नैनीताल, 12 जून, 2025 (समय बोल रहा ) - उत्तराखंड के प्रसिद्ध कैंची धाम में बाबा नीब करौरी महाराज के स्थापना दिवस (15 जून) को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इस साल यह पावन दिन रविवार को पड़ने के कारण श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ भीड़ जुटने की उम्मीद है। अनुमान है कि करीब तीन लाख श्रद्धालु इस बार कैंची धाम पहुंचेंगे, जिसके चलते भवाली से कैंची धाम तक के सभी होटल, गेस्ट हाउस और होम स्टे पूरी तरह से पैक हो चुके हैं। प्रशासन और मंदिर समिति ने भक्तों की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं, जिसमें विशेष शटल सेवा और पार्किंग व्यवस्था भी शामिल है। आस्था का सैलाब: होटल और गेस्ट हाउस हुए 'फुल', हल्द्वानी तक पहुंचे श्रद्धालु कैंची धाम के स्थापना दिवस के लिए भक्तों का उत्साह चरम पर है। 15 जून के लिए श्रद्धालुओं ने कई हफ्तों पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं। इसका असर यह हुआ है कि भवाली से कैंची धाम तक के सभी होटल, गेस्ट हाउस और होम स्टे में एडवांस बुकिंग हो चुकी है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद कपिल ने बताया कि नगर व आसपास के 100 से अधिक होटल 15 जून तक पूरी तरह से बुक हो चुके हैं, और स्थिति यह है कि कई श्रद्धालुओं को अब हल्द्वानी के होटलों में रुकना पड़ रहा है। यह दर्शाता है कि बाबा नीब करौरी के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था कितनी गहरी है। बुधवार को भी मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी गईं, जो आने वाले दिनों में और बढ़ने का संकेत है। मंदिर समिति ने मालपुए बनाने का काम भी बड़े पैमाने पर शुरू कर दिया है, जो इस उत्सव का एक अभिन्न अंग है। धाम के पास की सड़क पर श्रद्धालुओं की कतार के लिए विशेष रूप से मैट बिछाई जा रही हैं ताकि उन्हें खड़े रहने में सुविधा हो। परिवहन विभाग की खास तैयारी: कैंची धाम के लिए शटल सेवा शुरू श्रद्धालुओं को मेले में शामिल होने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए परिवहन विभाग ने विशेष इंतजाम किए हैं। आरटीओ (प्रवर्तन) गुरुदेव सिंह ने बताया कि 14 जून से कैंची मंदिर के लिए सुबह 5 बजे से शटल सेवा शुरू कर दी जाएगी। यह सेवा 15 जून की रात तक, सभी श्रद्धालुओं को वापस भवाली और अन्य पार्किंग स्थलों तक सुरक्षित पहुंचाने तक संचालित रहेगी। शटल सेवा में जाने वाले यात्रियों से सरकार की ओर से निर्धारित दरों के मुताबिक ही टिकट लिया जाएगा, जिससे किसी भी तरह की अतिरिक्त वसूली न हो। हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से 80 शटल वाहन, बस स्टेशन से 50 बसें, भीमताल से 40 बसें और 60 शटल वाहन चलेंगे। इसके अतिरिक्त, ग्राफिक एरा से 30 बसें शटल सेवा में चलेंगी, और भवाली से 80 से अधिक शटल वाहन उपलब्ध रहेंगे। केमू की बसें भी इस सेवा में शामिल की गई हैं, जिनमें 110 बसें काठगोदाम रेलवे स्टेशन व केमू स्टेशन से भवाली तक और 20 बसें भीमताल से भवाली तक चलेंगी। कैंची मंदिर के लिए विशेष रूप से 20 बसें भवाली सेनिटोरियम से और 10 बसें नैनीताल से संचालित होंगी। मैक्स (8 सीटर) वाहन भी उपलब्ध रहेंगे, जिनमें 25 काठगोदाम रेलवे स्टेशन से कैंची मंदिर और 10 नैनीताल से कैंची मंदिर तक संचालित होंगी। अधिकारियों का निरीक्षण और महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश बुधवार को सेनिटोरियम बाईपास में एडीएम विवेक रॉय और आरटीओ गुरुदेव सिंह ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने टैक्सी चालकों और मालिकों से मुलाकात कर कैंची धाम स्थापना दिवस पर लगने वाले मेले में शटल सेवा के संचालन को लेकर विस्तार से चर्चा की। एडीएम विवेक रॉय ने चालकों की समस्याओं का निस्तारण किया और महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शटल वाहनों में पीले रंग की पट्टी लगाई जाएगी ताकि उनकी पहचान आसान हो सके। साथ ही, उन्होंने सख्त हिदायत दी कि कोई भी वाहन चालक निर्धारित सीट से अधिक लोगों को नहीं बैठाएगा और नशा करके वाहन नहीं चलाएगा। यात्रियों से तय किराया ही लेने पर भी जोर दिया गया। सभी शटल वाहन फॉरेस्ट बैरियर से घूमकर वापस आएंगे, जिससे यातायात व्यवस्था सुचारु बनी रहे। पार्किंग और मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने विभिन्न स्थानों पर पार्किंग स्थल भी बनाए हैं। प्रमुख पार्किंग स्थलों में कैंची धाम परिसर, पनी राम ढाबा, भवाली पुराना रोडवेज स्टेशन, सेनिटोरियम मध्य रातीघाट मार्ग, फरसोली परिवहन निगम, विकास भवन पार्किंग, भवाली मस्जिद के पास, नगर पालिका भवाली मैदान, खैरना मंडी पार्किंग, कैंची प्राइवेट पार्किंग, भवाली जल संस्थान कैंपस, भवाली श्यामखेत घोड़ाखाल मार्ग, भवाली बाई पास डंपिंग जोन और नैनी बैंड रोड पार्किंग शामिल हैं। भवाली रोडवेज स्टेशन परिसर में दोपहिया वाहनों को खड़ा करने की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पालिका भवाली के साथ-साथ किच्छा और दिनेशपुर से भी फैब्रिकेटेड शौचालय मंगाए गए हैं। भीमताल में सिडकुल के सहयोग से लाइटों की व्यवस्था की गई है ताकि रात में भी श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। आरटीओ गुरुदेव सिंह ने बताया कि प्रशासन और परिवहन विभाग ने मिलकर श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने की पुख्ता व्यवस्था की है, और हल्द्वानी तक बसें चलाई जा रही हैं। उन्होंने ब

कैंची धाम में उमड़ेगा आस्था का सैलाब! 15 जून स्थापना दिवस के लिए जोरदार तैयारियां, होटल पैक, जानें शटल सेवा और पार्किंग की पूरी डिटेल्स!

नैनीताल, 12 जून, 2025 (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड के प्रसिद्ध कैंची धाम में बाबा नीब करौरी महाराज के स्थापना दिवस (15 जून) को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इस साल यह पावन दिन रविवार को पड़ने के कारण श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ भीड़ जुटने की उम्मीद है। अनुमान है कि करीब तीन लाख…

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नैनीताल, 30 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के नैनीताल में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के मामले ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। घटना के आरोपी मोहम्मद उस्मान के खिलाफ जनाक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। स्थानीय लोगों, महिलाओं, युवाओं और सामाजिक संगठनों ने बुधवार रात से ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जो गुरुवार को और उग्र हो गया। मल्लीताल क्षेत्र में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और हाथों में तख्तियां लेकर न्याय की मांग करने लगे। “बेटी बचाओ, दुष्कर्मी को सज़ा दिलाओ”, “फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो”, “निर्दोष बच्चियों की सुरक्षा करो” जैसे नारों से शहर का माहौल गूंज उठा। महिलाओं और युवाओं की बड़ी भागीदारी इस प्रदर्शन में महिलाओं और युवाओं की भारी भागीदारी देखने को मिली। स्थानीय गृहिणियों से लेकर कॉलेज छात्राओं तक, सभी ने एक स्वर में आरोपी को कठोर से कठोर सजा देने की मांग की। सामाजिक कार्यकर्ता रेखा जोशी ने कहा, “हम सिर्फ एक बच्ची के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज की बेटियों के सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं। अब चुप बैठना विकल्प नहीं है।” कुमाऊं कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने कुमाऊं कमिश्नर दीपक कुमार को ज्ञापन सौंपा, जिसमें मांग की गई कि आरोपी मोहम्मद उस्मान के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो और उसे जल्द से जल्द सजा दी जाए। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि इस तरह की घटनाओं से कानून-व्यवस्था पर जनता का भरोसा डगमगा रहा है, जिसे सख्त कार्यवाही के जरिए बहाल किया जाना चाहिए। भारी पुलिस बल की तैनाती शहर की कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए हैं। मल्लीताल और तल्लीताल क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। नैनीताल के एसपी योगेश सिंह ने जानकारी दी कि “स्थिति पर हमारी पैनी नजर है। कोई भी व्यक्ति कानून हाथ में लेने की कोशिश करेगा तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।” पुलिस ने आरोपी के घर के पास बैरिकेडिंग कर दी है ताकि कोई भीड़ वहां इकट्ठा न हो और कोई अप्रिय घटना न घटे। बताया गया है कि कुछ उपद्रवियों ने आरोपी के घर की ओर बढ़ने की कोशिश की थी, जिसे पुलिस ने नियंत्रित किया। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रियाएं इस घटना पर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष अंजलि रावत ने कहा, “हम इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं और प्रशासन से मांग करते हैं कि दोषी को शीघ्रतम न्यायिक प्रक्रिया से सजा दिलाई जाए।” वहीं कांग्रेस नेता विनोद पाठक ने कहा, “यह सिर्फ कानून का मामला नहीं है, बल्कि सामाजिक चेतना का सवाल है। ऐसे मामलों में सभी समुदायों को मिलकर कठोर संदेश देना होगा।” सोशल मीडिया पर भी उबाल घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा साफ दिखाई दे रहा है। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #JusticeForNainitalGirl, #FastTrackJustice, और #PunishUsman जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे हैं। हजारों लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पीड़िता के लिए न्याय और आरोपी के लिए फांसी की सजा की मांग की है। प्रशासन की अपील प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बयान जारी कर कहा कि “हम सब की संवेदनाएं पीड़िता और उसके परिवार के साथ हैं। लेकिन कानून को अपने तरीके से काम करने दीजिए। हम पूरी पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ कार्यवाही कर रहे हैं।” घटना नैनीताल की यह घटना पूरे राज्य को झकझोर गई है। यह सिर्फ एक बच्ची के साथ हुई बर्बरता नहीं, बल्कि पूरे समाज की नैतिक जिम्मेदारी का प्रश्न बन गई है। जनता का आक्रोश स्वाभाविक है, लेकिन अब प्रशासन पर यह जिम्मेदारी है कि वह न्याय में कोई देरी न करे और ऐसे अपराधियों को सख्त सजा दिलाकर समाज में एक स्पष्ट संदेश दे।

नैनीताल में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी उस्मान के खिलाफ जनाक्रोश, महिलाओं और युवाओं का प्रदर्शन तेज

नैनीताल, 30 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा):उत्तराखंड के नैनीताल में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के मामले ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। घटना के आरोपी मोहम्मद उस्मान के खिलाफ जनाक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। स्थानीय लोगों, महिलाओं, युवाओं और सामाजिक संगठनों ने बुधवार रात से ही विरोध प्रदर्शन…

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हल्द्वानी, 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)— उत्तराखंड की धामी सरकार ने अवैध मदरसे सील मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए हल्द्वानी में एक बड़ा अभियान चलाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीमों ने बिना अनुमति और मान्यता के संचालित हो रहे कई मदरसों पर छापा मारा और उन्हें तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। बिना मान्यता चल रहे मदरसे सील अपर जिलाधिकारी विवेक राय ने बताया कि जिन मदरसों को सील किया गया है, उनमें से अधिकांश के पास शिक्षा विभाग की अनुमति नहीं थी। न ही उन्होंने राज्य सरकार के किसी नियम का पालन किया था। ये मदरसे अवैध रूप से शिक्षण कार्य चला रहे थे, जिनकी न तो कोई निगरानी थी और न ही कोई पंजीकरण। यह कार्रवाई शिक्षा अधिनियम 2009 और उत्तराखंड राज्य के मानकों के उल्लंघन के तहत की गई है। शिक्षा विभाग की गहन जांच के बाद कार्रवाई शिक्षा विभाग ने पहले ही इन मदरसों की जांच शुरू कर दी थी। सर्वे के दौरान यह पाया गया कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा, इन्द्रानगर, लाइन नंबर इलाकों में दर्जनों ऐसे मदरसे संचालित हो रहे थे जिनका कोई वैध अस्तित्व नहीं था। बच्चों की संख्या, शिक्षकों की योग्यता और पाठ्यक्रम की गुणवत्ता जैसी बुनियादी चीजों की कोई जानकारी प्रशासन के पास नहीं थी। मुख्यमंत्री ने दिए थे स्पष्ट निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ शब्दों में कहा था कि प्रदेश में अवैध शिक्षण संस्थानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धर्म, संप्रदाय या राजनीतिक विचारधारा से परे, जो भी संस्था बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करेगी, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि पूरे राज्य में चल रहे ऐसे सभी अवैध संस्थानों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। सुरक्षा के कड़े इंतजाम इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह कमर कस ली थी। भारी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और खुफिया एजेंसियों को तैनात किया गया था। ड्रोन कैमरों की मदद से पूरे इलाके की निगरानी की गई। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम भी अलर्ट पर थी। स्थानीय लोगों से की गई अपील प्रशासन की ओर से स्थानीय लोगों से अपील की गई कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि यह कार्रवाई केवल अवैध शिक्षण संस्थानों के खिलाफ की जा रही है, इसका किसी भी धार्मिक भावना से कोई संबंध नहीं है। बच्चों की पढ़ाई पर नहीं पड़ेगा असर जिला शिक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि इन मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को मान्यता प्राप्त अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो। प्रशासन उन सभी बच्चों का विवरण एकत्र कर रहा है ताकि उन्हें यथाशीघ्र उचित विकल्प मिल सके। आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई अधिकारियों ने बताया कि यह सिर्फ शुरुआत है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले हफ्तों में एक व्यापक अभियान चलाकर सभी अवैध शिक्षण संस्थानों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। 12 अवैध मदरसों को सील अब तक की कार्रवाई में हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में कुल 12 अवैध मदरसों को सील किया जा चुका है। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने इन मदरसों की जांच के बाद यह कदम उठाया। बताया गया है कि आगे भी ऐसे अन्य मदरसों की जांच जारी रहेगी और अवैध संचालन पर कड़ी कार्रवाई होगी।  

हल्द्वानी में धामी सरकार का बड़ा एक्शन, कई अवैध मदरसे सील, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

हल्द्वानी, 14 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)— उत्तराखंड की धामी सरकार ने अवैध मदरसे सील मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए हल्द्वानी में एक बड़ा अभियान चलाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीमों ने बिना अनुमति और मान्यता के संचालित हो…

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हल्द्वानी में पहली बार नजर आया ग्रीन पिट वाइपर

समय बोल रहा : (रिपोर्टर -श्रुति साहनी) हल्द्वानी – हल्द्वानी। शहर में पहली बार ग्रीन पिट वाइपर नजर आया। इसे कुसुमखेड़ा स्थित कबाड़ की दुकान से रेस्क्यू किया गया। वन अधिकारियों के मुताबिक इससे पहले हल्द्वानी में ग्रीन पिट वाइपर रिपोर्ट नहीं किया गया है अलबत्ता नैनीताल और इसके आसपास इसे पूर्व में भी देखा…

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