देहरादून,1 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में विभिन्न विभागों के सुचारू संचालन और प्रभावी अनुश्रवण के लिए 20 लोगों को विभिन्न पदों पर दायित्व सौंपे हैं। यह जानकारी सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने दी। विभागीय योजनाओं को मिलेगा लाभ सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि इन दायित्वों के सौंपे जाने से प्रदेश में विभागीय जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आएगी और उनकी प्रभावी निगरानी भी संभव होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जिन महानुभावों को दायित्व सौंपे गए हैं, वे विभिन्न जिलों से हैं और अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावशाली भूमिका निभाएंगे। नव नियुक्त पदाधिकारियों की सूची मुख्यमंत्री द्वारा दायित्व सौंपे गए प्रमुख व्यक्तियों के नाम और पद निम्नलिखित हैं: हरक सिंह नेगी (चमोली) – उपाध्यक्ष, वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद ऐश्वर्या रावत (रुद्रप्रयाग) – उपाध्यक्ष, राज्य महिला आयोग गंगा विष्ट (अल्मोड़ा) – उपाध्यक्ष, राज्य महिला उद्यमिता परिषद श्याम अग्रवाल (देहरादून) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड आवास सलाहकार परिषद शांति मेहरा (नैनीताल) – उपाध्यक्ष, वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद भगवत प्रसाद मकवाना (देहरादून) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड सफाई कर्मचारी आयोग हेमराज विष्ट (पिथौरागढ़) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य स्तरीय खेल परिषद रामचंद्र गौड़ (चमोली) – अध्यक्ष, वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद पूरन चंद नैलवाल (अल्मोड़ा) – उपाध्यक्ष, प्रवासी उत्तराखंड परिषद रामसुंदर नौटियाल (उत्तरकाशी) – उपाध्यक्ष, भागीरथी नदी घाटी प्राधिकरण सायरा बानो (ऊधमसिंह नगर) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य महिला आयोग रेनू अधिकारी (नैनीताल) – अध्यक्ष, राज्य महिला उद्यमिता परिषद रजनी रावत (देहरादून) – उपाध्यक्ष, समाज कल्याण योजनाएं अनुश्रवण समिति ओम प्रकाश जमदग्नि (हरिद्वार) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड पारिस्थितिकीय पर्यटन सलाहकार परिषद भूपेश उपाध्याय (बागेश्वर) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड जैविक उत्पाद परिषद कुलदीप कुमार (देहरादून) – अध्यक्ष, उत्तराखंड वन पंचायत सलाहकार परिषद ऋषि कंडवाल (पौड़ी) – उपाध्यक्ष, सिंचाई सलाहकार समिति वीरेंद्र दत्त सेमवाल (टिहरी) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद अजय कोठियाल (टिहरी) – अध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य पूर्व सैनिक कल्याण सलाहकार समिति श्याम नारायण पांडे (नैनीताल) – उपाध्यक्ष, उत्तराखंड वन एवं पर्यावरण सलाहकार समिति सरकार की प्राथमिकता – प्रभावी प्रशासन और विकास राज्य सरकार का मानना है कि इन दायित्वों के माध्यम से राज्य में विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन अधिक प्रभावी तरीके से होगा। "उत्तराखंड के विकास और जनकल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इन नियुक्तियों से प्रशासनिक ढांचे को मजबूती मिलेगी और योजनाओं के कार्यान्वयन में पारदर्शिता और तेजी आएगी।" – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनता और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया नव नियुक्त पदाधिकारियों के चयन को लेकर जनता और प्रशासनिक विशेषज्ञों ने मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोगों का मानना है कि सरकार द्वारा सही लोगों को महत्वपूर्ण दायित्व सौंपे गए हैं, जबकि कुछ ने सुझाव दिया कि इस प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शिता की आवश्यकता थी। राजनीतिक विश्लेषक डॉ. सुरेश मिश्रा ने कहा, "इस तरह की नियुक्तियाँ सरकार के प्रशासनिक दृष्टिकोण को मजबूत करती हैं, लेकिन सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि इन पदों का सदुपयोग हो और जनता को वास्तविक लाभ मिले।" भविष्य की योजनाएँ और अपेक्षाएँ सरकार ने यह भी संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में और भी महत्वपूर्ण दायित्व सौंपे जा सकते हैं। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि राज्य की महत्वपूर्ण योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हो और राज्य का चहुंमुखी विकास सुनिश्चित किया जा सके।मुख्यमंत्री द्वारा दायित्व सौंपे गए प्रमुख व्यक्तियों के नाम और पद विभिन्न आयोगों और परिषदों में नियुक्त किए गए सदस्य अपने कार्यक्षेत्र में सुधार लाने और योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने की दिशा में कार्य करेंगे। उत्तराखंड सरकार उत्तराखंड सरकार द्वारा

उत्तराखंड सरकार ने 20 लोगों को सौंपे दायित्व, जन कल्याणकारी योजनाओं को मिलेगी गति

देहरादून,1 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में विभिन्न विभागों के सुचारू संचालन और प्रभावी अनुश्रवण के लिए 20 लोगों को विभिन्न पदों पर दायित्व सौंपे हैं। यह जानकारी सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने दी। विभागीय योजनाओं को मिलेगा लाभ सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि इन दायित्वों के सौंपे…

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देहरादून, 30 मार्च 2025 (समय बोल रहा) - उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के चार जिलों हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के कई स्थानों के नाम बदलने की महत्वपूर्ण घोषणा की है। यह फैसला जन भावनाओं और भारतीय संस्कृति व विरासत के अनुरूप लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बदलाव ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से प्रेरणादायक होगा, जिससे लोग भारतीय मूल्यों को आत्मसात कर सकें। कौन-कौन से स्थानों के नाम बदले गए? मुख्यमंत्री धामी द्वारा घोषित नाम परिवर्तन निम्नलिखित हैं: हरिद्वार जिले में: रुड़की का नाम बदलकर रामनगर रखा गया। भगवानपुर को नया नाम श्रीपुर दिया गया। देहरादून जिले में: रायपुर को अब सूर्यपुर के नाम से जाना जाएगा। डोईवाला का नाम बदलकर शिवपुर कर दिया गया। नैनीताल जिले में: हल्द्वानी का नाम अब गौरव नगर होगा। कालाढूंगी को नया नाम वीरपुर मिला। ऊधमसिंह नगर जिले में: किच्छा का नाम शक्ति नगर रखा गया। रुद्रपुर को धर्मपुर नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने क्या कहा? मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मौके पर कहा कि यह फैसला जनभावना के अनुरूप और भारतीय विरासत के सम्मान में लिया गया है। उन्होंने कहा, "देश के अलग-अलग राज्यों में ऐतिहासिक स्थानों के नाम बदले गए हैं। उत्तराखंड भी देवभूमि है और यहां के स्थानों के नाम हमारी संस्कृति और महान महापुरुषों से प्रेरित होने चाहिए।" उन्होंने आगे कहा कि यह परिवर्तन आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा देगा और उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करेगा। राजनीतिक प्रतिक्रिया इस फैसले के बाद राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री के इस कदम की सराहना की और कहा कि यह उत्तराखंड की ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान को मजबूत करने वाला फैसला है। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए इसे "राजनीतिक स्टंट" बताया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार को नाम बदलने की बजाय बुनियादी विकास कार्यों पर ध्यान देना चाहिए। सोशल मीडिया पर चर्चा उत्तराखंड सरकार के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई लोगों ने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए इसे संस्कृति को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। कुछ लोगों ने इस नाम परिवर्तन को अनावश्यक बताते हुए कहा कि सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। आगे की प्रक्रिया सरकार ने घोषणा की है कि इन नाम परिवर्तनों को आधिकारिक रूप से राजपत्र में प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद प्रशासनिक और अन्य दस्तावेजों में नए नाम लागू किए जाएंगे। संस्कृति उत्तराखंड सरकार द्वारा घोषित यह नाम परिवर्तन इतिहास, संस्कृति और जन भावनाओं से प्रेरित एक महत्वपूर्ण फैसला माना जा रहा है। हालांकि, इसे लेकर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बहस जारी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस फैसले का जनता और प्रशासन पर क्या प्रभाव पड़ता है।

उत्तराखंड में कई स्थानों के नाम बदले, मुख्यमंत्री धामी ने किया ऐलान

देहरादून, 31मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के चार जिलों हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के कई स्थानों के नाम बदलने की महत्वपूर्ण घोषणा की है। यह फैसला जन भावनाओं और भारतीय संस्कृति व विरासत के अनुरूप लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बदलाव…

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देहरादून, 30 मार्च 2025 (समय बोल रहा) - उत्तराखंड में खनन से जुड़े राजस्व में भारी वृद्धि को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राजस्व में वृद्धि का मतलब पारदर्शी नीति और चोरी पर अंकुश लगना है, न कि किसी प्रकार का घोटाला। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को अल्प ज्ञान से प्रेरित बताते हुए कहा कि प्रदेश का खनन राजस्व 300 करोड़ से बढ़कर 1000 करोड़ से भी अधिक हो गया है, जो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पारदर्शी नीतियों की सफलता को दर्शाता है। राजस्व में वृद्धि सरकार की नीतियों का नतीजा भट्ट ने प्रेस से बातचीत में स्पष्ट किया कि राज्य सरकार के नीतिगत सुधार और बेहतर प्रबंधन के कारण ही खनन क्षेत्र से राज्य को अभूतपूर्व राजस्व प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में माफियाओं के साथ मिलकर खनन नीतियां बनाई जाती थीं, जबकि भाजपा सरकार ने पारदर्शिता और सख्त नियमों के जरिए इस क्षेत्र को सुव्यवस्थित किया है। उन्होंने कहा कि बेवजह इस मुद्दे को तूल दिया जा रहा है, जबकि खनन राज्य की अर्थव्यवस्था का एक अहम हिस्सा बन चुका है। कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि यदि चोरी होती तो राजस्व घटता, बढ़ता नहीं। भाजपा अध्यक्ष चुनाव पर जल्द होगी घोषणा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चुनाव को लेकर भट्ट ने कहा कि शीघ्र ही केंद्रीय नेतृत्व अन्य राज्यों के साथ उत्तराखंड में भी चुनाव तिथि की घोषणा करेगा। राज्य संगठन ने अध्यक्ष चुनाव को लेकर जरूरी प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं। 70% से अधिक मंडल अध्यक्ष निर्वाचित हो चुके हैं और 19 में से 18 सांगठनिक जिलों को अपना नया अध्यक्ष मिल गया है। भट्ट ने जानकारी दी कि चुनाव की अधिकृत सूचना प्रदेश के लिए नियुक्त राष्ट्रीय पर्यवेक्षक द्वारा केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जा चुकी है। संसद सत्र की व्यस्तता के कारण इसमें थोड़ा विलंब हुआ, लेकिन जल्द ही चुनाव तिथि पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। रानीखेत जिला अध्यक्ष की नियुक्ति चुनाव के बाद रानीखेत के भाजपा जिला अध्यक्ष की नियुक्ति पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के बाद वहां भी नए अध्यक्ष का चयन किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्व में संगठन पर्व के तहत आए नाम उम्र अधिक होने के कारण अस्वीकार किए गए थे। विपक्ष के आरोप निराधार भट्ट ने कहा कि कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार और बदनाम करने की मंशा से प्रेरित हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि शायद कांग्रेस को किसी अपने करीबी खनन माफिया के नुकसान का दर्द महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्व में ऐतिहासिक वृद्धि सरकार की सफलता का प्रमाण है, और उस पर प्रश्न उठाना पूरी तरह अनुचित है। भाजपा प्रवक्ता पर कांग्रेस की शिकायत तर्कहीन भट्ट ने भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ कांग्रेस की शिकायत को तथ्यों का जवाब न दे पाने की खीझ करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता हमेशा संशय में रहते हैं और दोहरी राजनीति करते हैं। उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ताओं की बयानबाजी को अपमानजनक और आधारहीन बताते हुए कहा कि जब भाजपा नेता तर्क सहित जवाब देते हैं, तो कांग्रेस बेबुनियाद आरोप लगाने लगती है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने खनन से बढ़े राजस्व को सरकार की उपलब्धि बताया और कांग्रेस के आरोपों को अल्प ज्ञान का परिणाम करार दिया। उन्होंने विपक्ष पर राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित आरोप लगाने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा सरकार पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ प्रदेश को आगे बढ़ा रही है। वहीं, भाजपा अध्यक्ष चुनाव को लेकर भी जल्द ही घोषणा होने की बात कही गई।

खनन में कई गुना राजस्व वृद्धि का मतलब चोरी पर अंकुश, कांग्रेस के आरोप निराधार: महेंद्र भट्ट

देहरादून, 30 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में खनन से जुड़े राजस्व में भारी वृद्धि को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राजस्व में वृद्धि का मतलब पारदर्शी नीति और चोरी पर अंकुश लगना है, न कि किसी प्रकार का घोटाला। उन्होंने कांग्रेस के…

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मेरठ, 22 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तर प्रदेश पुलिस ने मेरठ में एक अवैध इंटरनेशनल कॉल एक्सचेंज का पर्दाफाश किया है, जो वीओआईपी (VoIP) कॉल को लोकल कॉल में बदलकर हर दिन 25 हजार रुपये की अवैध कमाई कर रहा था। चार लाख का इनवेस्टमेंट, देहरादून में ट्रायल से शुरू हुआ गोरखधंधा पुलिस जांच में पता चला है कि इस अवैध इंटरनेशनल कॉल एक्सचेंज के लिए चार लाख रुपये का निवेश किया गया था। सबसे पहले देहरादून में ट्रायल के रूप में इसे शुरू किया गया, जिसके बाद मेरठ में इसका पूरा सेटअप तैयार किया गया। कैसे चलता था अवैध इंटरनेशनल कॉल एक्सचेंज? पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राकेश कुमार मिश्रा के अनुसार, इस अवैध एक्सचेंज में वीओआईपी कॉल्स (Voice Over Internet Protocol) को लोकल कॉल में बदलने के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग किया जाता था। इस प्रक्रिया से न केवल टेलीकॉम कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा था, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा पैदा हो रहा था। लखीपुरा में छापेमारी, मुख्य आरोपी जुनैद गिरफ्तार मेरठ के लखीपुरा इलाके में स्थित एक घर की ऊपरी मंजिल पर पुलिस ने छापेमारी की, जहां से इस पूरे नेटवर्क को संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने इस कार्रवाई में मुख्य आरोपी जुनैद को गिरफ्तार किया है और मौके से कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, सर्वर, और मोबाइल फोन जब्त किए हैं। अवैध कॉल एक्सचेंज से क्या नुकसान होता है? राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा – इंटरनेशनल कॉल्स को लोकल में बदलने से खुफिया एजेंसियों की निगरानी प्रणाली विफल हो सकती है। राजस्व का नुकसान – टेलीकॉम कंपनियों को करोड़ों रुपये की हानि होती है। आतंकी गतिविधियों में दुरुपयोग – ऐसे नेटवर्क का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों और आतंकी संचार के लिए हो सकता है। पुलिस की कार्रवाई जारी, अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस गोरखधंधे का नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ

मेरठ: अवैध इंटरनेशनल कॉल एक्सचेंज का भंडाफोड़, हर दिन हो रही थी 25 हजार की कमाई!

मेरठ, 22 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तर प्रदेश पुलिस ने मेरठ में एक अवैध इंटरनेशनल कॉल एक्सचेंज का पर्दाफाश किया है, जो वीओआईपी (VoIP) कॉल को लोकल कॉल में बदलकर हर दिन 25 हजार रुपये की अवैध कमाई कर रहा था। चार लाख का इनवेस्टमेंट, देहरादून में ट्रायल से शुरू हुआ गोरखधंधा पुलिस…

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देहरादून ,16 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के पवित्र तीर्थस्थल केदारनाथ धाम में गैर-हिंदुओं के प्रवेश को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा विधायक आशा नौटियाल ने हाल ही में एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि "कुछ गैर-हिंदू तत्व केदारनाथ धाम की पवित्रता को ठेस पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।" इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि "धार्मिक स्थलों की मर्यादा बनाए रखने के लिए जरूरी है कि वहां केवल श्रद्धालु ही जाएं, न कि वे लोग जो असामाजिक गतिविधियों में लिप्त हों। यदि कुछ लोगों की गतिविधियों से धाम की छवि खराब हो रही है, तो ऐसे व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना उचित होगा।" विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया विधायक के इस बयान पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि "भाजपा के नेता धार्मिक स्थलों को राजनीति से जोड़कर सनसनीखेज बयान देने की आदत बना चुके हैं। उत्तराखंड देवभूमि है और यहां सभी का स्वागत है। धर्म को इस तरह विभाजित करना सही नहीं है।" समाज के विभिन्न वर्गों ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। कुछ लोगों का मानना है कि धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने के लिए नियम बनाए जाने चाहिए, जबकि अन्य इसे धार्मिक भेदभाव की ओर एक कदम मान रहे हैं। चारधाम यात्रा पर असर? गौरतलब है कि यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने वाली है। केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खुलेंगे और इस बार लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और मर्यादा को लेकर यह बहस जारी है। देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और क्या गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर वास्तव में कोई प्रतिबंध लगेगा या नहीं।

केदारनाथ धाम में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक की मांग तेज, भाजपा विधायक आशा नौटियाल का बयान चर्चा में

देहरादून ,16 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के पवित्र तीर्थस्थल केदारनाथ धाम में गैर-हिंदुओं के प्रवेश को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा विधायक आशा नौटियाल ने हाल ही में एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि “कुछ गैर-हिंदू तत्व केदारनाथ धाम की पवित्रता को ठेस पहुंचाने का प्रयास कर…

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उत्तराखंड की धामी सरकार के आदेश पर प्रशासन ने देहरादून के विकासनगर और सहसपुर में 31 अपंजीकृत मदरसों को सील कर दिया है। यह कार्रवाई शिक्षा मानकों के उल्लंघन और बिना पंजीकरण संचालित होने के कारण की गई। रमज़ान के दौरान कार्रवाई पर विरोध प्रशासन की इस कार्रवाई से समुदाय विशेष में नाराजगी देखने को मिल रही है, क्योंकि यह कदम रमज़ान के दौरान उठाया गया। मुस्लिम सेवा संगठन सहित अन्य संगठनों ने इस कार्रवाई का विरोध जताते हुए इसे धार्मिक भावनाओं से जुड़ा मामला बताया। प्रशासन की दलील प्रशासन का कहना है कि बिना पंजीकरण संचालित मदरसे नियमों का उल्लंघन कर रहे थे और इन्हें कई बार सूचना और चेतावनी दी गई थी। सरकार के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। क्या बोले स्थानीय लोग? स्थानीय लोगों का कहना है कि रमज़ान के दौरान इस तरह की कार्रवाई से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। विरोध के बावजूद प्रशासन अपनी कार्रवाई को सही ठहरा रहा है। सरकार का रुख धामी सरकार पहले

उत्तराखंड में 31 अपंजीकृत मदरसों पर प्रशासन की कार्रवाई, रमज़ान के दौरान सीलिंग से नाराजगी

उत्तराखंड 12  मार्च 2025 (समय बोल रहा) धामी सरकार के आदेश पर प्रशासन ने देहरादून के विकासनगर और सहसपुर में 31 अपंजीकृत मदरसों को सील कर दिया है। यह कार्रवाई शिक्षा मानकों के उल्लंघन और बिना पंजीकरण संचालित होने के कारण की गई। रमज़ान के दौरान कार्रवाई पर विरोध प्रशासन की इस कार्रवाई से समुदाय…

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आबकारी नीति से धार्मिक क्षेत्रों का संरक्षण और रोजगार में वृद्धि – महेंद्र भट्ट

आबकारी नीति से धार्मिक क्षेत्रों का संरक्षण और रोजगार में वृद्धि – महेंद्र भट्ट

देहरादून, 04 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने उत्तराखंड सरकार की नई आबकारी नीति को धार्मिक स्थलों के संरक्षण और राजस्व व रोजगार वृद्धि में सहायक बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हुई कैबिनेट बैठक के निर्णयों का स्वागत करते हुए कहा…

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रूद्रपुर, 22 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी 23 अप्रैल 2025 को एक दिवसीय दौरे पर जनपद ऊधमसिंहनगर के काशीपुर क्षेत्र में आ रहे हैं। यह दौरा कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री इस दौरान न केवल काशीपुर में नव-निर्मित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय का लोकार्पण करेंगे, बल्कि एक साथ कई तकनीकी व जनहितकारी योजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे। दोपहर में काशीपुर आगमन, हेलीपैड पर होगा स्वागत मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर से आगमन बुधवार को दोपहर 1:05 बजे प्रस्तावित है। वह 12:35 बजे पीठसैंण, पौड़ी गढ़वाल से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान करेंगे और सीधे काशीपुर स्थित अस्थायी हेलीपैड (नव-निर्मित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय के समीप) पर उतरेंगे। यहां पर स्थानीय प्रशासन द्वारा उनके स्वागत की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मुस्तैद है। परिवहन विभाग की योजनाओं को मिलेगी नई दिशा काशीपुर में मुख्यमंत्री श्री धामी नव-निर्मित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय का उद्घाटन करेंगे, जो क्षेत्रवासियों को वाहन पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस तथा अन्य परिवहन संबंधी सेवाएं और अधिक सुलभ बनाएगा। इसके अतिरिक्त, वे आधुनिक तकनीक से युक्त ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का भी लोकार्पण करेंगे, जिससे ड्राइविंग टेस्ट की पारदर्शिता और गुणवत्ता में वृद्धि होगी। यह ट्रैक खासकर युवा ड्राइविंग अभ्यर्थियों के लिए काफी सहायक होगा, क्योंकि यहां बिना मानवीय हस्तक्षेप के ड्राइविंग टेस्ट की निगरानी की जा सकेगी। साथ ही, हरिद्वार और ऋषिकेश में निर्मित ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैकों का वर्चुअल लोकार्पण भी मुख्यमंत्री द्वारा काशीपुर से ही किया जाएगा। CSR के तहत मिलेगी स्वास्थ्य और जल सुविधा मुख्यमंत्री धामी काशीपुर नगर क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में वाटर कूलर वितरण योजना और नि:शुल्क एम्बुलेंस सेवा की भी शुरुआत करेंगे। यह पहल कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत की जा रही है, जिससे आमजन को गर्मियों में पीने के पानी की सुविधा मिलेगी और स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी। इन योजनाओं को हरी झंडी दिखाकर फ्लैग ऑफ किया जाएगा। शैक्षिक संस्था और सामाजिक कार्यक्रम में भागीदारी दोपहर 2:05 बजे मुख्यमंत्री का काफिला कार द्वारा सांई पब्लिक स्कूल, कुण्डेश्वरी रोड के लिए प्रस्थान करेगा, जहां वे 2:15 बजे पहुंचेंगे। यह कार्यक्रम मुख्यतः स्थानीय छात्रों, शिक्षकों और सामाजिक प्रतिनिधियों से संवाद के लिए आयोजित किया गया है। मुख्यमंत्री यहां लगभग 45 मिनट तक रुकेंगे और शिक्षा व युवाओं से जुड़े मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं। यह समय आरक्षित रखा गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री 3:00 बजे स्कूल से रवाना होकर 3:15 बजे रॉयल एन्क्लेव, निकट कलश मंडप, काशीपुर पहुंचेंगे, जहां एक स्वागत समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों व अन्य गणमान्य व्यक्तियों से संवाद की संभावना है। वापसी से पहले स्टेडियम हेलीपैड से प्रस्थान मुख्यमंत्री का काशीपुर दौरा शाम 3:45 बजे समाप्त होगा, जब वह स्टेडियम हेलीपैड, काशीपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा देहरादून के लिए प्रस्थान करेंगे। इसके लिए 3:35 बजे वे रॉयल एन्क्लेव से रवाना होंगे। प्रशासनिक तैयारियां पूरी, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और अन्य संबंधित विभागों द्वारा व्यापक तैयारियां की गई हैं। हेलीपैड से लेकर कार्यक्रम स्थलों तक सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। नगर निगम और परिवहन विभाग भी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। काशीपुर दौरा यह दौरा काशीपुर क्षेत्र के लिए विकास की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। परिवहन, तकनीकी, स्वास्थ्य और जल सुविधाओं से जुड़े इन कार्यक्रमों से स्थानीय जनता को निश्चित रूप से लाभ पहुंचेगा।दोपहर 2:05 बजे मुख्यमंत्री का काफिला कार द्वारा सांई पब्लिक स्कूल, कुण्डेश्वरी रोड के लिए प्रस्थान करेगा | नव-निर्मित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय का उद्घाटन करेंगे,|बल्कि एक साथ कई तकनीकी व जनहितकारी योजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे।

उत्तराखंड की 7499 ग्राम पंचायतों में ओबीसी आरक्षण तय, रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी

देहरादून, 28 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को पंचायत चुनावों में आरक्षण देने को लेकर बड़ा फैसला हुआ है। प्रदेश की 7499 ग्राम पंचायतों में ओबीसी आरक्षण का निर्धारण कर दिया गया है। गुरुवार को एकल सदस्यीय समर्पित आयोग के अध्यक्ष बीएस वर्मा ने इस संबंध में मुख्यमंत्री…

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देहरादून 27 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में आयोजित "राष्ट्रवाद 2.0 राष्ट्रीय युवा संसद एवं मॉडर्न यूनाइटेड नेशन्स" कार्यक्रम में आज युवाओं की बड़ी भागीदारी देखने को मिली। इस कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और वैश्विक विषयों पर गहन चर्चा हुई। युवाओं के जोश और नई सोच की सराहना करते हुए वक्ताओं ने कहा कि "नए भारत की नींव हमारे युवा ही रख रहे हैं। उनकी ऊर्जा और समर्पण देश को एक नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।" भगत सिंह कोश्यारी ने युवाओं को किया संबोधित इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता भगत सिंह कोश्यारी भी शामिल हुए। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रवाद और देश के विकास में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि "युवा शक्ति ही भारत की असली ताकत है, और सही मार्गदर्शन से वे देश को वैश्विक मंच पर अग्रणी बना सकते हैं।" कमल घनशाला से विशेष भेंट, शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान कार्यक्रम के दौरान ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के चेयरमैन श्री कमल घनशाला से विशेष मुलाकात भी हुई। श्री घनशाला ने अपनी मेहनत, दूरदृष्टि और समर्पण से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने का कार्य किया है। उनकी पहल से युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है, जिससे वे न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को सराहते हुए कहा गया कि "श्री कमल घनशाला न केवल वर्तमान पीढ़ी बल्कि आने वाले भविष्य को भी संवार रहे हैं। उनका शिक्षण मॉडल समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक सिद्ध हो रहा है।" युवाओं का उत्साह और राष्ट्रवाद पर सार्थक संवाद युवा संसद में छात्रों और शिक्षकों ने राष्ट्रवाद 2.0 के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम के दौरान वैश्विक राजनीति, भारत की बदलती भूमिका, डिजिटल युग में राष्ट्रवाद की नई परिभाषा, और सामाजिक सुधारों पर गहन चर्चा हुई। इस युवा संसद और मॉडर्न UN सम्मेलन ने छात्रों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया और वैश्विक कूटनीति को बेहतर समझने का अवसर दिया। इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल युवाओं को जागरूक बनाते हैं बल्कि उनमें नेतृत्व क्षमता और राष्ट्र निर्माण की भावना को भी विकसित करते हैं। ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में इस ऐतिहासिक आयोजन ने युवाओं को नई दिशा और प्रेरणा देने का काम किया, जिससे वे देश और समाज के विकास में अपनी प्रभावी भूमिका निभा सकें।

भगत सिंह कोश्यारी और कमल घनशाला की मौजूदगी में ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में राष्ट्रवाद 2.0 युवा संसद और मॉडर्न UN सम्मेलन का भव्य आयोजन

देहरादून 27 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में आयोजित “राष्ट्रवाद 2.0 राष्ट्रीय युवा संसद एवं मॉडर्न यूनाइटेड नेशन्स” कार्यक्रम में आज युवाओं की बड़ी भागीदारी देखने को मिली। इस कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और वैश्विक विषयों पर गहन चर्चा हुई। युवाओं के जोश और नई सोच की सराहना करते हुए…

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देहरादून, 10 जुलाई, 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की रणभेरी बजते ही, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी रणनीति पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने और पंचायती राज व्यवस्था के तीनों स्तरों पर प्रभुत्व स्थापित करने के उद्देश्य से, भाजपा ने अब ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए व्यापक स्तर पर प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। यह कदम भाजपा की दूरगामी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका लक्ष्य जमीनी स्तर तक अपनी पैठ बनाना है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर चौहान ने इस महत्वपूर्ण घोषणा की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट के निर्देश पर, राज्य के सभी जिलों में ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए योग्य और अनुभवी पदाधिकारियों को प्रभारी घोषित कर दिया गया है। यह नियुक्तियां पार्टी की संगठनात्मक शक्ति और आगामी चुनावों के प्रति उसकी गंभीरता को दर्शाती हैं। ब्लॉक प्रमुख चुनाव: ग्रामीण सत्ता की दूसरी सबसे बड़ी सीढ़ी ग्राम प्रधान के बाद, ब्लॉक प्रमुख का पद ग्रामीण सत्ता संरचना की दूसरी सबसे महत्वपूर्ण सीढ़ी माना जाता है। ब्लॉक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत समिति (ब्लॉक पंचायत) का मुखिया होता है, जो कई ग्राम पंचायतों को जोड़कर बनता है। यह पद ग्रामीण विकास योजनाओं के क्रियान्वयन, फंड्स के वितरण और ब्लॉक स्तर पर प्रशासनिक समन्वय में अहम भूमिका निभाता है। हालांकि, ब्लॉक प्रमुख का चुनाव सीधे जनता द्वारा नहीं होता, बल्कि क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा किया जाता है, जो पहले ग्राम पंचायत चुनावों में चुनकर आते हैं। ऐसे में, ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए प्रभारियों की नियुक्ति भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है ताकि वे क्षेत्र पंचायत सदस्यों के बीच अपना प्रभाव स्थापित कर सकें और पार्टी समर्थित उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित कर सकें। भाजपा की रणनीति: जमीनी स्तर पर पकड़ और संगठनात्मक मजबूती भाजपा ने इन प्रभारियों की नियुक्ति करके यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पंचायत चुनावों को कितनी गंभीरता से ले रही है। इन प्रभारियों का मुख्य कार्य संबंधित ब्लॉकों में चुनावी रणनीति तैयार करना, योग्य उम्मीदवारों की पहचान करना और उन्हें समर्थन देना, स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित करना और यह सुनिश्चित करना है कि पार्टी समर्थित उम्मीदवार चुनाव जीतें। यह कदम भाजपा को ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ और मजबूत करने में मदद करेगा, जिससे भविष्य में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी पार्टी को फायदा मिल सकता है। इन नियुक्तियों के माध्यम से भाजपा ग्रामीण मतदाताओं के बीच अपनी पैठ बढ़ाने और उन्हें पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों से जोड़ने का प्रयास कर रही है। जिलावार प्रभारियों की लंबी सूची: अनुभवी नेताओं पर भरोसा भाजपा ने ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए जिन प्रभारियों की घोषणा की है, उनमें पार्टी के कई अनुभवी और जमीनी स्तर पर सक्रिय नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह सूची प्रदेश के सभी जिलों और उनके अंतर्गत आने वाले विभिन्न ब्लॉकों को कवर करती है, जिससे स्पष्ट होता है कि भाजपा ने इस चुनाव के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की है: उत्तरकाशी जनपद: नौगांव ब्लॉक: डॉ. विजय बडोनी पुरोला ब्लॉक: श्री सत्ये सिंह राणा मोरी ब्लॉक: श्री नारायण सिंह चौहान चिनयौलीसैन: श्री जगत सिंह चौहान भटवाड़ी: श्री राम सुंदर नौटियाल डूंडा: श्री धन सिंह नेगी चमोली जनपद: दसौली: श्री राजकुमार पुरोहित पोखरी: श्री हरक सिंह नेगी ज्योतिर्मठ: श्री रामचंद्र गौड़ नंदा नगर: श्री समीर मिश्रा नारायणबगड़: श्री रघुवीर सिंह बिष्ट थराली: श्री गजेंद्र सिंह रावत देवल: श्री विनोद नेगी गैरसैण: श्री कृष्ण मणि थपलियाल कर्णप्रयाग: श्री विक्रम भंडारी रुद्रप्रयाग जनपद: अगस्तमुनि: श्री रमेश गाड़िया ऊखीमठ: श्री वाचस्पति सेमवाल जखोली: श्री रमेश मैखुरी टिहरी जनपद: भिलंगना: श्री अतर सिंह तोमर कीर्ति नगर: श्री विनोद रतूड़ी देवप्रयाग: श्री जोत सिंह बिष्ट नरेंद्र नगर: श्री रविंद्र राणा प्रताप नगर: श्री महावीर सिंह रंगड़ जाखड़ीधार: श्री सुभाष रमोला चंबा: श्री दिनेश घने थौलधार: श्री विनोद सुयाल जौनपुर: श्री खेम सिंह चौहान देहरादून जनपद: कालसी: श्री दिगंबर नेगी चकराता: श्री भुवन विक्रम डबराल विकासनगर: श्री यशपाल नेगी सहसपुर: श्री संजय गुप्ता रायपुर: श्री ओमवीर राघव डोईवाला: श्री नलिन भट्ट पौड़ी जनपद: पौड़ी: श्री ऋषि कंडवाल कोट: श्री वीरेंद्र रावत क्लजीखाल: श्री सुधीर जोशी खिर्सू: श्री मीरा रतूड़ी थलीसैंण: श्रीमती सुषमा रावत पाबो: श्री यशपाल बेनाम पोखडा: श्री जगमोहन रावत एकेश्वर: श्री विकास कुकरेती बीरोंखाल: श्री गिरीश पैन्यूली कोटद्वार: यमकेश्वर श्री मुकेश कोली द्वारीखाल: श्री शमशेर सिंह पुंडीर दुगड्डा: श्री संदीप गुप्ता नैनीडांडा: श्री महावीर कुकरेती जहरीखाल: श्री उमेश त्रिपाठी रिखणीखाल: श्री राजेंद्र अन्थवाल पिथौरागढ़ जनपद: धारचूला: श्री धन सिंह धामी मुनस्यारी: श्री अशोक नबियाल मुनकोट: श्री गणेश भंडारी डीडीहाट: श्री राजेंद्र सिंह रावत कनालीछीना: श्री राकेश देवाल पिथौरागढ़: श्री भूपेश पंत बेरीनाग: श्री बसंत जोशी गंगोलीहाट: श्री ललित पंत बागेश्वर जनपद: कपकोट: श्री इंद्र सिंह फर्स्वाण बागेश्वर: श्री देवेंद्र गोस्वामी गरुड़: श्री शिव सिंह बिष्ट रानीखेत (अल्मोड़ा जिला): द्वाराहाट: श्री अनिल शाही चौखुटिया: श्री पूरन सांगला साल्ट: श्री प्रेम शर्मा स्याल्दे: श्री सुरेंद्र मनराल ताड़ीखेत: श्री पूरन चंद नैनवाल भिकियासैंण: श्री सुभाष पांडे अल्मोड़ा जनपद: ताकुला: श्री अरविंद बिष्ट भैंसियाछाना: श्री रमेश बहुगुणा हवालबाग: श्री गौरव पांडे धौलादेवी: श्री रवि रौतेला लमगड़ा: श्री ललित लटवाल चंपावत जनपद: बाराकोट: श्री श्याम नारायण पांडे पाटी: श्री सतीश पांडे लोहाघाट: श्री शंकर पांडे चंपावत: श्री शंकर कोरंगा नैनीताल जनपद: धारी: श्री दीपक मेहरा ओखल कांडा: श्री चंदन सिंह बिष्ट रामगढ़: श्री मोहन पाल भीमताल: श्री प्रदीप जनौटी बेतालघाट: श्री देवेंद्र ढेला हल्द्वानी: श्री गोपाल रावत कोटा बाग: श्री तरुण बंसल रामनगर: श्री गुंजन सुखीजा उधमसिंह नगर जनपद: जसपुर: सरदार मंजीत सिंह बाजपुर: श्री राम मेहरोत्रा काशीपुर: श्री विवेक सक्सेना गदरपुर: श्री प्रदीप बिष्ट रुद्रपुर: श्री दिनेश आर्य सितारगंज: श्री दान सिंह रावत खटीमा: श्री उत्तम दत्ता आगामी चुनावी बिसात और सियासी हलचल इन नियुक्तियों से स्पष्ट है कि भाजपा ने पंचायत चुनाव की बिसात पर अपनी चालें चलना शुरू कर दिया है। यह कदम राज्य के राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा करेगा और अन्य राजनीतिक दलों, विशेषकर कांग्रेस को भी अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने पर मजबूर करेगा। ब्लॉक प्रमुख चुनाव सीधे तौर पर भले ही पार्टी सिंबल पर न लड़े जाते हों, लेकिन इन पर सत्ताधारी दल का दबदबा काफी महत्वपूर्ण होता है। भाजपा का लक्ष्य ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक हर स्तर पर अपने समर्थित प्रतिनिधियों की अधिकतम संख्या सुनिश्चित करना है, ताकि राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं को ग्रामीण स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा की यह 'मास्टरस्ट्रोक' रणनीति ब्लॉक प्रमुख चुनावों में कितनी सफल होती है और उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में सत्ता का समीकरण कैसे बदलता है।

भाजपा उत्तराखंड ने संगठन पर्व 2025 के लिए जिला पर्यवेक्षकों की सूची जारी की

देहरादून ,21फरवरी 2025(समय बोल रहा): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उत्तराखंड ने संगठन पर्व 2025 के तहत जिला अध्यक्ष चुनाव के संचालन के लिए जिला वार पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है। इस सूची में विभिन्न जिलों के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। घोषित सूची के प्रमुख नाम और दायित्व: हेमंत बिष्ट – प्रदेश…

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