उत्तराखंड में गर्मी का कहर! उधम सिंह नगर के सभी आंगनबाड़ी केंद्र 5 दिन के लिए बंद, बच्चों को मिली राहत

रुद्रपुर, 12 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – (आंगनबाड़ी केंद्र 5 दिन के लिए बंद) उत्तराखंड में इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इसी के मद्देनजर, उधम सिंह नगर जिले के बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। उत्तराखंड शासन के निर्देशों और जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद, जिले भर के समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों में 13 जून 2025 से 17 जून 2025 तक कुल 5 दिनों का ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया है। यह फैसला बच्चों को चिलचिलाती धूप और लू से बचाने के लिए लिया गया है, जिससे उन्हें कुछ राहत मिल सके।
भीषण गर्मी का प्रभाव और बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता
उत्तराखंड के मैदानी और तराई क्षेत्रों में जून के महीने में तापमान लगातार बढ़ रहा है। सूरज की तपिश और लू के थपेड़े लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर रहे हैं। ऐसे में छोटे बच्चों, खासकर आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों के स्वास्थ्य पर इसका सीधा और गंभीर असर पड़ सकता है। छोटे बच्चे गर्मी के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं और उनमें डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और अन्य गर्मी से संबंधित बीमारियों का खतरा अधिक होता है।
इसी चिंता को देखते हुए, उधम सिंह नगर जिला प्रशासन ने यह कदम उठाया है। प्रशासन का मानना है कि बच्चों को इतनी भीषण गर्मी में घर से आंगनबाड़ी केंद्र तक लाना और फिर दिन भर वहां रखना उनके लिए जोखिम भरा हो सकता है। यह निर्णय स्पष्ट रूप से दिखाता है कि बच्चों की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।
आदेश का विवरण: कौन प्रभावित होगा और कौन नहीं?
जिला कार्यक्रम अधिकारी व्योमा जैन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह अवकाश 13 जून 2025 (शुक्रवार) से शुरू होकर 17 जून 2025 (मंगलवार) तक चलेगा। इस दौरान जिले के सभी सरकारी और गैर-सरकारी आंगनबाड़ी केंद्र पूरी तरह से बंद रहेंगे। यह आदेश सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायक कर्मियों पर लागू होगा, जिसका अर्थ है कि वे भी इन पांच दिनों के लिए अवकाश पर रहेंगे।
हालांकि, आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि अवकाश के दौरान विभागीय कार्य पहले की तरह चलते रहेंगे। इसका मतलब है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं और सहायक कर्मी बच्चों से संबंधित सीधे सेवाओं (जैसे शिक्षण या पोषण कार्यक्रम का प्रत्यक्ष संचालन) से दूर रहेंगे, लेकिन उन्हें अपने प्रशासनिक या अन्य गैर-प्रत्यक्ष विभागीय कार्यों को जारी रखना होगा। यह सुनिश्चित करेगा कि अवकाश के कारण महत्वपूर्ण प्रशासनिक गतिविधियां बाधित न हों। यह फैसला बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है, जबकि यह भी ध्यान रखा गया है कि आंगनबाड़ी विभाग का दैनिक संचालन प्रभावित न हो।
जिलाधिकारी का अनुमोदन और शासन के निर्देश
यह महत्वपूर्ण निर्णय उत्तराखंड शासन द्वारा जारी निर्देशों और जिला अधिकारी (उधम सिंह नगर) के अनुमोदन के बाद ही लिया गया है। यह दर्शाता है कि यह एक सुनियोजित और उच्च स्तरीय निर्णय है, जो केवल एक जिले तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्यव्यापी निर्देशों का पालन है। जिलाधिकारी के अनुमोदन के बिना ऐसे महत्वपूर्ण अवकाश की घोषणा संभव नहीं होती।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब पूरे देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है और विभिन्न राज्यों में स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों में छुट्टियां घोषित की जा रही हैं। उधम सिंह नगर जिले में भी लगातार बढ़ रहा तापमान बच्चों के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा था, जिसे देखते हुए यह अवकाश बेहद आवश्यक माना जा रहा था। इस घोषणा से न केवल बच्चों को राहत मिलेगी, बल्कि उनके माता-पिता और अभिभावक भी निश्चिंत हो सकेंगे कि उनके बच्चे सुरक्षित रहेंगे। यह जिला प्रशासन की संवेदनशीलता और जनहितैषी नीतियों का एक उदाहरण है।