मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को वक्फ संपत्ति सुधारों को लेकर एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब वक्फ संपत्तियों का उपयोग सिर्फ गरीब और जरूरतमंद मुस्लिम समुदाय के कल्याण में होगा। भाजपा आगामी 20 अप्रैल से 5 मई तक राज्यभर में 'वक्फ जनजागरण अभियान' चलाने जा रही है, जिसका उद्देश्य इस कानून के जरिए समाज के वंचित वर्गों तक मदद पहुंचाना है। गरीबों का हक सिर्फ गरीबों को मिलेगा: धामी प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित वक्फ जनजागरण कार्यशाला में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बिना किसी धार्मिक छेड़छाड़ के, वक्फ की एक-एक इंच भूमि की जांच होगी। उन्होंने कहा कि अब इन संपत्तियों पर किसी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका इस्तेमाल गरीब मुस्लिम महिलाओं, तलाकशुदा महिलाओं, विधवाओं और अनाथ बच्चों के लिए किया जाए। पीएम आवास, अस्पताल और स्कूलों के लिए होगा इस्तेमाल मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि जो भी वक्फ संपत्तियां अवैध कब्जों से मुक्त कराई जाएंगी, उन पर पीएम आवास, अस्पताल, स्कूल और समुदायिक भवन जैसी जनसेवा की सुविधाएं विकसित की जाएंगी। उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर उत्तराखंड में भी ऐसे कामों की योजना तैयार की जा रही है। विपक्ष पर साधा निशाना धामी ने कहा कि वक्फ संपत्तियों पर वर्षों से कब्जा रहा है, लेकिन विपक्ष ने कभी यह प्रयास नहीं किया कि उनका सही उपयोग हो। उन्होंने कहा कि लाखों करोड़ की संपत्तियां होते हुए भी गरीबों को कोई लाभ नहीं दिया गया। अब यह कानून इस काले कारोबार और जमीनों पर कब्जे को रोकने का काम करेगा। कानून का सही उद्देश्य समझाना जरूरी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि यह कानून समाज में व्याप्त भ्रम और भय को दूर करने का माध्यम बनेगा। उन्होंने बताया कि 2013 और 1995 में कांग्रेस सरकारों की नीतियों के चलते वक्फ संपत्तियों का गलत इस्तेमाल हुआ। भाजपा सरकार अब इन गलतियों को सुधार रही है। सभी जिलों में कार्यशालाएं होंगी प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने जानकारी दी कि 20 से 22 अप्रैल तक सभी जिलों में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इन कार्यशालाओं में जनजागरण अभियान की रणनीति, कार्यक्रम और संवाद के माध्यम से मुस्लिम समाज को कानून के फायदों से अवगत कराया जाएगा। भाजपा का स्पष्ट संदेश: कोई तुष्टिकरण नहीं कार्यशाला में प्रदेश वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने वक्फ बोर्ड की पुरानी गड़बड़ियों का उल्लेख करते हुए कहा कि अतीत में इस बोर्ड को मिले असीमित अधिकारों का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग हुआ। उन्होंने दावा किया कि वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने वालों में बड़ी संख्या में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के नेता शामिल रहे हैं। देवभूमि में कड़ाई से लागू होगा नया कानून सीएम धामी ने कहा कि उनकी सरकार पहले ही राज्य की डेमोग्राफी को सुरक्षित रखने के लिए यूसीसी, धर्मांतरण विरोधी कानून जैसे कड़े फैसले ले चुकी है और अब वक्फ संशोधन कानून को भी सख्ती से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा, "हम वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग करके यह सुनिश्चित करेंगे कि गरीबों को उनका हक मिले।" भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे मौजूद इस कार्यशाला में कई वरिष्ठ नेता शामिल रहे जिनमें राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, अल्पसंख्यक मोर्चा प्रभारी मुकेश कोली, प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार, विधायक खजान दास, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष इंतजार हुसैन समेत कई अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। भाजपा उन्होंने दावा किया कि वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने वालों में बड़ी संख्या में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के नेता शामिल रहे हैं।प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित वक्फ जनजागरण कार्यशाला में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बिना किसी धार्मिक छेड़छाड़ के, वक्फ की एक-एक इंच भूमि की जांच होगी।

वक्फ की संपत्तियों का उपयोग गरीब मुस्लिम वर्ग के कल्याण में सुनिश्चित होगा: मुख्यमंत्री धामी

भाजपा 20 अप्रैल से चलाएगी वक्फ जनजागरण अभियान, सभी जिलों में होंगे कार्यक्रम देहरादून, 18 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को वक्फ संपत्ति सुधारों को लेकर एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब वक्फ संपत्तियों का उपयोग सिर्फ गरीब और जरूरतमंद मुस्लिम समुदाय के कल्याण में होगा। भाजपा…

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जसपुर, 18 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) उधम सिंह नगर जनपद के जसपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव मेघा वाला में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। नशे में धुत एक युवक ने पहले अपनी मां पर धारदार हथियार से हमला किया और फिर अपनी चाची की गर्दन पर बेरहमी से प्रहार कर निर्मम हत्या कर दी। यही नहीं, आरोपी युवक ने अपने नाबालिग चचेरे भाई पर भी जानलेवा हमला किया। पाठल से किया गया हमला, मां और चचेरा भाई घायल घटना 17 अप्रैल 2025 को शाम करीब 7:30 बजे की है। गांव निवासी सैंकी पुत्र तेजपाल, जो कि काफी समय से नशे की लत का शिकार बताया जा रहा है, घर लौटा और अचानक अपनी मां रेखा देवी पर धारदार हथियार (स्थानीय भाषा में 'पाठल') से हमला कर दिया। रेखा देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं और चीख-पुकार मच गई। हमले के बाद सैंकी यहीं नहीं रुका। वह पास में ही रहने वाले अपने चाचा राजेश कुमार के घर पहुंचा। वहां मौजूद सुनीता देवी (उम्र 30 वर्ष) जो उसकी चाची थीं, पर उसने ताबड़तोड़ वार किए। खासतौर पर गर्दन पर किए गए गहरे प्रहार के कारण सुनीता देवी गंभीर रूप से लहूलुहान हो गईं। उसी समय वहां मौजूद उसका करीब 13 वर्षीय चचेरा भाई हर्षित भी हमले का शिकार हुआ। उस पर भी आरोपी ने पाठल से हमला किया, जिससे वह भी गंभीर रूप से घायल हो गया। गांव में मची अफरा-तफरी, पुलिस को मिली सूचना इस वीभत्स घटना के बाद पूरे गांव मेघा वाला में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई। घटना की सूचना मिलने पर जसपुर कोतवाली पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी युवक फरार हो चुका था। पुलिस ने घायलों को तुरंत काशीपुर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां चाची सुनीता देवी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि रेखा देवी और हर्षित का इलाज अभी जारी है। पुलिस जुटी जांच में, आरोपी की तलाश जारी घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने घटनास्थल से आलाकत्ल (पाठल) को बरामद कर लिया है। सूत्रों के अनुसार, आरोपी सैंकी की मानसिक स्थिति लंबे समय से ठीक नहीं थी और वह नशे के चलते कई बार पारिवारिक विवादों में शामिल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि उसने पहले भी घर में झगड़े किए थे लेकिन इतनी बड़ी घटना की किसी को उम्मीद नहीं थी। पुलिस द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। समाचार लिखे जाने तक आरोपी युवक फरार है। ग्रामीणों में दहशत और आक्रोश, नशे के खिलाफ सख्ती की मांग घटना के बाद गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि सैंकी पिछले कुछ वर्षों से अत्यधिक नशे का सेवन करता था और कई बार उसका व्यवहार हिंसक हो चुका था। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव में नशे की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। गांव की महिलाओं और बुजुर्गों ने पुलिस से आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी और कठोर सजा की मांग की है। मृतका के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल सुनीता देवी, जिनकी निर्मम हत्या हुई, अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी को छोड़ गई हैं। घटना के बाद मृतका के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। उनका कहना है कि अगर समय रहते सैंकी के नशे की लत को गंभीरता से लिया गया होता तो शायद यह दिन न देखना पड़ता। मृतका का अंतिम संस्कार पुलिस कार्रवाई के बाद किया जाएगा। वहीं, घायलों की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है। समापन: एक बार फिर उठे नशे पर सवाल यह पूरी घटना एक बार फिर नशे की बढ़ती समस्या की तरफ ध्यान खींचती है। जिस तरह से एक युवक ने नशे में आकर अपने ही परिवार पर कहर बरपाया, उससे यह स्पष्ट है कि गांवों और कस्बों में नशे की रोकथाम के लिए पुलिस और प्रशासन को अधिक सक्रिय होना होगा। समय बोल रहा इस दर्दनाक घटना की निंदा करता है और प्रशासन से मांग करता है कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा दी जाए।

जसपुर: नशे में धुत युवक ने चाची की बेरहमी से की हत्या, गांव मेघा वाला में मचा हड़कंप

जसपुर, 18 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)उधम सिंह नगर जनपद के जसपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव मेघा वाला में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। नशे में धुत एक युवक ने पहले अपनी मां पर धारदार हथियार से हमला किया और फिर अपनी चाची की गर्दन पर बेरहमी से…

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देहरादून, 18 अप्रैल (समय बोल रहा) — उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के डोईवाला थाना क्षेत्र अंतर्गत हर्रावाला इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान डीजे की तेज आवाज को बंद कराने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और घटना की जांच शुरू कर दी गई है। देहरादून घटना का पूरा विवरण यह घटना देर रात की है, जब हर्रावाला क्षेत्र में एक जागरण का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटी थी और तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा था। रात के समय डीजे की आवाज को लेकर आसपास के लोगों ने पुलिस से शिकायत की थी। शिकायत मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और आयोजकों से डीजे की आवाज कम करने को कहा। प्रारंभिक रूप से आयोजकों और डीजे ऑपरेटर ने आवाज कम कर दी, लेकिन कुछ समय बाद फिर से डीजे की आवाज बढ़ा दी गई। आवाज अत्यधिक तेज होने के कारण इलाके में रहने वाले अन्य नागरिकों को परेशानी होने लगी। इसके बाद पुलिस दोबारा घटनास्थल पर पहुंची और डीजे को पूरी तरह से बंद कराने की कोशिश की। बातचीत से बढ़ा विवाद, हमला कर दिया पुलिस टीम द्वारा डीजे बंद कराए जाने को लेकर कुछ स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए। बताया जा रहा है कि कुछ युवक नशे में भी थे। विवाद बढ़ता गया और देखते ही देखते कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों से हाथापाई शुरू कर दी। इस दौरान एक सिपाही को सिर पर गंभीर चोट आई, जिससे वह लहूलुहान हो गया। घायल सिपाही को तुरंत 108 एंबुलेंस की मदद से स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई घटना की सूचना मिलते ही थाना डोईवाला से और फोर्स मौके पर पहुंची। भीड़ को नियंत्रित किया गया और हंगामा कर रहे आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि इस घटना में शामिल सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, पुलिस पर हमला करने और शांति भंग करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि धार्मिक आयोजनों में इस तरह का बर्ताव निंदनीय है और इससे क्षेत्र की शांति व्यवस्था प्रभावित होती है। वहीं कुछ लोगों ने आरोप लगाया है कि आयोजक बिना अनुमति के कार्यक्रम करवा रहे थे। प्रशासन ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश प्रशासन ने साफ किया है कि इस तरह के मामलों में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। जिले के सभी थाना क्षेत्रों को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे आयोजनों पर सख्त निगरानी रखी जाए और बिना अनुमति के डीजे बजाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। क्या कहते हैं नियम सरकारी नियमों के अनुसार रात 10 बजे के बाद किसी भी प्रकार का तेज ध्वनि वाला कार्यक्रम आयोजित करना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद नियमों का उल्लंघन करना अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे में आयोजकों और हमलावरों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सार देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में जागरण कार्यक्रम के दौरान DJ की तेज आवाज बंद कराने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। हर्रावाला इलाके की इस घटना में एक सिपाही घायल हो गया। भीड़ ने पुलिसकर्मी के सिर पर हमला किया, जिससे खून बहने लगा। पुलिसकर्मी ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

देहरादून: डीजे बंद कराने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, एक सिपाही घायल, सात आरोपी गिरफ्तार

देहरादून, 18 अप्रैल (समय बोल रहा) — उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के डोईवाला थाना क्षेत्र अंतर्गत हर्रावाला इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान डीजे की तेज आवाज को बंद कराने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से…

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रुद्रपुर, 17 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ): जनस्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने स्पष्ट किया है कि किसी भी चिकित्सालय में औषधियों, जांच, उपकरणों और सुविधाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की समीक्षा बैठक में चिकित्साधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों को सुविधा सम्पन्न बनाया जाए ताकि आम जनता को चिकित्सा सेवाएं बिना किसी परेशानी के मिल सकें। हर अस्पताल बने मॉडल चिकित्सालय: एक सप्ताह में दें कार्य योजना बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सभी चिकित्सा अधिकारी एक स्पष्ट विजन के साथ कार्य करें और अपने-अपने चिकित्सालयों को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित करें। इसके लिए उन्होंने एक सप्ताह के भीतर कार्य योजना बनाकर मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं है, क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा NHM के तहत भरपूर बजट उपलब्ध कराया गया है। मोटापे को लेकर मुख्यमंत्री की चिंता: जागरूकता और काउंसलिंग के निर्देश बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य में बढ़ते मोटापे पर जताई गई चिंता का भी जिक्र किया गया। जिलाधिकारी ने सभी चिकित्सकों को निर्देश दिए कि वे मोटापा कम करने के लिए लोगों को जागरूक करें और व्यक्तिगत काउंसलिंग की व्यवस्था भी करें, ताकि इस बढ़ते खतरे को रोका जा सके। गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा प्राथमिकता: हाई रिस्क प्रेग्नेंसी पर निगरानी जिलाधिकारी भदौरिया ने कहा कि सभी गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत पंजीकरण, समय पर दवा वितरण, जांच और टीकाकरण अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। विशेष रूप से हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की ट्रैकिंग की जाए और सभी प्रसव संस्थान स्तर पर कराए जाएं। उन्होंने सभी अस्पतालों के प्रसव कक्षों में सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। आशा कार्यकर्ताओं पर नजर: संस्थागत प्रसव के लिए जवाबदेही तय आशा कार्यकर्ताओं को संस्थागत प्रसव बढ़ाने के लिए सक्रिय करने के निर्देश दिए गए। साथ ही जिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि जिन क्षेत्रों में प्रसव अन्यत्र हो रहे हैं, वहां की आशा कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK): जीपीएस ट्रैकिंग और वेतन रोकने के निर्देश राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा में पाया गया कि कुछ क्षेत्रों में कार्य ठीक से नहीं हो रहा है। इस पर उन्होंने निर्देश दिए कि सभी टीमें रोस्टर के अनुसार स्कूलों में जाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करें। सभी बच्चों की जांच कर फोटो सहित एप में अपलोडिंग सुनिश्चित की जाए। गदरपुर, काशीपुर और रुद्रपुर की टीमें स्वास्थ्य परीक्षण में असफल रहीं, इसलिए जिलाधिकारी ने उनके वेतन रोकने के आदेश दिए। सभी RBSK वाहनों में जीपीएस लगाने के निर्देश भी जारी किए गए। टीकाकरण और डेंगू-मलेरिया पर एडवांस प्लानिंग के निर्देश सभी बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा गया। साथ ही जिलाधिकारी ने डेंगू और मलेरिया जैसी मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने और पूर्व कार्ययोजना बनाने के लिए भी CMO को निर्देशित किया। मुख्य विकास अधिकारी ने दिए आयुष्मान और एनीमिया पर निर्देश मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने “एनीमिया मुक्त भारत अभियान” के अंतर्गत 6 से 59 माह तक के बच्चों को अनिवार्य रूप से दवा पिलाने तथा एल्मेंडाजॉल की कृमिनाशक गोली खिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी चिकित्सा उपकेंद्रों को “आयुष्मान आरोग्य मंदिर” में परिवर्तित करने और सभी अस्पतालों में सोलर प्लांट लगाने के भी निर्देश दिए। बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. के.के. अग्रवाल, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर.के. सिन्हा, एसीएमओ डॉ. एस.पी. सिंह, डॉ. हरेन्द्र मलिक, डॉ. राजेश आर्या, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. आर.एस. श्रीवास्तव, डीपीओ हेमा कांडपाल, जिला शिक्षा अधिकारी हरेन्द्र मिश्रा, तथा सभी एमओआईसी और चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे। जनस्वास्थ्य सुधार की दिशा में प्रशासन का ठोस कदम जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के नेतृत्व में हुई यह बैठक स्पष्ट संकेत देती है कि उत्तराखंड सरकार जनस्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। सुविधा सम्पन्न अस्पताल, बाल स्वास्थ्य, महिला सुरक्षा, आयुष्मान योजना और डेंगू-मलेरिया नियंत्रण की दिशा में लिए गए ये निर्णय आने वाले समय में जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होंगे।

जनस्वास्थ्य पर जिला प्रशासन सख्त, सभी अस्पतालों को मॉडल चिकित्सालय बनाने के निर्देश

रुद्रपुर, 17 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ):जनस्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने स्पष्ट किया है कि किसी भी चिकित्सालय में औषधियों, जांच, उपकरणों और सुविधाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की समीक्षा बैठक में चिकित्साधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों को सुविधा…

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बाजपुर 15 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा), उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आज बाजपुर के कुंडेश्वरी क्षेत्र पहुंचे, जहां डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के पावन अवसर पर उनके सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन से पूरे क्षेत्र में उत्साह और उमंग का माहौल देखने को मिला। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, युवा संगठन और भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पूर्व मुख्यमंत्री का यह दौरा सामाजिक और वैचारिक संवाद के उद्देश्य से किया गया, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड की संस्कृति, विकास और राजनीति पर अपने विचार साझा किए। स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत कुंडेश्वरी पहुंचने पर भगत सिंह कोश्यारी का फूल मालाओं और ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया। युवाओं ने पारंपरिक पहनावे में उनका अभिनंदन किया और महिलाओं ने पारंपरिक गीतों से समर्पण जताया। स्थानीय बुजुर्गों ने उनका आशीर्वाद लिया और नई पीढ़ी को मार्गदर्शन देने की अपील की। कार्यक्रम में विकास, सेवा और नेतृत्व पर रहा फोकस कार्यक्रम के दौरान कोश्यारी ने अपने संबोधन में उत्तराखंड की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक दिशा पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा: "उत्तराखंड की जनता मेहनती और जुझारू है। आज भी इस राज्य की सबसे बड़ी ताकत इसकी युवा शक्ति और ग्रामीण समाज है।" उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे तकनीक, शिक्षा और उद्यमशीलता की दिशा में आगे बढ़ें और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करें। राज्य के विकास के लिए आत्मनिर्भरता और पारदर्शिता ज़रूरी कोश्यारी ने उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति और प्राकृतिक संसाधनों पर बात करते हुए कहा कि राज्य में जल, जंगल और जमीन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच संवाद और विश्वास सबसे अहम है। "राजनीति में सेवा का भाव होना चाहिए, केवल सत्ता की ललक नहीं," उन्होंने ज़ोर देकर कहा। स्थानीय मुद्दों पर हुई चर्चा कार्यक्रम के बाद स्थानीय निवासियों ने क्षेत्र के कई ज्वलंत मुद्दों पर पूर्व मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया — जिनमें सड़कों की खराब स्थिति, पेयजल समस्या, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और बेरोजगारी जैसे विषय शामिल थे। कोश्यारी ने आश्वासन दिया कि वे इन विषयों को संबंधित मंचों तक पहुंचाएंगे। भाजपा कार्यकर्ताओं और युवा शक्ति ने दिखाई एकजुटता इस कार्यक्रम में भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी, पार्षद और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। युवाओं की सक्रियता और अनुशासित उपस्थिति कार्यक्रम की विशेषता रही। युवा शक्ति संगठन, जो सामाजिक जागरूकता और जनभागीदारी को बढ़ावा देता है, ने आयोजन में अहम भूमिका निभाई। गणमान्य लोगों की गरिमामयी उपस्थिति कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने पहुंचे कई प्रमुख नेता और समाजसेवियों ने मंच की गरिमा को और ऊँचाई दी। इनमें विशेष रूप से शामिल रहे: कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज पाल, गन्ना राज्य मंत्री मनजीत सिंह, पूर्व सांसद प्रतिनिधि रवि साहनी, अंबिक चौधरी, प्रकाश नेगी, निशा चौहान, जोगेंद्र सिंह, पूनम, संजीव, धर्मपाल सिंह, चरणजीत सिंह और राजेश कुमार मौजूद रहे। इन सभी गणमान्य जनों ने भगत सिंह कोश्यारी के नेतृत्व, सादगी और विचारों की सराहना की और बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों को समाज तक पहुंचाने के इस प्रयास को सराहा। कार्यक्रम पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी का बाजपुर के कुंडेश्वरी दौरा केवल एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर सामाजिक संवाद और प्रेरणा का माध्यम भी रहा। उनके विचारों और सरल व्यवहार से जनता जुड़ी हुई महसूस कर रही थी। इस तरह के कार्यक्रम समाज को दिशा देने और नेतृत्व के साथ संवाद स्थापित करने का माध्यम बनते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री का यह दौरा सामाजिक और वैचारिक संवाद के उद्देश्य से किया गया, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड की संस्कृति, विकास और राजनीति पर अपने विचार साझा

बाजपुर के कुंडेश्वरी पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर हुआ भव्य कार्यक्रम

बाजपुर 15 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आज बाजपुर के कुंडेश्वरी क्षेत्र पहुंचे, जहां डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के पावन अवसर पर उनके सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन से पूरे क्षेत्र में उत्साह और उमंग का…

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देहरादून, 15 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद (UBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम की तारीख की आधिकारिक घोषणा कर दी है। बोर्ड द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, उत्तराखंड बोर्ड रिजल्ट 2025 को 19 अप्रैल, शुक्रवार को सुबह 11 बजे घोषित किया जाएगा। इसके साथ ही लाखों छात्रों और उनके अभिभावकों का इंतजार खत्म होने वाला है। इस बार उत्तराखंड बोर्ड ने परीक्षाएं समय पर आयोजित कीं और मूल्यांकन कार्य भी निर्धारित समयसीमा में पूरा कर लिया गया, जिससे रिकॉर्ड समय में परिणाम घोषित किया जा रहा है। बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर आएगा रिजल्ट उत्तराखंड बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइटों पर उपलब्ध होगा: ubse.uk.gov.in uaresults.nic.in छात्र अपना रिजल्ट रोल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करके देख सकेंगे। इसके अलावा रिजल्ट डिजिलॉकर ऐप, एसएमएस सुविधा और कुछ निजी रिजल्ट वेबसाइट्स पर भी उपलब्ध रहेगा। 2.5 लाख से अधिक छात्रों ने दी परीक्षा उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षाएं 15 फरवरी से 6 मार्च 2025 तक आयोजित की गई थीं। इस वर्ष: लगभग 1.3 लाख छात्र 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए। वहीं 1.2 लाख छात्र 12वीं की परीक्षा में बैठे। छात्रों का कहना है कि प्रश्नपत्र सामान्य स्तर के थे और पढ़ाई के अनुसार प्रश्न पूछे गए थे। शिक्षा मंत्री करेंगे रिजल्ट जारी राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की सचिव नीता तिवारी 19 अप्रैल को प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से सुबह 11 बजे परिणाम जारी करेंगे। इसके तुरंत बाद छात्र वेबसाइट पर अपने अंक देख सकेंगे। एक अधिकारी ने बताया: “इस बार उत्तराखंड बोर्ड ने परिणामों को पारदर्शी और समय पर जारी करने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। छात्रों की मेहनत का फल उन्हें जल्द मिलेगा।” पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार रिजल्ट की उम्मीदें ज्यादा पिछले वर्ष 10वीं कक्षा का पास प्रतिशत 85.17 प्रतिशत और 12वीं कक्षा का पास प्रतिशत 82.63 प्रतिशत रहा था। शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार का पास प्रतिशत इससे बेहतर हो सकता है क्योंकि छात्रों ने पूरे वर्ष ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पढ़ाई की। लड़कियों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद पिछले वर्षों की तरह इस बार भी लड़कियों के बेहतर प्रदर्शन की संभावना जताई जा रही है। आंकड़ों के अनुसार, हर साल लड़कियां बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर अंक प्राप्त कर रही हैं। क्या करें यदि असंतुष्ट हों रिजल्ट से? यदि कोई छात्र अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं है तो वह उत्तराखंड बोर्ड की वेबसाइट के माध्यम से पुनर्मूल्यांकन (Re-evaluation) या उत्तरपुस्तिका की फोटोकॉपी के लिए आवेदन कर सकता है। यह प्रक्रिया रिजल्ट जारी होने के कुछ दिन बाद शुरू होगी। वहीं जिन छात्रों को एक या दो विषयों में अंक कम मिले हैं या वे फेल हो गए हैं, उनके लिए पूरक परीक्षा (Compartment Exam) का आयोजन जून 2025 में किया जाएगा। रिजल्ट देखने के लिए क्या रखें पास? छात्रों को रिजल्ट देखने के लिए निम्नलिखित चीज़ें तैयार रखनी चाहिए: रोल नंबर जन्मतिथि इंटरनेट कनेक्शन मोबाइल या कंप्यूटर बोर्ड की वेबसाइट पर कभी-कभी ट्रैफिक अधिक होने के कारण धीमा हो सकता है, ऐसे में छात्रों को संयम बनाए रखने की सलाह दी जाती है। निष्कर्ष: उत्तराखंड बोर्ड 10वीं और 12वीं के लाखों छात्रों के लिए 19 अप्रैल 2025 एक बड़ा दिन होने जा रहा है। सुबह 11 बजे जैसे ही शिक्षा मंत्री रिजल्ट जारी करेंगे, छात्रों की मेहनत का परिणाम सामने आ जाएगा। समय बोल रहा की ओर से सभी विद्यार्थियों को ढेरों शुभकामनाएं — उम्मीद है कि आप सभी अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे।इस बार उत्तराखंड बोर्ड ने परीक्षाएं समय पर आयोजित कीं और मूल्यांकन कार्य भी निर्धारित समयसीमा में पूरा कर लिया गया, जिससे रिकॉर्ड समय में परिणाम घोषित किया जा रहा है।  

उत्तराखंड बोर्ड 10वीं और 12वीं रिजल्ट 2025: 19 अप्रैल को सुबह 11 बजे होगा जारी, छात्रों में उत्साह का माहौल

देहरादून, 15 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा):उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद (UBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम की तारीख की आधिकारिक घोषणा कर दी है। बोर्ड द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, उत्तराखंड बोर्ड रिजल्ट 2025 को 19 अप्रैल, शुक्रवार को सुबह 11 बजे घोषित किया जाएगा। इसके साथ ही लाखों छात्रों और उनके…

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गढ़ीनेगी 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) आज 14 अप्रैल 2025 को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के पावन अवसर पर गढ़ीनेगी गांव स्थित अंबेडकर पार्क में युवा शक्ति परिवार द्वारा एक भव्य, ऐतिहासिक और भावनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े आयोजनों में से एक था, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया और डॉ. अंबेडकर के विचारों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह अंबेडकर पार्क से एक विशाल शोभायात्रा के रूप में हुई, जो नवलपुर से प्रारंभ होकर पूरे क्षेत्र में भ्रमण करते हुए पुनः अंबेडकर पार्क में समाप्त हुई। इस शोभायात्रा में स्थानीय लोगों, युवाओं, बुजुर्गों, अंबेडकरवादी संगठनों और महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यात्रा के दौरान देशभक्ति गीतों और डॉ. अंबेडकर के जीवन से जुड़ी झांकियों ने माहौल को जीवंत कर दिया। युवा शक्ति का आदर्श: सम्मान बुजुर्गों का, संघर्ष युवाओं का युवा शक्ति परिवार, जो "सम्मान बुजुर्गों का, संघर्ष युवाओं का" के नारे को आत्मसात करते हुए कार्य करता है, ने इस अवसर पर एक और सराहनीय पहल की। उन्होंने क्षेत्र के बुजुर्गों का सम्मान अंबेडकर की प्रतिमा भेंट करके किया और युवाओं को संविधान, शिक्षा और सामाजिक समरसता के महत्व से अवगत कराया। युवा शक्ति द्वारा यह कार्यक्रम केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि एक सामाजिक समरसता और विचार जागरण का आंदोलन था। पूरे आयोजन में युवाओं की भूमिका अग्रणी रही और उन्होंने हर पहलू को बखूबी संभाला — मंच संचालन, जलपान, आतिथ्य, सुरक्षा और व्यवस्था तक की पूरी जिम्मेदारी युवा शक्ति परिवार ने निभाई। डॉ. अंबेडकर की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन, संघर्ष, संविधान निर्माण में उनके योगदान और समाज के वंचित तबकों को अधिकार दिलाने के लिए उनके द्वारा किए गए अथक प्रयासों पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि डॉ. अंबेडकर केवल एक व्यक्ति नहीं थे, वे एक विचारधारा हैं, जो आज भी हर भारतवासी को समानता, शिक्षा और अधिकारों के लिए प्रेरित करती है। डॉ. अंबेडकर ट्रस्ट के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर जोशी का स्वागत कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे डॉ. भीमराव अंबेडकर ट्रस्ट, के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर जोशी, जिन्हें युवा शक्ति परिवार ने विशेष सम्मान प्रदान किया। जोशी ने अपने संबोधन में कहा, "गढ़ीनेगी जैसे ग्रामीण क्षेत्र में इतनी बड़ी संख्या में युवाओं का एकत्र होना और अंबेडकर के विचारों को प्रचारित करना एक ऐतिहासिक क्षण है। युवा शक्ति जैसा संगठन अगर देशभर में फैल जाए तो सामाजिक क्रांति निश्चित है।" भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोज पाल भी हुए शामिल कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज पाल भी मौजूद रहे। उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा, "डॉ. अंबेडकर ने हमें संविधान दिया, जो आज भी लोकतंत्र की नींव है। युवा शक्ति परिवार ने जिस अनुशासन और श्रद्धा के साथ यह आयोजन किया है, वह सराहनीय है। समाज में ऐसी ऊर्जा और नेतृत्व की आज सबसे अधिक जरूरत है।" भव्य भंडारा: 7000 से अधिक लोगों को कराया भोजन कार्यक्रम के अंत में युवा शक्ति परि

युवा शक्ति परिवार ने अंबेडकर जयंती पर किया ऐतिहासिक कार्यक्रम, गढ़ीनेगी में हजारों की उपस्थिति में निकली शोभायात्रा और भंडारे का आयोजन

गढ़ीनेगी 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) आज 14 अप्रैल 2025 को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के पावन अवसर पर गढ़ीनेगी गांव स्थित अंबेडकर पार्क में युवा शक्ति परिवार द्वारा एक भव्य, ऐतिहासिक और भावनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े आयोजनों में से एक था,…

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हल्द्वानी, 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)— उत्तराखंड की धामी सरकार ने अवैध मदरसे सील मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए हल्द्वानी में एक बड़ा अभियान चलाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीमों ने बिना अनुमति और मान्यता के संचालित हो रहे कई मदरसों पर छापा मारा और उन्हें तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। बिना मान्यता चल रहे मदरसे सील अपर जिलाधिकारी विवेक राय ने बताया कि जिन मदरसों को सील किया गया है, उनमें से अधिकांश के पास शिक्षा विभाग की अनुमति नहीं थी। न ही उन्होंने राज्य सरकार के किसी नियम का पालन किया था। ये मदरसे अवैध रूप से शिक्षण कार्य चला रहे थे, जिनकी न तो कोई निगरानी थी और न ही कोई पंजीकरण। यह कार्रवाई शिक्षा अधिनियम 2009 और उत्तराखंड राज्य के मानकों के उल्लंघन के तहत की गई है। शिक्षा विभाग की गहन जांच के बाद कार्रवाई शिक्षा विभाग ने पहले ही इन मदरसों की जांच शुरू कर दी थी। सर्वे के दौरान यह पाया गया कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा, इन्द्रानगर, लाइन नंबर इलाकों में दर्जनों ऐसे मदरसे संचालित हो रहे थे जिनका कोई वैध अस्तित्व नहीं था। बच्चों की संख्या, शिक्षकों की योग्यता और पाठ्यक्रम की गुणवत्ता जैसी बुनियादी चीजों की कोई जानकारी प्रशासन के पास नहीं थी। मुख्यमंत्री ने दिए थे स्पष्ट निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ शब्दों में कहा था कि प्रदेश में अवैध शिक्षण संस्थानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धर्म, संप्रदाय या राजनीतिक विचारधारा से परे, जो भी संस्था बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करेगी, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि पूरे राज्य में चल रहे ऐसे सभी अवैध संस्थानों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। सुरक्षा के कड़े इंतजाम इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह कमर कस ली थी। भारी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और खुफिया एजेंसियों को तैनात किया गया था। ड्रोन कैमरों की मदद से पूरे इलाके की निगरानी की गई। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम भी अलर्ट पर थी। स्थानीय लोगों से की गई अपील प्रशासन की ओर से स्थानीय लोगों से अपील की गई कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि यह कार्रवाई केवल अवैध शिक्षण संस्थानों के खिलाफ की जा रही है, इसका किसी भी धार्मिक भावना से कोई संबंध नहीं है। बच्चों की पढ़ाई पर नहीं पड़ेगा असर जिला शिक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि इन मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को मान्यता प्राप्त अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो। प्रशासन उन सभी बच्चों का विवरण एकत्र कर रहा है ताकि उन्हें यथाशीघ्र उचित विकल्प मिल सके। आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई अधिकारियों ने बताया कि यह सिर्फ शुरुआत है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले हफ्तों में एक व्यापक अभियान चलाकर सभी अवैध शिक्षण संस्थानों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। 12 अवैध मदरसों को सील अब तक की कार्रवाई में हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में कुल 12 अवैध मदरसों को सील किया जा चुका है। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने इन मदरसों की जांच के बाद यह कदम उठाया। बताया गया है कि आगे भी ऐसे अन्य मदरसों की जांच जारी रहेगी और अवैध संचालन पर कड़ी कार्रवाई होगी।  

हल्द्वानी में धामी सरकार का बड़ा एक्शन, कई अवैध मदरसे सील, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

हल्द्वानी, 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)— उत्तराखंड की धामी सरकार ने अवैध मदरसे सील मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए हल्द्वानी में एक बड़ा अभियान चलाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीमों ने बिना अनुमति और मान्यता के संचालित हो…

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उत्तराखंड, 12अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — हाईवे हादसा उत्तराखंड में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार सुबह एक भीषण सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसा भल्ले गांव के पास हुआ जब एक कार बेकाबू होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिरकर अलकनंदा नदी में समा गई। मृतकों में तीन बच्चे भी शामिल हैं। यह परिवार एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए फरीदाबाद और रुड़की से गौचर जा रहा था। हादसे का विवरण घटना शनिवार सुबह करीब 7 बजे की है जब एक सफेद रंग की कार (नंबर ज्ञात नहीं) भल्ले गांव के समीप अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे जा गिरी। कार सीधे अलकनंदा नदी में जा समाई। दुर्घटना इतनी गंभीर थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। राहत व बचाव कार्य सूचना मिलते ही तहसीलदार सूरजपाल सिंह रावत, थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत, स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें तत्काल राहत सामग्री और उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं। पानी के बीच कार में फंसी गंभीर रूप से घायल महिला अनिता देवी (45 वर्ष) पत्नी मदन सिंह नेगी को किसी तरह निकालकर बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती कराया गया। महिला की हालत चिंताजनक बनी हुई है। मृतकों की पहचान पुलिस व एसडीआरएफ टीम ने क्रेन की सहायता से क्षतिग्रस्त कार को नदी से बाहर निकाला। कार से पांच शव बरामद किए गए। मृतकों की पहचान इस प्रकार की गई है: सुनील गुंसाई (44 वर्ष), पुत्र होशियार सिंह, निवासी सैनिक कॉलोनी, फरीदाबाद मीना गुंसाई (40 वर्ष), पत्नी सुनील गुंसाई धैर्य गुंसाई (14 वर्ष), पुत्र सुनील गुंसाई सुजल गुंसाई (12 वर्ष), पुत्र सुनील गुंसाई आदित्य नेगी (16 वर्ष), पुत्र मदन सिंह नेगी, निवासी दुर्गा कॉलोनी, रुड़की थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि सुनील गुंसाई अपने परिवार के साथ फरीदाबाद से शुक्रवार रात चमोली जिले के गौचर में एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने रुड़की से अपनी साली अनिता देवी और उसके बेटे आदित्य नेगी को भी साथ लिया था। हादसे के समय कार सुनील स्वयं चला रहे थे। हादसा भल्ले गांव के पास हुआ जब एक कार बेकाबू होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिरकर अलकनंदा नदी में समा गई। शवों को किया गया पोस्टमार्टम के लिए रवाना हादसे में जान गंवाने वालों के शवों को नदी किनारे से निकालकर राफ्ट की मदद से मुल्यागांव तक लाया गया और फिर वहां से एंबुलेंस से श्रीकोट स्थित बेस अस्पताल भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंपा जाएगा। हादसे की सूचना मिलते ही गौचर और श्रीनगर दोनों जगह शोक की लहर फैल गई है। प्रशासन की सतर्कता कीर्तिनगर व हिंडोलाखाल थानों से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और राहत कार्यों में मदद की। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। साथ ही हादसे की जांच भी शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में सड़क पर फिसलन और तेज मोड़ को हादसे का संभावित कारण बताया जा रहा है। सार यह हाईवे हादसा  उत्तराखंड के खतरनाक पहाड़ी मार्गों की स्थिति पर एक बार फिर से सवाल खड़े करता है। लगातार दुर्घटनाएं यह संकेत देती हैं कि हाईवे पर पर्याप्त सुरक्षा उपाय और संकेतक नहीं हैं। प्रशासन और सरकार को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। हादसे में जान गंवाने वालों के शवों को नदी किनारे से निकालकर राफ्ट की मदद से मुल्यागांव तक लाया गया और फिर वहां से एंबुलेंस से श्रीकोट स्थित बेस अस्पताल भेजा गया 🔗 यह भी पढ़ें: रामनगर: आमपानी क्षेत्र में बाघ ने किया हमला, व्यक्ति गंभीर रूप से घायल

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे हादसा: अलकनंदा नदी में गिरी कार, पांच की मौत, एक गंभीर घायल

उत्तराखंड, 12अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — हाईवे हादसा उत्तराखंड में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार सुबह एक भीषण सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसा भल्ले गांव के पास हुआ जब एक कार बेकाबू होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में…

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रामनगर, 12 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)। रामनगर बाघ हमला रामनगर के आमपानी क्षेत्र में शनिवार सुबह एक भयावह घटना सामने आई, जब एक बाघ ने अचानक एक व्यक्ति पर हमला कर दिया। यह घटना सुबह करीब 8:30 बजे की है, जिसने पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। हमला इतना गंभीर था कि व्यक्ति को गंभीर चोटें आईं और उसे तुरन्त अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। घायल व्यक्ति की पहचान यशपाल सिंह, उम्र 43 वर्ष, पिता श्री प्यारा सिंह, निवासी करेलपुरी, पोस्ट हलदुआ, जिला नैनीताल के रूप में हुई है। घटना उस समय घटी जब यशपाल सिंह आमपानी क्षेत्र के प्लॉट संख्या 13 में किसी निजी काम से गए हुए थे। उसी दौरान झाड़ियों में छिपे बाघ ने अचानक उन पर हमला कर दिया। हमला और बचाव स्थानीय लोगों और आमपानी क्षेत्र के वन विभाग स्टाफ के अनुसार, जैसे ही बाघ ने यशपाल पर झपट्टा मारा, वह चीखने लगे। उनकी आवाज़ सुनकर आस-पास मौजूद कुछ ग्रामीण और विभागीय कर्मचारी मौके पर पहुंचे। बाघ इंसानी मौजूदगी देखकर कुछ ही क्षणों में वहां से जंगल की ओर भाग गया। घायल यशपाल सिंह को तत्काल रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय, रामनगर लाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। डॉक्टरों के मुताबिक यशपाल के चेहरे, बाजू और पीठ पर गंभीर चोटें आई हैं। अस्पताल में परिजनों की भीड़ घटना की सूचना मिलते ही यशपाल सिंह के परिजन अस्पताल पहुंचे। उनकी हालत देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। फिलहाल वह खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं, लेकिन डॉक्टरों की निगरानी में ICU में भर्ती हैं। अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि अगले 48 घंटे उनके लिए बेहद अहम होंगे। आमपानी क्षेत्र में दहशत हमले के बाद आमपानी क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल है। यह इलाका कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के नजदीक है और पहले भी यहां बाघों की आवाजाही देखी गई है। लेकिन इस तरह का दिन-दहाड़े हमला लंबे समय बाद हुआ है। स्थानीय लोग अब जंगल किनारे खेतों और घरों में जाने से डरने लगे हैं। वन विभाग की प्रतिक्रिया वन विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि यह घटना बेहद गंभीर है और इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है। डीएफओ तराई पश्चिम वन प्रभाग की ओर से एक विशेष निगरानी टीम गठित की गई है जो बाघ की गतिविधियों पर नजर रखेगी। साथ ही, घटना स्थल के आसपास पिंजरे लगाने और सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संभावित कारण और समाधान वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के हमले आमतौर पर तब होते हैं जब जानवरों का प्राकृतिक आवास कम होता है या उन्हें भोजन नहीं मिलता। रामनगर क्षेत्र में इंसानी आबादी और निर्माण कार्य तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे बाघों और अन्य जंगली जानवरों का आवास क्षेत्र सिमटता जा रहा है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि प्रशासन को वन्यजीव गलियारों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। मांग उठी: प्रभावित परिवार को मुआवजा घटना के बाद ग्रामीणों ने सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है। उनका कहना है कि पीड़ित के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है और इस इलाज का खर्च उठाना उनके लिए भारी पड़ सकता है। लोगों ने घायल व्यक्ति के लिए तात्कालिक मुआवजा राशि और निशुल्क चिकित्सा सुविधा की मांग की है। बाघ द्वारा हमला रामनगर के आमपानी क्षेत्र में बाघ द्वारा हमला एक चेतावनी है कि मनुष्य और वन्यजीवों के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है। प्रशासन, वन विभाग और स्थानीय लोगों को मिलकर ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे, ताकि इंसानी जानें सुरक्षित रहें और वन्यजीवों का भी संरक्षण हो सके। डॉक्टरों के मुताबिक यशपाल के चेहरे, बाजू और पीठ पर गंभीर चोटें आई हैं।

रामनगर बाघ हमला: आमपानी क्षेत्र में बाघ ने व्यक्ति पर किया जानलेवा हमला, हालत गंभीर

रामनगर, 12 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)।रामनगर बाघ हमला रामनगर के आमपानी क्षेत्र में शनिवार सुबह एक भयावह घटना सामने आई, जब एक बाघ ने अचानक एक व्यक्ति पर हमला कर दिया। यह घटना सुबह करीब 8:30 बजे की है, जिसने पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। हमला इतना गंभीर था…

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