सीएम धामी का काशीपुर दौरा: ननकाना साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेका, गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान को किया नमन

काशीपुर, 09 सितंबर 2025 – (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज काशीपुर के ऐतिहासिक ननकाना साहिब बड़ा गुरुद्वारा पहुंचे। उन्होंने मत्था टेककर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। यह दौरा गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर आयोजित नगर कीर्तन (पदयात्रा) के स्वागत के लिए था। मुख्यमंत्री ने नगर कीर्तन में आए सभी संगत सदस्यों और उपस्थित महानुभावों का देवभूमि उत्तराखंड के समस्त नागरिकों की ओर से हार्दिक स्वागत और अभिनंदन किया।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के पावन अवसर पर इस शहीदी नगर कीर्तन यात्रा की संगत का हिस्सा बनने का अवसर मिला। उन्होंने इस यात्रा को “केवल एक नगर कीर्तन यात्रा नहीं, बल्कि आस्था, एकता और गुरु साहिब के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का पवित्र अभियान” बताया। यह यात्रा असम के श्री धोबड़ी साहिब से शुरू होकर विभिन्न राज्यों से होते हुए लगभग 2500 किलोमीटर का सफर तय कर श्री आनंदपुर साहिब में पूर्ण होगी।
गुरु तेग बहादुर जी का अतुल्य बलिदान
श्री धामी ने गुरु तेग बहादुर जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके अतुल्य बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने उस संकटपूर्ण कालखंड में अपने प्राणों की आहुति दी, जब हमारे देश की संस्कृति, धर्म और आत्मसम्मान पर गंभीर खतरा मंडरा रहा था। उन्होंने बताया कि मात्र 14 वर्ष की अल्पायु में ही गुरु जी ने मुगलों के खिलाफ युद्ध में अद्वितीय वीरता का परिचय दिया, जिससे प्रभावित होकर उनके पिता ने उनका नाम “तेग बहादुर” यानी “तलवार का धनी” रखा था। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने कश्मीरी पंडितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए औरंगजेब के षड्यंत्र का सामना किया। उन्हें “हिंद दी चादर” कहकर सम्मानित किया, जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपना शीश दे दिया, लेकिन सिर नहीं झुकाया।

सिख समाज के लिए पीएम मोदी की पहल
मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने सिख समाज की बहुत सी मांगों को पूरा करने का कार्य किया है। उन्होंने करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण, लंगर से सभी करों को हटाना, श्री हरमंदिर साहिब को एफसीआरए पंजीकरण की स्वीकृति देना, वीर बाल दिवस की घोषणा और 1984 के दंगों के पीड़ितों को न्याय दिलाने जैसी कई महत्वपूर्ण पहलों का उल्लेख किया। उन्होंने यह भी बताया कि पीएम मोदी के सहयोग से गोविंद घाट से हेमकुंड साहिब तक 12.5 किलोमीटर लंबे रोपवे का निर्माण किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं की यात्रा सिर्फ 45 मिनट में पूरी हो सकेगी।

उत्तराखंड के विकास का रोडमैप और सरकार की नीतियां
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए अपनी सरकार के प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य हित में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं, जैसे देश में सबसे पहले समान नागरिक संहिता को लागू करना, और सबसे प्रभावी नकल विरोधी कानून लाना, जिससे पिछले साढ़े तीन वर्षों में 24 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां मिली हैं। उन्होंने ‘लैंड जिहाद’ पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 9 हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को मुक्त कराने का भी उल्लेख किया। इसके अलावा, उन्होंने 250 से अधिक अवैध मदरसों को सील करने और मदरसा बोर्ड को समाप्त करने के निर्णय के बारे में भी बताया।
आर्थिक विकास के मोर्चे पर, मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 की सफलता का जिक्र किया, जिसमें 3.56 लाख करोड़ रुपए के निवेश समझौते हुए। उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तराखंड को ‘अचीवर्स’ की श्रेणी मिली है, और सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के इंडेक्स में राज्य ने देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने लोगों से ‘स्वदेशी अपनाओ, देश को मजबूत बनाओ’ के मंत्र को अपनाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर दीपक बाली, दर्जा राज्यमंत्री अनिल कपूर डब्बू और फरजाना बेगम, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, जिलाध्यक्ष मनोज पाल सहित कई प्रमुख जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के संवाद कार्यक्रमों की शुरुआत काशीपुर से हुई है, जो अब पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा।