काशीपुर में ड्रग्स पर शिकंजा: 4 ग्राम स्मैक के साथ युवक गिरफ्तार, युवाओं को नशे से बचाने की मुहिम तेज!

काशीपुर, 3 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत काशीपुर पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। गश्त के दौरान कोतवाली पुलिस ने एक युवक को 4 ग्राम स्मैक जैसी घातक नशीली सामग्री के साथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई शहर में नशे के बढ़ते कारोबार पर लगाम लगाने की पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट) के तहत सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है, जिससे यह स्पष्ट है कि नशे के सौदागरों के खिलाफ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी।
सुबह की गश्त में पकड़ा गया संदिग्ध: नौगजा मजार के पास मिली स्मैक
मंगलवार की सुबह, जब कोतवाली पुलिस टीम अपनी नियमित गश्त पर थी, तो उनकी नज़र नौगजा मजार के पास एक संदिग्ध युवक पर पड़ी। पुलिस टीम ने युवक की गतिविधियों को संदिग्ध पाया और उसे रुकने का इशारा किया। पुलिस के रुकने पर युवक ने कुछ घबराहट दिखाई, जिससे पुलिस का शक और गहरा हो गया। त्वरित कार्रवाई करते हुए, पुलिस टीम ने युवक को हिरासत में लेकर उसकी तलाशी ली।
तलाशी के दौरान, पुलिस को युवक की जेब से 4 ग्राम स्मैक बरामद हुई। यह मात्रा भले ही कम लग सकती है, लेकिन स्मैक जैसे अत्यधिक नशे वाले पदार्थ की इतनी मात्रा भी युवाओं के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। नशे के सौदागर अक्सर छोटी-छोटी मात्रा में ड्रग्स बेचकर बड़े नेटवर्क का हिस्सा बनते हैं, इसलिए इस तरह की हर गिरफ्तारी महत्वपूर्ण होती है। पुलिस ने तुरंत स्मैक को जब्त कर लिया और युवक को हिरासत में ले लिया।
आरोपी की पहचान: मुरादाबाद से जुड़ा मामला
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी ने अपनी पहचान उजागर की। उसने अपना नाम मनोज कुमार पुत्र मदन सिंह बताया, जो ग्राम रतूपुरा, ठाकुरद्वारा, जिला मुरादाबाद का निवासी है। मुरादाबाद उत्तर प्रदेश का एक जिला है जो उत्तराखंड की सीमा से सटा हुआ है। यह तथ्य इस बात की ओर इशारा करता है कि नशे का यह कारोबार अंतरराज्यीय स्तर पर भी फैला हुआ हो सकता है, जहां अपराधी एक राज्य से दूसरे राज्य में नशीले पदार्थों की तस्करी करते हैं।
आरोपी के मुरादाबाद का निवासी होने से पुलिस के लिए इस मामले की जड़ तक पहुंचना और इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों का पता लगाना एक चुनौती हो सकती है। हालांकि, पुलिस इस दिशा में भी जांच करेगी कि मनोज कुमार स्मैक कहां से लाया था और वह इसे काशीपुर में किसे बेचने वाला था। इस गिरफ्तारी से नशे के इस अवैध कारोबार से जुड़े अन्य पहलुओं का भी खुलासा हो सकता है, जिससे पुलिस को बड़ी सफलता मिल सकती है।
एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज: कड़ी सजा का प्रावधान
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी मनोज कुमार के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह अधिनियम नशीले पदार्थों के उत्पादन, खरीद, बिक्री, उपभोग और तस्करी को नियंत्रित करता है और ऐसे अपराधों के लिए सख्त सजा का प्रावधान करता है। 4 ग्राम स्मैक की बरामदगी के आधार पर, आरोपी पर एनडीपीएस एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे यह सुनिश्चित करते हैं कि नशे के कारोबारियों को आसानी से जमानत न मिल सके और उन्हें उनके अपराधों के लिए उचित दंड मिले। यह कानूनी कार्रवाई अन्य संभावित नशा तस्करों के लिए एक चेतावनी का काम करेगी कि पुलिस नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। इस मुकदमे के माध्यम से पुलिस का लक्ष्य केवल एक व्यक्ति को गिरफ्तार करना नहीं, बल्कि नशे के इस पूरे जंजाल को तोड़ना है जो समाज को खोखला कर रहा है।
पुलिस टीम की मुस्तैदी और नशे के खिलाफ अभियान
इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में एसआई विपुल जोशी, एसआई गणेश पांडे, कांस्टेबल प्रेम कंवल, और महेंद्र देवड़ी शामिल थे। इनकी मुस्तैदी और सक्रिय गश्त के कारण ही इस संदिग्ध युवक को पकड़ा जा सका और स्मैक की बरामदगी संभव हो पाई। यह पुलिसकर्मियों के समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाता है, जो समाज से नशे के खतरे को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
काशीपुर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस तरह के अभियान महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि नशा समाज में अपराध और अन्य सामाजिक समस्याओं को बढ़ावा देता है। विशेषकर, युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाने के लिए ऐसे अभियानों की अत्यधिक आवश्यकता है। पुलिस लगातार नशे के खिलाफ सूचना एकत्र कर रही है और ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है जो युवाओं को नशे के जाल में धकेल रहे हैं। यह गिरफ्तारी इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो नशे के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करेगी।