काशीपुर में विशाल ‘शौर्य सम्मान यात्रा’: हरिचैतन्यपुरी के सानिध्य में उमड़ा हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब, महाराज गुरुद्वारे भी गए!

काशीपुर , 11 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – देशभक्ति और आध्यात्म के अनूठे संगम के साथ, काशीपुर में ‘शौर्य सम्मान यात्रा’ का भव्य आयोजन किया गया। नगर पंचायत गढ़ीनेगी से हरेश्वर धाम मंदिर (महाराज हरि चैतन्यपुरी आश्रम) के प्रांगण से शुरू हुई इस यात्रा में हजारों की तादाद में भक्तजन उमड़ पड़े, जिन्होंने पूरे माहौल को भक्ति और राष्ट्रप्रेम से सराबोर कर दिया। महिलाएं, युवा और बच्चे सभी उत्साह से भरे इस आयोजन का हिस्सा बने। यात्रा में बैंड-बाजा देशभक्ति की धुनें बिखेर रहा था, वहीं खुली जीप में विराजमान महाराज श्री हरि चैतन्य महाप्रभु जी ने भक्तों को आशीर्वाद दिया, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय और ऊर्जावान हो गया।
गढ़ीनेगी से करनपुर तक गूंजे देशभक्ति के जयकारे: हर कदम पर जलपान की व्यवस्था
‘शौर्य सम्मान यात्रा‘ का शुभारंभ गढ़ीनेगी स्थित हरेश्वर धाम मंदिर से हुआ। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों का जमावड़ा शुरू हो गया था, जो इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आतुर थे। जैसे ही यात्रा आगे बढ़ी, हजारों की संख्या में भक्तजन, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं, हाथों में तिरंगा झंडा और कलश लिए आगे बढ़ने लगे। बैंड-बाजे की गूंजती धुनें और देशभक्ति के नारे यात्रा में जोश भर रहे थे। महाराज श्री हरि चैतन्य महाप्रभु स्वयं एक खुली जीप में विराजमान थे, जिससे सड़क के दोनों ओर खड़े भक्तजन उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। यह दृश्य अत्यंत मनोहारी और प्रेरणादायक था, जिसने पूरे क्षेत्र में देशभक्ति और आध्यात्मिक उत्साह का संचार कर दिया।
गढ़ीनेगी हरेश्वर धाम से शुरू होकर यह यात्रा करनपुर ग्राम स्थित ए.एन.झा इंटर कॉलेज में आकर संपन्न हुई। यात्रा मार्ग में कई भक्तजनों और सामाजिक संगठनों ने श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह पर जलपान की उत्कृष्ट व्यवस्था की थी। भीषण गर्मी के बावजूद, लोगों ने ठंडे शर्बत, कोल्डड्रिंक, स्वच्छ पेयजल, छोले और केले आदि का प्रसाद वितरित किया, जिससे यात्रा में शामिल सभी भक्तों को नई ऊर्जा मिलती रही। राकेश कुमार ढींगरा उर्फ काला, रमन ढींगरा, सुरेश लोहिया, कंचन लोहिया, आकांक्षा ठाकुर, पूजा सुखीजा, अभिषेक सुखीजा , युवा शक्ति परिवार, नवल, गुरजीत सिंह, लवकुश प्रजापति, भास्कर तिवारी, रूपेश बाठला , किशोर झाम, चंद्रमोहन सुधा, मुकेश सुधा और पुनीत बाठला आदि ने विशेष रूप से इन जलपान व्यवस्थाओं को संभाला, जिससे यात्रा में शामिल सभी लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
महाराज श्री हरि चैतन्य महाप्रभु का गुरुद्वारे में भी जाना: भाईचारे का संदेश
यात्रा के दौरान एक ऐसा क्षण भी आया जिसने सभी का दिल जीत लिया और सांप्रदायिक सौहार्द का एक मजबूत संदेश दिया। जब यह भव्य शोभायात्रा करनपुर के मिलाप नगर स्थित गुरुद्वारे में पहुंची, तो महाराज श्री हरि चैतन्य महाप्रभु जी अपनी जीप से नीचे उतरे। उन्होंने पैदल चलकर गुरुद्वारे में प्रवेश किया और पूरी श्रद्धा के साथ माथा टेका। महाराज जी का गुरुद्वारे में जाकर मत्था टेकना सिख और हिंदू समुदाय के बीच भाईचारे और एकता का एक सशक्त प्रतीक बन गया, जिसकी सभी ने खुले दिल से सराहना की। यह घटना दर्शाती है कि आध्यात्म किसी एक धर्म या संप्रदाय तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सभी को जोड़ता है।
गुरुद्वारे से निकलने के बाद, महाराज जी ने अपनी पदयात्रा जारी रखी और ए.एन.झा इंटर कॉलेज के मुख्य द्वार तक पैदल पहुंचे। इस दौरान मार्ग में अनेकों लोगों ने फूलों की माला पहनाकर और जयकारे लगाकर उनका भव्य स्वागत किया। यह क्षण भक्तों के लिए विशेष था, क्योंकि उन्हें अपने आराध्य के और करीब आने का अवसर मिला।
महाराज श्री हरि चैतन्य महाप्रभु जी के सानिध्य में ज्ञान की वर्षा: शौर्य सम्मान समारोह का आध्यात्मिक पहलू
“शौर्य सम्मान समारोह” को आध्यात्मिक गहराई प्रदान करने के लिए, 11 जून से 12 जून तक , दिव्य प्रवचनों का आयोजन किया जाएगा। ये प्रवचन *श्री हरिकृपा पीठाधीश्वर स्वामी श्री हरि चैतन्य महाप्रभु * द्वारा दिए जाएंगे। उनके प्रवचनों में आध्यात्मिक ज्ञान और भक्ति की सरिता बहेगी, जो श्रोताओं को आत्मिक शांति और जीवन के उच्च मूल्यों की ओर प्रेरित करेगी।
ये प्रवचन न केवल देशभक्ति की भावना को आध्यात्मिकता से जोड़ेंगे, बल्कि उपस्थित लोगों को मानसिक और आत्मिक रूप से भी सशक्त करेंगे। स्वामी जी के प्रवचन जीवन के उद्देश्य, शांति, प्रेम और सेवा के महत्व पर केंद्रित होंगे, जो इस संपूर्ण आयोजन को एक समग्र और सार्थक आयाम प्रदान करेंगे। देशभक्ति के साथ आध्यात्म का यह संगम कार्यक्रम को एक अनूठा और गहरा महत्व प्रदान करेगा।
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति: समाज का समर्थन
इस महत्वपूर्ण यात्रा और कार्यक्रम में समाज के कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने इस पहल को अपना समर्थन दिया। इनमें पूर्व सांसद प्रतिनिधि रवि साहनी, गुरनाम सिंह, कश्मीर सिंह पन्नू, बलजिंदर संधू, विजय मक्कर, पंकज छाबड़ा और पूर्व विधायक डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल जैसे गणमान्य व्यक्ति शामिल थे। इन सभी की उपस्थिति ने इस ‘शौर्य सम्मान यात्रा’ के महत्व को और बढ़ाया और यह संदेश दिया कि पूरा समाज सैनिकों के सम्मान और आध्यात्मिक मूल्यों के प्रति एकजुट है। यह आयोजन काशीपुर के लिए एक ऐतिहासिक पल बन गया, जो देशभक्ति, आध्यात्म और सामाजिक सौहार्द का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है।