लाखों का नुकसान! महुआखेड़ा गंज में बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में भीषण आग, कैसे हुआ इतना बड़ा अग्निकांड?

महुआखेड़ा गंज, 22 मई 2025 (समय बोल रहा): महुआखेड़ा गंज स्थित एक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते लाखों रुपये का सामान राख कर दिया। सुबह तड़के करीब सवा चार बजे लगी इस आग ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया और आग को आसपास की अन्य फैक्ट्रियों तक फैलने से रोका जा सका। अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन प्लांट स्वामी को करीब 85 लाख रुपये के भारी नुकसान का अनुमान है।
सुबह 4:20 बजे लगी भीषण आग, कच्चा माल चपेट में
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को सुबह लगभग 4 बजकर 20 मिनट पर महुआखेड़ा गंज क्षेत्र में स्थित उम्मेद हानि इंडस्ट्री नामक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि उसने प्लांट के अंदर रखे बैटरी रिसाइकलिंग के कच्चे माल (रॉ मटेरियल्स) को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से ही देखा जा सकता था, जिससे आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। प्लांट के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना दी।
दमकल टीम की त्वरित कार्रवाई, आग को फैलने से रोका
सूचना मिलते ही फायर स्टेशन से लीडिंग फायरमैन चंदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में दमकल की एक यूनिट तत्काल मौके पर पहुंची। अग्निशमन दल के जवानों ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। उन्होंने फायर इंजन से एक होज लगाकर आग को नियंत्रित करने का प्रयास किया। दमकलकर्मियों की तत्परता और सूझबूझ के चलते आग को पास की अन्य फैक्ट्रियों और आवासीय संस्थानों तक फैलने से रोका जा सका, अन्यथा नुकसान का आंकड़ा कई गुना बढ़ सकता था। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया।
लाखों का नुकसान, जनहानि नहीं
अग्निकांड के बाद प्लांट में हुए नुकसान का आकलन किया गया है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, इस भीषण अग्निकांड में प्लांट स्वामी का करीब 85 लाख रुपये का भारी नुकसान होने की संभावना जताई गई है। आग लगने से बैटरी रिसाइकलिंग का कच्चा माल और अन्य उपकरण जलकर खाक हो गए हैं। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। आग लगने के समय प्लांट में मौजूद कर्मचारियों और आसपास के लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।
अग्निशमन दल की सराहनीय भूमिका
इस सफल अग्निशमन अभियान में फायर यूनिट टीम के सभी सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लीडिंग फायरमैन चंदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में फायरमैन कृपाल सिंह, महिला फायरमैन ज्योति, महिला फायरमैन शिखा मालिक और चालक दीपक राठौर ने विषम परिस्थितियों में भी साहस और लगन से काम करते हुए आग पर काबू पाया। उनकी त्वरित कार्रवाई और पेशेवर दक्षता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया और आसपास की संपत्तियों को भारी नुकसान से बचाया जा सका। स्थानीय लोगों ने भी अग्निशमन विभाग के जवानों की इस सराहनीय कार्य की सराहना की है।
आग लगने के कारणों की जांच जारी
फिलहाल आग लगने के कारणों का स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है। पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमें मामले की जांच कर रही हैं। आशंका जताई जा रही है कि आग शॉर्ट सर्किट या किसी अन्य तकनीकी खराबी के कारण लगी होगी। जांच के बाद ही आग लगने के वास्तविक कारणों का खुलासा हो पाएगा। इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में आग सुरक्षा मानकों के पालन के महत्व को रेखांकित किया है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके। प्लांट के मालिक भी आग लगने के कारणों और नुकसान के आकलन में जुटे हुए हैं।