती ने बताया कि इस बीच उनकी छोटी बेटी की तबीयत ज्यादा खराब हो गई, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, लेकिन उनके पति और सास उसे देखने तक नहीं आए। उन्होंने अस्पताल में अकेले रहकर अपने मायके वालों से पैसे लेकर अपनी बेटी का इलाज कराया। इसके बाद उनकी बड़ी बेटी की आंखों में परेशानी होने लगी। जब उन्होंने अपने पति को फोन किया तो उन्होंने उनका फोन ब्लैक लिस्ट में डाल दिया और कह दिया कि उन्हें उनसे और उनकी बेटियों से कोई लेना-देना नहीं है और कहा कि वह उन्हें तलाक दे दें और यह घर छोड़कर चली जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें एक 2 बीएचके का फ्लैट और बेटियों के लिए 10-10 लाख रुपये मिल जाएंगे। वैजयंती का कहना है कि इसके बाद से उनके पति और सास द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। कभी उनके कमरे की लाइट बंद कर देते हैं, तो कभी पानी बंद कर देते हैं। पति कमरे में आकर गीजर खराब करके चले जाते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले की गहन जांच कराकर उन्हें और उनकी बेटियों को न्याय दिलाने की गुहार लगाई थी। मुख्यमंत्री के आदेश पर पंतनगर थाना पुलिस ने इंस्पेक्टर आशुतोष सिंह और उनकी मां शकुंतला देवी के खिलाफ दहेज एक्ट की धारा 3, 4 तथा आईपीसी की धारा 323 (चोट पहुंचाना), 498ए (दहेज के लिए उत्पीड़न), 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमानित करना), 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एसआई गणेश दत्त भट्ट को सौंप दी है।

काशीपुर में अवैध रूप से रह रही पाकिस्तानी महिला का पर्दाफाश, पति फारुख हुसैन पर मुकदमा दर्ज

काशीपुर 09 मई 2025 (समय बोल रहा ) उत्तराखंड के काशीपुर क्षेत्र में एक पाकिस्तानी महिला के अवैध रूप से निवास करने का मामला सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। मामले में एलआईयू (स्थानीय अभिसूचना इकाई) सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार की तहरीर पर महिला के पति फारुख हुसैन के खिलाफ विदेशियों विषयक…

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देहरादून, 26 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ): जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड प्रशासन ने भी बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य में सामान्य वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल 2025 तक भारत छोड़ने का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश के तहत दीर्घकालिक वीजा (LTV) धारकों को राहत दी गई है। आतंकी हमले के बाद बढ़ाई गई सतर्कता हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है। इस हमले में कई निर्दोष नागरिकों की जान गई और देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। हमले के बाद गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सुरक्षा कड़ी करने और संभावित खतरों का मूल्यांकन कर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे। उत्तराखंड पुलिस ने तत्काल एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद राज्य में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों पर कार्रवाई करते हुए निर्धारित तिथि तक भारत छोड़ने का आदेश जारी किया है। कितने पाकिस्तानी नागरिक उत्तराखंड में मौजूद प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में करीब 250 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। इनमें से अधिकांश नागरिक सामान्य वीजा पर हैं, जो रोजगार, पारिवारिक मुलाकात या धार्मिक कारणों से भारत आए हुए हैं। दीर्घकालिक वीजा (LTV) धारकों को इस आदेश से छूट दी गई है, क्योंकि वे भारतीय नागरिकता प्राप्त करने की प्रक्रिया में होते हैं या विशेष परिस्थितियों में दीर्घकालिक निवास की अनुमति प्राप्त करते हैं। आदेश के मुख्य बिंदु लक्षित नागरिक: सामान्य वीजा धारक पाकिस्तानी नागरिक। निर्धारित समयसीमा: 27 अप्रैल 2025 तक भारत छोड़ना अनिवार्य। छूट: दीर्घकालिक वीजा (LTV) धारकों पर आदेश लागू नहीं होगा। कार्रवाई: आदेश का उल्लंघन करने पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिलों को दिए गए निर्देश उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करें और उन्हें आदेश की जानकारी देकर समयसीमा के भीतर वापसी सुनिश्चित करें। साथ ही, होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं में ठहरे विदेशी नागरिकों का सत्यापन भी तेज कर दिया गया है। विदेशी नागरिकों पर निगरानी बढ़ी आदेश के बाद सभी जिलों में विदेशी नागरिकों, विशेषकर पाकिस्तानी मूल के लोगों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलते ही तत्काल जांच कर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। स्थानीय खुफिया इकाइयों (LIUs) को भी सक्रिय कर दिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके। सरकार का सख्त रुख उत्तराखंड सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने और संभावित खतरों को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। साथ ही आम जनता से भी सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तत्काल पुलिस को देने की अपील की गई है। दीर्घकालिक वीजा धारकों को क्यों मिली छूट दीर्घकालिक वीजा (LTV) धारक वे पाकिस्तानी नागरिक होते हैं जो विशेष मानवीय आधार पर भारत में दीर्घकालिक निवास की अनुमति प्राप्त करते हैं। इनमें विभाजन के समय भारत से पाकिस्तान गए हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी समुदाय के लोग शामिल होते हैं, जो वापस भारत आकर नागरिकता लेना चाहते हैं। इस मानवीय आधार को ध्यान में रखते हुए उन्हें इस आदेश से बाहर रखा गया है। आम जनता से सहयोग की अपील उत्तराखंड पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और पुलिस द्वारा जारी आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें। अगर किसी को कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आती है तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने को सूचित करें। उत्तराखंड पुलिस जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है। उत्तराखंड पुलिस का यह आदेश राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और किसी भी संभावित खतरे को टालने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। प्रशासन का प्रयास है कि कानून व्यवस्था को बनाए रखते हुए सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। राज्य सरकार और पुलिस का यह सख्त रुख दिखाता है कि उत्तराखंड आतंरिक सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता।

उत्तराखंड में 250 पाकिस्तानी नागरिकों की मौजूदगी पर प्रशासन अलर्ट, 27 अप्रैल तक लौटने का आदेश, एलटीवी धारकों को राहत

देहरादून, 26 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ):जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड प्रशासन ने भी बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य में सामान्य वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल 2025 तक भारत छोड़ने का…

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काशीपुर, 25 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा )* *होटल गौतमी, काशीपुर में *भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य डॉ. भीमराव अंबेडकर के संघर्षों, विचारों और उनके योगदान को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना था। इसके साथ ही भाजपा की लोककल्याणकारी नीतियों के बारे में जनमानस को अवगत कराना भी इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य था। इस अवसर पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित थे, और यह आयोजन समाज में समानता, समरसता और भाईचारे के संदेश को फैलाने के लिए महत्वपूर्ण रहा। भाजपा नेताओं की उपस्थिति और संबोधन इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड से सांसद माननीय अजय भट्ट जी उपस्थित रहे। उनके साथ मंच पर *भाजपा जिला अध्यक्ष माननीय मनोज पाल , पूर्व शिक्षा मंत्री माननीय अरविंद पांडे , और वरिष्ठ भाजपा नेता माननीय धीरेंद्र चौधरी , पुष्कर सिंह काला जिला प्रभारी काशीपुर भी थे। इन नेताओं ने डॉ. अंबेडकर के योगदान और उनके विचारों पर विस्तार से बात की। सांसद अजय भट्ट ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं थे, बल्कि वे समाज में क्रांतिकारी बदलाव के प्रतीक थे। उन्होंने समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों के लिए हमेशा आवाज उठाई और उनके अधिकारों के लिए संविधान तैयार किया। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में डॉ. अंबेडकर के विचारों को स्कूलों, कॉलेजों और समाजिक मंचों पर प्रचारित किया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ी उनके विचारों को समझे और उनसे प्रेरित हो। भाजपा की योजनाओं पर प्रकाश भाजपा जिला अध्यक्ष माननीय मनोज पाल ने अपने संबोधन में बताया कि भाजपा सरकार ने गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने *उज्ज्वला योजना, **आयुष्मान भारत, **पीएम आवास योजना, और *स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि इन योजनाओं से समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बाबा साहेब की शिक्षाओं को आत्मसात करने का आह्वान किया और समाज में समरसता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। शिक्षा पर विशेष ध्यान पूर्व शिक्षा मंत्री माननीय अरविंद पांडे ने कहा कि शिक्षा ही सशक्तिकरण की कुंजी है। उन्होंने भाजपा सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए गए क्रांतिकारी बदलावों की सराहना की और बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे डॉ. अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज सेवा में भाग लें और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। युवा शक्ति परिवार की सक्रिय भागीदारी कार्यक्रम में नगर पंचायत गढ़ीनेगी से "युवा शक्ति परिवार" के दर्जनों सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे, और उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम में एक ऊर्जा और जोश का संचार किया। युवा शक्ति परिवार के सदस्यों ने बड़े उत्साह के साथ कार्यक्रम में भाग लिया और उनके अनुशासन और सक्रियता ने सभी को प्रभावित किया। युवा शक्ति परिवार के सदस्य डॉ. अंबेडकर के विचारों को साझा करते हुए समाज में समानता और समरसता का संदेश देते रहे। उनके लिए यह केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह एक आंदोलन था जिसमें उन्होंने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास करते हुए यह संकल्प लिया कि वे डॉ. अंबेडकर के आदर्शों के मुताबिक समाज में बदलाव लाएंगे। उन्होंने यह भी तय किया कि वे आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करेंगे ताकि वे समानता, शांति और भाईचारे के सिद्धांतों पर काम करें। युवा शक्ति परिवार ने इस आयोजन के माध्यम से यह साबित किया कि वे समाज सेवा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उनका मानना है कि डॉ. अंबेडकर के विचारों को समाज में लागू करना, समाज के सभी वर्गों के बीच समानता और समरसता बनाए रखना, और युवा शक्ति को सही दिशा में मार्गदर्शन देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। डॉ. भीमराव अंबेडकर इस आयोजन ने काशीपुर के नागरिकों को डॉ. भीमराव अंबेडकर की शिक्षाओं और भाजपा सरकार की उपलब्धियों से रूबरू कराया। युवा शक्ति परिवार की सक्रिय भागीदारी ने यह स्पष्ट किया कि आने वाली पीढ़ी समाज निर्माण की दिशा में गंभीर है और राष्ट्र को सशक्त बनाने के लिए कटिबद्ध है। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि समाज में समानता और समरसता बनाए रखने के लिए डॉ. अंबेडकर के विचारों का अनुसरण आवश्यक है और यह सभी की जिम्मेदारी है कि हम उनके आदर्शों को आगे बढ़ाएं।

काशीपुर के होटल गौतमी में भाजपा द्वारा आयोजित डॉ. अंबेडकर सम्मान अभियान में भाजपा कार्यकर्ताओं और युवा शक्ति परिवार की सक्रिय उपस्थिति

काशीपुर, 25 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा )**होटल गौतमी, काशीपुर में *भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य डॉ. भीमराव अंबेडकर के संघर्षों, विचारों और उनके योगदान को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना था। इसके साथ ही भाजपा की लोककल्याणकारी नीतियों के बारे में जनमानस…

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अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर 23 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — पहलगाम आतंकी हमला ,जम्मू-कश्मीर के शांत और खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम के बाईसरण घास के मैदान में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में 28 पर्यटकों की जान चली गई, जबकि 20 से अधिक गंभीर रूप से घायल हैं। इस हमले ने एक बार फिर कश्मीर घाटी की शांति को गहरी चोट पहुंचाई है। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है। हमला कैसे हुआ? घटना दोपहर के समय उस वक्त हुई जब पर्यटक बाईसरण में घुड़सवारी, पिकनिक और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चार से छह की संख्या में आतंकी सेना की वर्दी पहनकर मौके पर पहुंचे और उन्होंने अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की बौछार से अफरा-तफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कई लोगों ने जान बचाने के लिए पास के जंगलों में शरण ली। मृतक और घायल प्रशासन के मुताबिक, हमले में मारे गए 28 लोगों में 24 भारतीय पर्यटक, 2 स्थानीय निवासी और 2 विदेशी नागरिक शामिल हैं। घायलों को श्रीनगर और अनंतनाग के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कई की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। घायलों में बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और महाराष्ट्र के नागरिक शामिल हैं। आतंकी संगठन का बयान द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने एक ऑनलाइन बयान में हमले की जिम्मेदारी लेते हुए इसे ‘बाहरी बसावट’ के खिलाफ प्रतिरोध की कार्रवाई बताया। TRF ने दावा किया कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में भूमि और संसाधनों पर बाहरी लोगों का अधिकार बढ़ा है और यह हमला उसी का प्रतिरोध था। प्रधानमंत्री ने की आपात बैठक घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में रोक दी और दिल्ली लौटकर आपातकालीन सुरक्षा बैठक की। उन्होंने हमले की कड़ी निंदा की और शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। प्रधानमंत्री ने कहा, "यह हमला भारत की आत्मा पर हमला है, इसका करारा जवाब दिया जाएगा।" गृह मंत्री अमित शाह भी तुरंत श्रीनगर पहुंचे और उच्चस्तरीय सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की। उन्होंने एनआईए, रॉ और आईबी को मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच के आदेश दिए। सुरक्षा बलों का जवाब हमले के बाद पहलगाम और आसपास के इलाकों में सेना, अर्धसैनिक बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। अब तक 100 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। जांच एजेंसियों को आशंका है कि हमलावरों को स्थानीय मदद भी मिली थी। अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और संयुक्त राष्ट्र ने हमले की कड़ी निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि निर्दोष नागरिकों पर हमला मानवता के खिलाफ अपराध है। पर्यटन उद्योग को झटका पहलगाम घाटी का यह हमला वहां के पर्यटन व्यवसाय के लिए एक बड़ा झटका है। कई टूरिस्ट एजेंसियों ने अपनी बुकिंग रद्द कर दी हैं और कई पर्यटक समय से पहले ही लौट रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के हमले कश्मीर की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं और बेरोजगारी को बढ़ाते हैं। जनमानस में गुस्सा हमले के बाद स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने भारी आक्रोश व्यक्त किया है। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और सरकार से आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की जा रही है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “अब बहुत हो गया, हम शांति चाहते हैं, न कि खून खराबा।” पहलगाम हमला पहलगाम हमला केवल एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय त्रासदी है। यह घटना दर्शाती है कि आतंकवाद अब भी कश्मीर की शांति और भारत की संप्रभुता के लिए एक बड़ा खतरा है। ऐसे में समय आ गया है कि देश एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़े, ताकि फिर किसी निर्दोष की जान यूं न जाए।

पहलगाम आतंकी हमला: 28 पर्यटकों की हत्या से दहशत, ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली जिम्मेदारी

अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर 23 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — पहलगाम आतंकी हमला ,जम्मू-कश्मीर के शांत और खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम के बाईसरण घास के मैदान में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में 28 पर्यटकों की जान चली गई, जबकि 20 से अधिक गंभीर रूप से घायल हैं। इस हमले ने एक बार फिर…

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जसपुर, 18 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) उधम सिंह नगर जनपद के जसपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव मेघा वाला में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। नशे में धुत एक युवक ने पहले अपनी मां पर धारदार हथियार से हमला किया और फिर अपनी चाची की गर्दन पर बेरहमी से प्रहार कर निर्मम हत्या कर दी। यही नहीं, आरोपी युवक ने अपने नाबालिग चचेरे भाई पर भी जानलेवा हमला किया। पाठल से किया गया हमला, मां और चचेरा भाई घायल घटना 17 अप्रैल 2025 को शाम करीब 7:30 बजे की है। गांव निवासी सैंकी पुत्र तेजपाल, जो कि काफी समय से नशे की लत का शिकार बताया जा रहा है, घर लौटा और अचानक अपनी मां रेखा देवी पर धारदार हथियार (स्थानीय भाषा में 'पाठल') से हमला कर दिया। रेखा देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं और चीख-पुकार मच गई। हमले के बाद सैंकी यहीं नहीं रुका। वह पास में ही रहने वाले अपने चाचा राजेश कुमार के घर पहुंचा। वहां मौजूद सुनीता देवी (उम्र 30 वर्ष) जो उसकी चाची थीं, पर उसने ताबड़तोड़ वार किए। खासतौर पर गर्दन पर किए गए गहरे प्रहार के कारण सुनीता देवी गंभीर रूप से लहूलुहान हो गईं। उसी समय वहां मौजूद उसका करीब 13 वर्षीय चचेरा भाई हर्षित भी हमले का शिकार हुआ। उस पर भी आरोपी ने पाठल से हमला किया, जिससे वह भी गंभीर रूप से घायल हो गया। गांव में मची अफरा-तफरी, पुलिस को मिली सूचना इस वीभत्स घटना के बाद पूरे गांव मेघा वाला में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई। घटना की सूचना मिलने पर जसपुर कोतवाली पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी युवक फरार हो चुका था। पुलिस ने घायलों को तुरंत काशीपुर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां चाची सुनीता देवी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि रेखा देवी और हर्षित का इलाज अभी जारी है। पुलिस जुटी जांच में, आरोपी की तलाश जारी घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने घटनास्थल से आलाकत्ल (पाठल) को बरामद कर लिया है। सूत्रों के अनुसार, आरोपी सैंकी की मानसिक स्थिति लंबे समय से ठीक नहीं थी और वह नशे के चलते कई बार पारिवारिक विवादों में शामिल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि उसने पहले भी घर में झगड़े किए थे लेकिन इतनी बड़ी घटना की किसी को उम्मीद नहीं थी। पुलिस द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। समाचार लिखे जाने तक आरोपी युवक फरार है। ग्रामीणों में दहशत और आक्रोश, नशे के खिलाफ सख्ती की मांग घटना के बाद गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि सैंकी पिछले कुछ वर्षों से अत्यधिक नशे का सेवन करता था और कई बार उसका व्यवहार हिंसक हो चुका था। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव में नशे की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। गांव की महिलाओं और बुजुर्गों ने पुलिस से आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी और कठोर सजा की मांग की है। मृतका के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल सुनीता देवी, जिनकी निर्मम हत्या हुई, अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी को छोड़ गई हैं। घटना के बाद मृतका के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। उनका कहना है कि अगर समय रहते सैंकी के नशे की लत को गंभीरता से लिया गया होता तो शायद यह दिन न देखना पड़ता। मृतका का अंतिम संस्कार पुलिस कार्रवाई के बाद किया जाएगा। वहीं, घायलों की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है। समापन: एक बार फिर उठे नशे पर सवाल यह पूरी घटना एक बार फिर नशे की बढ़ती समस्या की तरफ ध्यान खींचती है। जिस तरह से एक युवक ने नशे में आकर अपने ही परिवार पर कहर बरपाया, उससे यह स्पष्ट है कि गांवों और कस्बों में नशे की रोकथाम के लिए पुलिस और प्रशासन को अधिक सक्रिय होना होगा। समय बोल रहा इस दर्दनाक घटना की निंदा करता है और प्रशासन से मांग करता है कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा दी जाए।

जसपुर: नशे में धुत युवक ने चाची की बेरहमी से की हत्या, गांव मेघा वाला में मचा हड़कंप

जसपुर, 18 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)उधम सिंह नगर जनपद के जसपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव मेघा वाला में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। नशे में धुत एक युवक ने पहले अपनी मां पर धारदार हथियार से हमला किया और फिर अपनी चाची की गर्दन पर बेरहमी से…

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गढ़ीनेगी 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) आज 14 अप्रैल 2025 को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के पावन अवसर पर गढ़ीनेगी गांव स्थित अंबेडकर पार्क में युवा शक्ति परिवार द्वारा एक भव्य, ऐतिहासिक और भावनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े आयोजनों में से एक था, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया और डॉ. अंबेडकर के विचारों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह अंबेडकर पार्क से एक विशाल शोभायात्रा के रूप में हुई, जो नवलपुर से प्रारंभ होकर पूरे क्षेत्र में भ्रमण करते हुए पुनः अंबेडकर पार्क में समाप्त हुई। इस शोभायात्रा में स्थानीय लोगों, युवाओं, बुजुर्गों, अंबेडकरवादी संगठनों और महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यात्रा के दौरान देशभक्ति गीतों और डॉ. अंबेडकर के जीवन से जुड़ी झांकियों ने माहौल को जीवंत कर दिया। युवा शक्ति का आदर्श: सम्मान बुजुर्गों का, संघर्ष युवाओं का युवा शक्ति परिवार, जो "सम्मान बुजुर्गों का, संघर्ष युवाओं का" के नारे को आत्मसात करते हुए कार्य करता है, ने इस अवसर पर एक और सराहनीय पहल की। उन्होंने क्षेत्र के बुजुर्गों का सम्मान अंबेडकर की प्रतिमा भेंट करके किया और युवाओं को संविधान, शिक्षा और सामाजिक समरसता के महत्व से अवगत कराया। युवा शक्ति द्वारा यह कार्यक्रम केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि एक सामाजिक समरसता और विचार जागरण का आंदोलन था। पूरे आयोजन में युवाओं की भूमिका अग्रणी रही और उन्होंने हर पहलू को बखूबी संभाला — मंच संचालन, जलपान, आतिथ्य, सुरक्षा और व्यवस्था तक की पूरी जिम्मेदारी युवा शक्ति परिवार ने निभाई। डॉ. अंबेडकर की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन, संघर्ष, संविधान निर्माण में उनके योगदान और समाज के वंचित तबकों को अधिकार दिलाने के लिए उनके द्वारा किए गए अथक प्रयासों पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि डॉ. अंबेडकर केवल एक व्यक्ति नहीं थे, वे एक विचारधारा हैं, जो आज भी हर भारतवासी को समानता, शिक्षा और अधिकारों के लिए प्रेरित करती है। डॉ. अंबेडकर ट्रस्ट के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर जोशी का स्वागत कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे डॉ. भीमराव अंबेडकर ट्रस्ट, के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर जोशी, जिन्हें युवा शक्ति परिवार ने विशेष सम्मान प्रदान किया। जोशी ने अपने संबोधन में कहा, "गढ़ीनेगी जैसे ग्रामीण क्षेत्र में इतनी बड़ी संख्या में युवाओं का एकत्र होना और अंबेडकर के विचारों को प्रचारित करना एक ऐतिहासिक क्षण है। युवा शक्ति जैसा संगठन अगर देशभर में फैल जाए तो सामाजिक क्रांति निश्चित है।" भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोज पाल भी हुए शामिल कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज पाल भी मौजूद रहे। उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा, "डॉ. अंबेडकर ने हमें संविधान दिया, जो आज भी लोकतंत्र की नींव है। युवा शक्ति परिवार ने जिस अनुशासन और श्रद्धा के साथ यह आयोजन किया है, वह सराहनीय है। समाज में ऐसी ऊर्जा और नेतृत्व की आज सबसे अधिक जरूरत है।" भव्य भंडारा: 7000 से अधिक लोगों को कराया भोजन कार्यक्रम के अंत में युवा शक्ति परि

युवा शक्ति परिवार ने अंबेडकर जयंती पर किया ऐतिहासिक कार्यक्रम, गढ़ीनेगी में हजारों की उपस्थिति में निकली शोभायात्रा और भंडारे का आयोजन

गढ़ीनेगी 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) आज 14 अप्रैल 2025 को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के पावन अवसर पर गढ़ीनेगी गांव स्थित अंबेडकर पार्क में युवा शक्ति परिवार द्वारा एक भव्य, ऐतिहासिक और भावनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े आयोजनों में से एक था,…

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हल्द्वानी, 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)— उत्तराखंड की धामी सरकार ने अवैध मदरसे सील मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए हल्द्वानी में एक बड़ा अभियान चलाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीमों ने बिना अनुमति और मान्यता के संचालित हो रहे कई मदरसों पर छापा मारा और उन्हें तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। बिना मान्यता चल रहे मदरसे सील अपर जिलाधिकारी विवेक राय ने बताया कि जिन मदरसों को सील किया गया है, उनमें से अधिकांश के पास शिक्षा विभाग की अनुमति नहीं थी। न ही उन्होंने राज्य सरकार के किसी नियम का पालन किया था। ये मदरसे अवैध रूप से शिक्षण कार्य चला रहे थे, जिनकी न तो कोई निगरानी थी और न ही कोई पंजीकरण। यह कार्रवाई शिक्षा अधिनियम 2009 और उत्तराखंड राज्य के मानकों के उल्लंघन के तहत की गई है। शिक्षा विभाग की गहन जांच के बाद कार्रवाई शिक्षा विभाग ने पहले ही इन मदरसों की जांच शुरू कर दी थी। सर्वे के दौरान यह पाया गया कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा, इन्द्रानगर, लाइन नंबर इलाकों में दर्जनों ऐसे मदरसे संचालित हो रहे थे जिनका कोई वैध अस्तित्व नहीं था। बच्चों की संख्या, शिक्षकों की योग्यता और पाठ्यक्रम की गुणवत्ता जैसी बुनियादी चीजों की कोई जानकारी प्रशासन के पास नहीं थी। मुख्यमंत्री ने दिए थे स्पष्ट निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ शब्दों में कहा था कि प्रदेश में अवैध शिक्षण संस्थानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धर्म, संप्रदाय या राजनीतिक विचारधारा से परे, जो भी संस्था बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करेगी, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि पूरे राज्य में चल रहे ऐसे सभी अवैध संस्थानों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। सुरक्षा के कड़े इंतजाम इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह कमर कस ली थी। भारी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और खुफिया एजेंसियों को तैनात किया गया था। ड्रोन कैमरों की मदद से पूरे इलाके की निगरानी की गई। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम भी अलर्ट पर थी। स्थानीय लोगों से की गई अपील प्रशासन की ओर से स्थानीय लोगों से अपील की गई कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि यह कार्रवाई केवल अवैध शिक्षण संस्थानों के खिलाफ की जा रही है, इसका किसी भी धार्मिक भावना से कोई संबंध नहीं है। बच्चों की पढ़ाई पर नहीं पड़ेगा असर जिला शिक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि इन मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को मान्यता प्राप्त अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो। प्रशासन उन सभी बच्चों का विवरण एकत्र कर रहा है ताकि उन्हें यथाशीघ्र उचित विकल्प मिल सके। आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई अधिकारियों ने बताया कि यह सिर्फ शुरुआत है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले हफ्तों में एक व्यापक अभियान चलाकर सभी अवैध शिक्षण संस्थानों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। 12 अवैध मदरसों को सील अब तक की कार्रवाई में हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में कुल 12 अवैध मदरसों को सील किया जा चुका है। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने इन मदरसों की जांच के बाद यह कदम उठाया। बताया गया है कि आगे भी ऐसे अन्य मदरसों की जांच जारी रहेगी और अवैध संचालन पर कड़ी कार्रवाई होगी।  

हल्द्वानी में धामी सरकार का बड़ा एक्शन, कई अवैध मदरसे सील, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

हल्द्वानी, 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)— उत्तराखंड की धामी सरकार ने अवैध मदरसे सील मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए हल्द्वानी में एक बड़ा अभियान चलाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीमों ने बिना अनुमति और मान्यता के संचालित हो…

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काशीपुर में भगवान महावीर जयंती पर भव्य आयोजन, शोभायात्रा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से गूंजा शहर

काशीपुर, 10 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा):काशीपुर के बाबा रिसोर्ट, मानपुर रोड पर भगवान महावीर जयंती के उपलक्ष्य में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जैन धर्म के मूल सिद्धांतों और भगवान महावीर के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाना रहा। इस मौके पर विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, धार्मिक प्रवचनों और शोभायात्रा के…

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बाजपुर, 4 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)। भारतीय जनता पार्टी द्वारा आगामी स्थापना दिवस (6 अप्रैल से 12 अप्रैल) और 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारी को लेकर बाजपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में संपन्न हुई, जिसमें काशीपुर जिले के भाजपा पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज पाल ने की, जबकि कार्यक्रम में मुख्य मार्गदर्शन भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश प्रभारी श्री दुष्यंत कुमार गौतम का प्राप्त हुआ। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि "स्थापना दिवस और अंबेडकर जयंती भाजपा के वैचारिक मूल्यों और सामाजिक समरसता को सशक्त करने के महत्वपूर्ण अवसर हैं। सभी कार्यकर्ता इन आयोजनों को जनजागरण का माध्यम बनाएं।" प्रमुख जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति बैठक में काशीपुर और गदरपुर क्षेत्र के अनेक वरिष्ठ भाजपा नेता और पदाधिकारी उपस्थित रहे। इनमें जिला प्रभारी पुष्कर काला, गदरपुर विधायक अरविंद पांडेय, काशीपुर महापौर दीपक बाली, राज्य मंत्री बलराज पासी, पूर्व विधायक डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल, प्रदेश मंत्री गुरविंदर सिंह चंडोक, राजेश कुमार, सुखदेव सिंह नामधारी, गुरताज भुल्लर, अर्जुन कश्यप, राजीव सैनी, जसवीर सिंह सैनी, रवि साहनी, कार्यक्रम के जिला संयोजक सुदेश चौहान, मोहन सिंह बिष्ट आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे। कार्यक्रमों की रूपरेखा बैठक में तय किया गया कि भाजपा स्थापना दिवस सप्ताह के दौरान विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक एवं सेवा कार्य आयोजित किए जाएंगे, जिनमें— रक्तदान शिविर स्वच्छता अभियान जनसम्पर्क एवं जनसंवाद कार्यक्रम मंडल स्तर पर विचार गोष्ठियाँ डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों पर संगोष्ठियाँ को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, 14 अप्रैल को बाबा साहब की जयंती पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें वंचित समाज के बीच जन-जागरूकता बढ़ाने का लक्ष्य होगा। सामाजिक समरसता और सेवा पर विशेष बल प्रदेश प्रभारी श्री दुष्यंत कुमार गौतम ने अपने संबोधन में सामाजिक समरसता को भाजपा की मूल आत्मा बताया और कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का जीवन हमें संविधान, समानता और समाज सेवा की प्रेरणा देता है। भाजपा कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वे उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाएं और उनके बताए मार्ग पर चलें। समापन और संकल्प बैठक के अंत में कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि भाजपा के स्थापना दिवस और अंबेडकर जयंती पर आयोजित सभी कार्यक्रम अनुशासित, प्रेरक और समाज को जोड़ने वाले होंगे। सभी आयो

बाजपुर में भाजपा स्थापना दिवस और अंबेडकर जयंती के कार्यक्रमों को लेकर हुई बैठक

दुष्यंत कुमार गौतम ने बैठक में किया मार्गदर्शन, कार्यक्रमों की रूपरेखा पर हुई चर्चा बाजपुर, 4 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)।डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती भारतीय जनता पार्टी द्वारा आगामी स्थापना दिवस (6 अप्रैल से 12 अप्रैल) और 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारी को लेकर…

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