स्वच्छता मॉडल इंदौर से लौटे महापौर दीपक बाली एक्शन मोड में, कहा- ‘जब तक हम खुद नहीं सुधरेंगे, तब तक शहर साफ नहीं होगा’
काशीपुर, 16 दिसंबर 2025 (समय बोल रहा) – काशीपुर में स्वच्छता नियमों का उल्लंघन कर खुलेआम कूड़ा जलाने वालों को आज महापौर दीपक बाली की त्वरित कार्रवाई का सामना करना पड़ा। क्षेत्र से गुजरते समय कूड़ा जलाने की इस अव्यवस्था पर जैसे ही महापौर की नज़र पड़ी, उन्होंने तुरंत अपना वाहन रुकवाकर मौके पर स्थिति का जायजा लिया और संबंधित लोगों को बुलाया।
पहली गलती पर माफ़ी, अनोखी सजा सुनाई
नियमों का पहली बार उल्लंघन करने पर महापौर दीपक बाली ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाया। उन्होंने तत्काल जुर्माना लगाने के बजाय एक अनोखी सजा सुनाई। महापौर ने निर्देश दिए कि पकड़े गए सभी लोग अब कम से कम 10-10 अन्य लोगों को कूड़ा न जलाने के लिए जागरूक करेंगे और शहर में स्वच्छता का संदेश फैलाएंगे।
महापौर ने दो टूक शब्दों में कहा कि:
“जब तक हम खुद अपनी आदतें नहीं बदलेंगे, तब तक कोई भी व्यवस्था शहर को स्वच्छ नहीं बना सकती। चाहे महापौर खुद मौके पर क्यों न आ जाए, बिना जनसहयोग के शहर को साफ नहीं किया जा सकता।”
व्यापार मंडल से किया विशेष आह्वान
स्वच्छता अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए महापौर ने व्यापार मंडल से विशेष अपील की। उन्होंने कहा कि बाजारों में मुनादी कराकर हर दुकानदार को अतिक्रमण न करने के लिए प्रेरित किया जाए, ताकि बाजार व्यवस्थित और साफ-सुथरे बन सकें।
अब नहीं चलेगी ढिलाई, सख्त कार्रवाई तय
महापौर ने स्पष्ट किया कि ‘स्वच्छ काशीपुर’ अभियान तभी सफल होगा जब प्रशासन, व्यापारी और आमजन मिलकर अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। उन्होंने साफ किया कि अब स्वच्छता को लेकर कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। खुले में कूड़ा फेंकने और कूड़ा जलाने वालों के खिलाफ आगे से कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और नियम तोड़ने वालों पर जुर्माना एवं कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का कूड़ा नगर निगम की कूड़ा गाड़ी में ही डालें, क्योंकि सड़कों, नालियों और सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकना पूरी तरह प्रतिबंधित है।
इंदौर दौरे से लौटे, नई ऊर्जा में दिखे महापौर
स्वच्छता के मॉडल शहर इंदौर के दौरे से लौटे महापौर दीपक बाली पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आए। उन्होंने विश्वास जताया कि इंदौर की तर्ज पर काशीपुर को भी स्वच्छ और सुंदर शहर बनाया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नालियों के ऊपर रखे पक्के स्लैब हटाकर उनकी जगह लोहे के जाल लगाए जाएं, जिससे सफाई व्यवस्था बेहतर होगी और जलभराव की समस्या से भी निजात मिलेगी।

