बाजपुर 15 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा), उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आज बाजपुर के कुंडेश्वरी क्षेत्र पहुंचे, जहां डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के पावन अवसर पर उनके सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन से पूरे क्षेत्र में उत्साह और उमंग का माहौल देखने को मिला। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, युवा संगठन और भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पूर्व मुख्यमंत्री का यह दौरा सामाजिक और वैचारिक संवाद के उद्देश्य से किया गया, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड की संस्कृति, विकास और राजनीति पर अपने विचार साझा किए। स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत कुंडेश्वरी पहुंचने पर भगत सिंह कोश्यारी का फूल मालाओं और ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया। युवाओं ने पारंपरिक पहनावे में उनका अभिनंदन किया और महिलाओं ने पारंपरिक गीतों से समर्पण जताया। स्थानीय बुजुर्गों ने उनका आशीर्वाद लिया और नई पीढ़ी को मार्गदर्शन देने की अपील की। कार्यक्रम में विकास, सेवा और नेतृत्व पर रहा फोकस कार्यक्रम के दौरान कोश्यारी ने अपने संबोधन में उत्तराखंड की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक दिशा पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा: "उत्तराखंड की जनता मेहनती और जुझारू है। आज भी इस राज्य की सबसे बड़ी ताकत इसकी युवा शक्ति और ग्रामीण समाज है।" उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे तकनीक, शिक्षा और उद्यमशीलता की दिशा में आगे बढ़ें और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करें। राज्य के विकास के लिए आत्मनिर्भरता और पारदर्शिता ज़रूरी कोश्यारी ने उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति और प्राकृतिक संसाधनों पर बात करते हुए कहा कि राज्य में जल, जंगल और जमीन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच संवाद और विश्वास सबसे अहम है। "राजनीति में सेवा का भाव होना चाहिए, केवल सत्ता की ललक नहीं," उन्होंने ज़ोर देकर कहा। स्थानीय मुद्दों पर हुई चर्चा कार्यक्रम के बाद स्थानीय निवासियों ने क्षेत्र के कई ज्वलंत मुद्दों पर पूर्व मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया — जिनमें सड़कों की खराब स्थिति, पेयजल समस्या, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और बेरोजगारी जैसे विषय शामिल थे। कोश्यारी ने आश्वासन दिया कि वे इन विषयों को संबंधित मंचों तक पहुंचाएंगे। भाजपा कार्यकर्ताओं और युवा शक्ति ने दिखाई एकजुटता इस कार्यक्रम में भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी, पार्षद और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। युवाओं की सक्रियता और अनुशासित उपस्थिति कार्यक्रम की विशेषता रही। युवा शक्ति संगठन, जो सामाजिक जागरूकता और जनभागीदारी को बढ़ावा देता है, ने आयोजन में अहम भूमिका निभाई। गणमान्य लोगों की गरिमामयी उपस्थिति कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने पहुंचे कई प्रमुख नेता और समाजसेवियों ने मंच की गरिमा को और ऊँचाई दी। इनमें विशेष रूप से शामिल रहे: कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज पाल, गन्ना राज्य मंत्री मनजीत सिंह, पूर्व सांसद प्रतिनिधि रवि साहनी, अंबिक चौधरी, प्रकाश नेगी, निशा चौहान, जोगेंद्र सिंह, पूनम, संजीव, धर्मपाल सिंह, चरणजीत सिंह और राजेश कुमार मौजूद रहे। इन सभी गणमान्य जनों ने भगत सिंह कोश्यारी के नेतृत्व, सादगी और विचारों की सराहना की और बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों को समाज तक पहुंचाने के इस प्रयास को सराहा। कार्यक्रम पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी का बाजपुर के कुंडेश्वरी दौरा केवल एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर सामाजिक संवाद और प्रेरणा का माध्यम भी रहा। उनके विचारों और सरल व्यवहार से जनता जुड़ी हुई महसूस कर रही थी। इस तरह के कार्यक्रम समाज को दिशा देने और नेतृत्व के साथ संवाद स्थापित करने का माध्यम बनते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री का यह दौरा सामाजिक और वैचारिक संवाद के उद्देश्य से किया गया, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड की संस्कृति, विकास और राजनीति पर अपने विचार साझा

बाजपुर के कुंडेश्वरी पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर हुआ भव्य कार्यक्रम

बाजपुर 15 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आज बाजपुर के कुंडेश्वरी क्षेत्र पहुंचे, जहां डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के पावन अवसर पर उनके सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन से पूरे क्षेत्र में उत्साह और उमंग का…

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देहरादून, 15 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद (UBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम की तारीख की आधिकारिक घोषणा कर दी है। बोर्ड द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, उत्तराखंड बोर्ड रिजल्ट 2025 को 19 अप्रैल, शुक्रवार को सुबह 11 बजे घोषित किया जाएगा। इसके साथ ही लाखों छात्रों और उनके अभिभावकों का इंतजार खत्म होने वाला है। इस बार उत्तराखंड बोर्ड ने परीक्षाएं समय पर आयोजित कीं और मूल्यांकन कार्य भी निर्धारित समयसीमा में पूरा कर लिया गया, जिससे रिकॉर्ड समय में परिणाम घोषित किया जा रहा है। बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर आएगा रिजल्ट उत्तराखंड बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइटों पर उपलब्ध होगा: ubse.uk.gov.in uaresults.nic.in छात्र अपना रिजल्ट रोल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करके देख सकेंगे। इसके अलावा रिजल्ट डिजिलॉकर ऐप, एसएमएस सुविधा और कुछ निजी रिजल्ट वेबसाइट्स पर भी उपलब्ध रहेगा। 2.5 लाख से अधिक छात्रों ने दी परीक्षा उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षाएं 15 फरवरी से 6 मार्च 2025 तक आयोजित की गई थीं। इस वर्ष: लगभग 1.3 लाख छात्र 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए। वहीं 1.2 लाख छात्र 12वीं की परीक्षा में बैठे। छात्रों का कहना है कि प्रश्नपत्र सामान्य स्तर के थे और पढ़ाई के अनुसार प्रश्न पूछे गए थे। शिक्षा मंत्री करेंगे रिजल्ट जारी राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की सचिव नीता तिवारी 19 अप्रैल को प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से सुबह 11 बजे परिणाम जारी करेंगे। इसके तुरंत बाद छात्र वेबसाइट पर अपने अंक देख सकेंगे। एक अधिकारी ने बताया: “इस बार उत्तराखंड बोर्ड ने परिणामों को पारदर्शी और समय पर जारी करने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। छात्रों की मेहनत का फल उन्हें जल्द मिलेगा।” पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार रिजल्ट की उम्मीदें ज्यादा पिछले वर्ष 10वीं कक्षा का पास प्रतिशत 85.17 प्रतिशत और 12वीं कक्षा का पास प्रतिशत 82.63 प्रतिशत रहा था। शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार का पास प्रतिशत इससे बेहतर हो सकता है क्योंकि छात्रों ने पूरे वर्ष ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पढ़ाई की। लड़कियों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद पिछले वर्षों की तरह इस बार भी लड़कियों के बेहतर प्रदर्शन की संभावना जताई जा रही है। आंकड़ों के अनुसार, हर साल लड़कियां बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर अंक प्राप्त कर रही हैं। क्या करें यदि असंतुष्ट हों रिजल्ट से? यदि कोई छात्र अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं है तो वह उत्तराखंड बोर्ड की वेबसाइट के माध्यम से पुनर्मूल्यांकन (Re-evaluation) या उत्तरपुस्तिका की फोटोकॉपी के लिए आवेदन कर सकता है। यह प्रक्रिया रिजल्ट जारी होने के कुछ दिन बाद शुरू होगी। वहीं जिन छात्रों को एक या दो विषयों में अंक कम मिले हैं या वे फेल हो गए हैं, उनके लिए पूरक परीक्षा (Compartment Exam) का आयोजन जून 2025 में किया जाएगा। रिजल्ट देखने के लिए क्या रखें पास? छात्रों को रिजल्ट देखने के लिए निम्नलिखित चीज़ें तैयार रखनी चाहिए: रोल नंबर जन्मतिथि इंटरनेट कनेक्शन मोबाइल या कंप्यूटर बोर्ड की वेबसाइट पर कभी-कभी ट्रैफिक अधिक होने के कारण धीमा हो सकता है, ऐसे में छात्रों को संयम बनाए रखने की सलाह दी जाती है। निष्कर्ष: उत्तराखंड बोर्ड 10वीं और 12वीं के लाखों छात्रों के लिए 19 अप्रैल 2025 एक बड़ा दिन होने जा रहा है। सुबह 11 बजे जैसे ही शिक्षा मंत्री रिजल्ट जारी करेंगे, छात्रों की मेहनत का परिणाम सामने आ जाएगा। समय बोल रहा की ओर से सभी विद्यार्थियों को ढेरों शुभकामनाएं — उम्मीद है कि आप सभी अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे।इस बार उत्तराखंड बोर्ड ने परीक्षाएं समय पर आयोजित कीं और मूल्यांकन कार्य भी निर्धारित समयसीमा में पूरा कर लिया गया, जिससे रिकॉर्ड समय में परिणाम घोषित किया जा रहा है।  

उत्तराखंड बोर्ड 10वीं और 12वीं रिजल्ट 2025: 19 अप्रैल को सुबह 11 बजे होगा जारी, छात्रों में उत्साह का माहौल

देहरादून, 15 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा):उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद (UBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम की तारीख की आधिकारिक घोषणा कर दी है। बोर्ड द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, उत्तराखंड बोर्ड रिजल्ट 2025 को 19 अप्रैल, शुक्रवार को सुबह 11 बजे घोषित किया जाएगा। इसके साथ ही लाखों छात्रों और उनके…

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गढ़ीनेगी 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) आज 14 अप्रैल 2025 को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के पावन अवसर पर गढ़ीनेगी गांव स्थित अंबेडकर पार्क में युवा शक्ति परिवार द्वारा एक भव्य, ऐतिहासिक और भावनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े आयोजनों में से एक था, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया और डॉ. अंबेडकर के विचारों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह अंबेडकर पार्क से एक विशाल शोभायात्रा के रूप में हुई, जो नवलपुर से प्रारंभ होकर पूरे क्षेत्र में भ्रमण करते हुए पुनः अंबेडकर पार्क में समाप्त हुई। इस शोभायात्रा में स्थानीय लोगों, युवाओं, बुजुर्गों, अंबेडकरवादी संगठनों और महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यात्रा के दौरान देशभक्ति गीतों और डॉ. अंबेडकर के जीवन से जुड़ी झांकियों ने माहौल को जीवंत कर दिया। युवा शक्ति का आदर्श: सम्मान बुजुर्गों का, संघर्ष युवाओं का युवा शक्ति परिवार, जो "सम्मान बुजुर्गों का, संघर्ष युवाओं का" के नारे को आत्मसात करते हुए कार्य करता है, ने इस अवसर पर एक और सराहनीय पहल की। उन्होंने क्षेत्र के बुजुर्गों का सम्मान अंबेडकर की प्रतिमा भेंट करके किया और युवाओं को संविधान, शिक्षा और सामाजिक समरसता के महत्व से अवगत कराया। युवा शक्ति द्वारा यह कार्यक्रम केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि एक सामाजिक समरसता और विचार जागरण का आंदोलन था। पूरे आयोजन में युवाओं की भूमिका अग्रणी रही और उन्होंने हर पहलू को बखूबी संभाला — मंच संचालन, जलपान, आतिथ्य, सुरक्षा और व्यवस्था तक की पूरी जिम्मेदारी युवा शक्ति परिवार ने निभाई। डॉ. अंबेडकर की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन, संघर्ष, संविधान निर्माण में उनके योगदान और समाज के वंचित तबकों को अधिकार दिलाने के लिए उनके द्वारा किए गए अथक प्रयासों पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि डॉ. अंबेडकर केवल एक व्यक्ति नहीं थे, वे एक विचारधारा हैं, जो आज भी हर भारतवासी को समानता, शिक्षा और अधिकारों के लिए प्रेरित करती है। डॉ. अंबेडकर ट्रस्ट के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर जोशी का स्वागत कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे डॉ. भीमराव अंबेडकर ट्रस्ट, के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर जोशी, जिन्हें युवा शक्ति परिवार ने विशेष सम्मान प्रदान किया। जोशी ने अपने संबोधन में कहा, "गढ़ीनेगी जैसे ग्रामीण क्षेत्र में इतनी बड़ी संख्या में युवाओं का एकत्र होना और अंबेडकर के विचारों को प्रचारित करना एक ऐतिहासिक क्षण है। युवा शक्ति जैसा संगठन अगर देशभर में फैल जाए तो सामाजिक क्रांति निश्चित है।" भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोज पाल भी हुए शामिल कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज पाल भी मौजूद रहे। उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा, "डॉ. अंबेडकर ने हमें संविधान दिया, जो आज भी लोकतंत्र की नींव है। युवा शक्ति परिवार ने जिस अनुशासन और श्रद्धा के साथ यह आयोजन किया है, वह सराहनीय है। समाज में ऐसी ऊर्जा और नेतृत्व की आज सबसे अधिक जरूरत है।" भव्य भंडारा: 7000 से अधिक लोगों को कराया भोजन कार्यक्रम के अंत में युवा शक्ति परि

युवा शक्ति परिवार ने अंबेडकर जयंती पर किया ऐतिहासिक कार्यक्रम, गढ़ीनेगी में हजारों की उपस्थिति में निकली शोभायात्रा और भंडारे का आयोजन

गढ़ीनेगी 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) आज 14 अप्रैल 2025 को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के पावन अवसर पर गढ़ीनेगी गांव स्थित अंबेडकर पार्क में युवा शक्ति परिवार द्वारा एक भव्य, ऐतिहासिक और भावनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े आयोजनों में से एक था,…

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हल्द्वानी, 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)— उत्तराखंड की धामी सरकार ने अवैध मदरसे सील मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए हल्द्वानी में एक बड़ा अभियान चलाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीमों ने बिना अनुमति और मान्यता के संचालित हो रहे कई मदरसों पर छापा मारा और उन्हें तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। बिना मान्यता चल रहे मदरसे सील अपर जिलाधिकारी विवेक राय ने बताया कि जिन मदरसों को सील किया गया है, उनमें से अधिकांश के पास शिक्षा विभाग की अनुमति नहीं थी। न ही उन्होंने राज्य सरकार के किसी नियम का पालन किया था। ये मदरसे अवैध रूप से शिक्षण कार्य चला रहे थे, जिनकी न तो कोई निगरानी थी और न ही कोई पंजीकरण। यह कार्रवाई शिक्षा अधिनियम 2009 और उत्तराखंड राज्य के मानकों के उल्लंघन के तहत की गई है। शिक्षा विभाग की गहन जांच के बाद कार्रवाई शिक्षा विभाग ने पहले ही इन मदरसों की जांच शुरू कर दी थी। सर्वे के दौरान यह पाया गया कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा, इन्द्रानगर, लाइन नंबर इलाकों में दर्जनों ऐसे मदरसे संचालित हो रहे थे जिनका कोई वैध अस्तित्व नहीं था। बच्चों की संख्या, शिक्षकों की योग्यता और पाठ्यक्रम की गुणवत्ता जैसी बुनियादी चीजों की कोई जानकारी प्रशासन के पास नहीं थी। मुख्यमंत्री ने दिए थे स्पष्ट निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ शब्दों में कहा था कि प्रदेश में अवैध शिक्षण संस्थानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धर्म, संप्रदाय या राजनीतिक विचारधारा से परे, जो भी संस्था बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करेगी, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि पूरे राज्य में चल रहे ऐसे सभी अवैध संस्थानों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। सुरक्षा के कड़े इंतजाम इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह कमर कस ली थी। भारी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और खुफिया एजेंसियों को तैनात किया गया था। ड्रोन कैमरों की मदद से पूरे इलाके की निगरानी की गई। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम भी अलर्ट पर थी। स्थानीय लोगों से की गई अपील प्रशासन की ओर से स्थानीय लोगों से अपील की गई कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि यह कार्रवाई केवल अवैध शिक्षण संस्थानों के खिलाफ की जा रही है, इसका किसी भी धार्मिक भावना से कोई संबंध नहीं है। बच्चों की पढ़ाई पर नहीं पड़ेगा असर जिला शिक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि इन मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को मान्यता प्राप्त अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो। प्रशासन उन सभी बच्चों का विवरण एकत्र कर रहा है ताकि उन्हें यथाशीघ्र उचित विकल्प मिल सके। आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई अधिकारियों ने बताया कि यह सिर्फ शुरुआत है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले हफ्तों में एक व्यापक अभियान चलाकर सभी अवैध शिक्षण संस्थानों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। 12 अवैध मदरसों को सील अब तक की कार्रवाई में हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में कुल 12 अवैध मदरसों को सील किया जा चुका है। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने इन मदरसों की जांच के बाद यह कदम उठाया। बताया गया है कि आगे भी ऐसे अन्य मदरसों की जांच जारी रहेगी और अवैध संचालन पर कड़ी कार्रवाई होगी।  

हल्द्वानी में धामी सरकार का बड़ा एक्शन, कई अवैध मदरसे सील, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

हल्द्वानी, 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)— उत्तराखंड की धामी सरकार ने अवैध मदरसे सील मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए हल्द्वानी में एक बड़ा अभियान चलाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीमों ने बिना अनुमति और मान्यता के संचालित हो…

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उत्तराखंड, 12अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — हाईवे हादसा उत्तराखंड में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार सुबह एक भीषण सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसा भल्ले गांव के पास हुआ जब एक कार बेकाबू होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिरकर अलकनंदा नदी में समा गई। मृतकों में तीन बच्चे भी शामिल हैं। यह परिवार एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए फरीदाबाद और रुड़की से गौचर जा रहा था। हादसे का विवरण घटना शनिवार सुबह करीब 7 बजे की है जब एक सफेद रंग की कार (नंबर ज्ञात नहीं) भल्ले गांव के समीप अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे जा गिरी। कार सीधे अलकनंदा नदी में जा समाई। दुर्घटना इतनी गंभीर थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। राहत व बचाव कार्य सूचना मिलते ही तहसीलदार सूरजपाल सिंह रावत, थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत, स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें तत्काल राहत सामग्री और उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं। पानी के बीच कार में फंसी गंभीर रूप से घायल महिला अनिता देवी (45 वर्ष) पत्नी मदन सिंह नेगी को किसी तरह निकालकर बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती कराया गया। महिला की हालत चिंताजनक बनी हुई है। मृतकों की पहचान पुलिस व एसडीआरएफ टीम ने क्रेन की सहायता से क्षतिग्रस्त कार को नदी से बाहर निकाला। कार से पांच शव बरामद किए गए। मृतकों की पहचान इस प्रकार की गई है: सुनील गुंसाई (44 वर्ष), पुत्र होशियार सिंह, निवासी सैनिक कॉलोनी, फरीदाबाद मीना गुंसाई (40 वर्ष), पत्नी सुनील गुंसाई धैर्य गुंसाई (14 वर्ष), पुत्र सुनील गुंसाई सुजल गुंसाई (12 वर्ष), पुत्र सुनील गुंसाई आदित्य नेगी (16 वर्ष), पुत्र मदन सिंह नेगी, निवासी दुर्गा कॉलोनी, रुड़की थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि सुनील गुंसाई अपने परिवार के साथ फरीदाबाद से शुक्रवार रात चमोली जिले के गौचर में एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने रुड़की से अपनी साली अनिता देवी और उसके बेटे आदित्य नेगी को भी साथ लिया था। हादसे के समय कार सुनील स्वयं चला रहे थे। हादसा भल्ले गांव के पास हुआ जब एक कार बेकाबू होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिरकर अलकनंदा नदी में समा गई। शवों को किया गया पोस्टमार्टम के लिए रवाना हादसे में जान गंवाने वालों के शवों को नदी किनारे से निकालकर राफ्ट की मदद से मुल्यागांव तक लाया गया और फिर वहां से एंबुलेंस से श्रीकोट स्थित बेस अस्पताल भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंपा जाएगा। हादसे की सूचना मिलते ही गौचर और श्रीनगर दोनों जगह शोक की लहर फैल गई है। प्रशासन की सतर्कता कीर्तिनगर व हिंडोलाखाल थानों से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और राहत कार्यों में मदद की। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। साथ ही हादसे की जांच भी शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में सड़क पर फिसलन और तेज मोड़ को हादसे का संभावित कारण बताया जा रहा है। सार यह हाईवे हादसा  उत्तराखंड के खतरनाक पहाड़ी मार्गों की स्थिति पर एक बार फिर से सवाल खड़े करता है। लगातार दुर्घटनाएं यह संकेत देती हैं कि हाईवे पर पर्याप्त सुरक्षा उपाय और संकेतक नहीं हैं। प्रशासन और सरकार को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। हादसे में जान गंवाने वालों के शवों को नदी किनारे से निकालकर राफ्ट की मदद से मुल्यागांव तक लाया गया और फिर वहां से एंबुलेंस से श्रीकोट स्थित बेस अस्पताल भेजा गया 🔗 यह भी पढ़ें: रामनगर: आमपानी क्षेत्र में बाघ ने किया हमला, व्यक्ति गंभीर रूप से घायल

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे हादसा: अलकनंदा नदी में गिरी कार, पांच की मौत, एक गंभीर घायल

उत्तराखंड, 12अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — हाईवे हादसा उत्तराखंड में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार सुबह एक भीषण सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसा भल्ले गांव के पास हुआ जब एक कार बेकाबू होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में…

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रामनगर, 12 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)। रामनगर बाघ हमला रामनगर के आमपानी क्षेत्र में शनिवार सुबह एक भयावह घटना सामने आई, जब एक बाघ ने अचानक एक व्यक्ति पर हमला कर दिया। यह घटना सुबह करीब 8:30 बजे की है, जिसने पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। हमला इतना गंभीर था कि व्यक्ति को गंभीर चोटें आईं और उसे तुरन्त अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। घायल व्यक्ति की पहचान यशपाल सिंह, उम्र 43 वर्ष, पिता श्री प्यारा सिंह, निवासी करेलपुरी, पोस्ट हलदुआ, जिला नैनीताल के रूप में हुई है। घटना उस समय घटी जब यशपाल सिंह आमपानी क्षेत्र के प्लॉट संख्या 13 में किसी निजी काम से गए हुए थे। उसी दौरान झाड़ियों में छिपे बाघ ने अचानक उन पर हमला कर दिया। हमला और बचाव स्थानीय लोगों और आमपानी क्षेत्र के वन विभाग स्टाफ के अनुसार, जैसे ही बाघ ने यशपाल पर झपट्टा मारा, वह चीखने लगे। उनकी आवाज़ सुनकर आस-पास मौजूद कुछ ग्रामीण और विभागीय कर्मचारी मौके पर पहुंचे। बाघ इंसानी मौजूदगी देखकर कुछ ही क्षणों में वहां से जंगल की ओर भाग गया। घायल यशपाल सिंह को तत्काल रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय, रामनगर लाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। डॉक्टरों के मुताबिक यशपाल के चेहरे, बाजू और पीठ पर गंभीर चोटें आई हैं। अस्पताल में परिजनों की भीड़ घटना की सूचना मिलते ही यशपाल सिंह के परिजन अस्पताल पहुंचे। उनकी हालत देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। फिलहाल वह खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं, लेकिन डॉक्टरों की निगरानी में ICU में भर्ती हैं। अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि अगले 48 घंटे उनके लिए बेहद अहम होंगे। आमपानी क्षेत्र में दहशत हमले के बाद आमपानी क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल है। यह इलाका कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के नजदीक है और पहले भी यहां बाघों की आवाजाही देखी गई है। लेकिन इस तरह का दिन-दहाड़े हमला लंबे समय बाद हुआ है। स्थानीय लोग अब जंगल किनारे खेतों और घरों में जाने से डरने लगे हैं। वन विभाग की प्रतिक्रिया वन विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि यह घटना बेहद गंभीर है और इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है। डीएफओ तराई पश्चिम वन प्रभाग की ओर से एक विशेष निगरानी टीम गठित की गई है जो बाघ की गतिविधियों पर नजर रखेगी। साथ ही, घटना स्थल के आसपास पिंजरे लगाने और सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संभावित कारण और समाधान वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के हमले आमतौर पर तब होते हैं जब जानवरों का प्राकृतिक आवास कम होता है या उन्हें भोजन नहीं मिलता। रामनगर क्षेत्र में इंसानी आबादी और निर्माण कार्य तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे बाघों और अन्य जंगली जानवरों का आवास क्षेत्र सिमटता जा रहा है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि प्रशासन को वन्यजीव गलियारों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। मांग उठी: प्रभावित परिवार को मुआवजा घटना के बाद ग्रामीणों ने सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है। उनका कहना है कि पीड़ित के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है और इस इलाज का खर्च उठाना उनके लिए भारी पड़ सकता है। लोगों ने घायल व्यक्ति के लिए तात्कालिक मुआवजा राशि और निशुल्क चिकित्सा सुविधा की मांग की है। बाघ द्वारा हमला रामनगर के आमपानी क्षेत्र में बाघ द्वारा हमला एक चेतावनी है कि मनुष्य और वन्यजीवों के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है। प्रशासन, वन विभाग और स्थानीय लोगों को मिलकर ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे, ताकि इंसानी जानें सुरक्षित रहें और वन्यजीवों का भी संरक्षण हो सके। डॉक्टरों के मुताबिक यशपाल के चेहरे, बाजू और पीठ पर गंभीर चोटें आई हैं।

रामनगर बाघ हमला: आमपानी क्षेत्र में बाघ ने व्यक्ति पर किया जानलेवा हमला, हालत गंभीर

रामनगर, 12 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)।रामनगर बाघ हमला रामनगर के आमपानी क्षेत्र में शनिवार सुबह एक भयावह घटना सामने आई, जब एक बाघ ने अचानक एक व्यक्ति पर हमला कर दिया। यह घटना सुबह करीब 8:30 बजे की है, जिसने पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। हमला इतना गंभीर था…

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देहरादून, 11 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)। उत्तराखंड में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लगा है। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने शुक्रवार को बिजली दरों में वृद्धि की घोषणा कर दी है। अब सभी स्लैब में प्रति यूनिट दरें पहले की तुलना में अधिक हो जाएंगी। इस निर्णय से आम जनता खासकर घरेलू उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। नई बिजली दरें इस प्रकार हैं: 100 यूनिट तक: पहले 3.40 रुपए प्रति यूनिट थी, अब यह बढ़कर 3.65 रुपए प्रति यूनिट हो गई है। 101 से 200 यूनिट तक: दर 4.90 रुपए से बढ़कर 5.25 रुपए प्रति यूनिट कर दी गई है। 201 से 400 यूनिट तक: अब 6.70 रुपए की बजाय 7.15 रुपए प्रति यूनिट देना होगा। 400 यूनिट से अधिक: दर 7.35 रुपए से बढ़कर 7.80 रुपए प्रति यूनिट हो गई है। यह वृद्धि राज्य के लगभग सभी घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं को प्रभावित करेगी। वृद्धि के पीछे का कारण राज्य विद्युत नियामक आयोग ने कहा है कि यह वृद्धि उत्पादन लागत, वितरण खर्च और ट्रांसमिशन लागत में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए की गई है। अधिकारियों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में ऊर्जा की लागत लगातार बढ़ी है, जिससे यह निर्णय लेना अपरिहार्य हो गया था। उपभोक्ताओं में नाराजगी बिजली दरों में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद आम नागरिकों में नाराजगी देखने को मिली है। कई उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले ही महंगाई की मार से आम आदमी परेशान है, और अब बिजली की कीमतों में इजाफा उनकी परेशानियों को और बढ़ा देगा। देहरादून निवासी रेखा रावत ने कहा, “महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ रही है, अब बिजली का बिल भी बढ़ेगा तो घर का बजट पूरी तरह से बिगड़ जाएगा।” वहीं, हल्द्वानी के कारोबारी संजीव जोशी ने इसे छोटे व्यापारियों के लिए अतिरिक्त आर्थिक दबाव बताया। राजनीतिक प्रतिक्रियाएं विपक्षी दलों ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए इस निर्णय की आलोचना की है। कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा, “सरकार लगातार आम जनता पर बोझ डाल रही है। जब राज्य में राजस्व वसूली में वृद्धि हो रही है तो आम लोगों पर भार क्यों डाला जा रहा है?” वहीं, सत्ताधारी दल का कहना है कि यह निर्णय नियामक आयोग द्वारा तकनीकी और आर्थिक समीक्षा के बाद लिया गया है और इससे ऊर्जा क्षेत्र की स्थिति को सुधारने में मदद मिलेगी। सरकारी पक्ष ऊर्जा विभाग के सचिव ने कहा कि यह बढ़ोतरी आवश्यक थी ताकि प्रदेश में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को बनाए रखा जा सके। “बिजली आपूर्ति में निरंतरता और गुणवत्ता के लिए निवेश की आवश्यकता है, और यह वृद्धि उसी दिशा में एक जरूरी कदम है,” उन्होंने कहा। जल्द होगी लागू राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा तय की गई नई दरें आगामी बिलिंग साइकिल से लागू की जाएंगी। इसका सीधा असर उपभोक्ताओं के बिजली बिलों पर पड़ेगा। निष्कर्ष बिजली दरों में यह बढ़ोतरी ऐसे समय में की गई है जब देशभर में महंगाई की चर्चा है। उत्तराखंड में इस फैसले के दूरगामी प्रभाव देखे जा सकते हैं। उपभोक्ता जहां इससे परेशान हैं, वहीं सरकार और आयोग इसे ऊर्जा आपूर्ति की मजबूती के लिए जरूरी बता रहे हैं। देखना होगा कि आने वाले समय में सरकार इस बढ़ोतरी को लेकर किसी तरह की राहत देती है या नहीं।इस निर्णय से आम जनता खासकर घरेलू उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।यह वृद्धि राज्य के लगभग सभी घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं को प्रभावित करेगी।

उत्तराखंड में बिजली दरों में बढ़ोतरी से उपभोक्ताओं को झटका, सभी स्लैब में बढ़े दाम

देहरादून, 11 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)। उत्तराखंड में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लगा है। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने शुक्रवार को बिजली दरों में वृद्धि की घोषणा कर दी है। अब सभी स्लैब में प्रति यूनिट दरें पहले की तुलना में अधिक हो जाएंगी। इस निर्णय से आम जनता खासकर घरेलू उपभोक्ताओं पर…

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काशीपुर में भगवान महावीर जयंती पर भव्य आयोजन, शोभायात्रा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से गूंजा शहर

काशीपुर, 10 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा):काशीपुर के बाबा रिसोर्ट, मानपुर रोड पर भगवान महावीर जयंती के उपलक्ष्य में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जैन धर्म के मूल सिद्धांतों और भगवान महावीर के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाना रहा। इस मौके पर विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, धार्मिक प्रवचनों और शोभायात्रा के…

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कि ग्रामीण मतदाता भी डिजिटल माध्यम से अपना नाम सूची में देख सकें। इस निर्णय से न सिर्फ पारदर्शिता और विश्वसनीयता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में यह एक अहम कदम होगा। एनआईसी और आयोग की बैठक में हुआ अंतिम निर्णय राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल गोयल ने बताया कि मंगलवार को आयोग के अधिकारियों और एनआईसी (राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र) के बीच बैठक हुई। बैठक में पंचायत चुनावों के लिए तैयार मतदाता सूचियों को आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड करने पर अंतिम निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि आगामी दो से तीन दिनों में मतदाता सूची वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी जाएगी। हर पंचायत में पहले से पहुंचाई गई थी मतदाता सूची इस बार निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को जागरूक करने के लिए पहले ही कदम उठाए हैं। पहली बार हर पंचायत क्षेत्र में मतदाता सूची की हार्ड कॉपी पहुंचाई गई थी ताकि लोग समय रहते अपना नाम जांच सकें और अगर कोई गलती हो तो उसे ठीक कराया जा सके। इसके लिए प्रदेशभर में विशेष संशोधन अभियान भी चलाया गया था। बैलेट पेपरों की छपाई शुरू, कुछ जिलों में भेजे भी गए राज्य निर्वाचन आयोग ने नौ जिलों के लिए पंचायत चुनावों हेतु बैलेट पेपर छपवाकर संबंधित जिलों में भेज दिए हैं। हरिद्वार में फिलहाल चुनाव नहीं होंगे। बाकी तीन जिलों के लिए प्रक्रिया जारी है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी जिलों को समय पर चुनाव सामग्री मिल सके और चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो। ओबीसी आरक्षण को लेकर सरकार लाएगी अध्यादेश उत्तराखंड सरकार पंचायत चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को आरक्षण देने की दिशा में भी सक्रिय है। इसके लिए पंचायती राज अधिनियम में संशोधन आवश्यक है। सूत्रों के अनुसार पंचायती राज विभाग ने इसके लिए अध्यादेश तैयार कर लिया है, जिसे शीघ्र ही कैबिनेट की मंजूरी के बाद लागू किया जाएगा। यह अध्यादेश एकल सदस्यीय आयोग की रिपोर्ट के आधार पर तैयार किया गया है, जिसमें प्रत्येक पंचायत में ओबीसी आरक्षण की स्थिति स्पष्ट की गई है। सरकार का यह कदम सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। डिजिटल लोकतंत्र की ओर एक कदम मतदाता सूची को ऑनलाइन करना न केवल एक तकनीकी बदलाव है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और सहभागिता को भी बढ़ावा देगा। इससे लोग समय पर अपनी जानकारी जांच सकेंगे और चुनावों में सक्रिय भागीदारी कर सकेंगे। साथ ही इससे निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता भी आएगी। राज्य निर्वाचन आयोग राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि मतदाता सूची अपलोड होते ही इसकी सूचना स्थानीय स्तर पर व्यापक रूप से दी जाए ताकि कोई भी मतदाता इससे वंचित न रह जाए। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल गोयल ने बताया कि मंगलवार को आयोग के अधिकारियों और एनआईसी (राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र) के बीच बैठक हुई। बैठक में पंचायत चुनावों के लिए तैयार मतदाता सूचियों को आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड करने पर अंतिम निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि आगामी दो से तीन दिनों में मतदाता सूची वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी जाएगी। इस बार निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को जागरूक करने के लिए पहले ही कदम उठाए हैं। पहली बार हर पंचायत क्षेत्र में मतदाता सूची की हार्ड कॉपी पहुंचाई गई थी ताकि लोग समय रहते अपना नाम जांच सकें और अगर कोई गलती हो तो उसे ठीक कराया जा सके। इसके लिए प्रदेशभर में विशेष

अब पंचायत चुनावों की वोटर लिस्ट मिलेगी ऑनलाइन, घर बैठे जांचें अपना नाम – आयोग इस सप्ताह करेगा जारी

देहरादून, 10 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)।उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारी जोरों पर है। इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को और अधिक सुविधा देने के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है। आयोग पहली बार पंचायत चुनावों की मतदाता सूची को ऑनलाइन उपलब्ध कराने जा रहा है, ताकि ग्रामीण मतदाता भी डिजिटल…

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देहरादून, 2 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)। (आंगनबाड़ी भर्ती ) उत्तराखंड में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने करीब सात हजार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की भर्ती प्रक्रिया को अंतिम चरण में पहुंचा दिया है। इस बहुप्रतीक्षित भर्ती प्रक्रिया के तहत हजारों महिलाओं को न केवल रोजगार का अवसर मिलेगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विकास और पोषण के लिए कार्यरत व्यवस्था को भी सशक्त बनाया जाएगा। जनवरी में निकली थी आंगनबाड़ी भर्ती की विज्ञप्ति वर्ष 2025 की शुरुआत में ही राज्य सरकार द्वारा लगभग 7000 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की गई थी। इन पदों पर आवेदन के लिए प्रदेशभर से हजारों महिलाओं और युवतियों ने ऑनलाइन आवेदन किया। इसमें आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं के पद शामिल हैं, जो बाल विकास परियोजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 20 अप्रैल तक पूरी होगी आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया मंगलवार को विधानसभा भवन के सभागार में आयोजित बैठक के दौरान महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों और परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि 20 अप्रैल 2025 तक यह भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। इसके बाद मई महीने में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे। मोबाइल और सिम भी मिलेगा आंगनबाड़ी केंद्र को मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि नई नियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी उपलब्ध कराए जाएंगे। यह सिम विशेष रूप से संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र को अलॉट किया जाएगा ताकि कार्यकत्रियों के बीच विभागीय संचार बेहतर हो सके। साथ ही प्रत्येक कार्यकत्री को दो हजार रुपये का रिचार्ज भत्ता भी दिया जाएगा और विभाग की ओर से इंटरनेट डाटा खर्च का वहन भी किया जाएगा। कल्याण कोष से आर्थिक सुरक्षा का खाका तैयार बैठक में मंत्री ने यह भी बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए आंगनबाड़ी कल्याण कोष से बेटियों की शिक्षा, विवाह, या हादसे की स्थिति में परिवार को आर्थिक मदद देने हेतु एक विस्तृत योजना का खाका तैयार किया जा रहा है। यह योजना कार्यकत्रियों और उनके परिवारों को सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेगी। नई महिला नीति भी जल्द आएगी सामने रेखा आर्या ने बताया कि राज्य की नई महिला नीति लगभग तैयार हो चुकी है, जिसे अगली कैबिनेट बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। इस नीति में महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक विकास के लिए व्यापक दिशा-निर्देश और योजनाएं शामिल होंगी। इसमें एकल महिलाओं, विधवाओं और वृद्धावस्था की महिलाओं के कल्याण पर विशेष ध्यान दिया गया है। ‘मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना’ में भी होंगे संशोधन बैठक के दौरान मंत्री ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना में कुछ आवश्यक संशोधन किए गए हैं, जिन्हें जल्द ही कैबिनेट से अनुमोदन प्राप्त किया जाएगा। इस योजना के तहत एकल महिलाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण, प्रशिक्षण और विपणन सहायता जैसे लाभ दिए जाएंगे। छह जिलों में बनेगा 50-बेड का महिला छात्रावास महिला शिक्षा और सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मंत्री ने बताया कि प्रदेश के छह जनपदों में 50-बेड के नए महिला आवासीय छात्रावासों की स्थापना के लिए सरकार की मंजूरी मिल चुकी है। ये छात्रावास उन युवतियों के लिए लाभदायक होंगे, जो उच्च शिक्षा के लिए अपने गांवों से दूर जाकर पढ़ाई करती हैं। महिला सशक्तिकरण की दिशा में ठोस कदम उत्तराखंड सरकार का यह कदम राज्य में महिला सशक्तिकरण और बाल विकास की दिशा में एक सशक्त पहल है। जहां एक ओर 7000 से अधिक महिलाओं को रोजगार मिलेगा, वहीं दूसरी ओर आंगनबाड़ी सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। रेखा आर्या ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिका भर्ती प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता और निष्पक्षता बरती जाए, ताकि योग्य अभ्यर्थियों को ही मौका मिल सके।

20 अप्रैल तक पूरी होगी उत्तराखंड की आंगनबाड़ी भर्ती, जानिए कौन होगा चयनित

देहरादून, 2 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)। (आंगनबाड़ी भर्ती ) उत्तराखंड में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने करीब सात हजार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की भर्ती प्रक्रिया को अंतिम चरण में पहुंचा दिया है। इस बहुप्रतीक्षित भर्ती प्रक्रिया के तहत हजारों महिलाओं को न केवल रोजगार का…

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