उत्तराखंड निकाय चुनाव रिजल्ट LIVE: बीजेपी ने बनाई बढ़त, निर्दलीयों ने दिखाया दम

देहरादून, 25 जनवरी 2025: उत्तराखंड शहरी निकाय चुनावों के नतीजों ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। राज्य की 100 निकाय सीटों के लिए हुई मतगणना के दौरान बीजेपी ने बड़ी बढ़त बनाते हुए विपक्षी कांग्रेस पर दबाव बनाया है। निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी कई स्थानों पर शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
नगर निगम, पालिका और पंचायत का स्कोरकार्ड
पार्टी | आगे/जीते |
---|---|
बीजेपी | 31 |
कांग्रेस | 21 |
बसपा | 2 |
निर्दलीय | 23 |
नगर निगमों में बीजेपी का दबदबा
प्रदेश के 11 नगर निगमों में बीजेपी 8 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस अब तक एक भी सीट पर बढ़त हासिल नहीं कर पाई है, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी 3 नगर निगम सीटों पर आगे चल रहे हैं।
नगर निगम मेयर सीटों का हाल:
- देहरादून: बीजेपी आगे
- ऋषिकेश: बीजेपी आगे
- हरिद्वार: बीजेपी आगे
- रूड़की: निर्दलीय आगे
- रुद्रपुर: बीजेपी आगे
- काशीपुर: बीजेपी आगे
- कोटद्वार: बीजेपी आगे
- श्रीनगर: निर्दलीय विजयी
नगर पालिकाओं का प्रदर्शन
पार्टी | आगे/जीते |
---|---|
बीजेपी | 7 |
कांग्रेस | 3 |
निर्दलीय | 2 |
नगर पंचायतों के नतीजे
पार्टी | आगे/जीते |
---|---|
बीजेपी | 11 |
कांग्रेस | 8 |
अन्य | 2 |
प्रमुख क्षेत्रीय प्रदर्शन:
श्रीनगर में निर्दलीय का जलवा:
श्रीनगर नगर निगम में निर्दलीय प्रत्याशी आरती भंडारी ने बीजेपी को कड़ी टक्कर देते हुए मेयर पद पर जीत हासिल की।
पौड़ी में निर्दलीयों का दबदबा:
- नगर निगम श्रीनगर: निर्दलीय विजयी।
- नगर पंचायत सतपुली: कांग्रेस आगे।
- नगर पालिका दुगड़ा: निर्दलीय ने जीत दर्ज की।
उधम सिंह नगर में बीजेपी का परचम:
- गदरपुर: बीजेपी के मनोज गुंबर ने 2634 वोटों से जीत दर्ज की।
- लालपुर नगर पंचायत: बीजेपी की बलविंदर कौर विजयी।
अन्य प्रमुख नतीजे:
- रुद्रप्रयाग: कांग्रेस के बागी निर्दलीय संतोष रावत विजयी।
- गूलरभोज: निर्दलीय सतीश चुग ने 1022 वोटों से जीत दर्ज की।
- डीडीहाट: पहली बार कांग्रेस की जीत।
- नैनीताल: कांग्रेस की सरस्वती खेतवाल ने नगर पालिका अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की।
चमोली में मिला-जुला प्रदर्शन:
- गोपेश्वर नगर पालिका: बीजेपी विजयी।
- थराली नगर पंचायत: कांग्रेस की जीत।
- पीपलकोटी नगर पंचायत: निर्दलीय विजयी।
बीजेपी और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का चुनाव
उत्तराखंड के निकाय चुनावों को मिनी विधानसभा चुनाव माना गया। बीजेपी के लिए यह चुनाव 2024 लोकसभा चुनावों से पहले शक्ति प्रदर्शन का एक अहम मौका था। वहीं, कांग्रेस ने इसे राज्य में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने का जरिया माना।
निर्दलीयों का बढ़ता प्रभाव
इन चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशियों का प्रदर्शन भी खासा चौंकाने वाला रहा। कई बड़े नगर निगम और पंचायत सीटों पर निर्दलीयों ने बड़े दलों को चुनौती दी।
उत्तराखंड के निकाय चुनाव के ये नतीजे साफ करते हैं कि मतदाता अब विकास और जनहित के मुद्दों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। बीजेपी ने बढ़त बनाकर अपनी स्थिति मजबूत की है, लेकिन निर्दलीयों और कांग्रेस के प्रदर्शन ने भी भविष्य की राजनीति में नए समीकरणों की संभावना बढ़ा दी है।