नगर निकाय चुनाव-2024: नामांकन प्रक्रिया की तैयारियों को लेकर आरओ-एआरओ की बैठक, आदर्श आचार संहिता के पालन पर जोर ।

रुद्रपुर, 06 मई 2025 (समय बोल रहा ): उधमसिंहनगर में अवैध खनन, वन संपदा की लूट और गैरकानूनी परिवहन पर अब शिकंजा कसने वाला है। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने जिले में इस अवैध गतिविधि पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। यह निर्णय सोमवार को जिला समन्वय समिति की एक अहम बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान कहा कि जनपद में अवैध खनन, वन संपदा की चोरी और नियमों के खिलाफ चल रहे परिवहन पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने पुलिस, प्रशासन, वन विभाग और खनन विभाग को परस्पर समन्वय के साथ सक्रिय रूप से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब केवल कागजी कार्रवाई नहीं, बल्कि वास्तविक और प्रभावी धरातल पर कार्य दिखना चाहिए। सीमावर्ती क्षेत्रों पर विशेष निगरानी डीएम भदौरिया ने विशेष रूप से जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में चल रही अवैध गतिविधियों पर चिंता जताई और कहा कि इन इलाकों में अवैध खनन और वन संपदा की तस्करी पर निगरानी बढ़ाई जाए। इन क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की नियमित पेट्रोलिंग होनी चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधि को समय रहते रोका जा सके। परगना स्तर पर समन्वयात्मक बैठकें अनिवार्य जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों और वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे परगना स्तर पर नियमित बैठकें करें और आपसी समन्वय से रणनीति तैयार करें। इसका उद्देश्य यह है कि हर स्तर पर जानकारी और संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल हो और विभागीय तालमेल से कोई भी अवैध गतिविधि न बच सके। सख्त कार्यवाही की चेतावनी बैठक में जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि जो अधिकारी इस अभियान में लापरवाही बरतेंगे, उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक संयुक्त प्रयास है और इसमें किसी भी स्तर पर ढिलाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि विभागों को चाहिए कि वे अपने स्तर पर डेटा एकत्र करें, गश्त बढ़ाएं और स्थानीय नागरिकों को भी जागरूक करें कि वे अवैध खनन या लकड़ी कटाई जैसी घटनाओं की सूचना तुरंत प्रशासन को दें। वन संपदा और पारिस्थितिकी की रक्षा प्राथमिकता डीएम भदौरिया ने कहा कि जिले की प्राकृतिक धरोहर, जैसे कि जंगल, नदियाँ और पहाड़ी क्षेत्र, हमारी सामूहिक धरोहर हैं और इनकी रक्षा करना प्रशासन के साथ-साथ आम जनता की भी जिम्मेदारी है। उन्होंने वन विभाग को निर्देश दिया कि वे जंगलों की सैटेलाइट निगरानी शुरू करें और किसी भी अवैध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट प्रशासन को भेजें। बैठक में प्रमुख अधिकारी रहे मौजूद इस महत्वपूर्ण बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, प्रभागीय वन अधिकारी हिमांशु बागरी, अपर पुलिस अधीक्षक अभय सिंह, उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह, मनीष बिष्ट और प्रभारी खनन अधिकारी मनीष कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी शामिल रहे। जनता से सहयोग की अपील बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने जनपद की जनता से भी सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि जब तक नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर काम नहीं करेंगे, तब तक अवैध माफियाओं की कमर नहीं तोड़ी जा सकती। उन्होंने कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना जिला प्रशासन, स्थानीय थाना या वन विभाग को तुरंत दें ताकि त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। इस अवैध गतिविधि पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। यह निर्णय सोमवार को जिला समन्वय समिति की एक अहम बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान कहा कि जनपद में अवैध खनन, वन संपदा की चोरी और नियमों के खिलाफ चल रहे परिवहन पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने पुलिस, प्रशासन, वन विभाग और खनन विभाग को परस्पर समन्वय के साथ सक्रिय रूप से कार्य करने के निर्देश दिए।
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कार्तिक अरोरा–रूद्रपुर, 26 दिसम्बर,2024 (समय बोल रहा )- नागर निकाय सामान्य निर्वाचन-2024 को निष्पक्ष, निर्वाध सम्पन्न कराये जाने हेतु जिला निर्वाचन अधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने जिला सभागार मंे वीसी के माध्यम से सभी आरओ व एआरओ की बैठक ली। उन्होने सभी आरओ, एआरओ से कहा कि 27 दिसम्बर से नागर निकाय चुनाव हेतु नामांकन प्रारम्भ है, इसलिए नामांकन की पूर्ण तैयारिया कर ले तथा वैरिकेटिंग भी करा ले। उन्होने कहा कि नामांकन पत्रों की बिक्री पंजिका बनाई जाय तथा प्रतिदिन नामांकन पत्रों की बिक्री पंजिका मंे नियमित अंकन कराना सुनिश्चित करें। उन्होने सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखने के निर्देश दिये। उन्होने कहा नामांकन पत्रो को प्राप्त करते समय अच्छी तरह जांच कर ले तथा नामांक पत्र लेते समय ही कमियों को पूर्ण करा लिया जाये। उन्होने कहा कि बैलेट पेपर छपाने से पूर्व नमूना बैलेट भी सभी प्रत्याशियों को दिखा ले ताकि प्रतिक चिन्हो में कोई गलती न हो। उन्होने कहा आरओ नामांकन कक्ष में सीसी टीवी कैमरे के साथ ही घड़ी अवश्य लगा ले। उन्होने कहा सभी आरओ कितने वाहन, कार्मिक, मतपेटिया आदि की आवश्यकता है उसकी सूची बनाते हुए मांग कर ले। उन्होने कहा बूथों का भ्रमण करते हुए रूट चार्ट भी बना ले। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा सभी नगर निकायो में आदर्श आचार संहिता लागू है उसका कड़ाई से अनुपालन कराया जाये व आयोग के निर्देश का स्वंय पालन करना व कराना भी सुनिश्चित करेगें। उन्होने सभी आरओ, एआरओ को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्रों के चिन्हित संवेदनशील, अतिसंवेदनशील बूथों का स्वंय भ्रमण कर ले व उनमे पैनी नजर रखे। उन्होने स्ट्रांग रूम बनाने तथा उनमे सभी व्यवस्थाए सुनिश्चित करने के साथ ही पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देश दिये। प्रशिक्षण में सम्बोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि सभी आरओ, एआरओ हस्तपुस्तिका का अच्छे से अध्ययन कर ले। उन्होने कहा कि नामांकन, नामांकन पत्रों की जांच व प्रतीक चिन्ह आवंटन में सावधानी व सतर्कता बरती जाये। उप जिला निर्वाचन अधिकारी अशोक कुमार जोशी ने कहा कि प्रत्याशियों को रैली, सभा करने हेतु आरओ स्तर से ही स्वीकृति दी जायेगी। उन्होने नागर निकायो में आरओ, एआरओ को आदर्श आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। बैठक में जिला विकास अधिकारी/नोडल प्रशिक्षण सुशील मोहन डोभाल, आरओ त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, मनीष बिष्ट, ओसी गौरव पाण्डेय, तहसीलदान दिनेश कुटौला, सहित आरओ, एआरओ वर्चुअल के माध्यम से जुड़े थे l

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