काशीपुर, 24 मई 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने आज जनपद भ्रमण के दौरान काशीपुर का दौरा किया। वे दोपहर 2 बजे कार द्वारा मंडी विश्राम गृह पहुंचे, जहां जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राज्यपाल के आगमन पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया, जो प्रोटोकॉल के अनुसार विशिष्ट अतिथियों को दिया जाता है। इस संक्षिप्त दौरे के दौरान राज्यपाल ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की और क्षेत्र की स्थिति का जायजा लिया। भव्य स्वागत और गार्ड ऑफ ऑनर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह के काशीपुर पहुंचने पर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने स्वयं उपस्थित होकर उनका स्वागत किया। दोनों अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर राज्यपाल महोदय का अभिनंदन किया। मंडी विश्राम गृह परिसर में पुलिस बल द्वारा राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसमें जवानों ने पूरी मुस्तैदी और सम्मान के साथ सलामी दी। यह स्वागत समारोह राज्यपाल के प्रति सम्मान और प्रोटोकॉल का हिस्सा था, जो उनके आगमन पर आयोजित किया गया। राज्यपाल ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की और क्षेत्र की स्थिति का जायजा लिया। संक्षिप्त ठहराव और अधिकारियों से मुलाकात राज्यपाल का यह दौरा मुख्य रूप से जनपद भ्रमण का हिस्सा था। मंडी विश्राम गृह में उनके अल्प विश्राम के दौरान उन्होंने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य मौजूद अधिकारियों से अनौपचारिक बातचीत की। हालांकि, इस मुलाकात का विस्तृत विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन उम्मीद है कि राज्यपाल ने जनपद में चल रही विकास परियोजनाओं, कानून-व्यवस्था की स्थिति और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर अधिकारियों से जानकारी ली होगी। राज्यपाल समय-समय पर राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर जमीनी हकीकत का जायजा लेते रहते हैं, ताकि उन्हें जनता की समस्याओं और प्रशासनिक कार्यों की प्रगति के बारे में सीधा फीडबैक मिल सके। राजभवन नैनीताल के लिए प्रस्थान मंडी विश्राम गृह में लगभग सवा घंटे के अल्प विश्राम के बाद, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर कार द्वारा राजभवन नैनीताल के लिए प्रस्थान कर गए। उनका यह दौरा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही संपन्न हुआ। राज्यपाल के काफिले को सुरक्षा व्यवस्था के बीच राजभवन नैनीताल के लिए रवाना किया गया। उपस्थित प्रमुख अधिकारी इस अवसर पर राज्यपाल के स्वागत और विदाई के लिए कई प्रमुख प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। इनमें एसपी निहारिका तोमर, अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. उत्तम सिंह नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. के.के. अग्रवाल, उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह, कौस्तुभ मिश्रा, सी.एस. चौहान, सीओ दीपक सिंह, आर.डी. मठपाल और तहसीलदार सुभांगनी जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इन सभी अधिकारियों ने राज्यपाल के भ्रमण को सफल बनाने और प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभाई। जनपद भ्रमण का महत्व राज्यपाल

काशीपुर पहुंचे राज्यपाल गुरमीत सिंह, जिलाधिकारी और एसएसपी ने किया भव्य स्वागत

काशीपुर, 24 मई 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने आज जनपद भ्रमण के दौरान काशीपुर का दौरा किया। वे दोपहर 2 बजे कार द्वारा मंडी विश्राम गृह पहुंचे, जहां जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राज्यपाल के आगमन पर उन्हें…

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महुआखेड़ा गंज, 22 मई 2025 (समय बोल रहा): महुआखेड़ा गंज स्थित एक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते लाखों रुपये का सामान राख कर दिया। सुबह तड़के करीब सवा चार बजे लगी इस आग ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया और आग को आसपास की अन्य फैक्ट्रियों तक फैलने से रोका जा सका। अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन प्लांट स्वामी को करीब 85 लाख रुपये के भारी नुकसान का अनुमान है। सुबह 4:20 बजे लगी भीषण आग, कच्चा माल चपेट में जानकारी के अनुसार, गुरुवार को सुबह लगभग 4 बजकर 20 मिनट पर महुआखेड़ा गंज क्षेत्र में स्थित उम्मेद हानि इंडस्ट्री नामक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि उसने प्लांट के अंदर रखे बैटरी रिसाइकलिंग के कच्चे माल (रॉ मटेरियल्स) को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से ही देखा जा सकता था, जिससे आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। प्लांट के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना दी। दमकल टीम की त्वरित कार्रवाई, आग को फैलने से रोका सूचना मिलते ही फायर स्टेशन से लीडिंग फायरमैन चंदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में दमकल की एक यूनिट तत्काल मौके पर पहुंची। अग्निशमन दल के जवानों ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। उन्होंने फायर इंजन से एक होज लगाकर आग को नियंत्रित करने का प्रयास किया। दमकलकर्मियों की तत्परता और सूझबूझ के चलते आग को पास की अन्य फैक्ट्रियों और आवासीय संस्थानों तक फैलने से रोका जा सका, अन्यथा नुकसान का आंकड़ा कई गुना बढ़ सकता था। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। लाखों का नुकसान, जनहानि नहीं अग्निकांड के बाद प्लांट में हुए नुकसान का आकलन किया गया है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, इस भीषण अग्निकांड में प्लांट स्वामी का करीब 85 लाख रुपये का भारी नुकसान होने की संभावना जताई गई है। आग लगने से बैटरी रिसाइकलिंग का कच्चा माल और अन्य उपकरण जलकर खाक हो गए हैं। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। आग लगने के समय प्लांट में मौजूद कर्मचारियों और आसपास के लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। अग्निशमन दल की सराहनीय भूमिका इस सफल अग्निशमन अभियान में फायर यूनिट टीम के सभी सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लीडिंग फायरमैन चंदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में फायरमैन कृपाल सिंह, महिला फायरमैन ज्योति, महिला फायरमैन शिखा मालिक और चालक दीपक राठौर ने विषम परिस्थितियों में भी साहस और लगन से काम करते हुए आग पर काबू पाया। उनकी त्वरित कार्रवाई और पेशेवर दक्षता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया और आसपास की संपत्तियों को भारी नुकसान से बचाया जा सका। स्थानीय लोगों ने भी अग्निशमन विभाग के जवानों की इस सराहनीय कार्य की सराहना की है। आग लगने के कारणों की जांच जारी फिलहाल आग लगने के कारणों का स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है। पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमें मामले की जांच कर रही हैं। आशंका जताई जा रही है कि आग शॉर्ट सर्किट या किसी अन्य तकनीकी खराबी के कारण लगी होगी। जांच के बाद ही आग लगने के वास्तविक कारणों का खुलासा हो पाएगा। इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में आग सुरक्षा मानकों के पालन के महत्व को रेखांकित किया है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके। प्लांट के मालिक भी आग लगने के कारणों और नुकसान के आकलन में जुटे हुए हैं।

लाखों का नुकसान! महुआखेड़ा गंज में बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में भीषण आग, कैसे हुआ इतना बड़ा अग्निकांड?

महुआखेड़ा गंज, 22 मई 2025 (समय बोल रहा): महुआखेड़ा गंज स्थित एक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते लाखों रुपये का सामान राख कर दिया। सुबह तड़के करीब सवा चार बजे लगी इस आग ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां…

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काशीपुर, 21 मई 2025 (समय बोल रहा): काशीपुर के न्यायिक इतिहास में एक ऐसी अभूतपूर्व और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे न्यायपालिका और अधिवक्ता समुदाय को गहरा आघात पहुंचाया है। एसीजेएम (अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) कोर्ट परिसर के भीतर ही दो वकीलों के बीच भयंकर हिंसक झड़प हो गई, जिसमें एक वकील गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम के बीच-बचाव करने आई एक कर्तव्यनिष्ठ महिला पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गईं, जिन्हें तत्काल उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। इस अप्रत्याशित और निंदनीय घटना को लेकर स्थानीय पुलिस ने गंभीरता से जांच-पड़ताल शुरू कर दी है और मामले की सच्चाई जानने के लिए हर पहलू से छानबीन की जा रही है। न्याय के मंदिर में मर्यादा भंग: वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प जानकारी के अनुसार, यह चौंकाने वाली और दुर्भाग्यपूर्ण घटना आज दोपहर एसीजेएम कोर्ट परिसर के मुख्य गलियारे में घटित हुई। घायल वकील की पहचान एडवोकेट राकेश चौधरी के रूप में हुई है, जबकि उन पर हमला करने वाले दूसरे वकील का नाम एडवोकेट विनय पाल बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों वकीलों के बीच किसी मामूली बात को लेकर अचानक तीखी बहस शुरू हो गई। यह बहस जल्द ही गाली-गलौज और धक्का-मुक्की में बदल गई, और देखते ही देखते यह हिंसक हाथापाई तक पहुंच गई। बताया जा रहा है कि एडवोकेट विनय पाल ने एडवोकेट राकेश चौधरी पर जोरदार हमला कर दिया, जिससे वह चोटिल होकर जमीन पर गिर पड़े। इस घटना से कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई और अन्य वकीलों व वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। बीच-बचाव करने आई महिला पुलिसकर्मी भी हुईं घायल इस हिंसक झड़प और बिगड़ती स्थिति को देखकर वहां सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी, जिसका नाम सुमन बताया जा रहा है, ने तुरंत हस्तक्षेप किया। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना दोनों झगड़ रहे वकीलों को अलग करने का साहसपूर्ण प्रयास किया। इसी बीच-बचाव के दौरान हुई धक्का-मुक्की में महिला पुलिसकर्मी सुमन भी चोटिल हो गईं। उनके शरीर पर कई जगह चोटें आई हैं। घायल महिला पुलिसकर्मी सुमन को तत्काल एंबुलेंस से उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय ले जाया गया है, जहां डॉक्टरों द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है। चिकित्सकों के अनुसार, उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। वहीं, हमले में घायल हुए एडवोकेट राकेश चौधरी को भी तुरंत उपचार के लिए एल्डिहाइड चिकित्सालय लाया गया। काशीपुर के न्यायिक इतिहास में काला अध्याय: पहली बार ऐसी शर्मनाक घटना इस घटना ने न केवल काशीपुर के न्यायिक समुदाय को बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। कोर्ट परिसर, जिसे न्याय, शांति और कानून-व्यवस्था का सर्वोच्च प्रतीक माना जाता है, के भीतर इस प्रकार की हिंसक घटना का होना बेहद गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण है। काशीपुर अधिवक्ता संघ से जुड़े वरिष्ठ सदस्यों और स्थानीय वकीलों का कहना है कि यह काशीपुर के न्यायिक इतिहास में संभवतः पहली बार है जब कोर्ट परिसर के भीतर वकीलों के बीच इस हद तक की हिंसक झड़प हुई हो। इस घटना ने निश्चित रूप से न्यायपालिका की गरिमा, पवित्रता और कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं। यह वकीलों जैसे जिम्मेदार पेशे की मर्यादा को भी भंग करती है। पुलिस ने शुरू की गहन जांच-पड़ताल: दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत हरकत में आई और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया, प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की और आवश्यक साक्ष्य जुटाए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की गहन जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की पूरी तस्वीर और घटना के पीछे के वास्तविक कारणों का पता चलने के बाद ही दोषी वकीलों के खिलाफ कानून सम्मत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या यह कोई पूर्वनियोजित हमला था या किसी तात्कालिक विवाद का परिणाम। अधिवक्ता समुदाय में रोष और सुरक्षा की मांग इस घटना को लेकर काशीपुर के अधिवक्ता समुदाय में भी भारी रोष और असंतोष व्याप्त है। कई वकीलों ने इस हिंसक घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, शर्मनाक और न्याय के पवित्र पेशे की गरिमा के खिलाफ बताया है। उन्होंने एक स्वर में मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच की जाए तथा दोषी वकीलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ बार काउंसिल द्वारा भी सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अधिवक्ता संघ ने कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की भी मांग की है। यह घटना न केवल वकीलों के पेशे की पवित्रता और गरिमा को धूमिल करती है, बल्कि न्याय के मंदिर में आने वाले आम लोगों की सुरक्षा के प्रति भी गंभीर चिंताएं बढ़ाती है। पुलिस प्रशासन पर इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करने का भारी दबाव है ताकि कोर्ट परिसर में कानून और व्यवस्था बनी रहे और आम जनता का न्यायपालिका पर विश्वास कायम रहे। अब सभी की निगाहें पुलिस जांच पर टिकी हैं कि कब इस जघन्य घटना के पीछे का पूरा सच सामने आता है और दोषी वकीलों को उनके किए की सजा भुगतनी पड़ती है। यह घटना निश्चित रूप से काशीपुर

काशीपुर का सबसे बड़ा ‘कोर्ट कांड’: ACJM परिसर में वकीलों ने एक-दूसरे को पीटा, महिला पुलिसकर्मी भी घायल!

काशीपुर, 21 मई 2025 (समय बोल रहा): काशीपुर के न्यायिक इतिहास में एक ऐसी अभूतपूर्व और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे न्यायपालिका और अधिवक्ता समुदाय को गहरा आघात पहुंचाया है। एसीजेएम (अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) कोर्ट परिसर के भीतर ही दो वकीलों के बीच भयंकर हिंसक झड़प हो गई, जिसमें एक वकील गंभीर…

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जसपुर, 20 मई 2025 (समय बोल रहा): ऊधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा द्वारा चलाए जा रहे "नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान" को जसपुर में बड़ी सफलता मिली है। एक संयुक्त टीम ने जसपुर के ग्राम पतरामपुर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर नशीले कैप्सूल बेच रहे संचालक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के कब्जे से 768 प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बरामद किए गए हैं। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को एक नई गति मिली है। संयुक्त टीम का सफल छापामार अभियान एसएसपी ऊधम सिंह नगर मणिकांत मिश्रा के निर्देशानुसार, पुलिस अधीक्षक काशीपुर अभय प्रताप सिंह और सीओ काशीपुर के निर्देशन में सोमवार, 19 मई 2025 को एक विशेष संयुक्त टीम का गठन किया गया। इस टीम में तहसीलदार जसपुर, ड्रग्स इंस्पेक्टर रुद्रपुर, ANTF रुद्रपुर (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स), सीएमएस (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) और जसपुर पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे। इस संयुक्त टीम ने अपने छापामार अभियान के तहत जनपद ऊधम सिंह नगर के जसपुर क्षेत्र के गांव पतरामपुर में यश मेडिकल स्टोर पर अचानक छापा मारा। नशीले कैप्सूल बेचता पाया गया संचालक निरीक्षण के दौरान, यश मेडिकल स्टोर का संचालक, मोहल्ला भूप सिंह जसपुर निवासी चमन सिंह पुत्र चंदन सिंह, दुकान पर प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बेचता हुआ पाया गया। पुलिस टीम ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही और तलाशी पर मेडिकल स्टोर से भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बरामद हुए। कुल 768 कैप्सूल बरामद किए गए, जिनमें 720 कैप्सूल ACETAMINOPHEN IP 325 MG, Tramadol HCL IP 50 MG, DICYCLOMINE और 48 कैप्सूल ACETAMINOPHEN IP 325 MG, TRAMADOL HYDROCHLORIDE IP 50 MG, DICYCLOMINE HYDROCHLORIDE शामिल थे। एक्सपायर दवाइयां और अन्य अनियमितताएं भी मिलीं नशीले कैप्सूल के अलावा, संयुक्त टीम को मेडिकल स्टोर पर एक्सपायर हो चुकी (मियाद पूरी) दवाइयों का भारी स्टॉक भी मिला। इसके अतिरिक्त, मेडिकल स्टोर पर अन्य कई प्रकार की अनियमितताएं भी पाई गईं, जो नियमानुसार नहीं थीं। इन गंभीर अनियमितताओं के आधार पर पुलिस ने मेडिकल स्टोर को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज पुलिस ने आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक चमन सिंह के खिलाफ धारा 8/22 NDPS (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बरामद किए गए कैप्सूल ऐसे प्रतिबंधित दवाइयां हैं जिन्हें केवल डॉक्टर की लिखित पर्ची और सिफारिश पर ही मरीजों को दिया जा सकता है। साथ ही, इन दवाइयों का पूरा लेखा-जोखा (रजिस्टर मेंटेन करना) अनिवार्य होता है। हालांकि, आरोपी चमन सिंह इन दवाइयों को डॉक्टर की पर्ची के बिना सीधे ग्राहकों को नशे के रूप में बेचकर क्षेत्र में नशे की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रहा था, जो कि एक गंभीर अपराध है। कार्रवाई टीम में शामिल अधिकारी और कर्मचारी इस सफल अभियान को अंजाम देने वाली संयुक्त टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जसपुर जगदीश सिंह ढकरियाल, कानूनगो धनेश शर्मा (तहसील जसपुर), डॉक्टर डी एम गहलौत (चिकित्सा अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसपुर), ड्रग इंस्पेक्टर नीरज कुमार (ऊधम सिंह नगर), ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट (नैनीताल), ड्रग इंस्पेक्टर निधि शर्मा (ऊधम सिंह नगर), ड्रग इंस्पेक्टर शुभम कोटनाला (ऊधम सिंह नगर

जसपुर में नशा मुक्ति अभियान को बड़ी सफलता: मेडिकल स्टोर से 768 नशीले कैप्सूल बरामद, संचालक गिरफ्तार

जसपुर, 20 मई 2025 (समय बोल रहा): ऊधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा द्वारा चलाए जा रहे “नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान” को जसपुर में बड़ी सफलता मिली है। एक संयुक्त टीम ने जसपुर के ग्राम पतरामपुर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर नशीले कैप्सूल बेच रहे संचालक को रंगे हाथों गिरफ्तार…

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गदरपुर 19 मई 2025 (समय बोल रहा) : गदरपुर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम कुलवंत नगर नहाल बैराज के पास संचालित एक अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से असलहा बना रहे एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से नौ अवैध हथियार और भारी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपी की पहचान गुलाब का मझरा (केलाखेड़ा) निवासी दर्शन सिंह के रूप में हुई है, जिस पर पहले से ही 13 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है। मंगलवार को मुरादाबाद रोड स्थित एसपी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने इस महत्वपूर्ण मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि गदरपुर थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुलवंत नगर नहाल बैराज के पास खेत किनारे खजूर के पेड़ के नीचे एक व्यक्ति अवैध रूप से असलहे बना रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सोमवार को मौके पर दबिश दी और दर्शन सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त दर्शन सिंह एक शातिर किस्म का अपराधी है और उसके खिलाफ पूर्व में हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं के तहत कुल 13 मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि इस अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है, जिससे क्षेत्र में अवैध हथियारों की सप्लाई पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। बरामद सामान का विवरण: पुलिस ने मौके से अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री से भारी मात्रा में हथियार और उपकरण बरामद किए हैं, जिनमें शामिल हैं: 315 बोर के चार तमंचे 12 बोर के तीन तमंचे 12 बोर की एक देशी बंदूक 12 बोर की एक पोनी बंदूक 315 बोर के छह जिंदा कारतूस 12 बोर के दो जिंदा कारतूस अवैध हथियार बनाने के विभिन्न उपकरण, जिनमें ड्रिल मशीन, लोहे की पाइपें, स्प्रिंग, रेती और अन्य औजार शामिल हैं। सात हजार में बेचता था एक तमंचा: एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी दर्शन सिंह ने पुलिस को बताया कि वह पहले भी अवैध असलहा बनाने के आरोप में जेल जा चुका है। उसने कबूल किया कि वह इन अवैध हथियारों को सात हजार रुपये प्रति तमंचे के हिसाब से रामपुर, रुद्रपुर, किच्छा, हल्द्वानी, बाजपुर और कालाढूंगी जैसे आसपास के विभिन्न स्थानों पर बेचता था। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दर्शन सिंह के खरीदार कौन थे और वह कब से इस अवैध धंधे में लिप्त था। पुलिस ने आरोपी दर्शन सिंह के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और उसे मंगलवार को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब इस नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस अवैध धंधे में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। एसएसपी ने गदरपुर थाना पुलिस की इस सराहनीय कार्रवाई की प्रशंसा की और कहा कि पुलिस आगे भी इस तरह के अवैध गतिविधियों के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेगी। पुलिस ने मौके से असलहा बना रहे एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से नौ अवैध हथियार और भारी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपी की पहचान गुलाब का मझरा (केलाखेड़ा) निवासी दर्शन सिंह के रूप में हुई है, जिस पर पहले से ही 13 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।उन्होंने कहा कि इस अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है, जिससे क्षेत्र में अवैध हथियारों की सप्लाई पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।

गदरपुर में अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़, 9 हथियारों के साथ शातिर अपराधी गिरफ्तार

गदरपुर 19 मई 2025 (समय बोल रहा) : गदरपुर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम कुलवंत नगर नहाल बैराज के पास संचालित एक अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से असलहा बना रहे एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से नौ अवैध हथियार और…

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काशीपुर, 18 मई 2025 (समय बोल रहा)  – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की काशीपुर जिला इकाई ने तीन महत्वपूर्ण मंडलों – भरतपुर मेधवाला, काशीपुर जिले के जसपुर क्षेत्र के जसपुर नगर और महुवाडावरा में अपनी कार्यकारिणी का विस्तार किया है। जिला प्रभारी पुष्कर सिंह काला और जिला अध्यक्ष मनोज पाल की सहमति से यह पुनर्गठन किया गया, जिसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर पार्टी की पकड़ को मजबूत करना और आगामी राजनीतिक गतिविधियों के लिए संगठन को तैयार करना है। भरतपुर मेधवाला मंडल में नई नियुक्तियाँ भरतपुर मेधवाला मंडल में मंडल अध्यक्ष के बाद, निम्नलिखित पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है: मंडल उपाध्यक्ष: राजू ठाकुर, लक्ष्मी भण्डारी, सुरेश लोहिया, और अनुज शर्मा। मंडल महामंत्री: हरप्रीत सिंह और सत्यपाल जाटव। मंडल मंत्री: पुनीत बाटला, कीर्तन देवी, अंकुर जाटव, और नवल सिंह। मंडल कोषाध्यक्ष: दीपक गिरी। मंडल कार्यालय मंत्री: चरणजीत सिंह। मंडल मीडिया संयोजक: जितेन्द्र यादव। मंडल आईटी संयोजक: भास्कर तिवारी। मंडल सोशल मीडिया संयोजक: हरदीप सिंह। जसपुर नगर मंडल में कार्यकारिणी विस्तार काशीपुर जिले के जसपुर क्षेत्र के जसपुर नगर मंडल में मंडल अध्यक्ष के बाद, निम्नलिखित पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है: मंडल उपाध्यक्ष: अशोक खन्ना, अनीता पवार, विनोद प्रजापति, और दीपक राणा। मंडल महामंत्री: रविमणि चौहान और विशाल कश्यप। मंडल मंत्री: ललित शर्मा, नीलकंवल, हृदेश चौहान, और गौरव प्रजापति। मंडल कोषाध्यक्ष: संजय अग्रवाल। मंडल कार्यालय मंत्री: श्रीमती मोहिनी शर्मा। मंडल मीडिया संयोजक: रिं तांशु पंडित। मंडल आईटी संयोजक: अंजली रानी। मंडल सोशल मीडिया संयोजक: मनोज कुमार एडवोकेट। महुवाडावरा मंडल में नई नियुक्तियाँ महुवाडावरा मंडल में मंडल अध्यक्ष के बाद, निम्नलिखित पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है: मंडल उपाध्यक्ष: राजेंद्र सिंह, मंदीप चौधरी, मंदीप चौहान, और माया सैनी। मंडल महामंत्री: शुभम चौहान और विमल सागर। मंडल मंत्री: सिंदू सिंह, नीरज मीणा, नीतू चौहान, और ब्रह्मपाल सिंह। मंडल कोषाध्यक्ष: महिपाल गुप्ता जी। मंडल कार्यालय संयोजक: दयाराम सिंह। मंडल मीडिया संयोजक: सीताराम सिंह सैनी। मंडल आईटी संयोजक: अभिषेक चौहान। मंडल सोशल मीडिया संयोजक: खिलेन्द्र सैनी। संगठनात्मक महत्व और पार्टी की रणनीति इन तीनों मंडलों में कार्यकारिणी का विस्तार भाजपा की संगठनात्मक मजबूती को दर्शाता है। जिला अध्यक्ष मनोज पाल ने कहा, "यह नियुक्तियाँ पार्टी को जमीनी स्तर पर और अधिक प्रभावी बनाएंगी। हम सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों से अपेक्षा करते हैं कि वे पार्टी की विचारधारा और नीतियों के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करेंगे।" जिला प्रभारी पुष्कर सिंह काला ने इस अवसर पर कहा, "यह संगठनात्मक फेरबदल आगामी राजनीतिक गतिविधियों और चुनावी तैयारियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। एक मजबूत मंडल संगठन जमीनी स्तर पर पार्टी की नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने और जनसमर्थन जुटाने में सहायक होगा।" राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा का यह कदम उत्तराखंड में अपने सांगठनिक ढांचे को मजबूत करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। आगामी स्थानीय और क्षेत्रीय चुनावों को देखते हुए, पार्टी हर स्तर पर अपनी तैयारियों को सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इन तीनों मंडलों में नई टीम पार्टी के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं तक पहुंचने और पार्टी की नीतियों को बढ़ावा देने में। नवनियुक्त पदाधिकारियों के समक्ष अब मंडल में पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने, नए सदस्यों को जोड़ने और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होगी। उनकी कार्यशैली और समर्पण ही इन मंडलों में भाजपा की भविष्य की सफलता की दिशा तय करेगी।

काशीपुर जिले के जसपुर क्षेत्र में भाजपा मंडल कार्यकारिणी का विस्तार, नए पदाधिकारियों की घोषणा

काशीपुर, 18 मई 2025 (समय बोल रहा)  – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की काशीपुर जिला इकाई ने तीन महत्वपूर्ण मंडलों – भरतपुर मेघावाला , काशीपुर जिले के जसपुर क्षेत्र के जसपुर नगर और महुवाडावरा में अपनी कार्यकारिणी का विस्तार किया है। जिला प्रभारी पुष्कर सिंह काला और जिला अध्यक्ष मनोज पाल की सहमति से यह पुनर्गठन…

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रुद्रपुर, 27 मई 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले के रुद्रपुर में खटीमा के चारूबेटा जंगल में मिली एक महिला की अधजली लाश के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने गहन जांच-पड़ताल और 50 से अधिक लोगों से पूछताछ के बाद इस जघन्य हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है और महिला के पति को ही उसकी हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की मानें तो आरोपी पति ने अपनी पत्नी की पहले गला दबाकर हत्या की और फिर पहचान छिपाने के उद्देश्य से डीजल डालकर उसके शव को आग लगा दी। इस हत्याकांड के पीछे का असली कारण पति के अवैध संबंध और पत्नी द्वारा उसका विरोध करना था। जंगल में मिली थी अधजली लाश, भाई ने लगाया था बहनोई पर आरोप यह दिल दहला देने वाली घटना बीते शनिवार को प्रकाश में आई थी, जब खटीमा के चारूबेटा गांव की नई बस्ती निवासी 34 वर्षीय अनीता पत्नी सुरेश का लगभग 90 प्रतिशत जला हुआ शव उसके घर से करीब 400 मीटर दूर जंगल में बरामद किया गया था। इस वीभत्स दृश्य ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था। मृतका के भाई रामानंद प्रसाद निवासी वार्ड संख्या छह नानकमत्ता ने तत्काल अपने बहनोई सुरेश पर ही अपनी बहन की हत्या का आरोप लगाते हुए स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। 50 से अधिक लोगों से पूछताछ, ऐसे खुला राज कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया था। टीम ने इस मामले में 50 से अधिक लोगों से गहन पूछताछ की और तमाम साक्ष्य जुटाए। पुलिस की कड़ी मेहनत और तकनीकी जांच के बाद रविवार रात करीब आठ बजे हत्यारोपी सुरेश को मुंडेली चौराहे से धर दबोचा गया। सख्ती से पूछताछ में कबूला जुर्म, वजह जानकर पुलिस भी हैरान पुलिस हिरासत में सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी पति सुरेश ने अंततः अपना जुर्म कबूल कर लिया और हत्याकांड को अंजाम देने की पूरी कहानी बताई। उसने पुलिस को बताया कि उसे अपनी पत्नी अनीता का किसी और व्यक्ति से फोन पर लंबी-लंबी बातें करना नागवार गुजरता था। यह उसका शुरुआती बहाना था, लेकिन पुलिस की जांच में असली सच सामने आया। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी पति सुरेश के ही किसी अन्य महिला से अवैध संबंध थे, जिसकी जानकारी उसकी पत्नी अनीता को हो गई थी। अनीता अपने पति के इन अवैध संबंधों का लगातार विरोध कर रही थी, और इसी विरोध ने आरोपी सुरेश को अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए मजबूर कर दिया। साजिश और हत्याकांड का पूरा घटनाक्रम सुरेश ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी पत्नी की हत्या की पूरी योजना बनाई थी। वह 23 मई को दिन में अल्मोड़ा से बस के जरिए हल्द्वानी होते हुए रात में खटीमा पहुंचा। रात करीब 10 बजे वह अपने घर के पीछे जंगल में छिप गया। मौका पाकर उसने रात में अपनी पत्नी अनीता को आवाज देकर दरवाजा खुलवाया। लगभग एक घंटे तक घर में रुककर उसने अपनी पत्नी को बहलाया-फुसलाया और फिर उसे यह कहकर घर से बाहर ले गया कि वे पीछे जंगल में घूमने जा रहे हैं। जंगल में ले जाने के बाद, सुरेश ने मौका देखकर अनीता का गला घोंट दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पहचान छिपाने के उद्देश्य से और साक्ष्य मिटाने के लिए उसने घर में आग जलाने के लिए रखे डीजल को निकाला और अनीता के शव पर डालकर आग लगा दी। वारदात को अंजाम देने के बाद, उसने खाली डीजल की बोतल वहीं जंगल में फेंक दी और रोडवेज बस से हल्द्वानी फरार हो गया। खुद को अनजान दिखाने का ढोंग, लेकिन पुलिस थी शातिर हल्द्वानी पहुंचकर, सुरेश ने अपने पड़ोसी को फोन किया और अनीता के घर से चले जाने की बात पूछी, ताकि वह खुद को अनजान दिखा सके। इसके बाद उसने अपनी बहन, ससुर और साले को फोन करके अनीता के गायब होने की सूचना दी और फिर बस में बैठकर वापस खटीमा आ गया। यहां आकर वह अनीता की तलाश में अनजान बनने का ढोंग करने लगा। जुर्म कबूलने पर बरामद हुए अहम सबूत पुलिस ने इस मामले में लगभग 50 लोगों से पूछताछ की थी, जिसमें कई अहम सुराग मिले। आसपास के लोगों ने भी बताया था कि सुरेश 23 मई को ही खटीमा पहुंच गया था, जिससे पुलिस का शक गहरा गया था। हत्यारोपी पति सुरेश के जुर्म कबूल करने के बाद, पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मृतका अनीता को जलाते वक्त पहने गए उसके कपड़े और घटना में इस्तेमाल की गई डीजल की बोतल जंगल से बरामद कर ली। ये सबूत इस मामले में बेहद अहम साबित हुए हैं। पुलिस ने आरोपी सुरेश के खिलाफ दर्ज मुकदमे में साक्ष्य छुपाने की धाराओं की बढ़ोतरी करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसे रिमांड के लिए न्यायालय में पेश किया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक मनोहर सिंह दसौनी, एसएसआई विनोद जोशी, एसआई किशोर पत, कांस्टेबल नवीन खोलिया, कांस्टेबल कमल पाल जैसे अनुभवी पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस ने इस सफल खुलासे से न केवल एक जघन्य अपराध का पर्दाफाश किया है, बल्कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दर्शाई है।

काशीपुर के लालपुर में खौफनाक वारदात: मां की संदिग्ध मौत, बच्चों ने पिता को बताया हत्यारा!

काशीपुर 18 मई 2025 (समय बोल रहा) : काशीपुर के लालपुर बक्सौरा गांव में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है। मृतक महिला के बच्चों ने अपने पिता पर ही दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में…

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काशीपुर, 18 मई 2025 (समय बोल रहा) : महापौर दीपक बाली ने अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर विकास कार्यों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने एक ही दिन में 4 करोड़ 88 लाख 53 हजार रुपये की लागत से बनने वाली 15 महत्वपूर्ण सड़कों का शिलान्यास कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इससे पहले भी महापौर बाली ने अपने कार्यकाल के शुरुआती 60 दिनों में 60 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ कर शहर को एक बड़ा तोहफा दिया था। महापौर दीपक बाली के अब तक के विकास कार्यों से काशीपुर की जनता भी काफी प्रभावित नजर आ रही है। यही नहीं, महापौर बाली ने अभिनंदन कार्यक्रमों का भी एक नया रिकॉर्ड बनाया है, जिसके तहत अब तक उनके लगभग 286 अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं। इनमें से 117 कार्यक्रम विभिन्न संगठनों द्वारा समारोहपूर्वक आयोजित किए गए हैं, जो कि पूरे प्रदेश में एक अनूठी मिसाल है। महापौर द्वारा काशीपुर शहर को रोशन करने के लिए स्वीकृत कराई गई सैकड़ों करोड़ रुपये की विकास योजनाएं जब धरातल पर उतरेंगी, तो काशीपुर एक नए और आधुनिक स्वरूप में नजर आएगा। अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम में महापौर दीपक बाली ने वार्ड पार्षदों, शक्ति केंद्र संयोजकों, बूथ एवं मंडल अध्यक्षों के साथ विभिन्न वार्डों में बनने वाली 15 सड़कों का शिलान्यास किया। इन सड़कों का विवरण इस प्रकार है: वार्ड नंबर 1 (सैनिक कॉलोनी): दर्शन सिंह रावत के घर से रामनगर काशीपुर मार्ग तक (राज्य योजना) वार्ड नंबर 1 (सैनिक कॉलोनी): नरेंद्र चौधरी के घर से शिवालिक होली माउंट एकेडमी तक (राज्य योजना) वार्ड नंबर 1: यूके एनक्लेव से प्राइमरी पाठशाला तक वार्ड नंबर 1 (प्रेमनगर चौक): गढ़वाल सभा रोड पर कैलाश बिष्ट के घर तक वार्ड नंबर 2 (दुर्गा कॉलोनी): विनोद कुमार के मकान से दिनेश चंद्र बलोदी के मकान तक वार्ड नंबर 2 (दुर्गा कॉलोनी): राजेंद्र बिष्ट के मकान से नेगी जी के मकान तक वार्ड नंबर 2 (पशुपति बिहार): मनोज सती के मकान से शिव सिंह बिष्ट के मकान तक व संलग्न रास्ते में हरि सिंह रावत के मकान तक वार्ड नंबर 9 (लाइनपार): रघुवीर सिंह के मकान से भोला के मकान तक वार्ड नंबर 9 (ओम विहार कॉलोनी): रामनाथ प्रसाद के मकान से महावीर के मकान तक वार्ड नंबर 3 (ओम विहार कॉलोनी): बृजपाल चौधरी के मकान से सीमा के मकान तक कुंडेश्वरी मैन रोड: आनंद हॉलीडे से मोहन सिंह एवं सोनू के मकान तक वार्ड नंबर 33: संत निरंकारी भवन के सामने धर्म सिंह नेगी के मकान से अनिल खरबंदा के मकान तक वार्ड नंबर 35: राजीव चौधरी के मकान से त्रिलोक सिंह बिष्ट के मकान तक वार्ड नंबर 1 (शांति नगर): सुरेंद्र सिंह रावत के घर से जरनैल सिंह के घर तक (राज्य योजना) वार्ड नंबर 1 (सैनिक कॉलोनी): कृष्णा हॉस्पिटल के पीछे कैप्टन गोविंद सिंह रौतेला के मकान से आनंद सिंह के मकान तक व संलग्न रास्ते में दीपिका लोहनी के मकान तक इन 15 सड़कों के निर्माण पर कुल 4 करोड़ 88 लाख 53 हजार रुपये की लागत आएगी। इन महत्वपूर्ण सड़कों के अलावा, महापौर श्री बाली पहले भी 18 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से बनने वाली 114 अन्य सड़कों का शिलान्यास कर चुके हैं, जिनका निर्माण कार्य बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए तेजी से चल रहा है। महापौर दीपक बाली द्वारा अपने छोटे से कार्यकाल में किए गए इन व्यापक विकास कार्यों से स्पष्ट है कि वह काशीपुर शहर के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित हैं और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। एक ही दिन में इतनी बड़ी संख्या में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करना निश्चित रूप से एक उल्लेखनीय उपलब्धि है और यह काशीपुर के विकास के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सा

खुशखबरी! काशीपुर की इन कॉलोनियों की बदलने वाली है किस्मत, महापौर बाली ने किया करोड़ों की सड़कों का शिलान्यास!

काशीपुर, 18 मई 2025 (समय बोल रहा) : महापौर दीपक बाली ने अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर विकास कार्यों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने एक ही दिन में 4 करोड़ 88 लाख 53 हजार रुपये की लागत से बनने वाली 15 महत्वपूर्ण सड़कों का शिलान्यास कर एक नया कीर्तिमान…

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देहरादून 17 मई 2025 (समय बोल रहा) : उत्तराखंड सरकार ने राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ाने और उन्हें उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से एक महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ किया है। इस नई पहल के तहत, राज्य की महिलाओं को अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए परियोजना लागत का 75 प्रतिशत तक या अधिकतम डेढ़ लाख रुपये की आर्थिक सहायता (सब्सिडी) प्रदान की जाएगी। इस महत्वपूर्ण योजना के कार्यान्वयन के लिए राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में 30 करोड़ रुपये का पर्याप्त बजट आवंटित किया है। सरकार का लक्ष्य है कि इस योजना के पहले वर्ष में ही कम से कम दो हजार महिलाओं को इस लाभकारी पहल का सीधा लाभ पहुंचाया जा सके। राज्य सरकार के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने इस योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह कदम उत्तराखंड की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें समाज में एक सम्मानित और मजबूत स्थान दिलाने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उत्तराखंड की महिलाओं में अद्वितीय प्रतिभा और असीम क्षमता मौजूद है, और इस योजना के माध्यम से उन्हें अपने सपनों को साकार करने तथा स्वरोजगार के नए अवसर सृजित करने में महत्वपूर्ण सहायता मिलेगी। सरकार का दृढ़ विश्वास है कि जब राज्य की महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत होंगी, तो न केवल उनके परिवारों का सामाजिक और आर्थिक उत्थान सुनिश्चित होगा, बल्कि इससे राज्य की समग्र अर्थव्यवस्था को भी एक नई गति और मजबूती मिलेगी। इस योजना के अंतर्गत, उत्तराखंड की इच्छुक महिलाएं विभिन्न प्रकार के व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार के समक्ष अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकती हैं। इन व्यवसायों में मुख्य रूप से हस्तशिल्प कला से जुड़े उद्यम, आकर्षक बुटीक, खाद्य प्रसंस्करण की छोटी इकाइयाँ, सिलाई और कढ़ाई केंद्र, छोटे स्तर पर वस्तुओं का उत्पादन करने वाली इकाइयाँ, कृषि क्षेत्र पर आधारित व्यवसाय और अन्य विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करने वाले उद्यम शामिल हो सकते हैं। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए, प्रत्येक महिला आवेदक को अपने प्रस्तावित व्यवसाय की एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी। इस रिपोर्ट में व्यवसाय की पूरी योजना, उसमें आने वाली अनुमानित लागत और उससे प्राप्त होने वाले संभावित लाभों का स्पष्ट रूप से उल्लेख करना अनिवार्य होगा। राज्य सरकार ने इस महत्वपूर्ण योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए एक सरल, सुगम और पूरी तरह से पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। इच्छुक महिलाओं को योजना के लिए आवेदन करने और इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए जल्द ही एक आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल और एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, जिला स्तर पर भी संबंधित सरकारी विभाग महिलाओं को आवेदन प्रक्रिया को समझने और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने में हर संभव सहायता प्रदान करेंगे, ताकि कोई भी पात्र महिला इस योजना के लाभ से वंचित न रहे। सरकार ने इस योजना के पहले वर्ष में ही राज्य की कम से कम दो हजार महिलाओं को प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित करने का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। सरकार का मानना है कि यह प्रारंभिक चरण राज्य की महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करेगा। योजना की सफलता और महिलाओं से मिलने वाली सकारात्मक प्रतिक्रिया के आधार पर, भविष्य में इस योजना का दायरा और अधिक विस्तृत किया जा सकता है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इसका लाभ उठा सकें। राज्य सरकार ने इस दूरदर्शी योजना के लिए चालू वित्तीय वर्ष में 30 करोड़ रुपये का पर्याप्त बजट आवंटित किया है। यह वित्तीय प्रावधान स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि उत्तराखंड सरकार राज्य की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के मुद्दे को लेकर कितनी गंभीर और प्रतिबद्ध है। आवंटित की गई यह धनराशि मुख्य रूप से पात्र महिलाओं को सब्सिडी के वितरण, उन्हें व्यवसाय से संबंधित आवश्यक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने और योजना के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने पर खर्च की जाएगी। सरकार का मुख्य उद्देश्य यह है कि इस योजना के माध्यम से न केवल महिलाओं को वित्तीय सहायता मिले, बल्कि उन्हें सफलतापूर्वक अपना व्यवसाय चलाने के लिए आवश्यक कौशल और उचित मार्गदर्शन भी प्राप्त हो सके। उत्तराखंड के विभिन्न महिला संगठनों और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार की इस पहल का दिल खोलकर स्वागत किया है। उनका मानना है कि यह योजना उत्तराखंड की महिलाओं के लिए एक क्रांतिकारी कदम साबित हो सकती है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए एक सुनहरा और ऐतिहासिक अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने राज्य सरकार से इस योजना के प्रभावी और निष्पक्ष कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने का पुरजोर आग्रह किया है, ताकि इसका वास्तविक लाभ सही मायने में जरूरतमंद और उद्यमी बनने की प्रबल इच्छा रखने वाली महिलाओं तक पहुंच सके। यह योजना उत्तराखंड सरकार की राज्य की महिलाओं के समग्र कल्याण और उनके सतत विकास के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह उम्मीद की जा रही है कि इस महत्वपूर्ण पहल से राज्य में महिला उद्यमिता को एक नई ऊर्जा और प्रोत्साहन मिलेगा, और महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से स्वतंत्र होंगी, बल्कि वे राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी सक्रिय और महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। राज्य सरकार का यह सराहनी

उत्तराखंड की महिलाओं के लिए सुनहरा अवसर: व्यवसाय शुरू करने पर 75% सब्सिडी

देहरादून 17 मई 2025 (समय बोल रहा) : उत्तराखंड सरकार ने राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ाने और उन्हें उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से एक महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ किया है। इस नई पहल के तहत, राज्य की महिलाओं को अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के…

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काशीपुर में तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा का आयोजन, ऑपरेशन सिंदूर की विजय को समर्पित

काशीपुर, 16 मई 2025(समय बोल रहा ): वीरता, राष्ट्रभक्ति और एकता का अद्वितीय संगम शुक्रवार को काशीपुर की धरती पर देखने को मिला, जब ‘तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा’ का भव्य आयोजन किया गया। यह यात्रा भारतीय सेना के हाल ही में संपन्न ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में आतंकवाद के खिलाफ प्राप्त अभूतपूर्व सफलता और देश की रक्षा…

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