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काशीपुर, 17 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज और निरंकारी राजपिता रमित जी के पावन मार्गदर्शन में, संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा 'वननेस वन' परियोजना का पाँचवाँ चरण आज पूरे देश के 600 से अधिक स्थानों पर पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इसी कड़ी में, काशीपुर के राजकीय पशु चिकित्सालय में भी इस अनूठे अभियान का सफल आयोजन हुआ, जहाँ लगभग 350 निरंकारी सेवादार भाई-बहनों और बच्चों ने मिलकर न केवल बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया, बल्कि पूरे क्षेत्र की सफाई भी की। यह आयोजन प्रकृति के प्रति प्रेम, सेवा के प्रति समर्पण और सह-अस्तित्व की भावना का एक अद्भुत उदाहरण बन गया। वननेस वन’ परियोजना: हरियाली से कहीं बढ़कर संत निरंकारी मंडल के सचिव, आदरणीय श्री जोगिन्दर सुखीजा जी ने इस अभियान के पीछे के गहन दर्शन को साझा करते हुए बताया कि 'वननेस वन' सिर्फ हरियाली को बढ़ावा देने की एक पहल नहीं है, बल्कि यह प्रकृति के साथ एक गहरा जुड़ाव स्थापित करने, मानव के उत्तरदायित्वों को समझने और सह-अस्तित्व की भावना को मजबूत करने का एक समर्पित प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह मिशन मानवता और प्रकृति के बीच के संबंध को पुनः स्थापित करने का एक माध्यम है, जहाँ पेड़ लगाना केवल एक कार्य नहीं, बल्कि एक संस्कार बन जाता है। सेवा और समर्पण के भाव से किया गया यह कार्य एक आध्यात्मिक अनुभव का रूप ले लेता है, जो पर्यावरण संरक्षण को एक नया आयाम देता है। काशीपुर में सेवादारों का अदम्य उत्साह आज सुबह काशीपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में निरंकारी सेवादारों का उत्साह देखते ही बन रहा था। राजकीय पशु चिकित्सालय परिसर में, जहाँ पिछले वर्ष भी वृक्षारोपण किया गया था, इस बार भी बड़ी संख्या में नए पौधे लगाए गए। इस दौरान, परिसर में चारों ओर कीचड़ होने के बावजूद, सेवादारों ने बिना किसी हिचकिचाहट के पूरे जोश के साथ अपने कार्य को अंजाम दिया। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने मिलकर परिसर की सुंदरता को बढ़ाने में अपना योगदान दिया। कीचड़ की परवाह किए बिना, जिस तरह से सेवादारों ने पूरे लगन से वृक्षारोपण और सफाई का कार्य किया, वह उनके निस्वार्थ सेवाभाव का प्रतीक था। इस सराहनीय कार्य की स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के इंचार्ज ने भी भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने निरंकारी मिशन के इस प्रयास को प्रकृति और समाज के लिए एक प्रेरणादायी कदम बताया। एक अभियान से 'लघु वनों' तक का सफर वर्ष 2021 में शुरू हुआ 'वननेस वन' अभियान अब अपने पांचवें चरण में पहुँच चुका है, और इसका प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। जिन स्थानों पर कभी खाली जमीन थी, वहाँ अब ये अभियान हरे-भरे वृक्षों में बदल चुके हैं, जिन्होंने लघु वनों का रूप ले लिया है। इन वनों में विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओं और प्रवासी पक्षियों की वापसी ने जैव विविधता के पुनरुत्थान को प्रमाणित किया है। यह इस बात का सबूत है कि यह प्रयास केवल पर्यावरण की रक्षा नहीं कर रहा है, बल्कि प्रकृति को उसके मूल स्वरूप में लौटाने का भी माध्यम बन रहा है। यह अभियान भविष्य की पीढ़ियों को एक समृद्ध, हरा-भरा और स्वस्थ वातावरण देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। रोपे गए पौधों की देखभाल और संरक्षण का संकल्प उन्हें घने, आत्मनिर्भर वनों में परिवर्तित करने की दिशा में एक ठोस कदम है। संदेश और संकल्प स्थानीय मुखी राजेंद्र अरोड़ा ने सभी संतों और स्वास्थ्य अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए सतगुरु माता जी का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि ‘वननेस वन’ परियोजना सिर्फ वृक्षारोपण नहीं है, बल्कि यह प्रकृति, सेवा और सह-अस्तित्व का एक जीवंत आंदोलन है। यह अभियान भविष्य की पीढ़ियों को हरीतिमा से समृद्ध वातावरण देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। सतगुरु की छत्रछाया में 'वननेस वन' का यह अभियान सेवा, समर्पण और प्रकृति प्रेम की एक ऐसी साधना है, जो पर्यावरण संरक्षण को एक आध्यात्मिक अनुभव में बदल देती है। यह अभियान एक स्पष्ट और सशक्त संदेश देता है कि वृक्ष लगाना सिर्फ एक कर्तव्य नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण संस्कार है, और निस्वार्थ सेवा करना केवल एक कार्य नहीं, बल्कि एक महान साधना है, जिसे निरंकारी मिशन बखूबी निभा रहा है। यह आयोजन एक बार फिर यह साबित करता है कि जब समाज एक नेक उद्देश्य के लिए एक साथ आता है, तो बड़े से बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। निरंकारी मिशन का यह अभियान समाज के सभी वर्गों के लिए एक प्रेरणा है कि वे अपने पर्यावरण की देखभाल करें और एक बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करें।

सेवा, समर्पण और हरियाली का उत्सव: निरंकारी मिशन का ‘वननेस वन’ अभियान, काशीपुर में हुआ भव्य वृक्षारोपण और सफाई अभियान

काशीपुर, 17 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज और निरंकारी राजपिता रमित जी के पावन मार्गदर्शन में, संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा ‘वननेस वन’ परियोजना का पाँचवाँ चरण आज पूरे देश के 600 से अधिक स्थानों पर पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इसी कड़ी में,…

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रुद्रपुर, 15 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – जनपद ऊधमसिंहनगर में 79वां स्वतंत्रता दिवस का राष्ट्रीय पर्व आज पूरे हर्षोल्लास, देशभक्ति और जोश के साथ मनाया गया। जिले के मुख्य कार्यालयों से लेकर ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों तक, हर जगह तिरंगा फहराया गया और शहीदों को नमन किया गया। रुद्रपुर के कलेक्ट्रेट और सिटी क्लब में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने ध्वजारोहण किया, जबकि विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर देशभक्ति गीतों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। कलेक्ट्रेट में हुआ सम्मान समारोह कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान गाया। इसके उपरांत, उन्होंने संविधान और नशामुक्ति की शपथ दिलाई, जो राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का एक महत्वपूर्ण संकल्प था। इस मौके पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके परिजनों को फूलमाला और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया, जिनके बलिदानों को याद कर सभी की आँखें नम हो गईं। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि "आज हम जिस स्वतंत्र हवा में सांस ले रहे हैं, वह हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान का ही फल है। हमें उनके सपनों के भारत का निर्माण करने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।" उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करें और समाज के विकास में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाएं। विकास भवन में अधिकारियों ने लिया संकल्प विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया। दिवेश शाशनी ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से ईमानदारी, सादगी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ समाज के गरीब और जरूरतमंद तबके तक पहुंचाना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इस कार्यक्रम में जिला पर्यटन विकास अधिकारी लता बिष्ट, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी सहित कई अधिकारी, कर्मचारी और नागरिक उपस्थित थे। उत्कृष्ट कार्य करने वालों का सम्मान स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किए थे। उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर उनके योगदान की सराहना की गई। इसके अलावा, क्रॉस कंट्री रेस में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विजेता खिलाड़ियों को भी पुरस्कार प्रदान किए गए, जिससे उनके मनोबल में और वृद्धि हुई। ग्राम करनपुर में भी मना स्वतंत्रता दिवस जिले के शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वतंत्रता दिवस का पर्व पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। ग्राम करनपुर में स्थित सरस्वती शिशु एवं विद्या मंदिर में ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान हुआ। विद्यालय के बच्चों ने देशभक्ति पर आधारित मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिन्होंने सभी का मन मोह लिया। विद्यालय के अध्यक्ष रवि साहनी ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को याद करते हुए बच्चों को देश सेवा का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान हरिओम सुधा, सुरेश बत्रा, शिवम सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, मोनिका बाठला, आंचल साहनी, योगिता बत्रा, अनामिका, रमेश, अमन, जसमीत सहित विद्यालय का पूरा स्टाफ और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ए.एन. झा इंटर कॉलेज में भी जश्न इसी क्रम में, करनपुर स्थित ए.एन. झा इंटर कॉलेज में भी स्वतंत्रता दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां भी ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान हुआ और विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी देशभक्ति का प्रदर्शन किया। यह उत्साह और उमंग का माहौल यह दर्शाता है कि आजादी का यह पर्व हर भारतीय के दिल में विशेष स्थान रखता है।

रुद्रपुर और करनपुर में 79वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया, शहीदों के बलिदान को किया गया याद

रुद्रपुर, 15 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – जनपद ऊधमसिंहनगर में 79वां स्वतंत्रता दिवस का राष्ट्रीय पर्व आज पूरे हर्षोल्लास, देशभक्ति और जोश के साथ मनाया गया। जिले के मुख्य कार्यालयों से लेकर ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों तक, हर जगह तिरंगा फहराया गया और शहीदों को नमन किया गया। रुद्रपुर के कलेक्ट्रेट और…

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जसपुर, 14 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – जसपुर ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए आज हुए चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। कड़ी टक्कर के बाद, ब्लॉक प्रमुख पद पर अनूप कौर ने शानदार जीत हासिल की है। वहीं, ज्येष्ठ उप प्रमुख पद पर परगट सिंह पन्नू और कनिष्ठ उप प्रमुख पद पर विमल सिंह निर्वाचित हुए हैं। चुनाव परिणाम घोषित होते ही उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाया। ब्लॉक प्रमुख पद पर अनूप कौर की जीत ब्लॉक प्रमुख पद के लिए अनूप कौर और नवनीत कौर (मिस्सरवाला) के बीच सीधा मुकाबला था। इस मुकाबले में अनूप कौर ने निर्णायक बढ़त हासिल करते हुए जीत दर्ज की। उनकी जीत को जसपुर ब्लॉक की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। चुनाव से पहले ही दोनों पक्षों द्वारा जीत के दावे किए जा रहे थे, लेकिन अंततः अनूप कौर के पक्ष में परिणाम आया। ज्येष्ठ और कनिष्ठ उप प्रमुख पदों के नतीजे ज्येष्ठ उप प्रमुख पद पर परगट सिंह पन्नू ने जीत दर्ज की। इस पद के लिए उनका मुकाबला सारनदीप कौर से था। परगट सिंह पन्नू की जीत ने उनके समर्थकों के बीच उत्साह भर दिया। कनिष्ठ उप प्रमुख पद पर विमल सिंह निर्वाचित हुए हैं। इस पद के लिए उनका मुकाबला अमृतपाल कौर से था। विमल सिंह की जीत ने उनके पक्ष को और मजबूत किया है। 40 बीडीसी सदस्यों का फैसला इन तीनों पदों के लिए 40 बीडीसी सदस्यों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इन सदस्यों के एक-एक वोट का महत्व काफी अधिक था और उन्हीं के फैसले ने इन तीनों उम्मीदवारों को जीत दिलाई। चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुई। अनूप कौर, परगट सिंह पन्नू और विमल सिंह के निर्वाचन से जसपुर ब्लॉक के विकास के लिए एक नई शुरुआत मानी जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि ये सभी मिलकर ब्लॉक के विकास और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए काम करेंगे।

जसपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव परिणाम: अनूप कौर, परगट सिंह पन्नू और विमल सिंह ने लहराया जीत का परचम

जसपुर, 14 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – जसपुर ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए आज हुए चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। कड़ी टक्कर के बाद, ब्लॉक प्रमुख पद पर अनूप कौर ने शानदार जीत हासिल की है। वहीं, ज्येष्ठ उप प्रमुख…

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ऊधमसिंहनगर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा जारी भारी बारिश की 'रेड अलर्ट' चेतावनी के बाद ऊधमसिंहनगर जिले में प्रशासन ने एक बड़ा और त्वरित फैसला लिया है। छात्र-छात्राओं और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने 14 अगस्त 2025 (गुरुवार) को जिले के कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी, निजी और सहायता प्राप्त विद्यालयों के साथ-साथ समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। यह फैसला आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत लिया गया है, जिसमें चेतावनी का उल्लंघन करने वाले शिक्षण संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही गई है। मौसम विभाग की 'रेड अलर्ट' और संभावित खतरे भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून ने आगामी दिनों के लिए एक गंभीर मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। इस पूर्वानुमान के अनुसार, 13 अगस्त से 17 अगस्त 2025 तक उत्तराखंड के कई जिलों में औसत से अधिक वर्षा, तेज गर्जना और आकाशीय बिजली चमकने की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग ने इस स्थिति को देखते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जो एक गंभीर चेतावनी है। रेड अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम की स्थिति बेहद खराब हो सकती है और जान-माल को बड़ा खतरा हो सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा से मैदानी इलाकों की नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है। इसी खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने यह सुरक्षात्मक कदम उठाया है। छात्रहित में लिया गया फैसला जिलाधिकारी और जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष नितिन सिंह भदौरिया द्वारा जारी किए गए आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि यह फैसला "छात्रहित एवं बाल्यहित" को ध्यान में रखकर लिया गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि लगातार हो रही बारिश से नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे बच्चों की आवाजाही में खतरा पैदा हो सकता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी छात्र या बच्चा इस खराब मौसम में खतरे का सामना न करे, जिला प्रशासन ने एक दिन पहले ही सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया है। यह कदम जिला प्रशासन की सतर्कता और आपदा की स्थिति से निपटने की तैयारी को भी दर्शाता है। किस पर लागू होगा यह आदेश? जिलाधिकारी द्वारा जारी यह आदेश जनपद ऊधमसिंहनगर के भीतर संचालित होने वाले सभी प्रकार के शिक्षण संस्थानों पर लागू होता है। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं: समस्त राजकीय विद्यालय (Government Schools) परिषदीय विद्यालय (Council Schools) सहायता प्राप्त विद्यालय (Aided Schools) मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय (Recognized Private Schools) समस्त आंगनबाड़ी केंद्र यह आदेश दिनांक 14 अगस्त 2025 (बृहस्पतिवार) के लिए प्रभावी रहेगा। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई भी विद्यालय इस आदेश की अवहेलना करता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। यह चेतावनी बताती है कि प्रशासन इस आदेश को लेकर कितना गंभीर है और नियमों का पालन न करने वालों को किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी। प्रशासनिक सतर्कता और तैयारियां जिलाधिकारी ने इस आदेश की प्रतिलिपि विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भेजी है, जिससे यह पता चलता है कि पूरा प्रशासनिक अमला इस स्थिति को लेकर सतर्क है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें। जिला सूचना अधिकारी को भी जनहित में इस आदेश का प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया है, ताकि यह सूचना सभी तक समय पर पहुंच सके। यह कदम सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यक्ति इस आदेश से अनभिज्ञ न रहे और सभी अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। निष्कर्ष: आपदा से निपटने की तैयारी यह आदेश उत्तराखंड में मानसून के दौरान उत्पन्न होने वाली आपदाओं से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारियों का एक स्पष्ट उदाहरण है। लगातार हो रही बारिश और मौसम विभाग के रेड अलर्ट के मद्देनजर, जिला प्रशासन द्वारा स्कूलों को बंद करने का यह फैसला न केवल एक एहतियाती कदम है, बल्कि यह बच्चों और आम जनता की सुरक्षा को सर्वोपरि रखने की प्रतिबद्धता भी दर्शाता है। इस फैसले से लाखों छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को राहत मिली है, जो खराब मौसम में बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर चिंतित थे। अब सबकी नजरें मौसम के अगले पूर्वानुमान पर टिकी हैं कि क्या बारिश का दौर जारी रहता है या मौसम में सुधार आता है।

ऊधमसिंह नगर: भारी बारिश की ‘रेड अलर्ट’ के चलते कल सभी स्कूल-आंगनबाड़ी केंद्र बंद, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का बड़ा फैसला

ऊधमसिंहनगर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा जारी भारी बारिश की ‘रेड अलर्ट’ चेतावनी के बाद ऊधमसिंहनगर जिले में प्रशासन ने एक बड़ा और त्वरित फैसला लिया है। छात्र-छात्राओं और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने 14 अगस्त 2025 (गुरुवार) को जिले…

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जसपुर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए मतदान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इन तीनों पदों पर कुल छह उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला कल 40 बीडीसी सदस्य करेंगे। सोमवार को नामांकन प्रक्रिया और मंगलवार को नाम वापसी के बाद अब चुनावी जंग अपने अंतिम चरण में है। मतदान और मतगणना दोनों ही कल, यानी 15 अगस्त को होंगी, जिसके बाद विजेताओं की घोषणा की जाएगी। इस चुनाव को लेकर जसपुर ब्लॉक में राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं और हर कोई नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। तीन पदों के लिए छह दावेदार: रोचक हुआ मुकाबला जसपुर ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में इस बार एक दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। सोमवार को तीन पदों के लिए कुल सात लोगों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। मंगलवार को नाम वापसी के दिन, ब्लॉक प्रमुख पद की एक दावेदार बलजीत कौर ने अपना पर्चा वापस ले लिया, जिससे मुकाबला और भी रोचक हो गया। अब तीनों पदों के लिए कुल छह उम्मीदवार आमने-सामने हैं। इन उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने वाले 40 बीडीसी सदस्यों के मतों का महत्व काफी बढ़ गया है। इन सदस्यों का एक-एक वोट निर्णायक साबित हो सकता है। वर्तमान में, चुनाव मैदान में मौजूद उम्मीदवार इस प्रकार हैं: ब्लॉक प्रमुख पद: इस सबसे महत्वपूर्ण पद के लिए दो उम्मीदवार मैदान में हैं - अनूप कौर और नवनीत कौर (मिस्सरवाला)। दोनों ही मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं और उनके बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है। ज्येष्ठ उप प्रमुख पद: इस पद के लिए प्रगट सिंह पन्नू (भरतपुर) और सारनदीप कौर (अमियावाला) के बीच मुकाबला है। दोनों ही उम्मीदवारों ने अपनी-अपनी जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। कनिष्ठ उप प्रमुख पद: इस पद के लिए विमल सिंह (उमरपुर) और अमृतपाल कौर (गढ़ीहुसैन) के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। प्रशासनिक तैयारियां पूरी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम उप जिलाधिकारी (एसडीएम) चतर सिंह चौहान ने बताया कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। मतदान और मतगणना स्थल पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है। एसडीएम ने पुलिस को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। मतदान की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी, ताकि चुनाव में किसी भी प्रकार की धांधली की कोई गुंजाइश न रहे। मतदान कक्ष के अंदर मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध है। मतदान और मतगणना का कार्यक्रम मतदान प्रक्रिया कल सुबह 10 बजे से शुरू होकर दोपहर 3 बजे तक चलेगी। इसके बाद, मतों की गिनती मतदान समाप्त होते ही की जाएगी, जिसके बाद विजेताओं की घोषणा होगी। इस पूरी प्रक्रिया में 40 बीडीसी सदस्य ही अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जो इन तीनों पदों के उम्मीदवारों का भाग्य तय करेंगे। चुनाव में बीडीसी सदस्यों का मतदान करना न केवल एक संवैधानिक कर्तव्य है, बल्कि यह उनकी राजनीतिक परिपक्वता और समझ का भी प्रतीक है। जसपुर में पिछले कुछ दिनों से उम्मीदवारों और उनके समर्थकों द्वारा बीडीसी सदस्यों को अपने पक्ष में लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इन चुनावों में व्यक्तिगत संपर्क और स्थानीय प्रभाव काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि कौन से उम्मीदवार बीडीसी सदस्यों का विश्वास जीतने में सफल होते हैं। स्थानीय राजनीति में बढ़ा रोमांच ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर जसपुर की स्थानीय राजनीति में खासा रोमांच देखने को मिल रहा है। यह चुनाव केवल एक पद की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह स्थानीय नेताओं के प्रभाव और पार्टी की पकड़ का भी एक बड़ा इम्तिहान है। नतीजों से यह साफ हो जाएगा कि क्षेत्र में किस पार्टी या व्यक्ति का दबदबा ज्यादा है। निर्विरोध निर्वाचन की अटकलों के बीच, पर्चे वापस न लेने से यह चुनाव और भी रोचक हो गया है। अब सभी की नजरें कल होने वाले मतदान और मतगणना पर टिकी हैं कि क्या किसी को स्पष्ट बहुमत मिलेगा या फिर कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।

जसपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव: तीन पदों के लिए छह दावेदार, 40 बीडीसी सदस्य करेंगे फैसला; मतदान और मतगणना कल

जसपुर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख चुनाव , ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए मतदान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इन तीनों पदों पर कुल छह उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला कल…

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ऊधमसिंहनगर 12 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में एक नगर पालिका अध्यक्ष गुरजीत सिंह गित्ते ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाते हुए आगामी 14 अगस्त को होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव को कैमरे की निगरानी में कराने की अपील की है। उन्होंने अपनी मांग के पीछे चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुई कथित धांधली का हवाला दिया, जिसमें भाजपा पर वोटों की चोरी का आरोप लगा था। चंडीगढ़ चुनाव का दिया हवाला गुरजीत सिंह गित्ते ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखना लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने हाल ही में हुए चंडीगढ़ निकाय चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भाजपा ने सरेआम वोटों की चोरी करते हुए अपना मेयर बना लिया था। उन्होंने आशंका जताई कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी इस तरह की घटनाएँ हो सकती हैं, इसलिए मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराना और कैमरे की निगरानी में चुनाव कराना अनिवार्य है। समर्थकों ने भी उठाई आवाज प्रेस वार्ता के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष के साथ कई सभासद और अन्य समर्थक भी मौजूद थे, जिन्होंने उनकी मांग का समर्थन किया। इनमें सभासद जगतजीत सिंह, सुनील कुमार, आदित्य चानना, सिंह स्वरूप भारती, राजदीप तिवारी, मो. हनीफ, नत्था सिंह धवन, साबिर हुसैन, वाजिद अली, विवेक पाण्डेय आदि शामिल थे। इन सभी ने एक स्वर में कहा कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी तरह की धांधली की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए, और इसके लिए सीसीटीवी कैमरे सबसे बेहतर समाधान हैं। निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है निगरानी गिते ने कहा कि कैमरे की निगरानी से न केवल वोटों की चोरी जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि यह प्रत्याशियों और मतदाताओं के बीच भी विश्वास पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठने से लोकतंत्र कमजोर होता है, इसलिए प्रशासन को इस मांग को गंभीरता से लेना चाहिए। यह मांग ऐसे समय में आई है जब पूरा जिला ब्लॉक प्रमुख चुनावों की तैयारियों में जुटा हुआ है और प्रशासन पहले ही मतदान और मतगणना स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की बात कह चुका है। अब देखना यह है कि गुरजीत सिंह गित्ते की इस मांग पर जिला प्रशासन क्या कदम उठाता है। यह मुद्दा अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव में एक नई बहस को जन्म दे सकता है।

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में पारदर्शिता की मांग: नगर पालिका अध्यक्ष ने चंडीगढ़ की घटना का हवाला देते हुए कैमरे की निगरानी में मतदान की मांग की

ऊधमसिंहनगर 12 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में एक नगर पालिका अध्यक्ष गुरजीत सिंह गित्ते ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाते हुए आगामी 14 अगस्त को होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव को कैमरे की निगरानी में कराने…

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ऊधमसिंहनगर , 11 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्थानीय न चुनावों में अपनी ताकत का शानदार प्रदर्शन किया है। काशीपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए भाजपा प्रत्याशी श्रीमती चंद्रप्रभा और जिले के सर्वोच्च पद, जिला पंचायत अध्यक्ष, के लिए भाजपा प्रत्याशी अजय मौर्या दोनों निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। इन दोनों महत्वपूर्ण पदों पर किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया, जिससे भाजपा की जीत का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया। ये दोनों निर्विरोध निर्वाचन जिले में भाजपा की मजबूत राजनीतिक पकड़ को दर्शाते हैं। https://samaybolraha.com/category/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b6%e0%a5%80%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0/– हिन्दी काशीपुर में चंद्रप्रभा की निर्विरोध जीत काशीपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए भाजपा प्रत्याशी श्रीमती चंद्रप्रभा ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन से पूर्व और बाद में समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। ढोल-नगाड़ों और जयकारों के बीच बड़ी संख्या में बीडीसी सदस्य, ग्राम प्रधान और पार्टी कार्यकर्ता उनके समर्थन में मौजूद थे। नामांकन दाखिल करने के अंतिम समय तक, श्रीमती चंद्रप्रभा के खिलाफ किसी भी अन्य उम्मीदवार ने अपना पर्चा दाखिल नहीं किया। शाम 5 बजे नामांकन का समय समाप्त होने के बाद, यह आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया गया कि चंद्रप्रभा निर्विरोध रूप से काशीपुर की नई ब्लॉक प्रमुख होंगी। यह जीत भाजपा की संगठनात्मक शक्ति और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के बीच उनकी मजबूत पैठ को दर्शाती है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भी भाजपा का कब्जा काशीपुर की जीत के साथ ही जिले से एक और बड़ी राजनीतिक खबर आई है। ऊधमसिंहनगर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी अजय मौर्या भी निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। नामांकन दाखिल करने के अंतिम समय तक, अजय मौर्या एकमात्र उम्मीदवार रहे, जिससे उनका निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बनना सुनिश्चित हो गया। यह भाजपा के लिए एक बड़ी राजनीतिक उपलब्धि है, जो यह साबित करती है कि पार्टी ने जिले के सबसे बड़े स्थानीय निकाय पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। पार्टी की कुशल रणनीति और सभी संभावित उम्मीदवारों के साथ बेहतर तालमेल के कारण ही यह संभव हो सका, जिससे चुनाव की नौबत ही नहीं आई। भाजपा के लिए भविष्य की बड़ी सफलता ये दोनों निर्विरोध निर्वाचन भाजपा के लिए एक बड़ी राजनीतिक उपलब्धि हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह जीत न केवल दो पदों की जीत है, बल्कि यह क्षेत्र में भाजपा की संगठनात्मक पकड़ और मजबूत होती हुई स्थिति का प्रमाण है। यह सफलता आगामी चुनावों के लिए एक मजबूत नींव का काम करेगी। अब चंद्रप्रभा और अजय मौर्या के सामने ब्लॉक और जिले के विकास की बड़ी जिम्मेदारी होगी। उनके समर्थकों ने उम्मीद जताई है कि वे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से अपने-अपने क्षेत्रों में विकास के लिए काम करेंगे। इन निर्विरोध जीतों ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में नया जोश भर दिया है और यह साबित कर दिया है कि भाजपा स्थानीय स्तर पर भी मजबूत और एकजुट है।

ऊधमसिंहनगर में भाजपा की बड़ी जीत: काशीपुर ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्विरोध जीत

ऊधमसिंहनगर , 11 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्थानीय न चुनावों में अपनी ताकत का शानदार प्रदर्शन किया है। काशीपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए भाजपा प्रत्याशी श्रीमती चंद्रप्रभा और जिले के सर्वोच्च पद, जिला पंचायत अध्यक्ष, के लिए भाजपा प्रत्याशी अजय…

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रामनगर, 10 अगस्त 2025 (समय बोल रहा ) – रामनगर-हल्द्वानी मार्ग पर स्थित कुख्यात धनगढ़ी नाला आज एक बार फिर बड़े हादसे का गवाह बना। लगातार हो रही बारिश के बीच एक यात्री बस के ब्रेक अचानक फेल हो गए, जिससे बस अनियंत्रित होकर सामने से आ रही एक बाइक से टकरा गई। इस भीषण टक्कर में बाइक पर सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना ने एक बार फिर बरसात के मौसम में इस नाले की खतरनाक स्थिति को उजागर कर दिया है। कैसे हुआ हादसा? यह हादसा आज सुबह उस समय हुआ जब पहाड़ों की ओर जा रही एक यात्री बस धनगढ़ी नाले को पार कर रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस जब नाले के बीच पहुंची तो उसके ब्रेक ने अचानक काम करना बंद कर दिया। भीगी और फिसलन भरी सड़क पर चालक ने बस को रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहा। अनियंत्रित बस ने सीधे सामने से आ रही एक बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक सवार दो युवक दूर जा गिरे और बुरी तरह से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हादसे के तुरंत बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आसपास मौजूद स्थानीय लोगों और अन्य यात्रियों ने तत्काल मदद के लिए दौड़ लगाई। उन्होंने तुरंत घायलों को संभाला और उन्हें बस से दूर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। सूचना मिलते ही पुलिस और एंबुलेंस की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को तुरंत रामनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। घायलों की स्थिति पर अभी और जानकारी आनी बाकी है। धनगढ़ी नाले का खतरा बढ़ा धनगढ़ी नाला अपने तेज बहाव और खतरनाक मोड़ के कारण पहले से ही सुर्खियों में रहता है। बरसात के मौसम में यहां पानी का बहाव बढ़ जाता है और सड़क पर फिसलन और कीचड़ की वजह से चलना मुश्किल हो जाता है। इस नाले में पहले भी कई छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस स्थान पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए, ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके। यह हादसा वाहन चालकों के लिए भी एक चेतावनी है कि इस मौसम में इस रास्ते पर अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।

रामनगर: धनगढ़ी नाले में बड़ा हादसा, बस के ब्रेक फेल, बाइक सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल

रामनगर, 11 अगस्त 2025 (समय बोल रहा ) – रामनगर-हल्द्वानी मार्ग पर स्थित कुख्यात धनगढ़ी नाला आज एक बार फिर बड़े हादसे का गवाह बना। लगातार हो रही बारिश के बीच एक यात्री बस के ब्रेक अचानक फेल हो गए, जिससे बस अनियंत्रित होकर सामने से आ रही एक बाइक से टकरा गई। इस भीषण…

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जसपुर, 10 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) ग्राम करनपुर में लंबे समय से चल रही अवैध धर्मांतरण और धार्मिक प्रचार-प्रसार की गतिविधियों पर आखिरकार कार्रवाई हुई है। यह कार्रवाई तब हुई जब ग्रामवासियों ने नव-निर्वाचित प्रधान हरिओम सुधा को इस मामले की गंभीर शिकायत दी। ग्रामवासियों की शिकायत से खुला मामला ग्राम करनपुर और उसके आस-पास के मोहल्लों के लोगों ने बताया कि पिछले कई महीनों से एक विशेष धर्म (ईसाई धर्म) के कुछ लोग गांव में प्रचार-प्रसार और धर्मांतरण का कार्य कर रहे थे। हर रविवार को यह कार्यक्रम आयोजित होता था, जिसमें दूर-दराज से लोग, यहां तक कि भरतपुर और मालधन तक से, शामिल होने आते थे। ग्रामवासियों के अनुसार, यह गतिविधियां बबलू पुत्र राजपाल के घर पर हो रही थीं, जहां ईसाई धर्म के उपदेश, प्रार्थना सभाएं और लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा था। धर्मांतरण को लेकर ग्रामीणों में रोष स्थानीय निवासियों ने इस बात पर नाराजगी जताई कि बाहरी धर्म-विशेष के लोग गांव में आकर धार्मिक माहौल को प्रभावित कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना था कि इन सभाओं के दौरान शोर-शराबा भी होता है और बाहरी लोगों की आवाजाही से गांव का माहौल बदल रहा है। एक ग्रामीण ने बताया, “हम लोग अपने धर्म और परंपरा के साथ जीना चाहते हैं, लेकिन यहां पर हर हफ्ते प्रचार-प्रसार करके लोगों को अपने धर्म में शामिल करने की कोशिश की जाती है।” प्रधान हरिओम सुधा ने मौके पर पहुंचकर लिया जायज़ा जैसे ही यह शिकायत प्रधान हरिओम सुधा तक पहुंची, उन्होंने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया। मौके पर मौजूद कार्यक्रम और धार्मिक पोस्टरों को देखकर उन्होंने पाया कि यहां हर रविवार को धार्मिक सभा के नाम पर धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा है। प्रधान ने ग्रामीणों की शिकायत को गंभीर मानते हुए तत्काल चेतावनी दी कि ऐसी गतिविधियां गांव के व्यक्तियों के साथ नहीं की जाएंगी। उन्होंने कहा कि धार्मिक अनुष्ठान यदि कोई करना चाहता है तो वह अपने घर के अंदर, निजी तौर पर कर सकता है, लेकिन बाहरी लोगों को बुलाकर प्रचार-प्रसार और धर्म परिवर्तन की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अवैध गतिविधियों पर रोक का निर्देश प्रधान हरिओम सुधा ने मौके पर ही स्पष्ट आदेश दिया कि यह अवैध धर्मांतरण और प्रचार-प्रसार का कार्य तुरंत बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि आगे से इस तरह की गतिविधियां पाई गईं तो संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से भी अपील की कि वे ऐसे मामलों की तुरंत सूचना उन्हें दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके और गांव का आपसी सौहार्द बना रहे। धर्मांतरण पर कानूनी नजरिया भारत के कई राज्यों में धर्मांतरण को लेकर सख्त कानून लागू हैं, जिनमें बिना प्रशासनिक अनुमति के किसी को दूसरे धर्म में परिवर्तित करना अपराध माना जाता है। उत्तर प्रदेश में भी ‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021’ लागू है, जिसके तहत बिना अनुमति के जबरन, लालच देकर या बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन करने पर सख्त सजा और जुर्माने का प्रावधान है। ग्राम करनपुर के इस मामले में भी ग्रामीणों का आरोप है कि लोगों को आर्थिक लाभ, चिकित्सा सहायता और अन्य सुविधाओं का लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था। ग्रामीणों में राहत की भावना प्रधान की तत्परता से कार्रवाई होने के बाद ग्रामीणों में राहत की भावना है। एक महिला ने कहा, “हमें खुशी है कि हमारे प्रधान ने तुरंत कार्रवाई की और हमारी बात सुनी। इससे गांव में शांति और आपसी भाईचारा बना रहेगा।” एक अन्य युवा ने कहा, “हम चाहते हैं कि प्रशासन भी इस पर नज़र रखे और बाहरी लोगों को गांव में इस तरह की गतिविधियां करने से रोके।”

जसपुर के ग्राम करनपुर में अवैध धर्मांतरण गतिविधियों पर नव-निर्वाचित प्रधान हरिओम सुधा की सख्त कार्रवाई

जसपुर, 10 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा)ग्राम करनपुर में लंबे समय से चल रही अवैध धर्मांतरण और धार्मिक प्रचार-प्रसार की गतिविधियों पर आखिरकार कार्रवाई हुई है। यह कार्रवाई तब हुई जब ग्रामवासियों ने नव-निर्वाचित प्रधान हरिओम सुधा को इस मामले की गंभीर शिकायत दी। ग्रामवासियों की शिकायत से खुला मामला ग्राम करनपुर और उसके…

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गदरपुर, 09 अगस्त 2025 (समय बोल रहा) – गदरपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने स्थानीय राजनीति में भूचाल ला दिया है। शुक्रवार को गदरपुर ब्लॉक प्रमुख पद की दावेदार जसविंदर कौर और उनके प्रतिनिधि, युवा किसान नेता गगनदीप सिंह के दुर्गापुर स्थित आवास पर पुलिस ने दस्तक दी। हालांकि पुलिस इसे एक सामान्य पूछताछ बता रही है, लेकिन गगनदीप सिंह और उनके समर्थकों ने इसे राजनीतिक दबाव और चुनाव में रोकने की साजिश करार दिया है। इस घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में समर्थक एकत्र हो गए, जिन्होंने पुलिस की इस कार्रवाई पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। चुनाव से पहले आमने-सामने भाजपा और किसान नेता गदरपुर ब्लॉक प्रमुख का चुनाव नजदीक है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जहां अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है, वहीं किसान नेता गगनदीप सिंह की चाची जसविंदर कौर भी इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं। दोनों खेमों में चुनावी माहौल गर्म है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इसी माहौल में पुलिस का गगनदीप सिंह के घर पहुंचना एक बड़ी घटना के रूप में देखा जा रहा है। जिस समय पुलिस टीम उनके आवास पर पहुंची, गगनदीप सिंह घर पर मौजूद नहीं थे। पुलिस टीम को अचानक देख उनके समर्थक तुरंत मौके पर जमा हो गए और उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया। गगनदीप सिंह का आरोप: भाजपा सरकार चुनाव रोकना चाहती है पुलिस की वापसी के बाद मीडिया से बात करते हुए गगनदीप सिंह ने इस पूरी घटना को भाजपा नेताओं की साजिश बताया। उन्होंने कहा, "मैं एक किसान का बेटा हूं और मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं, लेकिन भाजपा सरकार के कुछ लोग मुझे इस चुनाव में रोकना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि यह सीट भाजपा की झोली में चली जाए।" उन्होंने भाजपा नेताओं पर दबाव बनाने का सीधा आरोप लगाया। गगनदीप सिंह ने कहा कि यह पुलिस की दबिश थी, सामान्य पूछताछ नहीं। उनका कहना है कि उनकी चाची जसविंदर कौर एक मजबूत प्रत्याशी हैं और उनकी बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर सत्ता पक्ष इस तरह के हथकंडे अपना रहा है। गगनदीप सिंह ने यह भी कहा कि वह इस तरह के दबाव से डरने वाले नहीं हैं और चुनाव में पूरी ताकत से उतरेंगे। उन्होंने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने और सच्चाई की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। पुलिस का स्पष्टीकरण: 'यह दबिश नहीं, जानकारी जुटाने की कार्रवाई थी' इस पूरे घटनाक्रम पर थाना अध्यक्ष नंदन सिंह रावत ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि पुलिस किसी भी तरह की दबिश देने नहीं गई थी। थाना अध्यक्ष के अनुसार, थाने में एक प्रार्थना पत्र आया था जिसमें बीडीसी चुनाव के शैक्षिक प्रमाण पत्रों के फर्जी होने का आरोप लगाया गया था। पुलिस उसी मामले में आवश्यक जानकारी जुटाने के लिए गई थी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह एक कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा था और इसे किसी भी राजनीतिक दबाव या साजिश से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। पुलिस का यह स्पष्टीकरण एक तरफ जहां कानूनी प्रक्रिया को दर्शाता है, वहीं दूसरी तरफ यह भी दिखाता है कि चुनाव से पहले छोटे-छोटे मुद्दों को भी राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। समर्थकों में नाराजगी: इसे लोकतंत्र पर हमला बता रहे हैं पुलिस की इस कार्रवाई से गगनदीप सिंह के समर्थकों में खासी नाराजगी देखी गई। मौके पर जमा हुए समर्थकों ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया। उनका कहना था कि एक निर्भीक और मजबूत प्रत्याशी को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है। समर्थकों ने आरोप लगाया कि जब किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है, तो उसके घर इस तरह से पुलिस भेजना पूरी तरह से अनुचित है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह कार्रवाई उनके उम्मीदवार को मानसिक रूप से परेशान करने के लिए की गई है, ताकि वह चुनाव से पीछे हट जाएं। समर्थकों ने एक स्वर में कहा कि वे पूरी मजबूती से अपने नेता के साथ खड़े हैं और इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। ऊधमसिंहनगर की राजनीति में उबाल यह घटना ऊधमसिंहनगर की राजनीति में बढ़ते तनाव को दर्शाती है। जहां एक ओर जिला प्रशासन चुनाव को निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने की तैयारियों में जुटा हुआ है, वहीं दूसरी ओर चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशी और उनके समर्थक इसे सत्ता के दुरुपयोग का एक हथियार मान रहे हैं। गदरपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव अब सिर्फ एक स्थानीय चुनाव न रहकर राजनीतिक प्रतिष्ठा की लड़ाई बनता जा रहा है। पुलिस द्वारा दी गई सफाई और विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों के बीच, यह घटना यह साबित करती है कि आने वाले दिनों में चुनाव का माहौल और भी अधिक गरमा सकता है। फिलहाल, सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि इस घटना के बाद चुनाव की दिशा क्या होगी और क्या जसविंदर कौर और गगनदीप सिंह अपने आरोपों पर टिके रहते हुए चुनाव लड़ते हैं या नहीं।

ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी के घर में पुलिस की दबिश से गरमाई गदरपुर की सियासत

गदरपुर, 09 अगस्त 2025 (समय बोल रहा) – गदरपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने स्थानीय राजनीति में भूचाल ला दिया है। शुक्रवार को गदरपुर ब्लॉक प्रमुख पद की दावेदार जसविंदर कौर और उनके प्रतिनिधि, युवा किसान नेता गगनदीप सिंह के…

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