पत्रकार अनुश्री भारद्वाज को श्रद्धांजलि: काशीपुर में प्रथम पुण्यतिथि पर भावभीनी सभा

काशीपुर, 14 सितंबर 2025 – ( समय बोल रहा ) – काशीपुर की प्रतिभाशाली पत्रकार, कवयित्री और समाजसेवी स्वर्गीय अनुश्री भारद्वाज की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। उनकी समाजसेवी संस्था ‘प्रकृति हमारी धरोहर’ के तत्वावधान में जसपुर खुर्द स्थित गार्डन में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें काशीपुर के सामाजिक, पत्रकारिता और शैक्षणिक जगत के कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।

संघर्ष और सफलता की कहानी
अनुश्री भारद्वाज को याद करते हुए, वक्ताओं ने उनके संघर्षशील जीवन और पत्रकारिता तथा साहित्य जगत में उनकी विशिष्ट पहचान बनाने के कठिन परिश्रम पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अनुश्री ने अपनी प्रतिभा और लगन के बल पर एक मुकाम हासिल किया और वे काशीपुर की बेटियों और बच्चों के लिए हमेशा प्रेरणा बनी रहेंगी।
इस अवसर पर, सभी उपस्थित लोगों ने नम आँखों से अनुश्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके योगदान को याद किया। यह सभा न केवल उनके जीवन का सम्मान करने के लिए थी, बल्कि उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने के संकल्प को दोहराने के लिए भी थी।
पत्रकारिता जगत को अपूरणीय क्षति
श्रद्धांजलि सभा के दौरान, समाजसेवियों और पत्रकार साथियों ने कहा कि अनुश्री भारद्वाज का असमय जाना काशीपुर की पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि अनुश्री जैसी बहुमुखी प्रतिभा को भुलाना संभव नहीं है। उन्होंने सभी से उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करने का आग्रह किया।
सभा में उत्तराखंड एथलीट चैंपियन समिति के अध्यक्ष विजेंद्र चौधरी, असीम साहनी , संपादक रवि साहनी ,ब्यूरो चीफ समय बोल रहा बलविंदर साहनी ,समाजसेवी एवं पीसीसी सदस्य अलका पाल, काशीपुर मीडिया सेंटर के अध्यक्ष दिलप्रीत सिंह सिटी, श्याम मॉडर्न स्कूल के प्रबंधक अमित शर्मा, समाजसेवी एवं पत्रकार एम. ए. राहुल, पत्रकार जुगनू खान, मोहम्मद शमी, भागीरथ शर्मा, सुनील कोठारी, बकुल डोनाल्ड, हिमांशु ठाकुर, अनुराग भटनागर, अभिषेक बलोदी, चित्रांश सक्सेना सहित अनेक गणमान्य पत्रकार उपस्थित थे।
इसके अतिरिक्त, छात्र सेवक जतिन शर्मा, रिंकु बिष्ट, अंचित शर्मा और विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर स्वर्गीय अनुश्री भारद्वाज को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस भावपूर्ण माहौल में, पूरा काशीपुर उन्हें नमन कर रहा था और उनकी स्मृतियों को संजो रहा था।