जसपुर में नशा मुक्ति अभियान को बड़ी सफलता: मेडिकल स्टोर से 768 नशीले कैप्सूल बरामद, संचालक गिरफ्तार

जसपुर, 20 मई 2025 (समय बोल रहा): ऊधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा द्वारा चलाए जा रहे "नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान" को जसपुर में बड़ी सफलता मिली है। एक संयुक्त टीम ने जसपुर के ग्राम पतरामपुर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर नशीले कैप्सूल बेच रहे संचालक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के कब्जे से 768 प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बरामद किए गए हैं। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को एक नई गति मिली है। संयुक्त टीम का सफल छापामार अभियान एसएसपी ऊधम सिंह नगर मणिकांत मिश्रा के निर्देशानुसार, पुलिस अधीक्षक काशीपुर अभय प्रताप सिंह और सीओ काशीपुर के निर्देशन में सोमवार, 19 मई 2025 को एक विशेष संयुक्त टीम का गठन किया गया। इस टीम में तहसीलदार जसपुर, ड्रग्स इंस्पेक्टर रुद्रपुर, ANTF रुद्रपुर (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स), सीएमएस (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) और जसपुर पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे। इस संयुक्त टीम ने अपने छापामार अभियान के तहत जनपद ऊधम सिंह नगर के जसपुर क्षेत्र के गांव पतरामपुर में यश मेडिकल स्टोर पर अचानक छापा मारा। नशीले कैप्सूल बेचता पाया गया संचालक निरीक्षण के दौरान, यश मेडिकल स्टोर का संचालक, मोहल्ला भूप सिंह जसपुर निवासी चमन सिंह पुत्र चंदन सिंह, दुकान पर प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बेचता हुआ पाया गया। पुलिस टीम ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही और तलाशी पर मेडिकल स्टोर से भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बरामद हुए। कुल 768 कैप्सूल बरामद किए गए, जिनमें 720 कैप्सूल ACETAMINOPHEN IP 325 MG, Tramadol HCL IP 50 MG, DICYCLOMINE और 48 कैप्सूल ACETAMINOPHEN IP 325 MG, TRAMADOL HYDROCHLORIDE IP 50 MG, DICYCLOMINE HYDROCHLORIDE शामिल थे। एक्सपायर दवाइयां और अन्य अनियमितताएं भी मिलीं नशीले कैप्सूल के अलावा, संयुक्त टीम को मेडिकल स्टोर पर एक्सपायर हो चुकी (मियाद पूरी) दवाइयों का भारी स्टॉक भी मिला। इसके अतिरिक्त, मेडिकल स्टोर पर अन्य कई प्रकार की अनियमितताएं भी पाई गईं, जो नियमानुसार नहीं थीं। इन गंभीर अनियमितताओं के आधार पर पुलिस ने मेडिकल स्टोर को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज पुलिस ने आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक चमन सिंह के खिलाफ धारा 8/22 NDPS (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बरामद किए गए कैप्सूल ऐसे प्रतिबंधित दवाइयां हैं जिन्हें केवल डॉक्टर की लिखित पर्ची और सिफारिश पर ही मरीजों को दिया जा सकता है। साथ ही, इन दवाइयों का पूरा लेखा-जोखा (रजिस्टर मेंटेन करना) अनिवार्य होता है। हालांकि, आरोपी चमन सिंह इन दवाइयों को डॉक्टर की पर्ची के बिना सीधे ग्राहकों को नशे के रूप में बेचकर क्षेत्र में नशे की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रहा था, जो कि एक गंभीर अपराध है। कार्रवाई टीम में शामिल अधिकारी और कर्मचारी इस सफल अभियान को अंजाम देने वाली संयुक्त टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जसपुर जगदीश सिंह ढकरियाल, कानूनगो धनेश शर्मा (तहसील जसपुर), डॉक्टर डी एम गहलौत (चिकित्सा अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसपुर), ड्रग इंस्पेक्टर नीरज कुमार (ऊधम सिंह नगर), ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट (नैनीताल), ड्रग इंस्पेक्टर निधि शर्मा (ऊधम सिंह नगर), ड्रग इंस्पेक्टर शुभम कोटनाला (ऊधम सिंह नगर

जसपुर, 20 मई 2025 (समय बोल रहा): ऊधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा द्वारा चलाए जा रहे “नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान” को जसपुर में बड़ी सफलता मिली है। एक संयुक्त टीम ने जसपुर के ग्राम पतरामपुर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर नशीले कैप्सूल बेच रहे संचालक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के कब्जे से 768 प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बरामद किए गए हैं। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को एक नई गति मिली है।

संयुक्त टीम का सफल छापामार अभियान

एसएसपी ऊधम सिंह नगर मणिकांत मिश्रा के निर्देशानुसार, पुलिस अधीक्षक काशीपुर अभय प्रताप सिंह और सीओ काशीपुर के निर्देशन में सोमवार, 19 मई 2025 को एक विशेष संयुक्त टीम का गठन किया गया। इस टीम में तहसीलदार जसपुर, ड्रग्स इंस्पेक्टर रुद्रपुर, ANTF रुद्रपुर (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स), सीएमएस (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) और जसपुर पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे। इस संयुक्त टीम ने अपने छापामार अभियान के तहत जनपद ऊधम सिंह नगर के जसपुर क्षेत्र के गांव पतरामपुर में यश मेडिकल स्टोर पर अचानक छापा मारा।

नशीले कैप्सूल बेचता पाया गया संचालक

निरीक्षण के दौरान, यश मेडिकल स्टोर का संचालक, मोहल्ला भूप सिंह जसपुर निवासी चमन सिंह पुत्र चंदन सिंह, दुकान पर प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बेचता हुआ पाया गया पुलिस टीम ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही और तलाशी पर मेडिकल स्टोर से भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बरामद हुए। कुल 768 कैप्सूल बरामद किए गए, जिनमें 720 कैप्सूल ACETAMINOPHEN IP 325 MG, Tramadol HCL IP 50 MG, DICYCLOMINE और 48 कैप्सूल ACETAMINOPHEN IP 325 MG, TRAMADOL HYDROCHLORIDE IP 50 MG, DICYCLOMINE HYDROCHLORIDE शामिल थे।

एक्सपायर दवाइयां और अन्य अनियमितताएं भी मिलीं

नशीले कैप्सूल के अलावा, संयुक्त टीम को मेडिकल स्टोर पर एक्सपायर हो चुकी (मियाद पूरी) दवाइयों का भारी स्टॉक भी मिला। इसके अतिरिक्त, मेडिकल स्टोर पर अन्य कई प्रकार की अनियमितताएं भी पाई गईं, जो नियमानुसार नहीं थीं। इन गंभीर अनियमितताओं के आधार पर पुलिस ने मेडिकल स्टोर को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया।

NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज

पुलिस ने आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक चमन सिंह के खिलाफ धारा 8/22 NDPS (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बरामद किए गए कैप्सूल ऐसे प्रतिबंधित दवाइयां हैं जिन्हें केवल डॉक्टर की लिखित पर्ची और सिफारिश पर ही मरीजों को दिया जा सकता है। साथ ही, इन दवाइयों का पूरा लेखा-जोखा (रजिस्टर मेंटेन करना) अनिवार्य होता है। हालांकि, आरोपी चमन सिंह इन दवाइयों को डॉक्टर की पर्ची के बिना सीधे ग्राहकों को नशे के रूप में बेचकर क्षेत्र में नशे की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रहा था, जो कि एक गंभीर अपराध है।

कार्रवाई टीम में शामिल अधिकारी और कर्मचारी

इस सफल अभियान को अंजाम देने वाली संयुक्त टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जसपुर जगदीश सिंह ढकरियाल, कानूनगो धनेश शर्मा (तहसील जसपुर), डॉक्टर डी एम गहलौत (चिकित्सा अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसपुर), ड्रग इंस्पेक्टर नीरज कुमार (ऊधम सिंह नगर), ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट (नैनीताल), ड्रग इंस्पेक्टर निधि शर्मा (ऊधम सिंह नगर), ड्रग इंस्पेक्टर शुभम कोटनाला (ऊधम सिंह नगर), ड्रग इंस्पेक्टर हर्षिता चम्पावत, सब इंस्पेक्टर गोविंद सिंह मेहता, सब इंस्पेक्टर हरीश आर्या, सब इंस्पेक्टर कौशल भाकुनी, हेड कांस्टेबल भुवन पाण्डेय, कांस्टेबल प्रशांत कुमार, कांस्टेबल हरीश सिंह बिष्ट, कांस्टेबल दिनेश चंद्र, महिला कांस्टेबल कंचन और कांस्टेबल विनोद खत्री शामिल रहे।

इस कार्रवाई से जसपुर क्षेत्र में अवैध रूप से नशीली दवाएं बेचने वालों के बीच हड़कंप मच गया है। पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि “नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान” के तहत इस तरह की अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और नशे के कारोबार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। यह अभियान समाज को नशे के चंगुल से मुक्त करने और युवाओं को इसके दुष्परिणामों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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