जसपुर, 14 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – जसपुर ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए आज हुए चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। कड़ी टक्कर के बाद, ब्लॉक प्रमुख पद पर अनूप कौर ने शानदार जीत हासिल की है। वहीं, ज्येष्ठ उप प्रमुख पद पर परगट सिंह पन्नू और कनिष्ठ उप प्रमुख पद पर विमल सिंह निर्वाचित हुए हैं। चुनाव परिणाम घोषित होते ही उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाया। ब्लॉक प्रमुख पद पर अनूप कौर की जीत ब्लॉक प्रमुख पद के लिए अनूप कौर और नवनीत कौर (मिस्सरवाला) के बीच सीधा मुकाबला था। इस मुकाबले में अनूप कौर ने निर्णायक बढ़त हासिल करते हुए जीत दर्ज की। उनकी जीत को जसपुर ब्लॉक की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। चुनाव से पहले ही दोनों पक्षों द्वारा जीत के दावे किए जा रहे थे, लेकिन अंततः अनूप कौर के पक्ष में परिणाम आया। ज्येष्ठ और कनिष्ठ उप प्रमुख पदों के नतीजे ज्येष्ठ उप प्रमुख पद पर परगट सिंह पन्नू ने जीत दर्ज की। इस पद के लिए उनका मुकाबला सारनदीप कौर से था। परगट सिंह पन्नू की जीत ने उनके समर्थकों के बीच उत्साह भर दिया। कनिष्ठ उप प्रमुख पद पर विमल सिंह निर्वाचित हुए हैं। इस पद के लिए उनका मुकाबला अमृतपाल कौर से था। विमल सिंह की जीत ने उनके पक्ष को और मजबूत किया है। 40 बीडीसी सदस्यों का फैसला इन तीनों पदों के लिए 40 बीडीसी सदस्यों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इन सदस्यों के एक-एक वोट का महत्व काफी अधिक था और उन्हीं के फैसले ने इन तीनों उम्मीदवारों को जीत दिलाई। चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुई। अनूप कौर, परगट सिंह पन्नू और विमल सिंह के निर्वाचन से जसपुर ब्लॉक के विकास के लिए एक नई शुरुआत मानी जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि ये सभी मिलकर ब्लॉक के विकास और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए काम करेंगे।

जसपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव परिणाम: अनूप कौर, परगट सिंह पन्नू और विमल सिंह ने लहराया जीत का परचम

जसपुर, 14 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – जसपुर ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए आज हुए चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। कड़ी टक्कर के बाद, ब्लॉक प्रमुख पद पर अनूप कौर ने शानदार जीत हासिल की है। वहीं, ज्येष्ठ उप प्रमुख…

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जसपुर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए मतदान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इन तीनों पदों पर कुल छह उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला कल 40 बीडीसी सदस्य करेंगे। सोमवार को नामांकन प्रक्रिया और मंगलवार को नाम वापसी के बाद अब चुनावी जंग अपने अंतिम चरण में है। मतदान और मतगणना दोनों ही कल, यानी 15 अगस्त को होंगी, जिसके बाद विजेताओं की घोषणा की जाएगी। इस चुनाव को लेकर जसपुर ब्लॉक में राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं और हर कोई नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। तीन पदों के लिए छह दावेदार: रोचक हुआ मुकाबला जसपुर ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में इस बार एक दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। सोमवार को तीन पदों के लिए कुल सात लोगों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। मंगलवार को नाम वापसी के दिन, ब्लॉक प्रमुख पद की एक दावेदार बलजीत कौर ने अपना पर्चा वापस ले लिया, जिससे मुकाबला और भी रोचक हो गया। अब तीनों पदों के लिए कुल छह उम्मीदवार आमने-सामने हैं। इन उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने वाले 40 बीडीसी सदस्यों के मतों का महत्व काफी बढ़ गया है। इन सदस्यों का एक-एक वोट निर्णायक साबित हो सकता है। वर्तमान में, चुनाव मैदान में मौजूद उम्मीदवार इस प्रकार हैं: ब्लॉक प्रमुख पद: इस सबसे महत्वपूर्ण पद के लिए दो उम्मीदवार मैदान में हैं - अनूप कौर और नवनीत कौर (मिस्सरवाला)। दोनों ही मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं और उनके बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है। ज्येष्ठ उप प्रमुख पद: इस पद के लिए प्रगट सिंह पन्नू (भरतपुर) और सारनदीप कौर (अमियावाला) के बीच मुकाबला है। दोनों ही उम्मीदवारों ने अपनी-अपनी जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। कनिष्ठ उप प्रमुख पद: इस पद के लिए विमल सिंह (उमरपुर) और अमृतपाल कौर (गढ़ीहुसैन) के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। प्रशासनिक तैयारियां पूरी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम उप जिलाधिकारी (एसडीएम) चतर सिंह चौहान ने बताया कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। मतदान और मतगणना स्थल पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है। एसडीएम ने पुलिस को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। मतदान की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी, ताकि चुनाव में किसी भी प्रकार की धांधली की कोई गुंजाइश न रहे। मतदान कक्ष के अंदर मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध है। मतदान और मतगणना का कार्यक्रम मतदान प्रक्रिया कल सुबह 10 बजे से शुरू होकर दोपहर 3 बजे तक चलेगी। इसके बाद, मतों की गिनती मतदान समाप्त होते ही की जाएगी, जिसके बाद विजेताओं की घोषणा होगी। इस पूरी प्रक्रिया में 40 बीडीसी सदस्य ही अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जो इन तीनों पदों के उम्मीदवारों का भाग्य तय करेंगे। चुनाव में बीडीसी सदस्यों का मतदान करना न केवल एक संवैधानिक कर्तव्य है, बल्कि यह उनकी राजनीतिक परिपक्वता और समझ का भी प्रतीक है। जसपुर में पिछले कुछ दिनों से उम्मीदवारों और उनके समर्थकों द्वारा बीडीसी सदस्यों को अपने पक्ष में लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इन चुनावों में व्यक्तिगत संपर्क और स्थानीय प्रभाव काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि कौन से उम्मीदवार बीडीसी सदस्यों का विश्वास जीतने में सफल होते हैं। स्थानीय राजनीति में बढ़ा रोमांच ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर जसपुर की स्थानीय राजनीति में खासा रोमांच देखने को मिल रहा है। यह चुनाव केवल एक पद की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह स्थानीय नेताओं के प्रभाव और पार्टी की पकड़ का भी एक बड़ा इम्तिहान है। नतीजों से यह साफ हो जाएगा कि क्षेत्र में किस पार्टी या व्यक्ति का दबदबा ज्यादा है। निर्विरोध निर्वाचन की अटकलों के बीच, पर्चे वापस न लेने से यह चुनाव और भी रोचक हो गया है। अब सभी की नजरें कल होने वाले मतदान और मतगणना पर टिकी हैं कि क्या किसी को स्पष्ट बहुमत मिलेगा या फिर कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।

जसपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव: तीन पदों के लिए छह दावेदार, 40 बीडीसी सदस्य करेंगे फैसला; मतदान और मतगणना कल

जसपुर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख चुनाव , ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए मतदान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इन तीनों पदों पर कुल छह उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला कल…

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जसपुर, 10 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) ग्राम करनपुर में लंबे समय से चल रही अवैध धर्मांतरण और धार्मिक प्रचार-प्रसार की गतिविधियों पर आखिरकार कार्रवाई हुई है। यह कार्रवाई तब हुई जब ग्रामवासियों ने नव-निर्वाचित प्रधान हरिओम सुधा को इस मामले की गंभीर शिकायत दी। ग्रामवासियों की शिकायत से खुला मामला ग्राम करनपुर और उसके आस-पास के मोहल्लों के लोगों ने बताया कि पिछले कई महीनों से एक विशेष धर्म (ईसाई धर्म) के कुछ लोग गांव में प्रचार-प्रसार और धर्मांतरण का कार्य कर रहे थे। हर रविवार को यह कार्यक्रम आयोजित होता था, जिसमें दूर-दराज से लोग, यहां तक कि भरतपुर और मालधन तक से, शामिल होने आते थे। ग्रामवासियों के अनुसार, यह गतिविधियां बबलू पुत्र राजपाल के घर पर हो रही थीं, जहां ईसाई धर्म के उपदेश, प्रार्थना सभाएं और लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा था। धर्मांतरण को लेकर ग्रामीणों में रोष स्थानीय निवासियों ने इस बात पर नाराजगी जताई कि बाहरी धर्म-विशेष के लोग गांव में आकर धार्मिक माहौल को प्रभावित कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना था कि इन सभाओं के दौरान शोर-शराबा भी होता है और बाहरी लोगों की आवाजाही से गांव का माहौल बदल रहा है। एक ग्रामीण ने बताया, “हम लोग अपने धर्म और परंपरा के साथ जीना चाहते हैं, लेकिन यहां पर हर हफ्ते प्रचार-प्रसार करके लोगों को अपने धर्म में शामिल करने की कोशिश की जाती है।” प्रधान हरिओम सुधा ने मौके पर पहुंचकर लिया जायज़ा जैसे ही यह शिकायत प्रधान हरिओम सुधा तक पहुंची, उन्होंने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया। मौके पर मौजूद कार्यक्रम और धार्मिक पोस्टरों को देखकर उन्होंने पाया कि यहां हर रविवार को धार्मिक सभा के नाम पर धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा है। प्रधान ने ग्रामीणों की शिकायत को गंभीर मानते हुए तत्काल चेतावनी दी कि ऐसी गतिविधियां गांव के व्यक्तियों के साथ नहीं की जाएंगी। उन्होंने कहा कि धार्मिक अनुष्ठान यदि कोई करना चाहता है तो वह अपने घर के अंदर, निजी तौर पर कर सकता है, लेकिन बाहरी लोगों को बुलाकर प्रचार-प्रसार और धर्म परिवर्तन की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अवैध गतिविधियों पर रोक का निर्देश प्रधान हरिओम सुधा ने मौके पर ही स्पष्ट आदेश दिया कि यह अवैध धर्मांतरण और प्रचार-प्रसार का कार्य तुरंत बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि आगे से इस तरह की गतिविधियां पाई गईं तो संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से भी अपील की कि वे ऐसे मामलों की तुरंत सूचना उन्हें दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके और गांव का आपसी सौहार्द बना रहे। धर्मांतरण पर कानूनी नजरिया भारत के कई राज्यों में धर्मांतरण को लेकर सख्त कानून लागू हैं, जिनमें बिना प्रशासनिक अनुमति के किसी को दूसरे धर्म में परिवर्तित करना अपराध माना जाता है। उत्तर प्रदेश में भी ‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021’ लागू है, जिसके तहत बिना अनुमति के जबरन, लालच देकर या बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन करने पर सख्त सजा और जुर्माने का प्रावधान है। ग्राम करनपुर के इस मामले में भी ग्रामीणों का आरोप है कि लोगों को आर्थिक लाभ, चिकित्सा सहायता और अन्य सुविधाओं का लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था। ग्रामीणों में राहत की भावना प्रधान की तत्परता से कार्रवाई होने के बाद ग्रामीणों में राहत की भावना है। एक महिला ने कहा, “हमें खुशी है कि हमारे प्रधान ने तुरंत कार्रवाई की और हमारी बात सुनी। इससे गांव में शांति और आपसी भाईचारा बना रहेगा।” एक अन्य युवा ने कहा, “हम चाहते हैं कि प्रशासन भी इस पर नज़र रखे और बाहरी लोगों को गांव में इस तरह की गतिविधियां करने से रोके।”

जसपुर के ग्राम करनपुर में अवैध धर्मांतरण गतिविधियों पर नव-निर्वाचित प्रधान हरिओम सुधा की सख्त कार्रवाई

जसपुर, 10 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा)ग्राम करनपुर में लंबे समय से चल रही अवैध धर्मांतरण और धार्मिक प्रचार-प्रसार की गतिविधियों पर आखिरकार कार्रवाई हुई है। यह कार्रवाई तब हुई जब ग्रामवासियों ने नव-निर्वाचित प्रधान हरिओम सुधा को इस मामले की गंभीर शिकायत दी। ग्रामवासियों की शिकायत से खुला मामला ग्राम करनपुर और उसके…

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जसपुर, 31 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखण्ड में पंचायत चुनाव 2025 की मतगणना अब अपने निर्णायक चरणों की ओर बढ़ रही है। ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक में चौथे राउंड की मतगणना के परिणाम घोषित हो चुके हैं, जिसने चुनावी दौड़ में शामिल कई ग्राम पंचायतों की तस्वीर साफ कर दी है। इस राउंड के नतीजों में विशेष रूप से महिला और युवा उम्मीदवारों का दबदबा देखने को मिला है, जो ग्रामीण राजनीति में एक नए परिवर्तन का संकेत है। मतगणना केंद्र पर कड़ी सुरक्षा के बीच घोषित इन परिणामों से विजयी प्रत्याशियों और उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह का माहौल है। चौथे राउंड में विजयी हुए ग्राम प्रधानों की सूची जसपुर ब्लॉक के चौथे राउंड की मतगणना में कई ग्राम पंचायतों को उनका नया नेतृत्व मिल गया है। इन परिणामों में विभिन्न आरक्षित और अनारक्षित सीटों पर अलग-अलग उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। ग्राम धर्मपुर (आरक्षण: अनुसूचित जाति महिला): इस सीट पर नीशू ने जीत दर्ज करते हुए 491 मत प्राप्त किए और सविरोध निर्वाचित हुईं। उनकी जीत धर्मपुर में अनुसूचित जाति महिला वर्ग के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करती है। ग्राम पूरनपुर (आरक्षण: अनुसूचित जाति महिला): पूरनपुर से मृदुला सागर 507 मतों के साथ विजयी रही हैं। उनकी जीत भी आरक्षित वर्ग में महिला नेतृत्व को मजबूत करती है। ग्राम नादेही (आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग): नादेही की सीट पर महेश सिंह ने 329 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है। यह जीत उनके क्षेत्र में मजबूत जनाधार का प्रमाण है। ग्राम आसपुर (आरक्षण: अनारक्षित): आसपुर में नरेन्द्र सिंह ने 418 मत प्राप्त कर प्रधान पद पर कब्जा किया है। ग्राम राजपुर (आरक्षण: महिला): राजपुर से इल्मा परवीन ने 1347 मतों के साथ शानदार जीत दर्ज की है, जो उनके प्रति जनता के भारी विश्वास को दर्शाता है। ग्राम गढ़ीहुसैन (आरक्षण: अनारक्षित): गढ़ीहुसैन में रविन्द्र सिंह ने 541 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है। ग्राम कलियावाला (आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग): कलियावाला से बलजीत कौर 324 मतों के साथ विजयी रहीं, जो ग्रामीण राजनीति में महिला भागीदारी को बढ़ावा देती है। ग्राम कासमपुर (आरक्षण: महिला): कासमपुर में मनोज कुमारी ने 695 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है। ग्राम देवीपुरा (आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग महिला): देवीपुरा की सीट पर सुलेखा सैनी ने 586 मतों के साथ एक निर्णायक जीत दर्ज की। ग्राम मुरलीवाला (आरक्षण: अनारक्षित): मुरलीवाला से अनुज कुमार ने 381 मत प्राप्त कर प्रधान पद का चुनाव जीता है। ग्राम खेड़ालक्ष्मीपुर (आरक्षण: महिला): खेड़ालक्ष्मीपुर में नाहिद अख्तर 985 मतों के साथ विजयी रहीं, जो महिला नेतृत्व की बढ़ती स्वीकार्यता का प्रमाण है। ग्राम सन्यासियोंवाला (आरक्षण: अनारक्षित): सन्यासियोंवाला से आशीष चौहान ने 685 मतों के साथ जीत हासिल की है। ग्राम तालबपुर (आरक्षण: अनारक्षित): तालबपुर में कविता देवी ने 546 मत प्राप्त कर प्रधान पद पर कब्जा किया है। ग्राम नारायणपुर (आरक्षण: अनुसूचित जाति): नारायणपुर से करतार सिंह 493 मतों के साथ विजयी रहे हैं। ग्राम सूरजपुर (आरक्षण: अनारक्षित): सूरजपुर में गुरमेज सिंह ने 339 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है। ये नतीजे यह दर्शाते हैं कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में जनता ने अपने प्रतिनिधि का चुनाव उनकी योग्यता, स्थानीय समस्याओं के प्रति उनकी समझ और उनके वादों के आधार पर किया है। बदलता ग्रामीण परिदृश्य: युवा और महिला नेतृत्व को प्राथमिकता जसपुर ब्लॉक के इन नतीजों में एक खास बात यह भी देखने को मिल रही है कि मतदाताओं ने युवा और महिला उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है। आरक्षित और अनारक्षित दोनों सीटों पर महिलाओं की जीत यह साबित करती है कि अब ग्रामीण मतदाता पुराने ढर्रे से बाहर निकलकर नए और सक्षम नेतृत्व को चुन रहे हैं। इल्मा परवीन, नाहिद अख्तर और सुलेखा सैनी जैसी महिला उम्मीदवारों की जीत यह संदेश देती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिला सशक्तिकरण की लहर तेजी से फैल रही है। इन नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के सामने अब अपने-अपने गाँवों में विकास कार्यों को गति देने और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की चुनौती होगी। मतगणना केंद्र पर उत्साह और सुरक्षा का माहौल चौथे राउंड के परिणाम घोषित होने के बाद मतगणना केंद्र पर माहौल काफी गर्मजोशी भरा रहा। विजयी उम्मीदवारों के समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ जश्न मनाया। सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बीच पुलिसकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित किया और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को होने से रोका। मतगणना हॉल में हर एक वोट की गिनती पर प्रत्याशियों के एजेंट पैनी नजर बनाए हुए थे, जिससे प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित हो रही थी। आगे की तस्वीर: अंतिम परिणामों का इंतजार जसपुर ब्लॉक में मतगणना अभी भी जारी है। चौथे राउंड के बाद अब बाकी राउंड के परिणाम भी जल्द ही आने की उम्मीद है। ये परिणाम जहां ग्राम प्रधानों की तस्वीर साफ कर चुके हैं, वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत सदस्यों के अंतिम परिणाम आने का भी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी और राज्य निर्वाचन आयोग लगातार अपडेट जारी कर रहे हैं। अब सभी की निगाहें अंतिम परिणामों पर टिकी हैं, जो यह तय करेंगे कि अगले पांच वर्षों के लिए ग्रामीण उत्तराखण्ड का नेतृत्व किसके हाथों में होगा।

पंचायत चुनाव: जसपुर ब्लॉक में चौथे राउंड की मतगणना पूरी, कई ग्राम पंचायतों को मिले नए प्रधान, महिला और युवा नेतृत्व का दबदबा

जसपुर, 31 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखण्ड में पंचायत चुनाव 2025 की मतगणना अब अपने निर्णायक चरणों की ओर बढ़ रही है। ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक में चौथे राउंड की मतगणना के परिणाम घोषित हो चुके हैं, जिसने चुनावी दौड़ में शामिल कई ग्राम पंचायतों की तस्वीर साफ कर दी…

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जसपुर, 31 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखण्ड में चल रहे पंचायत चुनाव 2025 की मतगणना में अब तेजी आ गई है। ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक से दूसरे राउंड के ग्राम प्रधान पदों के महत्वपूर्ण परिणाम सामने आने लगे हैं, जिन्होंने चुनावी तस्वीर को और दिलचस्प बना दिया है। इन नतीजों के साथ, कई ग्राम पंचायतों को अगले पाँच वर्षों के लिए अपना नया नेतृत्व मिल गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में खुशी और उत्साह का माहौल है। जसपुर ब्लॉक: ग्राम प्रधान पदों पर दूसरे राउंड के विजेता, बदलती ग्रामीण राजनीति दूसरे राउंड की मतगणना के बाद, जसपुर ब्लॉक की कई ग्राम पंचायतों को उनके नए प्रधान मिल गए हैं। ये परिणाम न केवल व्यक्तिगत जीत को दर्शाते हैं, बल्कि ग्रामीण राजनीति में बदलते समीकरणों और जनता की अपेक्षाओं को भी उजागर करते हैं। घोषित परिणाम इस प्रकार हैं: ग्राम निवारमुण्डी (पद का आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग महिला): इस महत्वपूर्ण सीट पर राजेश्वरी देवी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 331 वैध मत प्राप्त किए और सविरोध निर्वाचित हुई हैं। उनकी जीत निवारमुण्डी में महिला नेतृत्व और अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधित्व को मजबूत करती है। ग्राम मण्डुवाखेड़ा (पद का आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग): मण्डुवाखेड़ा में दीपक कुमार ने 424 वैध मत प्राप्त कर प्रधान पद पर सविरोध निर्वाचन हासिल किया है। यह जीत क्षेत्र में उनके मजबूत जनाधार को दर्शाती है। ग्राम उमरपुर (पद का आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग महिला): उमरपुर में रिंकी ने प्रभावशाली जीत दर्ज की है। उन्होंने 815 वैध मत प्राप्त कर सविरोध निर्वाचित होकर दिखाया कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रगति हो रही है। उनकी जीत कुल वैध मतों का 58.01% है, जो एक बड़ी जीत मानी जा रही है। ग्राम गुलरगोजी (पद का आरक्षण: अनारक्षित): गुलरगोजी की अनारक्षित सीट पर आरती ने 463 वैध मत प्राप्त कर सविरोध निर्वाचन प्राप्त किया है। उनकी जीत यह दर्शाती है कि जनता ने योग्यता और कार्यक्षमता को प्राथमिकता दी है। ग्राम अंगदपुर (पद का आरक्षण: महिला): अंगदपुर में सीमा देवी ने रिकॉर्ड 1188 वैध मत प्राप्त कर सविरोध निर्वाचित हुई हैं। यह उनके प्रति जनता के अपार विश्वास और समर्थन को दर्शाता है। 57.81% मत प्राप्त करना उनकी लोकप्रियता का प्रमाण है। ग्राम रायपुर पटटी दिल्ला (पद का आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग): रायपुर पटटी दिल्ला से दिलशाद शाह ने 1514 वैध मत प्राप्त कर सविरोध निर्वाचित हुए हैं। यह बड़ी जीत उनके क्षेत्र में मजबूत पकड़ और समुदाय के समर्थन को दर्शाती है। 53.35% मत प्राप्त करना उनकी निर्णायक जीत का प्रतीक है। इन परिणामों के साथ, इन गाँवों को अगले पाँच वर्षों के लिए अपना नया मुखिया मिल गया है, जो स्थानीय विकास और जनहित के कार्यों को आगे बढ़ाएंगे। नवनिर्वाचित प्रधानों के सामने अब अपने-अपने गाँवों में विकास कार्यों को गति देने और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की चुनौती होगी। मतगणना केंद्रों पर उत्साह और सुरक्षा के कड़े इंतजाम जसपुर सहित ऊधमसिंहनगर के सभी मतगणना केंद्रों पर मतगणना प्रक्रिया पूरी मुस्तैदी और सुरक्षा के बीच जारी है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मतगणना प्रक्रिया की लगातार निगरानी कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो। हर मतगणना टेबल पर कड़ी नजर रखी जा रही है और सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है। मतगणना केंद्रों के बाहर और अंदर प्रत्याशियों और उनके एजेंटों की भारी भीड़ मौजूद है। हर एक वोट की गिनती पर उनकी पैनी नजर है। जैसे ही किसी ग्राम पंचायत का परिणाम घोषित होता है, विजयी प्रत्याशी के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ जाती है। ढोल-नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ जश्न का माहौल बन जाता है, जबकि हारे हुए प्रत्याशियों के खेमे में मायूसी छा जाती है। सुरक्षाकर्मी भीड़ को नियंत्रित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में जुटे हुए हैं। आगे की तस्वीर: अन्य पदों और अंतिम परिणामों का इंतजार ये जसपुर ब्लॉक के दूसरे राउंड के घोषित नतीजे हैं, जो मुख्य रूप से ग्राम प्रधानों पर केंद्रित हैं। मतगणना प्रक्रिया अभी भी जारी है और उम्मीद है कि देर शाम तक या अगले कुछ घंटों में क्षेत्र पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत सदस्यों के अंतिम परिणाम भी सामने आएंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी और राज्य निर्वाचन आयोग लगातार अपडेट जारी कर रहे हैं और मीडिया के माध्यम से जनता तक सूचना पहुंचा रहे हैं। सभी की निगाहें अब अंतिम परिणामों पर टिकी हैं, जो यह तय करेंगे कि अगले पांच वर्षों के लिए ग्रामीण उत्तराखण्ड का नेतृत्व किसके हाथों में होगा। यह चुनाव ग्रामीण क्षेत्रों में नए नेतृत्व और विकास की नई दिशा तय करेगा। इन नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के कंधों पर अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं को सुलझाने, सरकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने और स्थानीय विकास को गति देने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।

पंचायत चुनाव: जसपुर ब्लॉक के दूसरे राउंड के ग्राम प्रधान नतीजे घोषित, कई गाँवों को मिले नए प्रधान

जसपुर, 31 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखण्ड में चल रहे पंचायत चुनाव 2025 की मतगणना में अब तेजी आ गई है। ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक से दूसरे राउंड के ग्राम प्रधान पदों के महत्वपूर्ण परिणाम सामने आने लगे हैं, जिन्होंने चुनावी तस्वीर को और दिलचस्प बना दिया है। इन नतीजों…

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देहरादून, 22 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सफल समापन के बाद, अब राज्य सरकार ने नवगठित पंचायतों के शपथ ग्रहण और पहली बैठकों का विस्तृत कार्यक्रम निर्धारित कर दिया है। यह कदम पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त बनाने और ग्रामीण विकास कार्यों को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। शासन सचिव चंद्रेश कुमार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह कार्यक्रम हरिद्वार जिले को छोड़कर प्रदेश के शेष सभी जिलों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। चरणबद्ध तरीके से होगा शपथ ग्रहण और बैठक राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि शपथ ग्रहण की पूरी प्रक्रिया सुचारु और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। कार्यक्रम को तीन अलग-अलग स्तरों पर विभाजित किया गया है: ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत। ग्राम पंचायत स्तर पर: शपथ ग्रहण: नव-निर्वाचित ग्राम पंचायतों के सदस्य और ग्राम प्रधान 27 अगस्त को अपने पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। यह तिथि ग्रामीण लोकतंत्र की सबसे निचली इकाई के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक होगी। पहली बैठक: शपथ ग्रहण के ठीक अगले दिन, यानी 28 अगस्त को, नवगठित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में प्रधान और सदस्य मिलकर गाँव के विकास एजेंडे पर चर्चा करेंगे और भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तैयार करेंगे। क्षेत्र पंचायत स्तर पर: शपथ ग्रहण: क्षेत्र पंचायत के सदस्य, प्रमुख, उप प्रमुख और वरिष्ठ उप प्रमुख 29 अगस्त को शपथ लेंगे। ये प्रतिनिधि ग्रामीण विकास की मध्यवर्ती कड़ी के रूप में कार्य करते हैं, और उनकी शपथ से यह सुनिश्चित होगा कि योजनाओं का क्रियान्वयन सही दिशा में हो। पहली बैठक: उनकी पहली बैठक 30 अगस्त को आयोजित की जाएगी। इस बैठक में क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों, विकास परियोजनाओं और फंड के उपयोग पर चर्चा होगी। जिला पंचायत स्तर पर: शपथ ग्रहण: जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्य, उपाध्यक्ष और अध्यक्ष 1 सितंबर को शपथ ग्रहण करेंगे। ये सबसे उच्च स्तर के पंचायत प्रतिनिधि होते हैं, जिनकी भूमिका पूरे जिले के विकास को निर्देशित करने में महत्वपूर्ण होती है। पहली बैठक: इन प्रतिनिधियों की पहली बैठक 2 सितंबर को होगी। इस बैठक में जिला स्तर पर विकास की रणनीतियों, बड़े प्रोजेक्ट्स और विभिन्न ब्लॉक के बीच समन्वय स्थापित करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। कार्यक्रम का महत्व और भविष्य की चुनौतियाँ शपथ ग्रहण और पहली बैठकों का यह कार्यक्रम सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह पंचायती राज व्यवस्था के संवैधानिक दायित्वों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सुनिश्चित करेगा कि नव-निर्वाचित प्रतिनिधि अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत हों। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद, पंचायतों के माध्यम से विकास कार्यों को गति मिलने और ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं का त्वरित समाधान होने की उम्मीद है। सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि निर्धारित तिथियों पर यह पूरी प्रक्रिया अनिवार्य रूप से और सुचारू रूप से पूरी की जाए। इसके लिए, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सभी स्तरों पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुस्तैद रहेंगे। यह कार्यक्रम पंचायती राज प्रणाली को मजबूत करने, सुशासन को बढ़ावा देने और अंततः उत्तराखंड के ग्रामीण परिदृश्य में एक सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

ऊधमसिंहनगर पंचायत चुनाव: जसपुर ब्लॉक के पहले राउंड के नतीजे घोषित, कांग्रेस की रजनी 1300 वोटों से आगे

जसपुर, 31 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखण्ड में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2025 की मतगणना में अब तेजी आ गई है। ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक से पहले राउंड के शुरुआती और महत्वपूर्ण नतीजे सामने आने लगे हैं, जिन्होंने चुनावी तस्वीर को और दिलचस्प बना दिया है। ग्राम प्रधान…

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जसपुर, 30 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के मतदान के बाद, अब सभी की निगाहें मतगणना पर टिकी हैं। इसी कड़ी में, जसपुर विकास खंड में मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। निष्पक्ष और पारदर्शी मतगणना सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने टेबल-वार बूथ सूची जारी कर दी है, जिसमें प्रत्येक मतगणना टेबल पर किस बूथ के मतों की गिनती की जाएगी, इसका विस्तृत विवरण दिया गया है। यह सूची मतगणना प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और त्रुटिरहित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। पारदर्शिता के लिए जारी हुई विस्तृत सूची त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, ग्रामीण लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं। इन चुनावों में प्रत्येक मत का महत्व होता है, और मतगणना प्रक्रिया की पारदर्शिता पर ही पूरे चुनाव की विश्वसनीयता निर्भर करती है। इसी सिद्धांत का पालन करते हुए, जसपुर विकास खंड प्रशासन ने मतगणना के लिए एक विस्तृत और स्पष्ट बूथ-वार सूची तैयार की है। इस सूची में प्रत्येक मतगणना टेबल के लिए निर्धारित बूथ नंबरों का उल्लेख है, जिससे प्रत्याशियों और उनके मतगणना एजेंटों को यह जानने में आसानी होगी कि उनके बूथ के मतों की गिनती किस टेबल पर और किस चरण में की जाएगी। यह कदम मतगणना प्रक्रिया में किसी भी प्रकार के संदेह या भ्रम को दूर करने में सहायक होगा। जसपुर ब्लॉक में 181 बूथों के लिए 26 टेबलें निर्धारित: जानें किस गाँव की गिनती कब और कहाँ जारी की गई सूची के अनुसार, जसपुर विकास खंड के अंतर्गत कुल 181 बूथों के मतों की गिनती की जाएगी। इन बूथों के लिए मतगणना स्थल पर 26 टेबलें निर्धारित की गई हैं। मतगणना प्रक्रिया को कई चरणों (राउंड) में पूरा किया जाएगा, ताकि भारी संख्या में मतों की गिनती को व्यवस्थित तरीके से संपन्न किया जा सके। यह विस्तृत व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि वोटों की गिनती में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी या गड़बड़ी की संभावना न रहे। प्रत्येक टेबल पर मतगणना कर्मियों की एक टीम तैनात रहेगी, जो कड़ी निगरानी में मतों की गिनती का कार्य करेगी। मतगणना का विस्तृत कार्यक्रम (कुछ प्रमुख उदाहरण): राउंड - 1: टेबिल न० 1: बूथ न० 1 टेबिल न० 3: बूथ न० 2, 3 टेबिल न० 5: बूथ न० 4, 5 टेबिल न० 6: बूथ न० 6 टेबिल न० 7: बूथ न० 7 टेबिल न० 9: बूथ न० 8, 9 टेबिल न० 10: बूथ न० 10 टेबिल न० 11: बूथ न० 11 टेबिल न० 15: बूथ न० 12, 13, 14, 15 टेबिल न० 16: बूथ न० 16 टेबिल न० 17: बूथ न० 17 टेबिल न० 21: बूथ न० 18, 19, 20, 21 टेबिल न० 24: बूथ न० 22, 23, 24 टेबिल न० 25: बूथ न० 25 टेबिल न० 26: बूथ न० 26 ग्राम पंचायतें शामिल: हजीरो, वीरपुरी, पतरामपुर, भोगपुर जसपुर, मनोरथपुर प्रथम, बढियोवाला, आमका, मेघावाला, रामनगर बन। राउंड - 2: टेबिल न० 2: बूथ न० 27, 28 टेबिल न० 4: बूथ न० 29, 30 टेबिल न० 6: बूथ न० 31, 32 टेबिल न० 7: बूथ न० 33 टेबिल न० 10: बूथ न० 34, 35, 36 टेबिल न० 11: बूथ न० 37 टेबिल न० 14: बूथ न० 38, 39, 40, 41 टेबिल न० 16: बूथ न० 42 टेबिल न० 17: बूथ न० 43 टेबिल न० 19: बूथ न० 44, 45 टेबिल न० 20: बूथ न० 46 टेबिल न० 22: बूथ न० 47, 48, 49 टेबिल न० 24: बूथ न० 50 टेबिल न० 26: बूथ न० 51, 52 ग्राम पंचायतें शामिल: रामनगर वन, भगवन्तपुर, निवारमुण्डी, मण्डुआखेड़ा, गूलरगोजी, उमरपुर, अंगदपुर, रायपुर पटटी दिल्ला। राउंड - 3: टेबिल न० 1: बूथ न० 53 टेबिल न० 2: बूथ न० 54 टेबिल न० 4: बूथ न० 55, 56 टेबिल न० 5: बूथ न० 57 टेबिल न० 7: बूथ न० 58, 59 टेबिल न० 8: बूथ न० 60 टेबिल न० 11: बूथ न० 61, 62, 63 टेबिल न० 12: बूथ न० 64 टेबिल न० 13: बूथ न० 65 टेबिल न० 14: बूथ न० 66 टेबिल न० 15: बूथ न० 67 टेबिल न० 16: बूथ न० 68, 69 टेबिल न० 18: बूथ न० 70 टेबिल न० 19: बूथ न० 71 टेबिल न० 21: बूथ न० 72, 73, 7 टेबिल न० 22: बूथ न० 74, 75 टेबिल न० 24: बूथ न० 76 टेबिल न० 26: बूथ न० 77, 78 ग्राम पंचायतें शामिल: दिल्ला पटटी, धर्मपुर, पूरनपुर, नादेही, आसपुर, राजपुर, गढ़ीहुसैन, कलियावाला, कासमपुर। (नोट: यह सूची केवल कुछ प्रमुख राउंड और ग्राम पंचायतों का उदाहरण है। पूरी सूची में सभी 181 बूथों और संबंधित ग्राम पंचायतों का विस्तृत विवरण शामिल है, जो राउंड 7 तक जारी रहेगा, जिसमें मिस्सरवाला, बक्सौरा, गणेशपुर, करनपुर, बैतवाला, नवलपुर, किलावली, बैलजूड़ी जैसे गाँव भी शामिल होंगे।) प्रशासनिक मुस्तैदी: शांतिपूर्ण मतगणना सुनिश्चित करने पर जोर मतगणना दिवस पर किसी भी अप्रिय घटना से बचने और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। मतगणना स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की भीड़भाड़ या अव्यवस्था को रोका जा सके। इसके साथ ही, मतगणना हॉल में प्रवेश के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं, जिसमें केवल अधिकृत व्यक्ति, जैसे प्रत्याशी, उनके एजेंट और चुनाव कर्मी ही प्रवेश कर सकेंगे। वरिष्ठ अधिकारी मतगणना प्रक्रिया की लगातार निगरानी करेंगे। मतगणना से पहले सभी मतगणना कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे नियमों के अनुसार और बिना किसी त्रुटि के अपना कार्य कर सकें। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मतपेटियों को स्ट्रांग रूम से मतगणना टेबल तक सुरक्षित लाया जाए और गिनती के बाद उन्हें पुनः सुरक्षित रखा जाए। लोकतंत्र के पर्व का अंतिम चरण मतगणना का दिन किसी भी चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण और रोमांचक चरण होता है। यह वह दिन होता है जब जनता के जनादेश का खुलासा होता है और नए जनप्रतिनिधि सामने आते हैं। जसपुर विकास खंड में जारी की गई यह टेबल-वार बूथ सूची, प्रशासन की पारदर्शिता और निष्पक्षता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह कदम न केवल मतगणना प्रक्रिया को सुचारु बनाएगा, बल्कि प्रत्याशियों और आम जनता के विश्वास को भी मजबूत करेगा कि उनके मतों की गिनती पूरी ईमानदारी और सटीकता से की जा रही है। अब सभी की निगाहें मतगणना दिवस पर टिकी हैं, जब जसपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के नए नेतृत्व का निर्धारण होगा।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025: जसपुर ब्लॉक में मतगणना की तैयारियां, टेबल-वार बूथ सूची जारी ,देखे सूची

जसपुर, 30 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के मतदान के बाद, अब सभी की निगाहें मतगणना पर टिकी हैं। इसी कड़ी में, जसपुर विकास खंड में मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। निष्पक्ष और पारदर्शी मतगणना सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने…

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जसपुर, 24 जुलाई – (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में खेलों के प्रति बदल रही सामाजिक सोच और युवाओं में खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल आज जसपुर में देखने को मिली। उधम सिंह नगर के जसपुर स्थित प्रतिष्ठित ब्राइट स्टार्ट इंटरनेशनल एकेडमी में सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन का भव्य शुभारंभ हुआ, जिसका उद्घाटन स्वयं प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया। इस विशाल प्रतियोगिता में देश के उत्तरी क्षेत्र से 2000 से अधिक युवा खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एकत्रित हुए हैं। खेल मंत्री ने इस अवसर पर न केवल प्रतियोगिता का आगाज किया, बल्कि खेल और खिलाड़ियों के प्रति समाज की बदलती धारणा पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। महानगरों जैसी चमक जसपुर के खेल मैदान पर ब्राइट स्टार्ट इंटरनेशनल एकेडमी का परिसर आज सुबह से ही खिलाड़ियों, आयोजकों, शिक्षकों और स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों की भीड़ से गुलजार था। रंग-बिरंगे झंडों और उत्साहपूर्ण नारों के बीच एक उत्सव का माहौल था। खेल मंत्री रेखा आर्या के आगमन पर खिलाड़ियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ हुई, जिसके बाद क्रिकेट के इस महाकुंभ का विधिवत शुभारंभ हुआ। खेल मंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से क्रिकेट पिच पर बल्ला घुमाकर या गेंद को हवा में उछालकर प्रतियोगिता के आगाज की घोषणा की, जिससे युवा खिलाड़ियों में जोश भर गया। यह प्रतियोगिता केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के खिलाड़ियों को एक मंच पर लाने का एक बड़ा प्रयास है, जो खेल प्रतिभाओं को निखारने का अवसर प्रदान करेगा। खेल मंत्री रेखा आर्या का प्रेरणादायी संबोधन: 'खेल अब केवल मनोरंजन नहीं, करियर भी है' अपने संबोधन में खेल मंत्री रेखा आर्या ने खेल और खिलाड़ियों के प्रति समाज में आए क्रांतिकारी बदलाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि "बीते एक दशक में, देश और प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों को देखने का नजरिया पूरी तरह से बदल गया है। एक समय था जब खेल को केवल मनोरंजन या शारीरिक गतिविधि का एक साधन मात्र समझा जाता था। माता-पिता भी अपने बच्चों को पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करते थे और खेल को करियर के रूप में शायद ही कभी सोचा जाता था।" उन्होंने आगे कहा, "लेकिन आज स्थिति पूरी तरह भिन्न है। अब युवा खेल में अपनी असाधारण प्रतिभा दिखाकर न केवल अपने भविष्य को संवार रहे हैं, बल्कि देश और प्रदेश का नाम भी रोशन कर रहे हैं।" मंत्री ने इस बदलाव का श्रेय खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत, सरकार की नीतियों और खेल के प्रति बढ़ती जागरूकता को दिया। उन्होंने गर्व से कहा कि "हमारी प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को हर संभव बढ़ावा देने में हमेशा अग्रणी रही है। हमने राज्य के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सीधे सरकारी नौकरी देने का प्रावधान किया है, ताकि उन्हें भविष्य की चिंता न रहे और वे पूरी तरह से अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर सकें।" यह नीति युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, जिसने हजारों युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित किया है। 'स्टेडियम की मांग समाज की बदलती सोच का प्रतीक' खेल मंत्री रेखा आर्या ने समाज की सोच में आए इस परिवर्तन का एक और महत्वपूर्ण पहलू उजागर किया। उन्होंने कहा कि "पहले, जब वह जनता के बीच जाती थीं, तो लोगों की मुख्य मांगें सड़क, बिजली, पानी, अस्पताल और स्कूल जैसी मूलभूत सुविधाएं होती थीं। ये आवश्यक भी थीं और आज भी हैं।" लेकिन, उन्होंने जोड़ा, "यह समाज की सोच में आया एक बड़ा बदलाव ही है कि अब हर जगह से स्टेडियम और खेल मैदान बनाए जाने की मांग उठने लगी है। लोग अपने बच्चों के लिए बेहतर खेल सुविधाएं चाहते हैं, ताकि वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें।" यह बात दर्शाती है कि समाज अब शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ खेलों को भी बच्चों के सर्वांगीण विकास का एक अनिवार्य हिस्सा मान रहा है। यह एक सकारात्मक संकेत है जो राज्य में एक मजबूत खेल संस्कृति के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार इन मांगों को गंभीरता से ले रही है और खेल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए निरंतर काम कर रही है। 2000 से अधिक खिलाड़ी, भविष्य की उम्मीदें सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन में 2000 से अधिक खिलाड़ियों की भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि युवा पीढ़ी खेलों को लेकर कितनी गंभीर है। यह प्रतियोगिता इन युवा प्रतिभाओं को न केवल अपनी कौशल दिखाने का अवसर प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में भी मदद करेगी। ऐसे आयोजन खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धी माहौल प्रदान करते हैं, जिससे उनका खेल निखरता है और वे बड़े टूर्नामेंटों के लिए तैयार होते हैं। यह मंच उन्हें खेल भावना, टीम वर्क और नेतृत्व क्षमता जैसे महत्वपूर्ण गुणों को विकसित करने में भी सहायता करता है। स्थानीय नेताओं की उपस्थिति और समर्थन इस महत्वपूर्ण अवसर पर कई स्थानीय और क्षेत्रीय भाजपा नेता भी उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। इनमें काशीपुर भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज पाल, पूर्व विधायक डॉ शैलेंद्र मोहन सिंघल, काशीपुर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, सुनील कंबोज, सुमित कंबोज, मधु शर्मा, पुष्कर काला, राजकुमार चौहान आदि प्रमुख थे। इन नेताओं की उपस्थिति ने यह संदेश दिया कि स्थानीय प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व खेलों और युवा विकास के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें खेल के मैदान पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। कुल मिलाकर, जसपुर में सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन का यह शुभारंभ उत्तराखंड में खेलों के एक नए युग का प्रतीक है। खेल मंत्री रेखा आर्या के शब्दों ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार और समाज दोनों ही अब खेलों को केवल मनोरंजन से कहीं बढ़कर, एक गंभीर करियर विकल्प और सामाजिक विकास के महत्वपूर्ण आयाम के रूप में देख रहे हैं। यह निश्चित रूप से राज्य में खेल प्रतिभाओं के लिए उज्ज्वल भविष्य की ओर एक बड़ा कदम है।

उत्तराखंड: जसपुर में खेलों को लेकर बदल रही समाज की सोच, खेल मंत्री रेखा आर्या ने CBSE नॉर्थ जोन क्रिकेट प्रतियोगिता का किया भव्य शुभारंभ

जसपुर, 24 जुलाई – (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में खेलों के प्रति बदल रही सामाजिक सोच और युवाओं में खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल आज जसपुर में देखने को मिली। उधम सिंह नगर के जसपुर स्थित प्रतिष्ठित ब्राइट स्टार्ट इंटरनेशनल एकेडमी में सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन का…

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जसपुर 22 जुलाई 2025 (समय बोल रहा) : एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देशन में कुंडा पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए इसे संगठित अपराध बताया है। पुलिस ने बताया कि इस हत्या की साजिश चुनावी लाभ दिलाने के लिए रची गई थी। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक आरोपी फरार है हत्या के पीछे चुनावी साजिश पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि इस हत्या का मकसद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में एक विशेष प्रत्याशी को लाभ पहुंचाना था। आरोपियों ने सोची-समझी साजिश के तहत इस वारदात को अंजाम दिया, ताकि क्षेत्र में डर का माहौल पैदा हो और मतदाताओं के रुझान पर असर डाला जा सके। अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त सुखविंदर सिंह और फरार अभियुक्त सतनाम के खिलाफ उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई थानों में गंभीर अपराधों के कुल 25 मुकदमे दर्ज हैं। इन मुकदमों में हत्या, लूट, डकैती, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट जैसे मामले शामिल हैं। ये दोनों आरोपी लंबे समय से आपराधिक गिरोह के सदस्य के रूप में सक्रिय रहे हैं और चुनावी समय पर अपने नेटवर्क का उपयोग कर अवैध दबाव बनाने की कोशिश करते रहे हैं। पुलिस की सघन जांच घटना के बाद से ही पुलिस की कई टीमें मामले की जांच में लगी थीं। तकनीकी जांच, सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और गुप्त सूत्रों की मदद से पुलिस ने घटनाक्रम की कड़ियां जोड़ीं। पुलिस ने बताया कि 72 घंटे की लगातार मेहनत और खुफिया इनपुट्स के बाद यह मामला सुलझाया गया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने स्पष्ट किया कि पुलिस चुनावी माहौल में किसी भी आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी। एसएसपी मणिकांत मिश्रा का बयान “पुलिस ने हत्या के पीछे की चुनावी साजिश का खुलासा कर दिया है। इस मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक फरार आरोपी की तलाश में दबिश जारी है। अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इनके आपराधिक नेटवर्क को भी ध्वस्त किया जाएगा।” स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया घटना के बाद स्थानीय जनता में आक्रोश और भय दोनों ही देखने को मिले। लोगों का कहना है कि चुनावी समय में संगठित अपराधियों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं और प्रशासन को ऐसी घटनाओं पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। कुंडा पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है। भविष्य की कार्रवाई पुलिस ने फरार आरोपी सतनाम को जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा जताया है। साथ ही, आरोपियों की संपत्ति जब्त करने और उनके नेटवर्क को खत्म करने की कार्यवाही भी शुरू की जा रही है। पुलिस गैंगस्टर एक्ट के तहत सख्त कदम उठाने जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

कुंडा पुलिस का बड़ा खुलासा: चुनावी लाभ के लिए युवक राहुल की हत्या; दो गिरफ्तार, एक फरार

जसपुर 22 जुलाई 2025 (समय बोल रहा) : एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देशन में कुंडा पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए इसे संगठित अपराध बताया है। पुलिस ने बताया कि इस हत्या की साजिश चुनावी लाभ दिलाने के लिए रची गई थी। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक…

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जसपुर, 18 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – आस्था के केंद्र और शांति के प्रतीक गुरुद्वारे में चोरी की घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। जसपुर के करनपुर स्थित गुरुद्वारे में बीती रात चोरों ने सेंध लगाकर दानपेटी को निशाना बनाया। सुबह जब भक्तजन रोजाना की तरह गुरु का आशीर्वाद लेने पहुंचे, तो गुरुद्वारे का मुख्य द्वार खुला देख उन्हें चोरी की घटना का पता चला, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। सुबह पता चला, मौके पर उमड़ा जनसैलाब जानकारी के अनुसार, विगत रात्रि चोरों ने करनपुर के गुरुद्वारे में धावा बोला। सुबह जब दिन हुआ और भक्तजन गुरुद्वारे में माथा टेकने और गुरु का आशीर्वाद लेने पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि गुरुद्वारे का मुख्य द्वार खुला पड़ा था। अंदर जाकर देखने पर पता चला कि अंदर रखी दानपेटी (गोलक) को भी छेड़ा गया था और उसमें तोड़फोड़ की गई थी। चोरों ने इस दौरान वहां लगी एलईडी (LED) स्क्रीन भी चुरा ली थी। इतना ही नहीं, अपनी पहचान छिपाने के लिए चोरों ने सीसीटीवी की डीवीआर/डीवीडी (DVR/DVD) भी गायब कर दी थी, जिससे उनकी मंशा साफ जाहिर होती है। इस अप्रत्याशित घटना को देखते ही देखते स्थानीय जनता और सिख समुदाय के व्यक्ति बड़ी संख्या में मौके पर एकत्र हो गए। चोरी की इस घटना से सभी में गहरा रोष और चिंता व्याप्त हो गई। गुरुद्वारे जैसे पवित्र स्थान पर चोरी की खबर तेजी से फैली, जिससे मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य के प्रत्याशी गुरताज भुल्लर और प्रधान पद के प्रत्याशी हरिओम सुधा ,रिशपाल , आदि लोग एकत्र हो गए | पुलिस प्रशासन मौके पर,फॉरेन्सिक इन्वेस्टिगेशन टीम भी बुलाई गई घटना की सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन तुरंत हरकत में आया और मौके पर पहुंचा। कुंडा के थाना प्रभारी (SO) हरिंदर चौधरी और उपनिरीक्षक (SI) दीपक चौहान ,नवीन जोशी , (SI) गढ़ीनेगी ,सहित कई पुलिसकर्मी घटनास्थल पर मौजूद थे। पुलिस टीम ने सबसे पहले स्थिति का जायजा लिया और गुरुद्वारे के अंदर प्रारंभिक जांच शुरू की। उन्होंने आसपास के क्षेत्र का भी मुआयना किया और साक्ष्य जुटाने का प्रयास किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए और घटना के संवेदनशील पहलू को ध्यान में रखते हुए, पुलिस ने जांच के लिए फॉरेन्सिक इन्वेस्टिगेशन टीम को भी मौके पर बुला लिया है। एसटीएफ की टीम भी अब इस चोरी के प्रकरण की गहन जांच में जुट गई है, जो इस बात का संकेत है कि पुलिस इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है। गुरुद्वारा प्रबंधक और सदस्य भी रहे मौजूद, सख्त कार्रवाई का आश्वासन चोरी की इस घटना के समय गुरुद्वारा प्रबंधक लखविंदर सिंह और गुरुद्वारा समिति के अन्य सदस्य तथा ग्रंथी (ज्ञानी) भी मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने पुलिस को घटना से संबंधित जानकारी दी और जल्द से जल्द चोरों को पकड़ने की मांग की। सिख समुदाय और स्थानीय लोगों ने इस वारदात को अपनी आस्था पर हमला बताया और पुलिस से त्वरित और सख्त कार्रवाई की अपेक्षा की। पुलिस ने मौके पर मौजूद सभी लोगों को आश्वासन दिया है कि जांच जारी है और चोरों की तलाश में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने सख्त से सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं और कहा है कि चोरों के मिलते ही उन पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि यह केवल एक चोरी का मामला नहीं, बल्कि एक धार्मिक स्थल पर हुए अपराध का मामला है, जिसकी जांच विशेष प्राथमिकता से की जा रही है। फिलहाल, एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें संयुक्त रूप से इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं। इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी चिंताएं बढ़ा दी हैं, और प्रशासन से ऐसे धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग उठने लगी है।

जसपुर: के करनपुर गुरुद्वारे में चोरी से हड़कंप, दानपेटी को बनाया निशाना; पुलिस और फॉरेन्सिक इन्वेस्टिगेशन टीम जांच में जुटी

जसपुर, 18 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – आस्था के केंद्र और शांति के प्रतीक गुरुद्वारे में चोरी की घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। जसपुर के करनपुर स्थित गुरुद्वारे में बीती रात चोरों ने सेंध लगाकर दानपेटी को निशाना बनाया। सुबह जब भक्तजन रोजाना की तरह गुरु का आशीर्वाद…

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