जिलाधिकारी के निर्देश पर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की पीसीपीएनडीटी (Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques) टीम ने शहर के सात अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर औचक छापेमार कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान कई अल्ट्रासाउंड केंद्रों में अनियमितताएं पाई गईं, वहीं कुछ केंद्रों में व्यवस्थाएं संतोषजनक रहीं। जिन केंद्रों में कागजी खामियां मिलीं, उन्हें जल्द सुधार करने की चेतावनी दी गई है। इस कार्रवाई का नेतृत्व पीसीपीएनडीटी के जिला नोडल अधिकारी डॉ. एसपी सिंह ने किया। उनके साथ टीम में जिला समन्वयक प्रदीप महर, राजस्व उपनिरीक्षक नीरज जोशी, प्रदीप चंद्र चौबे सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। अमृत चिकित्सालय में फॉर्म F में खामियां कार्रवाई की शुरुआत अमृत चिकित्सालय से हुई। यहां टीम को अल्ट्रासाउंड करने वाले डॉक्टर अवकाश पर मिले। केंद्र में कुल चार अल्ट्रासाउंड मशीनें पंजीकृत हैं, जिनमें से एक पोर्टेबल मशीन खराब होने के कारण पहले ही सील की जा चुकी है। निरीक्षण के दौरान Form F में कई प्रकार की कमियां देखी गईं। टीम ने अस्पताल प्रशासन को सख्त निर्देश दिए कि फॉर्म भरने में लापरवाही न बरती जाए और रिकॉर्ड को सही तरीके से व्यवस्थित रखा जाए। HB हॉस्पिटल में भी पोर्टेबल मशीन की स्थिति खराब इसके बाद टीम HB हॉस्पिटल पहुंची, जहां एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन खराब हालत में पाई गई। अस्पताल प्रशासन ने अनुरोध किया कि मशीन को अस्थायी रूप से सील कर दिया जाए, जिस पर टीम ने सहमति जताई और मशीन को सील कर दिया गया। चरवी चिकित्सालय में डॉक्टर नहीं, मशीन पहले से सील चरवी चिकित्सालय में डॉक्टर की अनुपस्थिति के कारण पूर्व में अल्ट्रासाउंड मशीन सील कर दी गई थी। निरीक्षण टीम ने इस केंद्र का भी दौरा किया और सील की गई मशीन का निरीक्षण किया। टीम ने केंद्र संचालक को निर्देश दिया कि जब तक योग्य अल्ट्रासाउंड विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं होती, तब तक मशीन का उपयोग नहीं किया जाए। साथ ही, डॉक्टर की नियुक्ति के बाद नए सिरे से आवेदन देने को कहा गया। अन्य केंद्रों की व्यवस्था रही दुरुस्त पंत अस्पताल, संजीवनी अस्पताल, SBR अल्ट्रासाउंड केंद्र और श्रीराम नर्सिंग होम जैसे अन्य अल्ट्रासाउंड केंद्रों में व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं। कागजी कार्रवाई, मशीनों की स्थिति और फॉर्म F का रखरखाव इन संस्थानों में अपेक्षाकृत बेहतर मिला। टीम ने दी चेतावनी डॉ. एसपी सिंह ने कहा कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत अल्ट्रासाउंड केंद्रों को सख्त मानकों का पालन करना आवश्यक है। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन केंद्रों में खामियां पाई गई हैं, उन्हें जल्द से जल्द सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि अगली जांच में भी अनियमितताएं पाई गईं तो संबंधित केंद्रों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता से मचा हड़कंप इस छापेमारी के बाद शहर के अल्ट्रासाउंड केंद्रों में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई को भ्रूण लिंग जांच की रोकथाम के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है। टीम का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और नियमित अंतराल पर निरीक्षण किया जाएगा। पीसीपीएनडीटी अधिनियम की भूमिका गौरतलब है कि पीसीपीएनडीटी एक्ट भारत सरकार द्वारा 1994 में लागू किया गया था, जिसका उद्देश्य भ्रूण में लिंग जांच को रोकना है। इसके तहत कोई भी अल्ट्रासाउंड केंद्र गर्भस्थ शिशु के लिंग की जानकारी नहीं दे सकता और इसके लिए सख्त नियम बनाए गए हैं। इस अधिनियम का सख्ती से पालन कराना स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर की गई इस छापेमारी से यह स्पष्ट हो गया है कि स्वास्थ्य विभाग भ्रूण लिंग जांच जैसे संवेदनशील मुद्दों पर पूरी तरह गंभीर है और कागजी कार्रवाई में कोताही बरतने वाले केंद्रों को अब सतर्क रहना होगा।

शहर में पीसीपीएनडीटी टीम की छापेमारी: 7 अल्ट्रासाउंड केंद्रों में मिली अनियमितताएं, कागजी खामियों पर दी गई सख्त हिदायतें

रुद्रपुर  24 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा )  जिलाधिकारी के निर्देश पर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की पीसीपीएनडीटी (Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques) टीम ने शहर के सात अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर औचक छापेमार कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान कई अल्ट्रासाउंड केंद्रों में अनियमितताएं पाई गईं, वहीं कुछ केंद्रों में व्यवस्थाएं संतोषजनक रहीं। जिन केंद्रों में कागजी…

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रुद्रपुर 22 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)  : रुद्रपुर के प्रमुख चौराहे, इंदिरा चौक पर स्थित एक वर्षों पुरानी मजार को मंगलवार सुबह प्रशासन ने अतिक्रमण करार देते हुए बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। यह मजार रुद्रपुर शहर के मुख्य राजमार्ग-74 के चौड़ीकरण परियोजना में आ रही रुकावट का कारण बन रही थी। प्रशासन का कहना है कि यह कदम शहरी विकास और यातायात सुधार के तहत लिया गया था, ताकि राष्ट्रीय राजमार्ग की चौड़ीकरण योजना को पूरी तरह से लागू किया जा सके। मजार का महत्व और उसकी स्थिति: मजार रुद्रपुर के इंदिरा चौक पर वर्षों से स्थित थी, और स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लिए यह स्थल एक धार्मिक केंद्र के रूप में स्थापित था। श्रद्धालु यहाँ चादर चढ़ाने, मन्नत मांगने और दुआ करने के लिए आते थे। इस मजार को लेकर स्थानीय लोग भावनात्मक रूप से जुड़े हुए थे, और इसे कई दशकों पुराना मानते थे। मजार के विभिन्न नाम भी प्रचलित थे, जैसे "सेय्यद मासूम शाह मियां," "सज्जादा मियां," और "सत्य महू मियां," लेकिन प्रशासन ने स्पष्ट किया कि ये सभी नाम एक ही मजार के संदर्भ में इस्तेमाल होते थे। प्रशासन का पक्ष और कार्रवाई: इंदिरा चौक पर सड़क के चौड़ीकरण की योजना का हिस्सा बनने के कारण मजार को हटाना आवश्यक हो गया था। प्रशासन ने बताया कि यह मजार सड़क के एक हिस्से पर बनी थी, जिससे यातायात की गति में रुकावट आ रही थी। इंदिरा चौक पर प्रतिदिन लाखों वाहन गुजरते हैं, और यहाँ ट्रैफिक जाम एक आम समस्या है। इसके अलावा, राष्ट्रीय राजमार्ग-74 का चौड़ीकरण कार्य यातायात व्यवस्था को सुधारने के उद्देश्य से चलाया जा रहा था, लेकिन इस मजार के कारण कार्य में बाधा आ रही थी। जिला प्रशासन ने मजार को हटाने से पहले कई बार नोटिस जारी किए थे और संबंधित पक्षों को कानूनी प्रक्रिया के तहत अपना पक्ष रखने का अवसर भी दिया था। हालांकि, निर्धारित समय सीमा तक कोई प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई, जिसके बाद प्रशासन को यह कठोर कदम उठाना पड़ा। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई केवल शहरी विकास और यातायात प्रबंधन के लिए की गई थी, और इसमें कोई धार्मिक या राजनीतिक कारण नहीं थे। बुलडोजर कार्रवाई और सुरक्षा इंतजाम: मंगलवार सुबह जब प्रशासनिक टीम मजार को हटाने के लिए पहुँची, तो सुरक्षा के दृष्टिकोण से भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। प्रशासन ने इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पर्याप्त कदम उठाए थे, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। कुछ स्थानीय लोगों ने विरोध किया और इस कदम को धार्मिक भावनाओं से जोड़कर आलोचना की, लेकिन प्रशासन ने शांतिपूर्वक कार्रवाई करते हुए मजार को गिरा दिया। धार्मिक आस्था और शहरी विकास के बीच टकराव: स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए यह मजार एक धार्मिक स्थल था और इसे लेकर उनका गहरा आस्था था। उनके लिए यह सिर्फ एक मजार नहीं, बल्कि उनके धार्मिक विश्वासों का प्रतीक था। यह स्थल वर्षों से श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बना हुआ था। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि यह सार्वजनिक भूमि थी, और मजार को बिना अनुमति के उस पर बनाया गया था। प्रशासन का तर्क है कि अगर शहर को आगे बढ़ाना है और शहरी विकास को लागू करना है, तो ऐसी बाधाओं को हटाना जरूरी है। राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएँ: इस कार्रवाई के बाद, स्थानीय समुदाय में असंतोष और विरोध का माहौल बना। हालांकि, अब तक किसी भी राजनीतिक दल या प्रतिनिधि की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। प्रशासन ने इस मामले को पूरी तरह से शहरी विकास और यातायात प्रबंधन से जोड़ते हुए कहा कि इसका कोई धार्मिक या राजनीतिक पहलू नहीं था। इसके बावजूद, यह स्पष्ट है कि इस कार्रवाई ने एक गहरे सामाजिक और धार्मिक मुद्दे को जन्म दिया है, जिसमें एक ओर धार्मिक आस्था है, जबकि दूसरी ओर शहरी विकास की जरूरतें। यह स्थिति रुद्रपुर जैसे बढ़ते शहरों के लिए एक चुनौती है, जहां विकास और धार्मिक विश्वासों के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है। आगे की योजना: इंदिरा चौक पर मजार को हटाने के बाद, प्रशासन ने सड़क चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण की योजना बनाई है। पीडब्ल्यूडी और नगर निगम की संयुक्त टीम अब इस क्षेत्र को सड़क विकास योजना के अनुरूप नया रूप देने के लिए कार्य करेगी। इसका उद्देश्य न केवल यातायात को बेहतर बनाना है, बल्कि यह क्षेत्र रुद्रपुर के शहरी विकास में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। अतिक्रमण को हटाना यह घटना यह दर्शाती है कि रुद्रपुर जैसे तेजी से बढ़ते शहरों में विकास और धार्मिक आस्थाओं के बीच संतुलन बनाए रखना एक कठिन कार्य हो सकता है। इस कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि अब प्रशासन शहरी विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए स्पष्ट और निर्णायक कदम उठा रहा है। हालांकि, यह भी देखा गया कि धार्मिक स्थानों को हटाने से समुदाय के बीच भावनात्मक रूप से जुड़ी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, और भविष्य में ऐसी स्थितियों को बेहतर तरीके से संभालने की आवश्यकता है। इस प्रकार की घटनाओं से यह साफ होता है कि सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण को हटाना, चाहे वह धार्मिक स्थल हो या अन्य निर्माण, शहरी विकास के लिए जरूरी हो सकता है। प्रशासन का यह कदम एक महत्वपूर्ण संकेत है कि अब विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की रुकावट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

रुद्रपुर: इंदिरा चौक पर प्रशासन ने तोड़ी वर्षों पुरानी मजार, सड़क चौड़ीकरण का हवाला

रुद्रपुर 22 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)  : रुद्रपुर के प्रमुख चौराहे, इंदिरा चौक पर स्थित एक वर्षों पुरानी मजार को मंगलवार सुबह प्रशासन ने अतिक्रमण करार देते हुए बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। यह मजार रुद्रपुर शहर के मुख्य राजमार्ग-74 के चौड़ीकरण परियोजना में आ रही रुकावट का कारण बन रही थी। प्रशासन का कहना…

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रुद्रपुर, 17 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ): जनस्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने स्पष्ट किया है कि किसी भी चिकित्सालय में औषधियों, जांच, उपकरणों और सुविधाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की समीक्षा बैठक में चिकित्साधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों को सुविधा सम्पन्न बनाया जाए ताकि आम जनता को चिकित्सा सेवाएं बिना किसी परेशानी के मिल सकें। हर अस्पताल बने मॉडल चिकित्सालय: एक सप्ताह में दें कार्य योजना बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सभी चिकित्सा अधिकारी एक स्पष्ट विजन के साथ कार्य करें और अपने-अपने चिकित्सालयों को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित करें। इसके लिए उन्होंने एक सप्ताह के भीतर कार्य योजना बनाकर मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं है, क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा NHM के तहत भरपूर बजट उपलब्ध कराया गया है। मोटापे को लेकर मुख्यमंत्री की चिंता: जागरूकता और काउंसलिंग के निर्देश बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य में बढ़ते मोटापे पर जताई गई चिंता का भी जिक्र किया गया। जिलाधिकारी ने सभी चिकित्सकों को निर्देश दिए कि वे मोटापा कम करने के लिए लोगों को जागरूक करें और व्यक्तिगत काउंसलिंग की व्यवस्था भी करें, ताकि इस बढ़ते खतरे को रोका जा सके। गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा प्राथमिकता: हाई रिस्क प्रेग्नेंसी पर निगरानी जिलाधिकारी भदौरिया ने कहा कि सभी गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत पंजीकरण, समय पर दवा वितरण, जांच और टीकाकरण अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। विशेष रूप से हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की ट्रैकिंग की जाए और सभी प्रसव संस्थान स्तर पर कराए जाएं। उन्होंने सभी अस्पतालों के प्रसव कक्षों में सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। आशा कार्यकर्ताओं पर नजर: संस्थागत प्रसव के लिए जवाबदेही तय आशा कार्यकर्ताओं को संस्थागत प्रसव बढ़ाने के लिए सक्रिय करने के निर्देश दिए गए। साथ ही जिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि जिन क्षेत्रों में प्रसव अन्यत्र हो रहे हैं, वहां की आशा कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK): जीपीएस ट्रैकिंग और वेतन रोकने के निर्देश राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा में पाया गया कि कुछ क्षेत्रों में कार्य ठीक से नहीं हो रहा है। इस पर उन्होंने निर्देश दिए कि सभी टीमें रोस्टर के अनुसार स्कूलों में जाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करें। सभी बच्चों की जांच कर फोटो सहित एप में अपलोडिंग सुनिश्चित की जाए। गदरपुर, काशीपुर और रुद्रपुर की टीमें स्वास्थ्य परीक्षण में असफल रहीं, इसलिए जिलाधिकारी ने उनके वेतन रोकने के आदेश दिए। सभी RBSK वाहनों में जीपीएस लगाने के निर्देश भी जारी किए गए। टीकाकरण और डेंगू-मलेरिया पर एडवांस प्लानिंग के निर्देश सभी बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा गया। साथ ही जिलाधिकारी ने डेंगू और मलेरिया जैसी मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने और पूर्व कार्ययोजना बनाने के लिए भी CMO को निर्देशित किया। मुख्य विकास अधिकारी ने दिए आयुष्मान और एनीमिया पर निर्देश मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने “एनीमिया मुक्त भारत अभियान” के अंतर्गत 6 से 59 माह तक के बच्चों को अनिवार्य रूप से दवा पिलाने तथा एल्मेंडाजॉल की कृमिनाशक गोली खिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी चिकित्सा उपकेंद्रों को “आयुष्मान आरोग्य मंदिर” में परिवर्तित करने और सभी अस्पतालों में सोलर प्लांट लगाने के भी निर्देश दिए। बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. के.के. अग्रवाल, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर.के. सिन्हा, एसीएमओ डॉ. एस.पी. सिंह, डॉ. हरेन्द्र मलिक, डॉ. राजेश आर्या, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. आर.एस. श्रीवास्तव, डीपीओ हेमा कांडपाल, जिला शिक्षा अधिकारी हरेन्द्र मिश्रा, तथा सभी एमओआईसी और चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे। जनस्वास्थ्य सुधार की दिशा में प्रशासन का ठोस कदम जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के नेतृत्व में हुई यह बैठक स्पष्ट संकेत देती है कि उत्तराखंड सरकार जनस्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। सुविधा सम्पन्न अस्पताल, बाल स्वास्थ्य, महिला सुरक्षा, आयुष्मान योजना और डेंगू-मलेरिया नियंत्रण की दिशा में लिए गए ये निर्णय आने वाले समय में जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होंगे।

जनस्वास्थ्य पर जिला प्रशासन सख्त, सभी अस्पतालों को मॉडल चिकित्सालय बनाने के निर्देश

रुद्रपुर, 17 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा ):जनस्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने स्पष्ट किया है कि किसी भी चिकित्सालय में औषधियों, जांच, उपकरणों और सुविधाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की समीक्षा बैठक में चिकित्साधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों को सुविधा…

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बाजपुर, 4 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)। भारतीय जनता पार्टी द्वारा आगामी स्थापना दिवस (6 अप्रैल से 12 अप्रैल) और 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारी को लेकर बाजपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में संपन्न हुई, जिसमें काशीपुर जिले के भाजपा पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज पाल ने की, जबकि कार्यक्रम में मुख्य मार्गदर्शन भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश प्रभारी श्री दुष्यंत कुमार गौतम का प्राप्त हुआ। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि "स्थापना दिवस और अंबेडकर जयंती भाजपा के वैचारिक मूल्यों और सामाजिक समरसता को सशक्त करने के महत्वपूर्ण अवसर हैं। सभी कार्यकर्ता इन आयोजनों को जनजागरण का माध्यम बनाएं।" प्रमुख जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति बैठक में काशीपुर और गदरपुर क्षेत्र के अनेक वरिष्ठ भाजपा नेता और पदाधिकारी उपस्थित रहे। इनमें जिला प्रभारी पुष्कर काला, गदरपुर विधायक अरविंद पांडेय, काशीपुर महापौर दीपक बाली, राज्य मंत्री बलराज पासी, पूर्व विधायक डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल, प्रदेश मंत्री गुरविंदर सिंह चंडोक, राजेश कुमार, सुखदेव सिंह नामधारी, गुरताज भुल्लर, अर्जुन कश्यप, राजीव सैनी, जसवीर सिंह सैनी, रवि साहनी, कार्यक्रम के जिला संयोजक सुदेश चौहान, मोहन सिंह बिष्ट आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे। कार्यक्रमों की रूपरेखा बैठक में तय किया गया कि भाजपा स्थापना दिवस सप्ताह के दौरान विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक एवं सेवा कार्य आयोजित किए जाएंगे, जिनमें— रक्तदान शिविर स्वच्छता अभियान जनसम्पर्क एवं जनसंवाद कार्यक्रम मंडल स्तर पर विचार गोष्ठियाँ डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों पर संगोष्ठियाँ को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, 14 अप्रैल को बाबा साहब की जयंती पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें वंचित समाज के बीच जन-जागरूकता बढ़ाने का लक्ष्य होगा। सामाजिक समरसता और सेवा पर विशेष बल प्रदेश प्रभारी श्री दुष्यंत कुमार गौतम ने अपने संबोधन में सामाजिक समरसता को भाजपा की मूल आत्मा बताया और कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का जीवन हमें संविधान, समानता और समाज सेवा की प्रेरणा देता है। भाजपा कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वे उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाएं और उनके बताए मार्ग पर चलें। समापन और संकल्प बैठक के अंत में कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि भाजपा के स्थापना दिवस और अंबेडकर जयंती पर आयोजित सभी कार्यक्रम अनुशासित, प्रेरक और समाज को जोड़ने वाले होंगे। सभी आयो

बाजपुर में भाजपा स्थापना दिवस और अंबेडकर जयंती के कार्यक्रमों को लेकर हुई बैठक

दुष्यंत कुमार गौतम ने बैठक में किया मार्गदर्शन, कार्यक्रमों की रूपरेखा पर हुई चर्चा बाजपुर, 4 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा)।डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती भारतीय जनता पार्टी द्वारा आगामी स्थापना दिवस (6 अप्रैल से 12 अप्रैल) और 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारी को लेकर…

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उधमसिंह नगर

उधमसिंह नगर बना प्रदेश में नंबर 1: बीस सूत्रीय कार्यक्रम में लगातार शीर्ष स्थान पर बरकरार

रुद्रपुर, 3 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के जनपद उधमसिंह नगर ने बीस सूत्रीय कार्यक्रम के तहत एक बार फिर प्रदेश में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के जनवरी माह में भी जनपद ने प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया। बीस सूत्रीय कार्यक्रम…

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रुद्रपुर, 01 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण औद्योगिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को औद्योगिक प्रक्रियाओं और मानकों की व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना था। यह भ्रमण वोल्टास प्राइवेट लिमिटेड (एसी प्लांट), सिडकुल, रुद्रपुर में संपन्न हुआ, जहां विद्यार्थियों को औद्योगिक उत्पादन, गुणवत्ता नियंत्रण और नवीनतम तकनीकों से अवगत कराया गया। उद्घाटन एवं स्वागत समारोह औद्योगिक भ्रमण के दौरान वोल्टास प्राइवेट लिमिटेड के एचआर प्रमुख, जितेंद्र अधिकारी ने विद्यार्थियों का स्वागत किया और औद्योगिक इकाई के कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वोल्टास प्रा. लि. देश की प्रमुख एयर कंडीशनिंग और इंजीनियरिंग सेवा कंपनियों में से एक है, जो उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर भारतीय मानक ब्यूरो, देहरादून के निदेशक सौरभ तिवारी ने अपने संदेश में कहा, "युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास आवश्यक है। औद्योगिक भ्रमण न केवल विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है, बल्कि उन्हें उद्योग की आवश्यकताओं और चुनौतियों को भी समझने में मदद करता है।" विद्यार्थियों को औद्योगिक प्रक्रिया की जानकारी इस औद्योगिक भ्रमण में विद्यार्थियों को एसी प्लांट की उत्पादन प्रक्रिया, कच्चे माल के उपयोग, डिजाइनिंग, निर्माण प्रक्रिया, गुणवत्ता परीक्षण और उत्पाद प्रमाणन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। BIS के संयुक्त निदेशक (Joint Director) श्याम कुमार ने औद्योगिक प्रक्रियाओं के मानकीकरण और गुणवत्ता नियंत्रण की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा निर्धारित मानकों के अनुपालन से उत्पादों की गुणवत्ता और विश्वसनीयता सुनिश्चित होती है। विद्यार्थियों ने उत्पादन संयंत्र के विभिन्न विभागों का दौरा किया और विशेषज्ञों से उनके कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने मशीनों के संचालन, ऑटोमेशन तकनीक, ऊर्जा दक्षता और पर्यावरणीय सुरक्षा उपायों पर भी चर्चा की। BIS की भूमिका और विद्यार्थियों के अनुभव भारतीय मानक ब्यूरो की रिसोर्स पर्सन, कोमल कांबोज ने विद्यार्थियों को BIS के महत्व और BIS Care App के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि BIS न केवल उत्पाद प्रमाणन और गुणवत्ता नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और विश्वसनीय उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए भी कार्य करता है। इस औद्योगिक भ्रमण का आयोजन मानक क्लब के सहायक प्रोफेसर, डॉ. राजीव सिंह के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने कहा कि, "भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित यह शैक्षिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी रहा। उन्होंने औद्योगिक उत्पादन प्रक्रिया को नजदीक से समझा और विशेषज्ञों से अपने संदेह दूर किए।" विद्यार्थियों ने इस अनुभव को अपने करियर के लिए बेहद लाभकारी बताया। एक विद्यार्थी ने कहा, "हमने केवल किताबों में ही तकनीकी प्रक्रियाएं पढ़ी थीं, लेकिन यहां हमें उन्हें प्रत्यक्ष रूप से देखने और समझने का मौका मिला। यह अनुभव हमें भविष्य में हमारी इंजीनियरिंग प्रैक्टिस में मदद करेगा।" तकनीकी कौशल विकास पर जोर औद्योगिक भ्रमण के दौरान BIS के मानक संवर्धन सलाहकार, डॉ. जितेंद्र सिंह नेगी ने विद्यार्थियों को बताया कि कैसे औद्योगिक इकाइयों के भ्रमण से उन्हें वास्तविक औद्योगिक प्रक्रियाओं की गहरी समझ प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि, "तकनीकी शिक्षा को मजबूत करने के लिए व्यावहारिक अनुभव अत्यंत आवश्यक है। ऐसे भ्रमण से विद्यार्थियों को न केवल तकनीकी ज्ञान मिलता है, बल्कि वे उद्योग की आवश्यकताओं को भी समझते हैं।" इस दौरान विद्यार्थियों ने मशीनों की कार्यप्रणाली, उत्पादन तकनीक, गुणवत्ता परीक्षण और प्रमाणन प्रक्रिया से जुड़े कई प्रश्न पूछे, जिनका विशेषज्ञों ने विस्तार से उत्तर दिया। औद्योगिक भ्रमण का समापन और भविष्य की योजनाएं कार्यक्रम के अंत में वोल्टास प्राइवेट लिमिटेड की टीम ने BIS और विश्वविद्यालय प्रशासन को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की इच्छा व्यक्त की। BIS की ओर से विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए, जिससे उनके औद्योगिक अनुभव को मान्यता दी जा सके। भारतीय मानक ब्यूरो भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित यह औद्योगिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए एक अनूठा अनुभव रहा, जिसमें उन्होंने औद्योगिक प्रक्रियाओं, गुणवत्ता मानकों और उत्पादन तकनीकों के बारे में सीखा। इस तरह के कार्यक्रम न केवल तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देते हैं, बल्कि युवाओं को व्यावसायिक रूप से तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

रुद्रपुर में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा औद्योगिक भ्रमण का आयोजन, विद्यार्थियों को मिला व्यावहारिक ज्ञान

रुद्रपुर, 01 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा) – भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण औद्योगिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को औद्योगिक प्रक्रियाओं और मानकों की व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना था। यह भ्रमण…

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रूद्रपुर, 22 अप्रैल 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी 23 अप्रैल 2025 को एक दिवसीय दौरे पर जनपद ऊधमसिंहनगर के काशीपुर क्षेत्र में आ रहे हैं। यह दौरा कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री इस दौरान न केवल काशीपुर में नव-निर्मित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय का लोकार्पण करेंगे, बल्कि एक साथ कई तकनीकी व जनहितकारी योजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे। दोपहर में काशीपुर आगमन, हेलीपैड पर होगा स्वागत मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर से आगमन बुधवार को दोपहर 1:05 बजे प्रस्तावित है। वह 12:35 बजे पीठसैंण, पौड़ी गढ़वाल से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान करेंगे और सीधे काशीपुर स्थित अस्थायी हेलीपैड (नव-निर्मित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय के समीप) पर उतरेंगे। यहां पर स्थानीय प्रशासन द्वारा उनके स्वागत की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मुस्तैद है। परिवहन विभाग की योजनाओं को मिलेगी नई दिशा काशीपुर में मुख्यमंत्री श्री धामी नव-निर्मित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय का उद्घाटन करेंगे, जो क्षेत्रवासियों को वाहन पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस तथा अन्य परिवहन संबंधी सेवाएं और अधिक सुलभ बनाएगा। इसके अतिरिक्त, वे आधुनिक तकनीक से युक्त ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का भी लोकार्पण करेंगे, जिससे ड्राइविंग टेस्ट की पारदर्शिता और गुणवत्ता में वृद्धि होगी। यह ट्रैक खासकर युवा ड्राइविंग अभ्यर्थियों के लिए काफी सहायक होगा, क्योंकि यहां बिना मानवीय हस्तक्षेप के ड्राइविंग टेस्ट की निगरानी की जा सकेगी। साथ ही, हरिद्वार और ऋषिकेश में निर्मित ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैकों का वर्चुअल लोकार्पण भी मुख्यमंत्री द्वारा काशीपुर से ही किया जाएगा। CSR के तहत मिलेगी स्वास्थ्य और जल सुविधा मुख्यमंत्री धामी काशीपुर नगर क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में वाटर कूलर वितरण योजना और नि:शुल्क एम्बुलेंस सेवा की भी शुरुआत करेंगे। यह पहल कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत की जा रही है, जिससे आमजन को गर्मियों में पीने के पानी की सुविधा मिलेगी और स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी। इन योजनाओं को हरी झंडी दिखाकर फ्लैग ऑफ किया जाएगा। शैक्षिक संस्था और सामाजिक कार्यक्रम में भागीदारी दोपहर 2:05 बजे मुख्यमंत्री का काफिला कार द्वारा सांई पब्लिक स्कूल, कुण्डेश्वरी रोड के लिए प्रस्थान करेगा, जहां वे 2:15 बजे पहुंचेंगे। यह कार्यक्रम मुख्यतः स्थानीय छात्रों, शिक्षकों और सामाजिक प्रतिनिधियों से संवाद के लिए आयोजित किया गया है। मुख्यमंत्री यहां लगभग 45 मिनट तक रुकेंगे और शिक्षा व युवाओं से जुड़े मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं। यह समय आरक्षित रखा गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री 3:00 बजे स्कूल से रवाना होकर 3:15 बजे रॉयल एन्क्लेव, निकट कलश मंडप, काशीपुर पहुंचेंगे, जहां एक स्वागत समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों व अन्य गणमान्य व्यक्तियों से संवाद की संभावना है। वापसी से पहले स्टेडियम हेलीपैड से प्रस्थान मुख्यमंत्री का काशीपुर दौरा शाम 3:45 बजे समाप्त होगा, जब वह स्टेडियम हेलीपैड, काशीपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा देहरादून के लिए प्रस्थान करेंगे। इसके लिए 3:35 बजे वे रॉयल एन्क्लेव से रवाना होंगे। प्रशासनिक तैयारियां पूरी, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और अन्य संबंधित विभागों द्वारा व्यापक तैयारियां की गई हैं। हेलीपैड से लेकर कार्यक्रम स्थलों तक सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। नगर निगम और परिवहन विभाग भी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। काशीपुर दौरा यह दौरा काशीपुर क्षेत्र के लिए विकास की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। परिवहन, तकनीकी, स्वास्थ्य और जल सुविधाओं से जुड़े इन कार्यक्रमों से स्थानीय जनता को निश्चित रूप से लाभ पहुंचेगा।दोपहर 2:05 बजे मुख्यमंत्री का काफिला कार द्वारा सांई पब्लिक स्कूल, कुण्डेश्वरी रोड के लिए प्रस्थान करेगा | नव-निर्मित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय का उद्घाटन करेंगे,|बल्कि एक साथ कई तकनीकी व जनहितकारी योजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे।

रुद्रपुर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 24 मार्च को करेंगे जनपद भ्रमण, रोड शो और जनसभा में रखेंगे सरकार की उपलब्धियां

रुद्रपुर, 23 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 24 मार्च, सोमवार को एक दिवसीय जनपद भ्रमण पर रुद्रपुर पहुंच रहे हैं। इस दौरान वे गल्ला मंडी से रोड शो करेंगे और गांधी पार्क में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। यह दौरा सरकार के सेवा, सुशासन और विकास…

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रुद्रपुर, 20 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – जिला प्रशासन ने ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई पर सख्त रुख अपनाते हुए 1 अप्रैल से 1 जून तक इसकी नर्सरी और रोपाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। जिला मजिस्ट्रेट नितिन सिंह भदौरिया द्वारा जारी आदेश के तहत, इस अवधि में यदि कोई किसान धान की नर्सरी तैयार करता या रोपाई करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। किन किसानों को मिलेगी धान रोपाई की अनुमति? मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना ने बताया कि 31 मार्च 2025 तक ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई की अनुमति केवल उन्हीं किसानों को दी जाएगी, जिन्होंने इस वर्ष रबी सीजन में मटर और सरसों की फसल उगाई थी या जिनके खेतों में अधिक नमी के कारण वे गेहूँ की फसल नहीं उगा सके थे। हालांकि, गेहूँ की कटाई के बाद 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक धान की नर्सरी तैयार करना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा, और 1 अप्रैल से 1 जून तक धान रोपाई पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। कानूनी कार्रवाई और निगरानी टीमों की तैनाती प्रशासन ने इस प्रतिबंध को प्रभावी बनाने के लिए तहसील स्तर पर संयुक्त सर्वेक्षण टीमों का गठन किया है, जो क्षेत्र में नियमित रूप से निगरानी करेंगी। यदि कोई भी किसान प्रतिबंधित समय में धान की नर्सरी तैयार करता या रोपाई करता पाया गया, तो उसे नियमों का उल्लंघन मानते हुए दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। मुख्य कृषि अधिकारी ने कहा कि कुछ किसान पहले से धान की नर्सरी तैयार कर रहे हैं और गेहूँ की कटाई के बाद रोपाई करने की योजना बना रहे हैं। ऐसे किसानों के खिलाफ संबंधित उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करें। किसानों के लिए प्रशासन की अपील कृषि विभाग ने किसानों से सख्त अपील की है कि वे 1 जून के बाद ही खरीफ धान की रोपाई करें। इससे जल प्रबंधन, मृदा संरक्षण और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि कोई भी किसान यदि प्रतिबंधित अवधि में धान की रोपाई करता पाया जाता है, तो उसे इसके लिए स्वयं जिम्मेदार माना जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। महत्वपूर्ण बिंदु: ✅ 31 मार्च तक केवल मटर और सरसों उगाने वाले किसानों को धान रोपाई की अनुमति ✅ 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक धान नर्सरी लगाना प्रतिबंधित ✅ 1 अप्रैल से 1 जून तक धान रोपाई पर पूर्ण प्रतिबंध ✅ तहसील स्तर पर सर्वेक्षण टीमें निगरानी करेंगी ✅ नियम तोड़ने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

गेहूँ कटाई के बाद ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई पर पूरी तरह प्रतिबंध, प्रशासन ने दिए कड़े निर्देश

रुद्रपुर, 20 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – जिला प्रशासन ने ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई पर सख्त रुख अपनाते हुए 1 अप्रैल से 1 जून तक इसकी नर्सरी और रोपाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। जिला मजिस्ट्रेट नितिन सिंह भदौरिया द्वारा जारी आदेश के तहत, इस अवधि में यदि कोई किसान धान की नर्सरी…

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गदरपुर, 18 मार्च, 2025 (समय बोल रहा) – जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने मंगलवार को विकास खंड सभागार में आयोजित तहसील दिवस में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता जनता की समस्याओं का समाधान है, इसलिए तहसील दिवस में पंजीकृत शिकायतों को 31 मार्च तक निपटाने की व्यवस्था करें। तहसील दिवस के दौरान पुलिया निर्माण, बिजली, सड़क मरम्मत, जल निकासी, भूमि के मालिकाना हक, राशन कार्ड, अतिक्रमण आदि से संबंधित 73 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। मुख्य शिकायतें व समाधान: अतिक्रमण हटाने की मांग – दिनेशपुर निवासी लाखन लाल और रानीनगर निवासी केवल कृष्ण की शिकायत पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। धोखाधड़ी का मामला – भोला कॉलोनी निवासी अंकित और वीरपाल ने धोखाधड़ी की शिकायत की, जिस पर पुलिस को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। राज्य आंदोलनकारी का दर्जा – गदरपुर निवासी विनोद कुमार ने राज्य आंदोलनकारी का दर्जा देने की मांग रखी, जिस पर जांच के आदेश दिए गए। विद्युत समस्याएं – विभिन्न क्षेत्रों से आए निवासियों ने विद्युत पोल लगाने, ट्रांसफार्मर स्थापित करने और विद्युत लाइनों को सुधारने की मांग की। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को तत्काल निरीक्षण कर समाधान करने को कहा। राशन कार्ड – करतारपुर निवासी नगमा ने राशन कार्ड बनवाने की मांग रखी, जिस पर पूर्ति अधिकारी को जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश मिले। दिव्यांग प्रमाण पत्र – हरिपुरा निवासी अमरीक सिंह ने दिव्यांग प्रमाण पत्र की मांग रखी, जिसे मुख्य चिकित्सा अधिकारी को तत्काल बनाने के निर्देश दिए गए। सड़क मरम्मत – नंदपुर, रजपुरा और अन्य क्षेत्रों के निवासियों ने सड़क मरम्मत की मांग रखी, जिस पर अधिशासी अभियंता को निरीक्षण कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण व अन्य निर्देश: तहसील दिवस के उपरांत जिलाधिकारी ने गुलरभोज मोड़ पर नाला, पुलिया, पुराने अस्पताल, सिंचाई विभाग की भूमि, और आवास विकास में पुरानी पानी की टंकी का निरीक्षण किया। संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन समस्याओं का समाधान मौके पर नहीं हो पाया है, उन्हें संबंधित विभागों को सौंप दिया गया है, और अधिकारी इन्हें समयबद्ध रूप से निपटाने का कार्य करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, संयुक्त मजिस्ट्रेट आशिमा गोयल, नगर पालिका अध्यक्ष मनोज गुम्बर, नगर पंचायत गुलरभोज अध्यक्ष सतीश चुघ, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना, मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह, अधिशासी अभियंता ओपी सिंह, विद्युत विभाग से उमाकांत चतुर्वेदी, जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार, और अन्य अधिका

गदरपुर तहसील दिवस में जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण के निर्देश

गदरपुर, 18 मार्च, 2025 (समय बोल रहा) –जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने मंगलवार को विकास खंड सभागार में आयोजित तहसील दिवस में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता जनता की समस्याओं का समाधान है, इसलिए तहसील दिवस में पंजीकृत शिकायतों को…

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रुद्रपुर, 12 मार्च 2025 (समय बोल रहा) उत्तराखंड शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 15 मार्च 2025 (शनिवार) को होली का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है। किन्हें मिलेगा अवकाश? 🔹 जिले के सभी सरकारी कार्यालयों और संस्थानों में यह अवकाश लागू रहेगा। 🔹 ऐसे शिक्षण संस्थान जहां परीक्षाएं चल रही हैं, वहां यह अवकाश मान्य नहीं होगा। 🔹 परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा एवं सुचारू संचालन के लिए प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस विभाग को विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। कोषागार और उप-कोषागार में नहीं होगा अवकाश उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, कोषागार एवं उप-कोषागार में यह अवकाश लागू नहीं होगा। इन विभागों में कार्य सामान्य दिनों की तरह ही संचालित होंगे। आदेश का पालन अनिवार्य जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस आदेश का सख्ती से पालन किया जाएगा और इससे जुड़े सभी सरकारी एवं प्रशासनिक विभागों को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं। 📢 समय बोल रहा से जुड़ें उत्तराखंड से जुड़ी हर अपडेट के लिए! 🚀

उत्तराखंड सरकार ने 15 मार्च को होली पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया

रुद्रपुर, 12 मार्च 2025 (समय बोल रहा) उत्तराखंड शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 15 मार्च 2025 (शनिवार) को होली का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है। किन्हें मिलेगा अवकाश? 🔹 जिले के सभी सरकारी कार्यालयों और…

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