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काशीपुर, 13 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को काशीपुर के रामलीला मैदान पहुंचे, जहां उन्होंने दिव्य ज्योति संस्थान द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन दिव्य कथा का श्रवण किया। इस अवसर पर उन्होंने कथा वाचक साध्वी कालिंदी भारती का सम्मान किया और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। श्रीमद् भागवत कथा में सीएम धामी का संबोधन मुख्यमंत्री धामी ने कथा के दौरान श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि भागवत कथा का श्रवण करना केवल आध्यात्मिक शांति ही नहीं देता, बल्कि हमें अपने जीवन में सकारात्मकता और नैतिकता की प्रेरणा भी देता है। उन्होंने कहा कि संतों और भक्तों का सानिध्य एवं हरि कथा दुर्लभ होते हैं, और जो व्यक्ति इनका लाभ लेता है, वह निश्चित रूप से सौभाग्यशाली होता है। उन्होंने आशुतोष महाराज जी को नमन करते हुए कहा कि उनके ज्ञानामृत से हम सब कृतार्थ हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति को बचाने और लोगों को धर्म से जोड़ने में संतों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मुख्यमंत्री ने स्वामी उमेशानंद जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह स्वयं को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें पूज्य संतों का आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है। काशीपुर को बताया ऐतिहासिक और आध्यात्मिक भूमि मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि काशीपुर की भूमि न केवल ऐतिहासिक बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि पुरातत्व विभाग ने भी अपने सर्वेक्षण में काशीपुर को ऐतिहासिक महत्व की भूमि माना है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देवभूमि के संरक्षण और विकास के लिए सतत प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में ऐतिहासिक विकास कार्य किए गए हैं और मानसखंड माला योजना के तहत काशीपुर के माँ बालसुंदरी मंदिर को भी शामिल किया गया है। इस योजना के तहत राज्यभर के प्रमुख मंदिरों को जोड़ा जा रहा है और उनके सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। ड्रेमोग्राफी, लैंड जिहाद और अतिक्रमण पर सरकार का सख्त रुख मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार उत्तराखंड के मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि लैंड जिहाद और अतिक्रमण जैसी समस्याओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यूसीसी (समान नागरिक संहिता) लागू करने को एक ऐतिहासिक निर्णय बताया और कहा कि यह कानून राज्य में समानता और न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार "विकल्प रहित संकल्प" की नीति के तहत पूर्ण दृढ़ता से कार्य कर रही है और हर वर्ग को न्याय दिलाने के लिए समर्पित है। धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का संकल्प मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि राज्यभर के धार्मिक स्थलों को संरक्षित कर आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को भी आर्थिक लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को अध्यात्म और पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से धार्मिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर भाग लेने और अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने की अपील की। सीएम धामी ने संतों और श्रद्धालुओं का किया धन्यवाद मुख्यमंत्री ने अंत में सभी संतों और श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन से राज्य निरंतर प्रगति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि उत्तराखंड को एक समृद्ध, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त राज्य बनाया जाए। कार्यक्रम में शामिल गणमान्य लोग इस धार्मिक कार्यक्रम में काशीपुर विधायक शिव अरोरा, मेयर दीपक बाली, दर्जा मंत्री सुरेश भट्ट, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, एएसपी डॉ. उत्तम सिंह नेगी, नगर आयुक्त विवेक राय, सीओ आरडी मठपाल, उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह और चतर सिंह चौहान समेत अनेक गणमान्य लोग और श्रद्धालु उपस्थित थे।

काशीपुर में सीएम धामी ने सुनी श्रीमद् भागवत कथा, कहा- “धार्मिक और आध्यात्मिक धरोहर को संरक्षित करना हमारा संकल्प”

काशीपुर, 13 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को काशीपुर के रामलीला मैदान पहुंचे, जहां उन्होंने दिव्य ज्योति संस्थान द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन दिव्य कथा का श्रवण किया। इस अवसर पर उन्होंने कथा वाचक साध्वी कालिंदी भारती का सम्मान किया और दीप प्रज्वलित कर…

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विपक्ष तुष्टिकरण के लिए देशविरोधी कानून में संशोधन का विरोध कर रहा: भाजपा देहरादून, 13 फरवरी (समय बोल रहा) – भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने संसद में वक्फ बोर्ड पर पेश संयुक्त संसदीय समिति (JPC) रिपोर्ट का स्वागत किया है और विपक्षी दलों के हंगामे को लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया है। उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा कि विपक्ष वर्ग विशेष के तुष्टिकरण की राजनीति के तहत देश विरोधी वक्फ कानून में संशोधन का विरोध कर रहा है, जिससे उनके राजनीतिक हितों की रक्षा हो सके। विपक्ष की मंशा देश विरोधी ताकतों को मजबूत करना महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने अपनी सरकारों के दौरान संविधान की भावना के खिलाफ जाकर वक्फ बोर्ड और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जैसे विभाजनकारी कानून बनाए। कांग्रेस सरकारों ने वक्फ कानून को इतना ताकतवर बना दिया कि यह भू-संपदा पर असीम अधिकार रखने वाली संस्था बन गया। परिणामस्वरूप, देशभर में लाखों एकड़ जमीन वक्फ बोर्ड के नियंत्रण में आ गई, जिससे भूमि विवाद और अवैध कब्जों को बढ़ावा मिला। अब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार इस कानून में संशोधन करने के लिए वक्फ बोर्ड संशोधन बिल लेकर आई, तो विपक्ष ने संसद में हंगामा खड़ा कर दिया और जेपीसी जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार ने संवैधानिक प्रक्रिया अपनाते हुए इस मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का गठन किया, ताकि सभी पक्षों को सुना जा सके। लेकिन विपक्षी सांसदों ने इस समिति की बैठकों में भी बार-बार अव्यवस्था फैलाई और कई बार तो हिंसक झड़पों तक की नौबत आ गई। जेपीसी रिपोर्ट पर भी विपक्ष का हंगामा, सच्चाई से भाग रहे हैं नेता महेंद्र भट्ट ने कहा कि छह महीने की लंबी चर्चा और सभी पक्षों को सुनने के बाद जेपीसी रिपोर्ट संसद में पेश की गई, लेकिन विपक्ष ने इसे भी हंगामा और बहिष्कार का मुद्दा बना दिया। उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस और अन्य दलों का उद्देश्य केवल राजनीति करना है, ना कि किसी ठोस मुद्दे पर बहस करना। संसदीय कार्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि रिपोर्ट से कोई भी तथ्य हटाया नहीं गया, इसके बावजूद विपक्ष झूठे आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। विपक्षी दलों का यह गैर-जिम्मेदाराना रवैया लोकतंत्र के लिए खतरा है और इस तरह की राजनीति केवल जनता को भ्रमित करने और देश को कमजोर करने के लिए की जा रही है। देश विरोधी ताकतों के समर्थन में खड़ा है विपक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि विपक्षी दलों का यह रुख देशविरोधी तत्वों को बढ़ावा देने जैसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों का रवैया दर्शाता है कि वे भारत विरोधी ताकतों को मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के बड़े नेता सदन के बाहर भारत को कमजोर करने की बातें करते हैं, लेकिन सदन के भीतर उनके सांसद संशोधन का विरोध कर देश विरोधी शक्तियों के समर्थन में खड़े हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार संविधान के अनुरूप न्यायपूर्ण बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि विपक्ष केवल तुष्टिकरण की राजनीति कर रहा है। तुष्टिकरण की राजनीति से देश को नुकसान महेंद्र भट्ट ने कहा कि विपक्ष तुष्टिकरण की राजनीति में इतना अंधा हो गया है कि वह संविधान के खिलाफ जाकर देश के संसाधनों और भूमि पर एकतरफा कब्जे का समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इस कानून में बदलाव कर सभी धर्मों के लोगों को समान अधिकार देने और पारदर्शिता लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के दुरुपयोग को रोकने और सभी समुदायों के हितों की रक्षा करने के लिए संशोधन जरूरी है। जेपीसी रिपोर्ट पेश होने के बाद क्या होगा? रिपोर्ट पर संसद में विस्तृत चर्चा होगी। संशोधन विधेयक को पारित किया जाएगा, जिससे वक्फ कानून में बदलाव लागू होगा। भूमि विवाद और अतिक्रमण को रोकने के लिए सख्त नियम बनाए जाएंगे। सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए नए प्रावधान लागू किए जाएंगे।

वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर जेपीसी रिपोर्ट का स्वागत, विपक्ष का हंगामा दुर्भाग्यपूर्ण: महेंद्र भट्ट

विपक्ष तुष्टिकरण के लिए देशविरोधी कानून में संशोधन का विरोध कर रहा: भाजपा देहरादून, 13 फरवरी (समय बोल रहा) – भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने संसद में वक्फ बोर्ड पर पेश संयुक्त संसदीय समिति (JPC) रिपोर्ट का स्वागत किया है और विपक्षी दलों के हंगामे को लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया है। उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष…

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उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत देहरादून, 09 जून, 2025 (समय बोल रहा ) उत्तराखंड की त्रिस्तरीय पंचायतों (हरिद्वार को छोड़कर) में एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव आया है। पूर्व में नियुक्त प्रशासकों का कार्यकाल समाप्त होने और जुलाई में प्रस्तावित चुनावों में देरी के कारण, राज्य सरकार ने पंचायतों के सुचारू संचालन के लिए नए प्रशासकों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है। अब जिला पंचायतों की कमान जिलाधिकारी/जिला मजिस्ट्रेट संभालेंगे, क्षेत्र पंचायतों का जिम्मा उपजिलाधिकारी देखेंगे, और ग्राम पंचायतों में सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) प्रशासक होंगे। यह निर्णय तब लिया गया है जब वर्ष 2019 में गठित पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और नए चुनाव अभी संभव नहीं हो सके हैं। इस बदलाव का सीधा असर प्रदेश की लाखों ग्रामीण जनता पर पड़ेगा। कार्यकाल समाप्ति और चुनाव में देरी: क्यों पड़ी प्रशासकों की जरूरत? उत्तराखंड पंचायतीराज अधिनियम-2016 की धारा-130 (6) के तहत, वर्ष 2019 में गठित प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायतों (जनपद हरिद्वार को छोड़कर) का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। इन पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद, शासन ने पूर्व में अधिसूचना संख्या-256316/XII(1)/2024-86(15)/2013/ई-68985 दिनांक 26.11.2024 और अन्य संबंधित अधिसूचनाओं के माध्यम से ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों और जिला पंचायतों के लिए प्रशासकों की नियुक्ति का अधिकार संबंधित जिलाधिकारियों को दिया था। ये प्रशासक कार्यकाल समाप्ति की तिथि से छह महीने तक या नई पंचायतों के गठन तक, जो भी पहले हो, के लिए नियुक्त किए गए थे। हालांकि, इन नियुक्त प्रशासकों का कार्यकाल भी अब समाप्त हो चुका है। ग्राम पंचायतों में 27 मई 2025 को, क्षेत्र पंचायतों में 29 मई 2025 को, और जिला पंचायतों में 01 जून 2025 को कार्यकाल समाप्त हो गया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि "अति अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण" त्रिस्तरीय पंचायतों का सामान्य निर्वाचन, प्रशासकों के कार्यकाल समाप्ति की तिथि से पूर्व कराया जाना साध्य नहीं हो सका है। इसी अप्रत्याशित देरी के कारण, अब नई अंतरिम व्यवस्था लागू की गई है। नई प्रशासकीय व्यवस्था: कौन संभालेगा किसकी कमान? वर्तमान की "अपरिहार्य परिस्थिति" को देखते हुए, प्रदेश में जुलाई 2025 में प्रस्तावित आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (हरिद्वार को छोड़कर) प्रक्रिया संपन्न होने तक या नवीन पंचायतों के गठन तक, अथवा 31 जुलाई 2025 (जो भी पहले हो) तक, कार्यहित, जनहित और पंचायतों की प्रशासनिक व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए नए अधिकारियों को प्रशासक के रूप में अधिकृत किया गया है। यह निर्णय प्रमोद कुमार बिजलवान, समीक्षा अधिकारी, पंचायती राज विभाग द्वारा 09/06/2025 को जारी अधिसूचना (संख्या: 305002 जैनराज बिंदु-1 /XII(1)/2025/86(15)/2013/ई-68985) में विस्तृत रूप से बताया गया है। नई व्यवस्था के तहत, निम्नवत् अधिकारियों को प्रशासक की जिम्मेदारी सौंपी गई है: जिला पंचायतों में: संबंधित जिलाधिकारी / जिला मजिस्ट्रेट को जिला पंचायतों का प्रशासक नियुक्त किया गया है। यह दिखाता है कि जिला स्तर पर शासन ने सबसे उच्च अधिकारी पर भरोसा जताया है ताकि विकास कार्य और प्रशासनिक व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे। क्षेत्र पंचायतों में: संबंधित उपजिलाधिकारी (अपनी क्षेत्राधिकारिता में) क्षेत्र पंचायतों का कार्यभार संभालेंगे। उपजिलाधिकारी की नियुक्ति से ब्लॉक स्तर पर प्रभावी निगरानी और निर्णय लेने की क्षमता बनी रहेगी। ग्राम पंचायतों में: संबंधित विकासखंड में तैनात सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) को ग्राम पंचायतों का प्रशासक नियुक्त किया गया है। यह पद ग्रामीण स्तर पर सीधे जनता से जुड़ा होता है और योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह व्यवस्था सुनिश्चित करेगी कि चुनावी प्रक्रिया पूरी होने और नई निर्वाचित पंचायतों के गठन तक ग्रामीण विकास कार्य और जन सेवाएं बाधित न हों। पुरानी शर्तों का यथावत् रहना और आगे की राह अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायतों (हरिद्वार को छोड़कर) में प्रशासक नियुक्त किए जाने संबंधी प्रस्तर-1 में उल्लिखित पूर्व निर्गत अधिसूचनाओं में निहित शेष शर्ते यथावत रहेंगी। इसका अर्थ है कि प्रशासकों के अधिकार और जिम्मेदारियां पूर्व में निर्धारित नियमों के अनुरूप ही होंगी। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज व्यवस्था के सुचारू संचालन की आवश्यकता है। हरिद्वार जिले को इस व्यवस्था से बाहर रखा गया है, संभवतः वहां की चुनावी या प्रशासनिक स्थिति अलग होने के कारण। अब सभी की निगाहें जुलाई 2025 में होने वाले प्रस्तावित पंचायत चुनावों पर टिकी हैं, जो नई निर्वाचित पंचायतों को सत्ता में लाएंगे और ग्रामीण स्तर पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को फिर से स्थापित करेंगे। इस बीच, नए प्रशासक जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने और विकास कार्यों को गति देने की चुनौती का सामना करेंगे।

उत्तराखंड पंचायत चुनाव 2025: 12 जिलों में 16 मार्च के बाद जारी हो सकती है अधिसूचना

देहरादून ,फरवरी 2025 ,(समय बोल रहा) उत्तराखंड में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। राज्य के 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना 16 मार्च के बाद जारी होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार और पंचायतीराज निदेशालय चुनावी प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।…

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रुद्रपुर: पुलभट्टा में युवक की हत्या का खुलासा, तीन दोस्तों ने ही उतारा मौत के घाट रुद्रपुर, 12 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के पुलभट्टा थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस हत्या के पीछे उसी के तीन दोस्तों का हाथ निकला, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि मृतक और आरोपी नशे के आदि थे और नशे के लिए चोरी व झपटमारी किया करते थे। पैसों के विवाद के चलते दोस्तों ने मिलकर युवक की हत्या कर शव को गांव के खंडहर में छिपा दिया था। गुमशुदगी से हत्या का खुलासा उधम सिंह नगर एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने जानकारी दी कि गुड्डी नामक महिला ने पुलिस में तहरीर दी थी कि उसका पति बंटी गोस्वामी (निवासी सतुईया, थाना पुलभट्टा) 9 फरवरी को अपने दोस्तों के साथ गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। जब परिजनों ने उसके दोस्तों से पूछताछ की तो उन्होंने टालमटोल करना शुरू कर दिया। इसके बाद 11 फरवरी को पुलिस ने बंटी की गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू की और तीनों दोस्तों – विशाल उर्फ वियेश, विपिन और सूरज को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पैसों के विवाद में की हत्या कड़ी पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बंटी की हत्या की बात कबूल ली। उन्होंने बताया कि वे सभी नशे के लिए चोरी और झपटमारी किया करते थे। कुछ दिन पहले उन्होंने एक गाड़ी से चावल का कट्टा चुराया था, जिसे बेचकर ₹2500 मिले थे। लेकिन जब उन्होंने बंटी से हिस्सा मांगा, तो वह दादागिरी दिखाने लगा। पहले भी उसने कई बार ऐसा किया था, जिससे तीनों नाराज थे। खंडहर में ले जाकर मौत के घाट उतारा 9 फरवरी को तीनों आरोपियों ने नशे के बहाने बंटी को गांव के खंडहर में बुलाया। वहां सभी ने स्मैक और शराब पी, जिसके बाद जब बंटी से पैसे मांगे गए, तो उसने देने से इनकार कर दिया। इस पर तीनों दोस्तों ने पहले से लाए धारदार हथियार (पाठल) से बंटी पर ताबड़तोड़ हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद उन्होंने उसका मोबाइल फोन निकाल लिया और हत्या के हथियार को फेंक दिया। शव बरामद, सबूतों के साथ आरोपी गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 12 फरवरी को खंडहर से बंटी का शव बरामद कर लिया। साथ ही, उनके पास से मृतक का मोबाइल फोन और हत्या में इस्तेमाल धारदार हथियार भी बरामद किया गया। पुलिस की कड़ी कार्रवाई पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। 👉 समय बोल रहा की रिपोर्ट

रुद्रपुर: पुलभट्टा में युवक की हत्या का खुलासा, तीन दोस्तों ने ही उतारा मौत के घाट

रुद्रपुर: पुलभट्टा में युवक की हत्या का खुलासा, तीन दोस्तों ने ही उतारा मौत के घाट रुद्रपुर, 12 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के पुलभट्टा थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस हत्या के पीछे उसी के तीन दोस्तों का हाथ…

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काशीपुर, 12 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल यानी 13 फरवरी 2025 को काशीपुर के दौरे पर आ रहे हैं। उनके इस दौरे के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें विकास कार्यों की समीक्षा और 38वें राष्ट्रीय खेलों-2025 के समापन समारोह की तैयारियों का निरीक्षण शामिल है। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम इस प्रकार रहेगा: 📍 सुबह 11:00 बजे: मुख्यमंत्री देहरादून के सहस्रधारा हेलीपैड से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान करेंगे। 📍 12:00 बजे: वह काठगोदाम के गोलापार स्टेडियम हेलीपैड पहुंचेंगे। 📍 12:00 - 14:30 बजे: राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह की तैयारियों का निरीक्षण और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संभावित दौरे की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। 📍 14:40 बजे: हेलीकॉप्टर द्वारा काठगोदाम से काशीपुर के लिए रवाना होंगे। 📍 14:55 बजे: काशीपुर के स्टेडियम हेलीपैड पर आगमन होगा। 📍 15:05 बजे: कार द्वारा स्टेडियम हेलीपैड से प्रस्थान कर रामलीला मैदान, काशीपुर पहुंचेंगे। 📍 15:10 - 15:45 बजे: रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। 📍 15:50 बजे: रामलीला मैदान से कार द्वारा प्रस्थान कर स्टेडियम हेलीपैड काशीपुर पहुंचेंगे। 📍 15:55 बजे: हेलीकॉप्टर द्वारा काशीपुर से प्रस्थान करेंगे। विकास कार्यों पर रहेगा जोर मुख्यमंत्री धामी के इस दौरे को काशीपुर और ऊधमसिंहनगर के विकास कार्यों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस दौरान वह विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करेंगे और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों का निरीक्षण 38वें राष्ट्रीय खेल-2025 के समापन समारोह की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री धामी समीक्षा करेंगे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के संभावित दौरे को लेकर भी तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। जनता से संवाद और प्रशासनिक बैठकें रामलीला मैदान में होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर सकते हैं। साथ ही, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले के विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का काशीपुर दौरा कल, विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे

काशीपुर, 12 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल यानी 13 फरवरी 2025 को काशीपुर के दौरे पर आ रहे हैं। उनके इस दौरे के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें विकास कार्यों की समीक्षा और 38वें राष्ट्रीय खेलों-2025 के समापन समारोह की तैयारियों का निरीक्षण शामिल…

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देहरादून, 9 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संगठन पर्व की प्रदेश कार्यशाला में पार्टी को और अधिक सशक्त बनाने का संकल्प लिया गया। कार्यशाला में केंद्रीय पर्यवेक्षक राजकुमार चाहर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत पार्टी के शीर्ष नेता मौजूद रहे। बैठक में 2027 विधानसभा चुनाव और अन्य सभी चुनावों में जीत के लिए मजबूत संगठन तैयार करने का निर्णय लिया गया। अनुशासनहीनों को नहीं मिलेगा पार्टी में स्थान बैठक में स्पष्ट किया गया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त या अनुशासनहीनता करने वालों को भाजपा में कोई पद नहीं दिया जाएगा। संगठन को अनुशासित और समर्पित कार्यकर्ताओं से मजबूत किया जाएगा, ताकि पार्टी हर स्तर पर मजबूती से आगे बढ़े। कार्यशाला में वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी कार्यशाला का आयोजन रेसकोर्स, देहरादून के एक निजी प्रतिष्ठान में किया गया, जिसमें दो सत्रों के दौरान भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने भाग लिया। इनमें शामिल प्रमुख नेता: राष्ट्रीय सह चुनाव प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद नरेश बंसल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार प्रदेश चुनाव अधिकारी खजान दास प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, खेलेंद्र चौधरी, राजेंद्र बिष्ट प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, मुकेश कोली प्रदेश मंत्री आदित्य चौहान, मीरा रतूड़ी प्रदेश कार्यालय सचिव कस्तूभानंद जोशी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, पुष्कर काला, विनोद सुयाल, दीप्ति रावत देहरादून महापौर सौरभ थपलियाल 2027 विधानसभा चुनाव की रणनीति मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि संगठन पर्व के इस चरण में मंडल और जिला अध्यक्षों का चयन किया जाना है, जिनके नेतृत्व में पार्टी आगामी 2027 विधानसभा चुनाव समेत अन्य सभी चुनावों में जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार के प्रयासों से उत्तराखंड तेजी से विकास कर रहा है और इसका फायदा पार्टी को चुनावों में मिल रहा है। भाजपा का लक्ष्य: अनुशासित और समर्पित कार्यकर्ताओं की टीम कार्यशाला में लोकसभा सांसद एवं किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने संगठन चुनाव को लेकर शीर्ष नेतृत्व के दिशा-निर्देश साझा किए। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में 15 लाख के लक्ष्य के मुकाबले 21 लाख प्राथमिक सदस्य बनाए गए हैं और सक्रिय कार्यकर्ताओं की संख्या भी लक्ष्य से अधिक हो चुकी है। महिला भागीदारी को मिलेगी प्राथमिकता चाहर ने कहा कि आने वाले समय में राजनीति में महिलाओं की भागीदारी और बढ़ेगी, इसलिए संगठन निर्माण में मातृशक्ति की भूमिका को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने 20 फरवरी तक मंडल अध्यक्षों और 28 फरवरी तक सभी जिलों में अध्यक्षों के चयन की जानकारी भी साझा की। मुख्यमंत्री धामी की तारीफ राजकुमार चाहर ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके ऐतिहासिक और साहसिक फैसलों की पूरे देश में चर्चा हो रही है। उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC) लागू करने के फैसले को ऐतिहासिक बताया और इसे भाजपा की विचारधारा के अनुरूप महत्वपूर्ण कदम कहा। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का बयान प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि अब समय आ गया है कि मंडल और जिलों में सक्षम, समर्थ और समर्पित कार्यकर्ताओं की टीम का चयन किया जाए, ताकि 2027 में लगातार तीसरी बार भाजपा सरकार उत्तराखंड में बनाई जा सके। उन्होंने अनुशासनहीन कार्यकर्ताओं को किसी भी पद से दूर रखने की सख्त हिदायत दी। भाजपा संगठन पर्व के आगामी कार्यक्रम प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने संगठन पर्व की आगामी योजनाओं पर चर्चा करते हुए बताया कि बूथ इकाइयों की जानकारी शीघ्र सरल ऐप पर अपडेट की जाएगी। सभी जिला चुनाव अधिकारियों को संगठन चुनाव की समीक्षा रिपोर्ट सौंपनी होगी। संगठन चुनाव के तहत सर्वसम्मति से टीम के गठन को प्राथमिकता दी जाएगी। भाजपा का विजन: संगठित और अनुशासित नेतृत्व राष्ट्रीय सह चुनाव प्रभारी नरेश बंसल ने कहा कि भाजपा संगठन की मजबूती के लिए इसकी नींव का मजबूत होना आवश्यक है। बूथ अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष पार्टी की रीढ़ होते हैं, इसलिए इनकी नियुक्ति पूरी सतर्कता और योग्यता के आधार पर की जानी चाहिए। भविष्य की रणनीति और योजनाएं कार्यशाला में प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने आगामी कार्यक्रमों पर जानकारी दी। इन विषयों पर प्रस्तुतीकरण दिया गया: सुरेश गढ़िया – एक राष्ट्र, एक चुनाव कार्यक्रम राजेंद्र बिष्ट – संविधान गौरव अभियान अनिल गोयल – बजट पर चर्चा आदित्य कोठारी – अटल जन्म शताब्दी वर्ष खिलेंद्र चौधरी – सहकारिता चुनाव की गतिविधियां और योजनाएं

भाजपा संगठन पर्व कार्यशाला: मजबूत संगठन निर्माण का संकल्प, अनुशासनहीनों को नहीं मिलेगा पद

देहरादून, 9 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संगठन पर्व की प्रदेश कार्यशाला में पार्टी को और अधिक सशक्त बनाने का संकल्प लिया गया। कार्यशाला में केंद्रीय पर्यवेक्षक राजकुमार चाहर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत पार्टी के शीर्ष नेता मौजूद रहे। बैठक में 2027 विधानसभा चुनाव…

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दिल्ली, 8 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे घोषित दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे घोषित हो चुके हैं, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार जीत दर्ज की है। आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है, जबकि कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। भाजपा को स्पष्ट बहुमत, आप को नुकसान इस बार के चुनाव में भाजपा ने 70 में से 43 सीटों पर कब्जा जमाया, जबकि आप केवल 26 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस के लिए यह चुनाव और भी निराशाजनक साबित हुआ, क्योंकि वह सिर्फ 1 सीट ही जीत सकी। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के विजेता उम्मीदवार आइए जानते हैं प्रमुख सीटों पर किसने जीत हासिल की: नई दिल्ली सीट: विजेता: भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह हराने वाले उम्मीदवार: आप के अरविंद केजरीवाल मार्जिन: भारी अंतर से हार रोहिणी सीट: विजेता: भाजपा के विजेंदर गुप्ता हराने वाले उम्मीदवार: आप के प्रदीप मित्तल ग्रेटर कैलाश सीट: विजेता: भाजपा के शिखा राय हराने वाले उम्मीदवार: आप के सौरभ भारद्वाज दिल्ली कैंट सीट: विजेता: भाजपा उम्मीदवार हराने वाले उम्मीदवार: आप उम्मीदवार दिल्ली में क्यों बदला सत्ता का समीकरण? पिछले चुनावों में लगातार दो बार जीतने वाली आम आदमी पार्टी (आप) इस बार कमजोर साबित हुई। भाजपा ने मतदाताओं को नए मुद्दों, मजबूत संगठन और रणनीतिक प्रचार अभियान से प्रभावित किया। भाजपा की जीत के प्रमुख कारण: मोदी लहर: राष्ट्रीय राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का फायदा भाजपा को मिला। स्थानीय विकास के वादे: भाजपा ने दिल्ली में इंफ्रास्ट्रक्चर, पानी, बिजली और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़े वादे किए। आप सरकार के खिलाफ असंतोष: अरविंद केजरीवाल सरकार की नीतियों से नाराजगी बढ़ रही थी, जिससे वोट शेयर कम हुआ। हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण: इस बार हिंदू मतदाता भाजपा के पक्ष में मजबूती से खड़े रहे। आप की हार के कारण: फ्री योजनाओं की लोकप्रियता में गिरावट: फ्री बिजली-पानी और मोहल्ला क्लिनिक जैसी योजनाओं का प्रभाव पहले जैसा नहीं रहा। भ्रष्टाचार के आरोप: आम आदमी पार्टी के कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोपों का असर पड़ा। केंद्र के साथ टकराव: भाजपा और केंद्र सरकार के साथ लगातार टकराव करने की रणनीति मतदाताओं को रास नहीं आई। कांग्रेस का लगातार गिरता जनाधार

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: भाजपा की ऐतिहासिक जीत, अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका

दिल्ली, 8 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे घोषित दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे घोषित हो चुके हैं, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार जीत दर्ज की है। आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है, जबकि कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। भाजपा को स्पष्ट बहुमत,…

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दिल्ली 6 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ चुके हैं, जिनमें भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। 70 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 36 सीटों की जरूरत होती है। इस बार विभिन्न सर्वेक्षण एजेंसियों के पूर्वानुमान दिलचस्प राजनीतिक परिदृश्य की ओर इशारा कर रहे हैं। भाजपा के पक्ष में मजबूत रुझान कई एग्जिट पोल भाजपा के पक्ष में बड़े संकेत दे रहे हैं। पीपल्स प्लस: 51 से 60 सीटों का अनुमान, जो भाजपा के लिए प्रचंड बहुमत का संकेत है। पोल डायरी: 42 से 50 सीटों तक की संभावना। पी मार्क और जेवीसी पोल्स: भाजपा को क्रमशः 39 से 49 और 39 से 45 सीटें मिलने की संभावना। आप को सत्ता में चुनौती आप के लिए एग्जिट पोल्स में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। वीप्साइट: आप को सबसे अधिक 46 से 52 सीटें मिलने का अनुमान। माइंड ब्रिक्स: 44 से 49 सीटों की संभावना। वहीं कुछ सर्वे, जैसे पोल डायरी और पीपल्स प्लस, आप के प्रदर्शन को बेहद कमजोर बताते हुए 18 से 25 सीटों तक सीमित कर रहे हैं। कांग्रेस के लिए निराशाजनक स्थिति लगभग सभी एग्जिट पोल कांग्रेस के लिए निराशाजनक परिणाम दिखा रहे हैं। अधिकांश सर्वे में पार्टी को 0 से 2 सीटों के बीच समेटा गया है। विश्लेषण और संभावनाएं आठ एग्जिट पोल्स भाजपा की संभावित सत्ता वापसी की ओर संकेत कर रहे हैं। दो सर्वे आम आदमी पार्टी की सरकार बनने की संभावना जता रहे हैं। यदि भाजपा सत्ता में आती है तो यह लगभग 27 वर्षों बाद दिल्ली में उसकी वापसी होगी।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: भाजपा को बढ़त, आम आदमी पार्टी पीछे

दिल्ली, 08 फरवरी 2025 ,(समय बोल रहा ) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के ताजा रुझानों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बहुमत की ओर बढ़ती नजर आ रही है। अब तक 52 सीटों के रुझान सामने आए हैं, जिनमें भाजपा 36 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) 16 सीटों पर…

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काशीपुर नगर निगम बोर्ड का भव्य शपथ ग्रहण समारोह, मेयर दीपक बाली ने संभाली जिम्मेदारी

काशीपुर, 07 फरवरी 2025 (समय बोल रहा)- काशीपुर नगर निगम प्रांगण में नवनिर्वाचित नगर निगम बोर्ड के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने नवनिर्वाचित मेयर दीपक बाली को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके बाद मेयर दीपक बाली ने नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्षदों को भी…

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रुद्रपुर, 20 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – जिला प्रशासन ने ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई पर सख्त रुख अपनाते हुए 1 अप्रैल से 1 जून तक इसकी नर्सरी और रोपाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। जिला मजिस्ट्रेट नितिन सिंह भदौरिया द्वारा जारी आदेश के तहत, इस अवधि में यदि कोई किसान धान की नर्सरी तैयार करता या रोपाई करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। किन किसानों को मिलेगी धान रोपाई की अनुमति? मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना ने बताया कि 31 मार्च 2025 तक ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई की अनुमति केवल उन्हीं किसानों को दी जाएगी, जिन्होंने इस वर्ष रबी सीजन में मटर और सरसों की फसल उगाई थी या जिनके खेतों में अधिक नमी के कारण वे गेहूँ की फसल नहीं उगा सके थे। हालांकि, गेहूँ की कटाई के बाद 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक धान की नर्सरी तैयार करना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा, और 1 अप्रैल से 1 जून तक धान रोपाई पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। कानूनी कार्रवाई और निगरानी टीमों की तैनाती प्रशासन ने इस प्रतिबंध को प्रभावी बनाने के लिए तहसील स्तर पर संयुक्त सर्वेक्षण टीमों का गठन किया है, जो क्षेत्र में नियमित रूप से निगरानी करेंगी। यदि कोई भी किसान प्रतिबंधित समय में धान की नर्सरी तैयार करता या रोपाई करता पाया गया, तो उसे नियमों का उल्लंघन मानते हुए दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। मुख्य कृषि अधिकारी ने कहा कि कुछ किसान पहले से धान की नर्सरी तैयार कर रहे हैं और गेहूँ की कटाई के बाद रोपाई करने की योजना बना रहे हैं। ऐसे किसानों के खिलाफ संबंधित उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करें। किसानों के लिए प्रशासन की अपील कृषि विभाग ने किसानों से सख्त अपील की है कि वे 1 जून के बाद ही खरीफ धान की रोपाई करें। इससे जल प्रबंधन, मृदा संरक्षण और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि कोई भी किसान यदि प्रतिबंधित अवधि में धान की रोपाई करता पाया जाता है, तो उसे इसके लिए स्वयं जिम्मेदार माना जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। महत्वपूर्ण बिंदु: ✅ 31 मार्च तक केवल मटर और सरसों उगाने वाले किसानों को धान रोपाई की अनुमति ✅ 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक धान नर्सरी लगाना प्रतिबंधित ✅ 1 अप्रैल से 1 जून तक धान रोपाई पर पूर्ण प्रतिबंध ✅ तहसील स्तर पर सर्वेक्षण टीमें निगरानी करेंगी ✅ नियम तोड़ने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

रुद्रपुर: ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई के लिए मार्च 2025 तक अनुमति, नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई

रुद्रपुर, 06 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) – जनपद में ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई को लेकर मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि दलदली एवं जलभराव वाली भूमि, जहां मक्का या गन्ने की खेती उपयुक्त नहीं है, उन क्षेत्रों के लिए मार्च 2025 तक ग्रीष्मकालीन धान की…

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