बाजपुर के कुंडेश्वरी पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर हुआ भव्य कार्यक्रम

बाजपुर 15 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आज बाजपुर के कुंडेश्वरी क्षेत्र पहुंचे, जहां डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के पावन अवसर पर उनके सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन से पूरे क्षेत्र में उत्साह और उमंग का माहौल देखने को मिला। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, युवा संगठन और भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री का यह दौरा सामाजिक और वैचारिक संवाद के उद्देश्य से किया गया, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड की संस्कृति, विकास और राजनीति पर अपने विचार साझा किए।
स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत
कुंडेश्वरी पहुंचने पर भगत सिंह कोश्यारी का फूल मालाओं और ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया। युवाओं ने पारंपरिक पहनावे में उनका अभिनंदन किया और महिलाओं ने पारंपरिक गीतों से समर्पण जताया। स्थानीय बुजुर्गों ने उनका आशीर्वाद लिया और नई पीढ़ी को मार्गदर्शन देने की अपील की।
कार्यक्रम में विकास, सेवा और नेतृत्व पर रहा फोकस
कार्यक्रम के दौरान कोश्यारी ने अपने संबोधन में उत्तराखंड की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक दिशा पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा:
“उत्तराखंड की जनता मेहनती और जुझारू है। आज भी इस राज्य की सबसे बड़ी ताकत इसकी युवा शक्ति और ग्रामीण समाज है।”
उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे तकनीक, शिक्षा और उद्यमशीलता की दिशा में आगे बढ़ें और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करें।
राज्य के विकास के लिए आत्मनिर्भरता और पारदर्शिता ज़रूरी
कोश्यारी ने उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति और प्राकृतिक संसाधनों पर बात करते हुए कहा कि राज्य में जल, जंगल और जमीन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच संवाद और विश्वास सबसे अहम है।
“राजनीति में सेवा का भाव होना चाहिए, केवल सत्ता की ललक नहीं,” उन्होंने ज़ोर देकर कहा।
स्थानीय मुद्दों पर हुई चर्चा
कार्यक्रम के बाद स्थानीय निवासियों ने क्षेत्र के कई ज्वलंत मुद्दों पर पूर्व मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया — जिनमें सड़कों की खराब स्थिति, पेयजल समस्या, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और बेरोजगारी जैसे विषय शामिल थे। कोश्यारी ने आश्वासन दिया कि वे इन विषयों को संबंधित मंचों तक पहुंचाएंगे।
भाजपा कार्यकर्ताओं और युवा शक्ति ने दिखाई एकजुटता
इस कार्यक्रम में भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी, पार्षद और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। युवाओं की सक्रियता और अनुशासित उपस्थिति कार्यक्रम की विशेषता रही।
युवा शक्ति संगठन, जो सामाजिक जागरूकता और जनभागीदारी को बढ़ावा देता है, ने आयोजन में अहम भूमिका निभाई।
गणमान्य लोगों की गरिमामयी उपस्थिति
कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने पहुंचे कई प्रमुख नेता और समाजसेवियों ने मंच की गरिमा को और ऊँचाई दी। इनमें विशेष रूप से शामिल रहे: कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज पाल, गन्ना राज्य मंत्री मनजीत सिंह, पूर्व सांसद प्रतिनिधि रवि साहनी, अंबिक चौधरी, प्रकाश नेगी, निशा चौहान, जोगेंद्र सिंह, पूनम मंझारिया, संजीव, धर्मपाल सिंह, चरणजीत सिंह और राजेश कुमार मौजूद रहे।
इन सभी गणमान्य जनों ने भगत सिंह कोश्यारी के नेतृत्व, सादगी और विचारों की सराहना की और बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों को समाज तक पहुंचाने के इस प्रयास को सराहा।
कार्यक्रम
पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी का बाजपुर के कुंडेश्वरी दौरा केवल एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर सामाजिक संवाद और प्रेरणा का माध्यम भी रहा। उनके विचारों और सरल व्यवहार से जनता जुड़ी हुई महसूस कर रही थी। इस तरह के कार्यक्रम समाज को दिशा देने और नेतृत्व के साथ संवाद स्थापित करने का माध्यम बनते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री का यह दौरा सामाजिक और वैचारिक संवाद के उद्देश्य से किया गया, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड की संस्कृति, विकास और राजनीति पर अपने विचार साझा किए। जहां डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के पावन अवसर पर उनके सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।