काशीपुर में तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा का आयोजन, ऑपरेशन सिंदूर की विजय को समर्पित

काशीपुर, 16 मई 2025(समय बोल रहा ): वीरता, राष्ट्रभक्ति और एकता का अद्वितीय संगम शुक्रवार को काशीपुर की धरती पर देखने को मिला, जब ‘तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा’ का भव्य आयोजन किया गया। यह यात्रा भारतीय सेना के हाल ही में संपन्न ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में आतंकवाद के खिलाफ प्राप्त अभूतपूर्व सफलता और देश की रक्षा में समर्पित हमारे सशस्त्र बलों के शौर्य को समर्पित थी।
इस ऐतिहासिक यात्रा का उद्देश्य न केवल देश की रक्षा में प्राण न्योछावर करने वाले जवानों को सम्मान देना था, बल्कि यह यह संदेश भी देना था कि पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ इस निर्णायक लड़ाई में अपने वीर सैनिकों और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एकजुट है।
यात्रा की भव्यता और जनसैलाब
“हर हाथ में तिरंगा, हर दिल में भारत” के उद्घोष के साथ आरंभ हुई यह यात्रा राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत थी। सैकड़ों की संख्या में आम नागरिक, पूर्व सैनिक, महिलाओं, युवाओं और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने मिलकर इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। बच्चे, युवा, बुजुर्ग – हर आयु वर्ग के नागरिक हाथों में तिरंगा लिए इस यात्रा में सम्मिलित हुए। पूरे मार्ग में भारत माता के जयकारों और सेना के समर्थन में नारों की गूंज रही, जिससे पूरा वातावरण देशभक्ति में रंग गया।
शौर्य और सम्मान का मंच
इस आयोजन में देश के कई प्रमुख जनप्रतिनिधियों और राजनीतिक-सामाजिक हस्तियों की गरिमामयी उपस्थिति ने यात्रा को और भी विशेष बना दिया। पूर्व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री व नैनीताल सांसद श्री अजय भट्ट, काशीपुर विधायक श्री त्रिलोक सिंह चीमा, भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री खिलेंद्र चौधरी, काशीपुर के मेयर श्री दीपक वाली, प्रदेश मंत्री श्री गुरविंदर सिंह चंडोक, पूर्व सांसद श्री बलराज पासी, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री मनोज पाल, जसपुर ब्लॉक प्रमुख श्री गुरताज भुल्लर, परमजीत सिंह पम्मा, आकांक्षा ठाकुर, अश्वनी कुमार, आशीष अरोड़ा, रवि साहनी, राजकुमार गुंबर, बलजीत सिंह, सचिन बाठला, सुरेश लोहिया, सर्वेश शर्मा शशि, गौतम गोस्वामी, विनीत चौहान, और जाहिद हुसैन जैसे अनेक गणमान्य जन यात्रा में सम्मिलित हुए।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक पर करारा प्रहार
भारतीय सेना द्वारा हाल ही में संपन्न किया गया ऑपरेशन सिंदूर एक रणनीतिक और साहसी सैन्य अभियान था, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों पर सटीक और करारा प्रहार किया गया। सेना ने सीमापार से हो रही आतंकवादी घुसपैठ का न केवल मुकाबला किया, बल्कि उनकी कई साजिशों को समय रहते विफल कर दिया। यह ऑपरेशन भारत की सैन्य शक्ति, तत्परता और देश की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का परिचायक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने आतंकवाद के विरुद्ध सख्त रुख अपनाया है और ऑपरेशन सिंदूर इसी नीति की एक और सफल कड़ी बनकर उभरा है। इस विजय ने न केवल भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि देशवासियों को भी यह भरोसा दिलाया है कि भारत अब हर मोर्चे पर सशक्त और आत्मनिर्भर है।
समाज के हर वर्ग की भागीदारी
यात्रा की विशेषता रही कि इसमें केवल एक वर्ग विशेष नहीं, बल्कि सभी समुदायों और सामाजिक समूहों की भागीदारी रही। मुस्लिम, सिख, हिंदू, ईसाई सभी धर्मों के लोग एकजुट होकर एक ही तिरंगे के नीचे भारत माता की जय का नारा लगा रहे थे। इसने यह स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई किसी जाति, धर्म या संप्रदाय की नहीं, बल्कि सम्पूर्ण राष्ट्र की लड़ाई है।
महिलाओं और युवतियों ने भी बड़ी संख्या में भाग लेकर यह दिखा दिया कि मातृशक्ति आज देश के हर मोर्चे पर आगे है। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा में लगे हमारे वीर सैनिकों के परिश्रम और बलिदान को हम कभी नहीं भूल सकते।
राष्ट्रभक्ति का जनजागरण
इस यात्रा ने काशीपुर की सड़कों को नहीं, बल्कि जनमानस को झकझोर दिया। यह न केवल एक शोभायात्रा थी, बल्कि यह राष्ट्रप्रेम, सुरक्षा और संकल्प का एक जनांदोलन बन गई। स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीत, स्थानीय कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्वतंत्रता सेनानियों की झांकियों ने कार्यक्रम को और भी भावनात्मक और प्रेरणादायक बना दिया।
नेताओं ने क्या कहा?
अजय भट्ट ने अपने संबोधन में कहा, “भारत अब आतंकवाद के खिलाफ रक्षात्मक नहीं, आक्रामक नीति अपना रहा है। ऑपरेशन सिंदूर इस नीति की स्पष्ट झलक है।”
त्रिलोक सिंह चीमा ने कहा, “काशीपुर की धरती पर ऐसे आयोजन राष्ट्रभक्ति को नई ऊर्जा देते हैं। यह हमारे युवाओं को प्रेरित करता है।”
काशीपुर ने यह साबित कर दिया कि जब बात देश की सुरक्षा और सम्मान की हो, तो हर दिल में सिर्फ एक ही आवाज गूंजती है – जय हिंद, जय भारत!