जसपुर: घायल हाथी के इलाज के लिए विधायक आदेश चौहान की त्वरित कार्रवाई

जसपुर, 1 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – जसपुर के ग्राम बगीची में एक जसपुर,की सूचना मिलने पर विधायक आदेश चौहान ने तुरंत संज्ञान लेते हुए वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया और हाथी के उपचार के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और रेंजर व डी.एफ.ओ. रामनगर से बातचीत कर तत्काल उचित चिकित्सा व्यवस्था कराने का आदेश दिया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे विधायक स्थानीय ग्रामीणों ने घायल हाथी को देखकर इसकी सूचना वन विभाग और प्रशासन को दी। हाथी के पैर में गंभीर चोट लगी थी और वह चलने में असमर्थ हो गया था। जैसे ही विधायक आदेश चौहान को इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर घायल हाथी की मदद के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया। वन विभाग और प्रशासन की तत्परता विधायक के निर्देश के बाद वन विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। डी.एफ.ओ. रामनगर और रेंजर ने विशेषज्ञों की एक टीम को बुलाकर हाथी की स्थिति का निरीक्षण करवाया। प्राथमिक उपचार के बाद, हाथी को सुरक्षित रूप से वन विभाग के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उचित उपचार किया गया। वन्यजीव संरक्षण को लेकर जताई चिंता विधायक आदेश चौहान ने कहा कि वन्यजीव संरक्षण सरकार की प्राथमिकता है और किसी भी घायल या संकटग्रस्त जानवर की मदद के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार वन्यजीवों और पर्यावरण संरक्षण को लेकर गंभीर है। इस तरह की घटनाएं हमें हमारी जिम्मेदारी का अहसास कराती हैं कि हमें अपने जंगलों और वहां रहने वाले जीवों की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।" स्थानीय जनता ने की विधायक की सराहना गांव के लोगों ने विधायक आदेश चौहान की त्वरित कार्रवाई और वन विभाग की तत्परता की प्रशंसा की। ग्रामीणों ने कहा कि हाथी गंभीर रूप से घायल था और अगर समय पर इलाज न मिलता, तो उसकी जान को खतरा हो सकता था। स्थानीय निवासी राजेंद्र सिंह ने कहा, "हमें खुशी है कि विधायक जी ने हमारी बात सुनी और तुरंत कार्रवाई की। इससे साबित होता है कि वह जनता और वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर कितने जागरूक हैं।" वन्यजीवों के लिए सुरक्षित वातावरण की जरूरत यह घटना एक बार फिर वन्यजीवों की सुरक्षा और उनके प्राकृतिक आवासों को संरक्षित रखने की जरूरत पर जोर देती है। बढ़ती जनसंख्या और शहरीकरण के कारण जंगलों का दायरा सिमटता जा रहा है, जिससे हाथियों जैसे बड़े जानवरों को भोजन और पानी की तलाश में रिहायशी इलाकों में आना पड़ता है। इससे कई बार वे घायल हो जाते हैं या मानव-वन्यजीव संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। वन विभाग की अपील वन विभाग के अधिकारियों ने जनता से अपील की कि अगर उन्हें कोई घायल वन्यजीव दिखे, तो तुरंत इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दें। डी.एफ.ओ. रामनगर ने कहा, "वन्यजीव संरक्षण में जनता की भूमिका बेहद अहम है। हमें खुशी है कि ग्रामीणों ने समय पर सूचना दी, जिससे हाथी को बचाया जा सका।" सरकार की पहल और भविष्य की योजनाएं उत्तराखंड सरकार वन्यजीव संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। इनमें हाथी गलियारे (elephant corridors) को संरक्षित करने, जंगलों में जल स्रोतों को बहाल करने और गश्ती दलों को मजबूत करने जैसी पहल शामिल हैं। विधायक आदेश चौहान ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सरकार अधिक प्रभावी नीतियां लागू करेगी और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। घायल हाथी जसपुर के ग्राम बगीची में घायल हाथी की तत्काल चिकित्सा के लिए विधायक आदेश चौहान की सक्रियता ने वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक उदाहरण पेश किया है। इस घटना ने जनता और प्रशासन के बीच समन्वय की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया है। सरकार और वन विभाग की तत्परता से हाथी को बचाया जा सका, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए समुचित व्यवस्था बनाने की आवश्यकता और अधिक स्पष्ट हो गई है।

जसपुर, 1 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – जसपुर के ग्राम बगीची में एक जसपुर,की सूचना मिलने पर विधायक आदेश चौहान ने तुरंत संज्ञान लेते हुए वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया और हाथी के उपचार के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और रेंजर व डी.एफ.ओ. रामनगर से बातचीत कर तत्काल उचित चिकित्सा व्यवस्था कराने का आदेश दिया।

घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे विधायक

स्थानीय ग्रामीणों ने घायल हाथी को देखकर इसकी सूचना वन विभाग और प्रशासन को दी। हाथी के पैर में गंभीर चोट लगी थी और वह चलने में असमर्थ हो गया था। जैसे ही विधायक आदेश चौहान को इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर घायल हाथी की मदद के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया।

वन विभाग और प्रशासन की तत्परता

विधायक के निर्देश के बाद वन विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। डी.एफ.ओ. रामनगर और रेंजर ने विशेषज्ञों की एक टीम को बुलाकर हाथी की स्थिति का निरीक्षण करवाया। प्राथमिक उपचार के बाद, हाथी को सुरक्षित रूप से वन विभाग के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उचित उपचार किया गया।

वन्यजीव संरक्षण को लेकर जताई चिंता

विधायक आदेश चौहान ने कहा कि वन्यजीव संरक्षण सरकार की प्राथमिकता है और किसी भी घायल या संकटग्रस्त जानवर की मदद के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा,

“हमारी सरकार वन्यजीवों और पर्यावरण संरक्षण को लेकर गंभीर है। इस तरह की घटनाएं हमें हमारी जिम्मेदारी का अहसास कराती हैं कि हमें अपने जंगलों और वहां रहने वाले जीवों की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।”

स्थानीय जनता ने की विधायक की सराहना

गांव के लोगों ने विधायक आदेश चौहान की त्वरित कार्रवाई और वन विभाग की तत्परता की प्रशंसा की। ग्रामीणों ने कहा कि हाथी गंभीर रूप से घायल था और अगर समय पर इलाज न मिलता, तो उसकी जान को खतरा हो सकता था। स्थानीय निवासी राजेंद्र सिंह ने कहा,

“हमें खुशी है कि विधायक जी ने हमारी बात सुनी और तुरंत कार्रवाई की। इससे साबित होता है कि वह जनता और वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर कितने जागरूक हैं।”

वन्यजीवों के लिए सुरक्षित वातावरण की जरूरत

यह घटना एक बार फिर वन्यजीवों की सुरक्षा और उनके प्राकृतिक आवासों को संरक्षित रखने की जरूरत पर जोर देती है। बढ़ती जनसंख्या और शहरीकरण के कारण जंगलों का दायरा सिमटता जा रहा है, जिससे हाथियों जैसे बड़े जानवरों को भोजन और पानी की तलाश में रिहायशी इलाकों में आना पड़ता है। इससे कई बार वे घायल हो जाते हैं या मानव-वन्यजीव संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

वन विभाग की अपील

वन विभाग के अधिकारियों ने जनता से अपील की कि अगर उन्हें कोई घायल वन्यजीव दिखे, तो तुरंत इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दें। डी.एफ.ओ. रामनगर ने कहा,

“वन्यजीव संरक्षण में जनता की भूमिका बेहद अहम है। हमें खुशी है कि ग्रामीणों ने समय पर सूचना दी, जिससे हाथी को बचाया जा सका।”

सरकार की पहल और भविष्य की योजनाएं

उत्तराखंड सरकार वन्यजीव संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। इनमें हाथी गलियारे (elephant corridors) को संरक्षित करने, जंगलों में जल स्रोतों को बहाल करने और गश्ती दलों को मजबूत करने जैसी पहल शामिल हैं।

विधायक आदेश चौहान ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सरकार अधिक प्रभावी नीतियां लागू करेगी और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

घायल हाथी

जसपुर के ग्राम बगीची में घायल हाथी की तत्काल चिकित्सा के लिए विधायक आदेश चौहान की सक्रियता ने वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक उदाहरण पेश किया है। इस घटना ने जनता और प्रशासन के बीच समन्वय की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया है। सरकार और वन विभाग की तत्परता से हाथी को बचाया जा सका, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए समुचित व्यवस्था बनाने की आवश्यकता और अधिक स्पष्ट हो गई है।

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