उधमसिंह नगर

उधमसिंह नगर बना प्रदेश में नंबर 1: बीस सूत्रीय कार्यक्रम में लगातार शीर्ष स्थान पर बरकरार

रुद्रपुर, 3 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के जनपद उधमसिंह नगर ने बीस सूत्रीय कार्यक्रम के तहत एक बार फिर प्रदेश में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के जनवरी माह में भी जनपद ने प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया। बीस सूत्रीय कार्यक्रम…

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देहरादून, 2. अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 6 अप्रैल को अपने स्थापना दिवस को व्यापक स्तर पर मनाने जा रही है। इस अवसर पर पार्टी 'गांव चलो अभियान' और विधानसभा स्तर पर विचार गोष्ठी का आयोजन करेगी। सप्ताहभर चलने वाले इन कार्यक्रमों के संचालन के लिए प्रदेश टोली का गठन किया गया है, जो जिला और मंडल स्तर पर अधिकतम जनसहभागिता सुनिश्चित करेगी। स्थापना दिवस पर विशेष कार्यक्रम बीजेपी अपने स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यालयों और कार्यकर्ताओं के घरों पर झंडा फहराने का कार्यक्रम रखेगी। इसके साथ ही, कार्यकर्ताओं से #BJP4ViksitBharat हैशटैग के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की अपील की गई है। इसके अलावा, जनपद स्तर पर संगठन और सरकार की उपलब्धियों को दर्शाने वाली प्रदर्शनियाँ लगाई जाएंगी। विधानसभा स्तर पर विचार गोष्ठी 8 और 9 अप्रैल को विधानसभा स्तर पर सक्रिय सदस्यों के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे, जिसमें निम्नलिखित विषयों पर चर्चा होगी: ✔ बीजेपी की चुनावी सफलता और संगठनात्मक विस्तार ✔ भारतीय राजनीति में बीजेपी द्वारा लाए गए परिवर्तन ✔ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के विकास की यात्रा 10 से 12 अप्रैल तक 'गांव चलो' अभियान बीजेपी 10 से 12 अप्रैल के बीच 'गांव बस्ती चलो' अभियान चलाएगी, जिसमें मंडल अध्यक्ष से ऊपर के सभी भाजपा पदाधिकारी, जिला पंचायत सदस्य और पार्षद गांवों व मोहल्लों का दौरा करेंगे। प्रत्येक कार्यकर्ता को कम से कम 8 घंटे गांव या बस्ती में बिताने और बूथ पर रात्रि विश्राम को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया है। इस अभियान के दौरान निम्नलिखित गतिविधियाँ प्रमुख रूप से की जाएंगी: ✔ मंदिर, अस्पताल, स्कूल और गलियों में स्वच्छता अभियान ✔ सरकारी संस्थानों जैसे आंगनबाड़ी केंद्र, पशु चिकित्सालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण ✔ बूथ समिति की बैठक और जनसंपर्क ✔ झंडा यात्रा निकालना और कार्यकर्ताओं से संवाद ✔ ग्रामवासियों के साथ चौपाल आयोजित करना ✔ वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं, कारसेवकों और योगदान देने वाले नेताओं का सम्मान कार्यक्रमों के संचालन के लिए प्रदेश टोली का गठन बीजेपी के स्थापना दिवस कार्यक्रमों को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए प्रदेश टोली का गठन किया गया है। इस टोली में शामिल प्रमुख नेता हैं: 🔹 प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार 🔹 प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कुंदन परिहार 🔹 नलिन भट्ट 🔹 पूर्व जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा यह टोली विभिन्न जिलों और मंडलों में जाकर कार्यक्रमों की निगरानी करेगी और सुनिश्चित करेगी कि अधिक से अधिक लोग इन आयोजनों में शामिल हों। बीजेपी का लक्ष्य – अधिकतम जनसहभागिता बीजेपी अपने स्थापना दिवस पर जनसहभागिता को प्राथमिकता दे रही है। पार्टी चाहती है कि जमीनी स्तर पर संगठन की मजबूती को दर्शाने के लिए अधिक से अधिक कार्यकर्ता और आम नागरिक इन कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभाएँ। सीधा संवाद 'गांव चलो अभियान' और विचार गोष्ठी के माध्यम से बीजेपी अपने स्थापना दिवस को एक बड़े उत्सव के रूप में मना रही है। यह कार्यक्रम पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करने का माध्यम बनेंगे। इन आयोजनों से पार्टी को आगामी चुनावों में भी लाभ मिलने की संभावना है।

“बीजेपी स्थापना दिवस: ‘गांव चलो अभियान’ और विचार गोष्ठी से जनसंपर्क को मिलेगा ऐतिहासिक बढ़ावा”

देहरादून, 2. अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 6 अप्रैल को अपने स्थापना दिवस को व्यापक स्तर पर मनाने जा रही है। इस अवसर पर पार्टी ‘गांव चलो अभियान’ और विधानसभा स्तर पर विचार गोष्ठी का आयोजन करेगी। सप्ताहभर चलने वाले इन कार्यक्रमों के संचालन के लिए प्रदेश टोली का गठन…

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देहरादून,1 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में विभिन्न विभागों के सुचारू संचालन और प्रभावी अनुश्रवण के लिए 20 लोगों को विभिन्न पदों पर दायित्व सौंपे हैं। यह जानकारी सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने दी। विभागीय योजनाओं को मिलेगा लाभ सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि इन दायित्वों के सौंपे जाने से प्रदेश में विभागीय जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आएगी और उनकी प्रभावी निगरानी भी संभव होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जिन महानुभावों को दायित्व सौंपे गए हैं, वे विभिन्न जिलों से हैं और अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावशाली भूमिका निभाएंगे। नव नियुक्त पदाधिकारियों की सूची मुख्यमंत्री द्वारा दायित्व सौंपे गए प्रमुख व्यक्तियों के नाम और पद निम्नलिखित हैं: हरक सिंह नेगी (चमोली) – उपाध्यक्ष, वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद ऐश्वर्या रावत (रुद्रप्रयाग) – उपाध्यक्ष, राज्य महिला आयोग गंगा विष्ट (अल्मोड़ा) – उपाध्यक्ष, राज्य महिला उद्यमिता परिषद श्याम अग्रवाल (देहरादून) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड आवास सलाहकार परिषद शांति मेहरा (नैनीताल) – उपाध्यक्ष, वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद भगवत प्रसाद मकवाना (देहरादून) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड सफाई कर्मचारी आयोग हेमराज विष्ट (पिथौरागढ़) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य स्तरीय खेल परिषद रामचंद्र गौड़ (चमोली) – अध्यक्ष, वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद पूरन चंद नैलवाल (अल्मोड़ा) – उपाध्यक्ष, प्रवासी उत्तराखंड परिषद रामसुंदर नौटियाल (उत्तरकाशी) – उपाध्यक्ष, भागीरथी नदी घाटी प्राधिकरण सायरा बानो (ऊधमसिंह नगर) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य महिला आयोग रेनू अधिकारी (नैनीताल) – अध्यक्ष, राज्य महिला उद्यमिता परिषद रजनी रावत (देहरादून) – उपाध्यक्ष, समाज कल्याण योजनाएं अनुश्रवण समिति ओम प्रकाश जमदग्नि (हरिद्वार) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड पारिस्थितिकीय पर्यटन सलाहकार परिषद भूपेश उपाध्याय (बागेश्वर) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड जैविक उत्पाद परिषद कुलदीप कुमार (देहरादून) – अध्यक्ष, उत्तराखंड वन पंचायत सलाहकार परिषद ऋषि कंडवाल (पौड़ी) – उपाध्यक्ष, सिंचाई सलाहकार समिति वीरेंद्र दत्त सेमवाल (टिहरी) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद अजय कोठियाल (टिहरी) – अध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य पूर्व सैनिक कल्याण सलाहकार समिति श्याम नारायण पांडे (नैनीताल) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड वन एवं पर्यावरण सलाहकार समिति सरकार की प्राथमिकता – प्रभावी प्रशासन और विकास राज्य सरकार का मानना है कि इन दायित्वों के माध्यम से राज्य में विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन अधिक प्रभावी तरीके से होगा। "उत्तराखंड के विकास और जनकल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इन नियुक्तियों से प्रशासनिक ढांचे को मजबूती मिलेगी और योजनाओं के कार्यान्वयन में पारदर्शिता और तेजी आएगी।" – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनता और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया नव नियुक्त पदाधिकारियों के चयन को लेकर जनता और प्रशासनिक विशेषज्ञों ने मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोगों का मानना है कि सरकार द्वारा सही लोगों को महत्वपूर्ण दायित्व सौंपे गए हैं, जबकि कुछ ने सुझाव दिया कि इस प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शिता की आवश्यकता थी। राजनीतिक विश्लेषक डॉ. सुरेश मिश्रा ने कहा, "इस तरह की नियुक्तियाँ सरकार के प्रशासनिक दृष्टिकोण को मजबूत करती हैं, लेकिन सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि इन पदों का सदुपयोग हो और जनता को वास्तविक लाभ मिले।" भविष्य की योजनाएँ और अपेक्षाएँ सरकार ने यह भी संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में और भी महत्वपूर्ण दायित्व सौंपे जा सकते हैं। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि राज्य की महत्वपूर्ण योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हो और राज्य का चहुंमुखी विकास सुनिश्चित किया जा सके।मुख्यमंत्री द्वारा दायित्व सौंपे गए प्रमुख व्यक्तियों के नाम और पद विभिन्न आयोगों और परिषदों में नियुक्त किए गए सदस्य अपने कार्यक्षेत्र में सुधार लाने और योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने की दिशा में कार्य करेंगे। उत्तराखंड सरकार उत्तराखंड सरकार द्वारा

उत्तराखंड सरकार ने 20 लोगों को सौंपे दायित्व, जन कल्याणकारी योजनाओं को मिलेगी गति

देहरादून,1 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में विभिन्न विभागों के सुचारू संचालन और प्रभावी अनुश्रवण के लिए 20 लोगों को विभिन्न पदों पर दायित्व सौंपे हैं। यह जानकारी सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने दी। विभागीय योजनाओं को मिलेगा लाभ सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि इन दायित्वों के सौंपे…

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जसपुर, 1 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – जसपुर के ग्राम बगीची में एक जसपुर,की सूचना मिलने पर विधायक आदेश चौहान ने तुरंत संज्ञान लेते हुए वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया और हाथी के उपचार के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और रेंजर व डी.एफ.ओ. रामनगर से बातचीत कर तत्काल उचित चिकित्सा व्यवस्था कराने का आदेश दिया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे विधायक स्थानीय ग्रामीणों ने घायल हाथी को देखकर इसकी सूचना वन विभाग और प्रशासन को दी। हाथी के पैर में गंभीर चोट लगी थी और वह चलने में असमर्थ हो गया था। जैसे ही विधायक आदेश चौहान को इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर घायल हाथी की मदद के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया। वन विभाग और प्रशासन की तत्परता विधायक के निर्देश के बाद वन विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। डी.एफ.ओ. रामनगर और रेंजर ने विशेषज्ञों की एक टीम को बुलाकर हाथी की स्थिति का निरीक्षण करवाया। प्राथमिक उपचार के बाद, हाथी को सुरक्षित रूप से वन विभाग के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उचित उपचार किया गया। वन्यजीव संरक्षण को लेकर जताई चिंता विधायक आदेश चौहान ने कहा कि वन्यजीव संरक्षण सरकार की प्राथमिकता है और किसी भी घायल या संकटग्रस्त जानवर की मदद के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार वन्यजीवों और पर्यावरण संरक्षण को लेकर गंभीर है। इस तरह की घटनाएं हमें हमारी जिम्मेदारी का अहसास कराती हैं कि हमें अपने जंगलों और वहां रहने वाले जीवों की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।" स्थानीय जनता ने की विधायक की सराहना गांव के लोगों ने विधायक आदेश चौहान की त्वरित कार्रवाई और वन विभाग की तत्परता की प्रशंसा की। ग्रामीणों ने कहा कि हाथी गंभीर रूप से घायल था और अगर समय पर इलाज न मिलता, तो उसकी जान को खतरा हो सकता था। स्थानीय निवासी राजेंद्र सिंह ने कहा, "हमें खुशी है कि विधायक जी ने हमारी बात सुनी और तुरंत कार्रवाई की। इससे साबित होता है कि वह जनता और वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर कितने जागरूक हैं।" वन्यजीवों के लिए सुरक्षित वातावरण की जरूरत यह घटना एक बार फिर वन्यजीवों की सुरक्षा और उनके प्राकृतिक आवासों को संरक्षित रखने की जरूरत पर जोर देती है। बढ़ती जनसंख्या और शहरीकरण के कारण जंगलों का दायरा सिमटता जा रहा है, जिससे हाथियों जैसे बड़े जानवरों को भोजन और पानी की तलाश में रिहायशी इलाकों में आना पड़ता है। इससे कई बार वे घायल हो जाते हैं या मानव-वन्यजीव संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। वन विभाग की अपील वन विभाग के अधिकारियों ने जनता से अपील की कि अगर उन्हें कोई घायल वन्यजीव दिखे, तो तुरंत इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दें। डी.एफ.ओ. रामनगर ने कहा, "वन्यजीव संरक्षण में जनता की भूमिका बेहद अहम है। हमें खुशी है कि ग्रामीणों ने समय पर सूचना दी, जिससे हाथी को बचाया जा सका।" सरकार की पहल और भविष्य की योजनाएं उत्तराखंड सरकार वन्यजीव संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। इनमें हाथी गलियारे (elephant corridors) को संरक्षित करने, जंगलों में जल स्रोतों को बहाल करने और गश्ती दलों को मजबूत करने जैसी पहल शामिल हैं। विधायक आदेश चौहान ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सरकार अधिक प्रभावी नीतियां लागू करेगी और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। घायल हाथी जसपुर के ग्राम बगीची में घायल हाथी की तत्काल चिकित्सा के लिए विधायक आदेश चौहान की सक्रियता ने वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक उदाहरण पेश किया है। इस घटना ने जनता और प्रशासन के बीच समन्वय की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया है। सरकार और वन विभाग की तत्परता से हाथी को बचाया जा सका, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए समुचित व्यवस्था बनाने की आवश्यकता और अधिक स्पष्ट हो गई है।

जसपुर: घायल हाथी के इलाज के लिए विधायक आदेश चौहान की त्वरित कार्रवाई

जसपुर, 1 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – जसपुर के ग्राम बगीची में एक जसपुर,की सूचना मिलने पर विधायक आदेश चौहान ने तुरंत संज्ञान लेते हुए वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया और हाथी के उपचार के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और रेंजर…

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रुद्रपुर, 01 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण औद्योगिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को औद्योगिक प्रक्रियाओं और मानकों की व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना था। यह भ्रमण वोल्टास प्राइवेट लिमिटेड (एसी प्लांट), सिडकुल, रुद्रपुर में संपन्न हुआ, जहां विद्यार्थियों को औद्योगिक उत्पादन, गुणवत्ता नियंत्रण और नवीनतम तकनीकों से अवगत कराया गया। उद्घाटन एवं स्वागत समारोह औद्योगिक भ्रमण के दौरान वोल्टास प्राइवेट लिमिटेड के एचआर प्रमुख, जितेंद्र अधिकारी ने विद्यार्थियों का स्वागत किया और औद्योगिक इकाई के कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वोल्टास प्रा. लि. देश की प्रमुख एयर कंडीशनिंग और इंजीनियरिंग सेवा कंपनियों में से एक है, जो उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर भारतीय मानक ब्यूरो, देहरादून के निदेशक सौरभ तिवारी ने अपने संदेश में कहा, "युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास आवश्यक है। औद्योगिक भ्रमण न केवल विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है, बल्कि उन्हें उद्योग की आवश्यकताओं और चुनौतियों को भी समझने में मदद करता है।" विद्यार्थियों को औद्योगिक प्रक्रिया की जानकारी इस औद्योगिक भ्रमण में विद्यार्थियों को एसी प्लांट की उत्पादन प्रक्रिया, कच्चे माल के उपयोग, डिजाइनिंग, निर्माण प्रक्रिया, गुणवत्ता परीक्षण और उत्पाद प्रमाणन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। BIS के संयुक्त निदेशक (Joint Director) श्याम कुमार ने औद्योगिक प्रक्रियाओं के मानकीकरण और गुणवत्ता नियंत्रण की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा निर्धारित मानकों के अनुपालन से उत्पादों की गुणवत्ता और विश्वसनीयता सुनिश्चित होती है। विद्यार्थियों ने उत्पादन संयंत्र के विभिन्न विभागों का दौरा किया और विशेषज्ञों से उनके कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने मशीनों के संचालन, ऑटोमेशन तकनीक, ऊर्जा दक्षता और पर्यावरणीय सुरक्षा उपायों पर भी चर्चा की। BIS की भूमिका और विद्यार्थियों के अनुभव भारतीय मानक ब्यूरो की रिसोर्स पर्सन, कोमल कांबोज ने विद्यार्थियों को BIS के महत्व और BIS Care App के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि BIS न केवल उत्पाद प्रमाणन और गुणवत्ता नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और विश्वसनीय उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए भी कार्य करता है। इस औद्योगिक भ्रमण का आयोजन मानक क्लब के सहायक प्रोफेसर, डॉ. राजीव सिंह के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने कहा कि, "भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित यह शैक्षिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी रहा। उन्होंने औद्योगिक उत्पादन प्रक्रिया को नजदीक से समझा और विशेषज्ञों से अपने संदेह दूर किए।" विद्यार्थियों ने इस अनुभव को अपने करियर के लिए बेहद लाभकारी बताया। एक विद्यार्थी ने कहा, "हमने केवल किताबों में ही तकनीकी प्रक्रियाएं पढ़ी थीं, लेकिन यहां हमें उन्हें प्रत्यक्ष रूप से देखने और समझने का मौका मिला। यह अनुभव हमें भविष्य में हमारी इंजीनियरिंग प्रैक्टिस में मदद करेगा।" तकनीकी कौशल विकास पर जोर औद्योगिक भ्रमण के दौरान BIS के मानक संवर्धन सलाहकार, डॉ. जितेंद्र सिंह नेगी ने विद्यार्थियों को बताया कि कैसे औद्योगिक इकाइयों के भ्रमण से उन्हें वास्तविक औद्योगिक प्रक्रियाओं की गहरी समझ प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि, "तकनीकी शिक्षा को मजबूत करने के लिए व्यावहारिक अनुभव अत्यंत आवश्यक है। ऐसे भ्रमण से विद्यार्थियों को न केवल तकनीकी ज्ञान मिलता है, बल्कि वे उद्योग की आवश्यकताओं को भी समझते हैं।" इस दौरान विद्यार्थियों ने मशीनों की कार्यप्रणाली, उत्पादन तकनीक, गुणवत्ता परीक्षण और प्रमाणन प्रक्रिया से जुड़े कई प्रश्न पूछे, जिनका विशेषज्ञों ने विस्तार से उत्तर दिया। औद्योगिक भ्रमण का समापन और भविष्य की योजनाएं कार्यक्रम के अंत में वोल्टास प्राइवेट लिमिटेड की टीम ने BIS और विश्वविद्यालय प्रशासन को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की इच्छा व्यक्त की। BIS की ओर से विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए, जिससे उनके औद्योगिक अनुभव को मान्यता दी जा सके। भारतीय मानक ब्यूरो भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित यह औद्योगिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए एक अनूठा अनुभव रहा, जिसमें उन्होंने औद्योगिक प्रक्रियाओं, गुणवत्ता मानकों और उत्पादन तकनीकों के बारे में सीखा। इस तरह के कार्यक्रम न केवल तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देते हैं, बल्कि युवाओं को व्यावसायिक रूप से तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

रुद्रपुर में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा औद्योगिक भ्रमण का आयोजन, विद्यार्थियों को मिला व्यावहारिक ज्ञान

रुद्रपुर, 01 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण औद्योगिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को औद्योगिक प्रक्रियाओं और मानकों की व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना था। यह भ्रमण…

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देहरादून, 30 मार्च 2025 (समय बोल रहा) - उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के चार जिलों हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के कई स्थानों के नाम बदलने की महत्वपूर्ण घोषणा की है। यह फैसला जन भावनाओं और भारतीय संस्कृति व विरासत के अनुरूप लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बदलाव ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से प्रेरणादायक होगा, जिससे लोग भारतीय मूल्यों को आत्मसात कर सकें। कौन-कौन से स्थानों के नाम बदले गए? मुख्यमंत्री धामी द्वारा घोषित नाम परिवर्तन निम्नलिखित हैं: हरिद्वार जिले में: रुड़की का नाम बदलकर रामनगर रखा गया। भगवानपुर को नया नाम श्रीपुर दिया गया। देहरादून जिले में: रायपुर को अब सूर्यपुर के नाम से जाना जाएगा। डोईवाला का नाम बदलकर शिवपुर कर दिया गया। नैनीताल जिले में: हल्द्वानी का नाम अब गौरव नगर होगा। कालाढूंगी को नया नाम वीरपुर मिला। ऊधमसिंह नगर जिले में: किच्छा का नाम शक्ति नगर रखा गया। रुद्रपुर को धर्मपुर नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने क्या कहा? मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मौके पर कहा कि यह फैसला जनभावना के अनुरूप और भारतीय विरासत के सम्मान में लिया गया है। उन्होंने कहा, "देश के अलग-अलग राज्यों में ऐतिहासिक स्थानों के नाम बदले गए हैं। उत्तराखंड भी देवभूमि है और यहां के स्थानों के नाम हमारी संस्कृति और महान महापुरुषों से प्रेरित होने चाहिए।" उन्होंने आगे कहा कि यह परिवर्तन आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा देगा और उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करेगा। राजनीतिक प्रतिक्रिया इस फैसले के बाद राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री के इस कदम की सराहना की और कहा कि यह उत्तराखंड की ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान को मजबूत करने वाला फैसला है। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए इसे "राजनीतिक स्टंट" बताया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार को नाम बदलने की बजाय बुनियादी विकास कार्यों पर ध्यान देना चाहिए। सोशल मीडिया पर चर्चा उत्तराखंड सरकार के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई लोगों ने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए इसे संस्कृति को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। कुछ लोगों ने इस नाम परिवर्तन को अनावश्यक बताते हुए कहा कि सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। आगे की प्रक्रिया सरकार ने घोषणा की है कि इन नाम परिवर्तनों को आधिकारिक रूप से राजपत्र में प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद प्रशासनिक और अन्य दस्तावेजों में नए नाम लागू किए जाएंगे। संस्कृति उत्तराखंड सरकार द्वारा घोषित यह नाम परिवर्तन इतिहास, संस्कृति और जन भावनाओं से प्रेरित एक महत्वपूर्ण फैसला माना जा रहा है। हालांकि, इसे लेकर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बहस जारी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस फैसले का जनता और प्रशासन पर क्या प्रभाव पड़ता है।

उत्तराखंड में कई स्थानों के नाम बदले, मुख्यमंत्री धामी ने किया ऐलान

देहरादून, 31मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के चार जिलों हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के कई स्थानों के नाम बदलने की महत्वपूर्ण घोषणा की है। यह फैसला जन भावनाओं और भारतीय संस्कृति व विरासत के अनुरूप लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बदलाव…

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काशीपुर ,30 मार्च 2025 (समय बोल रहा ) चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के अवसर पर हिंदू नववर्ष संवत 2082 के आगमन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा नगर में पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने अनुशासन और एकता का परिचय देते हुए भव्य रैली निकाली। कार्यक्रम का आयोजन काशीपुर रामलीला ग्राउंड ,व ग्रामीण मंडल का कार्यक्रम शिवलालपुर अमरझंडा में किया गया था , जहां से पथ संचलन का शुभारंभ हुआ। नगर में गुंजायमान हुआ राष्ट्रभक्ति का स्वर पथ संचलन रामलीला ग्राउंड से प्रारंभ होकर चीमा चौराहा, माता मंदिर रोड, रतन सिनेमा रोड, डॉक्टर लाइन, मुल्तानी मोड़, मां मंसा देवी मंदिर, गंगे बाबा रोड, किला बाजार, मेन बाजार होते हुए महाराणा प्रताप चौक पर संपन्न हुआ। नगर के विभिन्न मार्गों पर स्वयंसेवकों के स्वागत में पुष्प वर्षा की गई और कई स्थानों पर स्थानीय नागरिकों ने आरएसएस कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूर्ण इस वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अपने 100 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर पूरे देशभर में संघ द्वारा विभिन्न आयोजनों की श्रृंखला चलाई जा रही है। इसी कड़ी में काशीपुर में यह पथ संचलन निकाला गया, जिसमें संघ के पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों ने भाग लिया। हिंदू नववर्ष का महत्व कालगणना के अनुसार हिंदू नववर्ष सबसे पुराना नववर्ष माना जाता है। इस दिन ऋतु परिवर्तन होता है और प्रकृति में नवचेतना का संचार होता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूरे वर्ष में छह उत्सव मनाता है, जिनमें पहला उत्सव हिंदू नववर्ष होता है। इसी दिन संघ के प्रथम सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार का जन्मदिवस भी मनाया जाता है। संघ प्रचार प्रमुख ने क्या कहा? महानगर प्रचार प्रमुख ने बताया कि पथ संचलन में नगर प्रखंड के सैकड़ों स्वयंसेवकों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि संघ का उद्देश्य समाज में राष्ट्रभक्ति और संगठन को बढ़ावा देना है। इस प्रकार के आयोजनों से हिंदू संस्कृति और परंपराओं के प्रति नई पीढ़ी को जागरूक किया जाता है। नगरवासियों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा इस अवसर पर नगरवासियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पूरे आयोजन के दौरान राष्ट्रभक्ति का माहौल बना रहा। जगह-जगह लोगों ने संघ कार्यकर्ताओं का स्वागत किया और पूरे नगर में हिंदू नववर्ष की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया गया। संघ की बढ़ती लोकप्रियता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्षों के सफर को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। संघ अपने अनुशासन, सेवा कार्यों और राष्ट्रभक्ति के कारण जन-जन तक अपनी पहचान बना चुका है। इस अवसर पर संघ के कार्यकर्ताओं ने देश सेवा और समाज कल्याण के कार्यों को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता

हिंदू नववर्ष पर काशीपुर में RSS का भव्य पथ संचलन, जगह-जगह हुआ स्वागत

काशीपुर ,30 मार्च 2025 (समय बोल रहा ) चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के अवसर पर हिंदू नववर्ष संवत 2082 के आगमन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा नगर में पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने अनुशासन और एकता का परिचय देते हुए भव्य रैली निकाली। कार्यक्रम का आयोजन काशीपुर रामलीला ग्राउंड…

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जसपुर, 28 मार्च (समय बोल रहा) उत्तराखंड के जसपुर स्थित ग्राम कालिया वाला में आज आत्मा परियोजना के अंतर्गत एक किसान गोष्ठी एवं प्रशिक्षण बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का संचालन किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम सिंह सहोता द्वारा किया गया, जबकि इसकी अध्यक्षता तहसीलदार शुभांगी सिंह ने की। बैठक में मत्स्य पालन, पशुपालन, उद्यान और कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, उन्नत बीजों, जैविक खेती, जल संरक्षण और सरकारी अनुदान योजनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान की गईं। कृषि को उन्नत बनाने के लिए दी गई जानकारी गोष्ठी के दौरान कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को आधुनिक सिंचाई तकनीकों, उर्वरकों के संतुलित उपयोग, फसल चक्र, जल संरक्षण, और मृदा परीक्षण के महत्व को समझाया। अधिकारियों ने बताया कि सही तकनीकों को अपनाने से उत्पादकता में वृद्धि होती है और किसानों को अधिक लाभ मिलता है। विशेषज्ञों ने मत्स्य पालन और पशुपालन पर भी चर्चा की, जिसमें बताया गया कि किस प्रकार किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए इन्हें सहायक व्यवसाय के रूप में अपना सकते हैं। इसके अलावा, सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, ड्रिप इरीगेशन योजना और जैविक खेती मिशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। किसानों की समस्याओं का समाधान किया गया गोष्ठी में उपस्थित किसानों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष रखा। कुछ किसानों ने कीट नियंत्रण, मिट्टी की उर्वरता, बाजार में फसलों के उचित मूल्य और ऋण सुविधाओं से जुड़ी समस्याएँ साझा कीं। कृषि विभाग के अधिकारियों ने उनकी शंकाओं का समाधान किया और सुझाव दिए कि किसान समय-समय पर मृदा परीक्षण कराएँ, फसल विविधीकरण को अपनाएँ और तकनीक-आधारित खेती को बढ़ावा दें। पाँच प्रगतिशील किसानों को किया गया सम्मानित इस अवसर पर पाँच प्रगतिशील किसानों को उनके कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सरकार द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनकी नवाचार-आधारित खेती और उन्नत तकनीकों के सफल उपयोग के लिए प्रदान किया गया। अधिकारियों ने कहा कि यह सम्मान अन्य किसानों को भी प्रेरित करेगा और उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। गोष्ठी में मौजूद प्रमुख व्यक्ति गोष्ठी में कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे: मुख्तार सिंह (आत्मा परियोजना के अध्यक्ष), प्रेम सिंह सहोता (किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष), दर्शन सिंह देवल, शीतल सिंह चौधरी, किशन सिंह, सुरजीत सिंह ढिल्लों, सुरेंद्र सिंह, बिर्मल सिंह, सतपाल सिंह, गुरनाम सिंह, रवि साहनी, निशांत सिंह, महल सिंह, संजीव चौधरी, हरजिंदर सिंह, राजू सहोता। किसानों के लिए फायदेमंद रही गोष्ठी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाले किसानों ने इसे बेहद उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की गोष्ठियाँ नई तकनीकों को सीखने, सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त करने और अपनी खेती को अधिक लाभदायक बनाने में मदद करती हैं। प्रशासन की ओर से यह आश्वासन दिया गया कि इस तरह के कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाते रहेंगे ताकि अधिक से अधिक किसान इससे लाभ उठा सकें। सरकार का उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आय को दोगुना करना है। इस किसान गोष्ठी ने न केवल किसानों को तकनीकी ज्ञान प्रदान किया, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर खेती की दिशा में आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित किया।

जसपुर के कलिया वाला में किसान गोष्ठी का आयोजन, उन्नत खेती पर दी गई महत्वपूर्ण जानकारी

जसपुर, 28 मार्च (समय बोल रहा) उत्तराखंड के जसपुर स्थित ग्राम कलिया वाला में आज आत्मा परियोजना के अंतर्गत एक किसान गोष्ठी एवं प्रशिक्षण बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का संचालन किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम सिंह सहोता द्वारा किया गया, जबकि इसकी अध्यक्षता तहसीलदार शुभांगी सिंह ने की। बैठक में…

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काशीपुर 28 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के काशीपुर में माँ बाल सुंदरी देवी चैती मेला 30 मार्च से 27 अप्रैल तक आयोजित होगा। इस वार्षिक मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा, स्वच्छता, चिकित्सा सेवाओं, पार्किंग और यातायात प्रबंधन को लेकर विशेष इंतजाम किए हैं। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बैठक कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाया जाए। सुरक्षा के कड़े इंतजाम, लगेगा CCTV नेटवर्क काशीपुर में आयोजित माँ बाल सुंदरी देवी चैती मेले के दौरान प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता देते हुए CCTV कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं। मेले में 40 होमगार्ड, 70 पीआरडी कर्मी और महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी। साथ ही, पुलिस और अग्निशमन विभाग की अस्थायी चौकियां बनाई जाएंगी ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाएं प्रशासन ने चिकित्सा सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मेले में एम्बुलेंस, डॉक्टरों की टीम और प्राथमिक उपचार केंद्रों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। रैन बसेरों और स्वच्छता का रखा जाएगा ध्यान चैती मेले के दौरान रैन बसेरों में सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी ताकि दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। साफ-सफाई और शौचालयों की उचित व्यवस्था के लिए प्रशासन ने विशेष दल तैनात किए हैं। अग्निशमन और आपातकालीन व्यवस्थाएं होंगी सख्त जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने निर्देश दिए हैं कि दुकानदारों को अपनी दुकानों में अग्निशमन यंत्र रखना अनिवार्य होगा ताकि किसी भी प्रकार की आगजनी की घटना को रोका जा सके। सरकारी योजनाओं का होगा प्रचार-प्रसार माँ बाल सुंदरी देवी चैती मेला सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि प्रशासन इसे विभिन्न विकासपरक सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार का भी मंच बनाएगा। मेलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए विशेष स्टॉल लगाए जाएंगे। प्रशासनिक बैठक में लिए गए अहम फैसले मेले की तैयारियों को लेकर हुई प्रशासनिक बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, एसपी काशीपुर अभय सिंह, जिला युवा कल्याण अधिकारी बीएस रावत, जिला क्रीड़ा अधिकारी जानकी कार्की और अधिशासी अभियंता आरडब्ल्यूडी अमित भारती सहित कई अधिकारी शामिल हुए। बैठक के दौरान सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई और मेले को सुव्यवस्थित रूप से संचालित करने के निर्देश दिए गए। श्रद्धालुओं को मिलेगा धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव काशीपुर का चैती मेला उत्तराखंड का एक प्रमुख धार्मिक आयोजन है, जहां हजारों श्रद्धालु माँ बाल सुंदरी देवी के दर्शन के लिए आते हैं। इसके अलावा, मेले में लोक संस्कृति, हस्तशिल्प, झूले और पारंपरिक व्यंजन भी आकर्षण का केंद्र होते हैं। काशीपुर में 30 मार्च से 27 अप्रैल तक चलने वाले चैती मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रशासन की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि यह मेला

30 मार्च से 27 अप्रैल तक चलेगा चैती मेला, प्रशासन ने की पुख्ता तैयारी

काशीपुर 28 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के काशीपुर में माँ बाल सुंदरी देवी चैती मेला 30 मार्च से 27 अप्रैल तक आयोजित होगा। इस वार्षिक मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा, स्वच्छता, चिकित्सा सेवाओं, पार्किंग और यातायात प्रबंधन को लेकर विशेष इंतजाम…

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