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सितारगंज, 23 जुलाई, 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन-2025 की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। इसी क्रम में, आज सितारगंज ब्लॉक की कुल 287 मतदान पार्टियाँ पूरी मुस्तैदी के साथ सितारगंज मंडी परिसर से अपने-अपने मतदान स्थलों के लिए रवाना हुईं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री नितिन सिंह भदौरिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्री मणिकांत मिश्रा स्वयं मौजूद रहे। उन्होंने मतदान पार्टियों की रवानगी से लेकर स्ट्रांग रूम तक की समस्त व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष, स्वतंत्र और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जा सके। मंडी परिसर में दिखी चुनावी सरगर्मी, अधिकारियों ने परखा हर इंतजाम सुबह से ही सितारगंज मंडी परिसर में चुनावी माहौल स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था। मतदान अधिकारी अपने निर्धारित काउंटरों से मतपत्रों, ईवीएम (यदि प्रयोग हो), मुहरों, स्याही और अन्य आवश्यक मतदान सामग्री का मिलान कर रहे थे। सुरक्षाकर्मी चप्पे-चप्पे पर तैनात थे और पूरी व्यवस्था को नियंत्रित कर रहे थे। जिलाधिकारी श्री नितिन सिंह भदौरिया और एसएसपी श्री मणिकांत मिश्रा ने इस दौरान पूरे परिसर का भ्रमण किया। उन्होंने मतदान सामग्री वितरण काउंटरों का जायजा लिया, सुरक्षा व्यवस्था को परखा और स्ट्रांग रूम की सीलिंग प्रक्रिया का भी अवलोकन किया। उनकी उपस्थिति ने चुनाव कर्मियों का मनोबल बढ़ाया और यह सुनिश्चित किया कि कहीं भी कोई चूक न हो। इस दौरान उपजिलाधिकारी श्री रविन्द्र जुवाटा, ईई पेयजल निगम श्री सुनील जोशी, एआरओ (सहायक रिटर्निंग ऑफिसर) तथा अन्य संबंधित अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने व्यवस्थाओं को सुचारु बनाने में सहयोग किया। डीएम भदौरिया के स्पष्ट निर्देश: सतर्कता और निष्पक्षता सर्वोपरि जिला निर्वाचन अधिकारी श्री नितिन सिंह भदौरिया ने मतदान पार्टियों को रवाना करने से पहले उपस्थित सभी मतदान अधिकारियों और कर्मियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि "मतदान प्रक्रिया चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है, और यह पूरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया की नींव है। अतः, सभी मतदान अधिकारी अत्यधिक सतर्कता, पूर्ण निष्पक्षता और आपसी समन्वय के साथ मतदान संपन्न कराना सुनिश्चित करें।" उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर होने वाली छोटी से छोटी लापरवाही भी चुनाव की शुचिता को प्रभावित कर सकती है, इसलिए हर कदम पर सावधानी बरतना अनिवार्य है। डीएम ने यह भी निर्देश दिए कि "प्रत्येक मतदान दल समय से अपने-अपने निर्धारित गंतव्य पर पहुंचे और मतदान केंद्र की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे प्रकाश, बैठने की व्यवस्था, सुरक्षा और मतदान बूथ की गोपनीयता सुनिश्चित करें।" उन्होंने यह भी कहा कि "निर्धारित समय पर ही मतदान प्रारंभ किया जाए और किसी भी प्रकार की देरी से बचा जाए।" विशेष रूप से, उन्होंने मतदान अधिकारियों को निर्देशित किया कि "वे मतपत्रों और अन्य मतदान सामग्री का सूची से भलीभांति मिलान कर के ही रवाना हों, ताकि मतदान प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार का व्यवधान या सामग्री की कमी का सामना न करना पड़े।" यह निर्देश त्रुटि रहित चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। अतिथ्य निषेध और जोनल-सेक्टर मजिस्ट्रेटों की भूमिका जिला निर्वाचन अधिकारी श्री भदौरिया ने यह भी स्पष्ट किया कि "कोई भी मतदान अधिकारी या कर्मचारी किसी भी प्रकार का आतिथ्य (खानपान या अन्य सुविधाएं) किसी भी बाहरी व्यक्ति से स्वीकार नहीं करेगा।" उन्होंने जोर दिया कि "सभी मतदान कर्मी अपने आवंटित मतदान स्थल पर ही निवास करेंगे और बाहर से किसी भी प्रकार के प्रभाव से दूर रहेंगे।" यह निर्देश चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए बेहद अहम है, ताकि कोई भी बाहरी दबाव या प्रलोभन मतदान को प्रभावित न कर सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सभी सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेटों को भी कड़े निर्देश दिए। उन्हें कहा गया कि "वे अपनी संबंधित मतदान पार्टियों के बूथों पर सुरक्षित पहुंचने की सूचना तत्काल नियंत्रण कक्ष एवं रिटर्निंग ऑफिसर (आर.ओ.) को अवश्य उपलब्ध कराएं।" साथ ही, "मतदान दिवस पर क्षेत्र में निरंतर भ्रमण करते हुए अपने-अपने बूथों पर कड़ी निगरानी बनाए रखें।" यह सुनिश्चित करेगा कि कहीं भी कोई अनियमितता न हो और किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। 48 बसों से रवाना हुईं पार्टियाँ, 29 रिज़र्व में निर्वाचन अधिकारी श्री संजय छिमवाल ने इस अवसर पर रवानगी संबंधी विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि सितारगंज ब्लॉक की कुल 287 मतदान पार्टियाँ 48 विशेष बसों के माध्यम से अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना की गई हैं। यह विशाल काफिला सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से मतदान सामग्री और कर्मियों को उनके बूथों तक पहुंचाने के लिए तैयार किया गया है। श्री छिमवाल ने यह भी जानकारी दी कि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए 29 पार्टियों को रिज़र्व में रखा गया है। इन रिज़र्व पार्टियों को आवश्यकता अनुसार, जैसे किसी कर्मी के बीमार होने या किसी अन्य अप्रत्याशित परिस्थिति में, तुरंत भेजा जा सकेगा, ताकि मतदान प्रक्रिया में कोई व्यवधान न आए। यह व्यवस्था चुनाव आयोग की दूरदर्शिता और आकस्मिक योजना का हिस्सा है, जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में सहायक होती है। समग्र रूप से, सितारगंज ब्लॉक में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां चाक-चौबंद नजर आ रही हैं। प्रशासन ने अपनी पूरी शक्ति और संसाधनों को झोंक दिया है ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया का यह महत्वपूर्ण पर्व सफलतापूर्वक संपन्न हो सके। अब सभी की निगाहें मतदान दिवस पर टिकी हैं।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2025: सितारगंज ब्लॉक से 287 मतदान पार्टियाँ रवाना, डीएम-एसएसपी ने परखी व्यवस्थाएँ; निष्पक्ष चुनाव पर जोर

सितारगंज, 23 जुलाई, 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन-2025 की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। इसी क्रम में, आज सितारगंज ब्लॉक की कुल 287 मतदान पार्टियाँ पूरी मुस्तैदी के साथ सितारगंज मंडी परिसर से अपने-अपने मतदान स्थलों के लिए रवाना हुईं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी…

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कुंडेश्वरी, 22 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – कुंडेश्वरी चौकी क्षेत्र में एक बेहद सनसनीखेज और दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। शांति नगर, रमपुरा, रामनगर रोड स्थित एक परिवार के पिता और पुत्र को कुछ अज्ञात बदमाशों ने चाकुओं से बेरहमी से गोदकर मौत के घाट उतारने का असफल प्रयास किया। खाना खाकर रात में टहलने निकले पिता और पुत्र पर हुए इस जानलेवा हमले से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। गंभीर रूप से घायल दोनों को आनन-फानन में शहर के अलग-अलग निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनकी हालत लगातार बेहद नाजुक बनी हुई है और वे जिंदगी व मौत के बीच जूझ रहे हैं। इस घटना ने स्थानीय निवासियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रात के सन्नाटे में हुआ ताबड़तोड़ हमला घटना बुधवार देर रात की बताई जा रही है, जब रामनगर रोड स्थित वार्ड नंबर 1, शांति नगर, रमपुरा सरकारी स्कूल के समीप रहने वाली प्रीति देवी पत्नी रमेश चंद्र के पुत्र अनुज ठाकुर और पोता नरेश रात का भोजन करने के बाद घर से टहलने के लिए निकले थे। यह एक सामान्य दिनचर्या थी, जो अक्सर रात के खाने के बाद लोग ताज़ी हवा में टहलने के लिए अपनाते हैं। लेकिन, उन्हें क्या पता था कि आज रात उनका सामना मौत से होने वाला है। पुलिस को दी गई अपनी तहरीर में, प्रीति देवी ने बताया कि जैसे ही अनुज और नरेश अपने घर से कुछ दूर निकले, राहुल पुत्र रमेश सैनी, आदर्श, अजय पुत्र मानसिंह और दीप पुत्र जसवीर नाम के व्यक्तियों ने आपस में एक राय होकर सुनियोजित तरीके से उन्हें रास्ते में घेर लिया। अचानक हुए इस हमले से पहले की पिता-पुत्र कुछ समझ पाते, बदमाशों ने चाकुओं से उन पर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया। चाकू के अनगिनत वार से दोनों पिता-पुत्र बुरी तरह लहुलुहान हो गए और वहीं सड़क पर गिर पड़े। हमलावर उन्हें खून से लथपथ छोड़कर मौके से फरार हो गए, जिससे रात के सन्नाटे में चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत दौड़कर पीड़ितों को संभाला और पुलिस को सूचना दी। नाजुक हालत में अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हमले के बाद, गंभीर रूप से घायल अनुज ठाकुर और नरेश को तत्काल राजकीय चिकित्सालय लाया गया। हालाँकि, दोनों की हालत इतनी गंभीर थी कि प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उन्हें तत्काल शहर के बेहतर सुविधा वाले निजी अस्पतालों में रेफर कर दिया। अनुज ठाकुर को एक निजी अस्पताल में और नरेश को दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीमें उनकी जान बचाने का भरसक प्रयास कर रही हैं। खबर लिखे जाने तक, दोनों घायलों की हालत बेहद चिंताजनक बनी हुई है और वे जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार, चाकू के गहरे घावों के कारण उनका अत्यधिक खून बह चुका है, जिससे उनकी स्थिति और भी गंभीर हो गई है। उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में रखा गया है और लगातार निगरानी में हैं। परिवार के सदस्य अस्पताल में मौजूद हैं और गहरी चिंता में डूबे हुए हैं, अपने प्रियजनों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। इस घटना ने परिवार पर दुखों का पहाड़ तोड़ दिया है। पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, आरोपियों की तलाश में जुटी टीम प्रीति देवी की तहरीर के आधार पर, कुंडेश्वरी पुलिस ने राहुल पुत्र रमेश सैनी, आदर्श, अजय पुत्र मानसिंह और दीप पुत्र जसवीर के खिलाफ जानलेवा हमला और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने तत्काल मामले की गंभीरता को समझते हुए, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमों का गठन किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है और साइबर सेल की मदद से भी उनके मूवमेंट को ट्रैक करने का प्रयास किया जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस वारदात का संज्ञान लिया है और थाना पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जाए और दोषियों को जल्द से जल्द कानून के कटघरे में लाया जाए। क्षेत्र में दहशत, सुरक्षा बढ़ाने की मांग इस सनसनीखेज वारदात के बाद शांति नगर और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। लोगों में डर है कि दिनदहाड़े और रात के समय भी अब बाहर निकलना सुरक्षित नहीं है। स्थानीय निवासियों ने पुलिस प्रशासन से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है ताकि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनी रहे और लोगों में सुरक्षा का भाव वापस आ सके। यह घटना पुलिस के लिए एक बड़ा इम्तिहान है कि वे कितनी जल्दी इस मामले को सुलझाते हैं और अपराधियों को पकड़कर जनता का विश्वास बहाल करते हैं। आगामी दिनों में पुलिस की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

उत्तराखंड: कुंडेश्वरी में सनसनीखेज वारदात, खाना खाकर टहल रहे पिता-पुत्र को चाकुओं से गोदा; हालत नाजुक

कुंडेश्वरी, 22 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – कुंडेश्वरी चौकी क्षेत्र में एक बेहद सनसनीखेज और दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। शांति नगर, रमपुरा, रामनगर रोड स्थित एक परिवार के पिता और पुत्र को कुछ अज्ञात बदमाशों ने चाकुओं से बेरहमी से गोदकर मौत के घाट उतारने का असफल प्रयास…

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जसपुर 22 जुलाई 2025 (समय बोल रहा) : एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देशन में कुंडा पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए इसे संगठित अपराध बताया है। पुलिस ने बताया कि इस हत्या की साजिश चुनावी लाभ दिलाने के लिए रची गई थी। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक आरोपी फरार है हत्या के पीछे चुनावी साजिश पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि इस हत्या का मकसद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में एक विशेष प्रत्याशी को लाभ पहुंचाना था। आरोपियों ने सोची-समझी साजिश के तहत इस वारदात को अंजाम दिया, ताकि क्षेत्र में डर का माहौल पैदा हो और मतदाताओं के रुझान पर असर डाला जा सके। अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त सुखविंदर सिंह और फरार अभियुक्त सतनाम के खिलाफ उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई थानों में गंभीर अपराधों के कुल 25 मुकदमे दर्ज हैं। इन मुकदमों में हत्या, लूट, डकैती, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट जैसे मामले शामिल हैं। ये दोनों आरोपी लंबे समय से आपराधिक गिरोह के सदस्य के रूप में सक्रिय रहे हैं और चुनावी समय पर अपने नेटवर्क का उपयोग कर अवैध दबाव बनाने की कोशिश करते रहे हैं। पुलिस की सघन जांच घटना के बाद से ही पुलिस की कई टीमें मामले की जांच में लगी थीं। तकनीकी जांच, सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और गुप्त सूत्रों की मदद से पुलिस ने घटनाक्रम की कड़ियां जोड़ीं। पुलिस ने बताया कि 72 घंटे की लगातार मेहनत और खुफिया इनपुट्स के बाद यह मामला सुलझाया गया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने स्पष्ट किया कि पुलिस चुनावी माहौल में किसी भी आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी। एसएसपी मणिकांत मिश्रा का बयान “पुलिस ने हत्या के पीछे की चुनावी साजिश का खुलासा कर दिया है। इस मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक फरार आरोपी की तलाश में दबिश जारी है। अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इनके आपराधिक नेटवर्क को भी ध्वस्त किया जाएगा।” स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया घटना के बाद स्थानीय जनता में आक्रोश और भय दोनों ही देखने को मिले। लोगों का कहना है कि चुनावी समय में संगठित अपराधियों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं और प्रशासन को ऐसी घटनाओं पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। कुंडा पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है। भविष्य की कार्रवाई पुलिस ने फरार आरोपी सतनाम को जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा जताया है। साथ ही, आरोपियों की संपत्ति जब्त करने और उनके नेटवर्क को खत्म करने की कार्यवाही भी शुरू की जा रही है। पुलिस गैंगस्टर एक्ट के तहत सख्त कदम उठाने जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

कुंडा पुलिस का बड़ा खुलासा: चुनावी लाभ के लिए युवक राहुल की हत्या; दो गिरफ्तार, एक फरार

जसपुर 22 जुलाई 2025 (समय बोल रहा) : एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देशन में कुंडा पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए इसे संगठित अपराध बताया है। पुलिस ने बताया कि इस हत्या की साजिश चुनावी लाभ दिलाने के लिए रची गई थी। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक…

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जसपुर, 18 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – आस्था के केंद्र और शांति के प्रतीक गुरुद्वारे में चोरी की घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। जसपुर के करनपुर स्थित गुरुद्वारे में बीती रात चोरों ने सेंध लगाकर दानपेटी को निशाना बनाया। सुबह जब भक्तजन रोजाना की तरह गुरु का आशीर्वाद लेने पहुंचे, तो गुरुद्वारे का मुख्य द्वार खुला देख उन्हें चोरी की घटना का पता चला, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। सुबह पता चला, मौके पर उमड़ा जनसैलाब जानकारी के अनुसार, विगत रात्रि चोरों ने करनपुर के गुरुद्वारे में धावा बोला। सुबह जब दिन हुआ और भक्तजन गुरुद्वारे में माथा टेकने और गुरु का आशीर्वाद लेने पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि गुरुद्वारे का मुख्य द्वार खुला पड़ा था। अंदर जाकर देखने पर पता चला कि अंदर रखी दानपेटी (गोलक) को भी छेड़ा गया था और उसमें तोड़फोड़ की गई थी। चोरों ने इस दौरान वहां लगी एलईडी (LED) स्क्रीन भी चुरा ली थी। इतना ही नहीं, अपनी पहचान छिपाने के लिए चोरों ने सीसीटीवी की डीवीआर/डीवीडी (DVR/DVD) भी गायब कर दी थी, जिससे उनकी मंशा साफ जाहिर होती है। इस अप्रत्याशित घटना को देखते ही देखते स्थानीय जनता और सिख समुदाय के व्यक्ति बड़ी संख्या में मौके पर एकत्र हो गए। चोरी की इस घटना से सभी में गहरा रोष और चिंता व्याप्त हो गई। गुरुद्वारे जैसे पवित्र स्थान पर चोरी की खबर तेजी से फैली, जिससे मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य के प्रत्याशी गुरताज भुल्लर और प्रधान पद के प्रत्याशी हरिओम सुधा ,रिशपाल , आदि लोग एकत्र हो गए | पुलिस प्रशासन मौके पर,फॉरेन्सिक इन्वेस्टिगेशन टीम भी बुलाई गई घटना की सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन तुरंत हरकत में आया और मौके पर पहुंचा। कुंडा के थाना प्रभारी (SO) हरिंदर चौधरी और उपनिरीक्षक (SI) दीपक चौहान ,नवीन जोशी , (SI) गढ़ीनेगी ,सहित कई पुलिसकर्मी घटनास्थल पर मौजूद थे। पुलिस टीम ने सबसे पहले स्थिति का जायजा लिया और गुरुद्वारे के अंदर प्रारंभिक जांच शुरू की। उन्होंने आसपास के क्षेत्र का भी मुआयना किया और साक्ष्य जुटाने का प्रयास किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए और घटना के संवेदनशील पहलू को ध्यान में रखते हुए, पुलिस ने जांच के लिए फॉरेन्सिक इन्वेस्टिगेशन टीम को भी मौके पर बुला लिया है। एसटीएफ की टीम भी अब इस चोरी के प्रकरण की गहन जांच में जुट गई है, जो इस बात का संकेत है कि पुलिस इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है। गुरुद्वारा प्रबंधक और सदस्य भी रहे मौजूद, सख्त कार्रवाई का आश्वासन चोरी की इस घटना के समय गुरुद्वारा प्रबंधक लखविंदर सिंह और गुरुद्वारा समिति के अन्य सदस्य तथा ग्रंथी (ज्ञानी) भी मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने पुलिस को घटना से संबंधित जानकारी दी और जल्द से जल्द चोरों को पकड़ने की मांग की। सिख समुदाय और स्थानीय लोगों ने इस वारदात को अपनी आस्था पर हमला बताया और पुलिस से त्वरित और सख्त कार्रवाई की अपेक्षा की। पुलिस ने मौके पर मौजूद सभी लोगों को आश्वासन दिया है कि जांच जारी है और चोरों की तलाश में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने सख्त से सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं और कहा है कि चोरों के मिलते ही उन पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि यह केवल एक चोरी का मामला नहीं, बल्कि एक धार्मिक स्थल पर हुए अपराध का मामला है, जिसकी जांच विशेष प्राथमिकता से की जा रही है। फिलहाल, एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें संयुक्त रूप से इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं। इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी चिंताएं बढ़ा दी हैं, और प्रशासन से ऐसे धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग उठने लगी है।

जसपुर: के करनपुर गुरुद्वारे में चोरी से हड़कंप, दानपेटी को बनाया निशाना; पुलिस और फॉरेन्सिक इन्वेस्टिगेशन टीम जांच में जुटी

जसपुर, 18 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – आस्था के केंद्र और शांति के प्रतीक गुरुद्वारे में चोरी की घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। जसपुर के करनपुर स्थित गुरुद्वारे में बीती रात चोरों ने सेंध लगाकर दानपेटी को निशाना बनाया। सुबह जब भक्तजन रोजाना की तरह गुरु का आशीर्वाद…

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देहरादून, 23 अक्टूबर 2025 – (समय बोल रहा ) – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), उत्तराखंड ने संगठन को और मजबूती प्रदान करते हुए आज प्रदेश प्रवक्ताओं की नई सूची जारी कर दी है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट द्वारा हस्ताक्षरित इस सूची में कुल नौ (9) नेताओं को प्रवक्ता पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह घोषणा तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। नई सूची में विधायकों, अनुभवी कार्यकर्ताओं और विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों को स्थान दिया गया है, जो पार्टी की संचार रणनीति को धार देंगे। प्रमुख नियुक्तियाँ और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व जारी की गई सूची में सबसे प्रमुख नामों में दो वर्तमान विधायकों को शामिल किया गया है: श्री खजान दास, विधायक (देहरादून महानगर) श्री विनोद चमोली, विधायक (देहरादून महानगर) देहरादून महानगर से सर्वाधिक चार प्रवक्ताओं को नामित किया गया है, जबकि क्षेत्रीय संतुलन साधते हुए पिथौरागढ़, नैनीताल, काशीपुर और देहरादून ग्रामीण क्षेत्रों को भी प्रतिनिधित्व दिया गया है। नव-नियुक्त प्रदेश प्रवक्ताओं के नाम और जिले इस प्रकार हैं: क्र.सं.नामजिला/क्षेत्र1.श्री खजान दास, विधायकदेहरादून महानगर2.श्री विनोद चमोली, विधायकदेहरादून महानगर3.श्री मथुरा दत्त जोशीपिथौरागढ़4.श्री नवीन ठाकुरदेहरादून ग्रामीण5.श्री गुरविन्दर सिंह चण्डोककाशीपुर6.श्री कुंवर जपेन्द्र सिंहदेहरादून महानगर7.श्रीमती हनी पाठकदेहरादून महानगर8.सुश्री कमलेश रमनदेहरादून महानगर9.श्री विकास भगतनैनीताल इस नियुक्ति में श्री गुरविन्दर सिंह चण्डोक को काशीपुर क्षेत्र से प्रतिनिधित्व मिला है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि अनुभवी और तेजतर्रार प्रवक्ताओं की यह नई टीम सरकार की नीतियों और संगठन की विचारधारा को जनता तक प्रभावी ढंग से पहुँचाने में सफल रहेगी।

उत्तराखंड: जसपुर के नवलपुर में भाजपा की अंदरूनी कलह उजागर, पार्टी पदाधिकारी के खिलाफ वरिष्ठ नेता के प्रचार से कार्यकर्ताओं में आक्रोश

जसपुर, 18 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में पंचायत चुनावों की गहमागहमी के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है। जसपुर के नवलपुर क्षेत्र पंचायत में बीडीसी (क्षेत्र पंचायत सदस्य) पद के लिए भाजपा के दो कार्यकर्ताओं के आमने-सामने होने के बाद, पार्टी के…

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काशीपुर, 17 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – आगामी पंचायत चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में, सरवरखेड़ा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी ब्रजेश पाल के चुनाव कार्यालय का आज बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ भव्य उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर नैनीताल लोकसभा के लोकप्रिय सांसद अजय भट्ट सहित भाजपा के कई शीर्ष पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर प्रत्याशी ब्रजेश पाल को पूर्ण समर्थन का भरोसा दिलाया और उनकी जीत के लिए कार्यकर्ताओं का आह्वान किया। दिग्गज नेताओं का जमावड़ा, दिया जीत का मंत्र उद्घाटन समारोह में भाजपा के केंद्रीय और प्रादेशिक नेतृत्व से लेकर स्थानीय इकाई तक के कई दिग्गज नेता शामिल हुए। कार्यक्रम में नैनीताल लोकसभा के लोकप्रिय सांसद अजय भट्ट की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी गरिमा प्रदान की। उनके साथ भाजपा प्रदेश महामंत्री खिलेंद्र चौधरी और जिला अध्यक्ष भाजपा मनोज पाल भी मौजूद थे, जिन्होंने संगठन की एकजुटता का संदेश दिया। इसके अतिरिक्त, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, काशीपुर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, काशीपुर के मेयर दीपक बाली और राज्यमंत्री मनजीत सिंह राजू जी जैसे वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने भी समारोह में शिरकत की। पूर्व विधायक डॉ. शैलेन्द्र मोहन सिंघल, पीसीयू चेयरमैन राम मल्होत्रा, शीतल जोशी, बलराम तोमर, विजेन्दर गहलौत, रवि साहनी, मंडल अध्यक्ष राजकुमार गुंबर, ओम प्रकाश कुशवाहा, सत्यपाल सिंह रविपाल, हरप्रीत हैप्पी, सुरेश लोहिया ,गुरताज भुल्लर सहित अन्य गणमान्य नागरिकों और बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया। यह विशाल उपस्थिति प्रत्याशी ब्रजेश पाल के प्रति पार्टी के मजबूत समर्थन और क्षेत्र में उनकी पैठ को दर्शाती है। विकास के एजेंडे पर जोर, भारी मतों से जीत का आह्वान कार्यक्रम के दौरान मंच से वक्ताओं ने भाजपा प्रत्याशी ब्रजेश पाल के पक्ष में जोरदार अपील की। सभी नेताओं ने एक स्वर में ब्रजेश पाल को भारी मतों से विजयी बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की नीतियां हमेशा से जनहित और विकास पर केंद्रित रही हैं। नेताओं ने जोर देकर कहा कि ब्रजेश पाल की जीत से क्षेत्र में विकास कार्यों को तेजी मिलेगी और भाजपा सरकार की नीतियों से प्रेरित होकर सरवरखेड़ा और आसपास के क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास होगा। सांसद अजय भट्ट और विधायक त्रिलोक सिंह चीमा ने विशेष रूप से स्थानीय समस्याओं के समाधान और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में ब्रजेश पाल की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कार्यकर्ताओं से घर-घर जाकर पार्टी की नीतियों और ब्रजेश पाल के विजन को जनता तक पहुंचाने का आग्रह किया। जनसमूह ने लिया जीत का संकल्प उद्घाटन समारोह में उपस्थित भारी जनसमूह ने भाजपा के पक्ष में अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया। उपस्थित कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने जोश और उत्साह के साथ ब्रजेश पाल को चुनाव में जीत दिलाने का संकल्प लिया। नारों और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच यह स्पष्ट था कि स्थानीय जनता और कार्यकर्ता दोनों ही ब्रजेश पाल की उम्मीदवारी को लेकर उत्साहित हैं और उन्हें विजयी बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। यह जनसमूह भाजपा के लिए सरवरखेड़ा में मजबूत आधार का संकेत देता है। चुनाव कार्यालय का उद्घाटन न केवल प्रत्याशी के लिए एक औपचारिक शुरुआत है, बल्कि यह पार्टी के लिए अपनी ताकत का प्रदर्शन करने और चुनाव अभियान को गति देने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी होता है। ब्रजेश पाल के कार्यालय उद्घाटन ने यह संदेश साफ कर दिया है कि भाजपा इस सीट को जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। अब देखना यह है कि चुनाव परिणाम में यह उत्साह कितना वोटों में तब्दील हो पाता है।

काशीपुर ,34 सरवरखेड़ा: भाजपा समर्थित प्रत्याशी ब्रजेश पाल के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन, सांसद अजय भट्ट सहित कई दिग्गज नेता हुए शामिल

काशीपुर, 17 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – आगामी पंचायत चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में, सरवरखेड़ा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी ब्रजेश पाल के चुनाव कार्यालय का आज बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ भव्य उद्घाटन किया गया।…

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कुंडेश्वरी, 17 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में आगामी पंचायत चुनावों को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने की दिशा में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। कुंडेश्वरी चौकी क्षेत्र के गढ़वाल कॉलोनी, जैतपुर मोड़ के पास पुलिस ने बुधवार रात मुखबिर की सूचना पर पंचायत चुनाव के लिए लाई जा रही 10 पेटी अवैध शराब के साथ तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए की जा रही अवैध गतिविधियों पर पुलिस की कड़ी नजर को दर्शाती है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बिछाया जाल कुंडेश्वरी चौकी पुलिस को बुधवार की रात एक विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली थी कि गढ़वाल कॉलोनी, जैतपुर मोड़ के पास तीन युवक एक कार में अवैध रूप से विदेशी शराब ले जा रहे हैं, जिसका इस्तेमाल आगामी पंचायत चुनावों में किया जाना है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए, कुंडेश्वरी चौकी पुलिस ने तत्काल कार्रवाई का निर्णय लिया। सूचना पर चौकी प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम तुरंत जैतपुर मोड़ के पास सक्रिय हो गई और वाहनों की सघन चेकिंग शुरू कर दी। कुछ ही देर बाद, संदिग्ध बताई गई कार मौके पर पहुंची, जिसे पुलिस टीम ने रोक लिया। कार में तीन युवक सवार थे, जिनसे पुलिस ने पूछताछ की। 10 पेटी अवैध शराब जब्त, कोई कागजात नहीं दिखा पाए आरोपी पुलिस टीम ने जब कार की तलाशी ली, तो तो उसमें से 10 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब बरामद हुई। यह शराब बिना किसी वैध परमिट या कागजात के लाई जा रही थी। पुलिस ने जब कार सवार तीनों युवकों से शराब से संबंधित दस्तावेज मांगे, तो वे कोई भी वैध कागजात प्रस्तुत नहीं कर पाए। इस पर, पुलिस टीम ने मौके से ही तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही, अवैध शराब के परिवहन में इस्तेमाल की जा रही कार को भी आबकारी अधिनियम के तहत जब्त कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान आदर्श गुरंग पुत्र रवि गुरंग (निवासी वैशाली कॉलोनी), अंकित ठाकुर पुत्र ओमप्रकाश ठाकुर (निवासी आवास विकास), और रविंद्र पाल पुत्र बाबूराम (निवासी सरवरखेड़ा, थाना कुंडा) के रूप में हुई है। पंचायत चुनाव में बांटने की थी योजना: पुलिस पूछताछ में कबूला कुंडेश्वरी चौकी के एसएसआई अनिल जोशी ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि शुरुआती पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे यह अवैध शराब पंचायत चुनाव में बांटने के लिए लाए थे। यह खुलासा बेहद गंभीर है, क्योंकि यह सीधे तौर पर चुनावी प्रक्रिया को दूषित करने के प्रयास की ओर इशारा करता है। एसएसआई जोशी ने यह भी बताया कि पुलिस अब इस बात की गहनता से जांच कर रही है कि यह शराब किसके लिए लाई जा रही थी और इसके पीछे कौन लोग शामिल हैं। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्या कोई बड़ा नेटवर्क या कोई प्रभावशाली व्यक्ति इस अवैध शराब की तस्करी और वितरण में संलिप्त है। आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम पंचायत चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया की सबसे निचली इकाई होते हैं, और इनमें अवैध शराब या पैसे का इस्तेमाल मतदाताओं को प्रभावित करने का एक आम हथकंडा रहा है। कुंडेश्वरी पुलिस की यह कार्रवाई आगामी पंचायत चुनावों को निष्पक्ष, भयमुक्त और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अपराधियों और ऐसे तत्वों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि पुलिस चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी और उन पर कड़ी नजर रखी जाएगी। फिलहाल, पुलिस आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की आगे की जांच कर रही है। आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर इस रैकेट के अन्य सदस्यों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि चुनावों में शराब के अवैध इस्तेमाल पर पूरी तरह से नकेल कसी जा सके।

उत्तराखंड में पंचायत चुनाव से पहले बड़ी कार्रवाई: कुंडेश्वरी में पकड़ी गई अवैध शराब की 10 पेटी, 3 तस्कर गिरफ्तार

कुंडेश्वरी, 17 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा) – उत्तराखंड में आगामी पंचायत चुनावों को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने की दिशा में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। कुंडेश्वरी चौकी क्षेत्र के गढ़वाल कॉलोनी, जैतपुर मोड़ के पास पुलिस ने बुधवार रात मुखबिर की सूचना पर पंचायत चुनाव के लिए लाई जा रही 10…

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देहरादून,17 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पोर्टल, जिसे जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान और सुशासन के प्रतीक के रूप में लॉन्च किया गया था, अब कुछ असामाजिक तत्वों के लिए अवैध वसूली का जरिया बनता जा रहा है। कुंडा और जसपुर जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में फैक्ट्री संचालकों और छोटे उद्योगपतियों को इस पोर्टल पर दर्ज कराई जा रहीं झूठी शिकायतों के आधार पर परेशान कर उनसे अवैध वसूली की कोशिशें की जा रही हैं। इस 'गोरखधंधे' ने न केवल व्यवसायों को मुश्किल में डाला है, बल्कि जनता की एक महत्वपूर्ण लोक-केंद्रित सेवा के प्रति विश्वास को भी गहरा नुकसान पहुंचाया है। कैसे हो रहा है 'लोक पोर्टल' का दुरुपयोग? मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पोर्टल (सीएम पोर्टल) को आम जनता और मुख्यमंत्री के बीच सीधा संवाद स्थापित करने के लिए बनाया गया था, ताकि नागरिक अपनी शिकायतें और सुझाव सीधे उच्च स्तर तक पहुंचा सकें और उनका समाधान हो सके। यह एक पारदर्शी और जवाबदेह व्यवस्था का हिस्सा था। लेकिन, कुछ शातिर और असामाजिक तत्वों ने इसकी इसी पारदर्शिता का फायदा उठाना शुरू कर दिया है। उनकी सुनियोजित योजना यह है कि वे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, खासकर फैक्ट्रियों और छोटे उद्योगों के खिलाफ पोर्टल पर झूठी और मनगढ़ंत शिकायतें दर्ज कराते हैं। इन शिकायतों में अक्सर गंभीर आरोप लगाए जाते हैं, जैसे: अवैध निर्माण: फैक्ट्री परिसर में बिना अनुमति के निर्माण कार्य करने का आरोप। पर्यावरण नियमों का उल्लंघन: उद्योगों द्वारा प्रदूषण फैलाने या निर्धारित पर्यावरणीय मानकों का पालन न करने की झूठी शिकायतें। भूमि संबंधित विवाद: फैक्ट्री की जमीन पर कब्जा या भूमि से जुड़े विवादों का मनगढ़ंत हवाला देना। ये आरोप इतने गंभीर होते हैं कि ये सीधे संबंधित विभागों जैसे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, राजस्व विभाग, या स्थानीय प्रशासन को सक्रिय कर सकते हैं, जिससे अधिकारियों द्वारा जांच या कार्रवाई शुरू होने का डर पैदा होता है। डर दिखाकर वसूली: 'अधिकारियों का झांसा देकर' हो रहा है खेल शिकायत दर्ज कराने के बाद, ये असामाजिक तत्व फैक्ट्री संचालकों और व्यवसायियों से संपर्क साधते हैं। वे उन्हें यह कहकर डराते हैं कि उनके खिलाफ सीएम पोर्टल पर गंभीर शिकायत दर्ज की गई है और जल्द ही संबंधित अधिकारी जांच या कार्रवाई के लिए पहुंचेंगे। वे उन्हें यह झांसा देते हैं कि अगर वे "नियमानुसार" मामले को निपटाना चाहते हैं, तो उन्हें पैसे देने पड़ेंगे, अन्यथा जांच और कार्रवाई के गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। यह एक सीधा-साधा ब्लैकमेलिंग का तरीका है, जिसमें पोर्टल की विश्वसनीयता और अधिकारियों की जांच की शक्ति का दुरुपयोग किया जा रहा है। छोटे व्यवसायियों के पास अक्सर इतना समय या संसाधन नहीं होता कि वे इन झूठी शिकायतों की लंबी कानूनी प्रक्रियाओं में उलझें, और इसी कमजोरी का फायदा उठाकर उनसे अवैध वसूली की जाती है। वे बदनामी और सरकारी कार्रवाई से बचने के लिए पैसे देने को मजबूर हो जाते हैं। देहरादून से जसपुर-काशीपुर तक फैला है यह 'खेल' जनता की आस्था पर चोट: 'विश्वसनीयता को नुकसान', विश्वास डगमगाया सीएम पोर्टल का दुरुपयोग बेहद चिंताजनक है, क्योंकि यह सीधे तौर पर जनता के विश्वास पर चोट करता है। यह पोर्टल सरकार और जनता के बीच सीधा पुल था, जो शिकायतों के निष्पक्ष और समयबद्ध समाधान का आश्वासन देता था। जब इस तरह के 'लोक केंद्रित पोर्टल' का उपयोग अवैध वसूली के लिए होने लगता है, तो इसकी विश्वसनीयता को भारी नुकसान पहुँचता है। जनता का विश्वास डगमगाता है और उन्हें लगता है कि उनकी वास्तविक समस्याओं को भी गंभीरता से नहीं लिया जाएगा, क्योंकि झूठी शिकायतों का अंबार लग जाएगा। यह स्थिति सुशासन के सिद्धांतों के खिलाफ है और इस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। आवश्यकता है त्वरित और कठोर कार्रवाई की इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए बहुआयामी रणनीति की आवश्यकता है: पुलिस की सक्रियता: पुलिस को ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर अभियान चलाना चाहिए। झूठी शिकायतें दर्ज करने वालों और वसूली की कोशिश करने वालों की पहचान कर उन पर तुरंत मुकदमा दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। देहरादून जैसा मामला एक मिसाल कायम कर सकता है। पोर्टल पर तकनीकी सुधार: सरकार को सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया में और अधिक सत्यापन के तरीके जोड़ने चाहिए। यह ओटीपी आधारित सत्यापन, शिकायतकर्ता के पहचान पत्र का अनिवार्य अपलोड, या गंभीर शिकायतों के लिए प्रारंभिक सत्यापन कॉल शामिल हो सकते हैं, ताकि झूठी शिकायतों को दर्ज होने से पहले ही रोका जा सके। जागरूकता अभियान: व्यवसायियों और आम जनता को ऐसे ठगों से सतर्क रहने और किसी भी तरह की धमकी या वसूली की कोशिश होने पर तुरंत पुलिस को सूचना देने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए। उन्हें डरकर पैसे न देने की सलाह दी जाए। सरकारी विभागों का समन्वय: संबंधित विभागों (जैसे पर्यावरण, राजस्व, स्थानीय निकाय) को सीएम पोर्टल पर आने वाली शिकायतों की गंभीरता और सत्यता की प्रारंभिक जांच के लिए एक त्वरित तंत्र विकसित करना चाहिए, ताकि वे अनावश्यक रूप से परेशान न हों। उत्तराखंड सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि सीएम पोर्टल, जो जनता की भलाई के लिए बनाया गया है, उसका दुरुपयोग न हो। ऐसा करके ही जनता का विश्वास बरकरार रखा जा सकेगा और राज्य में व्यापार के लिए एक सुरक्षित और भयमुक्त माहौल सुनिश्चित किया जा सकेगा।

उत्तराखंड में ‘सीएम पोर्टल’ का दुरुपयोग: फैक्ट्री संचालकों से अवैध वसूली का ‘गोरखधंधा’, जनता का विश्वास डगमगाया

देहरादून,17 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड के सीएम पोर्टल, जिसे जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान और सुशासन के प्रतीक के रूप में लॉन्च किया गया था, अब कुछ असामाजिक तत्वों के लिए अवैध वसूली का जरिया बनता जा रहा है। कुंडा और जसपुर जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में फैक्ट्री संचालकों और…

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काशीपुर, 16 जुलाई, 2025 (समय बोल रहा) — उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने काशीपुर की आईटीआई थाना पुलिस के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने आर्य नगर मोहल्ले से एक पॉलीटेक्निक छात्र को गिरफ्तार किया है, जो एक बड़ा हथियार तस्कर निकला। इस छात्र के पास से एक ऑटोमैटिक पिस्टल, दो मैगजीन और कुछ कारतूस मिले हैं। पुलिस ने बताया है कि इस हथियार बेचने वाले गिरोह का मुख्य सरगना न्यूज़ीलैंड में बैठकर ये सारा काम चला रहा था। यह गिरफ्तारी उत्तराखंड में अवैध हथियार बेचने वाले गिरोहों के लिए एक बड़ा झटका है। एसटीएफ के बड़े अफसर नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि उनकी टीम को काफी समय से उत्तराखंड में अवैध हथियारों की जानकारी मिल रही थी। इस पर काम करते हुए, इंस्पेक्टर एमपी सिंह की टीम ने आईटीआई थाना पुलिस के साथ मिलकर योजना बनाई। आर्य नगर में छापा, हर्ष शर्मा गिरफ्तार एसएसपी भुल्लर ने बताया कि पक्की जानकारी मिलने के बाद सोमवार रात को मोहल्ला आर्य नगर की डॉ. सिंह वाली गली में छापा मारा गया। वहां से हर्ष शर्मा नाम के एक शख्स को पकड़ा गया। जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से एक नई ऑटोमैटिक पिस्टल, दो मैगजीन और .32 बोर के कारतूस मिले। पुलिस के मुताबिक, हर्ष शर्मा पर पहले से ही इनाम घोषित था, जिससे पता चलता है कि वह कितना खतरनाक अपराधी था। हथियार बेचने वाला छात्र निकला पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी हर्ष शर्मा एक पॉलीटेक्निक कॉलेज में सिविल ट्रेड का छात्र है। यह बात हैरान करने वाली है कि एक पढ़ा-लिखा छात्र हथियारों के ऐसे अवैध धंधे में शामिल था। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि वह इस गिरोह से कैसे जुड़ा और कब से ये काम कर रहा है। एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि हर्ष शर्मा सिर्फ हथियारों को आगे पहुंचाने का काम कर रहा था। इस पूरे धंधे का असली मुखिया न्यूज़ीलैंड में बैठा है। यह एक मुश्किल चुनौती है क्योंकि विदेश में बैठे अपराधी तक पहुंचना आसान नहीं होता। एसटीएफ अब अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से भी मदद लेने के बारे में सोच रही है। आगे की जांच और अपील पुलिस ने बताया कि यह गिरोह सिर्फ उत्तराखंड में ही नहीं, बल्कि आसपास के राज्यों में भी अवैध हथियार बेचता था। पकड़ी गई पिस्टल की जांच की जाएगी ताकि पता चले कि इसका इस्तेमाल किसी अपराध में तो नहीं हुआ है। पुलिस हर्ष शर्मा से पूछताछ कर रही है ताकि इस गिरोह के बाकी साथियों, हथियारों के स्रोत और खरीदारों के बारे में जानकारी मिल सके। उम्मीद है कि उसकी मदद से और भी लोग पकड़े जाएंगे। एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने कहा कि एसटीएफ उत्तराखंड को अपराध-मुक्त बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने जनता से भी अपील की कि अगर उन्हें किसी भी अवैध काम या संदिग्ध व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस या एसटीएफ को बताएं। जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। यह गिरफ्तारी उत्तराखंड में अवैध हथियारों के फैलने को रोकने में एक बड़ा कदम है। ऐसे गिरोह युवाओं को गुमराह कर गलत रास्ते पर ले जाते हैं, जिससे समाज में डर का माहौल बनता है। एसटीएफ और पुलिस की यह कार्रवाई दिखाती है कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों को पकड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उम्मीद है कि इस मामले में आगे और भी बड़े खुलासे होंगे।

काशीपुर में STF का बड़ा खुलासा: पॉलीटेक्निक छात्र निकला हथियार तस्कर, गैंग का सरगना न्यूज़ीलैंड में!

काशीपुर, 16 जुलाई, 2025 (समय बोल रहा) — उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने काशीपुर की आईटीआई थाना पुलिस के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने आर्य नगर मोहल्ले से एक पॉलीटेक्निक छात्र को गिरफ्तार किया है, जो एक बड़ा हथियार तस्कर निकला। इस छात्र के पास से एक ऑटोमैटिक पिस्टल, दो…

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देहरादून, 15 जुलाई 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के विद्यालयी शिक्षा विभाग में जल्द ही सैकड़ों युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलने जा रहे हैं। विभाग समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्वीकृत 1556 संविदा पदों को आउटसोर्सिंग के माध्यम से भरने की तैयारी में है। इस महत्वपूर्ण पहल को लेकर विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को एक माह के भीतर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के सख्त निर्देश दिए हैं, जिससे प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ बेरोजगारी कम करने की दिशा में भी बड़ा कदम उठाया जा सके। विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज अपने शासकीय आवास पर समग्र शिक्षा के तहत स्वीकृत संविदा पदों पर भर्ती को लेकर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद मीडिया को जारी एक बयान में उन्होंने बताया कि प्रदेश में शैक्षणिक गतिविधियों में सुधार और शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के उद्देश्य से समग्र शिक्षा के तहत रिक्त पदों को शीघ्रता से भरा जाएगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इन पदों पर भर्ती के लिए प्रयाग पोर्टल के माध्यम से आउटसोर्स एजेंसी का चयन पहले ही कर लिया गया है, जिससे भर्ती प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके। विभिन्न संवर्गों में 1556 पद स्वीकृत राज्य समग्र शिक्षा परियोजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित विभिन्न संवर्गों में कुल 1556 पद स्वीकृत किए गए हैं। इन पदों में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए 161 विशेष शिक्षक शामिल हैं, जो समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा, प्रशासनिक और वित्तीय कार्यों को सुचारु रूप से चलाने के लिए 324 लेखाकार-सह-सपोर्टिंग स्टाफ के पद भी भरे जाएंगे। युवाओं को सही करियर मार्गदर्शन देने के लिए 95 करियर काउंसलर की नियुक्ति की जाएगी, जो छात्रों को उनके भविष्य के लिए उचित दिशा-निर्देश प्रदान करेंगे। डिजिटल शिक्षा और डेटा प्रबंधन को मजबूत करने के लिए विद्या समीक्षा केंद्र के 18 पदों पर भी भर्ती होगी। इसके अतिरिक्त, मनोविज्ञानी, मैनेजर (आईसीटी) और मैनेजर (ट्रेनिंग) के एक-एक महत्वपूर्ण पद भी आउटसोर्सिंग के जरिए भरे जाएंगे। मंत्री डॉ. रावत ने स्पष्ट किया कि इन सभी पदों पर युवाओं को मेरिट के आधार पर भर्ती किया जाएगा, जिससे पारदर्शिता और योग्यता को प्राथमिकता दी जा सके। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को एक माह के भीतर इस पूरी भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं, ताकि शैक्षणिक सत्र में बिना किसी देरी के नए कर्मी अपना योगदान दे सकें। बीआरपी-सीआरपी के 955 पदों पर अंतिम चरण में भर्ती डॉ. धन सिंह रावत ने यह भी बताया कि समग्र शिक्षा के अंतर्गत बीआरपी (ब्लॉक रिसोर्स पर्सन) और सीआरपी (क्लस्टर रिसोर्स पर्सन) के 955 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पहले से ही अंतिम चरण में है। इन पदों पर चयनित युवाओं की तैनाती त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2025 के दृष्टिगत राज्य में लागू आदर्श आचार संहिता समाप्त होते ही कर दी जाएगी। उन्होंने आउटसोर्स एजेंसी को निर्देश दिए हैं कि काउन्सिलिंग प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से संपादित किया जाए। साथ ही, चयनित अभ्यर्थियों को उनके मण्डल और गृह विकासखंड के अनुरूप तैनाती में वरीयता दी जाए, ताकि उन्हें अपने गृह क्षेत्र के करीब काम करने का अवसर मिल सके। इससे न केवल कर्मचारियों को सुविधा होगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर शिक्षा व्यवस्था को समझने और उसमें योगदान देने में भी मदद मिलेगी। शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार पर जोर शिक्षा विभाग का यह कदम प्रदेश में शैक्षणिक गतिविधियों में सुधार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इन भर्तियों से विद्यालयों में स्टाफ की कमी दूर होगी, जिससे छात्रों को बेहतर शिक्षण-अधिगम वातावरण मिल पाएगा। विशेष शिक्षकों की नियुक्ति से दिव्यांग बच्चों की शिक्षा में आ रही बाधाएं कम होंगी, वहीं करियर काउंसलर छात्रों को सही दिशा देने में सहायक होंगे। लेखाकार और अन्य सहायक स्टाफ की नियुक्ति से प्रशासनिक कार्य अधिक सुचारु और कुशल बनेंगे। बैठक में सुश्री दीप्ति सिंह, राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड, कुलदीप गैरोला, अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड, अजीत भण्डारी, उप राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड, भगवती प्रसाद मैन्दोली, स्टॉफ ऑफिसर, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड के साथ-साथ चयनित आउटसोर्स एजेंसी के प्रतिनिधि मोर सिंह व हरिओम भी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने मंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने और भर्ती प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का आश्वासन दिया। यह एक महत्वपूर्ण पहल है जो न केवल युवाओं को रोजगार प्रदान करेगी, बल्कि उत्तराखंड के शिक्षा परिदृश्य को मजबूत करने में भी सहायक सिद्ध होगी। इन नियुक्तियों के बाद, उम्मीद है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का स्तर और भी बेहतर होगा, जिसका सीधा लाभ हजारों छात्रों को मिलेगा।

उत्तराखंड में शिक्षा विभाग में 1556 पदों पर आउटसोर्सिंग से होगी भर्ती, हजारों युवाओं को मिलेगा रोजगार

देहरादून, 15 जुलाई 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के विद्यालयी शिक्षा विभाग में जल्द ही सैकड़ों युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलने जा रहे हैं। विभाग समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्वीकृत 1556 संविदा पदों को आउटसोर्सिंग के माध्यम से भरने की तैयारी में है। इस महत्वपूर्ण पहल को लेकर विभागीय मंत्री ने अधिकारियों…

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