रुद्रपुर: कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया वादा खिलाफी का आरोप, स्मार्ट मीटर को लेकर फिर गरमाई सियासत

रुद्रपुर: उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। कांग्रेस ने भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से पहले भाजपा नेताओं ने स्मार्ट मीटर न लगाने की बात कही थी, लेकिन अब सरकार और जनप्रतिनिधियों का रुख बदल गया है। कांग्रेस ने पहले ही किया था विरोध कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा ने कहा कि निकाय चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने स्मार्ट मीटर का विरोध किया था। इसके खिलाफ ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन भी किया गया था। चुनाव से पहले क्या कहा था भाजपा नेताओं ने? निकाय चुनाव में रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा और भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार विकास शर्मा ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता को भरोसा दिलाया था कि स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी जनता को आश्वासन दिया था कि उनकी सहमति के बिना स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जाएंगे। अब भाजपा नेताओं ने बदला रुख? कांग्रेस नेता हिमांशु गावा ने आरोप लगाया कि चुनाव जीतने के बाद भाजपा नेता अब अपने बयान बदल रहे हैं। विधायक शिव अरोरा और मेयर विकास शर्मा अब कह रहे हैं कि "जो जनता के हित में होगा, वही कार्य किया जाएगा।" इतना ही नहीं, विधायक शिव अरोरा ने यहां तक कह दिया कि वह अपने घर पर भी स्मार्ट मीटर लगवाने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस का हमला – 'जनता से किया गया धोखा' कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने चुनाव के दौरान जनता को भ्रमित किया और अब अपने ही वादों से मुकर रही है। कांग्रेस ने इसे जनता के साथ विश्वासघात करार दिया है और इस मुद्दे पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। जनता में बढ़ रही नाराजगी स्मार्ट मीटर को लेकर आम लोगों में भी नाराजगी देखने को मिल रही है। कई उपभोक्ताओं का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने से बिजली बिल अनियंत्रित हो सकता है और अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ सकता है। अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या निर्णय लेती है और क्या कांग्रेस इसको लेकर बड़ा आंदोलन करेगी।

रुद्रपुर: उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। कांग्रेस ने भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से पहले भाजपा नेताओं ने स्मार्ट मीटर न लगाने की बात कही थी, लेकिन अब सरकार और जनप्रतिनिधियों का रुख बदल गया है।

कांग्रेस ने पहले ही किया था विरोध

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा ने कहा कि निकाय चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने स्मार्ट मीटर का विरोध किया था। इसके खिलाफ ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन भी किया गया था।

चुनाव से पहले क्या कहा था भाजपा नेताओं ने?

निकाय चुनाव में रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा और भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार विकास शर्मा ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता को भरोसा दिलाया था कि स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी जनता को आश्वासन दिया था कि उनकी सहमति के बिना स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जाएंगे।

अब भाजपा नेताओं ने बदला रुख?

कांग्रेस नेता हिमांशु गावा ने आरोप लगाया कि चुनाव जीतने के बाद भाजपा नेता अब अपने बयान बदल रहे हैं। विधायक शिव अरोरा और मेयर विकास शर्मा अब कह रहे हैं कि “जो जनता के हित में होगा, वही कार्य किया जाएगा।”
इतना ही नहीं, विधायक शिव अरोरा ने यहां तक कह दिया कि वह अपने घर पर भी स्मार्ट मीटर लगवाने के लिए तैयार हैं।

कांग्रेस का हमला – ‘जनता से किया गया धोखा’

कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने चुनाव के दौरान जनता को भ्रमित किया और अब अपने ही वादों से मुकर रही है। कांग्रेस ने इसे जनता के साथ विश्वासघात करार दिया है और इस मुद्दे पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।

जनता में बढ़ रही नाराजगी

स्मार्ट मीटर को लेकर आम लोगों में भी नाराजगी देखने को मिल रही है। कई उपभोक्ताओं का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने से बिजली बिल अनियंत्रित हो सकता है और अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ सकता है। अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या निर्णय लेती है और क्या कांग्रेस इसको लेकर बड़ा आंदोलन करेगी।

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