समय बोल रहा (रिपोर्टर -अभिषेक सुधा)- रूद्रपुर, 22 मई, 2024-
जनपद के अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का अकादमिक वर्ष 2023-24 में बोर्ड परीक्षाओं के परीक्षा परिणाम पर समीक्षा करते हुए प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए कि जिन विषयों में छात्रों का प्रदर्शन खराब रहा है, उन विषयों के शिक्षकों पर कार्यवाही करें व उन्हें बेहतर परीक्षा परिणाम प्राप्ति के लिए प्रेरित करें, यह निर्देश विकास भवन स्थित गांधी हॉल में मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने शिक्षा अधिकारियों की बैठक लेते हुए दिए।
मुख्य विकास अधिकारी ने विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से विषयवार व संकायवार परीक्षाफल पर चर्चा की, खराब प्रदर्शन के कारण जानें व उनकी समीक्षा की जिसमें विद्याार्थियों की कम उपस्थिति, विद्यालयों में शिक्षकों की कमी, शिक्षण का माध्यम अंग्रेजी होना जैसे कारणों पर चर्चा की गई। उन्होंने परीक्षाफल में सुधार के लिए कम्पार्टमेंट प्राप्त छात्रों पर अगले दो माह में अतिरिक्त कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए साथ ही कहा कि जिन विद्यालयों का परीक्षाफल अच्छा रहा है उनसे समन्वय कर बेहतर शिक्षण तरीकों को अपनाएं तथा ऐसे तरीकों को अपनाएं जो बच्चों के लिए रूचिकर हों। उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा उनकी काउंसलिंग करें व उन्हें बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करें साथ ही पीटीए मीटिंग करते हुए उनके परिजनों को भी प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि ऐसे कारक जो बच्चों के ज्ञान, कौशल, योग्यताएं व मूल्यों में वृद्धि के लिए अच्छे हैं उन पर विशेष ध्यान दें। कहा कि जो छात्र लगातार विद्यालय नहीं आ रहे हैं, उनके परिजनों से बात करें साथ ही उनकी सूची बनाकर खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से हमें प्रेषित करें ताकि छात्रों व अभिभावको की काउंसलिंग की जा सके। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है उन विद्यालयों में ऑनलाईन पीएम ई-विद्या चैनल के द्वारा कक्षाएं संचालित की जाएं।
मुख्य विकास अधिकारी ने डायट के प्राचार्य को निर्देश दिए कि जो एनजीओ शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहे हैं, उनसे शिक्षण कौशल व पठन-पाठन के तरीकों का आदान-प्रदान करें साथ ही शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी के.एस.रावत, जिला शिक्षा अधिकारी डी.एस. राजपूत, खंड शिक्षा अधिकारी, डायट प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र सिंह सहित संबंधित विद्यालयों के प्रधानाचार्य मौजूद थे।