हरिद्वार ,7 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद के बहादराबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित गणपति केमिकल फैक्ट्री में रविवार रात एक भीषण आग लग गई। इस हादसे में फैक्ट्री के मालिक महेश अग्रवाल और एक कर्मचारी संजय कुमार की जलकर मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। यह हादसा रविवार रात करीब 9 बजे हुआ, जब फैक्ट्री परिसर में खड़े केमिकल से भरे टैंकरों से अचानक आग भड़क गई। देखते ही देखते आग ने पूरी फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया। कैसे लगी आग? प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात करीब 9 बजे फैक्ट्री परिसर से तेज आवाज के साथ धुआं और लपटें उठने लगीं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री में खड़े केमिकल से भरे टैंकरों में किसी तकनीकी खामी या लीक के कारण आग भड़की। चूंकि फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में ज्वलनशील रसायन स्टोर थे, इसलिए आग तेजी से फैलती चली गई। आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि उन्हें दूर से ही देखा जा सकता था। दमकल की 12 गाड़ियों ने पाया काबू फायर ब्रिगेड को सूचना मिलते ही हरिद्वार, रुड़की और बहादराबाद से दमकल की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आग इतनी भीषण थी कि रात भर दमकल कर्मियों को आग बुझाने में मशक्कत करनी पड़ी। साथ ही एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस बल ने भी राहत एवं बचाव कार्य में सहयोग किया। मृतकों की पहचान और परिवार में शोक इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान: महेश अग्रवाल – फैक्ट्री मालिक, निवासी हरिद्वार संजय कुमार – फैक्ट्री कर्मचारी मृतकों के शव बुरी तरह झुलस चुके थे, जिन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। महेश अग्रवाल के परिवार और फैक्ट्री कर्मचारियों में शोक की लहर है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर उठे सवाल गणपति केमिकल फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों के पालन को लेकर पहले भी शिकायतें मिलती रही हैं। फैक्ट्री परिसर में ज्वलनशील पदार्थों की भारी मात्रा में मौजूदगी और अपर्याप्त सुरक्षा उपायों के चलते हादसे की आशंका बनी रहती थी। इस भीषण अग्निकांड ने औद्योगिक सुरक्षा मानकों की पोल खोल दी है। प्रशासन द्वारा अब मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जताया दुख उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा शोक जताया है और मृतकों के परिजनों को संवेदनाएं प्रेषित की हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जाए। साथ ही हादसे की पूर्ण जांच कराकर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं। पृष्ठभूमि: उत्तराखंड में औद्योगिक हादसे बढ़ते क्यों? यह हादसा एक बार फिर उत्तराखंड के औद्योगिक इलाकों में सुरक्षा के प्रति लापरवाही को उजागर करता है। पिछले कुछ वर्षों में हरिद्वार, रुड़की, सिडकुल जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में कई ऐसे हादसे हो चुके हैं जिनमें लोगों की जान गई या गंभीर रूप से घायल हुए। विशेषज्ञों का मानना है कि औद्योगिक विकास की गति तो तेज है लेकिन इसके साथ-साथ सुरक्षा मानकों, प्रशिक्षण और उपकरणों की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है। कई फैक्ट्रियों में फायर सेफ्टी उपकरण नाकाफी या निष्क्रिय पाए जाते हैं। इसके अलावा कम अनुभवी मजदूरों को जोखिम वाले कार्यों में लगाया जाना भी दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण है। केमिकल फैक्ट्री गणपति केमिकल फैक्ट्री की यह घटना न केवल दो परिवारों को उजाड़ गई, बल्कि पूरे औद्योगिक क्षेत्र को सतर्क होने की चेतावनी भी दे गई। अब वक्त है कि प्रशासन, उद्योगपति और श्रमिक – तीनों मिलकर सुरक्षा को सर्वोपरि मानें। यह हादसा न हो तो अच्छा, लेकिन अगर हो भी जाए तो समुचित व्यवस्थाएं और त्वरित प्रतिक्रिया जान बचा सकती है। अब देखना यह होगा कि जांच के बाद क्या कार्रवाई होती है, और क्या भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए कोई ठोस नीति बनती है या नहीं।

हरिद्वार के बहादराबाद में केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग, मालिक और कर्मचारी की दर्दनाक मौत

हरिद्वार ,7 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद के बहादराबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित गणपति केमिकल फैक्ट्री में रविवार रात एक भीषण आग लग गई। इस हादसे में फैक्ट्री के मालिक महेश अग्रवाल और एक कर्मचारी संजय कुमार की जलकर मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल और एसडीआरएफ…

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