ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे हादसा: अलकनंदा नदी में गिरी कार, पांच की मौत, एक गंभीर घायल

उत्तराखंड, 12अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ) — हाईवे हादसा उत्तराखंड में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार सुबह एक भीषण सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसा भल्ले गांव के पास हुआ जब एक कार बेकाबू होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिरकर अलकनंदा नदी में समा गई। मृतकों में तीन बच्चे भी शामिल हैं। यह परिवार एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए फरीदाबाद और रुड़की से गौचर जा रहा था।
हादसे का विवरण
घटना शनिवार सुबह करीब 7 बजे की है जब एक सफेद रंग की कार (नंबर ज्ञात नहीं) भल्ले गांव के समीप अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे जा गिरी। कार सीधे अलकनंदा नदी में जा समाई। दुर्घटना इतनी गंभीर थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
राहत व बचाव कार्य
सूचना मिलते ही तहसीलदार सूरजपाल सिंह रावत, थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत, स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें तत्काल राहत सामग्री और उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं। पानी के बीच कार में फंसी गंभीर रूप से घायल महिला अनिता देवी (45 वर्ष) पत्नी मदन सिंह नेगी को किसी तरह निकालकर बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती कराया गया। महिला की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
मृतकों की पहचान
पुलिस व एसडीआरएफ टीम ने क्रेन की सहायता से क्षतिग्रस्त कार को नदी से बाहर निकाला। कार से पांच शव बरामद किए गए। मृतकों की पहचान इस प्रकार की गई है:
- सुनील गुंसाई (44 वर्ष), पुत्र होशियार सिंह, निवासी सैनिक कॉलोनी, फरीदाबाद
- मीना गुंसाई (40 वर्ष), पत्नी सुनील गुंसाई
- धैर्य गुंसाई (14 वर्ष), पुत्र सुनील गुंसाई
- सुजल गुंसाई (12 वर्ष), पुत्र सुनील गुंसाई
- आदित्य नेगी (16 वर्ष), पुत्र मदन सिंह नेगी, निवासी दुर्गा कॉलोनी, रुड़की
थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि सुनील गुंसाई अपने परिवार के साथ फरीदाबाद से शुक्रवार रात चमोली जिले के गौचर में एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने रुड़की से अपनी साली अनिता देवी और उसके बेटे आदित्य नेगी को भी साथ लिया था। हादसे के समय कार सुनील स्वयं चला रहे थे। हादसा भल्ले गांव के पास हुआ जब एक कार बेकाबू होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिरकर अलकनंदा नदी में समा गई।
शवों को किया गया पोस्टमार्टम के लिए रवाना
हादसे में जान गंवाने वालों के शवों को नदी किनारे से निकालकर राफ्ट की मदद से मुल्यागांव तक लाया गया और फिर वहां से एंबुलेंस से श्रीकोट स्थित बेस अस्पताल भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंपा जाएगा। हादसे की सूचना मिलते ही गौचर और श्रीनगर दोनों जगह शोक की लहर फैल गई है।
प्रशासन की सतर्कता
कीर्तिनगर व हिंडोलाखाल थानों से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और राहत कार्यों में मदद की। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। साथ ही हादसे की जांच भी शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में सड़क पर फिसलन और तेज मोड़ को हादसे का संभावित कारण बताया जा रहा है।
सार
यह हाईवे हादसा उत्तराखंड के खतरनाक पहाड़ी मार्गों की स्थिति पर एक बार फिर से सवाल खड़े करता है। लगातार दुर्घटनाएं यह संकेत देती हैं कि हाईवे पर पर्याप्त सुरक्षा उपाय और संकेतक नहीं हैं। प्रशासन और सरकार को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। हादसे में जान गंवाने वालों के शवों को नदी किनारे से निकालकर राफ्ट की मदद से मुल्यागांव तक लाया गया और फिर वहां से एंबुलेंस से श्रीकोट स्थित बेस अस्पताल भेजा गया
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