गढ़ीनेगी 17 मार्च 2025 (समय बोल रहा)  गढ़ीनेगी गांव के ऊर्जावान युवाओं ने एकजुट होकर "युवा शक्ति" संगठन का निर्माण किया है, जो समाज सेवा, धार्मिक आस्था, आधुनिक तकनीक और विकास को साथ लेकर चल रहा है। यह संगठन गांव के हर क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रहा है। इनका उद्देश्य न केवल गांव को एक नई पहचान देना है बल्कि समाज को एक सकारात्मक दिशा में ले जाना भी है। "संघर्ष युवाओं का, सम्मान बुजुर्गों का" – युवा शक्ति का संकल्प "युवा शक्ति" का यह नारा उनके विचारों और कार्यों को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। ये युवा कठिनाइयों का डटकर सामना करते हुए गांव के बुजुर्गों का सम्मान और देखभाल करना अपना कर्तव्य समझते हैं। युवाओं को जागरूक और उत्साहित करने का अभियान "युवा शक्ति" संगठन न केवल समाज सेवा में अग्रसर है, बल्कि यह गांव के युवाओं को जागरूक करने और उनका उत्साह बढ़ाने का भी कार्य कर रहा है। यह संगठन युवाओं को शिक्षित, आत्मनिर्भर और समाज सेवा के लिए प्रेरित कर रहा है ताकि वे गांव के विकास में अपनी भूमिका निभा सकें। सामाजिक और धार्मिक आयोजनों में सक्रिय भागीदारी "युवा शक्ति" संगठन सामाजिक कार्यों के साथ-साथ धार्मिक आयोजनों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेता है। हाल ही में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर इस संगठन ने गांव के शिव मंदिर को सुंदर तरीके से सजाया और वहां विशाल भंडारे का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न होने देना था। संगठन के युवाओं ने पूरे कार्यक्रम की व्यवस्था संभाली और सभी भक्तों की सेवा की। निर्माण और स्वच्छता कार्यों में निभाई अहम भूमिका हालांकि युवा शक्ति संगठन के सदस्य न तो वर्तमान में कोई प्रधान हैं और न ही कोई चेयरमैन, फिर भी ये गांव के विकास कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। निर्माण कार्यों में योगदान संगठन के सदस्यों ने गांव में पुलियों, नालियों और अन्य निर्माण कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हाल ही में प्रधान प्रतिनिधि सचिन बठला की गली को जोड़ने का कार्य युवा शक्ति संगठन द्वारा किया गया, जिससे वहां के निवासियों को आने-जाने में सुविधा हो सके। इसके अलावा, कनुज पुजारा के घर के निकट पुलिया का निर्माण कार्य भी युवा शक्ति ने पूरा किया। यह पुलिया वहां के लोगों के लिए बेहद जरूरी थी और इससे ग्रामीणों को काफी सहूलियत मिली। संगठन ने गढ़ीनेगी के विभिन्न इलाकों में जरूरी निर्माण कार्यों को प्राथमिकता दी है, ताकि गांव के लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिल सकें। स्वच्छता अभियान इसके साथ ही, युवा शक्ति संगठन गांव में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य कर रहा है। हाल ही में गांव में नाली सफाई अभियान चलाया गया, जिससे ग्रामीणों को साफ-सुथरा वातावरण मिल सके। यह पहल गांव में स्वच्छता और स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक सिद्ध हो रही है। तकनीक और परंपरा का अनूठा संगम "युवा शक्ति" के सदस्य आधुनिक युग की तकनीक को अपनाकर गांव के विकास की नई राह बना रहे हैं। ये युवा तकनीकी जागरूकता फैलाने के साथ-साथ संस्कार और परंपराओं को भी सहेज रहे हैं। इनका उद्देश्य गांव के हर युवा को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाना है ताकि गढ़ीनेगी का हर नागरिक आगे बढ़ सके। निःशुल्क परिवहन सेवा और समाज कल्याण कार्य "युवा शक्ति" ने हाल ही में दुर्गापुर मेले के दौरान निःशुल्क परिवहन सेवा शुरू की। इस सेवा का उद्देश्य था कि गांव के बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे बिना किसी कठिनाई के मेले तक पहुंच सकें। यह सेवा खासतौर पर उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी साबित हुई जो स्वयं मेला स्थल तक जाने में असमर्थ थे। नशे के खिलाफ अभियान और समाज सुधार की दिशा में कदम आज के दौर में नशाखोरी एक गंभीर समस्या बन चुकी है, और इस बुराई को मिटाने के लिए युवा शक्ति संगठन ने एक नशा मुक्ति अभियान शुरू किया है। संगठन के सदस्य गांव के युवाओं को नशे से दूर रहने की प्रेरणा दे रहे हैं और इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं। यह पहल समाज में एक बड़ा बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। गढ़ीनेगी को नई पहचान देने का संकल्प "युवा शक्ति" संगठन का मुख्य उद्देश्य गढ़ीनेगी को एक विकसित गांव बनाना है, जहां शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सामाजिक एकता को बढ़ावा दिया जाए। ये युवा गांव के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। संगठन का हर सदस्य इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरे जोश और समर्पण के साथ कार्य कर रहा है। "युवा शक्ति" आने वाले समय में एक नई पहचान बनाएगी गढ़ीनेगी का युवा शक्ति परिवार यह साबित कर चुका है कि जब युवा एकजुट होकर किसी लक्ष्य के लिए कार्य करते हैं, तो वे समाज में एक नई क्रांति ला सकते हैं। इनकी यह पहल पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक है और यह संगठन आने वाले समय में गढ़ीनेगी को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाने का संकल्प रखता है।

गढ़ीनेगी का युवा शक्ति परिवार: सेवा, संस्कार और विकास की नई क्रांति

गढ़ीनेगी 17 मार्च 2025 (समय बोल रहा)  गढ़ीनेगी गांव के ऊर्जावान युवाओं ने एकजुट होकर “युवा शक्ति” संगठन का निर्माण किया है, जो समाज सेवा, धार्मिक आस्था, आधुनिक तकनीक और विकास को साथ लेकर चल रहा है। यह संगठन गांव के हर क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रहा है।…

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16 मार्च 2025 (समय बोल रहा)जसपुर16 मार्च 2025 (समय बोल रहा) भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज पाल के प्रथम जिला काशीपुर भ्रमण के तहत जसपुर में कार्यकर्ताओं और क्षेत्रवासियों ने उनका भव्य स्वागत किया। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, उत्तराखंड बॉर्डर के ग्राम अंगदपुर से उनका यात्रा शुभारंभ हुआ, जहां ढोल-नगाड़ों, आतिशबाजी और पुष्प वर्षा के साथ कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। यात्रा के दौरान पूरनपुर नदी, महुआ डाबरा पेट्रोल पंप, नगर पंचायत मावड़ावरा, जयपुर गांधी पार्क, जसपुर बाजार, जीएसआई बस अड्डा, ज्ञान नगर टोल प्लाजा, लालपुर बक्सौरा चौक, कुंडा चौराहा, पवार रिजॉर्ट, संजीवनी हॉस्पिटल, काशीपुर महाराणा प्रताप चौक, द्रोणा सागर टीवीएस एजेंसी, चैती चौराहा, कुंडेश्वरी शहीद चौक सहित कई स्थानों पर जनता ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। जनसभाओं को किया संबोधित मनोज पाल ने विभिन्न जनसभाओं को संबोधित करते हुए भाजपा हाईकमान और प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी और विश्वास उन पर जताया है, उसे वे पूरी निष्ठा से निभाएंगे। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों व जनहित में किए गए कार्यों की जानकारी जनता को दी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि पार्टी सभी का सम्मान करेगी और बिना किसी भेदभाव के संगठन को मजबूत बनाने का कार्य करेगी। कार्यकर्ताओं का उत्साह जुलूस के दौरान जसपुर, लालपुर, कुंडा पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी और फूल मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता, मंडल अध्यक्ष, कार्यकर्ता और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। उपस्थित गणमान्य इस स्वागत समारोह में ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर, सीमा चौहान, आकांक्षा ठाकुर, मिथलेश देवी, सुखदेव प्रधान, लाडी, संजय रावल, अरुण शर्मा, संजय कश्यप, यश चौहान, सुभाष चौहान, मंडल अध्यक्ष राजकुमार चौहान, राजकुमार गुंबर, शीतल जोशी, रवि साहनी, कुलदीप बंसल, खड़क सिंह चौहान, सत्यपाल सिंह, सतनाम सिंह भुल्लर, गुरनाम सिंह, हरिओम सुधा, सचिन बाठला, रूपेश बाठला,

भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज पाल का जसपुर में भव्य स्वागत

जसपुर16 मार्च 2025 (समय बोल रहा) भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज पाल के प्रथम जिला काशीपुर भ्रमण के तहत जसपुर में कार्यकर्ताओं और क्षेत्रवासियों ने उनका भव्य स्वागत किया। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, उत्तराखंड बॉर्डर के ग्राम अंगदपुर से उनका यात्रा शुभारंभ हुआ, जहां ढोल-नगाड़ों, आतिशबाजी और पुष्प वर्षा के साथ कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।…

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ग्राम दुर्गापुर मेले में युवा शक्ति परिवार की निःशुल्क यातायात सेवा से श्रद्धालुओं को बड़ी राहत

ग्राम दुर्गापुर मेले में युवा शक्ति परिवार की निःशुल्क यातायात सेवा से श्रद्धालुओं को बड़ी राहत

गढ़ीनेगी, 16 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – बाबा हिम्मत सिंह जी की याद में हर साल आयोजित होने वाला यह ऐतिहासिक मेला श्रद्धालुओं के लिए आस्था, परंपरा और सामाजिक समर्पण का प्रतीक बन चुका है। इस बार होली के पावन पर्व पर मेले का आयोजन और भी भव्य तरीके से किया जा रहा है,…

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देहरादून ,16 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के पवित्र तीर्थस्थल केदारनाथ धाम में गैर-हिंदुओं के प्रवेश को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा विधायक आशा नौटियाल ने हाल ही में एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि "कुछ गैर-हिंदू तत्व केदारनाथ धाम की पवित्रता को ठेस पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।" इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि "धार्मिक स्थलों की मर्यादा बनाए रखने के लिए जरूरी है कि वहां केवल श्रद्धालु ही जाएं, न कि वे लोग जो असामाजिक गतिविधियों में लिप्त हों। यदि कुछ लोगों की गतिविधियों से धाम की छवि खराब हो रही है, तो ऐसे व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना उचित होगा।" विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया विधायक के इस बयान पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि "भाजपा के नेता धार्मिक स्थलों को राजनीति से जोड़कर सनसनीखेज बयान देने की आदत बना चुके हैं। उत्तराखंड देवभूमि है और यहां सभी का स्वागत है। धर्म को इस तरह विभाजित करना सही नहीं है।" समाज के विभिन्न वर्गों ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। कुछ लोगों का मानना है कि धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने के लिए नियम बनाए जाने चाहिए, जबकि अन्य इसे धार्मिक भेदभाव की ओर एक कदम मान रहे हैं। चारधाम यात्रा पर असर? गौरतलब है कि यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने वाली है। केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खुलेंगे और इस बार लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और मर्यादा को लेकर यह बहस जारी है। देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और क्या गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर वास्तव में कोई प्रतिबंध लगेगा या नहीं।

केदारनाथ धाम में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक की मांग तेज, भाजपा विधायक आशा नौटियाल का बयान चर्चा में

देहरादून ,16 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के पवित्र तीर्थस्थल केदारनाथ धाम में गैर-हिंदुओं के प्रवेश को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा विधायक आशा नौटियाल ने हाल ही में एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि “कुछ गैर-हिंदू तत्व केदारनाथ धाम की पवित्रता को ठेस पहुंचाने का प्रयास कर…

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खटीमा, 15 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने निजी आवास नगला तराई पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी माताजी श्रीमती बिशना देवी को गुलाल लगाकर आशीर्वाद लिया और होली की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर आमजन से मुलाकात की, गुलाल लगाया और होली की बधाइयां दीं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री लोहिया हेड कैंप कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने जनता की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इन प्रमुख हस्तियों की रही उपस्थिति इस अवसर पर कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें शामिल हैं: रुद्रपुर के मेयर विकास शर्मा नगर पालिका अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी पूर्व विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा भाजपा जिलाध्यक्ष कमल जिंदल

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नगला तराई में मनाई होली, जनता से मिले और समस्याएं सुनी

खटीमा, 15 मार्च 2025 (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने निजी आवास नगला तराई पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी माताजी श्रीमती बिशना देवी को गुलाल लगाकर आशीर्वाद लिया और होली की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर आमजन से मुलाकात की, गुलाल लगाया और होली की बधाइयां दीं।…

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जसपुर, 14 मार्च 2025 (समय बोल रहा) जसपुर के ग्राम गिरधयी मुन्शी, भरतपुर में आज 25वें नगर कीर्तन का भव्य आयोजन हुआ। श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब की अगुवाई में झाड़ू सेवा की और पूरे समर्पण भाव से सेवा कार्यों में भाग लिया। नगर कीर्तन के स्वागत में संगत ने विशेष सेवा निभाई, जिससे पूरे क्षेत्र में भक्तिमय माहौल बना रहा। नगर कीर्तन का स्वागत और मार्ग नगर कीर्तन की शुरुआत गिरधयीमुंशी गुरुद्वारे से हुई, जहां श्रद्धालुओं ने गुरबाणी का श्रवण किया और कीर्तन में भाग लिया। आगे बढ़ते हुए नगर कीर्तन पूर्व प्रधान बलकार सिंह के डेरे के सामने पहुंचा, जहां श्रद्धालुओं ने श्रद्धा और सम्मान के साथ स्वागत किया। इसके बाद नगर कीर्तन जब केलामोड़ गुरुद्वारे पहुंचा, तो ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर ने संतों के साथ गुरु साहिब का आदरपूर्वक स्वागत किया। पन्नू फार्म में भी श्रद्धालुओं ने विशेष रूप से नगर कीर्तन का अभिनंदन किया। करनपुर की संगत ने राइस मिल के कोने पर नगर कीर्तन का श्रद्धा भावपूर्वक स्वागत किया। पूरे मार्ग में श्रद्धालु सेवा कार्यों में जुटे रहे और गुरबाणी के मधुर शब्दों से वातावरण को भक्तिमय बनाए रखा। बगीची गुरुद्वारे में दीवान और लंगर सेवा नगर कीर्तन जब निर्मल कुटिया बगीची पहुंचा, तो संगत ने श्रद्धा से स्वागत किया। यहां भव्य दीवान सजाया गया, जिसमें कथाकारों और कीर्तनियों ने अपने शब्दों से श्रद्धालुओं को भक्ति भाव में डुबो दिया। भव्य दीवान के समापन के बाद संगत ने प्रसाद ग्रहण किया और लंगर सेवा में भाग लिया। लंगर में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों की व्यवस्था की गई थी, जिसे श्रद्धालुओं ने प्रेमपूर्वक ग्रहण किया। इस कार्यक्रम मे गुरनाम सिंह औलख(जत्थेदार), आलोक नरवैल, बाज सिंह, त्रिलोक सिंह, सतवंत सिंह भुल्लर, सतनाम सिंह भुल्लर, गुरताज भुल्लर, प्रगट सिंह, दिलबाग सिंह, कश्मीर सिंह पन्नू, गुरदेव सिंह, जोगा सिंह, हरजिंदर सिंह, हरदेव सिंह, प्रीतम सिंह, रवि साहनी सहित क्षेत्र के अन्य श्रद्धालु और सेवक इस पावन अवसर पर उपस्थित रहे। श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से की सेवा श्रद्धालुओं ने पूरे नगर कीर्तन में झाड़ू सेवा, पालकी सेवा, और लंगर सेवा सहित विभिन्न सेवा कार्य किए। नगर कीर्तन का यह आयोजन भक्ति, सेवा और प्रेम का संदेश देते हुए सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। जसपुर में हुए इस पवित्र आयोजन ने पूरे क्षेत्र में आध्यात्मिक ऊर्जा और श्रद्धा का संचार किया।

जसपुर में 25वें नगर कीर्तन का भव्य आयोजन, श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से की सेवा

जसपुर, 14 मार्च 2025 (समय बोल रहा)जसपुर के ग्राम गिरधयी मुन्शी, भरतपुर में आज 25वें नगर कीर्तन का भव्य आयोजन हुआ। श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब की अगुवाई में झाड़ू सेवा की और पूरे समर्पण भाव से सेवा कार्यों में भाग लिया। नगर कीर्तन के स्वागत में संगत ने विशेष सेवा निभाई, जिससे पूरे क्षेत्र…

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उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत देहरादून, 09 जून, 2025 (समय बोल रहा ) उत्तराखंड की त्रिस्तरीय पंचायतों (हरिद्वार को छोड़कर) में एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव आया है। पूर्व में नियुक्त प्रशासकों का कार्यकाल समाप्त होने और जुलाई में प्रस्तावित चुनावों में देरी के कारण, राज्य सरकार ने पंचायतों के सुचारू संचालन के लिए नए प्रशासकों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है। अब जिला पंचायतों की कमान जिलाधिकारी/जिला मजिस्ट्रेट संभालेंगे, क्षेत्र पंचायतों का जिम्मा उपजिलाधिकारी देखेंगे, और ग्राम पंचायतों में सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) प्रशासक होंगे। यह निर्णय तब लिया गया है जब वर्ष 2019 में गठित पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और नए चुनाव अभी संभव नहीं हो सके हैं। इस बदलाव का सीधा असर प्रदेश की लाखों ग्रामीण जनता पर पड़ेगा। कार्यकाल समाप्ति और चुनाव में देरी: क्यों पड़ी प्रशासकों की जरूरत? उत्तराखंड पंचायतीराज अधिनियम-2016 की धारा-130 (6) के तहत, वर्ष 2019 में गठित प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायतों (जनपद हरिद्वार को छोड़कर) का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। इन पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद, शासन ने पूर्व में अधिसूचना संख्या-256316/XII(1)/2024-86(15)/2013/ई-68985 दिनांक 26.11.2024 और अन्य संबंधित अधिसूचनाओं के माध्यम से ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों और जिला पंचायतों के लिए प्रशासकों की नियुक्ति का अधिकार संबंधित जिलाधिकारियों को दिया था। ये प्रशासक कार्यकाल समाप्ति की तिथि से छह महीने तक या नई पंचायतों के गठन तक, जो भी पहले हो, के लिए नियुक्त किए गए थे। हालांकि, इन नियुक्त प्रशासकों का कार्यकाल भी अब समाप्त हो चुका है। ग्राम पंचायतों में 27 मई 2025 को, क्षेत्र पंचायतों में 29 मई 2025 को, और जिला पंचायतों में 01 जून 2025 को कार्यकाल समाप्त हो गया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि "अति अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण" त्रिस्तरीय पंचायतों का सामान्य निर्वाचन, प्रशासकों के कार्यकाल समाप्ति की तिथि से पूर्व कराया जाना साध्य नहीं हो सका है। इसी अप्रत्याशित देरी के कारण, अब नई अंतरिम व्यवस्था लागू की गई है। नई प्रशासकीय व्यवस्था: कौन संभालेगा किसकी कमान? वर्तमान की "अपरिहार्य परिस्थिति" को देखते हुए, प्रदेश में जुलाई 2025 में प्रस्तावित आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (हरिद्वार को छोड़कर) प्रक्रिया संपन्न होने तक या नवीन पंचायतों के गठन तक, अथवा 31 जुलाई 2025 (जो भी पहले हो) तक, कार्यहित, जनहित और पंचायतों की प्रशासनिक व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए नए अधिकारियों को प्रशासक के रूप में अधिकृत किया गया है। यह निर्णय प्रमोद कुमार बिजलवान, समीक्षा अधिकारी, पंचायती राज विभाग द्वारा 09/06/2025 को जारी अधिसूचना (संख्या: 305002 जैनराज बिंदु-1 /XII(1)/2025/86(15)/2013/ई-68985) में विस्तृत रूप से बताया गया है। नई व्यवस्था के तहत, निम्नवत् अधिकारियों को प्रशासक की जिम्मेदारी सौंपी गई है: जिला पंचायतों में: संबंधित जिलाधिकारी / जिला मजिस्ट्रेट को जिला पंचायतों का प्रशासक नियुक्त किया गया है। यह दिखाता है कि जिला स्तर पर शासन ने सबसे उच्च अधिकारी पर भरोसा जताया है ताकि विकास कार्य और प्रशासनिक व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे। क्षेत्र पंचायतों में: संबंधित उपजिलाधिकारी (अपनी क्षेत्राधिकारिता में) क्षेत्र पंचायतों का कार्यभार संभालेंगे। उपजिलाधिकारी की नियुक्ति से ब्लॉक स्तर पर प्रभावी निगरानी और निर्णय लेने की क्षमता बनी रहेगी। ग्राम पंचायतों में: संबंधित विकासखंड में तैनात सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) को ग्राम पंचायतों का प्रशासक नियुक्त किया गया है। यह पद ग्रामीण स्तर पर सीधे जनता से जुड़ा होता है और योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह व्यवस्था सुनिश्चित करेगी कि चुनावी प्रक्रिया पूरी होने और नई निर्वाचित पंचायतों के गठन तक ग्रामीण विकास कार्य और जन सेवाएं बाधित न हों। पुरानी शर्तों का यथावत् रहना और आगे की राह अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायतों (हरिद्वार को छोड़कर) में प्रशासक नियुक्त किए जाने संबंधी प्रस्तर-1 में उल्लिखित पूर्व निर्गत अधिसूचनाओं में निहित शेष शर्ते यथावत रहेंगी। इसका अर्थ है कि प्रशासकों के अधिकार और जिम्मेदारियां पूर्व में निर्धारित नियमों के अनुरूप ही होंगी। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज व्यवस्था के सुचारू संचालन की आवश्यकता है। हरिद्वार जिले को इस व्यवस्था से बाहर रखा गया है, संभवतः वहां की चुनावी या प्रशासनिक स्थिति अलग होने के कारण। अब सभी की निगाहें जुलाई 2025 में होने वाले प्रस्तावित पंचायत चुनावों पर टिकी हैं, जो नई निर्वाचित पंचायतों को सत्ता में लाएंगे और ग्रामीण स्तर पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को फिर से स्थापित करेंगे। इस बीच, नए प्रशासक जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने और विकास कार्यों को गति देने की चुनौती का सामना करेंगे।

उत्तराखंड में पंचायत चुनाव की तैयारियां तेज, मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया शुरू

उत्तराखंड में आगामी पंचायत चुनावों की तैयारियों को लेकर जिला पंचायतराज अधिकारियों के माध्यम से प्रदेश की हर ग्राम पंचायत में वोटर लिस्ट का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत सभी ग्रामीणों को शामिल करते हुए विशेष बैठकें आयोजित की जा रही हैं, जिनमें बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) भी मौजूद रहेंगे। बैठकों…

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काशीपुर क्षेत्र के ग्राम लालपुर में होली के पावन पर्व के उपलक्ष्य में होली मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन लोक जन कल्याण समिति उत्तराखंड प्रदेश और विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त प्रयास से किया गया। कार्यक्रम में गुलाल लगाकर एक-दूसरे को बधाई दी गई, जिससे पूरा माहौल हर्षोल्लास और उत्साह से भर गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश और उमंग देखने को मिला। मुख्य अतिथि और उपस्थित गणमान्य व्यक्ति: इस कार्यक्रम में ग्राम लालपुर के अनेक गणमा

लालपुर में होली मिलन समारोह सम्पन्न, कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

काशीपुर क्षेत्र के ग्राम लालपुर में होली के पावन पर्व के उपलक्ष्य में होली मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन लोक जन कल्याण समिति उत्तराखंड प्रदेश और विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त प्रयास से किया गया। कार्यक्रम में गुलाल लगाकर एक-दूसरे को बधाई दी गई, जिससे पूरा माहौल हर्षोल्लास और…

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रुद्रपुर, 12 मार्च 2025 (समय बोल रहा) उत्तराखंड शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 15 मार्च 2025 (शनिवार) को होली का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है। किन्हें मिलेगा अवकाश? 🔹 जिले के सभी सरकारी कार्यालयों और संस्थानों में यह अवकाश लागू रहेगा। 🔹 ऐसे शिक्षण संस्थान जहां परीक्षाएं चल रही हैं, वहां यह अवकाश मान्य नहीं होगा। 🔹 परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा एवं सुचारू संचालन के लिए प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस विभाग को विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। कोषागार और उप-कोषागार में नहीं होगा अवकाश उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, कोषागार एवं उप-कोषागार में यह अवकाश लागू नहीं होगा। इन विभागों में कार्य सामान्य दिनों की तरह ही संचालित होंगे। आदेश का पालन अनिवार्य जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस आदेश का सख्ती से पालन किया जाएगा और इससे जुड़े सभी सरकारी एवं प्रशासनिक विभागों को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं। 📢 समय बोल रहा से जुड़ें उत्तराखंड से जुड़ी हर अपडेट के लिए! 🚀

उत्तराखंड सरकार ने 15 मार्च को होली पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया

रुद्रपुर, 12 मार्च 2025 (समय बोल रहा) उत्तराखंड शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 15 मार्च 2025 (शनिवार) को होली का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है। किन्हें मिलेगा अवकाश? 🔹 जिले के सभी सरकारी कार्यालयों और…

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उत्तराखंड की धामी सरकार के आदेश पर प्रशासन ने देहरादून के विकासनगर और सहसपुर में 31 अपंजीकृत मदरसों को सील कर दिया है। यह कार्रवाई शिक्षा मानकों के उल्लंघन और बिना पंजीकरण संचालित होने के कारण की गई। रमज़ान के दौरान कार्रवाई पर विरोध प्रशासन की इस कार्रवाई से समुदाय विशेष में नाराजगी देखने को मिल रही है, क्योंकि यह कदम रमज़ान के दौरान उठाया गया। मुस्लिम सेवा संगठन सहित अन्य संगठनों ने इस कार्रवाई का विरोध जताते हुए इसे धार्मिक भावनाओं से जुड़ा मामला बताया। प्रशासन की दलील प्रशासन का कहना है कि बिना पंजीकरण संचालित मदरसे नियमों का उल्लंघन कर रहे थे और इन्हें कई बार सूचना और चेतावनी दी गई थी। सरकार के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। क्या बोले स्थानीय लोग? स्थानीय लोगों का कहना है कि रमज़ान के दौरान इस तरह की कार्रवाई से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। विरोध के बावजूद प्रशासन अपनी कार्रवाई को सही ठहरा रहा है। सरकार का रुख धामी सरकार पहले

उत्तराखंड में 31 अपंजीकृत मदरसों पर प्रशासन की कार्रवाई, रमज़ान के दौरान सीलिंग से नाराजगी

उत्तराखंड 12  मार्च 2025 (समय बोल रहा) धामी सरकार के आदेश पर प्रशासन ने देहरादून के विकासनगर और सहसपुर में 31 अपंजीकृत मदरसों को सील कर दिया है। यह कार्रवाई शिक्षा मानकों के उल्लंघन और बिना पंजीकरण संचालित होने के कारण की गई। रमज़ान के दौरान कार्रवाई पर विरोध प्रशासन की इस कार्रवाई से समुदाय…

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