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नई दिल्ली, 26 मई 2025 ( समय बोल रहा ): भारतीय अर्थव्यवस्था ने वैश्विक पटल पर एक और ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। नवीनतम आंकड़ों और आर्थिक विश्लेषणों के अनुसार, भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, जो इसकी बढ़ती आर्थिक ताकत, लचीलेपन और वैश्विक व्यापार में लगातार मजबूत होती भूमिका का एक स्पष्ट प्रमाण है। यह महत्वपूर्ण मील का पत्थर न केवल देश के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि यह भविष्य में एक अग्रणी आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरने की इसकी प्रबल क्षमता को भी रेखांकित करता है। यह उपलब्धि भारत के आर्थिक सुधारों और दूरदर्शी नीतियों का सीधा परिणाम है, जिसने देश को वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद लगातार प्रगति करने में सक्षम बनाया है। अभूतपूर्व आर्थिक विस्तार: एक दशक की ऐतिहासिक छलांग पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय अर्थव्यवस्था ने वास्तव में अभूतपूर्व गति से विकास किया है, जिसने विश्व को आश्चर्यचकित किया है। एक दशक से भी पहले, भारत अभी भी शीर्ष दस अर्थव्यवस्थाओं में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहा था, लेकिन आज यह कई स्थापित और विकसित देशों को पीछे छोड़ते हुए चौथे स्थान पर आ गया है। इस तीव्र और टिकाऊ विकास दर ने वैश्विक आर्थिक विश्लेषकों, प्रमुख वित्तीय संस्थानों और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का ध्यान समान रूप से भारत की ओर आकर्षित किया है। वे अब भारत को निवेश, व्यापार और दीर्घकालिक साझेदारी के लिए एक अत्यंत आकर्षक और विश्वसनीय गंतव्य के रूप में देख रहे हैं। यह विकास दर न केवल संख्यात्मक है, बल्कि यह एक अरब से अधिक लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन भी ला रही है। भारत की आर्थिक सफलता के आधार स्तंभ: प्रमुख कारक भारत की इस असाधारण आर्थिक सफलता के पीछे कई परस्पर जुड़े हुए और महत्वपूर्ण कारकों का योगदान रहा है, जिन्होंने मिलकर एक मजबूत नींव तैयार की है: व्यापक आर्थिक सुधार: केंद्र सरकार द्वारा पिछले कुछ वर्षों में किए गए साहसिक और दूरगामी संरचनात्मक सुधारों ने अर्थव्यवस्था को नई गति प्रदान की है। वस्तु एवं सेवा कर (GST) का सफल कार्यान्वयन, जिसने पूरे देश में एक समान अप्रत्यक्ष कर प्रणाली बनाई, व्यापार की जटिलताओं को कम किया है। दिवालियापन संहिता (IBC) ने बैंकों के फंसे हुए कर्जों की वसूली में मदद की है और व्यापारिक दिवालियापन के मामलों को सुलझाने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया है। इसके अतिरिक्त, रक्षा, रेलवे, कोयला खनन और बीमा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के नियमों का लगातार सरलीकरण किया गया है, जिससे विदेशी पूंजी का प्रवाह बढ़ा है और निवेश के लिए एक अत्यधिक अनुकूल माहौल बना है। डिजिटल क्रांति और समावेशन: 'डिजिटल इंडिया' जैसी महत्वाकांक्षी पहल ने देश में एक अभूतपूर्व डिजिटल क्रांति ला दी है। यूपीआई (UPI) जैसे डिजिटल भुगतान प्रणालियों ने वित्तीय लेनदेन को अत्यधिक सुगम और पारदर्शी बनाया है, जिससे वित्तीय समावेशन बढ़ा है। ई-गवर्नेंस सेवाओं का विस्तार हुआ है, जिससे भ्रष्टाचार में कमी आई है और सरकारी सेवाओं तक नागरिकों की पहुंच बढ़ी है। यह डिजिटलीकरण अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में दक्षता और पारदर्शिता ला रहा है। बुनियादी ढांचे का अभूतपूर्व विकास: सरकार ने देश के बुनियादी ढांचे के विकास पर लगातार और भारी निवेश किया है। राष्ट्रीय राजमार्गों, एक्सप्रेसवे, रेलवे नेटवर्क, आधुनिक बंदरगाहों और नए हवाई अड्डों का तेजी से निर्माण हुआ है। इस बुनियादी ढांचे के विकास ने न केवल आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया है, बल्कि वस्तुओं और सेवाओं के परिवहन की लागत को भी कम किया है, जिससे भारतीय उत्पाद अधिक प्रतिस्पर्धी बन रहे हैं। मजबूत घरेलू मांग का आधार: भारत की विशाल और बढ़ती आबादी, साथ ही मध्यम वर्ग की बढ़ती क्रय शक्ति, ने एक मजबूत और स्थिर घरेलू मांग को बनाए रखा है। यह घरेलू मांग वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और बाहरी झटकों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास को लगातार गति प्रदान कर रही है, जिससे यह वैश्विक मंदी के प्रभावों से अपेक्षाकृत सुरक्षित रही है। विनिर्माण और निर्यात प्रोत्साहन: 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' जैसी प्रमुख पहलों ने घरेलू विनिर्माण क्षेत्र को एक बड़ा प्रोत्साहन दिया है। उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजनाओं ने विभिन्न उद्योगों में निवेश आकर्षित किया है और उत्पादन क्षमता को बढ़ाया है। इन प्रयासों से न केवल भारत की आयात पर निर्भरता कम हुई है, बल्कि इसके निर्यात में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में भारत की हिस्सेदारी और महत्व बढ़ा है। वैश्विक मंच पर बढ़ती साख और प्रभाव दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत का उदय वैश्विक मंच पर इसकी साख और प्रभाव को कई गुना बढ़ा रहा है। यह उपलब्धि भारत को विभिन्न महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मंचों और बहुपक्षीय संगठनों, जैसे G20, ब्रिक्स (BRICS), विश्व व्यापार संगठन (WTO) और संयुक्त राष्ट्र में एक मजबूत और अधिक मुखर आवाज़ प्रदान करेगी। भारत अब वैश्विक आर्थिक नीतियों, व्यापार नियमों और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों को आकार देने में अधिक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली भूमिका निभा सकेगा। यह बढ़ी हुई साख निश्चित रूप से विदेशी निवेशकों के लिए भारत को और भी आकर्षक बनाती है, जिससे देश में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष निवेश बढ़ेगा और रोजगार के लाखों नए अवसर सृजित होंगे। चुनौतियाँ और आगे का रास्ता: सतत विकास की राह हालांकि, इस शानदार आर्थिक उपलब्धि के साथ-साथ कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियाँ भी बनी हुई हैं, जिन पर भारत को निरंतर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। इनमें प्रति व्यक्ति आय को और अधिक बढ़ाना, आय और संपत्ति की असमानता को कम करना, गुणवत्तापूर्ण रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा करना, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में सुधार करना, और पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंकाएं, भू-राजनीतिक तनाव, व्यापार संरक्षणवाद और आपूर्ति श्रृंखला में संभावित व्यवधान जैसी बाहरी चुनौतियाँ भी बनी हुई हैं। इन चुनौतियों के बावजूद, अधिकांश आर्थिक विशेषज्ञ भारत के दीर्घकालिक आर्थिक भविष्य को लेकर अत्यधिक आशावादी हैं। सरकार की दूरदर्शी नीतियां, भारत की युवा और कार्यशील आबादी का जनसांख्यिकीय लाभ, और तकनीकी नवाचार तथा अनुसंधान एवं विकास के प्रति बढ़ता रुझान भारत को आने वाले दशकों में एक निर्विवाद वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करने की क्षमता रखते हैं। 'अमृत काल' के महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण के साथ, भारत एक विकसित और समृद्ध राष्ट्र बनने के अपने लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर है। दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना इस लंबी और महत्वपूर्ण यात्रा में एक मील का पत्थर है, जो देश को अगले स्तर पर ले जाने के लिए प्रेरित करेगा और वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की भूमिका को और अधिक मजबूत करेगा।

भारत ने रचा इतिहास: दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर!

नई दिल्ली, 26 मई 2025 ( समय बोल रहा ): भारतीय अर्थव्यवस्था ने वैश्विक पटल पर एक और ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। नवीनतम आंकड़ों और आर्थिक विश्लेषणों के अनुसार, भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, जो इसकी बढ़ती आर्थिक ताकत, लचीलेपन और वैश्विक व्यापार में लगातार मजबूत होती भूमिका…

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काशीपुर, 25 मई 2025 (समय बोल रहा): काशीपुर में बाइक चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला शहर के बीचों-बीच स्थित एक मिठाई की दुकान के बाहर से सामने आया है, जहां कुछ देर के लिए खड़ी की गई एक बाइक रहस्यमय तरीके से गायब हो गई। पीड़ित ने तुरंत पुलिस को सूचना दी है, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस घटना से शहर में एक बार फिर वाहन चोरों के बढ़ते आतंक को लेकर हड़कंप मच गया है। गौरी स्वीट्स के सामने से हुई चोरी की घटना जानकारी के अनुसार, श्यामपुरम कॉलोनी, खड़कपुर देवीपुरा निवासी गारवित शर्मा पुत्र नरेंद्र शर्मा ने थाना आईटीआई में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। गारवित शर्मा ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 9:30 बजे वह अपनी मोटरसाइकिल से किसी काम के लिए निकले थे। उन्होंने अपनी बाइक शहर के व्यस्ततम क्षेत्रों में से एक, गौरी स्वीट्स के सामने खड़ी की और अपने आवश्यक काम से चले गए। यह क्षेत्र आमतौर पर भीड़भाड़ वाला रहता है और लोगों को उम्मीद रहती है कि यहां वाहन सुरक्षित रहेंगे। एक घंटे में बाइक गायब, मचा हड़कंप गारवित शर्मा के अनुसार, वह अपना काम निपटाकर करीब 10:30 बजे अपनी बाइक लेने वापस लौटे। लेकिन जब वह गौरी स्वीट्स के सामने पहुंचे, तो उन्हें अपनी बाइक वहां नहीं मिली। पहले तो उन्हें लगा कि शायद उन्होंने कहीं और खड़ी कर दी होगी, लेकिन आसपास देखने और काफी खोजबीन करने के बावजूद बाइक का कोई सुराग नहीं मिला। लगभग एक घंटे के भीतर ही उनकी बाइक मौके से गायब हो चुकी थी। इस घटना से गारवित शर्मा के होश उड़ गए और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू शिकायत मिलने के बाद, थाना आईटीआई की पुलिस टीम तुरंत हरकत में आई। पुलिस ने गारवित शर्मा की शिकायत के आधार पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने का प्रयास कर रही है, ताकि चोरों का कोई सुराग मिल सके। पुलिस ने पीड़ित को आश्वासन दिया है कि जल्द ही चोरों को पकड़कर उनकी बाइक बरामद कर ली जाएगी। शहर में बढ़ती बाइक चोरी की घटनाएं, जनता में दहशत काशीपुर में पिछले कुछ समय से बाइक चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। शहर के विभिन्न इलाकों से आए दिन बाइक चोरी की खबरें सामने आती रहती हैं, जिससे आम जनता में दहशत का माहौल है। वाहन चोर इतने बेखौफ हो गए हैं कि वे भीड़भाड़ वाले इलाकों और व्यस्त सड़कों से भी बाइकों को आसानी से निशाना बना रहे हैं। इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस प्रशासन पर भी दबाव बढ़ रहा है। नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर पार्क करें और उसमें अतिरिक्त सुरक्षा उपकरण जैसे डिस्क लॉक या एंटी-थेफ्ट अलार्म का इस्तेमाल करें। साथ ही, अनजान जगहों पर वाहन खड़े करते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। पुलिस ने यह भी कहा है कि यदि किसी को भी वाहन चोरी या संदिग्ध गतिविधि के बारे में कोई जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि काशीपुर में वाहन चोरों का गिरोह सक्रिय है और उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस को और अधिक सक्रियता दिखानी होगी। अपनी बाइक शहर के व्यस्ततम क्षेत्रों में से एक, गौरी स्वीट्स के सामने खड़ी की और अपने आवश्यक काम से चले गए। यह क्षेत्र आमतौर पर भीड़भाड़ वाला रहता है और लोगों को उम्मीद रहती है कि यहां वाहन सुरक्षित रहेंगे।

ब्रेकिंग! काशीपुर में मिठाई लेने गए, बाइक हुई गायब! गौरी स्वीट्स के बाहर खड़ी बाइक चोरी, मचा हड़कंप!

काशीपुर, 25 मई 2025 (समय बोल रहा): काशीपुर में बाइक चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला शहर के बीचों-बीच स्थित एक मिठाई की दुकान के बाहर से सामने आया है, जहां कुछ देर के लिए खड़ी की गई एक बाइक रहस्यमय तरीके से गायब हो गई। पीड़ित ने तुरंत…

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देहरादून, 24 मई 2025 (समय बोल रहा): (कर्नल) उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति अब जमीन पर बड़े पैमाने पर दिखाई दे रही है। भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए धामी सरकार द्वारा की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई ने एक नई मिसाल कायम की है, जिससे जनता का सरकार पर भरोसा और भी मजबूत हुआ है। इसी क्रम में आज एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए, हल्द्वानी स्थित सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की टीम ने जनपद बागेश्वर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सूबोध शुक्ला (सेवानिवृत्त कर्नल) को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। शिकायत और ट्रैप ऑपरेशन: ऐसे दबोचे गए रिश्वतखोर अधिकारी विजिलेंस विभाग को 1064 टोल फ्री नंब

उत्तराखंड में रिश्वत का ‘खेल’ खत्म! विजिलेंस का बड़ा धमाका, कर्नल भी नहीं बचे!

देहरादून, 24 मई 2025 (समय बोल रहा): (कर्नल) उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अब जमीन पर बड़े पैमाने पर दिखाई दे रही है। भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए धामी सरकार द्वारा की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई ने एक नई मिसाल कायम की है, जिससे…

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काशीपुर, 24 मई 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने आज जनपद भ्रमण के दौरान काशीपुर का दौरा किया। वे दोपहर 2 बजे कार द्वारा मंडी विश्राम गृह पहुंचे, जहां जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राज्यपाल के आगमन पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया, जो प्रोटोकॉल के अनुसार विशिष्ट अतिथियों को दिया जाता है। इस संक्षिप्त दौरे के दौरान राज्यपाल ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की और क्षेत्र की स्थिति का जायजा लिया। भव्य स्वागत और गार्ड ऑफ ऑनर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह के काशीपुर पहुंचने पर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने स्वयं उपस्थित होकर उनका स्वागत किया। दोनों अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर राज्यपाल महोदय का अभिनंदन किया। मंडी विश्राम गृह परिसर में पुलिस बल द्वारा राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसमें जवानों ने पूरी मुस्तैदी और सम्मान के साथ सलामी दी। यह स्वागत समारोह राज्यपाल के प्रति सम्मान और प्रोटोकॉल का हिस्सा था, जो उनके आगमन पर आयोजित किया गया। राज्यपाल ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की और क्षेत्र की स्थिति का जायजा लिया। संक्षिप्त ठहराव और अधिकारियों से मुलाकात राज्यपाल का यह दौरा मुख्य रूप से जनपद भ्रमण का हिस्सा था। मंडी विश्राम गृह में उनके अल्प विश्राम के दौरान उन्होंने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य मौजूद अधिकारियों से अनौपचारिक बातचीत की। हालांकि, इस मुलाकात का विस्तृत विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन उम्मीद है कि राज्यपाल ने जनपद में चल रही विकास परियोजनाओं, कानून-व्यवस्था की स्थिति और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर अधिकारियों से जानकारी ली होगी। राज्यपाल समय-समय पर राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर जमीनी हकीकत का जायजा लेते रहते हैं, ताकि उन्हें जनता की समस्याओं और प्रशासनिक कार्यों की प्रगति के बारे में सीधा फीडबैक मिल सके। राजभवन नैनीताल के लिए प्रस्थान मंडी विश्राम गृह में लगभग सवा घंटे के अल्प विश्राम के बाद, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर कार द्वारा राजभवन नैनीताल के लिए प्रस्थान कर गए। उनका यह दौरा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही संपन्न हुआ। राज्यपाल के काफिले को सुरक्षा व्यवस्था के बीच राजभवन नैनीताल के लिए रवाना किया गया। उपस्थित प्रमुख अधिकारी इस अवसर पर राज्यपाल के स्वागत और विदाई के लिए कई प्रमुख प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। इनमें एसपी निहारिका तोमर, अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. उत्तम सिंह नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. के.के. अग्रवाल, उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह, कौस्तुभ मिश्रा, सी.एस. चौहान, सीओ दीपक सिंह, आर.डी. मठपाल और तहसीलदार सुभांगनी जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इन सभी अधिकारियों ने राज्यपाल के भ्रमण को सफल बनाने और प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभाई। जनपद भ्रमण का महत्व राज्यपाल

काशीपुर पहुंचे राज्यपाल गुरमीत सिंह, जिलाधिकारी और एसएसपी ने किया भव्य स्वागत

काशीपुर, 24 मई 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने आज जनपद भ्रमण के दौरान काशीपुर का दौरा किया। वे दोपहर 2 बजे कार द्वारा मंडी विश्राम गृह पहुंचे, जहां जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राज्यपाल के आगमन पर उन्हें…

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काशीपुर, 23 मई 2025  (समय बोल रहा)  — उत्तराखंड के काशीपुर क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। कुंडेश्वरी पुलिस चौकी की टीम ने शुक्रवार को गश्त के दौरान ग्राम रमपुरा निवासी एक युवक को अवैध कच्ची शराब की तस्करी करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी स्कूटी पर सवार था और शराब की खेप को किसी गंतव्य तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने आरोपी की तलाशी के दौरान उसके पास से 70 पाउच अवैध कच्ची शराब बरामद की, जिसे उसने स्कूटी के अंदर छिपा रखा था। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम सतपाल सिंह पुत्र जर्नेल सिंह बताया, जो कि ग्राम रमपुरा का निवासी है। पुलिस ने उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया और उत्तराखंड आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में प्रस्तुत किया। गश्त के दौरान पकड़ा गया आरोपी कुंडेश्वरी पुलिस चौकी इंचार्ज ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी टीम नियमित गश्त पर थी, तभी एक स्कूटी सवार युवक को संदिग्ध अवस्था में जाते देखा गया। जब उसे रोककर पूछताछ की गई और तलाशी ली गई, तो स्कूटी की सीट के नीचे और डिक्की में प्लास्टिक की थैलियों में भरकर रखे गए 70 पाउच कच्ची शराब बरामद हुए। शराब की तेज गंध और थैलों की पैकिंग से साफ था कि यह शराब अवैध रूप से तैयार और तस्करी की जा रही थी। स्थानीय तस्करों पर कसेगा शिकंजा पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई स्थानीय स्तर पर चल रहे अवैध कच्ची शराब के नेटवर्क पर लगाम कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। क्षेत्र में लंबे समय से यह सूचना मिल रही थी कि कुछ असामाजिक तत्व अवैध शराब का निर्माण और वितरण कर रहे हैं, जिससे ना केवल राजस्व का नुकसान हो रहा है, बल्कि लोगों की सेहत पर भी गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। पुलिस अब इस मामले की तह तक जाकर यह पता लगाने में जुट गई है कि आरोपी सतपाल सिंह किसके लिए यह शराब लेकर जा रहा था और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं। शराब माफियाओं के खिलाफ सख्ती काशीपुर क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा एक लंबे समय से चुनौती बना हुआ है। खासकर ग्रामीण और सीमावर्ती इलाकों में कच्ची शराब का निर्माण व वितरण तेजी से बढ़ा है। पुलिस विभाग द्वारा कई बार ऐसे अड्डों पर छापेमारी की जाती रही है, लेकिन शराब माफिया नए-नए तरीकों से कानून से बचने की कोशिश करते रहते हैं। पुलिस अब ऐसे मामलों में लगातार कार्रवाई कर रही है। कुंडेश्वरी पुलिस चौकी की इस कार्रवाई की स्थानीय लोगों ने भी सराहना की है। ग्रामीणों का कहना है कि कच्ची शराब ने कई परिवारों को बर्बादी की कगार पर पहुंचा दिया है। अवैध शराब पीने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है और कई बार मौत तक के मामले सामने आए हैं। आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। स्कूटी को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है और अब उसकी जांच की जा रही है कि वह स्कूटी किसके नाम पर है और क्या यह वाहन पहले भी किसी अवैध गतिविधि में प्रयुक्त हुआ है। पुलिस का यह भी कहना है कि सतपाल सिंह से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह शराब कहां से लेकर आया था और किन लोगों तक इसे पहुंचाने वाला था। इस मामले में और भी लोगों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है और पुलिस जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने की दिशा में कार्रवाई करेगी। पुलिस की अपील पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे अपने आस-पास यदि कहीं अवैध शराब बनते या बिकते देखें तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा। पुलिस विभाग का उद्देश्य है कि समाज को नशे के जहर से मुक्त किया जा सके और युवाओं को इस गलत रास्ते पर जाने से रोका जा सके।

काशीपुर: अवैध कच्ची शराब के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, स्कूटी सवार युवक गिरफ्तार, 70 पाउच बरामद

काशीपुर, 23 मई 2025  (समय बोल रहा)  — उत्तराखंड के काशीपुर क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। कुंडेश्वरी पुलिस चौकी की टीम ने शुक्रवार को गश्त के दौरान ग्राम रमपुरा निवासी एक युवक को अवैध कच्ची शराब की तस्करी करते हुए रंगे हाथों…

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महुआखेड़ा गंज, 22 मई 2025 (समय बोल रहा): महुआखेड़ा गंज स्थित एक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते लाखों रुपये का सामान राख कर दिया। सुबह तड़के करीब सवा चार बजे लगी इस आग ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया और आग को आसपास की अन्य फैक्ट्रियों तक फैलने से रोका जा सका। अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन प्लांट स्वामी को करीब 85 लाख रुपये के भारी नुकसान का अनुमान है। सुबह 4:20 बजे लगी भीषण आग, कच्चा माल चपेट में जानकारी के अनुसार, गुरुवार को सुबह लगभग 4 बजकर 20 मिनट पर महुआखेड़ा गंज क्षेत्र में स्थित उम्मेद हानि इंडस्ट्री नामक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि उसने प्लांट के अंदर रखे बैटरी रिसाइकलिंग के कच्चे माल (रॉ मटेरियल्स) को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से ही देखा जा सकता था, जिससे आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। प्लांट के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना दी। दमकल टीम की त्वरित कार्रवाई, आग को फैलने से रोका सूचना मिलते ही फायर स्टेशन से लीडिंग फायरमैन चंदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में दमकल की एक यूनिट तत्काल मौके पर पहुंची। अग्निशमन दल के जवानों ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। उन्होंने फायर इंजन से एक होज लगाकर आग को नियंत्रित करने का प्रयास किया। दमकलकर्मियों की तत्परता और सूझबूझ के चलते आग को पास की अन्य फैक्ट्रियों और आवासीय संस्थानों तक फैलने से रोका जा सका, अन्यथा नुकसान का आंकड़ा कई गुना बढ़ सकता था। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। लाखों का नुकसान, जनहानि नहीं अग्निकांड के बाद प्लांट में हुए नुकसान का आकलन किया गया है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, इस भीषण अग्निकांड में प्लांट स्वामी का करीब 85 लाख रुपये का भारी नुकसान होने की संभावना जताई गई है। आग लगने से बैटरी रिसाइकलिंग का कच्चा माल और अन्य उपकरण जलकर खाक हो गए हैं। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। आग लगने के समय प्लांट में मौजूद कर्मचारियों और आसपास के लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। अग्निशमन दल की सराहनीय भूमिका इस सफल अग्निशमन अभियान में फायर यूनिट टीम के सभी सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लीडिंग फायरमैन चंदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में फायरमैन कृपाल सिंह, महिला फायरमैन ज्योति, महिला फायरमैन शिखा मालिक और चालक दीपक राठौर ने विषम परिस्थितियों में भी साहस और लगन से काम करते हुए आग पर काबू पाया। उनकी त्वरित कार्रवाई और पेशेवर दक्षता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया और आसपास की संपत्तियों को भारी नुकसान से बचाया जा सका। स्थानीय लोगों ने भी अग्निशमन विभाग के जवानों की इस सराहनीय कार्य की सराहना की है। आग लगने के कारणों की जांच जारी फिलहाल आग लगने के कारणों का स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है। पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमें मामले की जांच कर रही हैं। आशंका जताई जा रही है कि आग शॉर्ट सर्किट या किसी अन्य तकनीकी खराबी के कारण लगी होगी। जांच के बाद ही आग लगने के वास्तविक कारणों का खुलासा हो पाएगा। इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में आग सुरक्षा मानकों के पालन के महत्व को रेखांकित किया है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके। प्लांट के मालिक भी आग लगने के कारणों और नुकसान के आकलन में जुटे हुए हैं।

लाखों का नुकसान! महुआखेड़ा गंज में बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में भीषण आग, कैसे हुआ इतना बड़ा अग्निकांड?

महुआखेड़ा गंज, 22 मई 2025 (समय बोल रहा): महुआखेड़ा गंज स्थित एक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते लाखों रुपये का सामान राख कर दिया। सुबह तड़के करीब सवा चार बजे लगी इस आग ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां…

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काशीपुर, 21 मई 2025 (समय बोल रहा): काशीपुर के न्यायिक इतिहास में एक ऐसी अभूतपूर्व और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे न्यायपालिका और अधिवक्ता समुदाय को गहरा आघात पहुंचाया है। एसीजेएम (अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) कोर्ट परिसर के भीतर ही दो वकीलों के बीच भयंकर हिंसक झड़प हो गई, जिसमें एक वकील गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम के बीच-बचाव करने आई एक कर्तव्यनिष्ठ महिला पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गईं, जिन्हें तत्काल उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। इस अप्रत्याशित और निंदनीय घटना को लेकर स्थानीय पुलिस ने गंभीरता से जांच-पड़ताल शुरू कर दी है और मामले की सच्चाई जानने के लिए हर पहलू से छानबीन की जा रही है। न्याय के मंदिर में मर्यादा भंग: वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प जानकारी के अनुसार, यह चौंकाने वाली और दुर्भाग्यपूर्ण घटना आज दोपहर एसीजेएम कोर्ट परिसर के मुख्य गलियारे में घटित हुई। घायल वकील की पहचान एडवोकेट राकेश चौधरी के रूप में हुई है, जबकि उन पर हमला करने वाले दूसरे वकील का नाम एडवोकेट विनय पाल बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों वकीलों के बीच किसी मामूली बात को लेकर अचानक तीखी बहस शुरू हो गई। यह बहस जल्द ही गाली-गलौज और धक्का-मुक्की में बदल गई, और देखते ही देखते यह हिंसक हाथापाई तक पहुंच गई। बताया जा रहा है कि एडवोकेट विनय पाल ने एडवोकेट राकेश चौधरी पर जोरदार हमला कर दिया, जिससे वह चोटिल होकर जमीन पर गिर पड़े। इस घटना से कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई और अन्य वकीलों व वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। बीच-बचाव करने आई महिला पुलिसकर्मी भी हुईं घायल इस हिंसक झड़प और बिगड़ती स्थिति को देखकर वहां सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी, जिसका नाम सुमन बताया जा रहा है, ने तुरंत हस्तक्षेप किया। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना दोनों झगड़ रहे वकीलों को अलग करने का साहसपूर्ण प्रयास किया। इसी बीच-बचाव के दौरान हुई धक्का-मुक्की में महिला पुलिसकर्मी सुमन भी चोटिल हो गईं। उनके शरीर पर कई जगह चोटें आई हैं। घायल महिला पुलिसकर्मी सुमन को तत्काल एंबुलेंस से उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय ले जाया गया है, जहां डॉक्टरों द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है। चिकित्सकों के अनुसार, उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। वहीं, हमले में घायल हुए एडवोकेट राकेश चौधरी को भी तुरंत उपचार के लिए एल्डिहाइड चिकित्सालय लाया गया। काशीपुर के न्यायिक इतिहास में काला अध्याय: पहली बार ऐसी शर्मनाक घटना इस घटना ने न केवल काशीपुर के न्यायिक समुदाय को बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। कोर्ट परिसर, जिसे न्याय, शांति और कानून-व्यवस्था का सर्वोच्च प्रतीक माना जाता है, के भीतर इस प्रकार की हिंसक घटना का होना बेहद गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण है। काशीपुर अधिवक्ता संघ से जुड़े वरिष्ठ सदस्यों और स्थानीय वकीलों का कहना है कि यह काशीपुर के न्यायिक इतिहास में संभवतः पहली बार है जब कोर्ट परिसर के भीतर वकीलों के बीच इस हद तक की हिंसक झड़प हुई हो। इस घटना ने निश्चित रूप से न्यायपालिका की गरिमा, पवित्रता और कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं। यह वकीलों जैसे जिम्मेदार पेशे की मर्यादा को भी भंग करती है। पुलिस ने शुरू की गहन जांच-पड़ताल: दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत हरकत में आई और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया, प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की और आवश्यक साक्ष्य जुटाए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की गहन जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की पूरी तस्वीर और घटना के पीछे के वास्तविक कारणों का पता चलने के बाद ही दोषी वकीलों के खिलाफ कानून सम्मत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या यह कोई पूर्वनियोजित हमला था या किसी तात्कालिक विवाद का परिणाम। अधिवक्ता समुदाय में रोष और सुरक्षा की मांग इस घटना को लेकर काशीपुर के अधिवक्ता समुदाय में भी भारी रोष और असंतोष व्याप्त है। कई वकीलों ने इस हिंसक घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, शर्मनाक और न्याय के पवित्र पेशे की गरिमा के खिलाफ बताया है। उन्होंने एक स्वर में मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच की जाए तथा दोषी वकीलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ बार काउंसिल द्वारा भी सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अधिवक्ता संघ ने कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की भी मांग की है। यह घटना न केवल वकीलों के पेशे की पवित्रता और गरिमा को धूमिल करती है, बल्कि न्याय के मंदिर में आने वाले आम लोगों की सुरक्षा के प्रति भी गंभीर चिंताएं बढ़ाती है। पुलिस प्रशासन पर इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करने का भारी दबाव है ताकि कोर्ट परिसर में कानून और व्यवस्था बनी रहे और आम जनता का न्यायपालिका पर विश्वास कायम रहे। अब सभी की निगाहें पुलिस जांच पर टिकी हैं कि कब इस जघन्य घटना के पीछे का पूरा सच सामने आता है और दोषी वकीलों को उनके किए की सजा भुगतनी पड़ती है। यह घटना निश्चित रूप से काशीपुर

काशीपुर का सबसे बड़ा ‘कोर्ट कांड’: ACJM परिसर में वकीलों ने एक-दूसरे को पीटा, महिला पुलिसकर्मी भी घायल!

काशीपुर, 21 मई 2025 (समय बोल रहा): काशीपुर के न्यायिक इतिहास में एक ऐसी अभूतपूर्व और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे न्यायपालिका और अधिवक्ता समुदाय को गहरा आघात पहुंचाया है। एसीजेएम (अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) कोर्ट परिसर के भीतर ही दो वकीलों के बीच भयंकर हिंसक झड़प हो गई, जिसमें एक वकील गंभीर…

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जसपुर, 20 मई 2025 (समय बोल रहा): ऊधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा द्वारा चलाए जा रहे "नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान" को जसपुर में बड़ी सफलता मिली है। एक संयुक्त टीम ने जसपुर के ग्राम पतरामपुर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर नशीले कैप्सूल बेच रहे संचालक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के कब्जे से 768 प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बरामद किए गए हैं। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को एक नई गति मिली है। संयुक्त टीम का सफल छापामार अभियान एसएसपी ऊधम सिंह नगर मणिकांत मिश्रा के निर्देशानुसार, पुलिस अधीक्षक काशीपुर अभय प्रताप सिंह और सीओ काशीपुर के निर्देशन में सोमवार, 19 मई 2025 को एक विशेष संयुक्त टीम का गठन किया गया। इस टीम में तहसीलदार जसपुर, ड्रग्स इंस्पेक्टर रुद्रपुर, ANTF रुद्रपुर (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स), सीएमएस (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) और जसपुर पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे। इस संयुक्त टीम ने अपने छापामार अभियान के तहत जनपद ऊधम सिंह नगर के जसपुर क्षेत्र के गांव पतरामपुर में यश मेडिकल स्टोर पर अचानक छापा मारा। नशीले कैप्सूल बेचता पाया गया संचालक निरीक्षण के दौरान, यश मेडिकल स्टोर का संचालक, मोहल्ला भूप सिंह जसपुर निवासी चमन सिंह पुत्र चंदन सिंह, दुकान पर प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बेचता हुआ पाया गया। पुलिस टीम ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही और तलाशी पर मेडिकल स्टोर से भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बरामद हुए। कुल 768 कैप्सूल बरामद किए गए, जिनमें 720 कैप्सूल ACETAMINOPHEN IP 325 MG, Tramadol HCL IP 50 MG, DICYCLOMINE और 48 कैप्सूल ACETAMINOPHEN IP 325 MG, TRAMADOL HYDROCHLORIDE IP 50 MG, DICYCLOMINE HYDROCHLORIDE शामिल थे। एक्सपायर दवाइयां और अन्य अनियमितताएं भी मिलीं नशीले कैप्सूल के अलावा, संयुक्त टीम को मेडिकल स्टोर पर एक्सपायर हो चुकी (मियाद पूरी) दवाइयों का भारी स्टॉक भी मिला। इसके अतिरिक्त, मेडिकल स्टोर पर अन्य कई प्रकार की अनियमितताएं भी पाई गईं, जो नियमानुसार नहीं थीं। इन गंभीर अनियमितताओं के आधार पर पुलिस ने मेडिकल स्टोर को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज पुलिस ने आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक चमन सिंह के खिलाफ धारा 8/22 NDPS (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बरामद किए गए कैप्सूल ऐसे प्रतिबंधित दवाइयां हैं जिन्हें केवल डॉक्टर की लिखित पर्ची और सिफारिश पर ही मरीजों को दिया जा सकता है। साथ ही, इन दवाइयों का पूरा लेखा-जोखा (रजिस्टर मेंटेन करना) अनिवार्य होता है। हालांकि, आरोपी चमन सिंह इन दवाइयों को डॉक्टर की पर्ची के बिना सीधे ग्राहकों को नशे के रूप में बेचकर क्षेत्र में नशे की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रहा था, जो कि एक गंभीर अपराध है। कार्रवाई टीम में शामिल अधिकारी और कर्मचारी इस सफल अभियान को अंजाम देने वाली संयुक्त टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जसपुर जगदीश सिंह ढकरियाल, कानूनगो धनेश शर्मा (तहसील जसपुर), डॉक्टर डी एम गहलौत (चिकित्सा अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसपुर), ड्रग इंस्पेक्टर नीरज कुमार (ऊधम सिंह नगर), ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट (नैनीताल), ड्रग इंस्पेक्टर निधि शर्मा (ऊधम सिंह नगर), ड्रग इंस्पेक्टर शुभम कोटनाला (ऊधम सिंह नगर

जसपुर में नशा मुक्ति अभियान को बड़ी सफलता: मेडिकल स्टोर से 768 नशीले कैप्सूल बरामद, संचालक गिरफ्तार

जसपुर, 20 मई 2025 (समय बोल रहा): ऊधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा द्वारा चलाए जा रहे “नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान” को जसपुर में बड़ी सफलता मिली है। एक संयुक्त टीम ने जसपुर के ग्राम पतरामपुर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर नशीले कैप्सूल बेच रहे संचालक को रंगे हाथों गिरफ्तार…

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गदरपुर 19 मई 2025 (समय बोल रहा) : गदरपुर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम कुलवंत नगर नहाल बैराज के पास संचालित एक अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से असलहा बना रहे एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से नौ अवैध हथियार और भारी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपी की पहचान गुलाब का मझरा (केलाखेड़ा) निवासी दर्शन सिंह के रूप में हुई है, जिस पर पहले से ही 13 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है। मंगलवार को मुरादाबाद रोड स्थित एसपी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने इस महत्वपूर्ण मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि गदरपुर थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुलवंत नगर नहाल बैराज के पास खेत किनारे खजूर के पेड़ के नीचे एक व्यक्ति अवैध रूप से असलहे बना रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सोमवार को मौके पर दबिश दी और दर्शन सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त दर्शन सिंह एक शातिर किस्म का अपराधी है और उसके खिलाफ पूर्व में हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं के तहत कुल 13 मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि इस अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है, जिससे क्षेत्र में अवैध हथियारों की सप्लाई पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। बरामद सामान का विवरण: पुलिस ने मौके से अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री से भारी मात्रा में हथियार और उपकरण बरामद किए हैं, जिनमें शामिल हैं: 315 बोर के चार तमंचे 12 बोर के तीन तमंचे 12 बोर की एक देशी बंदूक 12 बोर की एक पोनी बंदूक 315 बोर के छह जिंदा कारतूस 12 बोर के दो जिंदा कारतूस अवैध हथियार बनाने के विभिन्न उपकरण, जिनमें ड्रिल मशीन, लोहे की पाइपें, स्प्रिंग, रेती और अन्य औजार शामिल हैं। सात हजार में बेचता था एक तमंचा: एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी दर्शन सिंह ने पुलिस को बताया कि वह पहले भी अवैध असलहा बनाने के आरोप में जेल जा चुका है। उसने कबूल किया कि वह इन अवैध हथियारों को सात हजार रुपये प्रति तमंचे के हिसाब से रामपुर, रुद्रपुर, किच्छा, हल्द्वानी, बाजपुर और कालाढूंगी जैसे आसपास के विभिन्न स्थानों पर बेचता था। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दर्शन सिंह के खरीदार कौन थे और वह कब से इस अवैध धंधे में लिप्त था। पुलिस ने आरोपी दर्शन सिंह के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और उसे मंगलवार को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब इस नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस अवैध धंधे में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। एसएसपी ने गदरपुर थाना पुलिस की इस सराहनीय कार्रवाई की प्रशंसा की और कहा कि पुलिस आगे भी इस तरह के अवैध गतिविधियों के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेगी। पुलिस ने मौके से असलहा बना रहे एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से नौ अवैध हथियार और भारी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपी की पहचान गुलाब का मझरा (केलाखेड़ा) निवासी दर्शन सिंह के रूप में हुई है, जिस पर पहले से ही 13 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।उन्होंने कहा कि इस अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है, जिससे क्षेत्र में अवैध हथियारों की सप्लाई पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।

गदरपुर में अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़, 9 हथियारों के साथ शातिर अपराधी गिरफ्तार

गदरपुर 19 मई 2025 (समय बोल रहा) : गदरपुर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम कुलवंत नगर नहाल बैराज के पास संचालित एक अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से असलहा बना रहे एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से नौ अवैध हथियार और…

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देहरादून, 10 जुलाई, 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की रणभेरी बजते ही, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी रणनीति पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने और पंचायती राज व्यवस्था के तीनों स्तरों पर प्रभुत्व स्थापित करने के उद्देश्य से, भाजपा ने अब ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए व्यापक स्तर पर प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। यह कदम भाजपा की दूरगामी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका लक्ष्य जमीनी स्तर तक अपनी पैठ बनाना है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर चौहान ने इस महत्वपूर्ण घोषणा की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट के निर्देश पर, राज्य के सभी जिलों में ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए योग्य और अनुभवी पदाधिकारियों को प्रभारी घोषित कर दिया गया है। यह नियुक्तियां पार्टी की संगठनात्मक शक्ति और आगामी चुनावों के प्रति उसकी गंभीरता को दर्शाती हैं। ब्लॉक प्रमुख चुनाव: ग्रामीण सत्ता की दूसरी सबसे बड़ी सीढ़ी ग्राम प्रधान के बाद, ब्लॉक प्रमुख का पद ग्रामीण सत्ता संरचना की दूसरी सबसे महत्वपूर्ण सीढ़ी माना जाता है। ब्लॉक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत समिति (ब्लॉक पंचायत) का मुखिया होता है, जो कई ग्राम पंचायतों को जोड़कर बनता है। यह पद ग्रामीण विकास योजनाओं के क्रियान्वयन, फंड्स के वितरण और ब्लॉक स्तर पर प्रशासनिक समन्वय में अहम भूमिका निभाता है। हालांकि, ब्लॉक प्रमुख का चुनाव सीधे जनता द्वारा नहीं होता, बल्कि क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा किया जाता है, जो पहले ग्राम पंचायत चुनावों में चुनकर आते हैं। ऐसे में, ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए प्रभारियों की नियुक्ति भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है ताकि वे क्षेत्र पंचायत सदस्यों के बीच अपना प्रभाव स्थापित कर सकें और पार्टी समर्थित उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित कर सकें। भाजपा की रणनीति: जमीनी स्तर पर पकड़ और संगठनात्मक मजबूती भाजपा ने इन प्रभारियों की नियुक्ति करके यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पंचायत चुनावों को कितनी गंभीरता से ले रही है। इन प्रभारियों का मुख्य कार्य संबंधित ब्लॉकों में चुनावी रणनीति तैयार करना, योग्य उम्मीदवारों की पहचान करना और उन्हें समर्थन देना, स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित करना और यह सुनिश्चित करना है कि पार्टी समर्थित उम्मीदवार चुनाव जीतें। यह कदम भाजपा को ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ और मजबूत करने में मदद करेगा, जिससे भविष्य में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी पार्टी को फायदा मिल सकता है। इन नियुक्तियों के माध्यम से भाजपा ग्रामीण मतदाताओं के बीच अपनी पैठ बढ़ाने और उन्हें पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों से जोड़ने का प्रयास कर रही है। जिलावार प्रभारियों की लंबी सूची: अनुभवी नेताओं पर भरोसा भाजपा ने ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए जिन प्रभारियों की घोषणा की है, उनमें पार्टी के कई अनुभवी और जमीनी स्तर पर सक्रिय नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह सूची प्रदेश के सभी जिलों और उनके अंतर्गत आने वाले विभिन्न ब्लॉकों को कवर करती है, जिससे स्पष्ट होता है कि भाजपा ने इस चुनाव के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की है: उत्तरकाशी जनपद: नौगांव ब्लॉक: डॉ. विजय बडोनी पुरोला ब्लॉक: श्री सत्ये सिंह राणा मोरी ब्लॉक: श्री नारायण सिंह चौहान चिनयौलीसैन: श्री जगत सिंह चौहान भटवाड़ी: श्री राम सुंदर नौटियाल डूंडा: श्री धन सिंह नेगी चमोली जनपद: दसौली: श्री राजकुमार पुरोहित पोखरी: श्री हरक सिंह नेगी ज्योतिर्मठ: श्री रामचंद्र गौड़ नंदा नगर: श्री समीर मिश्रा नारायणबगड़: श्री रघुवीर सिंह बिष्ट थराली: श्री गजेंद्र सिंह रावत देवल: श्री विनोद नेगी गैरसैण: श्री कृष्ण मणि थपलियाल कर्णप्रयाग: श्री विक्रम भंडारी रुद्रप्रयाग जनपद: अगस्तमुनि: श्री रमेश गाड़िया ऊखीमठ: श्री वाचस्पति सेमवाल जखोली: श्री रमेश मैखुरी टिहरी जनपद: भिलंगना: श्री अतर सिंह तोमर कीर्ति नगर: श्री विनोद रतूड़ी देवप्रयाग: श्री जोत सिंह बिष्ट नरेंद्र नगर: श्री रविंद्र राणा प्रताप नगर: श्री महावीर सिंह रंगड़ जाखड़ीधार: श्री सुभाष रमोला चंबा: श्री दिनेश घने थौलधार: श्री विनोद सुयाल जौनपुर: श्री खेम सिंह चौहान देहरादून जनपद: कालसी: श्री दिगंबर नेगी चकराता: श्री भुवन विक्रम डबराल विकासनगर: श्री यशपाल नेगी सहसपुर: श्री संजय गुप्ता रायपुर: श्री ओमवीर राघव डोईवाला: श्री नलिन भट्ट पौड़ी जनपद: पौड़ी: श्री ऋषि कंडवाल कोट: श्री वीरेंद्र रावत क्लजीखाल: श्री सुधीर जोशी खिर्सू: श्री मीरा रतूड़ी थलीसैंण: श्रीमती सुषमा रावत पाबो: श्री यशपाल बेनाम पोखडा: श्री जगमोहन रावत एकेश्वर: श्री विकास कुकरेती बीरोंखाल: श्री गिरीश पैन्यूली कोटद्वार: यमकेश्वर श्री मुकेश कोली द्वारीखाल: श्री शमशेर सिंह पुंडीर दुगड्डा: श्री संदीप गुप्ता नैनीडांडा: श्री महावीर कुकरेती जहरीखाल: श्री उमेश त्रिपाठी रिखणीखाल: श्री राजेंद्र अन्थवाल पिथौरागढ़ जनपद: धारचूला: श्री धन सिंह धामी मुनस्यारी: श्री अशोक नबियाल मुनकोट: श्री गणेश भंडारी डीडीहाट: श्री राजेंद्र सिंह रावत कनालीछीना: श्री राकेश देवाल पिथौरागढ़: श्री भूपेश पंत बेरीनाग: श्री बसंत जोशी गंगोलीहाट: श्री ललित पंत बागेश्वर जनपद: कपकोट: श्री इंद्र सिंह फर्स्वाण बागेश्वर: श्री देवेंद्र गोस्वामी गरुड़: श्री शिव सिंह बिष्ट रानीखेत (अल्मोड़ा जिला): द्वाराहाट: श्री अनिल शाही चौखुटिया: श्री पूरन सांगला साल्ट: श्री प्रेम शर्मा स्याल्दे: श्री सुरेंद्र मनराल ताड़ीखेत: श्री पूरन चंद नैनवाल भिकियासैंण: श्री सुभाष पांडे अल्मोड़ा जनपद: ताकुला: श्री अरविंद बिष्ट भैंसियाछाना: श्री रमेश बहुगुणा हवालबाग: श्री गौरव पांडे धौलादेवी: श्री रवि रौतेला लमगड़ा: श्री ललित लटवाल चंपावत जनपद: बाराकोट: श्री श्याम नारायण पांडे पाटी: श्री सतीश पांडे लोहाघाट: श्री शंकर पांडे चंपावत: श्री शंकर कोरंगा नैनीताल जनपद: धारी: श्री 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ढंग से लागू किया जा सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा की यह 'मास्टरस्ट्रोक' रणनीति ब्लॉक प्रमुख चुनावों में कितनी सफल होती है और उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में सत्ता का समीकरण कैसे बदलता है।

काशीपुर जिले के जसपुर क्षेत्र में भाजपा मंडल कार्यकारिणी का विस्तार, नए पदाधिकारियों की घोषणा

काशीपुर, 18 मई 2025 (समय बोल रहा)  – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की काशीपुर जिला इकाई ने तीन महत्वपूर्ण मंडलों – भरतपुर मेघावाला , काशीपुर जिले के जसपुर क्षेत्र के जसपुर नगर और महुवाडावरा में अपनी कार्यकारिणी का विस्तार किया है। जिला प्रभारी पुष्कर सिंह काला और जिला अध्यक्ष मनोज पाल की सहमति से यह पुनर्गठन…

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