महाराष्ट्र में 58वां वार्षिक निरंकारी संत समागम: भक्ति, सेवा और मानवता के संदेश
काशीपुर (पिंपरी-पुणे), 25 जनवरी 2025: “विस्तार केवल बाहर से ही नहीं, भीतर से भी होना चाहिए। हर कार्य करते हुए निरंकार प्रभु का एहसास किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए सबसे पहले उसकी पहचान आवश्यक है।” ये प्रेरक वचन सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने महाराष्ट्र के 58वें वार्षिक निरंकारी संत समागम के पहले…

