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नैनीताल, 30 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के नैनीताल में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के मामले ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। घटना के आरोपी मोहम्मद उस्मान के खिलाफ जनाक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। स्थानीय लोगों, महिलाओं, युवाओं और सामाजिक संगठनों ने बुधवार रात से ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जो गुरुवार को और उग्र हो गया। मल्लीताल क्षेत्र में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और हाथों में तख्तियां लेकर न्याय की मांग करने लगे। “बेटी बचाओ, दुष्कर्मी को सज़ा दिलाओ”, “फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो”, “निर्दोष बच्चियों की सुरक्षा करो” जैसे नारों से शहर का माहौल गूंज उठा। महिलाओं और युवाओं की बड़ी भागीदारी इस प्रदर्शन में महिलाओं और युवाओं की भारी भागीदारी देखने को मिली। स्थानीय गृहिणियों से लेकर कॉलेज छात्राओं तक, सभी ने एक स्वर में आरोपी को कठोर से कठोर सजा देने की मांग की। सामाजिक कार्यकर्ता रेखा जोशी ने कहा, “हम सिर्फ एक बच्ची के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज की बेटियों के सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं। अब चुप बैठना विकल्प नहीं है।” कुमाऊं कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने कुमाऊं कमिश्नर दीपक कुमार को ज्ञापन सौंपा, जिसमें मांग की गई कि आरोपी मोहम्मद उस्मान के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो और उसे जल्द से जल्द सजा दी जाए। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि इस तरह की घटनाओं से कानून-व्यवस्था पर जनता का भरोसा डगमगा रहा है, जिसे सख्त कार्यवाही के जरिए बहाल किया जाना चाहिए। भारी पुलिस बल की तैनाती शहर की कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए हैं। मल्लीताल और तल्लीताल क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। नैनीताल के एसपी योगेश सिंह ने जानकारी दी कि “स्थिति पर हमारी पैनी नजर है। कोई भी व्यक्ति कानून हाथ में लेने की कोशिश करेगा तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।” पुलिस ने आरोपी के घर के पास बैरिकेडिंग कर दी है ताकि कोई भीड़ वहां इकट्ठा न हो और कोई अप्रिय घटना न घटे। बताया गया है कि कुछ उपद्रवियों ने आरोपी के घर की ओर बढ़ने की कोशिश की थी, जिसे पुलिस ने नियंत्रित किया। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रियाएं इस घटना पर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष अंजलि रावत ने कहा, “हम इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं और प्रशासन से मांग करते हैं कि दोषी को शीघ्रतम न्यायिक प्रक्रिया से सजा दिलाई जाए।” वहीं कांग्रेस नेता विनोद पाठक ने कहा, “यह सिर्फ कानून का मामला नहीं है, बल्कि सामाजिक चेतना का सवाल है। ऐसे मामलों में सभी समुदायों को मिलकर कठोर संदेश देना होगा।” सोशल मीडिया पर भी उबाल घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा साफ दिखाई दे रहा है। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #JusticeForNainitalGirl, #FastTrackJustice, और #PunishUsman जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे हैं। हजारों लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पीड़िता के लिए न्याय और आरोपी के लिए फांसी की सजा की मांग की है। प्रशासन की अपील प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बयान जारी कर कहा कि “हम सब की संवेदनाएं पीड़िता और उसके परिवार के साथ हैं। लेकिन कानून को अपने तरीके से काम करने दीजिए। हम पूरी पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ कार्यवाही कर रहे हैं।” घटना नैनीताल की यह घटना पूरे राज्य को झकझोर गई है। यह सिर्फ एक बच्ची के साथ हुई बर्बरता नहीं, बल्कि पूरे समाज की नैतिक जिम्मेदारी का प्रश्न बन गई है। जनता का आक्रोश स्वाभाविक है, लेकिन अब प्रशासन पर यह जिम्मेदारी है कि वह न्याय में कोई देरी न करे और ऐसे अपराधियों को सख्त सजा दिलाकर समाज में एक स्पष्ट संदेश दे।

नैनीताल में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी उस्मान के खिलाफ जनाक्रोश, महिलाओं और युवाओं का प्रदर्शन तेज

नैनीताल, 30 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा):उत्तराखंड के नैनीताल में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के मामले ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। घटना के आरोपी मोहम्मद उस्मान के खिलाफ जनाक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। स्थानीय लोगों, महिलाओं, युवाओं और सामाजिक संगठनों ने बुधवार रात से ही विरोध प्रदर्शन…

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रुद्रपुर, 30 अप्रैल 2025 – (समय बोल रहा ) अक्षय तृतीया पर धर्मगुरुओं और प्रशासन की साझी पहल, "बाल विवाह मुक्त भारत" अभियान की उधम सिंह नगर में सशक्त शुरुआत देशभर में बाल अधिकारों की सुरक्षा के लिए चल रहे सबसे बड़े सामाजिक नेटवर्क "जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन" के सहयोग से, उधम सिंह नगर जिले में "इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल डेवलपमेंट (ISD)" द्वारा बाल विवाह के खिलाफ एक महत्वपूर्ण पहल की गई। अक्षय तृतीया के अवसर पर विकास भवन स्थित शहीद उधम सिंह सभागार में "बाल विवाह मुक्त भारत अभियान" के तहत एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें धर्मगुरुओं, प्रशासनिक अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं सहित कई संस्थाओं ने भाग लिया। कार्यशाला की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसे विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं ने संपन्न किया। यह प्रतीकात्मक शुरुआत बाल विवाह जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दे पर एकजुटता का संदेश देती है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था – जिले को बाल विवाह मुक्त बनाना, बाल विवाह की सामाजिक व कानूनी जटिलताओं पर प्रकाश डालना और इसे रोकने के लिए समुदाय, प्रशासन और धार्मिक नेतृत्व को एक मंच पर लाना। अधिकारियों ने दिए ज़िम्मेदारी के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी मुकुल चौधरी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र में बाल विवाह जैसी घटनाओं पर सतर्क दृष्टि रखें और यदि कहीं भी बाल विवाह की आशंका हो तो तुरंत विभाग को सूचित करें। उन्होंने बताया कि जमीनी स्तर पर कार्य करने वाली महिलाओं की भागीदारी इस सामाजिक कुप्रथा को समाप्त करने में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। जिला प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन ने बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 और आपातकालीन सेवा 112 की जानकारी देते हुए बताया कि ये संसाधन बच्चों के अधिकारों की रक्षा और बाल विवाह की रोकथाम के लिए बेहद कारगर हैं। उन्होंने बताया कि बाल विवाह में लिप्त पाए जाने वाले अभिभावकों और धर्मगुरुओं के विरुद्ध कानूनन कठोर कार्यवाही का प्रावधान है। बाल विवाह से प्रभावित महिलाओं का प्रेरक अनुभव कार्यशाला के दौरान पूर्व प्रधानाचार्य पार्वती देवी ने अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि जब वे केवल 13 वर्ष की थीं, तब उनका विवाह कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि बचपन में विवाह के कारण महिलाओं को शिक्षा और आत्मनिर्भरता से वंचित होना पड़ता है। उन्होंने अपने अनुभव से बताया कि कैसे उन्होंने पर्दा प्रथा के बावजूद ससुराल पक्ष के सहयोग से एमए, बीएड की शिक्षा प्राप्त की और उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षिका बनकर सेवा दी। बाद में वे एक इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य पद तक पहुंचीं और अब गरीब बच्चियों की शिक्षा के लिए लगातार कार्य कर रही हैं। बाल विवाह का स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. के.के. अग्रवाल ने कहा कि बाल विवाह केवल सामाजिक समस्या नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य की दृष्टि से भी खतरनाक है। उन्होंने बताया कि कम उम्र में गर्भधारण करने वाली लड़कियां अधिकतर कुपोषित बच्चों को जन्म देती हैं और खुद भी स्वास्थ्य संबंधी गंभीर जोखिमों से जूझती हैं। ऐसी माताओं की गर्भावस्था अक्सर "हाई रिस्क" मानी जाती है, जिससे मां और बच्चे दोनों के जीवन पर खतरा मंडराता है। धर्मगुरुओं की भूमिका और संकल्प आईएसडी के अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव ने "एक्सेस टू जस्टिस" अभियान के अंतर्गत जिले में बाल विवाह व बाल श्रम के खिलाफ की गई पहलों की जानकारी दी और कहा कि धर्मगुरुओं की भागीदारी से इस लड़ाई को अधिक प्रभावशाली बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि अगर धर्मगुरु बाल विवाह में सहयोग करने से मना कर दें और ऐसे विवाहों का सामाजिक रूप से बहिष्कार करें, तो यह प्रथा स्वतः ही खत्म होने लगेगी। आईएसडी की परियोजना निदेशक विदु वासिनी ने कहा कि भारत तभी विकसित बन सकता है जब यहां के बच्चे बाल विवाह जैसी कुप्रथा से मुक्त हों। उन्होंने राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि देश में अब भी 23.3% बाल विवाह हो रहे हैं, जो चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि धर्मगुरु यदि ऐसे विवाह संपन्न न कराएं तो समाज में बदलाव आ सकता है। कार्यक्रम के अंत में धर्मगुरुओं ने सामूहिक रूप से शपथ ली कि वे बाल विवाह का समर्थन नहीं करेंगे और जहां कहीं भी बाल विवाह की जानकारी मिलेगी, उसका विरोध करेंगे। सहभागिता कार्यशाला में चाइल्डलाइन, बाल कल्याण समिति, बाल विकास परियोजना, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, और आईएसडी के कार्यकर्ता प्रेम, रईस, रविंद्र, आरती, बबली सरकार, रुचिता, मलिक आदि उपस्थित थे। सभी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए इस सामाजिक बदलाव में सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया।

अक्षय तृतीया पर रुद्रपुर में धर्मगुरुओं और प्रशासन की साझी पहल, बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का सशक्त शुभारंभ

रुद्रपुर, 30 अप्रैल 2025 – (समय बोल रहा )अक्षय तृतीया पर धर्मगुरुओं और प्रशासन की साझी पहल, “बाल विवाह मुक्त भारत” अभियान की उधम सिंह नगर में सशक्त शुरुआत देशभर में बाल अधिकारों की सुरक्षा के लिए चल रहे सबसे बड़े सामाजिक नेटवर्क “जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन” के सहयोग से, उधम सिंह नगर जिले में “इंस्टीट्यूट…

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https://samaybolraha.com/ रूद्रपुर, 29 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जनपद प्रशासन ने जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सही पात्रों तक पहुंचाने के उद्देश्य से बड़ी कार्यवाही की है। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया और मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार के निर्देशों पर पूर्ति विभाग ने सघन जांच अभियान चलाकर 37 अपात्र राशन कार्ड धारकों के कार्ड निरस्त कर दिए हैं। मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने इस संबंध में सोमवार को सभी उपजिलाधिकारियों, पूर्ति अधिकारियों और खंड विकास अधिकारियों के साथ बैठक कर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनपद की सभी ग्राम पंचायतों और नगर निकाय क्षेत्रों में राशन कार्डों का शत-प्रतिशत सत्यापन किया जाए और अपात्र लोगों के कार्ड तुरंत प्रभाव से रद्द किए जाएं। सीडीओ ने स्थायी निवास प्रमाण-पत्र के आधार पर ही नए राशन कार्ड बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि बाहरी व्यक्तियों, सरकारी योजनाओं का अनुचित लाभ उठा रहे अपात्रों, और मृतकों के नाम पर जारी राशन, आयुष्मान और अन्य कार्डों की गहन जांच की जाए और अविलंब निरस्त किया जाए। हर स्तर पर होगा सत्यापन, प्रतिदिन मांगी जाएगी रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राशन की दुकानों और उनके पंजिकाओं की भी क्षेत्र भ्रमण के दौरान जांच करें ताकि किसी भी स्तर पर गड़बड़ी न हो। सभी विभागों से कहा गया कि प्रत्येक दिन की सत्यापन रिपोर्ट निर्धारित प्रारूप में जिला कार्यालय को भेजना अनिवार्य होगा। उन्होंने जनपद पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि नए राशन कार्ड केवल उन्हीं लोगों के बनाए जाएं जिनके पास उत्तराखंड का मूल या स्थायी निवास प्रमाण है। साथ ही जो भी व्यक्ति अन्य राज्य का निवासी हो, या जिनके परिवार के पास पहले से योजनाओं का लाभ मिल रहा हो, उनकी जांच उपरांत कार्ड निरस्त कर दिया जाए। जनजातीय परिवारों पर विशेष ध्यान, पीएम योजनाओं का लाभ देने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी ने बैठक में यह भी स्पष्ट किया कि राज्य की जनजातीय और वनराजि समुदायों को प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत विशेष प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि बुक्सा व वनराजि परिवारों के शत-प्रतिशत राशन कार्ड बनाए जाएं और उन्हें प्रधानमंत्री धरती आभा योजना व अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर और उपेक्षित वर्ग तक योजनाओं का लाभ पहुंचे, इसके लिए जमीनी स्तर पर निगरानी और क्रियान्वयन सख्त होना चाहिए। वर्चुअल बैठक में कई अधिकारी जुड़े, दी गई जिम्मेदारियां बैठक में जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार सहित जिले के सभी क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक, उपजिलाधिकारी और खंड विकास अधिकारी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। सभी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में सत्यापन प्रक्रिया को प्राथमिकता देने और किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की सख्त हिदायत दी गई। मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी कहा कि अपात्र व्यक्तियों के खिलाफ यदि आवश्यक हो तो विधिक कार्रवाई भी की जाए ताकि भविष्य में कोई व्यक्ति सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग न कर सके।इस व्यापक अभियान के माध्यम से जिला प्रशासन ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ केवल वास्तविक जरूरतमंदों को ही मिलेगा। अपात्र व्यक्तियों पर अब नकेल कसी जाएगी और फर्जी राशन कार्डधारकों की कोई जगह नहीं रहेगी।

रूद्रपुर में अपात्रों पर बड़ी कार्रवाई: 37 राशन कार्ड निरस्त, जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने दिए सख्त निर्देश

https://samaybolraha.com/ रूद्रपुर, 29 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जनपद प्रशासन ने जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सही पात्रों तक पहुंचाने के उद्देश्य से बड़ी कार्यवाही की है। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया और मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार के निर्देशों पर पूर्ति विभाग ने सघन जांच अभियान चलाकर 37 अपात्र राशन कार्ड धारकों के…

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देहरादून, 10 जुलाई, 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की रणभेरी बजते ही, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी रणनीति पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने और पंचायती राज व्यवस्था के तीनों स्तरों पर प्रभुत्व स्थापित करने के उद्देश्य से, भाजपा ने अब ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए व्यापक स्तर पर प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। यह कदम भाजपा की दूरगामी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका लक्ष्य जमीनी स्तर तक अपनी पैठ बनाना है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर चौहान ने इस महत्वपूर्ण घोषणा की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट के निर्देश पर, राज्य के सभी जिलों में ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए योग्य और अनुभवी पदाधिकारियों को प्रभारी घोषित कर दिया गया है। यह नियुक्तियां पार्टी की संगठनात्मक शक्ति और आगामी चुनावों के प्रति उसकी गंभीरता को दर्शाती हैं। ब्लॉक प्रमुख चुनाव: ग्रामीण सत्ता की दूसरी सबसे बड़ी सीढ़ी ग्राम प्रधान के बाद, ब्लॉक प्रमुख का पद ग्रामीण सत्ता संरचना की दूसरी सबसे महत्वपूर्ण सीढ़ी माना जाता है। ब्लॉक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत समिति (ब्लॉक पंचायत) का मुखिया होता है, जो कई ग्राम पंचायतों को जोड़कर बनता है। यह पद ग्रामीण विकास योजनाओं के क्रियान्वयन, फंड्स के वितरण और ब्लॉक स्तर पर प्रशासनिक समन्वय में अहम भूमिका निभाता है। हालांकि, ब्लॉक प्रमुख का चुनाव सीधे जनता द्वारा नहीं होता, बल्कि क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा किया जाता है, जो पहले ग्राम पंचायत चुनावों में चुनकर आते हैं। ऐसे में, ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए प्रभारियों की नियुक्ति भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है ताकि वे क्षेत्र पंचायत सदस्यों के बीच अपना प्रभाव स्थापित कर सकें और पार्टी समर्थित उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित कर सकें। भाजपा की रणनीति: जमीनी स्तर पर पकड़ और संगठनात्मक मजबूती भाजपा ने इन प्रभारियों की नियुक्ति करके यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पंचायत चुनावों को कितनी गंभीरता से ले रही है। इन प्रभारियों का मुख्य कार्य संबंधित ब्लॉकों में चुनावी रणनीति तैयार करना, योग्य उम्मीदवारों की पहचान करना और उन्हें समर्थन देना, स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित करना और यह सुनिश्चित करना है कि पार्टी समर्थित उम्मीदवार चुनाव जीतें। यह कदम भाजपा को ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ और मजबूत करने में मदद करेगा, जिससे भविष्य में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी पार्टी को फायदा मिल सकता है। इन नियुक्तियों के माध्यम से भाजपा ग्रामीण मतदाताओं के बीच अपनी पैठ बढ़ाने और उन्हें पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों से जोड़ने का प्रयास कर रही है। जिलावार प्रभारियों की लंबी सूची: अनुभवी नेताओं पर भरोसा भाजपा ने ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए जिन प्रभारियों की घोषणा की है, उनमें पार्टी के कई अनुभवी और जमीनी स्तर पर सक्रिय नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह सूची प्रदेश के सभी जिलों और उनके अंतर्गत आने वाले विभिन्न ब्लॉकों को कवर करती है, जिससे स्पष्ट होता है कि भाजपा ने इस चुनाव के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की है: उत्तरकाशी जनपद: नौगांव ब्लॉक: डॉ. विजय बडोनी पुरोला ब्लॉक: श्री सत्ये सिंह राणा मोरी ब्लॉक: श्री नारायण सिंह चौहान चिनयौलीसैन: श्री जगत सिंह चौहान भटवाड़ी: श्री राम सुंदर नौटियाल डूंडा: श्री धन सिंह नेगी चमोली जनपद: दसौली: श्री राजकुमार पुरोहित पोखरी: श्री हरक सिंह नेगी ज्योतिर्मठ: श्री रामचंद्र गौड़ नंदा नगर: श्री समीर मिश्रा नारायणबगड़: श्री रघुवीर सिंह बिष्ट थराली: श्री गजेंद्र सिंह रावत देवल: श्री विनोद नेगी गैरसैण: श्री कृष्ण मणि थपलियाल कर्णप्रयाग: श्री विक्रम भंडारी रुद्रप्रयाग जनपद: अगस्तमुनि: श्री रमेश गाड़िया ऊखीमठ: श्री वाचस्पति सेमवाल जखोली: श्री रमेश मैखुरी टिहरी जनपद: भिलंगना: श्री अतर सिंह तोमर कीर्ति नगर: श्री विनोद रतूड़ी देवप्रयाग: श्री जोत सिंह बिष्ट नरेंद्र नगर: श्री रविंद्र राणा प्रताप नगर: श्री महावीर सिंह रंगड़ जाखड़ीधार: श्री सुभाष रमोला चंबा: श्री दिनेश घने थौलधार: श्री विनोद सुयाल जौनपुर: श्री खेम सिंह चौहान देहरादून जनपद: कालसी: श्री दिगंबर नेगी चकराता: श्री भुवन विक्रम डबराल विकासनगर: श्री यशपाल नेगी सहसपुर: श्री संजय गुप्ता रायपुर: श्री ओमवीर राघव डोईवाला: श्री नलिन भट्ट पौड़ी जनपद: पौड़ी: श्री ऋषि कंडवाल कोट: श्री वीरेंद्र रावत क्लजीखाल: श्री सुधीर जोशी खिर्सू: श्री मीरा रतूड़ी थलीसैंण: श्रीमती सुषमा रावत पाबो: श्री यशपाल बेनाम पोखडा: श्री जगमोहन रावत एकेश्वर: श्री विकास कुकरेती बीरोंखाल: श्री गिरीश पैन्यूली कोटद्वार: 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दीपक मेहरा ओखल कांडा: श्री चंदन सिंह बिष्ट रामगढ़: श्री मोहन पाल भीमताल: श्री प्रदीप जनौटी बेतालघाट: श्री देवेंद्र ढेला हल्द्वानी: श्री गोपाल रावत कोटा बाग: श्री तरुण बंसल रामनगर: श्री गुंजन सुखीजा उधमसिंह नगर जनपद: जसपुर: सरदार मंजीत सिंह बाजपुर: श्री राम मेहरोत्रा काशीपुर: श्री विवेक सक्सेना गदरपुर: श्री प्रदीप बिष्ट रुद्रपुर: श्री दिनेश आर्य सितारगंज: श्री दान सिंह रावत खटीमा: श्री उत्तम दत्ता आगामी चुनावी बिसात और सियासी हलचल इन नियुक्तियों से स्पष्ट है कि भाजपा ने पंचायत चुनाव की बिसात पर अपनी चालें चलना शुरू कर दिया है। यह कदम राज्य के राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा करेगा और अन्य राजनीतिक दलों, विशेषकर कांग्रेस को भी अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने पर मजबूर करेगा। ब्लॉक प्रमुख चुनाव सीधे तौर पर भले ही पार्टी सिंबल पर न लड़े जाते हों, लेकिन इन पर सत्ताधारी दल का दबदबा काफी महत्वपूर्ण होता है। भाजपा का लक्ष्य ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक हर स्तर पर अपने समर्थित प्रतिनिधियों की अधिकतम संख्या सुनिश्चित करना है, ताकि राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं को ग्रामीण स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा की यह 'मास्टरस्ट्रोक' रणनीति ब्लॉक प्रमुख चुनावों में कितनी सफल होती है और उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में सत्ता का समीकरण कैसे बदलता है।

चारधाम यात्रा के शुभारंभ पर कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ यात्रा’ पर भाजपा का प्रहार: ‘राज्य विरोधी और विघ्नकारी कदम’ करार

देहरादून, 29 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) भाजपा ने चारधाम यात्रा के शुभारंभ के दिन कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘संविधान बचाओ यात्रा’ को राज्यविरोधी, पवित्र कार्यों में विघ्न डालने वाला और जनविरोधी करार दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के अभियान को “बिल्ली के…

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रुद्रपुर, 28 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — आगामी 4 मई, रविवार को अपराह्न 2 बजे से 5 बजे तक NEET 2025 परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। परीक्षा को शांतिपूर्ण, पारदर्शी और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने के लिए रुद्रपुर जनपद में कुल 6 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां कुल 2386 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। आज कलक्ट्रेट सभागार में अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी केंद्र व्यवस्थापकों और समन्वयकों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए। 6 परीक्षा केंद्र निर्धारित जनपद रुद्रपुर में जिन 6 परीक्षा केंद्रों पर NEET 2025 परीक्षा होगी, वे हैं: प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय नया भवन, पंतनगर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पुराना भवन, पंतनगर पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय, काशीपुर भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), काशीपुर पीएमश्री अटल उत्कृष्ट एएन झा राजकीय इंटर कॉलेज, रुद्रपुर पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय, रुद्रपुर प्रत्येक केंद्र पर सुरक्षा और निगरानी के विशेष प्रबंध किए गए हैं। समय पर प्रवेश और सख्त निगरानी के निर्देश अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी ने सभी केंद्र व्यवस्थापकों से कहा कि परीक्षा के दिन परीक्षार्थियों को निर्धारित समय से पूर्व केंद्र में प्रवेश कराना सुनिश्चित करें। प्रवेश द्वार पर तलाशी की व्यवस्था होगी। किसी भी परीक्षार्थी या कर्मचारी के पास मोबाइल फोन, स्मार्ट घड़ी, ब्लूटूथ डिवाइस, इयरफोन या अन्य किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट लाने की अनुमति नहीं होगी। प्रश्नपत्रों को सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में सुरक्षित स्थान पर रखा जाएगा और निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ही खोला जाएगा। केंद्रों पर हर गतिविधि की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था होगी चाक-चौबंद परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. उत्तम सिंह नेगी ने बताया कि प्रत्येक केंद्र पर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी और होमगार्ड तैनात रहेंगे। परीक्षा के दौरान केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू रहेगी ताकि भीड़भाड़ से बचा जा सके और शांति बनी रहे। डॉ. उत्तम सिंह नेगी ने यह भी कहा कि किसी भी अप्रिय घटना की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा के दौरान विशेष सतर्कता बरती जाएगी। अधिकारियों ने दी सख्त हिदायतें बैठक में उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह, उप जिलाधिकारी मनीष बिष्ट, ओसी गौरव पांडेय, सीओ आरडी मठपाल, केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य त्रिभुवन आर्य, जवाहर नवोदय विद्यालय की प्राचार्य कंचन जोशी, एएन झा इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य दयाशंकर पांडेय, प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के डीन और आईआईएम काशीपुर के प्रतिनिधि मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि परीक्षा कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। क्या-क्या निषेध रहेगा परीक्षा केंद्रों पर? परीक्षा केंद्रों पर निम्नलिखित चीजें प्रतिबंधित रहेंगी: मोबाइल फोन स्मार्ट वॉच ब्लूटूथ डिवाइस किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट नोट्स, पर्ची, किताबें या किसी भी प्रकार का संदिग्ध सामान परीक्षार्थियों को केवल नीट के दिशा-निर्देशों के अनुसार अनुमति प्राप्त सामग्री जैसे पेन, एडमिट कार्ड और एक पहचान पत्र साथ लाने की अनुमति होगी। प्रशासन ने अभ्यर्थियों और अभिभावकों से की अपील अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी ने सभी परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों से अपील की कि वे परीक्षा केंद्र के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें। समय से पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचें और परीक्षा से जुड़े नियमों का पूरी ईमानदारी से पालन करें। उन्होंने कहा कि परीक्षा का माहौल शांति पूर्ण और अनुशासित होना चाहिए ताकि सभी परीक्षार्थी बिना किसी मानसिक दबाव के परीक्षा दे सकें। NEET 2025 रुद्रपुर में NEET 2025 परीक्षा के आयोजन हेतु जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। कुल 6 परीक्षा केंद्रों पर 2386 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। सुरक्षा, पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि परीक्षा कार्य को पूरी गंभीरता और जिम्मेदारी से संपन्न कराएं।

रुद्रपुर में NEET 2025 परीक्षा 4 मई को, 6 परीक्षा केंद्रों पर 2386 विद्यार्थी देंगे परीक्षा

रुद्रपुर, 28 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — आगामी 4 मई, रविवार को अपराह्न 2 बजे से 5 बजे तक NEET 2025 परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। परीक्षा को शांतिपूर्ण, पारदर्शी और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने के लिए रुद्रपुर जनपद में कुल 6 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां कुल 2386 अभ्यर्थी परीक्षा…

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काशीपुर, 26 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा )। काशीपुर में अब हर जरूरतमंद परिवार को अपना पक्का मकान मिलेगा। नगर निगम सभागार में महापौर दीपक बाली के सहयोग से प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में बड़ी संख्या में गरीब एवं जरूरतमंद नागरिकों को योजना की जानकारी दी गई और आवेदन प्रक्रिया में सहायता प्रदान की गई। पूरे दिन चला आवेदन शिविर, फार्म भरने और सुधार की सुविधा शिविर में पहले से फार्म भरकर लाए गए नागरिकों के आवेदन स्वीकार किए गए और जिनके दस्तावेजों में कोई त्रुटि थी, उसे मौके पर ही दुरुस्त करवाया गया। आयोजन का उद्देश्य था कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजना के लाभ से वंचित न रह जाए और सबको एक स्थायी छत उपलब्ध हो सके। महापौर दीपक बाली ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चलाई जा रही है। इसका मुख्य लक्ष्य है शहरी क्षेत्रों में रहने वाले उन व्यक्तियों को पक्का मकान प्रदान करना, जिनके पास स्वयं की जमीन तो है लेकिन मकान नहीं है। तीन लाख रुपए का अनुदान, बिना वापसी की शर्त के महापौर बाली ने जानकारी दी कि योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को भवन निर्माण हेतु अब तीन लाख रुपए का अनुदान दिया जा रहा है, जिसे लौटाना नहीं है। पहले यह राशि दो लाख रुपए थी जिसे अब बढ़ाकर तीन लाख कर दिया गया है। आवास निर्माण हेतु मिलने वाली राशि सीधे लाभार्थी के खाते में जमा की जाती है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 1485 मकान स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 807 मकान पूर्ण हो चुके हैं और 678 निर्माणाधीन हैं। अब तक 1118 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 812 आवेदन सत्यापित हो चुके हैं और 212 आवेदनों की जांच प्रक्रियाधीन है। योजना का लाभ उठाने के लिए जरूरी दस्तावेज महापौर ने बताया कि योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को कुछ जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे: परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड आवेदक की बैंक पासबुक आय प्रमाण पत्र अथवा वेतन पर्ची भूमि से संबंधित दस्तावेज जैसे रजिस्टर्ड बैनामा, रजिस्टर्ड दान पत्र या रजिस्टर्ड पट्टा 1 सितंबर 2024 से पूर्व निगम क्षेत्र में निवास करने का प्रमाण आवेदक की वार्षिक आय ₹3 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए किफायती आवास परियोजना में भी तेजी महापौर दीपक बाली ने बताया कि भागीदारी में किफायती आवास योजना के तहत कनकपुर में 1256 आवास स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें 90% कार्य पूर्ण हो चुका है। इसी तरह मानपुर क्षेत्र में 512 आवास स्वीकृत और आवंटित हुए हैं, जिनमें 65% कार्य पूरा हो गया है। गंगापुर गोसाई क्षेत्र में भी 584 आवास स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 90% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने जानकारी दी कि अक्टूबर 2025 तक सभी स्वीकृत आवासों को लाभार्थियों को सुपुर्द कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने दी थी दो करोड़ की सहायता राशि महापौर ने यह भी उल्लेख किया कि जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 9 मार्च को काशीपुर दौरे पर आए थे, तब उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नगर निगम को लगभग दो करोड़ रुपए की सहायता राशि सौंपी थी। यह धनराशि लाभार्थियों के खातों में सीधे ट्रांसफर कर दी गई थी। महापौर ने जताया विश्वास अंत में महापौर दीपक बाली ने भरोसा जताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से काशीपुर नगर निगम क्षेत्र में जल्द ही कोई भी नागरिक बिना छत के नहीं रहेगा। उन्होंने सभी पात्र लोगों से अपील की कि वे आवश्यक दस्तावेजों के साथ शीघ्र आवेदन करें और सरकार द्वारा प्रदान की जा रही इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ उठाएं। 1485 मकान स्वीकृत किए गए थे |

काशीपुर में गरीबों को मिलेगा अपना घर, महापौर दीपक बाली के सहयोग से आयोजित हुआ प्रधानमंत्री आवास योजना शिविर

काशीपुर, 26 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा )।काशीपुर में अब हर जरूरतमंद परिवार को अपना पक्का मकान मिलेगा। नगर निगम सभागार में महापौर दीपक बाली के सहयोग से प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में बड़ी संख्या में गरीब एवं जरूरतमंद नागरिकों को योजना की जानकारी…

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देहरादून, 26 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ): जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड प्रशासन ने भी बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य में सामान्य वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल 2025 तक भारत छोड़ने का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश के तहत दीर्घकालिक वीजा (LTV) धारकों को राहत दी गई है। आतंकी हमले के बाद बढ़ाई गई सतर्कता हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है। इस हमले में कई निर्दोष नागरिकों की जान गई और देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। हमले के बाद गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सुरक्षा कड़ी करने और संभावित खतरों का मूल्यांकन कर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे। उत्तराखंड पुलिस ने तत्काल एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद राज्य में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों पर कार्रवाई करते हुए निर्धारित तिथि तक भारत छोड़ने का आदेश जारी किया है। कितने पाकिस्तानी नागरिक उत्तराखंड में मौजूद प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में करीब 250 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। इनमें से अधिकांश नागरिक सामान्य वीजा पर हैं, जो रोजगार, पारिवारिक मुलाकात या धार्मिक कारणों से भारत आए हुए हैं। दीर्घकालिक वीजा (LTV) धारकों को इस आदेश से छूट दी गई है, क्योंकि वे भारतीय नागरिकता प्राप्त करने की प्रक्रिया में होते हैं या विशेष परिस्थितियों में दीर्घकालिक निवास की अनुमति प्राप्त करते हैं। आदेश के मुख्य बिंदु लक्षित नागरिक: सामान्य वीजा धारक पाकिस्तानी नागरिक। निर्धारित समयसीमा: 27 अप्रैल 2025 तक भारत छोड़ना अनिवार्य। छूट: दीर्घकालिक वीजा (LTV) धारकों पर आदेश लागू नहीं होगा। कार्रवाई: आदेश का उल्लंघन करने पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिलों को दिए गए निर्देश उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करें और उन्हें आदेश की जानकारी देकर समयसीमा के भीतर वापसी सुनिश्चित करें। साथ ही, होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं में ठहरे विदेशी नागरिकों का सत्यापन भी तेज कर दिया गया है। विदेशी नागरिकों पर निगरानी बढ़ी आदेश के बाद सभी जिलों में विदेशी नागरिकों, विशेषकर पाकिस्तानी मूल के लोगों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलते ही तत्काल जांच कर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। स्थानीय खुफिया इकाइयों (LIUs) को भी सक्रिय कर दिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके। सरकार का सख्त रुख उत्तराखंड सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने और संभावित खतरों को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। साथ ही आम जनता से भी सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तत्काल पुलिस को देने की अपील की गई है। दीर्घकालिक वीजा धारकों को क्यों मिली छूट दीर्घकालिक वीजा (LTV) धारक वे पाकिस्तानी नागरिक होते हैं जो विशेष मानवीय आधार पर भारत में दीर्घकालिक निवास की अनुमति प्राप्त करते हैं। इनमें विभाजन के समय भारत से पाकिस्तान गए हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी समुदाय के लोग शामिल होते हैं, जो वापस भारत आकर नागरिकता लेना चाहते हैं। इस मानवीय आधार को ध्यान में रखते हुए उन्हें इस आदेश से बाहर रखा गया है। आम जनता से सहयोग की अपील उत्तराखंड पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और पुलिस द्वारा जारी आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें। अगर किसी को कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आती है तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने को सूचित करें। उत्तराखंड पुलिस जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है। उत्तराखंड पुलिस का यह आदेश राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और किसी भी संभावित खतरे को टालने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। प्रशासन का प्रयास है कि कानून व्यवस्था को बनाए रखते हुए सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। राज्य सरकार और पुलिस का यह सख्त रुख दिखाता है कि उत्तराखंड आतंरिक सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता।

उत्तराखंड में 250 पाकिस्तानी नागरिकों की मौजूदगी पर प्रशासन अलर्ट, 27 अप्रैल तक लौटने का आदेश, एलटीवी धारकों को राहत

देहरादून, 26 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ):जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड प्रशासन ने भी बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य में सामान्य वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल 2025 तक भारत छोड़ने का…

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काशीपुर, 25 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा )* *होटल गौतमी, काशीपुर में *भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य डॉ. भीमराव अंबेडकर के संघर्षों, विचारों और उनके योगदान को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना था। इसके साथ ही भाजपा की लोककल्याणकारी नीतियों के बारे में जनमानस को अवगत कराना भी इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य था। इस अवसर पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित थे, और यह आयोजन समाज में समानता, समरसता और भाईचारे के संदेश को फैलाने के लिए महत्वपूर्ण रहा। भाजपा नेताओं की उपस्थिति और संबोधन इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड से सांसद माननीय अजय भट्ट जी उपस्थित रहे। उनके साथ मंच पर *भाजपा जिला अध्यक्ष माननीय मनोज पाल , पूर्व शिक्षा मंत्री माननीय अरविंद पांडे , और वरिष्ठ भाजपा नेता माननीय धीरेंद्र चौधरी , पुष्कर सिंह काला जिला प्रभारी काशीपुर भी थे। इन नेताओं ने डॉ. अंबेडकर के योगदान और उनके विचारों पर विस्तार से बात की। सांसद अजय भट्ट ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं थे, बल्कि वे समाज में क्रांतिकारी बदलाव के प्रतीक थे। उन्होंने समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों के लिए हमेशा आवाज उठाई और उनके अधिकारों के लिए संविधान तैयार किया। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में डॉ. अंबेडकर के विचारों को स्कूलों, कॉलेजों और समाजिक मंचों पर प्रचारित किया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ी उनके विचारों को समझे और उनसे प्रेरित हो। भाजपा की योजनाओं पर प्रकाश भाजपा जिला अध्यक्ष माननीय मनोज पाल ने अपने संबोधन में बताया कि भाजपा सरकार ने गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने *उज्ज्वला योजना, **आयुष्मान भारत, **पीएम आवास योजना, और *स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि इन योजनाओं से समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बाबा साहेब की शिक्षाओं को आत्मसात करने का आह्वान किया और समाज में समरसता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। शिक्षा पर विशेष ध्यान पूर्व शिक्षा मंत्री माननीय अरविंद पांडे ने कहा कि शिक्षा ही सशक्तिकरण की कुंजी है। उन्होंने भाजपा सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए गए क्रांतिकारी बदलावों की सराहना की और बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे डॉ. अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज सेवा में भाग लें और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। युवा शक्ति परिवार की सक्रिय भागीदारी कार्यक्रम में नगर पंचायत गढ़ीनेगी से "युवा शक्ति परिवार" के दर्जनों सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे, और उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम में एक ऊर्जा और जोश का संचार किया। युवा शक्ति परिवार के सदस्यों ने बड़े उत्साह के साथ कार्यक्रम में भाग लिया और उनके अनुशासन और सक्रियता ने सभी को प्रभावित किया। युवा शक्ति परिवार के सदस्य डॉ. अंबेडकर के विचारों को साझा करते हुए समाज में समानता और समरसता का संदेश देते रहे। उनके लिए यह केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह एक आंदोलन था जिसमें उन्होंने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास करते हुए यह संकल्प लिया कि वे डॉ. अंबेडकर के आदर्शों के मुताबिक समाज में बदलाव लाएंगे। उन्होंने यह भी तय किया कि वे आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करेंगे ताकि वे समानता, शांति और भाईचारे के सिद्धांतों पर काम करें। युवा शक्ति परिवार ने इस आयोजन के माध्यम से यह साबित किया कि वे समाज सेवा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उनका मानना है कि डॉ. अंबेडकर के विचारों को समाज में लागू करना, समाज के सभी वर्गों के बीच समानता और समरसता बनाए रखना, और युवा शक्ति को सही दिशा में मार्गदर्शन देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। डॉ. भीमराव अंबेडकर इस आयोजन ने काशीपुर के नागरिकों को डॉ. भीमराव अंबेडकर की शिक्षाओं और भाजपा सरकार की उपलब्धियों से रूबरू कराया। युवा शक्ति परिवार की सक्रिय भागीदारी ने यह स्पष्ट किया कि आने वाली पीढ़ी समाज निर्माण की दिशा में गंभीर है और राष्ट्र को सशक्त बनाने के लिए कटिबद्ध है। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि समाज में समानता और समरसता बनाए रखने के लिए डॉ. अंबेडकर के विचारों का अनुसरण आवश्यक है और यह सभी की जिम्मेदारी है कि हम उनके आदर्शों को आगे बढ़ाएं।

काशीपुर के होटल गौतमी में भाजपा द्वारा आयोजित डॉ. अंबेडकर सम्मान अभियान में भाजपा कार्यकर्ताओं और युवा शक्ति परिवार की सक्रिय उपस्थिति

काशीपुर, 25 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा )**होटल गौतमी, काशीपुर में *भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य डॉ. भीमराव अंबेडकर के संघर्षों, विचारों और उनके योगदान को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना था। इसके साथ ही भाजपा की लोककल्याणकारी नीतियों के बारे में जनमानस…

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जसपुर, 25 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — जम्मू-कश्मीर के पहलगांव में हुए भीषण आतंकी हमले में दर्जनों निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर फैल गई है। आतंकवाद के इस कायराना हमले के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी क्रम में जसपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम करनपुर और गढ़ीनेगी में भी जनता का गुस्सा सड़कों पर दिखाई दिया। ग्राम करनपुर और गढ़ीनेगी में युवा शक्ति और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। करनपुर में जहां पाकिस्तान का पुतला फूंका गया, वहीं गढ़ीनेगी में हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों (मृतकों) को श्रद्धांजलि देने के लिए एक भावुक कैंडल मार्च निकाला गया। करनपुर में पुतला दहन और नारों से गूंजा आसमान ग्राम करनपुर के आदित्यनाथ झा इंटर कॉलेज के सामने मुख्य बाजार में भाजपा कार्यकर्ता, ग्रामीण और युवाओं की भारी भीड़ इकट्ठा हुई। सभी ने एक स्वर में “पाकिस्तान मुर्दाबाद”, “आतंकवाद खत्म करो”, “भारत माता की जय” जैसे नारों के साथ पाकिस्तान का पुतला जलाया और आतंकवाद के खिलाफ सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि पाकिस्तान वर्षों से भारत के खिलाफ आतंकवाद को समर्थन देता आ रहा है और अब यह बर्दाश्त से बाहर है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि अब पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग किया जाए और आतंकवाद का जड़ से सफाया किया जाए। गढ़ीनेगी में भावुक श्रद्धांजलि, युवाओं ने निकाला कैंडल मार्च गढ़ीनेगी में युवा शक्ति और भाजपा कार्यकर्ताओं ने आतंकवादी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों की याद में कैंडल मार्च निकाला। हाथों में मोमबत्तियां लिए ग्रामीण, छात्र, युवा और भाजपा कार्यकर्ता जब शांतिपूर्वक गांव की गलियों से गुजर रहे थे, तो पूरा वातावरण भावुक हो उठा। मार्च के दौरान “मृतकों को श्रद्धांजलि”, “देश के निर्दोषों को सलाम”, “कश्मीर में अमन चाहिए”, और “आतंकवाद का अंत हो” जैसे नारे लगाए गए। लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी और प्रार्थना की कि देश में फिर कभी ऐसा भयावह हमला न हो। प्रमुख लोग रहे मौजूद इन कार्यक्रमों में कई प्रमुख कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। इनमें पूर्व सांसद प्रतिनिधि रवि साहनी, मंडल मंत्री गुरनाम सिंह औलख, मंडल प्रतिनिधि सतपाल सिंह, युवा मोर्चा से रवि धामी, सुरेश बत्रा, वंश बत्रा, सेवा सिंह, पप्पू सिंह, सतनाम सिंह, जितेंद्र सिंह, ग्राम प्रधान प्रत्याशी हरिओम सुधा, संजय कश्यप, कालू डंग, राजेंद्र, बाबू राम, अभिजीत प्रजापति, राजीव, रवि प्रजापति सहित कई कार्यकर्ता व स्थानीय लोग शामिल थे। वक्ताओं ने जताई तीव्र नाराज़गी प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि यह हमला न सिर्फ कश्मीर के लोगों पर है, बल्कि पूरे भारत की आत्मा पर हमला है। कश्मीर में धर्म पूछकर पर्यटकों को गोली मारना सिर्फ एक समुदाय नहीं बल्कि समूचे भारतवर्ष पर सीधा आघात है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब देश आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए और अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। केंद्र सरकार से की सख्त कार्रवाई की मांग प्रदर्शन और कैंडल मार्च के माध्यम से युवाओं और ग्रामीणों ने केंद्र सरकार से आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। लोगों का कहना था कि अब केवल निंदा और संवेदना से काम नहीं चलेगा, अब ठोस और साहसी कदम उठाने होंगे। पाकिस्तान को उसी भाषा में जवाब दिया जाना चाहिए, जिसमें वह बात समझता है। देशवासियों की एकता का प्रतीक बना मार्च गढ़ीनेगी और करनपुर का यह आयोजन केवल विरोध प्रदर्शन नहीं था, बल्कि यह देश के प्रति जनता की संवेदना, साहस और एकजुटता का प्रतीक बन गया। युवाओं का यह जोश और संकल्प दिखाता है कि भारत आतंक के खिलाफ एकजुट है और किसी भी कीमत पर अपने नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान से समझौता नहीं करेगा। गढ़ीनेगी और करनपुर में उबाल, युवा शक्ति और भाजपा कार्यकर्ताओं ने जताया आक्रोश, आतंकी हमले के विरोध में पुतला दहन और मृतकों को समर्पित कैंडल मार्च का आयोजन

जसपुर विधानसभा के ग्राम करनपुर और गढ़ीनेगी में युवा शक्ति और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान का पुतला फूंका, मृतकों को श्रद्धांजलि में निकाला कैंडल मार्च

रिपोर्टर: असीम साहनी जसपुर, 25 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — जम्मू-कश्मीर के पहलगांव में हुए भीषण आतंकी हमले में दर्जनों निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर फैल गई है। पाकिस्तान के आतंकवाद के इस कायराना हमले के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी क्रम…

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काशीपुर, 25 अप्रैल 2025 ((समय बोल रहा ) ): मानव सेवा, भाईचारे और आध्यात्मिक चेतना का संगम ‘मानव एकता दिवस’ हर वर्ष 24 अप्रैल को संत निरंकारी मिशन द्वारा अत्यंत श्रद्धा और सामाजिक समर्पण के भाव के साथ मनाया जाता है। यह दिन बाबा गुरबचन सिंह जी की पुण्य स्मृति को समर्पित है, जिन्होंने जीवनभर समाज को जोड़ने, कुरीतियों से मुक्त करने और मानवता के पथ पर अग्रसर करने का कार्य किया। देशभर में रक्तदान शिविरों की भव्य श्रृंखला इस पावन अवसर पर मिशन की ओर से पूरे भारतवर्ष में फैली 500 से अधिक शाखाओं पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया। यह आयोजन केवल एक स्वास्थ्य सेवा नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक संकल्प है जिसमें निष्काम सेवा की भावना निहित है। दिल्ली स्थित ग्राउंड नंबर 8, निरंकारी चौक, बुराड़ी में आयोजित हुआ रक्तदान शिविर विशेष आकर्षण का केंद्र रहा, जहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सहभागिता की। संत निरंकारी हेल्थ सिटी की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. गीतिका दुग्गल ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे देश में आयोजित इन शिविरों के माध्यम से करीब 30,000 यूनिट रक्त एकत्र किया गया, जिसमें से 1,000 यूनिट रक्त केवल दिल्ली में ही दान किया गया। जसपुर शाखा में काशीपुर ब्लड बैंक की टीम ने किया रक्त संग्रह निकटवर्ती जसपुर ब्रांच में आयोजित रक्तदान शिविर में मुखी अरुण गर्ग ने बताया कि वहां 32 यूनिट रक्त एकत्र किया गया, जिसे काशीपुर के एल.डी. भट्ट राजकीय चिकित्सालय से आई ब्लड बैंक टीम द्वारा संग्रहित किया गया। काशीपुर से भी कई श्रद्धालुओं ने वहां पहुंचकर इस पुण्य सेवा में भाग लिया। श्रद्धालुओं ने पूर्ण उत्साह, समर्पण और आत्मिक भाव से रक्तदान कर मिशन की सेवा परंपरा को सशक्त किया। काशीपुर में सेवा दल द्वारा रैली और सत्संग का आयोजन ब्रांच काशीपुर में भी मानव एकता दिवस के अवसर पर शाम 5:30 बजे सेवा दल द्वारा पीटी प्रदर्शन रैली आयोजित की गई। इस रैली में बच्चों, महिलाओं और पुरुष सेवादारों ने भाग लिया। रैली में बाबा गुरबचन सिंह जी की शिक्षाओं का प्रचार करते हुए सेवादार चाचा प्रताप सिंह जी के समर्पण को भी याद किया गया। इसके पश्चात शाम 6:30 बजे विशाल सत्संग सभा का आयोजन किया गया, जिसमें जोनल इंचार्ज श्री जसविंदर सिंह जी ने मिशन की सेवा परंपरा और बाबा गुरबचन सिंह जी द्वारा दी गई शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। स्थानीय मुखी श्री राजेंद्र अरोड़ा ने आए हुए सभी संतों और जोनल इंचार्ज का धन्यवाद व्यक्त करते हुए मिशन के सिद्धांतों पर चलने का संदेश दिया। कई क्षेत्रों से श्रद्धालुओं की भागीदारी सत्संग में ढकिया नंबर एक व दो, कुंडेश्वरी, हरीनगर, थौनपुरी, गांधीनगर, परतापुर, पैगा सहित काशीपुर क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से श्रद्धालुओं ने भाग लिया। सभी ने एक ही भाव में कहा—“मानवता ही सर्वोच्च धर्म है।” देश के प्रमुख अस्पतालों ने निभाई भागीदारी इन रक्तदान शिविरों में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के साथ-साथ देश के प्रमुख अस्पतालों जैसे – AIIMS, राम मनोहर लोहिया (RML), गुरु तेग बहादुर (GTB), सफदरजंग, दीन दयाल उपाध्याय (DDU), लोकनायक (LNJP), और हिंदू राव अस्पताल की विशेषज्ञ टीमों ने भाग लेकर शिविरों को सफल बनाया। रक्तदाताओं के लिए पूर्ण स्वास्थ्य जांच, स्वच्छता का विशेष ध्यान और उत्तम जलपान व्यवस्था की गई, जिससे इस सेवा अभियान को और भी संगठित और गरिमामय रूप मिला। सेवा का आत्मिक संदेश ‘मानव एकता दिवस’ केवल एक दिवस नहीं, बल्कि यह सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की करुणा और मानवता के संदेश का जीवंत प्रतीक है। यह दिन हमें सिखाता है कि सेवा केवल कार्य नहीं, बल्कि आत्मा का समर्पण है। संत निरंकारी मिशन इसी भाव को लेकर आज भी सेवा, समर्पण और एकता के मार्ग पर अग्रसर है, और लाखों श्रद्धालु इसी भावना से मानवता को दिशा देने का कार्य कर रहे हैं।

मानवता का महापर्व: प्रेम, सेवा और एकता का संदेश देता ‘मानव एकता दिवस’

संत निरंकारी मिशन द्वारा 24 अप्रैल को आयोजित रक्तदान शिविरों में देशभर से 30,000 यूनिट रक्त संग्रहित, काशीपुर-जसपुर समेत सैकड़ों स्थानों पर श्रद्धालु हुए शामिल काशीपुर, 25 अप्रैल 2025 ((समय बोल रहा )  ):मानव सेवा, भाईचारे और आध्यात्मिक चेतना का संगम ‘मानव एकता दिवस’ हर वर्ष 24 अप्रैल को संत निरंकारी मिशन द्वारा अत्यंत श्रद्धा…

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