राज्यपाल गुरमीत सिंह का काशीपुर दौरा: ननकाना साहिब में मांगी सुख-शांति, ऊधमसिंह नगर में विकास का हिसाब

काशीपुर, 16 जून, 2025 (समय बोल रहा ) - उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह सोमवार को एक व्यस्त और बहुआयामी दौरे पर रहे। उन्होंने सुबह गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में मत्था टेककर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की, वहीं बाद में ऊधमसिंह नगर जिले (जिसमें काशीपुर भी आता है) में अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। राज्यपाल के इस दौरे ने धर्म और जनसेवा के समन्वय का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में आध्यात्मिकता का अनुभव: "बाबा नानक की छवि हर चेहरे पर" सोमवार की शुरुआत राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह और उनके परिवार के लिए अत्यंत आध्यात्मिक रही। उन्होंने उत्तराखंड में स्थित गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब के दर्शन किए। इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें बाबा नानक के आदेश से ही गुरुद्वारा ननकाना साहिब के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने भावुक होकर कहा, "मुझे यहां हर बंदे के चेहरे पर बाबा नानक की छवि दिखाई दी।" यह दर्शाता है कि गुरुद्वारे का वातावरण और वहां के लोगों की सेवा भावना उन्हें कितनी गहराई से प्रभावित कर गई। राज्यपाल ने गुरुद्वारा परिसर के सरोवर के भी दर्शन किए और वहां के आध्यात्मिक वातावरण, सेवा भावना और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे में जो "पारिवारिक प्रेम" मिला, वह अनुपम है। यह प्रेम, एकता और समर्पण की सच्ची भावना को परिलक्षित करता है, जो गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का मूल है। राज्यपाल ने विशेष रूप से गुरु नानक देव जी के पहले संदेश "एक ओंकार" का उल्लेख किया, जो एकता और परिवार की भावना को दर्शाता है। उन्होंने यह भी कहा कि गुरु नानक देव जी द्वारा दिया गया 14 शब्दों का मूल मंत्र संपूर्ण ब्रह्मांड को परिभाषित करता है। राज्यपाल ने बताया कि यहां आकर उन्हें एक अलग ही आध्यात्मिक ऊर्जा और दिव्यता का अनुभव हुआ। उन्होंने बाबा नानक की शिक्षाओं - सादगी, नम्रता, मासूमियत और करुणा - को यहां की सेवा में स्पष्ट रूप से देखा। राज्यपाल ने इस अवसर पर बाबा सुरेंद्र सिंह का भी विशेष आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बाबा सुरेंद्र सिंह ने गुरुद्वारा साहब को एक ऐसे सेवा स्थल में परिवर्तित कर दिया है, जहां से सकारात्मक ऊर्जा और शिक्षा की धारा निरंतर प्रवाहित होती है। राज्यपाल ने विशेष रूप से बेटियों और बच्चों के लिए किए जा रहे शैक्षिक प्रयासों को "सराहनीय" और "समाज के लिए प्रेरणा स्रोत" बताया। इस दौरान विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, बाबा सुरेन्द्र सिंह, बाबा गुरजंत सिंह, बाबा हरि सिंह, बाबा लाखन सिंह, गुरविंदर सिंह चंडोक, दिलप्रीत सेठी व खालसा फांउडेशन के कार्यकर्ता सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। ऊधमसिंह नगर (काशीपुर) में विकास कार्यों की समीक्षा: अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश आध्यात्मिक यात्रा के बाद, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने प्रशासनिक मोर्चे पर सक्रियता दिखाते हुए ऊधमसिंह नगर जिले के अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली। यह बैठक सोमवार को मंडी गेस्ट हाउस में आयोजित की गई। राज्यपाल ने रुद्रपुर में लिगेसी वेस्ट निस्तारण (पुराने कचरे का प्रबंधन) कार्य की सराहना की, जो जिला प्रशासन के प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने जिला विकास अधिकारी (सीडीओ) को पांच प्रमुख सरकारी योजनाओं की सफलता की कहानियाँ उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही, सभी 'फ्लैगशिप योजनाओं' (सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजनाएं) के क्रियान्वयन का लिखित विवरण भी मांगा। यह दर्शाता है कि राज्यपाल योजनाओं के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन और उनके वास्तविक प्रभाव को लेकर गंभीर हैं। बैठक में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने राज्यपाल को जिले में चल रहे विकास कार्यों और उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ऊधमसिंह नगर जिला बीस सूत्रीय कार्यक्रम में गत वित्तीय वर्ष में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा है। इस उपलब्धि पर राज्यपाल ने जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई दी। जिलाधिकारी ने भारत सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रगति से भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत जिले में 94 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है, और शेष 6 प्रतिशत कार्य अंतिम चरण में है। यह भी बताया गया कि जल जीवन मिशन के तहत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में जल संयोजन का कार्य पूरा कर लिया गया है, जिससे बच्चों और कार्यकर्ताओं को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। जनपद में गिर रहे भू-जल स्तर की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए, जिलाधिकारी ने बताया कि इस समस्या से निपटने के लिए ग्रीष्मकालीन धान की खेती पर रोक लगाई गई है। इसके अलावा, जनपद में सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण को चिह्नित कर उसे हटाने का अभियान भी तेजी से चलाया जा रहा है। ड्रग्स और साइबर अपराध के खिलाफ भी पुलिस और प्रशासन मिलकर अभियान चला रहे हैं, जिसके तहत कई महत्वपूर्ण कार्रवाईयां की गई हैं। उन्होंने महिला समूहों को मजबूत करने और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के प्रयासों की भी जानकारी दी। बताया गया कि महिला समूहों को जनपद, प्रदेश और देश के विभिन्न मेलों के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। इस बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, सीडीओ मनीष कुमार, एसपी क्राइम निहारि

काशीपुर, 16 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह सोमवार को एक व्यस्त और बहुआयामी दौरे पर रहे। उन्होंने सुबह गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में मत्था टेककर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की, वहीं बाद में ऊधमसिंह नगर जिले (जिसमें काशीपुर भी आता है) में अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। राज्यपाल के इस दौरे ने धर्म और जनसेवा के समन्वय का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया।


गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में आध्यात्मिकता का अनुभव: “बाबा नानक की छवि हर चेहरे पर”

सोमवार की शुरुआत राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह और उनके परिवार के लिए अत्यंत आध्यात्मिक रही। उन्होंने उत्तराखंड में स्थित गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब के दर्शन किए। इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें बाबा नानक के आदेश से ही गुरुद्वारा ननकाना साहिब के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने भावुक होकर कहा, “मुझे यहां हर बंदे के चेहरे पर बाबा नानक की छवि दिखाई दी।” यह दर्शाता है कि गुरुद्वारे का वातावरण और वहां के लोगों की सेवा भावना उन्हें कितनी गहराई से प्रभावित कर गई।

राज्यपाल ने गुरुद्वारा परिसर के सरोवर के भी दर्शन किए और वहां के आध्यात्मिक वातावरण, सेवा भावना और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे में जो “पारिवारिक प्रेम” मिला, वह अनुपम है। यह प्रेम, एकता और समर्पण की सच्ची भावना को परिलक्षित करता है, जो गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का मूल है। राज्यपाल ने विशेष रूप से गुरु नानक देव जी के पहले संदेश “एक ओंकार” का उल्लेख किया, जो एकता और परिवार की भावना को दर्शाता है। उन्होंने यह भी कहा कि गुरु नानक देव जी द्वारा दिया गया 14 शब्दों का मूल मंत्र संपूर्ण ब्रह्मांड को परिभाषित करता है। राज्यपाल ने बताया कि यहां आकर उन्हें एक अलग ही आध्यात्मिक ऊर्जा और दिव्यता का अनुभव हुआ। उन्होंने बाबा नानक की शिक्षाओं – सादगी, नम्रता, मासूमियत और करुणा – को यहां की सेवा में स्पष्ट रूप से देखा।

राज्यपाल ने इस अवसर पर बाबा सुरेंद्र सिंह का भी विशेष आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बाबा सुरेंद्र सिंह ने गुरुद्वारा साहब को एक ऐसे सेवा स्थल में परिवर्तित कर दिया है, जहां से सकारात्मक ऊर्जा और शिक्षा की धारा निरंतर प्रवाहित होती है। राज्यपाल ने विशेष रूप से बेटियों और बच्चों के लिए किए जा रहे शैक्षिक प्रयासों को “सराहनीय” और “समाज के लिए प्रेरणा स्रोत” बताया। इस दौरान विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, बाबा सुरेन्द्र सिंह, बाबा गुरजंत सिंह, बाबा हरि सिंह, बाबा लाखन सिंह, गुरविंदर सिंह चंडोक, दिलप्रीत सेठी व खालसा फांउडेशन के कार्यकर्ता सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।


ऊधमसिंह नगर (काशीपुर) में विकास कार्यों की समीक्षा: अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश

आध्यात्मिक यात्रा के बाद, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने प्रशासनिक मोर्चे पर सक्रियता दिखाते हुए ऊधमसिंह नगर जिले के अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली। यह बैठक सोमवार को मंडी गेस्ट हाउस में आयोजित की गई। राज्यपाल ने रुद्रपुर में लिगेसी वेस्ट निस्तारण (पुराने कचरे का प्रबंधन) कार्य की सराहना की, जो जिला प्रशासन के प्रयासों का परिणाम है।

उन्होंने जिला विकास अधिकारी (सीडीओ) को पांच प्रमुख सरकारी योजनाओं की सफलता की कहानियाँ उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही, सभी ‘फ्लैगशिप योजनाओं’ (सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजनाएं) के क्रियान्वयन का लिखित विवरण भी मांगा। यह दर्शाता है कि राज्यपाल योजनाओं के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन और उनके वास्तविक प्रभाव को लेकर गंभीर हैं।

बैठक में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने राज्यपाल को जिले में चल रहे विकास कार्यों और उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ऊधमसिंह नगर जिला बीस सूत्रीय कार्यक्रम में गत वित्तीय वर्ष में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा है। इस उपलब्धि पर राज्यपाल ने जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई दी। जिलाधिकारी ने भारत सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रगति से भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत जिले में 94 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है, और शेष 6 प्रतिशत कार्य अंतिम चरण में है। यह भी बताया गया कि जल जीवन मिशन के तहत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में जल संयोजन का कार्य पूरा कर लिया गया है, जिससे बच्चों और कार्यकर्ताओं को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सकेगा।

जनपद में गिर रहे भू-जल स्तर की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए, जिलाधिकारी ने बताया कि इस समस्या से निपटने के लिए ग्रीष्मकालीन धान की खेती पर रोक लगाई गई है। इसके अलावा, जनपद में सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण को चिह्नित कर उसे हटाने का अभियान भी तेजी से चलाया जा रहा है। ड्रग्स और साइबर अपराध के खिलाफ भी पुलिस और प्रशासन मिलकर अभियान चला रहे हैं, जिसके तहत कई महत्वपूर्ण कार्रवाईयां की गई हैं। उन्होंने महिला समूहों को मजबूत करने और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के प्रयासों की भी जानकारी दी। बताया गया कि महिला समूहों को जनपद, प्रदेश और देश के विभिन्न मेलों के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।

इस बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, सीडीओ मनीष कुमार, एसपी क्राइम निहारिका तोमर, सीएमओ डॉ. डीपी सिंह, एसडीएम अभय प्रताप सिंह, और एसपी अभय सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। राज्यपाल का यह दौरा उत्तराखंड के विकास और जनता की भलाई के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

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