जमीनी जंग की तैयारी! भाजपा ने उतारे ब्लॉक प्रमुख चुनावों के ‘प्रभारी’, हर ब्लॉक के लिए कमान सौंपी, जानें किसे मिली जिम्मेदारी


देहरादून, 10 जुलाई, 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की रणभेरी बजते ही, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी रणनीति पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने और पंचायती राज व्यवस्था के तीनों स्तरों पर प्रभुत्व स्थापित करने के उद्देश्य से, भाजपा ने अब ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए व्यापक स्तर पर प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। यह कदम भाजपा की दूरगामी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका लक्ष्य जमीनी स्तर तक अपनी पैठ बनाना है।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर चौहान ने इस महत्वपूर्ण घोषणा की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट के निर्देश पर, राज्य के सभी जिलों में ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए योग्य और अनुभवी पदाधिकारियों को प्रभारी घोषित कर दिया गया है। यह नियुक्तियां पार्टी की संगठनात्मक शक्ति और आगामी चुनावों के प्रति उसकी गंभीरता को दर्शाती हैं।
ब्लॉक प्रमुख चुनाव: ग्रामीण सत्ता की दूसरी सबसे बड़ी सीढ़ी
ग्राम प्रधान के बाद, ब्लॉक प्रमुख का पद ग्रामीण सत्ता संरचना की दूसरी सबसे महत्वपूर्ण सीढ़ी माना जाता है। ब्लॉक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत समिति (ब्लॉक पंचायत) का मुखिया होता है, जो कई ग्राम पंचायतों को जोड़कर बनता है। यह पद ग्रामीण विकास योजनाओं के क्रियान्वयन, फंड्स के वितरण और ब्लॉक स्तर पर प्रशासनिक समन्वय में अहम भूमिका निभाता है। हालांकि, ब्लॉक प्रमुख का चुनाव सीधे जनता द्वारा नहीं होता, बल्कि क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा किया जाता है, जो पहले ग्राम पंचायत चुनावों में चुनकर आते हैं। ऐसे में, ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए प्रभारियों की नियुक्ति भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है ताकि वे क्षेत्र पंचायत सदस्यों के बीच अपना प्रभाव स्थापित कर सकें और पार्टी समर्थित उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित कर सकें।
भाजपा की रणनीति: जमीनी स्तर पर पकड़ और संगठनात्मक मजबूती
भाजपा ने इन प्रभारियों की नियुक्ति करके यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पंचायत चुनावों को कितनी गंभीरता से ले रही है। इन प्रभारियों का मुख्य कार्य संबंधित ब्लॉकों में चुनावी रणनीति तैयार करना, योग्य उम्मीदवारों की पहचान करना और उन्हें समर्थन देना, स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित करना और यह सुनिश्चित करना है कि पार्टी समर्थित उम्मीदवार चुनाव जीतें।
यह कदम भाजपा को ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ और मजबूत करने में मदद करेगा, जिससे भविष्य में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी पार्टी को फायदा मिल सकता है। इन नियुक्तियों के माध्यम से भाजपा ग्रामीण मतदाताओं के बीच अपनी पैठ बढ़ाने और उन्हें पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों से जोड़ने का प्रयास कर रही है।
जिलावार प्रभारियों की लंबी सूची: अनुभवी नेताओं पर भरोसा
भाजपा ने ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए जिन प्रभारियों की घोषणा की है, उनमें पार्टी के कई अनुभवी और जमीनी स्तर पर सक्रिय नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह सूची प्रदेश के सभी जिलों और उनके अंतर्गत आने वाले विभिन्न ब्लॉकों को कवर करती है, जिससे स्पष्ट होता है कि भाजपा ने इस चुनाव के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की है:
उत्तरकाशी जनपद:
- नौगांव ब्लॉक: डॉ. विजय बडोनी
- पुरोला ब्लॉक: श्री सत्ये सिंह राणा
- मोरी ब्लॉक: श्री नारायण सिंह चौहान
- चिनयौलीसैन: श्री जगत सिंह चौहान
- भटवाड़ी: श्री राम सुंदर नौटियाल
- डूंडा: श्री धन सिंह नेगी
चमोली जनपद:
- दसौली: श्री राजकुमार पुरोहित
- पोखरी: श्री हरक सिंह नेगी
- ज्योतिर्मठ: श्री रामचंद्र गौड़
- नंदा नगर: श्री समीर मिश्रा
- नारायणबगड़: श्री रघुवीर सिंह बिष्ट
- थराली: श्री गजेंद्र सिंह रावत
- देवल: श्री विनोद नेगी
- गैरसैण: श्री कृष्ण मणि थपलियाल
- कर्णप्रयाग: श्री विक्रम भंडारी
रुद्रप्रयाग जनपद:
- अगस्तमुनि: श्री रमेश गाड़िया
- ऊखीमठ: श्री वाचस्पति सेमवाल
- जखोली: श्री रमेश मैखुरी
टिहरी जनपद:
- भिलंगना: श्री अतर सिंह तोमर
- कीर्ति नगर: श्री विनोद रतूड़ी
- देवप्रयाग: श्री जोत सिंह बिष्ट
- नरेंद्र नगर: श्री रविंद्र राणा
- प्रताप नगर: श्री महावीर सिंह रंगड़
- जाखड़ीधार: श्री सुभाष रमोला
- चंबा: श्री दिनेश घने
- थौलधार: श्री विनोद सुयाल
- जौनपुर: श्री खेम सिंह चौहान
देहरादून जनपद:
- कालसी: श्री दिगंबर नेगी
- चकराता: श्री भुवन विक्रम डबराल
- विकासनगर: श्री यशपाल नेगी
- सहसपुर: श्री संजय गुप्ता
- रायपुर: श्री ओमवीर राघव
- डोईवाला: श्री नलिन भट्ट
पौड़ी जनपद:
- पौड़ी: श्री ऋषि कंडवाल
- कोट: श्री वीरेंद्र रावत
- क्लजीखाल: श्री सुधीर जोशी
- खिर्सू: श्री मीरा रतूड़ी
- थलीसैंण: श्रीमती सुषमा रावत
- पाबो: श्री यशपाल बेनाम
- पोखडा: श्री जगमोहन रावत
- एकेश्वर: श्री विकास कुकरेती
- बीरोंखाल: श्री गिरीश पैन्यूली
- कोटद्वार: यमकेश्वर श्री मुकेश कोली
- द्वारीखाल: श्री शमशेर सिंह पुंडीर
- दुगड्डा: श्री संदीप गुप्ता
- नैनीडांडा: श्री महावीर कुकरेती
- जहरीखाल: श्री उमेश त्रिपाठी
- रिखणीखाल: श्री राजेंद्र अन्थवाल
पिथौरागढ़ जनपद:
- धारचूला: श्री धन सिंह धामी
- मुनस्यारी: श्री अशोक नबियाल
- मुनकोट: श्री गणेश भंडारी
- डीडीहाट: श्री राजेंद्र सिंह रावत
- कनालीछीना: श्री राकेश देवाल
- पिथौरागढ़: श्री भूपेश पंत
- बेरीनाग: श्री बसंत जोशी
- गंगोलीहाट: श्री ललित पंत
बागेश्वर जनपद:
- कपकोट: श्री इंद्र सिंह फर्स्वाण
- बागेश्वर: श्री देवेंद्र गोस्वामी
- गरुड़: श्री शिव सिंह बिष्ट
रानीखेत (अल्मोड़ा जिला):
- द्वाराहाट: श्री अनिल शाही
- चौखुटिया: श्री पूरन सांगला
- साल्ट: श्री प्रेम शर्मा
- स्याल्दे: श्री सुरेंद्र मनराल
- ताड़ीखेत: श्री पूरन चंद नैनवाल
- भिकियासैंण: श्री सुभाष पांडे
अल्मोड़ा जनपद:
- ताकुला: श्री अरविंद बिष्ट
- भैंसियाछाना: श्री रमेश बहुगुणा
- हवालबाग: श्री गौरव पांडे
- धौलादेवी: श्री रवि रौतेला
- लमगड़ा: श्री ललित लटवाल
चंपावत जनपद:
- बाराकोट: श्री श्याम नारायण पांडे
- पाटी: श्री सतीश पांडे
- लोहाघाट: श्री शंकर पांडे
- चंपावत: श्री शंकर कोरंगा
नैनीताल जनपद:
- धारी: श्री दीपक मेहरा
- ओखल कांडा: श्री चंदन सिंह बिष्ट
- रामगढ़: श्री मोहन पाल
- भीमताल: श्री प्रदीप जनौटी
- बेतालघाट: श्री देवेंद्र ढेला
- हल्द्वानी: श्री गोपाल रावत
- कोटा बाग: श्री तरुण बंसल
- रामनगर: श्री गुंजन सुखीजा
उधमसिंह नगर जनपद:
- जसपुर: सरदार मंजीत सिंह
- बाजपुर: श्री राम मेहरोत्रा
- काशीपुर: श्री विवेक सक्सेना
- गदरपुर: श्री प्रदीप बिष्ट
- रुद्रपुर: श्री दिनेश आर्य
- सितारगंज: श्री दान सिंह रावत
- खटीमा: श्री उत्तम दत्ता
आगामी चुनावी बिसात और सियासी हलचल
इन नियुक्तियों से स्पष्ट है कि भाजपा ने पंचायत चुनाव की बिसात पर अपनी चालें चलना शुरू कर दिया है। यह कदम राज्य के राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा करेगा और अन्य राजनीतिक दलों, विशेषकर कांग्रेस को भी अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने पर मजबूर करेगा। ब्लॉक प्रमुख चुनाव सीधे तौर पर भले ही पार्टी सिंबल पर न लड़े जाते हों, लेकिन इन पर सत्ताधारी दल का दबदबा काफी महत्वपूर्ण होता है।
भाजपा का लक्ष्य ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक हर स्तर पर अपने समर्थित प्रतिनिधियों की अधिकतम संख्या सुनिश्चित करना है, ताकि राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं को ग्रामीण स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा की यह ‘मास्टरस्ट्रोक’ रणनीति ब्लॉक प्रमुख चुनावों में कितनी सफल होती है और उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में सत्ता का समीकरण कैसे बदलता है।