उत्तराखंड: जसपुर में खेलों को लेकर बदल रही समाज की सोच, खेल मंत्री रेखा आर्या ने CBSE नॉर्थ जोन क्रिकेट प्रतियोगिता का किया भव्य शुभारंभ

जसपुर, 24 जुलाई – (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में खेलों के प्रति बदल रही सामाजिक सोच और युवाओं में खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल आज जसपुर में देखने को मिली। उधम सिंह नगर के जसपुर स्थित प्रतिष्ठित ब्राइट स्टार्ट इंटरनेशनल एकेडमी में सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन का भव्य शुभारंभ हुआ, जिसका उद्घाटन स्वयं प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया। इस विशाल प्रतियोगिता में देश के उत्तरी क्षेत्र से 2000 से अधिक युवा खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एकत्रित हुए हैं। खेल मंत्री ने इस अवसर पर न केवल प्रतियोगिता का आगाज किया, बल्कि खेल और खिलाड़ियों के प्रति समाज की बदलती धारणा पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।

महानगरों जैसी चमक जसपुर के खेल मैदान पर
ब्राइट स्टार्ट इंटरनेशनल एकेडमी का परिसर आज सुबह से ही खिलाड़ियों, आयोजकों, शिक्षकों और स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों की भीड़ से गुलजार था। रंग-बिरंगे झंडों और उत्साहपूर्ण नारों के बीच एक उत्सव का माहौल था। खेल मंत्री रेखा आर्या के आगमन पर खिलाड़ियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ हुई, जिसके बाद क्रिकेट के इस महाकुंभ का विधिवत शुभारंभ हुआ। खेल मंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से क्रिकेट पिच पर बल्ला घुमाकर या गेंद को हवा में उछालकर प्रतियोगिता के आगाज की घोषणा की, जिससे युवा खिलाड़ियों में जोश भर गया। यह प्रतियोगिता केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के खिलाड़ियों को एक मंच पर लाने का एक बड़ा प्रयास है, जो खेल प्रतिभाओं को निखारने का अवसर प्रदान करेगा।

खेल मंत्री रेखा आर्या का प्रेरणादायी संबोधन: ‘खेल अब केवल मनोरंजन नहीं, करियर भी है’
अपने संबोधन में खेल मंत्री रेखा आर्या ने खेल और खिलाड़ियों के प्रति समाज में आए क्रांतिकारी बदलाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि “बीते एक दशक में, देश और प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों को देखने का नजरिया पूरी तरह से बदल गया है। एक समय था जब खेल को केवल मनोरंजन या शारीरिक गतिविधि का एक साधन मात्र समझा जाता था। माता-पिता भी अपने बच्चों को पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करते थे और खेल को करियर के रूप में शायद ही कभी सोचा जाता था।”
उन्होंने आगे कहा, “लेकिन आज स्थिति पूरी तरह भिन्न है। अब युवा खेल में अपनी असाधारण प्रतिभा दिखाकर न केवल अपने भविष्य को संवार रहे हैं, बल्कि देश और प्रदेश का नाम भी रोशन कर रहे हैं।” मंत्री ने इस बदलाव का श्रेय खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत, सरकार की नीतियों और खेल के प्रति बढ़ती जागरूकता को दिया। उन्होंने गर्व से कहा कि “हमारी प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को हर संभव बढ़ावा देने में हमेशा अग्रणी रही है। हमने राज्य के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सीधे सरकारी नौकरी देने का प्रावधान किया है, ताकि उन्हें भविष्य की चिंता न रहे और वे पूरी तरह से अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर सकें।” यह नीति युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, जिसने हजारों युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित किया है।
‘स्टेडियम की मांग समाज की बदलती सोच का प्रतीक’
खेल मंत्री रेखा आर्या ने समाज की सोच में आए इस परिवर्तन का एक और महत्वपूर्ण पहलू उजागर किया। उन्होंने कहा कि “पहले, जब वह जनता के बीच जाती थीं, तो लोगों की मुख्य मांगें सड़क, बिजली, पानी, अस्पताल और स्कूल जैसी मूलभूत सुविधाएं होती थीं। ये आवश्यक भी थीं और आज भी हैं।” लेकिन, उन्होंने जोड़ा, “यह समाज की सोच में आया एक बड़ा बदलाव ही है कि अब हर जगह से स्टेडियम और खेल मैदान बनाए जाने की मांग उठने लगी है। लोग अपने बच्चों के लिए बेहतर खेल सुविधाएं चाहते हैं, ताकि वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें।”
यह बात दर्शाती है कि समाज अब शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ खेलों को भी बच्चों के सर्वांगीण विकास का एक अनिवार्य हिस्सा मान रहा है। यह एक सकारात्मक संकेत है जो राज्य में एक मजबूत खेल संस्कृति के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार इन मांगों को गंभीरता से ले रही है और खेल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए निरंतर काम कर रही है।
2000 से अधिक खिलाड़ी, भविष्य की उम्मीदें
सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन में 2000 से अधिक खिलाड़ियों की भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि युवा पीढ़ी खेलों को लेकर कितनी गंभीर है। यह प्रतियोगिता इन युवा प्रतिभाओं को न केवल अपनी कौशल दिखाने का अवसर प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में भी मदद करेगी। ऐसे आयोजन खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धी माहौल प्रदान करते हैं, जिससे उनका खेल निखरता है और वे बड़े टूर्नामेंटों के लिए तैयार होते हैं। यह मंच उन्हें खेल भावना, टीम वर्क और नेतृत्व क्षमता जैसे महत्वपूर्ण गुणों को विकसित करने में भी सहायता करता है।
स्थानीय नेताओं की उपस्थिति और समर्थन
इस महत्वपूर्ण अवसर पर कई स्थानीय और क्षेत्रीय भाजपा नेता भी उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। इनमें काशीपुर भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज पाल, पूर्व विधायक डॉ शैलेंद्र मोहन सिंघल, काशीपुर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, सुनील कंबोज, सुमित कंबोज, मधु शर्मा, पुष्कर काला, राजकुमार चौहान आदि प्रमुख थे। इन नेताओं की उपस्थिति ने यह संदेश दिया कि स्थानीय प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व खेलों और युवा विकास के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें खेल के मैदान पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया।
कुल मिलाकर, जसपुर में सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन का यह शुभारंभ उत्तराखंड में खेलों के एक नए युग का प्रतीक है। खेल मंत्री रेखा आर्या के शब्दों ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार और समाज दोनों ही अब खेलों को केवल मनोरंजन से कहीं बढ़कर, एक गंभीर करियर विकल्प और सामाजिक विकास के महत्वपूर्ण आयाम के रूप में देख रहे हैं। यह निश्चित रूप से राज्य में खेल प्रतिभाओं के लिए उज्ज्वल भविष्य की ओर एक बड़ा कदम है।