मानवता का महापर्व: प्रेम, सेवा और एकता का संदेश देता ‘मानव एकता दिवस’

संत निरंकारी मिशन द्वारा 24 अप्रैल को आयोजित रक्तदान शिविरों में देशभर से 30,000 यूनिट रक्त संग्रहित, काशीपुर-जसपुर समेत सैकड़ों स्थानों पर श्रद्धालु हुए शामिल
काशीपुर, 25 अप्रैल 2025 ((समय बोल रहा ) ):
मानव सेवा, भाईचारे और आध्यात्मिक चेतना का संगम ‘मानव एकता दिवस’ हर वर्ष 24 अप्रैल को संत निरंकारी मिशन द्वारा अत्यंत श्रद्धा और सामाजिक समर्पण के भाव के साथ मनाया जाता है। यह दिन बाबा गुरबचन सिंह जी की पुण्य स्मृति को समर्पित है, जिन्होंने जीवनभर समाज को जोड़ने, कुरीतियों से मुक्त करने और मानवता के पथ पर अग्रसर करने का कार्य किया।
देशभर में रक्तदान शिविरों की भव्य श्रृंखला
इस पावन अवसर पर मिशन की ओर से पूरे भारतवर्ष में फैली 500 से अधिक शाखाओं पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया। यह आयोजन केवल एक स्वास्थ्य सेवा नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक संकल्प है जिसमें निष्काम सेवा की भावना निहित है।
दिल्ली स्थित ग्राउंड नंबर 8, निरंकारी चौक, बुराड़ी में आयोजित हुआ रक्तदान शिविर विशेष आकर्षण का केंद्र रहा, जहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सहभागिता की।
संत निरंकारी हेल्थ सिटी की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. गीतिका दुग्गल ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे देश में आयोजित इन शिविरों के माध्यम से करीब 30,000 यूनिट रक्त एकत्र किया गया, जिसमें से 1,000 यूनिट रक्त केवल दिल्ली में ही दान किया गया।
जसपुर शाखा में काशीपुर ब्लड बैंक की टीम ने किया रक्त संग्रह
निकटवर्ती जसपुर ब्रांच में आयोजित रक्तदान शिविर में मुखी अरुण गर्ग ने बताया कि वहां 32 यूनिट रक्त एकत्र किया गया, जिसे काशीपुर के एल.डी. भट्ट राजकीय चिकित्सालय से आई ब्लड बैंक टीम द्वारा संग्रहित किया गया।
काशीपुर से भी कई श्रद्धालुओं ने वहां पहुंचकर इस पुण्य सेवा में भाग लिया। श्रद्धालुओं ने पूर्ण उत्साह, समर्पण और आत्मिक भाव से रक्तदान कर मिशन की सेवा परंपरा को सशक्त किया।
काशीपुर में सेवा दल द्वारा रैली और सत्संग का आयोजन
ब्रांच काशीपुर में भी मानव एकता दिवस के अवसर पर शाम 5:30 बजे सेवा दल द्वारा पीटी प्रदर्शन रैली आयोजित की गई। इस रैली में बच्चों, महिलाओं और पुरुष सेवादारों ने भाग लिया। रैली में बाबा गुरबचन सिंह जी की शिक्षाओं का प्रचार करते हुए सेवादार चाचा प्रताप सिंह जी के समर्पण को भी याद किया गया।
इसके पश्चात शाम 6:30 बजे विशाल सत्संग सभा का आयोजन किया गया, जिसमें जोनल इंचार्ज श्री जसविंदर सिंह जी ने मिशन की सेवा परंपरा और बाबा गुरबचन सिंह जी द्वारा दी गई शिक्षाओं पर प्रकाश डाला।
स्थानीय मुखी श्री राजेंद्र अरोड़ा ने आए हुए सभी संतों और जोनल इंचार्ज का धन्यवाद व्यक्त करते हुए मिशन के सिद्धांतों पर चलने का संदेश दिया।
कई क्षेत्रों से श्रद्धालुओं की भागीदारी
सत्संग में ढकिया नंबर एक व दो, कुंडेश्वरी, हरीनगर, थौनपुरी, गांधीनगर, परतापुर, पैगा सहित काशीपुर क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से श्रद्धालुओं ने भाग लिया। सभी ने एक ही भाव में कहा—“मानवता ही सर्वोच्च धर्म है।”
देश के प्रमुख अस्पतालों ने निभाई भागीदारी
इन रक्तदान शिविरों में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के साथ-साथ देश के प्रमुख अस्पतालों जैसे –
AIIMS, राम मनोहर लोहिया (RML), गुरु तेग बहादुर (GTB), सफदरजंग, दीन दयाल उपाध्याय (DDU), लोकनायक (LNJP), और हिंदू राव अस्पताल की विशेषज्ञ टीमों ने भाग लेकर शिविरों को सफल बनाया।
रक्तदाताओं के लिए पूर्ण स्वास्थ्य जांच, स्वच्छता का विशेष ध्यान और उत्तम जलपान व्यवस्था की गई, जिससे इस सेवा अभियान को और भी संगठित और गरिमामय रूप मिला।
सेवा का आत्मिक संदेश
‘मानव एकता दिवस’ केवल एक दिवस नहीं, बल्कि यह सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की करुणा और मानवता के संदेश का जीवंत प्रतीक है। यह दिन हमें सिखाता है कि सेवा केवल कार्य नहीं, बल्कि आत्मा का समर्पण है।
संत निरंकारी मिशन इसी भाव को लेकर आज भी सेवा, समर्पण और एकता के मार्ग पर अग्रसर है, और लाखों श्रद्धालु इसी भावना से मानवता को दिशा देने का कार्य कर रहे हैं।