सफाई के नाम पर हो रही थी अवैध लकड़ी कटाई, पुलिस ने 6 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों समेत 8 आरोपियों को किया गिरफ्तार

जसपुर, अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) — उत्तराखंड के जसपुर क्षेत्र में फाटो रेंज के जंगलों से अवैध लकड़ी कटाई का मामला सामने आया है, जिसने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले में पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए 6 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों समेत कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि यह कटाई ‘सफाई’ के नाम पर की जा रही थी, लेकिन वास्तव में यह संगठित लकड़ी तस्करी का मामला है।
पुलिस ने अवैध लकड़ी काटने वालों पर कार्रवाई की
बुधवार की रात को पुलिस टीम पतरामपुर मार्ग स्थित फ्लाईओवर अंडरपास पर वाहनों की नियमित चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान पतरामपुर की ओर से आती लकड़ी से लदी छह ट्रैक्टर-ट्रॉलियों ने पुलिस की नजर खींची। जब पुलिस ने ट्रैक्टर चालकों को रोका और पूछताछ की, तो उनके जवाब संदिग्ध लगे।
अवैध लकड़ी काटने वालो की दस्तावेज मांगने पर खुली पोल
दस्तावेज मांगने पर खुली पोल
जब पुलिस ने लकड़ी के वैध दस्तावेज मांगे तो ट्रैक्टर चालकों ने बताया कि यह लकड़ी फाटो रेंज से ‘सफाई’ के नाम पर काटी गई है। लेकिन जब दस्तावेज दिखाने को कहा गया तो कोई वैध परमिट नहीं पाया गया। पुलिस ने तत्परता से सभी वाहनों को जब्त कर लिया और आठ लोगों को हिरासत में लिया।
गिरफ्तार आरोपी और उनके पते
पुलिस ने जिन 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम और पते निम्नलिखित हैं:
- असगर अली – निवासी स्वार, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
- मोहित कुमार – निवासी स्वार, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
- रिजवान – निवासी स्वार, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
- अकबर अली – निवासी स्वार, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
- साहिल – निवासी हाजी नगला टिगरी डिलारी, मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)
- अशोक सिंह – निवासी हरिपुरा हरसान बरहनी, बाजपुर
- बूटा सिंह – निवासी ग्राम पिस्तौरा, थाना कुंडा
- रईस – निवासी ग्राम केशोवाला, बाजपुर
इन सभी पर वन अधिनियम और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
यूपी के स्वार में बिक्री के लिए जा रही थी लकड़ी
पुलिस पूछताछ में यह सामने आया कि अवैध रूप से काटी गई लकड़ी उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के स्वार क्षेत्र में ले जाई जा रही थी, जहां इसे बेचने की योजना थी। तस्करों के पास किसी भी प्रकार के वैध दस्तावेज नहीं पाए गए।
फाटो रेंज से हो रही थी अवैध लकड़ी कटाई
फाटो रेंज जसपुर का एक महत्वपूर्ण वन क्षेत्र है, जो न केवल जैव विविधता से भरपूर है बल्कि एक चर्चित पर्यटन स्थल भी है। यहां दो ट्री हाउस, चार हट्स और पाँच कमरे पर्यटकों के लिए बनाए गए हैं। इस रेंज में प्रवेश के लिए ऑनलाइन अनुमति लेना अनिवार्य होता है, जिससे यह और भी अधिक संरक्षित क्षेत्र बन जाता है। ऐसे में यहां से संगठित रूप से लकड़ी कटाई होना एक बड़ी लापरवाही को दर्शाता है।
वन विभाग पर उठे सवाल
इस घटना के सामने आने के बाद वन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठे हैं। स्थानीय लोगों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं का मानना है कि यदि विभाग की ओर से सख्ती और निगरानी होती तो इस तरह की तस्करी मुमकिन नहीं होती। कई लोगों ने वन अधिकारियों की भूमिका की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
वन क्षेत्र
फाटो रेंज जैसे संरक्षित और संवेदनशील वन क्षेत्र से अवैध रूप से लकड़ी कटाई और उसे बाहर ले जाने की कोशिश न केवल वन सम्पदा के लिए घातक है, बल्कि यह कानून व्यवस्था और पर्यावरणीय संतुलन के लिए भी गंभीर खतरा है। पुलिस की समय रहते की गई कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन वन विभाग की भूमिका और निगरानी व्यवस्था पर नए सिरे से विचार करना अत्यंत आवश्यक हो गया है।इस रेंज में प्रवेश के लिए ऑनलाइन अनुमति लेना अनिवार्य होता है, जिससे यह और भी अधिक संरक्षित क्षेत्र बन जाता है। ऐसे में यहां से संगठित रूप से लकड़ी कटाई होना एक बड़ी लापरवाही को दर्शाता है।