रुद्रपुर, 29 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारी बारिश की आशंका और मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए 'ऑरेंज अलर्ट' के मद्देनज़र, ऊधमसिंह नगर जिले में शनिवार, 30 अगस्त 2025 को सभी सरकारी और निजी स्कूल, साथ ही आंगनवाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। जिलाधिकारी और जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष, श्री नितिन सिंह भदौरिया ने छात्र-छात्राओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। यह फैसला मौसम की गंभीर चेतावनी को देखते हुए लिया गया है, जिसमें अगले कुछ दिनों में उत्तराखंड के कई हिस्सों में औसत से अधिक वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग की चेतावनी और 'ऑरेंज अलर्ट' का मतलब भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD), देहरादून ने एक विशेष मौसम पूर्वानुमान जारी किया है, जिसके अनुसार 29 अगस्त से 04 सितंबर 2025 तक उत्तराखंड राज्य के कई जिलों में भारी वर्षा के साथ-साथ गर्जन और आकाशीय बिजली चमकने के तीव्र दौर होने की संभावना है। इस चेतावनी को 'ऑरेंज अलर्ट' के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जो यह दर्शाता है कि मौसम की स्थिति गंभीर हो सकती है और लोगों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। लगातार बारिश से पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और मैदानी इलाकों में नदी-नालों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने की आशंका है। आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत लिया गया निर्णय जिलाधिकारी ने इस स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की धारा-30(2) में प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए यह आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत, जनपद ऊधमसिंह नगर में कक्षा 1 से 12 तक के सभी राजकीय (सरकारी), परिषदीय, सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के साथ-साथ सभी आंगनवाड़ी केंद्र भी 30 अगस्त को बंद रहेंगे। यह निर्णय विशेष रूप से छात्रों और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है, क्योंकि भारी बारिश के दौरान सड़कों पर आवागमन खतरनाक हो सकता है। यह आदेश प्रशासन की दूरदर्शिता को दर्शाता है, जो संभावित आपदा के जोखिम को कम करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है। आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश आदेश में स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि सभी तहसील और संबंधित विभाग इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें। यदि कोई भी विद्यालय इस आदेश की अवहेलना करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह चेतावनी यह सुनिश्चित करने के लिए है कि सभी शैक्षणिक संस्थान बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। प्रशासनिक स्तर पर समन्वय की तैयारी इस आदेश की प्रतिलिपि उत्तराखंड शासन, कुमाऊं मंडल और जिले के सभी महत्वपूर्ण अधिकारियों को भेजी गई है, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, सभी उपजिलाधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, और जिला कार्यक्रम अधिकारी (बाल विकास) शामिल हैं। यह कदम यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी आपात स्थिति में सभी विभाग एक साथ और प्रभावी ढंग से काम कर सकें। जिलाधिकारी ने जिला सूचना अधिकारी को भी निर्देश दिया है कि वे इस आदेश का व्यापक प्रचार-प्रसार प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जनहित में निःशुल्क करें, ताकि जिले का कोई भी नागरिक इस महत्वपूर्ण जानकारी से वंचित न रहे। यह सार्वजनिक घोषणा यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि सभी माता-पिता और अभिभावक समय पर सूचित हो जाएं और अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। यह निर्णय प्रशासन की ओर से एक जिम्मेदार और समय पर उठाया गया कदम है, जो नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखता है और संभावित जोखिमों को रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे भी मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें।

ऊधमसिंह नगर में कल बंद रहेंगे स्कूल: भारी बारिश के ‘ऑरेंज अलर्ट’ के कारण जिलाधिकारी का आदेश

रुद्रपुर, 29 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारी बारिश की आशंका और मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ‘ऑरेंज अलर्ट’ के मद्देनज़र, ऊधमसिंह नगर जिले में शनिवार, 30 अगस्त 2025 को सभी सरकारी और निजी स्कूल, साथ ही आंगनवाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। जिलाधिकारी और जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष, श्री नितिन सिंह…

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रुद्रपुर, 29 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी आकांक्षी जनपद और आकांक्षी विकास खंड कार्यक्रम के अंतर्गत ऊधमसिंह नगर में हो रहे कार्यों की आज मंडलायुक्त दीपक रावत ने गहन समीक्षा की। उन्होंने इस दौरान स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने इस बात पर जोर दिया कि सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ देकर उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। देशभर में ऊधमसिंह नगर चौथे स्थान पर जिला सभागार में आयोजित बैठक में मंडलायुक्त ने बताया कि पूरे देश में 112 आकांक्षी जनपदों की पहचान की गई है, जिनमें ऊधमसिंह नगर भी शामिल है। इसके अलावा, गदरपुर विकास खंड को भी आकांक्षी विकास खंड के रूप में चिन्हित किया गया है। उन्होंने सभी अधिकारियों को बधाई दी कि भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा किए गए मूल्यांकन में ऊधमसिंह नगर का स्थान चौथा रहा है। यह उपलब्धि जिले में हो रहे कार्यों की सफलता को दर्शाती है। स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष फोकस मंडलायुक्त ने स्वास्थ्य संकेतकों की समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत पंजीकरण सुनिश्चित किया जाए और विशेष रूप से 'हाई-रिस्क' वाली गर्भवती महिलाओं पर पैनी नजर रखी जाए। इसके साथ ही, संस्थागत प्रसव (सरकारी अस्पतालों में डिलीवरी) को बढ़ावा देने और बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) और जिला कार्यक्रम एवं बाल विकास अधिकारी (DPO) को अल्ट्रासाउंड मशीनों का नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया, ताकि कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सके और बालक-बालिका अनुपात को बेहतर बनाया जा सके। कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उन्हें कुपोषण से बाहर निकालने के लिए विशेष प्रयास करने के भी निर्देश दिए गए। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं को पूरक पोषण आहार का शत-प्रतिशत वितरण सुनिश्चित करने और 'टीबी मुक्त भारत' अभियान के तहत सभी मरीजों की जांच और दवा वितरण सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए। शिक्षा और कृषि में सुधार शिक्षा के क्षेत्र में, मंडलायुक्त ने सभी विद्यालयों में बिजली, पानी और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं को सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने 'स्कूल ड्रॉपआउट' बच्चों को वापस स्कूल में दाखिला दिलाने के निर्देश दिए और शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया। कृषि के क्षेत्र में, उन्होंने गर्मियों में होने वाली धान की खेती पर रोक लगाने के कदम की सराहना की और गन्ना, मक्का, दलहन और तिलहन जैसी फसलों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। साथ ही, सभी किसानों को 'मृदा स्वास्थ्य कार्ड' वितरित करने और समय पर उन्नत बीज व उर्वरक उपलब्ध कराने को भी कहा गया। आर्थिक सशक्तिकरण पर भी जोर मंडलायुक्त ने ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की व्यवस्था को बेहतर बनाने और आंगनबाड़ी केंद्रों व स्कूलों सहित अन्य बुनियादी ढाँचों के विकास पर भी ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को 'पीएम जन धन योजना', 'पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना', 'पीएम सुरक्षा योजना' और 'अटल पेंशन योजना' जैसी योजनाओं के तहत सभी पात्र लोगों को लाभान्वित करने के लिए कहा। सभी अधिकारियों को समन्वय से काम करने के निर्देश जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ पहुँचाकर उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों से नीति आयोग की वेबसाइट को नियमित रूप से देखने और नए विचारों को अपनाने के लिए भी कहा। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नफील जमील ने बैठक में एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से आकांक्षी जनपद ऊधमसिंह नगर और आकांक्षी विकास खंड गदरपुर में हो रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

आकांक्षी जनपद कार्यक्रम: ऊधमसिंह नगर में स्वास्थ्य, शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश, कमिश्नर ने की समीक्षा

रुद्रपुर, 29 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी आकांक्षी जनपद और आकांक्षी विकास खंड कार्यक्रम के अंतर्गत ऊधमसिंह नगर में हो रहे कार्यों की आज मंडलायुक्त दीपक रावत ने गहन समीक्षा की। उन्होंने इस दौरान स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के लिए…

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रुद्रपुर, 26 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंह नगर जिले की कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से पुलिस महकमे में एक बड़ा फेरबदल किया गया है। सोमवार को जारी किए गए एक आदेश के तहत, सात निरीक्षकों और उपनिरीक्षकों के कार्यक्षेत्र में परिवर्तन कर उन्हें नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इस कदम को प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और आपराधिक गतिविधियों पर लगाम कसने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। प्रमुख निरीक्षकों का स्थानांतरण: जानें कौन कहाँ गया पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी किए गए आदेश में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों में अनुभवी अधिकारियों को नई और चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं। निरीक्षक राजेंद्र सिंह डांगी: इन्हें पुलिस लाइन रुद्रपुर से स्थानांतरित कर कोतवाली जसपुर का प्रभारी निरीक्षक बनाया गया है। डांगी को जसपुर जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र की जिम्मेदारी देना यह दर्शाता है कि पुलिस प्रशासन इस क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। निरीक्षक रवि सैनी: पुलिस लाइन रुद्रपुर से हटाकर इन्हें कोतवाली कुंडा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कुंडा क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की चुनौती को देखते हुए यह एक महत्वपूर्ण नियुक्ति मानी जा रही है। निरीक्षक हरेंद्र चौधरी: अब तक प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कुंडा रहे हरेंद्र चौधरी को प्रभारी एसओजी (SOG) काशीपुर नियुक्त किया गया है। एसओजी की जिम्मेदारी आमतौर पर गंभीर अपराधों की जांच और अपराधियों को पकड़ने की होती है, जिससे यह नियुक्ति चौधरी की क्षमता पर पुलिस प्रशासन के विश्वास को दर्शाती है। निरीक्षक सुरेंद्र शर्मा: ये कोतवाली पंतनगर से हटाकर साइबर सेल प्रभारी, पुलिस कार्यालय रुद्रपुर की नई जिम्मेदारी संभालेंगे। साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह एक रणनीतिक नियुक्ति है, ताकि इन अपराधों पर प्रभावी ढंग से लगाम लगाई जा सके। निरीक्षक धर्मवीर सोलंकी: इन्हें पुलिस लाइन रुद्रपुर से प्रभारी निरीक्षक केलाखेड़ा बनाया गया है। यह नियुक्ति केलाखेड़ा क्षेत्र में पुलिस की सक्रियता बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है। उपनिरीक्षकों का भी हुआ तबादला निरीक्षकों के साथ-साथ दो उपनिरीक्षकों के भी कार्यक्षेत्र बदले गए हैं, जो थानों की दैनिक कार्यप्रणाली को प्रभावित करेंगे। उपनिरीक्षक नंदन सिंह रावत: इन्हें थानाध्यक्ष दिनेशपुर से हटाकर थानाध्यक्ष पंतनगर बनाया गया है। पंतनगर क्षेत्र में स्थित औद्योगिक और शैक्षणिक संस्थानों को देखते हुए यह एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उपनिरीक्षक रविंद्र बिष्ट: ये प्रभारी एसओजी काशीपुर से हटाकर थानाध्यक्ष दिनेशपुर नियुक्त किए गए हैं। ये दिनेशपुर में नंदन सिंह रावत की जगह लेंगे। बदलाव का उद्देश्य: पुलिसिंग में दक्षता और सक्रियता बढ़ाना पुलिस महकमे में हुए इन तबादलों को एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। पुलिस प्रशासन का मानना है कि इस तरह के बदलाव से पुलिसकर्मी नई ऊर्जा और उत्साह के साथ काम करते हैं, जिससे उनके प्रदर्शन में सुधार होता है। इन नियुक्तियों से पुलिस अधिकारियों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल भी बनता है। यह भी उम्मीद की जा रही है कि नए अधिकारियों की तैनाती से उनके संबंधित क्षेत्रों में पुलिसिंग की गुणवत्ता में सुधार होगा। हरेंद्र चौधरी को एसओजी की जिम्मेदारी देना, सुरेंद्र शर्मा को साइबर सेल का प्रमुख बनाना और राजेंद्र डांगी को जसपुर जैसे संवेदनशील क्षेत्र की कमान सौंपना यह दर्शाता है कि प्रशासन हर मोर्चे पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है। यह बदलाव न केवल आपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित करने में मदद करेगा, बल्कि जनता के बीच पुलिस की छवि को भी बेहतर बनाने का काम करेगा। इन तबादलों के बाद, सभी निरीक्षकों और उपनिरीक्षकों को तत्काल अपनी नई जिम्मेदारियों को संभालने के लिए कहा गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पुलिसिंग में इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। इस कदम को प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और आपराधिक गतिविधियों पर लगाम कसने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

ऊधमसिंह नगर पुलिस महकमे में फेरबदल: जसपुर, कुंडा और काशीपुर सहित 7 निरीक्षकों-उपनिरीक्षकों के कार्यक्षेत्र बदले, कानून-व्यवस्था मजबूत करने का लक्ष्य

रुद्रपुर, 26 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंह नगर जिले की कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से पुलिस महकमे में एक बड़ा फेरबदल किया गया है। सोमवार को जारी किए गए एक आदेश के तहत, सात निरीक्षकों और उपनिरीक्षकों के कार्यक्षेत्र में परिवर्तन कर उन्हें नई जिम्मेदारियां सौंपी गई…

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रुद्रपुर, 15 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – जनपद ऊधमसिंहनगर में 79वां स्वतंत्रता दिवस का राष्ट्रीय पर्व आज पूरे हर्षोल्लास, देशभक्ति और जोश के साथ मनाया गया। जिले के मुख्य कार्यालयों से लेकर ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों तक, हर जगह तिरंगा फहराया गया और शहीदों को नमन किया गया। रुद्रपुर के कलेक्ट्रेट और सिटी क्लब में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने ध्वजारोहण किया, जबकि विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर देशभक्ति गीतों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। कलेक्ट्रेट में हुआ सम्मान समारोह कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान गाया। इसके उपरांत, उन्होंने संविधान और नशामुक्ति की शपथ दिलाई, जो राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का एक महत्वपूर्ण संकल्प था। इस मौके पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके परिजनों को फूलमाला और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया, जिनके बलिदानों को याद कर सभी की आँखें नम हो गईं। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि "आज हम जिस स्वतंत्र हवा में सांस ले रहे हैं, वह हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान का ही फल है। हमें उनके सपनों के भारत का निर्माण करने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।" उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करें और समाज के विकास में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाएं। विकास भवन में अधिकारियों ने लिया संकल्प विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया। दिवेश शाशनी ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से ईमानदारी, सादगी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ समाज के गरीब और जरूरतमंद तबके तक पहुंचाना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इस कार्यक्रम में जिला पर्यटन विकास अधिकारी लता बिष्ट, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी सहित कई अधिकारी, कर्मचारी और नागरिक उपस्थित थे। उत्कृष्ट कार्य करने वालों का सम्मान स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किए थे। उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर उनके योगदान की सराहना की गई। इसके अलावा, क्रॉस कंट्री रेस में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विजेता खिलाड़ियों को भी पुरस्कार प्रदान किए गए, जिससे उनके मनोबल में और वृद्धि हुई। ग्राम करनपुर में भी मना स्वतंत्रता दिवस जिले के शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वतंत्रता दिवस का पर्व पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। ग्राम करनपुर में स्थित सरस्वती शिशु एवं विद्या मंदिर में ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान हुआ। विद्यालय के बच्चों ने देशभक्ति पर आधारित मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिन्होंने सभी का मन मोह लिया। विद्यालय के अध्यक्ष रवि साहनी ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को याद करते हुए बच्चों को देश सेवा का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान हरिओम सुधा, सुरेश बत्रा, शिवम सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, मोनिका बाठला, आंचल साहनी, योगिता बत्रा, अनामिका, रमेश, अमन, जसमीत सहित विद्यालय का पूरा स्टाफ और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ए.एन. झा इंटर कॉलेज में भी जश्न इसी क्रम में, करनपुर स्थित ए.एन. झा इंटर कॉलेज में भी स्वतंत्रता दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां भी ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान हुआ और विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी देशभक्ति का प्रदर्शन किया। यह उत्साह और उमंग का माहौल यह दर्शाता है कि आजादी का यह पर्व हर भारतीय के दिल में विशेष स्थान रखता है।

रुद्रपुर और करनपुर में 79वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया, शहीदों के बलिदान को किया गया याद

रुद्रपुर, 15 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – जनपद ऊधमसिंहनगर में 79वां स्वतंत्रता दिवस का राष्ट्रीय पर्व आज पूरे हर्षोल्लास, देशभक्ति और जोश के साथ मनाया गया। जिले के मुख्य कार्यालयों से लेकर ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों तक, हर जगह तिरंगा फहराया गया और शहीदों को नमन किया गया। रुद्रपुर के कलेक्ट्रेट और…

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ऊधमसिंहनगर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा जारी भारी बारिश की 'रेड अलर्ट' चेतावनी के बाद ऊधमसिंहनगर जिले में प्रशासन ने एक बड़ा और त्वरित फैसला लिया है। छात्र-छात्राओं और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने 14 अगस्त 2025 (गुरुवार) को जिले के कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी, निजी और सहायता प्राप्त विद्यालयों के साथ-साथ समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। यह फैसला आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत लिया गया है, जिसमें चेतावनी का उल्लंघन करने वाले शिक्षण संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही गई है। मौसम विभाग की 'रेड अलर्ट' और संभावित खतरे भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून ने आगामी दिनों के लिए एक गंभीर मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। इस पूर्वानुमान के अनुसार, 13 अगस्त से 17 अगस्त 2025 तक उत्तराखंड के कई जिलों में औसत से अधिक वर्षा, तेज गर्जना और आकाशीय बिजली चमकने की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग ने इस स्थिति को देखते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जो एक गंभीर चेतावनी है। रेड अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम की स्थिति बेहद खराब हो सकती है और जान-माल को बड़ा खतरा हो सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा से मैदानी इलाकों की नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है। इसी खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने यह सुरक्षात्मक कदम उठाया है। छात्रहित में लिया गया फैसला जिलाधिकारी और जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष नितिन सिंह भदौरिया द्वारा जारी किए गए आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि यह फैसला "छात्रहित एवं बाल्यहित" को ध्यान में रखकर लिया गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि लगातार हो रही बारिश से नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे बच्चों की आवाजाही में खतरा पैदा हो सकता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी छात्र या बच्चा इस खराब मौसम में खतरे का सामना न करे, जिला प्रशासन ने एक दिन पहले ही सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया है। यह कदम जिला प्रशासन की सतर्कता और आपदा की स्थिति से निपटने की तैयारी को भी दर्शाता है। किस पर लागू होगा यह आदेश? जिलाधिकारी द्वारा जारी यह आदेश जनपद ऊधमसिंहनगर के भीतर संचालित होने वाले सभी प्रकार के शिक्षण संस्थानों पर लागू होता है। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं: समस्त राजकीय विद्यालय (Government Schools) परिषदीय विद्यालय (Council Schools) सहायता प्राप्त विद्यालय (Aided Schools) मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय (Recognized Private Schools) समस्त आंगनबाड़ी केंद्र यह आदेश दिनांक 14 अगस्त 2025 (बृहस्पतिवार) के लिए प्रभावी रहेगा। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई भी विद्यालय इस आदेश की अवहेलना करता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। यह चेतावनी बताती है कि प्रशासन इस आदेश को लेकर कितना गंभीर है और नियमों का पालन न करने वालों को किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी। प्रशासनिक सतर्कता और तैयारियां जिलाधिकारी ने इस आदेश की प्रतिलिपि विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भेजी है, जिससे यह पता चलता है कि पूरा प्रशासनिक अमला इस स्थिति को लेकर सतर्क है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें। जिला सूचना अधिकारी को भी जनहित में इस आदेश का प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया है, ताकि यह सूचना सभी तक समय पर पहुंच सके। यह कदम सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यक्ति इस आदेश से अनभिज्ञ न रहे और सभी अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। निष्कर्ष: आपदा से निपटने की तैयारी यह आदेश उत्तराखंड में मानसून के दौरान उत्पन्न होने वाली आपदाओं से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारियों का एक स्पष्ट उदाहरण है। लगातार हो रही बारिश और मौसम विभाग के रेड अलर्ट के मद्देनजर, जिला प्रशासन द्वारा स्कूलों को बंद करने का यह फैसला न केवल एक एहतियाती कदम है, बल्कि यह बच्चों और आम जनता की सुरक्षा को सर्वोपरि रखने की प्रतिबद्धता भी दर्शाता है। इस फैसले से लाखों छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को राहत मिली है, जो खराब मौसम में बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर चिंतित थे। अब सबकी नजरें मौसम के अगले पूर्वानुमान पर टिकी हैं कि क्या बारिश का दौर जारी रहता है या मौसम में सुधार आता है।

ऊधमसिंह नगर: भारी बारिश की ‘रेड अलर्ट’ के चलते कल सभी स्कूल-आंगनबाड़ी केंद्र बंद, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का बड़ा फैसला

ऊधमसिंहनगर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा जारी भारी बारिश की ‘रेड अलर्ट’ चेतावनी के बाद ऊधमसिंहनगर जिले में प्रशासन ने एक बड़ा और त्वरित फैसला लिया है। छात्र-छात्राओं और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने 14 अगस्त 2025 (गुरुवार) को जिले…

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ऊधमसिंहनगर 12 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में एक नगर पालिका अध्यक्ष गुरजीत सिंह गित्ते ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाते हुए आगामी 14 अगस्त को होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव को कैमरे की निगरानी में कराने की अपील की है। उन्होंने अपनी मांग के पीछे चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुई कथित धांधली का हवाला दिया, जिसमें भाजपा पर वोटों की चोरी का आरोप लगा था। चंडीगढ़ चुनाव का दिया हवाला गुरजीत सिंह गित्ते ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखना लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने हाल ही में हुए चंडीगढ़ निकाय चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भाजपा ने सरेआम वोटों की चोरी करते हुए अपना मेयर बना लिया था। उन्होंने आशंका जताई कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी इस तरह की घटनाएँ हो सकती हैं, इसलिए मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराना और कैमरे की निगरानी में चुनाव कराना अनिवार्य है। समर्थकों ने भी उठाई आवाज प्रेस वार्ता के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष के साथ कई सभासद और अन्य समर्थक भी मौजूद थे, जिन्होंने उनकी मांग का समर्थन किया। इनमें सभासद जगतजीत सिंह, सुनील कुमार, आदित्य चानना, सिंह स्वरूप भारती, राजदीप तिवारी, मो. हनीफ, नत्था सिंह धवन, साबिर हुसैन, वाजिद अली, विवेक पाण्डेय आदि शामिल थे। इन सभी ने एक स्वर में कहा कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी तरह की धांधली की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए, और इसके लिए सीसीटीवी कैमरे सबसे बेहतर समाधान हैं। निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है निगरानी गिते ने कहा कि कैमरे की निगरानी से न केवल वोटों की चोरी जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि यह प्रत्याशियों और मतदाताओं के बीच भी विश्वास पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठने से लोकतंत्र कमजोर होता है, इसलिए प्रशासन को इस मांग को गंभीरता से लेना चाहिए। यह मांग ऐसे समय में आई है जब पूरा जिला ब्लॉक प्रमुख चुनावों की तैयारियों में जुटा हुआ है और प्रशासन पहले ही मतदान और मतगणना स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की बात कह चुका है। अब देखना यह है कि गुरजीत सिंह गित्ते की इस मांग पर जिला प्रशासन क्या कदम उठाता है। यह मुद्दा अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव में एक नई बहस को जन्म दे सकता है।

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में पारदर्शिता की मांग: नगर पालिका अध्यक्ष ने चंडीगढ़ की घटना का हवाला देते हुए कैमरे की निगरानी में मतदान की मांग की

ऊधमसिंहनगर 12 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में एक नगर पालिका अध्यक्ष गुरजीत सिंह गित्ते ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाते हुए आगामी 14 अगस्त को होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव को कैमरे की निगरानी में कराने…

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गदरपुर, 09 अगस्त 2025 (समय बोल रहा) – गदरपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने स्थानीय राजनीति में भूचाल ला दिया है। शुक्रवार को गदरपुर ब्लॉक प्रमुख पद की दावेदार जसविंदर कौर और उनके प्रतिनिधि, युवा किसान नेता गगनदीप सिंह के दुर्गापुर स्थित आवास पर पुलिस ने दस्तक दी। हालांकि पुलिस इसे एक सामान्य पूछताछ बता रही है, लेकिन गगनदीप सिंह और उनके समर्थकों ने इसे राजनीतिक दबाव और चुनाव में रोकने की साजिश करार दिया है। इस घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में समर्थक एकत्र हो गए, जिन्होंने पुलिस की इस कार्रवाई पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। चुनाव से पहले आमने-सामने भाजपा और किसान नेता गदरपुर ब्लॉक प्रमुख का चुनाव नजदीक है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जहां अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है, वहीं किसान नेता गगनदीप सिंह की चाची जसविंदर कौर भी इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं। दोनों खेमों में चुनावी माहौल गर्म है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इसी माहौल में पुलिस का गगनदीप सिंह के घर पहुंचना एक बड़ी घटना के रूप में देखा जा रहा है। जिस समय पुलिस टीम उनके आवास पर पहुंची, गगनदीप सिंह घर पर मौजूद नहीं थे। पुलिस टीम को अचानक देख उनके समर्थक तुरंत मौके पर जमा हो गए और उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया। गगनदीप सिंह का आरोप: भाजपा सरकार चुनाव रोकना चाहती है पुलिस की वापसी के बाद मीडिया से बात करते हुए गगनदीप सिंह ने इस पूरी घटना को भाजपा नेताओं की साजिश बताया। उन्होंने कहा, "मैं एक किसान का बेटा हूं और मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं, लेकिन भाजपा सरकार के कुछ लोग मुझे इस चुनाव में रोकना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि यह सीट भाजपा की झोली में चली जाए।" उन्होंने भाजपा नेताओं पर दबाव बनाने का सीधा आरोप लगाया। गगनदीप सिंह ने कहा कि यह पुलिस की दबिश थी, सामान्य पूछताछ नहीं। उनका कहना है कि उनकी चाची जसविंदर कौर एक मजबूत प्रत्याशी हैं और उनकी बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर सत्ता पक्ष इस तरह के हथकंडे अपना रहा है। गगनदीप सिंह ने यह भी कहा कि वह इस तरह के दबाव से डरने वाले नहीं हैं और चुनाव में पूरी ताकत से उतरेंगे। उन्होंने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने और सच्चाई की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। पुलिस का स्पष्टीकरण: 'यह दबिश नहीं, जानकारी जुटाने की कार्रवाई थी' इस पूरे घटनाक्रम पर थाना अध्यक्ष नंदन सिंह रावत ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि पुलिस किसी भी तरह की दबिश देने नहीं गई थी। थाना अध्यक्ष के अनुसार, थाने में एक प्रार्थना पत्र आया था जिसमें बीडीसी चुनाव के शैक्षिक प्रमाण पत्रों के फर्जी होने का आरोप लगाया गया था। पुलिस उसी मामले में आवश्यक जानकारी जुटाने के लिए गई थी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह एक कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा था और इसे किसी भी राजनीतिक दबाव या साजिश से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। पुलिस का यह स्पष्टीकरण एक तरफ जहां कानूनी प्रक्रिया को दर्शाता है, वहीं दूसरी तरफ यह भी दिखाता है कि चुनाव से पहले छोटे-छोटे मुद्दों को भी राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। समर्थकों में नाराजगी: इसे लोकतंत्र पर हमला बता रहे हैं पुलिस की इस कार्रवाई से गगनदीप सिंह के समर्थकों में खासी नाराजगी देखी गई। मौके पर जमा हुए समर्थकों ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया। उनका कहना था कि एक निर्भीक और मजबूत प्रत्याशी को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है। समर्थकों ने आरोप लगाया कि जब किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है, तो उसके घर इस तरह से पुलिस भेजना पूरी तरह से अनुचित है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह कार्रवाई उनके उम्मीदवार को मानसिक रूप से परेशान करने के लिए की गई है, ताकि वह चुनाव से पीछे हट जाएं। समर्थकों ने एक स्वर में कहा कि वे पूरी मजबूती से अपने नेता के साथ खड़े हैं और इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। ऊधमसिंहनगर की राजनीति में उबाल यह घटना ऊधमसिंहनगर की राजनीति में बढ़ते तनाव को दर्शाती है। जहां एक ओर जिला प्रशासन चुनाव को निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने की तैयारियों में जुटा हुआ है, वहीं दूसरी ओर चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशी और उनके समर्थक इसे सत्ता के दुरुपयोग का एक हथियार मान रहे हैं। गदरपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव अब सिर्फ एक स्थानीय चुनाव न रहकर राजनीतिक प्रतिष्ठा की लड़ाई बनता जा रहा है। पुलिस द्वारा दी गई सफाई और विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों के बीच, यह घटना यह साबित करती है कि आने वाले दिनों में चुनाव का माहौल और भी अधिक गरमा सकता है। फिलहाल, सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि इस घटना के बाद चुनाव की दिशा क्या होगी और क्या जसविंदर कौर और गगनदीप सिंह अपने आरोपों पर टिके रहते हुए चुनाव लड़ते हैं या नहीं।

ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी के घर में पुलिस की दबिश से गरमाई गदरपुर की सियासत

गदरपुर, 09 अगस्त 2025 (समय बोल रहा) – गदरपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने स्थानीय राजनीति में भूचाल ला दिया है। शुक्रवार को गदरपुर ब्लॉक प्रमुख पद की दावेदार जसविंदर कौर और उनके प्रतिनिधि, युवा किसान नेता गगनदीप सिंह के…

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ऊधमसिंहनगर 12 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में एक नगर पालिका अध्यक्ष गुरजीत सिंह गित्ते ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाते हुए आगामी 14 अगस्त को होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव को कैमरे की निगरानी में कराने की अपील की है। उन्होंने अपनी मांग के पीछे चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुई कथित धांधली का हवाला दिया, जिसमें भाजपा पर वोटों की चोरी का आरोप लगा था। चंडीगढ़ चुनाव का दिया हवाला गुरजीत सिंह गित्ते ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखना लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने हाल ही में हुए चंडीगढ़ निकाय चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भाजपा ने सरेआम वोटों की चोरी करते हुए अपना मेयर बना लिया था। उन्होंने आशंका जताई कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी इस तरह की घटनाएँ हो सकती हैं, इसलिए मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराना और कैमरे की निगरानी में चुनाव कराना अनिवार्य है। समर्थकों ने भी उठाई आवाज प्रेस वार्ता के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष के साथ कई सभासद और अन्य समर्थक भी मौजूद थे, जिन्होंने उनकी मांग का समर्थन किया। इनमें सभासद जगतजीत सिंह, सुनील कुमार, आदित्य चानना, सिंह स्वरूप भारती, राजदीप तिवारी, मो. हनीफ, नत्था सिंह धवन, साबिर हुसैन, वाजिद अली, विवेक पाण्डेय आदि शामिल थे। इन सभी ने एक स्वर में कहा कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी तरह की धांधली की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए, और इसके लिए सीसीटीवी कैमरे सबसे बेहतर समाधान हैं। निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है निगरानी गिते ने कहा कि कैमरे की निगरानी से न केवल वोटों की चोरी जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि यह प्रत्याशियों और मतदाताओं के बीच भी विश्वास पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठने से लोकतंत्र कमजोर होता है, इसलिए प्रशासन को इस मांग को गंभीरता से लेना चाहिए। यह मांग ऐसे समय में आई है जब पूरा जिला ब्लॉक प्रमुख चुनावों की तैयारियों में जुटा हुआ है और प्रशासन पहले ही मतदान और मतगणना स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की बात कह चुका है। अब देखना यह है कि गुरजीत सिंह गित्ते की इस मांग पर जिला प्रशासन क्या कदम उठाता है। यह मुद्दा अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव में एक नई बहस को जन्म दे सकता है।

ऊधमसिंहनगर में जिला पंचायत-ब्लॉक प्रमुख चुनाव की तैयारी तेज: 11 अगस्त को नामांकन, 14 को मतदान; डीएम ने आरओ-एआरओ को दिया सख्त प्रशिक्षण

रूद्रपुर, 08 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – ऊधमसिंहनगर में आगामी जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ व कनिष्ठ उप प्रमुख के चुनावों को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में आज जिला सभागार में आरओ (रिटर्निंग ऑफिसर) और…

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ऊधमसिंहनगर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा जारी भारी बारिश की 'रेड अलर्ट' चेतावनी के बाद ऊधमसिंहनगर जिले में प्रशासन ने एक बड़ा और त्वरित फैसला लिया है। छात्र-छात्राओं और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने 14 अगस्त 2025 (गुरुवार) को जिले के कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी, निजी और सहायता प्राप्त विद्यालयों के साथ-साथ समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। यह फैसला आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत लिया गया है, जिसमें चेतावनी का उल्लंघन करने वाले शिक्षण संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही गई है। मौसम विभाग की 'रेड अलर्ट' और संभावित खतरे भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून ने आगामी दिनों के लिए एक गंभीर मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। इस पूर्वानुमान के अनुसार, 13 अगस्त से 17 अगस्त 2025 तक उत्तराखंड के कई जिलों में औसत से अधिक वर्षा, तेज गर्जना और आकाशीय बिजली चमकने की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग ने इस स्थिति को देखते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जो एक गंभीर चेतावनी है। रेड अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम की स्थिति बेहद खराब हो सकती है और जान-माल को बड़ा खतरा हो सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा से मैदानी इलाकों की नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है। इसी खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने यह सुरक्षात्मक कदम उठाया है। छात्रहित में लिया गया फैसला जिलाधिकारी और जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष नितिन सिंह भदौरिया द्वारा जारी किए गए आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि यह फैसला "छात्रहित एवं बाल्यहित" को ध्यान में रखकर लिया गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि लगातार हो रही बारिश से नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे बच्चों की आवाजाही में खतरा पैदा हो सकता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी छात्र या बच्चा इस खराब मौसम में खतरे का सामना न करे, जिला प्रशासन ने एक दिन पहले ही सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया है। यह कदम जिला प्रशासन की सतर्कता और आपदा की स्थिति से निपटने की तैयारी को भी दर्शाता है। किस पर लागू होगा यह आदेश? जिलाधिकारी द्वारा जारी यह आदेश जनपद ऊधमसिंहनगर के भीतर संचालित होने वाले सभी प्रकार के शिक्षण संस्थानों पर लागू होता है। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं: समस्त राजकीय विद्यालय (Government Schools) परिषदीय विद्यालय (Council Schools) सहायता प्राप्त विद्यालय (Aided Schools) मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय (Recognized Private Schools) समस्त आंगनबाड़ी केंद्र यह आदेश दिनांक 14 अगस्त 2025 (बृहस्पतिवार) के लिए प्रभावी रहेगा। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई भी विद्यालय इस आदेश की अवहेलना करता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। यह चेतावनी बताती है कि प्रशासन इस आदेश को लेकर कितना गंभीर है और नियमों का पालन न करने वालों को किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी। प्रशासनिक सतर्कता और तैयारियां जिलाधिकारी ने इस आदेश की प्रतिलिपि विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भेजी है, जिससे यह पता चलता है कि पूरा प्रशासनिक अमला इस स्थिति को लेकर सतर्क है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें। जिला सूचना अधिकारी को भी जनहित में इस आदेश का प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया है, ताकि यह सूचना सभी तक समय पर पहुंच सके। यह कदम सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यक्ति इस आदेश से अनभिज्ञ न रहे और सभी अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। निष्कर्ष: आपदा से निपटने की तैयारी यह आदेश उत्तराखंड में मानसून के दौरान उत्पन्न होने वाली आपदाओं से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारियों का एक स्पष्ट उदाहरण है। लगातार हो रही बारिश और मौसम विभाग के रेड अलर्ट के मद्देनजर, जिला प्रशासन द्वारा स्कूलों को बंद करने का यह फैसला न केवल एक एहतियाती कदम है, बल्कि यह बच्चों और आम जनता की सुरक्षा को सर्वोपरि रखने की प्रतिबद्धता भी दर्शाता है। इस फैसले से लाखों छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को राहत मिली है, जो खराब मौसम में बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर चिंतित थे। अब सबकी नजरें मौसम के अगले पूर्वानुमान पर टिकी हैं कि क्या बारिश का दौर जारी रहता है या मौसम में सुधार आता है।

ऊधमसिंहनगर में मौसम का महा-अलर्ट! 7 अगस्त को सभी स्कूल-आंगनवाड़ी बंद, 6 से 10 अगस्त तक ‘रेड अलर्ट’ जारी; बच्चों की सुरक्षा के लिए डीएम का बड़ा फैसला

ऊधमसिंहनगर, 06 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में मानसून का कहर जारी है और इसके मद्देनजर, ऊधमसिंहनगर जिला प्रशासन ने एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए महत्वपूर्ण फैसला लिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD), देहरादून द्वारा जारी नवीनतम मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, 6 अगस्त 2025 से…

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ऊधमसिंहनगर, 06 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। आज सुबह 8:30 बजे जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार, जिले में भारी बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, नदियों और जलाशयों का जलस्तर अभी सामान्य स्थिति में है, लेकिन भारी वर्षा के कारण जिले में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। प्रशासन ने पहले ही 6 अगस्त को स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया था, जिससे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकी। जिले में भारी बारिश का दौर, किच्छा और काशीपुर में सर्वाधिक वर्षा ऊधमसिंहनगर जिले में पिछले 24 घंटों के दौरान (सुबह 8:00 बजे तक) मूसलाधार बारिश हुई है। जिले भर में औसत से अधिक वर्षा दर्ज की गई, जिसमें कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश हुई है। पिछले 24 घंटों की वर्षा (मिमी में): किच्छा: 185.00 मिमी (सर्वाधिक) काशीपुर: 177.00 मिमी जसपुर: 150.00 मिमी सितारगंज: 130.00 मिमी रुद्रपुर: 99.00 मिमी गदरपुर: 80.00 मिमी खटीमा: 86.00 मिमी बाजपुर: 75.00 मिमी (न्यूनतम) इस भारी बारिश के बावजूद, जिले का अधिकतम तापमान 29°C और न्यूनतम तापमान 25°C दर्ज किया गया है। नदियों और जलाशयों का जलस्तर सामान्य, लेकिन निगरानी जारी जिले से होकर बहने वाली प्रमुख नदियों और जलाशयों का जलस्तर अभी सामान्य स्थिति में है, जो एक राहत की बात है। हालांकि, लगातार बारिश को देखते हुए प्रशासन इन पर कड़ी निगरानी रख रहा है। प्रमुख नदियों का जलस्तर (क्यूसेक में): सुखी/बेगुल नदी: वर्तमान जलस्तर 13340 क्यूसेक (चेतावनी स्तर 30,000 क्यूसेक) कैलाश नदी: वर्तमान जलस्तर 19980 क्यूसेक (चेतावनी स्तर 45,000 क्यूसेक) जगबुधा नदी: वर्तमान जलस्तर 8400 क्यूसेक (चेतावनी स्तर 19,000 क्यूसेक) परवीन नदी: वर्तमान जलस्तर 1360 क्यूसेक (चेतावनी स्तर 2,000 क्यूसेक) देवहा नदी: वर्तमान जलस्तर 7310 क्यूसेक (चेतावनी स्तर 20,000 क्यूसेक) कामन नदी: वर्तमान जलस्तर 2560 क्यूसेक (चेतावनी स्तर 15,000 क्यूसेक) ढेला नदी: वर्तमान जलस्तर 3777 क्यूसेक (चेतावनी स्तर 38,000 क्यूसेक) फीका नदी: वर्तमान जलस्तर शून्य (चेतावनी स्तर 18,500 क्यूसेक) गौला नदी: वर्तमान जलस्तर 12409 क्यूसेक (चेतावनी स्तर 39,927 क्यूसेक) कल्याणी नदी: वर्तमान जलस्तर 300 क्यूसेक (चेतावनी स्तर 2000 क्यूसेक) सभी नदियों का जलस्तर चेतावनी और खतरे के स्तर से काफी नीचे है, जिससे फिलहाल बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। मुख्य शारदा नहर: वर्तमान जलस्तर 10689 क्यूसेक (खतरे का स्तर 11,500 क्यूसेक) नहर की स्थिति भी सामान्य बनी हुई है। जलाशयों का विवरण (फीट में): बेगुल जलाशय: वर्तमान जलस्तर 679.13 फीट (चेतावनी स्तर 683.50 फीट), डिस्चार्ज 65 क्यूसेक। नानकसागर जलाशय: वर्तमान जलस्तर 695.80 फीट (चेतावनी स्तर 706.00 फीट), डिस्चार्ज शून्य। शारदा सागर बांध: वर्तमान जलस्तर 606.60 फीट (चेतावनी स्तर 625.00 फीट), डिस्चार्ज शून्य। बौर जलाशय: वर्तमान जलस्तर 782.40 फीट (चेतावनी स्तर 792.00 फीट), डिस्चार्ज शून्य। हरिपुरा जलाशय: वर्तमान जलस्तर 783.50 फीट (चेतावनी स्तर 792.00 फीट), डिस्चार्ज शून्य। तुमरिया जलाशय: वर्तमान जलस्तर 836.50 फीट (चेतावनी स्तर 857.00 फीट), डिस्चार्ज शून्य। धौरा जलाशय: वर्तमान जलस्तर 700.70 फीट (चेतावनी स्तर 710.00 फीट), डिस्चार्ज शून्य। सभी जलाशयों का जलस्तर भी चेतावनी या खतरे के निशान से नीचे है, और डाउनपास डिस्चार्ज भी नियंत्रित है। जनजीवन पर असर: बिजली आपूर्ति बाधित, अन्य सेवाएं सामान्य मॉनसून की सक्रियता के कारण जिले में कुछ सेवाएं प्रभावित हुई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, जिले में भारी बारिश के कारण बिजली आपूर्ति बाधित है, जिससे कई क्षेत्रों में बिजली गुल होने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, सड़क संपर्क, संचार व्यवस्था और जलापूर्ति जैसी अन्य आवश्यक सेवाएं अभी भी सुचारु रूप से चल रही हैं। जिला प्रशासन ने पहले ही मौसम विभाग के 'ऑरेंज अलर्ट' को देखते हुए 6 अगस्त को सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया था, जिससे बच्चों को सुरक्षित रखा जा सका। प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। संबंधित विभाग किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

ऊधमसिंहनगर में मानसून का कहर: किच्छा-काशीपुर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश, बिजली गुल! जानें आपके शहर का हाल और नदियों का जलस्तर

ऊधमसिंहनगर, 06 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। आज सुबह 8:30 बजे जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार, जिले में भारी बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, नदियों और जलाशयों का जलस्तर अभी सामान्य स्थिति में है, लेकिन भारी वर्षा के कारण जिले में…

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