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देहरादून, 22 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सफल समापन के बाद, अब राज्य सरकार ने नवगठित पंचायतों के शपथ ग्रहण और पहली बैठकों का विस्तृत कार्यक्रम निर्धारित कर दिया है। यह कदम पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त बनाने और ग्रामीण विकास कार्यों को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। शासन सचिव चंद्रेश कुमार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह कार्यक्रम हरिद्वार जिले को छोड़कर प्रदेश के शेष सभी जिलों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। चरणबद्ध तरीके से होगा शपथ ग्रहण और बैठक राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि शपथ ग्रहण की पूरी प्रक्रिया सुचारु और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। कार्यक्रम को तीन अलग-अलग स्तरों पर विभाजित किया गया है: ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत। ग्राम पंचायत स्तर पर: शपथ ग्रहण: नव-निर्वाचित ग्राम पंचायतों के सदस्य और ग्राम प्रधान 27 अगस्त को अपने पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। यह तिथि ग्रामीण लोकतंत्र की सबसे निचली इकाई के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक होगी। पहली बैठक: शपथ ग्रहण के ठीक अगले दिन, यानी 28 अगस्त को, नवगठित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में प्रधान और सदस्य मिलकर गाँव के विकास एजेंडे पर चर्चा करेंगे और भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तैयार करेंगे। क्षेत्र पंचायत स्तर पर: शपथ ग्रहण: क्षेत्र पंचायत के सदस्य, प्रमुख, उप प्रमुख और वरिष्ठ उप प्रमुख 29 अगस्त को शपथ लेंगे। ये प्रतिनिधि ग्रामीण विकास की मध्यवर्ती कड़ी के रूप में कार्य करते हैं, और उनकी शपथ से यह सुनिश्चित होगा कि योजनाओं का क्रियान्वयन सही दिशा में हो। पहली बैठक: उनकी पहली बैठक 30 अगस्त को आयोजित की जाएगी। इस बैठक में क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों, विकास परियोजनाओं और फंड के उपयोग पर चर्चा होगी। जिला पंचायत स्तर पर: शपथ ग्रहण: जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्य, उपाध्यक्ष और अध्यक्ष 1 सितंबर को शपथ ग्रहण करेंगे। ये सबसे उच्च स्तर के पंचायत प्रतिनिधि होते हैं, जिनकी भूमिका पूरे जिले के विकास को निर्देशित करने में महत्वपूर्ण होती है। पहली बैठक: इन प्रतिनिधियों की पहली बैठक 2 सितंबर को होगी। इस बैठक में जिला स्तर पर विकास की रणनीतियों, बड़े प्रोजेक्ट्स और विभिन्न ब्लॉक के बीच समन्वय स्थापित करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। कार्यक्रम का महत्व और भविष्य की चुनौतियाँ शपथ ग्रहण और पहली बैठकों का यह कार्यक्रम सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह पंचायती राज व्यवस्था के संवैधानिक दायित्वों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सुनिश्चित करेगा कि नव-निर्वाचित प्रतिनिधि अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत हों। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद, पंचायतों के माध्यम से विकास कार्यों को गति मिलने और ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं का त्वरित समाधान होने की उम्मीद है। सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि निर्धारित तिथियों पर यह पूरी प्रक्रिया अनिवार्य रूप से और सुचारू रूप से पूरी की जाए। इसके लिए, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सभी स्तरों पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुस्तैद रहेंगे। यह कार्यक्रम पंचायती राज प्रणाली को मजबूत करने, सुशासन को बढ़ावा देने और अंततः उत्तराखंड के ग्रामीण परिदृश्य में एक सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

ऊधमसिंहनगर पंचायत चुनाव: जसपुर ब्लॉक के पहले राउंड के नतीजे घोषित, कांग्रेस की रजनी 1300 वोटों से आगे

जसपुर, 31 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखण्ड में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2025 की मतगणना में अब तेजी आ गई है। ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक से पहले राउंड के शुरुआती और महत्वपूर्ण नतीजे सामने आने लगे हैं, जिन्होंने चुनावी तस्वीर को और दिलचस्प बना दिया है। ग्राम प्रधान…

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जसपुर, 31 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखण्ड में चल रहे पंचायत चुनाव 2025 की मतगणना में अब तेजी आ गई है। ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक से दूसरे राउंड के ग्राम प्रधान पदों के महत्वपूर्ण परिणाम सामने आने लगे हैं, जिन्होंने चुनावी तस्वीर को और दिलचस्प बना दिया है। इन नतीजों के साथ, कई ग्राम पंचायतों को अगले पाँच वर्षों के लिए अपना नया नेतृत्व मिल गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में खुशी और उत्साह का माहौल है। जसपुर ब्लॉक: ग्राम प्रधान पदों पर दूसरे राउंड के विजेता, बदलती ग्रामीण राजनीति दूसरे राउंड की मतगणना के बाद, जसपुर ब्लॉक की कई ग्राम पंचायतों को उनके नए प्रधान मिल गए हैं। ये परिणाम न केवल व्यक्तिगत जीत को दर्शाते हैं, बल्कि ग्रामीण राजनीति में बदलते समीकरणों और जनता की अपेक्षाओं को भी उजागर करते हैं। घोषित परिणाम इस प्रकार हैं: ग्राम निवारमुण्डी (पद का आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग महिला): इस महत्वपूर्ण सीट पर राजेश्वरी देवी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 331 वैध मत प्राप्त किए और सविरोध निर्वाचित हुई हैं। उनकी जीत निवारमुण्डी में महिला नेतृत्व और अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधित्व को मजबूत करती है। ग्राम मण्डुवाखेड़ा (पद का आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग): मण्डुवाखेड़ा में दीपक कुमार ने 424 वैध मत प्राप्त कर प्रधान पद पर सविरोध निर्वाचन हासिल किया है। यह जीत क्षेत्र में उनके मजबूत जनाधार को दर्शाती है। ग्राम उमरपुर (पद का आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग महिला): उमरपुर में रिंकी ने प्रभावशाली जीत दर्ज की है। उन्होंने 815 वैध मत प्राप्त कर सविरोध निर्वाचित होकर दिखाया कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रगति हो रही है। उनकी जीत कुल वैध मतों का 58.01% है, जो एक बड़ी जीत मानी जा रही है। ग्राम गुलरगोजी (पद का आरक्षण: अनारक्षित): गुलरगोजी की अनारक्षित सीट पर आरती ने 463 वैध मत प्राप्त कर सविरोध निर्वाचन प्राप्त किया है। उनकी जीत यह दर्शाती है कि जनता ने योग्यता और कार्यक्षमता को प्राथमिकता दी है। ग्राम अंगदपुर (पद का आरक्षण: महिला): अंगदपुर में सीमा देवी ने रिकॉर्ड 1188 वैध मत प्राप्त कर सविरोध निर्वाचित हुई हैं। यह उनके प्रति जनता के अपार विश्वास और समर्थन को दर्शाता है। 57.81% मत प्राप्त करना उनकी लोकप्रियता का प्रमाण है। ग्राम रायपुर पटटी दिल्ला (पद का आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग): रायपुर पटटी दिल्ला से दिलशाद शाह ने 1514 वैध मत प्राप्त कर सविरोध निर्वाचित हुए हैं। यह बड़ी जीत उनके क्षेत्र में मजबूत पकड़ और समुदाय के समर्थन को दर्शाती है। 53.35% मत प्राप्त करना उनकी निर्णायक जीत का प्रतीक है। इन परिणामों के साथ, इन गाँवों को अगले पाँच वर्षों के लिए अपना नया मुखिया मिल गया है, जो स्थानीय विकास और जनहित के कार्यों को आगे बढ़ाएंगे। नवनिर्वाचित प्रधानों के सामने अब अपने-अपने गाँवों में विकास कार्यों को गति देने और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की चुनौती होगी। मतगणना केंद्रों पर उत्साह और सुरक्षा के कड़े इंतजाम जसपुर सहित ऊधमसिंहनगर के सभी मतगणना केंद्रों पर मतगणना प्रक्रिया पूरी मुस्तैदी और सुरक्षा के बीच जारी है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मतगणना प्रक्रिया की लगातार निगरानी कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो। हर मतगणना टेबल पर कड़ी नजर रखी जा रही है और सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है। मतगणना केंद्रों के बाहर और अंदर प्रत्याशियों और उनके एजेंटों की भारी भीड़ मौजूद है। हर एक वोट की गिनती पर उनकी पैनी नजर है। जैसे ही किसी ग्राम पंचायत का परिणाम घोषित होता है, विजयी प्रत्याशी के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ जाती है। ढोल-नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ जश्न का माहौल बन जाता है, जबकि हारे हुए प्रत्याशियों के खेमे में मायूसी छा जाती है। सुरक्षाकर्मी भीड़ को नियंत्रित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में जुटे हुए हैं। आगे की तस्वीर: अन्य पदों और अंतिम परिणामों का इंतजार ये जसपुर ब्लॉक के दूसरे राउंड के घोषित नतीजे हैं, जो मुख्य रूप से ग्राम प्रधानों पर केंद्रित हैं। मतगणना प्रक्रिया अभी भी जारी है और उम्मीद है कि देर शाम तक या अगले कुछ घंटों में क्षेत्र पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत सदस्यों के अंतिम परिणाम भी सामने आएंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी और राज्य निर्वाचन आयोग लगातार अपडेट जारी कर रहे हैं और मीडिया के माध्यम से जनता तक सूचना पहुंचा रहे हैं। सभी की निगाहें अब अंतिम परिणामों पर टिकी हैं, जो यह तय करेंगे कि अगले पांच वर्षों के लिए ग्रामीण उत्तराखण्ड का नेतृत्व किसके हाथों में होगा। यह चुनाव ग्रामीण क्षेत्रों में नए नेतृत्व और विकास की नई दिशा तय करेगा। इन नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के कंधों पर अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं को सुलझाने, सरकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने और स्थानीय विकास को गति देने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।

उत्तराखण्ड पंचायत चुनाव 2025: मतगणना जारी, प्रदेश भर में आने लगे शुरुआती नतीजे; ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के परिणाम घोषित

उत्तराखण्ड, 31 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा) – उत्तराखण्ड में पंचायत चुनाव 2025 के लिए हुए मतदान के बाद, आज मतगणना का कार्य पूरे प्रदेश में जोर-शोर से जारी है। विभिन्न मतगणना स्थलों से शुरुआती रुझान और परिणाम सामने आने लगे हैं, जिससे चुनावी माहौल में उत्साह और उत्सुकता दोनों बढ़ गई है। राज्य…

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ऊधमसिंहनगर, 30 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – ट्रैफिक प्लान त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन-2025 की मतगणना को शांतिपूर्ण, निर्बाध और सकुशल संपन्न कराने के लिए ऊधमसिंहनगर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। मतगणना दिवस, 31 जुलाई 2025 को किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए जनपद के 07 प्रमुख मतगणना स्थलों पर यातायात की विशेष व्यवस्था लागू की जाएगी। इस दौरान, सुबह 4:00 बजे से मतगणना कार्यक्रम की समाप्ति तक विभिन्न थाना क्षेत्रों से भारी वाहनों का आवागमन पूर्णतः निषेध रहेगा। यह कदम मतगणना प्रक्रिया की सुरक्षा और सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। जसपुर, 30 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के मतदान के बाद, अब सभी की निगाहें मतगणना पर टिकी हैं। इसी कड़ी में, जसपुर विकास खंड में मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। निष्पक्ष और पारदर्शी मतगणना सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने टेबल-वार बूथ सूची जारी कर दी है, जिसमें प्रत्येक मतगणना टेबल पर किस बूथ के मतों की गिनती की जाएगी, इसका विस्तृत विवरण दिया गया है। यह सूची मतगणना प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और त्रुटिरहित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। पारदर्शिता के लिए जारी हुई विस्तृत सूची त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, ग्रामीण लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं। इन चुनावों में प्रत्येक मत का महत्व होता है, और मतगणना प्रक्रिया की पारदर्शिता पर ही पूरे चुनाव की विश्वसनीयता निर्भर करती है। इसी सिद्धांत का पालन करते हुए, जसपुर विकास खंड प्रशासन ने मतगणना के लिए एक विस्तृत और स्पष्ट बूथ-वार सूची तैयार की है। इस सूची में प्रत्येक मतगणना टेबल के लिए निर्धारित बूथ नंबरों का उल्लेख है, जिससे प्रत्याशियों और उनके मतगणना एजेंटों को यह जानने में आसानी होगी कि उनके बूथ के मतों की गिनती किस टेबल पर और किस चरण में की जाएगी। यह कदम मतगणना प्रक्रिया में किसी भी प्रकार के संदेह या भ्रम को दूर करने में सहायक होगा। जसपुर ब्लॉक में 181 बूथों के लिए 26 टेबलें निर्धारित: जानें किस गाँव की गिनती कब और कहाँ जारी की गई सूची के अनुसार, जसपुर विकास खंड के अंतर्गत कुल 181 बूथों के मतों की गिनती की जाएगी। इन बूथों के लिए मतगणना स्थल पर 26 टेबलें निर्धारित की गई हैं। मतगणना प्रक्रिया को कई चरणों (राउंड) में पूरा किया जाएगा, ताकि भारी संख्या में मतों की गिनती को व्यवस्थित तरीके से संपन्न किया जा सके। यह विस्तृत व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि वोटों की गिनती में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी या गड़बड़ी की संभावना न रहे। प्रत्येक टेबल पर मतगणना कर्मियों की एक टीम तैनात रहेगी, जो कड़ी निगरानी में मतों की गिनती का कार्य करेगी। मतगणना का विस्तृत कार्यक्रम (कुछ प्रमुख उदाहरण): राउंड - 1: टेबिल न० 1: बूथ न० 1 टेबिल न० 3: बूथ न० 2, 3 टेबिल न० 5: बूथ न० 4, 5 टेबिल न० 6: बूथ न० 6 टेबिल न० 7: बूथ न० 7 टेबिल न० 9: बूथ न० 8, 9 टेबिल न० 10: बूथ न० 10 टेबिल न० 11: बूथ न० 11 टेबिल न० 15: बूथ न० 12, 13, 14, 15 टेबिल न० 16: बूथ न० 16 टेबिल न० 17: बूथ न० 17 टेबिल न० 21: बूथ न० 18, 19, 20, 21 टेबिल न० 24: बूथ न० 22, 23, 24 टेबिल न० 25: बूथ न० 25 टेबिल न० 26: बूथ न० 26 ग्राम पंचायतें शामिल: हजीरो, वीरपुरी, पतरामपुर, भोगपुर जसपुर, मनोरथपुर प्रथम, बढियोवाला, आमका, मेघावाला, रामनगर बन। राउंड - 2: टेबिल न० 2: बूथ न० 27, 28 टेबिल न० 4: बूथ न० 29, 30 टेबिल न० 6: बूथ न० 31, 32 टेबिल न० 7: बूथ न० 33 टेबिल न० 10: बूथ न० 34, 35, 36 टेबिल न० 11: बूथ न० 37 टेबिल न० 14: बूथ न० 38, 39, 40, 41 टेबिल न० 16: बूथ न० 42 टेबिल न० 17: बूथ न० 43 टेबिल न० 19: बूथ न० 44, 45 टेबिल न० 20: बूथ न० 46 टेबिल न० 22: बूथ न० 47, 48, 49 टेबिल न० 24: बूथ न० 50 टेबिल न० 26: बूथ न० 51, 52 ग्राम पंचायतें शामिल: रामनगर वन, भगवन्तपुर, निवारमुण्डी, मण्डुआखेड़ा, गूलरगोजी, उमरपुर, अंगदपुर, रायपुर पटटी दिल्ला। राउंड - 3: टेबिल न० 1: बूथ न० 53 टेबिल न० 2: बूथ न० 54 टेबिल न० 4: बूथ न० 55, 56 टेबिल न० 5: बूथ न० 57 टेबिल न० 7: बूथ न० 58, 59 टेबिल न० 8: बूथ न० 60 टेबिल न० 11: बूथ न० 61, 62, 63 टेबिल न० 12: बूथ न० 64 टेबिल न० 13: बूथ न० 65 टेबिल न० 14: बूथ न० 66 टेबिल न० 15: बूथ न० 67 टेबिल न० 16: बूथ न० 68, 69 टेबिल न० 18: बूथ न० 70 टेबिल न० 19: बूथ न० 71 टेबिल न० 21: बूथ न० 72, 73, 7 टेबिल न० 22: बूथ न० 74, 75 टेबिल न० 24: बूथ न० 76 टेबिल न० 26: बूथ न० 77, 78 ग्राम पंचायतें शामिल: दिल्ला पटटी, धर्मपुर, पूरनपुर, नादेही, आसपुर, राजपुर, गढ़ीहुसैन, कलियावाला, कासमपुर। (नोट: यह सूची केवल कुछ प्रमुख राउंड और ग्राम पंचायतों का उदाहरण है। पूरी सूची में सभी 181 बूथों और संबंधित ग्राम पंचायतों का विस्तृत विवरण शामिल है, जो राउंड 7 तक जारी रहेगा, जिसमें मिस्सरवाला, बक्सौरा, गणेशपुर, करनपुर, बैतवाला, नवलपुर, किलावली, बैलजूड़ी जैसे गाँव भी शामिल होंगे।) प्रशासनिक मुस्तैदी: शांतिपूर्ण मतगणना सुनिश्चित करने पर जोर मतगणना दिवस पर किसी भी अप्रिय घटना से बचने और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। मतगणना स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की भीड़भाड़ या अव्यवस्था को रोका जा सके। इसके साथ ही, मतगणना हॉल में प्रवेश के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं, जिसमें केवल अधिकृत व्यक्ति, जैसे प्रत्याशी, उनके एजेंट और चुनाव कर्मी ही प्रवेश कर सकेंगे। वरिष्ठ अधिकारी मतगणना प्रक्रिया की लगातार निगरानी करेंगे। मतगणना से पहले सभी मतगणना कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे नियमों के अनुसार और बिना किसी त्रुटि के अपना कार्य कर सकें। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मतपेटियों को स्ट्रांग रूम से मतगणना टेबल तक सुरक्षित लाया जाए और गिनती के बाद उन्हें पुनः सुरक्षित रखा जाए। लोकतंत्र के पर्व का अंतिम चरण मतगणना का दिन किसी भी चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण और रोमांचक चरण होता है। यह वह दिन होता है जब जनता के जनादेश का खुलासा होता है और नए जनप्रतिनिधि सामने आते हैं। जसपुर विकास खंड में जारी की गई यह टेबल-वार बूथ सूची, प्रशासन की पारदर्शिता और निष्पक्षता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह कदम न केवल मतगणना प्रक्रिया को सुचारु बनाएगा, बल्कि प्रत्याशियों और आम जनता के विश्वास को भी मजबूत करेगा कि उनके मतों की गिनती पूरी ईमानदारी और सटीकता से की जा रही है। अब सभी की निगाहें मतगणना दिवस पर टिकी हैं, जब जसपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के नए नेतृत्व का निर्धारण होगा। जनपद भर में भारी वाहनों पर पूर्ण प्रतिबंध जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, 31 जुलाई को सुबह 4:00 बजे से मतगणना समाप्त होने तक जनपद के कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। इन प्रमुख स्थानों में शामिल हैं: सितारगंज: एस०एच० हॉस्पिटल (कोतवाली सितारगंज) और पुलभट्टा (थाना पुलभट्टा)। किच्छा: दरऊ चौक (थाना किच्छा) और लालपुर (थाना किच्छा)। पंतनगर: नगला तिराहा और हल्द्वानी मोड़ (थाना पंतनगर)। रुद्रपुर: बगवाड़ा मंडी कीरतपुर मोड़ (कोतवाली रुद्रपुर) और रामपुर बॉर्डर (कोतवाली रुद्रपुर)। दिनेशपुर: जाफरपुर मोड़ (थाना दिनेशपुर)। गदरपुर: महतोष मोड़ और मोतियापुर मोड़ (थाना गदरपुर)। बाजपुर: स्वार बॉर्डर दोराहा और बरहैनी (थाना बाजपुर)। आई०टी०आई०: लोहियापुल और पैगा (थाना आई०टी०आई०)। काशीपुर: प्रतापपुर चौकी (कोतवाली काशीपुर)। कुंडा: सूर्या बॉर्डर (थाना कुंडा)। जसपुर: धर्मपुर बॉर्डर और नादेही बॉर्डर (कोतवाली जसपुर)। यह व्यापक प्रतिबंध सुनिश्चित करेगा कि मतगणना स्थलों के आसपास किसी भी प्रकार का यातायात जाम न हो और सुरक्षा व्यवस्था में कोई व्यवधान न पड़े। आवश्यक सेवाओं को मिलेगी छूट हालांकि, इस प्रतिबंध से आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को छूट दी गई है। दूध, गैस, फल, सब्जी और पेट्रोलियम पदार्थ ले जाने वाले वाहन सामान्य रूप से संचालित हो सकेंगे, ताकि दैनिक जीवन की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित न हो। मतगणना स्थलवार यातायात व्यवस्थायें: विस्तृत विवरण जनपद के प्रत्येक मतगणना स्थल के लिए अलग से विस्तृत यातायात योजना बनाई गई है: 1. मतगणना स्थल वी०एस०वी० इंटर कॉलेज जसपुर: प्रतिबंध: कलियावाला कट से शिवराजपुर पट्टी के बीच सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। वैकल्पिक मार्ग: जसपुर से काशीपुर/कुंडा जाने वाले सभी प्रकार के छोटे-बड़े वाहन कलियावाला कट से ब्लॉक रोड, कलियावाला गांव होते हुए हाईवे में निकलेंगे। इसी तरह, काशीपुर/कुंडा की ओर से जसपुर जाने वाले वाहन भी इसी रूट का प्रयोग करेंगे। पार्किंग: मतगणना में लगे कार्मिकों के वाहन वी०एस०वी० इंटर कॉलेज ग्राउंड में पार्क होंगे। प्रत्याशी, एजेंट और अन्य व्यक्तियों के वाहन पशुपति फैक्ट्री कट बैरियर से पीछे जसपुर की तरफ सड़क के दोनों ओर पार्क किए जाएंगे। नो-एंट्री: पशुपति फैक्ट्री कट बैरियर और नारायणपुर की ओर वाले बैरियर के आगे मतगणना ड्यूटी में नियुक्त कार्मिकों के अतिरिक्त अन्य किसी व्यक्ति का वाहन नहीं जाएगा। 2. मतगणना स्थल मंडी काशीपुर: प्रतिबंध: टांडा तिराहे से मंडी चौकी तक सभी प्रकार के भारी वाहन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे। वैकल्पिक मार्ग: जसपुर/ठाकुरद्वारा से रामनगर जाने वाले वाहन मंडी चौक से बैलजूड़ी तिराहा होते हुए स्टेडियम तिराहा से रामनगर को जाएंगे। ठाकुरद्वारा एवं जसपुर जाने वाले वाहन स्टेडियम तिराहे से मानपुर रोड होते हुए बैलजूड़ी मोड़/मंडी चौकी/कुंडा को जाएंगे। पार्किंग: प्रशासनिक अधिकारियों के वाहन मंडी परिसर काशीपुर में फल मंडी में, पुलिस कर्मी/मीडिया/प्रत्याशियों के वाहन अनाज मंडी में तथा निजी वाहन भी अनाज मंडी में पार्क किए जाएंगे। 3. मतगणना स्थल इंटर कॉलेज बाजपुर: प्रतिबंध: कस्बा बाजपुर में दोराहा, केशोवाला, नई सड़क बरहैनी व एसडीएम कोर्ट बाजपुर की ओर से आने वाले समस्त प्रकार के छोटे व बड़े माल वाहक वाहनों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा। ई-रिक्शा: रेलवे क्रॉसिंग बाजपुर से चीनी मिल रोड होते हुए मंडी तक और केशोवाला की तरफ से आने वाले ई-रिक्शा रामराज रोड से मंडी गेट व बेरिया रोड से आने वाले ई-रिक्शा बेरिया तिराहे तक आ-जा सकेंगे। पार्किंग: मतगणना ड्यूटीरत कार्मिकों के वाहनों की पार्किंग इंटर कॉलेज बाजपुर के पार्किंग ग्राउंड में होगी। समस्त प्रत्याशियों एवं अन्य लोगों के वाहनों की पार्किंग मंडी परिसर बाजपुर में होगी। 4. मतगणना स्थल मंडी गदरपुर: प्रतिबंध: दिनेशपुर मोड़ तथा महतोष तिराहे से मंडी की ओर कोई भारी वाहन नहीं जाएगा। एन०डी०आर०एफ० कट से मंडी, गदरपुर की तरफ भारी वाहनों का प्रवेश निषेध रहेगा। पार्किंग: मतगणना ड्यूटी में नियुक्त समस्त अधिकारी/कर्मचारियों के वाहन मंडी परिसर में बने पार्किंग स्थल में खड़े किए जाएंगे। प्रत्याशियों एवं अन्य लोगों के वाहन मंडी परिसर के पास निर्धारित पार्किंग स्थल में पार्क किए जाएंगे। 5. मतगणना स्थल ए०एन० झा० इंटर कॉलेज रुद्रपुर: प्रतिबंध: रामपुर बॉर्डर से इंदिरा चौक तक भारी वाहन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे। वैकल्पिक मार्ग: रुद्रपुर से रामपुर आने-जाने वाले भारी वाहन मेडिसिटी अस्पताल होकर सोबती होटल होते हुए रामपुर को जाएंगे तथा उसी रूट से वापस आएंगे। पार्किंग: मतगणना ड्यूटी में लगे समस्त कार्मिकों के वाहन आर०टी०ओ० परिसर में पार्क होंगे। प्रत्याशियों व जन सामान्य के वाहन ए०एन० झा० इंटर कॉलेज के सामने बड़े ग्राउंड में पार्क किए जाएंगे। नो-पार्किंग: मतगणना स्थल के पास सड़क के दोनों ओर कोई वाहन पार्क नहीं किए जाएंगे। 6. मतगणना स्थल मंडी सितारगंज: प्रतिबंध: आर०के० ढाबा से अमरिया चौक तक यातायात पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। वैकल्पिक मार्ग: सितारगंज से किच्छा को आने-जाने वाले वाहन एच०एस० चौराहे से होते हुए आर०के० ढाबा होकर किच्छा को जाएंगे तथा इसी रूट से वापस आएंगे। पार्king: मतगणना ड्यूटी में लगे समस्त कार्मिकों के वाहन मंडी परिसर में बने निर्धारित पार्किंग में खड़े किए जाएंगे। प्रत्याशियों व अन्य व्यक्तियों के वाहन आर०के० ढाबा एवं अमरिया चौक के बीच निर्धारित स्थान पर खड़े किए जाएंगे। नो-पार्किंग: मतगणना स्थल मंडी परिसर सितारगंज के उत्तरी एवं पश्चिमी दोनों गेटों के आस-पास सड़क के दोनों ओर कोई वाहन खड़े नहीं होंगे। 7. मतगणना स्थल मंडी खटीमा: पार्किंग: मतगणना ड्यूटी में लगे समस्त कार्मिकों एवं प्रत्याशियों व एजेंटों के वाहन मतगणना स्थल से दूर मंडी परिसर में निर्धारित स्थान पर पार्क किए जाएंगे। अन्य जन सामान्य के वाहन मंडी परिसर के बाहर पार्क होंगे। नो-पार्किंग: मतगणना स्थल के पास सड़क के दोनों ओर कोई वाहन पार्क नहीं किए जाएंगे। सुरक्षा और सुचारु संचालन प्राथमिकता यह विस्तृत ट्रैफिक प्लान 31 जुलाई 2025 को सुबह 4:00 बजे से मतगणना समाप्ति तक लागू रहेगा। जिला प्रशासन ने सभी संबंधित अधिकारियों को इन निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा है, ताकि ऊधमसिंहनगर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना प्रक्रिया बिना किसी बाधा के शांतिपूर्ण और सकुशल संपन्न हो सके। यह योजना न केवल सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि मतगणना में शामिल होने वाले सभी लोगों के लिए सुगम आवागमन भी सुनिश्चित करेगी।

ऊधमसिंहनगर: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मतगणना के लिए कड़ा ट्रैफिक प्लान जारी, 31 जुलाई को सुबह 4 बजे से भारी वाहनों पर प्रतिबंध

ऊधमसिंहनगर, 30 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – ट्रैफिक प्लान त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन-2025 की मतगणना को शांतिपूर्ण, निर्बाध और सकुशल संपन्न कराने के लिए ऊधमसिंहनगर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। मतगणना दिवस, 31 जुलाई 2025 को किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए जनपद के 07 प्रमुख मतगणना स्थलों…

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जसपुर, 30 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के मतदान के बाद, अब सभी की निगाहें मतगणना पर टिकी हैं। इसी कड़ी में, जसपुर विकास खंड में मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। निष्पक्ष और पारदर्शी मतगणना सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने टेबल-वार बूथ सूची जारी कर दी है, जिसमें प्रत्येक मतगणना टेबल पर किस बूथ के मतों की गिनती की जाएगी, इसका विस्तृत विवरण दिया गया है। यह सूची मतगणना प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और त्रुटिरहित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। पारदर्शिता के लिए जारी हुई विस्तृत सूची त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, ग्रामीण लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं। इन चुनावों में प्रत्येक मत का महत्व होता है, और मतगणना प्रक्रिया की पारदर्शिता पर ही पूरे चुनाव की विश्वसनीयता निर्भर करती है। इसी सिद्धांत का पालन करते हुए, जसपुर विकास खंड प्रशासन ने मतगणना के लिए एक विस्तृत और स्पष्ट बूथ-वार सूची तैयार की है। इस सूची में प्रत्येक मतगणना टेबल के लिए निर्धारित बूथ नंबरों का उल्लेख है, जिससे प्रत्याशियों और उनके मतगणना एजेंटों को यह जानने में आसानी होगी कि उनके बूथ के मतों की गिनती किस टेबल पर और किस चरण में की जाएगी। यह कदम मतगणना प्रक्रिया में किसी भी प्रकार के संदेह या भ्रम को दूर करने में सहायक होगा। जसपुर ब्लॉक में 181 बूथों के लिए 26 टेबलें निर्धारित: जानें किस गाँव की गिनती कब और कहाँ जारी की गई सूची के अनुसार, जसपुर विकास खंड के अंतर्गत कुल 181 बूथों के मतों की गिनती की जाएगी। इन बूथों के लिए मतगणना स्थल पर 26 टेबलें निर्धारित की गई हैं। मतगणना प्रक्रिया को कई चरणों (राउंड) में पूरा किया जाएगा, ताकि भारी संख्या में मतों की गिनती को व्यवस्थित तरीके से संपन्न किया जा सके। यह विस्तृत व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि वोटों की गिनती में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी या गड़बड़ी की संभावना न रहे। प्रत्येक टेबल पर मतगणना कर्मियों की एक टीम तैनात रहेगी, जो कड़ी निगरानी में मतों की गिनती का कार्य करेगी। मतगणना का विस्तृत कार्यक्रम (कुछ प्रमुख उदाहरण): राउंड - 1: टेबिल न० 1: बूथ न० 1 टेबिल न० 3: बूथ न० 2, 3 टेबिल न० 5: बूथ न० 4, 5 टेबिल न० 6: बूथ न० 6 टेबिल न० 7: बूथ न० 7 टेबिल न० 9: बूथ न० 8, 9 टेबिल न० 10: बूथ न० 10 टेबिल न० 11: बूथ न० 11 टेबिल न० 15: बूथ न० 12, 13, 14, 15 टेबिल न० 16: बूथ न० 16 टेबिल न० 17: बूथ न० 17 टेबिल न० 21: बूथ न० 18, 19, 20, 21 टेबिल न० 24: बूथ न० 22, 23, 24 टेबिल न० 25: बूथ न० 25 टेबिल न० 26: बूथ न० 26 ग्राम पंचायतें शामिल: हजीरो, वीरपुरी, पतरामपुर, भोगपुर जसपुर, मनोरथपुर प्रथम, बढियोवाला, आमका, मेघावाला, रामनगर बन। राउंड - 2: टेबिल न० 2: बूथ न० 27, 28 टेबिल न० 4: बूथ न० 29, 30 टेबिल न० 6: बूथ न० 31, 32 टेबिल न० 7: बूथ न० 33 टेबिल न० 10: बूथ न० 34, 35, 36 टेबिल न० 11: बूथ न० 37 टेबिल न० 14: बूथ न० 38, 39, 40, 41 टेबिल न० 16: बूथ न० 42 टेबिल न० 17: बूथ न० 43 टेबिल न० 19: बूथ न० 44, 45 टेबिल न० 20: बूथ न० 46 टेबिल न० 22: बूथ न० 47, 48, 49 टेबिल न० 24: बूथ न० 50 टेबिल न० 26: बूथ न० 51, 52 ग्राम पंचायतें शामिल: रामनगर वन, भगवन्तपुर, निवारमुण्डी, मण्डुआखेड़ा, गूलरगोजी, उमरपुर, अंगदपुर, रायपुर पटटी दिल्ला। राउंड - 3: टेबिल न० 1: बूथ न० 53 टेबिल न० 2: बूथ न० 54 टेबिल न० 4: बूथ न० 55, 56 टेबिल न० 5: बूथ न० 57 टेबिल न० 7: बूथ न० 58, 59 टेबिल न० 8: बूथ न० 60 टेबिल न० 11: बूथ न० 61, 62, 63 टेबिल न० 12: बूथ न० 64 टेबिल न० 13: बूथ न० 65 टेबिल न० 14: बूथ न० 66 टेबिल न० 15: बूथ न० 67 टेबिल न० 16: बूथ न० 68, 69 टेबिल न० 18: बूथ न० 70 टेबिल न० 19: बूथ न० 71 टेबिल न० 21: बूथ न० 72, 73, 7 टेबिल न० 22: बूथ न० 74, 75 टेबिल न० 24: बूथ न० 76 टेबिल न० 26: बूथ न० 77, 78 ग्राम पंचायतें शामिल: दिल्ला पटटी, धर्मपुर, पूरनपुर, नादेही, आसपुर, राजपुर, गढ़ीहुसैन, कलियावाला, कासमपुर। (नोट: यह सूची केवल कुछ प्रमुख राउंड और ग्राम पंचायतों का उदाहरण है। पूरी सूची में सभी 181 बूथों और संबंधित ग्राम पंचायतों का विस्तृत विवरण शामिल है, जो राउंड 7 तक जारी रहेगा, जिसमें मिस्सरवाला, बक्सौरा, गणेशपुर, करनपुर, बैतवाला, नवलपुर, किलावली, बैलजूड़ी जैसे गाँव भी शामिल होंगे।) प्रशासनिक मुस्तैदी: शांतिपूर्ण मतगणना सुनिश्चित करने पर जोर मतगणना दिवस पर किसी भी अप्रिय घटना से बचने और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। मतगणना स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की भीड़भाड़ या अव्यवस्था को रोका जा सके। इसके साथ ही, मतगणना हॉल में प्रवेश के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं, जिसमें केवल अधिकृत व्यक्ति, जैसे प्रत्याशी, उनके एजेंट और चुनाव कर्मी ही प्रवेश कर सकेंगे। वरिष्ठ अधिकारी मतगणना प्रक्रिया की लगातार निगरानी करेंगे। मतगणना से पहले सभी मतगणना कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे नियमों के अनुसार और बिना किसी त्रुटि के अपना कार्य कर सकें। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मतपेटियों को स्ट्रांग रूम से मतगणना टेबल तक सुरक्षित लाया जाए और गिनती के बाद उन्हें पुनः सुरक्षित रखा जाए। लोकतंत्र के पर्व का अंतिम चरण मतगणना का दिन किसी भी चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण और रोमांचक चरण होता है। यह वह दिन होता है जब जनता के जनादेश का खुलासा होता है और नए जनप्रतिनिधि सामने आते हैं। जसपुर विकास खंड में जारी की गई यह टेबल-वार बूथ सूची, प्रशासन की पारदर्शिता और निष्पक्षता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह कदम न केवल मतगणना प्रक्रिया को सुचारु बनाएगा, बल्कि प्रत्याशियों और आम जनता के विश्वास को भी मजबूत करेगा कि उनके मतों की गिनती पूरी ईमानदारी और सटीकता से की जा रही है। अब सभी की निगाहें मतगणना दिवस पर टिकी हैं, जब जसपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के नए नेतृत्व का निर्धारण होगा।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025: जसपुर ब्लॉक में मतगणना की तैयारियां, टेबल-वार बूथ सूची जारी ,देखे सूची

जसपुर, 30 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के मतदान के बाद, अब सभी की निगाहें मतगणना पर टिकी हैं। इसी कड़ी में, जसपुर विकास खंड में मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। निष्पक्ष और पारदर्शी मतगणना सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने…

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जसपुर, 30 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के मतदान के बाद, अब सभी की निगाहें मतगणना पर टिकी हैं। इसी कड़ी में, जसपुर विकास खंड में मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। निष्पक्ष और पारदर्शी मतगणना सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने टेबल-वार बूथ सूची जारी कर दी है, जिसमें प्रत्येक मतगणना टेबल पर किस बूथ के मतों की गिनती की जाएगी, इसका विस्तृत विवरण दिया गया है। यह सूची मतगणना प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और त्रुटिरहित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। पारदर्शिता के लिए जारी हुई विस्तृत सूची त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, ग्रामीण लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं। इन चुनावों में प्रत्येक मत का महत्व होता है, और मतगणना प्रक्रिया की पारदर्शिता पर ही पूरे चुनाव की विश्वसनीयता निर्भर करती है। इसी सिद्धांत का पालन करते हुए, जसपुर विकास खंड प्रशासन ने मतगणना के लिए एक विस्तृत और स्पष्ट बूथ-वार सूची तैयार की है। इस सूची में प्रत्येक मतगणना टेबल के लिए निर्धारित बूथ नंबरों का उल्लेख है, जिससे प्रत्याशियों और उनके मतगणना एजेंटों को यह जानने में आसानी होगी कि उनके बूथ के मतों की गिनती किस टेबल पर और किस चरण में की जाएगी। यह कदम मतगणना प्रक्रिया में किसी भी प्रकार के संदेह या भ्रम को दूर करने में सहायक होगा। जसपुर ब्लॉक में 181 बूथों के लिए 26 टेबलें निर्धारित: जानें किस गाँव की गिनती कब और कहाँ जारी की गई सूची के अनुसार, जसपुर विकास खंड के अंतर्गत कुल 181 बूथों के मतों की गिनती की जाएगी। इन बूथों के लिए मतगणना स्थल पर 26 टेबलें निर्धारित की गई हैं। मतगणना प्रक्रिया को कई चरणों (राउंड) में पूरा किया जाएगा, ताकि भारी संख्या में मतों की गिनती को व्यवस्थित तरीके से संपन्न किया जा सके। यह विस्तृत व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि वोटों की गिनती में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी या गड़बड़ी की संभावना न रहे। प्रत्येक टेबल पर मतगणना कर्मियों की एक टीम तैनात रहेगी, जो कड़ी निगरानी में मतों की गिनती का कार्य करेगी। मतगणना का विस्तृत कार्यक्रम (कुछ प्रमुख उदाहरण): राउंड - 1: टेबिल न० 1: बूथ न० 1 टेबिल न० 3: बूथ न० 2, 3 टेबिल न० 5: बूथ न० 4, 5 टेबिल न० 6: बूथ न० 6 टेबिल न० 7: बूथ न० 7 टेबिल न० 9: बूथ न० 8, 9 टेबिल न० 10: बूथ न० 10 टेबिल न० 11: बूथ न० 11 टेबिल न० 15: बूथ न० 12, 13, 14, 15 टेबिल न० 16: बूथ न० 16 टेबिल न० 17: बूथ न० 17 टेबिल न० 21: बूथ न० 18, 19, 20, 21 टेबिल न० 24: बूथ न० 22, 23, 24 टेबिल न० 25: बूथ न० 25 टेबिल न० 26: बूथ न० 26 ग्राम पंचायतें शामिल: हजीरो, वीरपुरी, पतरामपुर, भोगपुर जसपुर, मनोरथपुर प्रथम, बढियोवाला, आमका, मेघावाला, रामनगर बन। राउंड - 2: टेबिल न० 2: बूथ न० 27, 28 टेबिल न० 4: बूथ न० 29, 30 टेबिल न० 6: बूथ न० 31, 32 टेबिल न० 7: बूथ न० 33 टेबिल न० 10: बूथ न० 34, 35, 36 टेबिल न० 11: बूथ न० 37 टेबिल न० 14: बूथ न० 38, 39, 40, 41 टेबिल न० 16: बूथ न० 42 टेबिल न० 17: बूथ न० 43 टेबिल न० 19: बूथ न० 44, 45 टेबिल न० 20: बूथ न० 46 टेबिल न० 22: बूथ न० 47, 48, 49 टेबिल न० 24: बूथ न० 50 टेबिल न० 26: बूथ न० 51, 52 ग्राम पंचायतें शामिल: रामनगर वन, भगवन्तपुर, निवारमुण्डी, मण्डुआखेड़ा, गूलरगोजी, उमरपुर, अंगदपुर, रायपुर पटटी दिल्ला। राउंड - 3: टेबिल न० 1: बूथ न० 53 टेबिल न० 2: बूथ न० 54 टेबिल न० 4: बूथ न० 55, 56 टेबिल न० 5: बूथ न० 57 टेबिल न० 7: बूथ न० 58, 59 टेबिल न० 8: बूथ न० 60 टेबिल न० 11: बूथ न० 61, 62, 63 टेबिल न० 12: बूथ न० 64 टेबिल न० 13: बूथ न० 65 टेबिल न० 14: बूथ न० 66 टेबिल न० 15: बूथ न० 67 टेबिल न० 16: बूथ न० 68, 69 टेबिल न० 18: बूथ न० 70 टेबिल न० 19: बूथ न० 71 टेबिल न० 21: बूथ न० 72, 73, 7 टेबिल न० 22: बूथ न० 74, 75 टेबिल न० 24: बूथ न० 76 टेबिल न० 26: बूथ न० 77, 78 ग्राम पंचायतें शामिल: दिल्ला पटटी, धर्मपुर, पूरनपुर, नादेही, आसपुर, राजपुर, गढ़ीहुसैन, कलियावाला, कासमपुर। (नोट: यह सूची केवल कुछ प्रमुख राउंड और ग्राम पंचायतों का उदाहरण है। पूरी सूची में सभी 181 बूथों और संबंधित ग्राम पंचायतों का विस्तृत विवरण शामिल है, जो राउंड 7 तक जारी रहेगा, जिसमें मिस्सरवाला, बक्सौरा, गणेशपुर, करनपुर, बैतवाला, नवलपुर, किलावली, बैलजूड़ी जैसे गाँव भी शामिल होंगे।) प्रशासनिक मुस्तैदी: शांतिपूर्ण मतगणना सुनिश्चित करने पर जोर मतगणना दिवस पर किसी भी अप्रिय घटना से बचने और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। मतगणना स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की भीड़भाड़ या अव्यवस्था को रोका जा सके। इसके साथ ही, मतगणना हॉल में प्रवेश के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं, जिसमें केवल अधिकृत व्यक्ति, जैसे प्रत्याशी, उनके एजेंट और चुनाव कर्मी ही प्रवेश कर सकेंगे। वरिष्ठ अधिकारी मतगणना प्रक्रिया की लगातार निगरानी करेंगे। मतगणना से पहले सभी मतगणना कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे नियमों के अनुसार और बिना किसी त्रुटि के अपना कार्य कर सकें। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मतपेटियों को स्ट्रांग रूम से मतगणना टेबल तक सुरक्षित लाया जाए और गिनती के बाद उन्हें पुनः सुरक्षित रखा जाए। लोकतंत्र के पर्व का अंतिम चरण मतगणना का दिन किसी भी चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण और रोमांचक चरण होता है। यह वह दिन होता है जब जनता के जनादेश का खुलासा होता है और नए जनप्रतिनिधि सामने आते हैं। जसपुर विकास खंड में जारी की गई यह टेबल-वार बूथ सूची, प्रशासन की पारदर्शिता और निष्पक्षता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह कदम न केवल मतगणना प्रक्रिया को सुचारु बनाएगा, बल्कि प्रत्याशियों और आम जनता के विश्वास को भी मजबूत करेगा कि उनके मतों की गिनती पूरी ईमानदारी और सटीकता से की जा रही है। अब सभी की निगाहें मतगणना दिवस पर टिकी हैं, जब जसपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के नए नेतृत्व का निर्धारण होगा।

उत्तराखण्ड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: मतदाता सूची की गंभीर त्रुटियों से मतदाताओं को करना पड़ा भारी परेशानी का सामना; नाम गायब मिलने पर फूटा रोष

उत्तराखण्ड, 29 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए हुए मतदान के दौरान कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को भारी निराशा और परेशानी का सामना करना पड़ा। चुनाव आयोग द्वारा जारी मतदाता सूचियों में गंभीर त्रुटियां पाई गईं, जहाँ बड़ी संख्या में योग्य मतदाताओं के नाम सूची…

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काशीपुर, 29 जुलाई 2025 (समय बोल रहा ) – काशीपुर के जसपुर खुर्द स्थित एक पॉश कॉलोनी में रविवार रात चोरी के इरादे से एक घर में घुसे युवक को स्थानीय लोगों ने साहस और सूझबूझ दिखाते हुए दबोच लिया। आरोपी को तत्काल पुलिस के हवाले कर दिया गया, जिससे पुलिस उससे गहन पूछताछ कर रही है। इस घटना ने कॉलोनी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब कॉलोनी में किसी संदिग्ध व्यक्ति की घुसपैठ हुई हो। मुख्य गेट से घुसा, मां का गला दबाने का प्रयास घटना रविवार की देर रात की है। कुंडेश्वरी रोड स्थित जसपुर खुर्द की एक कॉलोनी में विसत मित्तल का परिवार रहता है। बताया गया है कि रात के समय जब परिवार के सदस्य – विपिन मित्तल (पिता), उनकी पत्नी, पुत्र वधू और दो छोटे बच्चे – घर पर मौजूद थे, तभी एक अज्ञात युवक चोरी के इरादे से उनके घर में घुस गया। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी कॉलोनी के मुख्य गेट से अंदर घुसा और सीधे मित्तल के घर तक पहुंच गया। अचानक घर में किसी अंजान व्यक्ति को देखकर विसत मित्तल की मां घबरा गईं। जैसे ही उन्होंने आरोपी को देखा, उसने उन्हें दबोच लिया और उनका गला दबाने का प्रयास करने लगा। मां की चीख-पुकार सुनकर घर के अन्य सदस्य और पड़ोस में रहने वाले लोग भी तुरंत अलर्ट हो गए। शोर-शराबा होने पर आरोपी घबरा गया और मौके से भागने का प्रयास करने लगा। पड़ोसी ने दिखाई बहादुरी, पुलिस को दी सूचना जैसे ही आरोपी भागने की कोशिश कर रहा था, पड़ोसी ऋषभ अग्रवाल ने बहादुरी दिखाते हुए उसे कॉलोनी के मुख्य गेट पर ही धर दबोचा। उनकी सूझबूझ और तत्परता ने एक बड़ी वारदात को टाल दिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए, तत्काल 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही आईटीआई थाना पुलिस हरकत में आई और तुरंत मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पकड़े गए युवक को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ शुरू कर दी है कि वह किस इरादे से घर में घुसा था और उसके साथ कोई और भी था या नहीं। कॉलोनी की सुरक्षा पर उठे सवाल इस घटना के बाद कॉलोनी के लोगों में दहशत और गुस्सा दोनों है। कॉलोनी के कई निवासियों ने कॉलोनी के स्वामी से मुलाकात की और पूरी घटना की जानकारी दी। उन्होंने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए सवाल उठाया कि जब कॉलोनी के मुख्य गेट पर गार्ड तैनात रहते हैं, तो कोई अंजान व्यक्ति इतनी आसानी से अंदर कैसे घुस गया? निवासियों का स्पष्ट मानना है कि कहीं न कहीं कॉलोनी की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक है और उसे तुरंत मजबूत किए जाने की आवश्यकता है। आईटीआई थाना प्रभारी कुंदन रौतेला ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि "पकड़े गए युवक से पूछताछ की जा रही है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।" कुछ दिन पहले भी पकड़ा गया था संदिग्ध यह अकेली घटना नहीं है, जिसने कॉलोनी की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाई है। कुछ दिन पहले भी जसपुर खुर्द स्थित इसी कॉलोनी में चार-पांच दिन से घूम रहे एक संदिग्ध युवक को कॉलोनी के लोगों ने पकड़ लिया था। लोगों ने बताया था कि वह युवक कई दिनों से कॉलोनी में घूम रहा था और रात में स्ट्रीट लाइटें भी बंद कर दे रहा था, जिससे लोगों में संदेह पैदा हो गया था। आक्रोशित लोगों ने उसे पकड़कर हल्की-फुल्की पिटाई भी की थी। पूछताछ के दौरान युवक ने बताया था कि वह कॉलोनी के ही एक मकान में किराए पर रहता है। इसके बाद मकान मालिक को मौके पर बुलाया गया और युवक को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। इन लगातार हो रही घटनाओं ने कॉलोनी के निवासियों को भयभीत कर दिया है। वे पुलिस और कॉलोनी प्रबंधन से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं, ताकि वे अपने घरों में सुरक्षित महसूस कर सकें।

काशीपुर: चोरी के इरादे से घर में घुसे युवक को दबोचा, कॉलोनी की सुरक्षा पर उठे सवाल; संदिग्ध की पिटाई

काशीपुर, 29 जुलाई 2025 (समय बोल रहा ) – काशीपुर के जसपुर खुर्द स्थित एक पॉश कॉलोनी में रविवार रात चोरी के इरादे से एक घर में घुसे युवक को स्थानीय लोगों ने साहस और सूझबूझ दिखाते हुए दबोच लिया। आरोपी को तत्काल पुलिस के हवाले कर दिया गया, जिससे पुलिस उससे गहन पूछताछ कर…

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बन्नाखेड़ा, 25 जुलाई 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के ग्राम बन्नाखेड़ा में गुरुवार देर रात चोरों की अफवाह और आसमान में एक ड्रोन दिखने की घटना ने एक 25 वर्षीय युवक की जान ले ली। गांव में फैली अफवाह के कारण बड़ी संख्या में लोग सड़क पर जमा हो गए थे, तभी एक तेज रफ्तार अनियंत्रित कार ने भीड़ के बीच से गुजरते हुए सोरन कश्यप नामक युवक को रौंद दिया। इस दर्दनाक हादसे में सोरन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद शुक्रवार को सोरन की मौत से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने न्याय की मांग को लेकर शव को सड़क पर रखकर जमकर हंगामा किया, आरोपी कार चालक की गिरफ्तारी और उस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही थी। पुलिस द्वारा मामला दर्ज किए जाने के बाद ही परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया। रात के सन्नाटे में फैली अफवाह, सड़क पर उमड़ा जनसैलाब घटना गुरुवार देर रात की है, जब ग्राम बन्नाखेड़ा का शांत माहौल अचानक एक अफवाह से गरमा गया। गांव में किसी ने आसमान में एक ड्रोन दिखने की बात फैलाई, और इसके साथ ही चोरों के गांव में घुसने की अफवाह भी तेजी से फैल गई। यह अफवाह आग की तरह पूरे गांव में फैल गई, जिससे ग्रामीण दहशत में आ गए। अपने घरों की सुरक्षा और चोरों को पकड़ने की नियत से बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं, पुरुष और बच्चे अपने घरों से बाहर निकलकर सड़क किनारे जमा हो गए। सभी की निगाहें ड्रोन और चोरों की तलाश में थीं, और वे एक-दूसरे से घटनाक्रम को लेकर बात कर रहे थे। इसी दौरान, बन्नाखेड़ा निवासी 25 वर्षीय सोरन कश्यप पुत्र कन्हई भी अपने परिजनों और अन्य ग्रामीणों के साथ सड़क पर आ गए थे। उन्हें भी गांव की सुरक्षा की चिंता थी और वे अन्य लोगों के साथ मिलकर स्थिति को समझने का प्रयास कर रहे थे। तेज रफ्तार कार ने ली सोरन की जान, हादसा या लापरवाही? ग्रामीणों के सड़क पर जमा होने के इसी नाजुक पल में, एक तेज गति से आती कार ने ग्रामीणों के बीच से निकलने का प्रयास किया। सड़क पर भीड़ और रात के अंधेरे में, कार चालक ने शायद नियंत्रण खो दिया या भीड़ को नजरअंदाज किया, और सीधे 25 वर्षीय सोरन कश्यप को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि सोरन हवा में उछलकर दूर जा गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद सड़क पर हड़कंप मच गया। लोग चोरों की अफवाह को भूलकर सोरन की ओर दौड़े। पुलिस को तत्काल सूचना दी गई, और लोगों की मदद से गंभीर रूप से घायल सोरन को तुरंत उपचार के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया। लेकिन अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने सोरन कश्यप को मृत घोषित कर दिया। उनकी असामयिक और दर्दनाक मौत ने पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया। पहली बार हंगामा और पुलिस का हस्तक्षेप सोरन कश्यप की मौत की खबर सुनते ही उनके परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में ही जमकर हंगामा शुरू कर दिया। वे आरोपी कार चालक पर तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे थे। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए मोर्चा संभाला और परिजनों व ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत करने का प्रयास किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने आश्वासन दिया कि जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। न्याय की मांग पर शव रखकर फिर हुआ प्रदर्शन हालांकि, पुलिस के आश्वासन के बावजूद परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। शुक्रवार को, जब सोरन कश्यप का अंतिम संस्कार किया जाना था, परिजनों और ग्रामीणों ने एक बार फिर अपना आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने सोरन के शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी मांग स्पष्ट थी: जब तक आरोपी कार चालक के खिलाफ केस दर्ज नहीं होगा और उसे पकड़ा नहीं जाएगा, तब तक वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, गांव में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया। पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का भरसक प्रयास किया। इस दौरान, प्रभारी निरीक्षक बाजपुर, प्रवीण कोश्यारी, ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि अगर वे तहरीर देते हैं, तो आरोपी के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद, परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात कार चालक के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने और मौत का कारण बनने की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। केस दर्ज होने के बाद ही परिजनों ने आक्रोशित मन से सोरन कश्यप का अंतिम संस्कार किया। पुलिस की तलाश जारी, क्षेत्र में भय का माहौल प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कोश्यारी ने मीडिया को बताया कि "सड़क हादसे में एक युवक की मौत हुई थी। परिजन आरोपी वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आक्रोश दिखा रहे थे। तहरीर के बाद पुलिस ने आरोपी कार चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है और उसकी तलाश की जा रही है।" पुलिस टीमें आरोपी कार चालक की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं और घटना के संबंध में साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। यह घटना ग्राम बन्नाखेड़ा में चोरों की अफवाह और ड्रोन के कारण सड़क पर भीड़ जमा होने के अप्रत्याशित परिणाम को दर्शाती है। सोरन कश्यप की दुखद मौत ने न केवल उनके परिवार को तोड़ दिया है, बल्कि पूरे गांव में शोक और भय का माहौल भी पैदा कर दिया है। यह घटना अफवाहों के प्रसार और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी के गंभीर परिणामों की ओर भी इशारा करती है, जिस पर समाज और प्रशासन दोनों को गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी चालक को गिरफ्तार करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।

उत्तराखंड: चोर की अफवाह ने ली युवक की जान, अनियंत्रित कार ने सड़क पर भीड़ के बीच युवक को रौंदा; परिजनों का हंगामा

बन्नाखेड़ा, 25 जुलाई 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के ग्राम बन्नाखेड़ा में गुरुवार देर रात चोरों की अफवाह और आसमान में एक ड्रोन दिखने की घटना ने एक 25 वर्षीय युवक की जान ले ली। गांव में फैली अफवाह के कारण बड़ी संख्या में लोग सड़क पर जमा हो गए थे, तभी एक तेज…

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जसपुर, 24 जुलाई – (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में खेलों के प्रति बदल रही सामाजिक सोच और युवाओं में खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल आज जसपुर में देखने को मिली। उधम सिंह नगर के जसपुर स्थित प्रतिष्ठित ब्राइट स्टार्ट इंटरनेशनल एकेडमी में सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन का भव्य शुभारंभ हुआ, जिसका उद्घाटन स्वयं प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया। इस विशाल प्रतियोगिता में देश के उत्तरी क्षेत्र से 2000 से अधिक युवा खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एकत्रित हुए हैं। खेल मंत्री ने इस अवसर पर न केवल प्रतियोगिता का आगाज किया, बल्कि खेल और खिलाड़ियों के प्रति समाज की बदलती धारणा पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। महानगरों जैसी चमक जसपुर के खेल मैदान पर ब्राइट स्टार्ट इंटरनेशनल एकेडमी का परिसर आज सुबह से ही खिलाड़ियों, आयोजकों, शिक्षकों और स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों की भीड़ से गुलजार था। रंग-बिरंगे झंडों और उत्साहपूर्ण नारों के बीच एक उत्सव का माहौल था। खेल मंत्री रेखा आर्या के आगमन पर खिलाड़ियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ हुई, जिसके बाद क्रिकेट के इस महाकुंभ का विधिवत शुभारंभ हुआ। खेल मंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से क्रिकेट पिच पर बल्ला घुमाकर या गेंद को हवा में उछालकर प्रतियोगिता के आगाज की घोषणा की, जिससे युवा खिलाड़ियों में जोश भर गया। यह प्रतियोगिता केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के खिलाड़ियों को एक मंच पर लाने का एक बड़ा प्रयास है, जो खेल प्रतिभाओं को निखारने का अवसर प्रदान करेगा। खेल मंत्री रेखा आर्या का प्रेरणादायी संबोधन: 'खेल अब केवल मनोरंजन नहीं, करियर भी है' अपने संबोधन में खेल मंत्री रेखा आर्या ने खेल और खिलाड़ियों के प्रति समाज में आए क्रांतिकारी बदलाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि "बीते एक दशक में, देश और प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों को देखने का नजरिया पूरी तरह से बदल गया है। एक समय था जब खेल को केवल मनोरंजन या शारीरिक गतिविधि का एक साधन मात्र समझा जाता था। माता-पिता भी अपने बच्चों को पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करते थे और खेल को करियर के रूप में शायद ही कभी सोचा जाता था।" उन्होंने आगे कहा, "लेकिन आज स्थिति पूरी तरह भिन्न है। अब युवा खेल में अपनी असाधारण प्रतिभा दिखाकर न केवल अपने भविष्य को संवार रहे हैं, बल्कि देश और प्रदेश का नाम भी रोशन कर रहे हैं।" मंत्री ने इस बदलाव का श्रेय खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत, सरकार की नीतियों और खेल के प्रति बढ़ती जागरूकता को दिया। उन्होंने गर्व से कहा कि "हमारी प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को हर संभव बढ़ावा देने में हमेशा अग्रणी रही है। हमने राज्य के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सीधे सरकारी नौकरी देने का प्रावधान किया है, ताकि उन्हें भविष्य की चिंता न रहे और वे पूरी तरह से अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर सकें।" यह नीति युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, जिसने हजारों युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित किया है। 'स्टेडियम की मांग समाज की बदलती सोच का प्रतीक' खेल मंत्री रेखा आर्या ने समाज की सोच में आए इस परिवर्तन का एक और महत्वपूर्ण पहलू उजागर किया। उन्होंने कहा कि "पहले, जब वह जनता के बीच जाती थीं, तो लोगों की मुख्य मांगें सड़क, बिजली, पानी, अस्पताल और स्कूल जैसी मूलभूत सुविधाएं होती थीं। ये आवश्यक भी थीं और आज भी हैं।" लेकिन, उन्होंने जोड़ा, "यह समाज की सोच में आया एक बड़ा बदलाव ही है कि अब हर जगह से स्टेडियम और खेल मैदान बनाए जाने की मांग उठने लगी है। लोग अपने बच्चों के लिए बेहतर खेल सुविधाएं चाहते हैं, ताकि वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें।" यह बात दर्शाती है कि समाज अब शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ खेलों को भी बच्चों के सर्वांगीण विकास का एक अनिवार्य हिस्सा मान रहा है। यह एक सकारात्मक संकेत है जो राज्य में एक मजबूत खेल संस्कृति के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार इन मांगों को गंभीरता से ले रही है और खेल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए निरंतर काम कर रही है। 2000 से अधिक खिलाड़ी, भविष्य की उम्मीदें सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन में 2000 से अधिक खिलाड़ियों की भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि युवा पीढ़ी खेलों को लेकर कितनी गंभीर है। यह प्रतियोगिता इन युवा प्रतिभाओं को न केवल अपनी कौशल दिखाने का अवसर प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में भी मदद करेगी। ऐसे आयोजन खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धी माहौल प्रदान करते हैं, जिससे उनका खेल निखरता है और वे बड़े टूर्नामेंटों के लिए तैयार होते हैं। यह मंच उन्हें खेल भावना, टीम वर्क और नेतृत्व क्षमता जैसे महत्वपूर्ण गुणों को विकसित करने में भी सहायता करता है। स्थानीय नेताओं की उपस्थिति और समर्थन इस महत्वपूर्ण अवसर पर कई स्थानीय और क्षेत्रीय भाजपा नेता भी उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। इनमें काशीपुर भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज पाल, पूर्व विधायक डॉ शैलेंद्र मोहन सिंघल, काशीपुर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, सुनील कंबोज, सुमित कंबोज, मधु शर्मा, पुष्कर काला, राजकुमार चौहान आदि प्रमुख थे। इन नेताओं की उपस्थिति ने यह संदेश दिया कि स्थानीय प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व खेलों और युवा विकास के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें खेल के मैदान पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। कुल मिलाकर, जसपुर में सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन का यह शुभारंभ उत्तराखंड में खेलों के एक नए युग का प्रतीक है। खेल मंत्री रेखा आर्या के शब्दों ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार और समाज दोनों ही अब खेलों को केवल मनोरंजन से कहीं बढ़कर, एक गंभीर करियर विकल्प और सामाजिक विकास के महत्वपूर्ण आयाम के रूप में देख रहे हैं। यह निश्चित रूप से राज्य में खेल प्रतिभाओं के लिए उज्ज्वल भविष्य की ओर एक बड़ा कदम है।

उत्तराखंड: जसपुर में खेलों को लेकर बदल रही समाज की सोच, खेल मंत्री रेखा आर्या ने CBSE नॉर्थ जोन क्रिकेट प्रतियोगिता का किया भव्य शुभारंभ

जसपुर, 24 जुलाई – (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में खेलों के प्रति बदल रही सामाजिक सोच और युवाओं में खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल आज जसपुर में देखने को मिली। उधम सिंह नगर के जसपुर स्थित प्रतिष्ठित ब्राइट स्टार्ट इंटरनेशनल एकेडमी में सीबीएसई नॉर्थ जोन क्रिकेट कंपटीशन का…

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बन्नाखेड़ा, 25 जुलाई 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के ग्राम बन्नाखेड़ा में गुरुवार देर रात चोरों की अफवाह और आसमान में एक ड्रोन दिखने की घटना ने एक 25 वर्षीय युवक की जान ले ली। गांव में फैली अफवाह के कारण बड़ी संख्या में लोग सड़क पर जमा हो गए थे, तभी एक तेज रफ्तार अनियंत्रित कार ने भीड़ के बीच से गुजरते हुए सोरन कश्यप नामक युवक को रौंद दिया। इस दर्दनाक हादसे में सोरन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद शुक्रवार को सोरन की मौत से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने न्याय की मांग को लेकर शव को सड़क पर रखकर जमकर हंगामा किया, आरोपी कार चालक की गिरफ्तारी और उस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही थी। पुलिस द्वारा मामला दर्ज किए जाने के बाद ही परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया। रात के सन्नाटे में फैली अफवाह, सड़क पर उमड़ा जनसैलाब घटना गुरुवार देर रात की है, जब ग्राम बन्नाखेड़ा का शांत माहौल अचानक एक अफवाह से गरमा गया। गांव में किसी ने आसमान में एक ड्रोन दिखने की बात फैलाई, और इसके साथ ही चोरों के गांव में घुसने की अफवाह भी तेजी से फैल गई। यह अफवाह आग की तरह पूरे गांव में फैल गई, जिससे ग्रामीण दहशत में आ गए। अपने घरों की सुरक्षा और चोरों को पकड़ने की नियत से बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं, पुरुष और बच्चे अपने घरों से बाहर निकलकर सड़क किनारे जमा हो गए। सभी की निगाहें ड्रोन और चोरों की तलाश में थीं, और वे एक-दूसरे से घटनाक्रम को लेकर बात कर रहे थे। इसी दौरान, बन्नाखेड़ा निवासी 25 वर्षीय सोरन कश्यप पुत्र कन्हई भी अपने परिजनों और अन्य ग्रामीणों के साथ सड़क पर आ गए थे। उन्हें भी गांव की सुरक्षा की चिंता थी और वे अन्य लोगों के साथ मिलकर स्थिति को समझने का प्रयास कर रहे थे। तेज रफ्तार कार ने ली सोरन की जान, हादसा या लापरवाही? ग्रामीणों के सड़क पर जमा होने के इसी नाजुक पल में, एक तेज गति से आती कार ने ग्रामीणों के बीच से निकलने का प्रयास किया। सड़क पर भीड़ और रात के अंधेरे में, कार चालक ने शायद नियंत्रण खो दिया या भीड़ को नजरअंदाज किया, और सीधे 25 वर्षीय सोरन कश्यप को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि सोरन हवा में उछलकर दूर जा गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद सड़क पर हड़कंप मच गया। लोग चोरों की अफवाह को भूलकर सोरन की ओर दौड़े। पुलिस को तत्काल सूचना दी गई, और लोगों की मदद से गंभीर रूप से घायल सोरन को तुरंत उपचार के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया। लेकिन अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने सोरन कश्यप को मृत घोषित कर दिया। उनकी असामयिक और दर्दनाक मौत ने पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया। पहली बार हंगामा और पुलिस का हस्तक्षेप सोरन कश्यप की मौत की खबर सुनते ही उनके परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में ही जमकर हंगामा शुरू कर दिया। वे आरोपी कार चालक पर तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे थे। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए मोर्चा संभाला और परिजनों व ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत करने का प्रयास किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने आश्वासन दिया कि जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। न्याय की मांग पर शव रखकर फिर हुआ प्रदर्शन हालांकि, पुलिस के आश्वासन के बावजूद परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। शुक्रवार को, जब सोरन कश्यप का अंतिम संस्कार किया जाना था, परिजनों और ग्रामीणों ने एक बार फिर अपना आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने सोरन के शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी मांग स्पष्ट थी: जब तक आरोपी कार चालक के खिलाफ केस दर्ज नहीं होगा और उसे पकड़ा नहीं जाएगा, तब तक वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, गांव में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया। पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का भरसक प्रयास किया। इस दौरान, प्रभारी निरीक्षक बाजपुर, प्रवीण कोश्यारी, ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि अगर वे तहरीर देते हैं, तो आरोपी के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद, परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात कार चालक के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने और मौत का कारण बनने की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। केस दर्ज होने के बाद ही परिजनों ने आक्रोशित मन से सोरन कश्यप का अंतिम संस्कार किया। पुलिस की तलाश जारी, क्षेत्र में भय का माहौल प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कोश्यारी ने मीडिया को बताया कि "सड़क हादसे में एक युवक की मौत हुई थी। परिजन आरोपी वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आक्रोश दिखा रहे थे। तहरीर के बाद पुलिस ने आरोपी कार चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है और उसकी तलाश की जा रही है।" पुलिस टीमें आरोपी कार चालक की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं और घटना के संबंध में साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। यह घटना ग्राम बन्नाखेड़ा में चोरों की अफवाह और ड्रोन के कारण सड़क पर भीड़ जमा होने के अप्रत्याशित परिणाम को दर्शाती है। सोरन कश्यप की दुखद मौत ने न केवल उनके परिवार को तोड़ दिया है, बल्कि पूरे गांव में शोक और भय का माहौल भी पैदा कर दिया है। यह घटना अफवाहों के प्रसार और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी के गंभीर परिणामों की ओर भी इशारा करती है, जिस पर समाज और प्रशासन दोनों को गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी चालक को गिरफ्तार करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।

रामनगर: गर्जिया में भीषण सड़क हादसा, स्कूली बच्चों को ले जा रहे टेम्पो को कार ने मारी टक्कर; 8 बच्चे समेत 10 गंभीर घायल

रामनगर, 24 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – रामनगर के ग्राम गर्जिया में बृहस्पतिवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। यह दुर्घटना उस समय हुई, जब सुंदरखाल से ढिकुली राजकीय विद्यालय जा रहे स्कूली बच्चों से भरे एक टेम्पो को गर्जिया के पास…

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सितारगंज, 23 जुलाई, 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन-2025 की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। इसी क्रम में, आज सितारगंज ब्लॉक की कुल 287 मतदान पार्टियाँ पूरी मुस्तैदी के साथ सितारगंज मंडी परिसर से अपने-अपने मतदान स्थलों के लिए रवाना हुईं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री नितिन सिंह भदौरिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्री मणिकांत मिश्रा स्वयं मौजूद रहे। उन्होंने मतदान पार्टियों की रवानगी से लेकर स्ट्रांग रूम तक की समस्त व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष, स्वतंत्र और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जा सके। मंडी परिसर में दिखी चुनावी सरगर्मी, अधिकारियों ने परखा हर इंतजाम सुबह से ही सितारगंज मंडी परिसर में चुनावी माहौल स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था। मतदान अधिकारी अपने निर्धारित काउंटरों से मतपत्रों, ईवीएम (यदि प्रयोग हो), मुहरों, स्याही और अन्य आवश्यक मतदान सामग्री का मिलान कर रहे थे। सुरक्षाकर्मी चप्पे-चप्पे पर तैनात थे और पूरी व्यवस्था को नियंत्रित कर रहे थे। जिलाधिकारी श्री नितिन सिंह भदौरिया और एसएसपी श्री मणिकांत मिश्रा ने इस दौरान पूरे परिसर का भ्रमण किया। उन्होंने मतदान सामग्री वितरण काउंटरों का जायजा लिया, सुरक्षा व्यवस्था को परखा और स्ट्रांग रूम की सीलिंग प्रक्रिया का भी अवलोकन किया। उनकी उपस्थिति ने चुनाव कर्मियों का मनोबल बढ़ाया और यह सुनिश्चित किया कि कहीं भी कोई चूक न हो। इस दौरान उपजिलाधिकारी श्री रविन्द्र जुवाटा, ईई पेयजल निगम श्री सुनील जोशी, एआरओ (सहायक रिटर्निंग ऑफिसर) तथा अन्य संबंधित अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने व्यवस्थाओं को सुचारु बनाने में सहयोग किया। डीएम भदौरिया के स्पष्ट निर्देश: सतर्कता और निष्पक्षता सर्वोपरि जिला निर्वाचन अधिकारी श्री नितिन सिंह भदौरिया ने मतदान पार्टियों को रवाना करने से पहले उपस्थित सभी मतदान अधिकारियों और कर्मियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि "मतदान प्रक्रिया चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है, और यह पूरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया की नींव है। अतः, सभी मतदान अधिकारी अत्यधिक सतर्कता, पूर्ण निष्पक्षता और आपसी समन्वय के साथ मतदान संपन्न कराना सुनिश्चित करें।" उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर होने वाली छोटी से छोटी लापरवाही भी चुनाव की शुचिता को प्रभावित कर सकती है, इसलिए हर कदम पर सावधानी बरतना अनिवार्य है। डीएम ने यह भी निर्देश दिए कि "प्रत्येक मतदान दल समय से अपने-अपने निर्धारित गंतव्य पर पहुंचे और मतदान केंद्र की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे प्रकाश, बैठने की व्यवस्था, सुरक्षा और मतदान बूथ की गोपनीयता सुनिश्चित करें।" उन्होंने यह भी कहा कि "निर्धारित समय पर ही मतदान प्रारंभ किया जाए और किसी भी प्रकार की देरी से बचा जाए।" विशेष रूप से, उन्होंने मतदान अधिकारियों को निर्देशित किया कि "वे मतपत्रों और अन्य मतदान सामग्री का सूची से भलीभांति मिलान कर के ही रवाना हों, ताकि मतदान प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार का व्यवधान या सामग्री की कमी का सामना न करना पड़े।" यह निर्देश त्रुटि रहित चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। अतिथ्य निषेध और जोनल-सेक्टर मजिस्ट्रेटों की भूमिका जिला निर्वाचन अधिकारी श्री भदौरिया ने यह भी स्पष्ट किया कि "कोई भी मतदान अधिकारी या कर्मचारी किसी भी प्रकार का आतिथ्य (खानपान या अन्य सुविधाएं) किसी भी बाहरी व्यक्ति से स्वीकार नहीं करेगा।" उन्होंने जोर दिया कि "सभी मतदान कर्मी अपने आवंटित मतदान स्थल पर ही निवास करेंगे और बाहर से किसी भी प्रकार के प्रभाव से दूर रहेंगे।" यह निर्देश चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए बेहद अहम है, ताकि कोई भी बाहरी दबाव या प्रलोभन मतदान को प्रभावित न कर सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सभी सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेटों को भी कड़े निर्देश दिए। उन्हें कहा गया कि "वे अपनी संबंधित मतदान पार्टियों के बूथों पर सुरक्षित पहुंचने की सूचना तत्काल नियंत्रण कक्ष एवं रिटर्निंग ऑफिसर (आर.ओ.) को अवश्य उपलब्ध कराएं।" साथ ही, "मतदान दिवस पर क्षेत्र में निरंतर भ्रमण करते हुए अपने-अपने बूथों पर कड़ी निगरानी बनाए रखें।" यह सुनिश्चित करेगा कि कहीं भी कोई अनियमितता न हो और किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। 48 बसों से रवाना हुईं पार्टियाँ, 29 रिज़र्व में निर्वाचन अधिकारी श्री संजय छिमवाल ने इस अवसर पर रवानगी संबंधी विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि सितारगंज ब्लॉक की कुल 287 मतदान पार्टियाँ 48 विशेष बसों के माध्यम से अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना की गई हैं। यह विशाल काफिला सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से मतदान सामग्री और कर्मियों को उनके बूथों तक पहुंचाने के लिए तैयार किया गया है। श्री छिमवाल ने यह भी जानकारी दी कि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए 29 पार्टियों को रिज़र्व में रखा गया है। इन रिज़र्व पार्टियों को आवश्यकता अनुसार, जैसे किसी कर्मी के बीमार होने या किसी अन्य अप्रत्याशित परिस्थिति में, तुरंत भेजा जा सकेगा, ताकि मतदान प्रक्रिया में कोई व्यवधान न आए। यह व्यवस्था चुनाव आयोग की दूरदर्शिता और आकस्मिक योजना का हिस्सा है, जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में सहायक होती है। समग्र रूप से, सितारगंज ब्लॉक में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां चाक-चौबंद नजर आ रही हैं। प्रशासन ने अपनी पूरी शक्ति और संसाधनों को झोंक दिया है ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया का यह महत्वपूर्ण पर्व सफलतापूर्वक संपन्न हो सके। अब सभी की निगाहें मतदान दिवस पर टिकी हैं।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2025: सितारगंज ब्लॉक से 287 मतदान पार्टियाँ रवाना, डीएम-एसएसपी ने परखी व्यवस्थाएँ; निष्पक्ष चुनाव पर जोर

सितारगंज, 23 जुलाई, 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन-2025 की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। इसी क्रम में, आज सितारगंज ब्लॉक की कुल 287 मतदान पार्टियाँ पूरी मुस्तैदी के साथ सितारगंज मंडी परिसर से अपने-अपने मतदान स्थलों के लिए रवाना हुईं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी…

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