काशीपुर, 25 मई 2025 (समय बोल रहा): काशीपुर में बाइक चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला शहर के बीचों-बीच स्थित एक मिठाई की दुकान के बाहर से सामने आया है, जहां कुछ देर के लिए खड़ी की गई एक बाइक रहस्यमय तरीके से गायब हो गई। पीड़ित ने तुरंत पुलिस को सूचना दी है, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस घटना से शहर में एक बार फिर वाहन चोरों के बढ़ते आतंक को लेकर हड़कंप मच गया है। गौरी स्वीट्स के सामने से हुई चोरी की घटना जानकारी के अनुसार, श्यामपुरम कॉलोनी, खड़कपुर देवीपुरा निवासी गारवित शर्मा पुत्र नरेंद्र शर्मा ने थाना आईटीआई में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। गारवित शर्मा ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 9:30 बजे वह अपनी मोटरसाइकिल से किसी काम के लिए निकले थे। उन्होंने अपनी बाइक शहर के व्यस्ततम क्षेत्रों में से एक, गौरी स्वीट्स के सामने खड़ी की और अपने आवश्यक काम से चले गए। यह क्षेत्र आमतौर पर भीड़भाड़ वाला रहता है और लोगों को उम्मीद रहती है कि यहां वाहन सुरक्षित रहेंगे। एक घंटे में बाइक गायब, मचा हड़कंप गारवित शर्मा के अनुसार, वह अपना काम निपटाकर करीब 10:30 बजे अपनी बाइक लेने वापस लौटे। लेकिन जब वह गौरी स्वीट्स के सामने पहुंचे, तो उन्हें अपनी बाइक वहां नहीं मिली। पहले तो उन्हें लगा कि शायद उन्होंने कहीं और खड़ी कर दी होगी, लेकिन आसपास देखने और काफी खोजबीन करने के बावजूद बाइक का कोई सुराग नहीं मिला। लगभग एक घंटे के भीतर ही उनकी बाइक मौके से गायब हो चुकी थी। इस घटना से गारवित शर्मा के होश उड़ गए और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू शिकायत मिलने के बाद, थाना आईटीआई की पुलिस टीम तुरंत हरकत में आई। पुलिस ने गारवित शर्मा की शिकायत के आधार पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने का प्रयास कर रही है, ताकि चोरों का कोई सुराग मिल सके। पुलिस ने पीड़ित को आश्वासन दिया है कि जल्द ही चोरों को पकड़कर उनकी बाइक बरामद कर ली जाएगी। शहर में बढ़ती बाइक चोरी की घटनाएं, जनता में दहशत काशीपुर में पिछले कुछ समय से बाइक चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। शहर के विभिन्न इलाकों से आए दिन बाइक चोरी की खबरें सामने आती रहती हैं, जिससे आम जनता में दहशत का माहौल है। वाहन चोर इतने बेखौफ हो गए हैं कि वे भीड़भाड़ वाले इलाकों और व्यस्त सड़कों से भी बाइकों को आसानी से निशाना बना रहे हैं। इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस प्रशासन पर भी दबाव बढ़ रहा है। नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर पार्क करें और उसमें अतिरिक्त सुरक्षा उपकरण जैसे डिस्क लॉक या एंटी-थेफ्ट अलार्म का इस्तेमाल करें। साथ ही, अनजान जगहों पर वाहन खड़े करते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। पुलिस ने यह भी कहा है कि यदि किसी को भी वाहन चोरी या संदिग्ध गतिविधि के बारे में कोई जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि काशीपुर में वाहन चोरों का गिरोह सक्रिय है और उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस को और अधिक सक्रियता दिखानी होगी। अपनी बाइक शहर के व्यस्ततम क्षेत्रों में से एक, गौरी स्वीट्स के सामने खड़ी की और अपने आवश्यक काम से चले गए। यह क्षेत्र आमतौर पर भीड़भाड़ वाला रहता है और लोगों को उम्मीद रहती है कि यहां वाहन सुरक्षित रहेंगे।

ब्रेकिंग! काशीपुर में मिठाई लेने गए, बाइक हुई गायब! गौरी स्वीट्स के बाहर खड़ी बाइक चोरी, मचा हड़कंप!

काशीपुर, 25 मई 2025 (समय बोल रहा): काशीपुर में बाइक चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला शहर के बीचों-बीच स्थित एक मिठाई की दुकान के बाहर से सामने आया है, जहां कुछ देर के लिए खड़ी की गई एक बाइक रहस्यमय तरीके से गायब हो गई। पीड़ित ने तुरंत…

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काशीपुर, 24 मई 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने आज जनपद भ्रमण के दौरान काशीपुर का दौरा किया। वे दोपहर 2 बजे कार द्वारा मंडी विश्राम गृह पहुंचे, जहां जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राज्यपाल के आगमन पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया, जो प्रोटोकॉल के अनुसार विशिष्ट अतिथियों को दिया जाता है। इस संक्षिप्त दौरे के दौरान राज्यपाल ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की और क्षेत्र की स्थिति का जायजा लिया। भव्य स्वागत और गार्ड ऑफ ऑनर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह के काशीपुर पहुंचने पर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने स्वयं उपस्थित होकर उनका स्वागत किया। दोनों अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर राज्यपाल महोदय का अभिनंदन किया। मंडी विश्राम गृह परिसर में पुलिस बल द्वारा राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसमें जवानों ने पूरी मुस्तैदी और सम्मान के साथ सलामी दी। यह स्वागत समारोह राज्यपाल के प्रति सम्मान और प्रोटोकॉल का हिस्सा था, जो उनके आगमन पर आयोजित किया गया। राज्यपाल ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की और क्षेत्र की स्थिति का जायजा लिया। संक्षिप्त ठहराव और अधिकारियों से मुलाकात राज्यपाल का यह दौरा मुख्य रूप से जनपद भ्रमण का हिस्सा था। मंडी विश्राम गृह में उनके अल्प विश्राम के दौरान उन्होंने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य मौजूद अधिकारियों से अनौपचारिक बातचीत की। हालांकि, इस मुलाकात का विस्तृत विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन उम्मीद है कि राज्यपाल ने जनपद में चल रही विकास परियोजनाओं, कानून-व्यवस्था की स्थिति और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर अधिकारियों से जानकारी ली होगी। राज्यपाल समय-समय पर राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर जमीनी हकीकत का जायजा लेते रहते हैं, ताकि उन्हें जनता की समस्याओं और प्रशासनिक कार्यों की प्रगति के बारे में सीधा फीडबैक मिल सके। राजभवन नैनीताल के लिए प्रस्थान मंडी विश्राम गृह में लगभग सवा घंटे के अल्प विश्राम के बाद, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर कार द्वारा राजभवन नैनीताल के लिए प्रस्थान कर गए। उनका यह दौरा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही संपन्न हुआ। राज्यपाल के काफिले को सुरक्षा व्यवस्था के बीच राजभवन नैनीताल के लिए रवाना किया गया। उपस्थित प्रमुख अधिकारी इस अवसर पर राज्यपाल के स्वागत और विदाई के लिए कई प्रमुख प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। इनमें एसपी निहारिका तोमर, अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. उत्तम सिंह नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. के.के. अग्रवाल, उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह, कौस्तुभ मिश्रा, सी.एस. चौहान, सीओ दीपक सिंह, आर.डी. मठपाल और तहसीलदार सुभांगनी जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इन सभी अधिकारियों ने राज्यपाल के भ्रमण को सफल बनाने और प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभाई। जनपद भ्रमण का महत्व राज्यपाल

काशीपुर पहुंचे राज्यपाल गुरमीत सिंह, जिलाधिकारी और एसएसपी ने किया भव्य स्वागत

काशीपुर, 24 मई 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने आज जनपद भ्रमण के दौरान काशीपुर का दौरा किया। वे दोपहर 2 बजे कार द्वारा मंडी विश्राम गृह पहुंचे, जहां जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राज्यपाल के आगमन पर उन्हें…

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काशीपुर, 23 मई 2025  (समय बोल रहा)  — उत्तराखंड के काशीपुर क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। कुंडेश्वरी पुलिस चौकी की टीम ने शुक्रवार को गश्त के दौरान ग्राम रमपुरा निवासी एक युवक को अवैध कच्ची शराब की तस्करी करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी स्कूटी पर सवार था और शराब की खेप को किसी गंतव्य तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने आरोपी की तलाशी के दौरान उसके पास से 70 पाउच अवैध कच्ची शराब बरामद की, जिसे उसने स्कूटी के अंदर छिपा रखा था। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम सतपाल सिंह पुत्र जर्नेल सिंह बताया, जो कि ग्राम रमपुरा का निवासी है। पुलिस ने उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया और उत्तराखंड आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में प्रस्तुत किया। गश्त के दौरान पकड़ा गया आरोपी कुंडेश्वरी पुलिस चौकी इंचार्ज ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी टीम नियमित गश्त पर थी, तभी एक स्कूटी सवार युवक को संदिग्ध अवस्था में जाते देखा गया। जब उसे रोककर पूछताछ की गई और तलाशी ली गई, तो स्कूटी की सीट के नीचे और डिक्की में प्लास्टिक की थैलियों में भरकर रखे गए 70 पाउच कच्ची शराब बरामद हुए। शराब की तेज गंध और थैलों की पैकिंग से साफ था कि यह शराब अवैध रूप से तैयार और तस्करी की जा रही थी। स्थानीय तस्करों पर कसेगा शिकंजा पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई स्थानीय स्तर पर चल रहे अवैध कच्ची शराब के नेटवर्क पर लगाम कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। क्षेत्र में लंबे समय से यह सूचना मिल रही थी कि कुछ असामाजिक तत्व अवैध शराब का निर्माण और वितरण कर रहे हैं, जिससे ना केवल राजस्व का नुकसान हो रहा है, बल्कि लोगों की सेहत पर भी गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। पुलिस अब इस मामले की तह तक जाकर यह पता लगाने में जुट गई है कि आरोपी सतपाल सिंह किसके लिए यह शराब लेकर जा रहा था और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं। शराब माफियाओं के खिलाफ सख्ती काशीपुर क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा एक लंबे समय से चुनौती बना हुआ है। खासकर ग्रामीण और सीमावर्ती इलाकों में कच्ची शराब का निर्माण व वितरण तेजी से बढ़ा है। पुलिस विभाग द्वारा कई बार ऐसे अड्डों पर छापेमारी की जाती रही है, लेकिन शराब माफिया नए-नए तरीकों से कानून से बचने की कोशिश करते रहते हैं। पुलिस अब ऐसे मामलों में लगातार कार्रवाई कर रही है। कुंडेश्वरी पुलिस चौकी की इस कार्रवाई की स्थानीय लोगों ने भी सराहना की है। ग्रामीणों का कहना है कि कच्ची शराब ने कई परिवारों को बर्बादी की कगार पर पहुंचा दिया है। अवैध शराब पीने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है और कई बार मौत तक के मामले सामने आए हैं। आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। स्कूटी को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है और अब उसकी जांच की जा रही है कि वह स्कूटी किसके नाम पर है और क्या यह वाहन पहले भी किसी अवैध गतिविधि में प्रयुक्त हुआ है। पुलिस का यह भी कहना है कि सतपाल सिंह से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह शराब कहां से लेकर आया था और किन लोगों तक इसे पहुंचाने वाला था। इस मामले में और भी लोगों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है और पुलिस जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने की दिशा में कार्रवाई करेगी। पुलिस की अपील पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे अपने आस-पास यदि कहीं अवैध शराब बनते या बिकते देखें तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा। पुलिस विभाग का उद्देश्य है कि समाज को नशे के जहर से मुक्त किया जा सके और युवाओं को इस गलत रास्ते पर जाने से रोका जा सके।

काशीपुर: अवैध कच्ची शराब के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, स्कूटी सवार युवक गिरफ्तार, 70 पाउच बरामद

काशीपुर, 23 मई 2025  (समय बोल रहा)  — उत्तराखंड के काशीपुर क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। कुंडेश्वरी पुलिस चौकी की टीम ने शुक्रवार को गश्त के दौरान ग्राम रमपुरा निवासी एक युवक को अवैध कच्ची शराब की तस्करी करते हुए रंगे हाथों…

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महुआखेड़ा गंज, 22 मई 2025 (समय बोल रहा): महुआखेड़ा गंज स्थित एक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते लाखों रुपये का सामान राख कर दिया। सुबह तड़के करीब सवा चार बजे लगी इस आग ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया और आग को आसपास की अन्य फैक्ट्रियों तक फैलने से रोका जा सका। अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन प्लांट स्वामी को करीब 85 लाख रुपये के भारी नुकसान का अनुमान है। सुबह 4:20 बजे लगी भीषण आग, कच्चा माल चपेट में जानकारी के अनुसार, गुरुवार को सुबह लगभग 4 बजकर 20 मिनट पर महुआखेड़ा गंज क्षेत्र में स्थित उम्मेद हानि इंडस्ट्री नामक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि उसने प्लांट के अंदर रखे बैटरी रिसाइकलिंग के कच्चे माल (रॉ मटेरियल्स) को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से ही देखा जा सकता था, जिससे आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। प्लांट के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना दी। दमकल टीम की त्वरित कार्रवाई, आग को फैलने से रोका सूचना मिलते ही फायर स्टेशन से लीडिंग फायरमैन चंदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में दमकल की एक यूनिट तत्काल मौके पर पहुंची। अग्निशमन दल के जवानों ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। उन्होंने फायर इंजन से एक होज लगाकर आग को नियंत्रित करने का प्रयास किया। दमकलकर्मियों की तत्परता और सूझबूझ के चलते आग को पास की अन्य फैक्ट्रियों और आवासीय संस्थानों तक फैलने से रोका जा सका, अन्यथा नुकसान का आंकड़ा कई गुना बढ़ सकता था। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। लाखों का नुकसान, जनहानि नहीं अग्निकांड के बाद प्लांट में हुए नुकसान का आकलन किया गया है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, इस भीषण अग्निकांड में प्लांट स्वामी का करीब 85 लाख रुपये का भारी नुकसान होने की संभावना जताई गई है। आग लगने से बैटरी रिसाइकलिंग का कच्चा माल और अन्य उपकरण जलकर खाक हो गए हैं। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। आग लगने के समय प्लांट में मौजूद कर्मचारियों और आसपास के लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। अग्निशमन दल की सराहनीय भूमिका इस सफल अग्निशमन अभियान में फायर यूनिट टीम के सभी सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लीडिंग फायरमैन चंदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में फायरमैन कृपाल सिंह, महिला फायरमैन ज्योति, महिला फायरमैन शिखा मालिक और चालक दीपक राठौर ने विषम परिस्थितियों में भी साहस और लगन से काम करते हुए आग पर काबू पाया। उनकी त्वरित कार्रवाई और पेशेवर दक्षता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया और आसपास की संपत्तियों को भारी नुकसान से बचाया जा सका। स्थानीय लोगों ने भी अग्निशमन विभाग के जवानों की इस सराहनीय कार्य की सराहना की है। आग लगने के कारणों की जांच जारी फिलहाल आग लगने के कारणों का स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है। पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमें मामले की जांच कर रही हैं। आशंका जताई जा रही है कि आग शॉर्ट सर्किट या किसी अन्य तकनीकी खराबी के कारण लगी होगी। जांच के बाद ही आग लगने के वास्तविक कारणों का खुलासा हो पाएगा। इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में आग सुरक्षा मानकों के पालन के महत्व को रेखांकित किया है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके। प्लांट के मालिक भी आग लगने के कारणों और नुकसान के आकलन में जुटे हुए हैं।

लाखों का नुकसान! महुआखेड़ा गंज में बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में भीषण आग, कैसे हुआ इतना बड़ा अग्निकांड?

महुआखेड़ा गंज, 22 मई 2025 (समय बोल रहा): महुआखेड़ा गंज स्थित एक बैटरी रिसाइकलिंग प्लांट में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते लाखों रुपये का सामान राख कर दिया। सुबह तड़के करीब सवा चार बजे लगी इस आग ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां…

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काशीपुर, 21 मई 2025 (समय बोल रहा): काशीपुर के न्यायिक इतिहास में एक ऐसी अभूतपूर्व और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे न्यायपालिका और अधिवक्ता समुदाय को गहरा आघात पहुंचाया है। एसीजेएम (अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) कोर्ट परिसर के भीतर ही दो वकीलों के बीच भयंकर हिंसक झड़प हो गई, जिसमें एक वकील गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम के बीच-बचाव करने आई एक कर्तव्यनिष्ठ महिला पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गईं, जिन्हें तत्काल उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। इस अप्रत्याशित और निंदनीय घटना को लेकर स्थानीय पुलिस ने गंभीरता से जांच-पड़ताल शुरू कर दी है और मामले की सच्चाई जानने के लिए हर पहलू से छानबीन की जा रही है। न्याय के मंदिर में मर्यादा भंग: वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प जानकारी के अनुसार, यह चौंकाने वाली और दुर्भाग्यपूर्ण घटना आज दोपहर एसीजेएम कोर्ट परिसर के मुख्य गलियारे में घटित हुई। घायल वकील की पहचान एडवोकेट राकेश चौधरी के रूप में हुई है, जबकि उन पर हमला करने वाले दूसरे वकील का नाम एडवोकेट विनय पाल बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों वकीलों के बीच किसी मामूली बात को लेकर अचानक तीखी बहस शुरू हो गई। यह बहस जल्द ही गाली-गलौज और धक्का-मुक्की में बदल गई, और देखते ही देखते यह हिंसक हाथापाई तक पहुंच गई। बताया जा रहा है कि एडवोकेट विनय पाल ने एडवोकेट राकेश चौधरी पर जोरदार हमला कर दिया, जिससे वह चोटिल होकर जमीन पर गिर पड़े। इस घटना से कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई और अन्य वकीलों व वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। बीच-बचाव करने आई महिला पुलिसकर्मी भी हुईं घायल इस हिंसक झड़प और बिगड़ती स्थिति को देखकर वहां सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी, जिसका नाम सुमन बताया जा रहा है, ने तुरंत हस्तक्षेप किया। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना दोनों झगड़ रहे वकीलों को अलग करने का साहसपूर्ण प्रयास किया। इसी बीच-बचाव के दौरान हुई धक्का-मुक्की में महिला पुलिसकर्मी सुमन भी चोटिल हो गईं। उनके शरीर पर कई जगह चोटें आई हैं। घायल महिला पुलिसकर्मी सुमन को तत्काल एंबुलेंस से उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय ले जाया गया है, जहां डॉक्टरों द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है। चिकित्सकों के अनुसार, उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। वहीं, हमले में घायल हुए एडवोकेट राकेश चौधरी को भी तुरंत उपचार के लिए एल्डिहाइड चिकित्सालय लाया गया। काशीपुर के न्यायिक इतिहास में काला अध्याय: पहली बार ऐसी शर्मनाक घटना इस घटना ने न केवल काशीपुर के न्यायिक समुदाय को बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। कोर्ट परिसर, जिसे न्याय, शांति और कानून-व्यवस्था का सर्वोच्च प्रतीक माना जाता है, के भीतर इस प्रकार की हिंसक घटना का होना बेहद गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण है। काशीपुर अधिवक्ता संघ से जुड़े वरिष्ठ सदस्यों और स्थानीय वकीलों का कहना है कि यह काशीपुर के न्यायिक इतिहास में संभवतः पहली बार है जब कोर्ट परिसर के भीतर वकीलों के बीच इस हद तक की हिंसक झड़प हुई हो। इस घटना ने निश्चित रूप से न्यायपालिका की गरिमा, पवित्रता और कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं। यह वकीलों जैसे जिम्मेदार पेशे की मर्यादा को भी भंग करती है। पुलिस ने शुरू की गहन जांच-पड़ताल: दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत हरकत में आई और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया, प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की और आवश्यक साक्ष्य जुटाए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की गहन जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की पूरी तस्वीर और घटना के पीछे के वास्तविक कारणों का पता चलने के बाद ही दोषी वकीलों के खिलाफ कानून सम्मत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या यह कोई पूर्वनियोजित हमला था या किसी तात्कालिक विवाद का परिणाम। अधिवक्ता समुदाय में रोष और सुरक्षा की मांग इस घटना को लेकर काशीपुर के अधिवक्ता समुदाय में भी भारी रोष और असंतोष व्याप्त है। कई वकीलों ने इस हिंसक घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, शर्मनाक और न्याय के पवित्र पेशे की गरिमा के खिलाफ बताया है। उन्होंने एक स्वर में मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच की जाए तथा दोषी वकीलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ बार काउंसिल द्वारा भी सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अधिवक्ता संघ ने कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की भी मांग की है। यह घटना न केवल वकीलों के पेशे की पवित्रता और गरिमा को धूमिल करती है, बल्कि न्याय के मंदिर में आने वाले आम लोगों की सुरक्षा के प्रति भी गंभीर चिंताएं बढ़ाती है। पुलिस प्रशासन पर इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करने का भारी दबाव है ताकि कोर्ट परिसर में कानून और व्यवस्था बनी रहे और आम जनता का न्यायपालिका पर विश्वास कायम रहे। अब सभी की निगाहें पुलिस जांच पर टिकी हैं कि कब इस जघन्य घटना के पीछे का पूरा सच सामने आता है और दोषी वकीलों को उनके किए की सजा भुगतनी पड़ती है। यह घटना निश्चित रूप से काशीपुर

काशीपुर का सबसे बड़ा ‘कोर्ट कांड’: ACJM परिसर में वकीलों ने एक-दूसरे को पीटा, महिला पुलिसकर्मी भी घायल!

काशीपुर, 21 मई 2025 (समय बोल रहा): काशीपुर के न्यायिक इतिहास में एक ऐसी अभूतपूर्व और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे न्यायपालिका और अधिवक्ता समुदाय को गहरा आघात पहुंचाया है। एसीजेएम (अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) कोर्ट परिसर के भीतर ही दो वकीलों के बीच भयंकर हिंसक झड़प हो गई, जिसमें एक वकील गंभीर…

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देहरादून, 10 जुलाई, 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की रणभेरी बजते ही, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी रणनीति पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने और पंचायती राज व्यवस्था के तीनों स्तरों पर प्रभुत्व स्थापित करने के उद्देश्य से, भाजपा ने अब ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए व्यापक स्तर पर प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। यह कदम भाजपा की दूरगामी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका लक्ष्य जमीनी स्तर तक अपनी पैठ बनाना है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर चौहान ने इस महत्वपूर्ण घोषणा की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट के निर्देश पर, राज्य के सभी जिलों में ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए योग्य और अनुभवी पदाधिकारियों को प्रभारी घोषित कर दिया गया है। यह नियुक्तियां पार्टी की संगठनात्मक शक्ति और आगामी चुनावों के प्रति उसकी गंभीरता को दर्शाती हैं। ब्लॉक प्रमुख चुनाव: ग्रामीण सत्ता की दूसरी सबसे बड़ी सीढ़ी ग्राम प्रधान के बाद, ब्लॉक प्रमुख का पद ग्रामीण सत्ता संरचना की दूसरी सबसे महत्वपूर्ण सीढ़ी माना जाता है। ब्लॉक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत समिति (ब्लॉक पंचायत) का मुखिया होता है, जो कई ग्राम पंचायतों को जोड़कर बनता है। यह पद ग्रामीण विकास योजनाओं के क्रियान्वयन, फंड्स के वितरण और ब्लॉक स्तर पर प्रशासनिक समन्वय में अहम भूमिका निभाता है। हालांकि, ब्लॉक प्रमुख का चुनाव सीधे जनता द्वारा नहीं होता, बल्कि क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा किया जाता है, जो पहले ग्राम पंचायत चुनावों में चुनकर आते हैं। ऐसे में, ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए प्रभारियों की नियुक्ति भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है ताकि वे क्षेत्र पंचायत सदस्यों के बीच अपना प्रभाव स्थापित कर सकें और पार्टी समर्थित उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित कर सकें। भाजपा की रणनीति: जमीनी स्तर पर पकड़ और संगठनात्मक मजबूती भाजपा ने इन प्रभारियों की नियुक्ति करके यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पंचायत चुनावों को कितनी गंभीरता से ले रही है। इन प्रभारियों का मुख्य कार्य संबंधित ब्लॉकों में चुनावी रणनीति तैयार करना, योग्य उम्मीदवारों की पहचान करना और उन्हें समर्थन देना, स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित करना और यह सुनिश्चित करना है कि पार्टी समर्थित उम्मीदवार चुनाव जीतें। यह कदम भाजपा को ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ और मजबूत करने में मदद करेगा, जिससे भविष्य में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी पार्टी को फायदा मिल सकता है। इन नियुक्तियों के माध्यम से भाजपा ग्रामीण मतदाताओं के बीच अपनी पैठ बढ़ाने और उन्हें पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों से जोड़ने का प्रयास कर रही है। जिलावार प्रभारियों की लंबी सूची: अनुभवी नेताओं पर भरोसा भाजपा ने ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए जिन प्रभारियों की घोषणा की है, उनमें पार्टी के कई अनुभवी और जमीनी स्तर पर सक्रिय नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह सूची प्रदेश के सभी जिलों और उनके अंतर्गत आने वाले विभिन्न ब्लॉकों को कवर करती है, जिससे स्पष्ट होता है कि भाजपा ने इस चुनाव के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की है: उत्तरकाशी जनपद: नौगांव ब्लॉक: डॉ. विजय बडोनी पुरोला ब्लॉक: श्री सत्ये सिंह राणा मोरी ब्लॉक: श्री नारायण सिंह चौहान चिनयौलीसैन: श्री जगत सिंह चौहान भटवाड़ी: श्री राम सुंदर नौटियाल डूंडा: श्री धन सिंह नेगी चमोली जनपद: दसौली: श्री राजकुमार पुरोहित पोखरी: श्री हरक सिंह नेगी ज्योतिर्मठ: श्री रामचंद्र गौड़ नंदा नगर: श्री समीर मिश्रा नारायणबगड़: श्री रघुवीर सिंह बिष्ट थराली: श्री गजेंद्र सिंह रावत देवल: श्री विनोद नेगी गैरसैण: श्री कृष्ण मणि थपलियाल कर्णप्रयाग: श्री विक्रम भंडारी रुद्रप्रयाग जनपद: अगस्तमुनि: श्री रमेश गाड़िया ऊखीमठ: श्री वाचस्पति सेमवाल जखोली: श्री रमेश मैखुरी टिहरी जनपद: भिलंगना: श्री अतर सिंह तोमर कीर्ति नगर: श्री विनोद रतूड़ी देवप्रयाग: श्री जोत सिंह बिष्ट नरेंद्र नगर: श्री रविंद्र राणा प्रताप नगर: श्री महावीर सिंह रंगड़ जाखड़ीधार: श्री सुभाष रमोला चंबा: श्री दिनेश घने थौलधार: श्री विनोद सुयाल जौनपुर: श्री खेम सिंह चौहान देहरादून जनपद: कालसी: श्री दिगंबर नेगी चकराता: श्री भुवन विक्रम डबराल विकासनगर: श्री यशपाल नेगी सहसपुर: श्री संजय गुप्ता रायपुर: श्री ओमवीर राघव डोईवाला: श्री नलिन भट्ट पौड़ी जनपद: पौड़ी: श्री ऋषि कंडवाल कोट: श्री वीरेंद्र रावत क्लजीखाल: श्री सुधीर जोशी खिर्सू: श्री मीरा रतूड़ी थलीसैंण: श्रीमती सुषमा रावत पाबो: श्री यशपाल बेनाम पोखडा: श्री जगमोहन रावत एकेश्वर: श्री विकास कुकरेती बीरोंखाल: श्री गिरीश पैन्यूली कोटद्वार: यमकेश्वर श्री मुकेश कोली द्वारीखाल: श्री शमशेर सिंह पुंडीर दुगड्डा: श्री संदीप गुप्ता नैनीडांडा: श्री महावीर कुकरेती जहरीखाल: श्री उमेश त्रिपाठी रिखणीखाल: श्री राजेंद्र अन्थवाल पिथौरागढ़ जनपद: धारचूला: श्री धन सिंह धामी मुनस्यारी: श्री अशोक नबियाल मुनकोट: श्री गणेश भंडारी डीडीहाट: श्री राजेंद्र सिंह रावत कनालीछीना: श्री राकेश देवाल पिथौरागढ़: श्री भूपेश पंत बेरीनाग: श्री बसंत जोशी गंगोलीहाट: श्री ललित पंत बागेश्वर जनपद: कपकोट: श्री इंद्र सिंह फर्स्वाण बागेश्वर: श्री देवेंद्र गोस्वामी गरुड़: श्री शिव सिंह बिष्ट रानीखेत (अल्मोड़ा जिला): द्वाराहाट: श्री अनिल शाही चौखुटिया: श्री पूरन सांगला साल्ट: श्री प्रेम शर्मा स्याल्दे: श्री सुरेंद्र मनराल ताड़ीखेत: श्री पूरन चंद नैनवाल भिकियासैंण: श्री सुभाष पांडे अल्मोड़ा जनपद: ताकुला: श्री अरविंद बिष्ट भैंसियाछाना: श्री रमेश बहुगुणा हवालबाग: श्री गौरव पांडे धौलादेवी: श्री रवि रौतेला लमगड़ा: श्री ललित लटवाल चंपावत जनपद: बाराकोट: श्री श्याम नारायण पांडे पाटी: श्री सतीश पांडे लोहाघाट: श्री शंकर पांडे चंपावत: श्री शंकर कोरंगा नैनीताल जनपद: धारी: श्री दीपक मेहरा ओखल कांडा: श्री चंदन सिंह बिष्ट रामगढ़: श्री मोहन पाल भीमताल: श्री प्रदीप जनौटी बेतालघाट: श्री देवेंद्र ढेला हल्द्वानी: श्री गोपाल रावत कोटा बाग: श्री तरुण बंसल रामनगर: श्री गुंजन सुखीजा उधमसिंह नगर जनपद: जसपुर: सरदार मंजीत सिंह बाजपुर: श्री राम मेहरोत्रा काशीपुर: श्री विवेक सक्सेना गदरपुर: श्री प्रदीप बिष्ट रुद्रपुर: श्री दिनेश आर्य सितारगंज: श्री दान सिंह रावत खटीमा: श्री उत्तम दत्ता आगामी चुनावी बिसात और सियासी हलचल इन नियुक्तियों से स्पष्ट है कि भाजपा ने पंचायत चुनाव की बिसात पर अपनी चालें चलना शुरू कर दिया है। यह कदम राज्य के राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा करेगा और अन्य राजनीतिक दलों, विशेषकर कांग्रेस को भी अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने पर मजबूर करेगा। ब्लॉक प्रमुख चुनाव सीधे तौर पर भले ही पार्टी सिंबल पर न लड़े जाते हों, लेकिन इन पर सत्ताधारी दल का दबदबा काफी महत्वपूर्ण होता है। भाजपा का लक्ष्य ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक हर स्तर पर अपने समर्थित प्रतिनिधियों की अधिकतम संख्या सुनिश्चित करना है, ताकि राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं को ग्रामीण स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा की यह 'मास्टरस्ट्रोक' रणनीति ब्लॉक प्रमुख चुनावों में कितनी सफल होती है और उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में सत्ता का समीकरण कैसे बदलता है।

काशीपुर जिले के जसपुर क्षेत्र में भाजपा मंडल कार्यकारिणी का विस्तार, नए पदाधिकारियों की घोषणा

काशीपुर, 18 मई 2025 (समय बोल रहा)  – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की काशीपुर जिला इकाई ने तीन महत्वपूर्ण मंडलों – भरतपुर मेघावाला , काशीपुर जिले के जसपुर क्षेत्र के जसपुर नगर और महुवाडावरा में अपनी कार्यकारिणी का विस्तार किया है। जिला प्रभारी पुष्कर सिंह काला और जिला अध्यक्ष मनोज पाल की सहमति से यह पुनर्गठन…

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रुद्रपुर, 27 मई 2025 (समय बोल रहा): उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले के रुद्रपुर में खटीमा के चारूबेटा जंगल में मिली एक महिला की अधजली लाश के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने गहन जांच-पड़ताल और 50 से अधिक लोगों से पूछताछ के बाद इस जघन्य हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है और महिला के पति को ही उसकी हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की मानें तो आरोपी पति ने अपनी पत्नी की पहले गला दबाकर हत्या की और फिर पहचान छिपाने के उद्देश्य से डीजल डालकर उसके शव को आग लगा दी। इस हत्याकांड के पीछे का असली कारण पति के अवैध संबंध और पत्नी द्वारा उसका विरोध करना था। जंगल में मिली थी अधजली लाश, भाई ने लगाया था बहनोई पर आरोप यह दिल दहला देने वाली घटना बीते शनिवार को प्रकाश में आई थी, जब खटीमा के चारूबेटा गांव की नई बस्ती निवासी 34 वर्षीय अनीता पत्नी सुरेश का लगभग 90 प्रतिशत जला हुआ शव उसके घर से करीब 400 मीटर दूर जंगल में बरामद किया गया था। इस वीभत्स दृश्य ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था। मृतका के भाई रामानंद प्रसाद निवासी वार्ड संख्या छह नानकमत्ता ने तत्काल अपने बहनोई सुरेश पर ही अपनी बहन की हत्या का आरोप लगाते हुए स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। 50 से अधिक लोगों से पूछताछ, ऐसे खुला राज कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया था। टीम ने इस मामले में 50 से अधिक लोगों से गहन पूछताछ की और तमाम साक्ष्य जुटाए। पुलिस की कड़ी मेहनत और तकनीकी जांच के बाद रविवार रात करीब आठ बजे हत्यारोपी सुरेश को मुंडेली चौराहे से धर दबोचा गया। सख्ती से पूछताछ में कबूला जुर्म, वजह जानकर पुलिस भी हैरान पुलिस हिरासत में सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी पति सुरेश ने अंततः अपना जुर्म कबूल कर लिया और हत्याकांड को अंजाम देने की पूरी कहानी बताई। उसने पुलिस को बताया कि उसे अपनी पत्नी अनीता का किसी और व्यक्ति से फोन पर लंबी-लंबी बातें करना नागवार गुजरता था। यह उसका शुरुआती बहाना था, लेकिन पुलिस की जांच में असली सच सामने आया। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी पति सुरेश के ही किसी अन्य महिला से अवैध संबंध थे, जिसकी जानकारी उसकी पत्नी अनीता को हो गई थी। अनीता अपने पति के इन अवैध संबंधों का लगातार विरोध कर रही थी, और इसी विरोध ने आरोपी सुरेश को अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए मजबूर कर दिया। साजिश और हत्याकांड का पूरा घटनाक्रम सुरेश ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी पत्नी की हत्या की पूरी योजना बनाई थी। वह 23 मई को दिन में अल्मोड़ा से बस के जरिए हल्द्वानी होते हुए रात में खटीमा पहुंचा। रात करीब 10 बजे वह अपने घर के पीछे जंगल में छिप गया। मौका पाकर उसने रात में अपनी पत्नी अनीता को आवाज देकर दरवाजा खुलवाया। लगभग एक घंटे तक घर में रुककर उसने अपनी पत्नी को बहलाया-फुसलाया और फिर उसे यह कहकर घर से बाहर ले गया कि वे पीछे जंगल में घूमने जा रहे हैं। जंगल में ले जाने के बाद, सुरेश ने मौका देखकर अनीता का गला घोंट दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पहचान छिपाने के उद्देश्य से और साक्ष्य मिटाने के लिए उसने घर में आग जलाने के लिए रखे डीजल को निकाला और अनीता के शव पर डालकर आग लगा दी। वारदात को अंजाम देने के बाद, उसने खाली डीजल की बोतल वहीं जंगल में फेंक दी और रोडवेज बस से हल्द्वानी फरार हो गया। खुद को अनजान दिखाने का ढोंग, लेकिन पुलिस थी शातिर हल्द्वानी पहुंचकर, सुरेश ने अपने पड़ोसी को फोन किया और अनीता के घर से चले जाने की बात पूछी, ताकि वह खुद को अनजान दिखा सके। इसके बाद उसने अपनी बहन, ससुर और साले को फोन करके अनीता के गायब होने की सूचना दी और फिर बस में बैठकर वापस खटीमा आ गया। यहां आकर वह अनीता की तलाश में अनजान बनने का ढोंग करने लगा। जुर्म कबूलने पर बरामद हुए अहम सबूत पुलिस ने इस मामले में लगभग 50 लोगों से पूछताछ की थी, जिसमें कई अहम सुराग मिले। आसपास के लोगों ने भी बताया था कि सुरेश 23 मई को ही खटीमा पहुंच गया था, जिससे पुलिस का शक गहरा गया था। हत्यारोपी पति सुरेश के जुर्म कबूल करने के बाद, पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मृतका अनीता को जलाते वक्त पहने गए उसके कपड़े और घटना में इस्तेमाल की गई डीजल की बोतल जंगल से बरामद कर ली। ये सबूत इस मामले में बेहद अहम साबित हुए हैं। पुलिस ने आरोपी सुरेश के खिलाफ दर्ज मुकदमे में साक्ष्य छुपाने की धाराओं की बढ़ोतरी करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसे रिमांड के लिए न्यायालय में पेश किया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक मनोहर सिंह दसौनी, एसएसआई विनोद जोशी, एसआई किशोर पत, कांस्टेबल नवीन खोलिया, कांस्टेबल कमल पाल जैसे अनुभवी पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस ने इस सफल खुलासे से न केवल एक जघन्य अपराध का पर्दाफाश किया है, बल्कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दर्शाई है।

काशीपुर के लालपुर में खौफनाक वारदात: मां की संदिग्ध मौत, बच्चों ने पिता को बताया हत्यारा!

काशीपुर 18 मई 2025 (समय बोल रहा) : काशीपुर के लालपुर बक्सौरा गांव में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है। मृतक महिला के बच्चों ने अपने पिता पर ही दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में…

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काशीपुर, 18 मई 2025 (समय बोल रहा) : महापौर दीपक बाली ने अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर विकास कार्यों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने एक ही दिन में 4 करोड़ 88 लाख 53 हजार रुपये की लागत से बनने वाली 15 महत्वपूर्ण सड़कों का शिलान्यास कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इससे पहले भी महापौर बाली ने अपने कार्यकाल के शुरुआती 60 दिनों में 60 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ कर शहर को एक बड़ा तोहफा दिया था। महापौर दीपक बाली के अब तक के विकास कार्यों से काशीपुर की जनता भी काफी प्रभावित नजर आ रही है। यही नहीं, महापौर बाली ने अभिनंदन कार्यक्रमों का भी एक नया रिकॉर्ड बनाया है, जिसके तहत अब तक उनके लगभग 286 अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं। इनमें से 117 कार्यक्रम विभिन्न संगठनों द्वारा समारोहपूर्वक आयोजित किए गए हैं, जो कि पूरे प्रदेश में एक अनूठी मिसाल है। महापौर द्वारा काशीपुर शहर को रोशन करने के लिए स्वीकृत कराई गई सैकड़ों करोड़ रुपये की विकास योजनाएं जब धरातल पर उतरेंगी, तो काशीपुर एक नए और आधुनिक स्वरूप में नजर आएगा। अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम में महापौर दीपक बाली ने वार्ड पार्षदों, शक्ति केंद्र संयोजकों, बूथ एवं मंडल अध्यक्षों के साथ विभिन्न वार्डों में बनने वाली 15 सड़कों का शिलान्यास किया। इन सड़कों का विवरण इस प्रकार है: वार्ड नंबर 1 (सैनिक कॉलोनी): दर्शन सिंह रावत के घर से रामनगर काशीपुर मार्ग तक (राज्य योजना) वार्ड नंबर 1 (सैनिक कॉलोनी): नरेंद्र चौधरी के घर से शिवालिक होली माउंट एकेडमी तक (राज्य योजना) वार्ड नंबर 1: यूके एनक्लेव से प्राइमरी पाठशाला तक वार्ड नंबर 1 (प्रेमनगर चौक): गढ़वाल सभा रोड पर कैलाश बिष्ट के घर तक वार्ड नंबर 2 (दुर्गा कॉलोनी): विनोद कुमार के मकान से दिनेश चंद्र बलोदी के मकान तक वार्ड नंबर 2 (दुर्गा कॉलोनी): राजेंद्र बिष्ट के मकान से नेगी जी के मकान तक वार्ड नंबर 2 (पशुपति बिहार): मनोज सती के मकान से शिव सिंह बिष्ट के मकान तक व संलग्न रास्ते में हरि सिंह रावत के मकान तक वार्ड नंबर 9 (लाइनपार): रघुवीर सिंह के मकान से भोला के मकान तक वार्ड नंबर 9 (ओम विहार कॉलोनी): रामनाथ प्रसाद के मकान से महावीर के मकान तक वार्ड नंबर 3 (ओम विहार कॉलोनी): बृजपाल चौधरी के मकान से सीमा के मकान तक कुंडेश्वरी मैन रोड: आनंद हॉलीडे से मोहन सिंह एवं सोनू के मकान तक वार्ड नंबर 33: संत निरंकारी भवन के सामने धर्म सिंह नेगी के मकान से अनिल खरबंदा के मकान तक वार्ड नंबर 35: राजीव चौधरी के मकान से त्रिलोक सिंह बिष्ट के मकान तक वार्ड नंबर 1 (शांति नगर): सुरेंद्र सिंह रावत के घर से जरनैल सिंह के घर तक (राज्य योजना) वार्ड नंबर 1 (सैनिक कॉलोनी): कृष्णा हॉस्पिटल के पीछे कैप्टन गोविंद सिंह रौतेला के मकान से आनंद सिंह के मकान तक व संलग्न रास्ते में दीपिका लोहनी के मकान तक इन 15 सड़कों के निर्माण पर कुल 4 करोड़ 88 लाख 53 हजार रुपये की लागत आएगी। इन महत्वपूर्ण सड़कों के अलावा, महापौर श्री बाली पहले भी 18 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से बनने वाली 114 अन्य सड़कों का शिलान्यास कर चुके हैं, जिनका निर्माण कार्य बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए तेजी से चल रहा है। महापौर दीपक बाली द्वारा अपने छोटे से कार्यकाल में किए गए इन व्यापक विकास कार्यों से स्पष्ट है कि वह काशीपुर शहर के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित हैं और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। एक ही दिन में इतनी बड़ी संख्या में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करना निश्चित रूप से एक उल्लेखनीय उपलब्धि है और यह काशीपुर के विकास के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सा

खुशखबरी! काशीपुर की इन कॉलोनियों की बदलने वाली है किस्मत, महापौर बाली ने किया करोड़ों की सड़कों का शिलान्यास!

काशीपुर, 18 मई 2025 (समय बोल रहा) : महापौर दीपक बाली ने अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर विकास कार्यों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने एक ही दिन में 4 करोड़ 88 लाख 53 हजार रुपये की लागत से बनने वाली 15 महत्वपूर्ण सड़कों का शिलान्यास कर एक नया कीर्तिमान…

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काशीपुर में तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा का आयोजन, ऑपरेशन सिंदूर की विजय को समर्पित

काशीपुर, 16 मई 2025(समय बोल रहा ): वीरता, राष्ट्रभक्ति और एकता का अद्वितीय संगम शुक्रवार को काशीपुर की धरती पर देखने को मिला, जब ‘तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा’ का भव्य आयोजन किया गया। यह यात्रा भारतीय सेना के हाल ही में संपन्न ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में आतंकवाद के खिलाफ प्राप्त अभूतपूर्व सफलता और देश की रक्षा…

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मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के सख्त आदेश के बाद पंतनगर पुलिस ने काशीपुर के पूर्व कोतवाल एके सिंह के दामाद, उत्तराखंड पुलिस में निरीक्षक आशुतोष कुमार सिंह और उनकी मां शकुंतला देवी के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का गंभीर मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई पीड़िता वैजयंती चंद की शिकायत पर हुई है, जिन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने पति और सास पर गंभीर आरोप लगाए थे। वैजयंती चंद, जो कि विला नंबर बीटा-2, ओमेक्स रिवेरा कॉलोनी, नैनीताल रोड, रुद्रपुर की निवासी हैं, ने अपनी शिकायत में बताया कि उनका विवाह 18 फरवरी 2019 को मथुरा में आशुतोष कुमार सिंह के साथ हुआ था। आशुतोष कुमार सिंह, जो कि हनुमान गली, रुड़की, जिला हरिद्वार के रहने वाले बिशन लाल के पुत्र हैं, ने शादी के समय वैजयंती को अपनी पहली पत्नी से तलाक होने की जानकारी दी थी। हालांकि, वैजयंती का आरोप है कि आशुतोष ने अपनी दूसरी पत्नी पूनम रानी, निवासी मुजफ्फरनगर, से अपने विवाह और उससे तलाक न होने की बात को छुपाकर उन्हें धोखे में रखा और उनसे शादी कर ली। दो बेटियों के जन्म के बाद उत्पीड़न बढ़ा, दहेज की मांग वैजयंती ने बताया कि शादी के बाद उन्होंने अपने पति और ससुराल वालों की हर संभव सेवा की और 8 सितंबर 2019 को उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद उनकी सास शकुंतला देवी उन्हें पुत्र पैदा न करने के लिए ताने देने लगीं। इस बीच, उनके पति का तबादला रुद्रपुर से भवाली (नैनीताल) हो गया, जिसके बाद उनके सास-ससुर भी रुड़की से ओमेक्स में आने-जाने लगे। 6 सितंबर 2021 को वैजयंती ने दूसरी बेटी को जन्म दिया, जिसके बाद उनकी सास का व्यवहार और भी अभद्र और अपमानजनक हो गया। वैजयंती का आरोप है कि उनकी सास उन्हें लगातार कोसती थीं, गाली-गलौज करती थीं और पुत्र न पैदा करने का ताना देती थीं। वह अक्सर कहती थीं कि उनका बेटा तो पुलिस में इंस्पेक्टर है और उन्होंने गलती से उनसे शादी कर ली। सास यह भी कहती थीं कि अगर उनके बेटे की शादी उत्तर प्रदेश में हुई होती तो उन्हें दहेज में 50 लाख रुपये मिलते। वैजयंती ने बताया कि जब उनके पति का तबादला वापस रुद्रपुर हो गया, तो उनके पति और सास दोनों मिलकर उन्हें बात-बात पर कोसने लगे और रोजाना मारपीट कर उनका शारीरिक और मानसिक शोषण करने लगे। दूसरी बेटी के जन्म के बाद उनके पति का व्यवहार भी बदल गया और वह अक्सर कहते थे कि बेटा होता तो ठीक था, फिर से बेटी पैदा हो गई। वैजयंती का आरोप है कि उनके पति ने शादी के बाद से ही कई बार उनसे अपने पिता से कहकर उनके नाम एक प्लॉट करवाने की मांग की थी। देहरादून में अकेला छोड़ा, दूसरी शादी का खुलासा इसी बीच, उनके पति का तबादला आईटीआई, काशीपुर हो गया। उस समय उनकी छोटी बेटी केवल चार महीने की थी, जब उनके पति ने उनसे कहा कि उन्होंने देहरादून में एक फ्लैट लिया है और उन्हें वहां जाकर रहना चाहिए, जबकि वह अवकाश लेकर उनसे मिलने आते रहेंगे। हालांकि, देहरादून जाने के बाद उनके पति कभी भी उनसे मिलने नहीं आए और वह किसी अन्य महिला से बातचीत करने लगे। जब वैजयंती ने उनके पति का नंबर ढूंढकर उस महिला से बात की और उसे बताया कि वह उनका घर बर्बाद कर रही है, तो उस महिला ने बताया कि वह खुद परेशान है क्योंकि उनके पति (आशुतोष) उन्हें तलाक देने की धमकी दे रहे हैं और उनका व्यवहार भी उनके प्रति बदल गया है। वैजयंती ने बताया कि जब यह बात उनके पति को पता चली तो उन्होंने उनके साथ लड़ाई-झगड़ा और मारपीट की और घर का खर्चा देना बंद कर दिया। वह अपने मायके वालों से पैसे लेकर अपना और अपनी बेटियों का भरण-पोषण करती रहीं। करवा चौथ के दिन, वर्ष 2022 में, वह बिना पति को बताए अपनी बेटियों को लेकर आईटीआई काशीपुर आ गईं। उनके पति ने उन्हें और बच्चों को गौतमी होटल में ठहराया, लेकिन शाम को होटल के कमरे में आकर उनसे लड़ाई-झगड़ा करने लगे, कमरे का सारा सामान गिरा दिया और खाना भी फेंक दिया। इसी दौरान वैजयंती को पता चला कि उनके पति ने पूनम रानी नाम की महिला से दूसरी शादी की है, जिससे उनकी एक बेटी भी है। वैजयंती का आरोप है कि उनके पति ने उस पत्नी और बच्चे को भी छोड़ दिया है और बिना उससे तलाक लिए उनके साथ तीसरी शादी की है, और अब वह चौथी शादी करने की तलाश में हैं। जब वैजयंती ने अपने पति से इस बारे में पूछा तो उन्होंने उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज की और धमकी दी कि अगर उन्होंने किसी को बताया तो वह उन्हें छोड़ देंगे क्योंकि उन्होंने उन्हें बेटा पैदा करके नहीं दिया और दो-दो बेटियां पैदा कर दी हैं, जबकि उन्हें और उनकी मां को बेटा चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वह बेटा पैदा नहीं कर पाएंगी, इसलिए वह चौथी शादी करेंगे। जंगल में जान से मारने की धमकी वैजयंती ने एक और भयावह घटना का जिक्र करते हुए बताया कि मार्च 2023 में उनके पति अचानक देहरादून आ गए और उनसे कहा कि बेटियों की छुट्टियां हैं तो उनके साथ आईटीआई रहने चलें। वहां उनके पति दिनभर कमरे में सोते रहे और रात 8 बजे वह उन्हें लेकर रुद्रपुर के लिए रवाना हुए। हरिद्वार से आते समय बीच जंगल में उनके पति ने गाड़ी रोक दी और पीछे मुड़कर उन्हें थप्पड़ मारा और कहा कि उन्होंने उन्हें और दूसरी स्त्री को पूरे स्टाफ में बदनाम कर दिया है। इतने में ही उनके पति ने रिवाल्वर निकालकर उनके ऊपर तान दी और कहा कि वह उन्हें मारकर यहीं जंगल में फेंक देंगे और किसी को पता भी नहीं चलेगा। अचानक उनकी बड़ी बेटी नींद से जाग गई और रोने लगी, तब जाकर उनके पति ने रिवाल्वर वापस रखी और तेजी से गाड़ी चलाकर वह लोग रात करीब 3 बजे आईटीआई पहुंचे। शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न जारी वैजयंती ने बताया कि इसी बीच उनके पति ने विला नंबर बीटा-2, ओमेक्स रिवेरा कॉलोनी में खरीद लिया, जिसके गृह प्रवेश के दिन उनके पति ने उन्हें उनके मायके से फोन कर बुलाया। वह वहां आईं और उस विला के एक मंजिल में अपनी बेटियों के साथ रहने लगीं, जबकि दूसरी मंजिल पर उनके सास-ससुर रहने लगे। उनके पति अपनी पोस्टिंग पर रहने लगे, जबकि उनकी सास लगातार उनका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करती रहीं, गाली-गलौज करतीं और अमानवीय व्यवहार करती थीं। उनके पति ने घर खर्च देना पूरी तरह से बंद कर दिया। वैजयंती ने बताया कि इस बीच उनकी छोटी बेटी की तबीयत ज्यादा खराब हो गई, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, लेकिन उनके पति और सास उसे देखने तक नहीं आए। उन्होंने अस्पताल में अकेले रहकर अपने मायके वालों से पैसे लेकर अपनी बेटी का इलाज कराया। इसके बाद उनकी बड़ी बेटी की आंखों में परेशानी होने लगी। जब उन्होंने अपने पति को फोन किया तो उन्होंने उनका फोन ब्लैक लिस्ट में डाल दिया और कह दिया कि उन्हें उनसे और उनकी बेटियों से कोई लेना-देना नहीं है और कहा कि वह उन्हें तलाक दे दें और यह घर छोड़कर चली जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें एक 2 बीएचके का फ्लैट और बेटियों के लिए 10-10 लाख रुपये मिल जाएंगे। वैजयंती का कहना है कि इसके बाद से उनके पति और सास द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। कभी उनके कमरे की लाइट बंद कर देते हैं, तो कभी पानी बंद कर देते हैं। पति कमरे में आकर गीजर खराब करके चले जाते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले की गहन जांच कराकर उन्हें और उनकी बेटियों को न्याय दिलाने की गुहार लगाई थी। मुख्यमंत्री के आदेश पर पंतनगर थाना पुलिस ने इंस्पेक्टर आशुतोष सिंह और उनकी मां शकुंतला देवी के खिलाफ दहेज एक्ट की धारा 3, 4 तथा आईपीसी की धारा 323 (चोट पहुंचाना), 498ए (दहेज के लिए उत्पीड़न), 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमानित करना), 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एसआई गणेश दत्त भट्ट को सौंप दी है।

मुख्यमंत्री के आदेश पर पूर्व कोतवाल एके सिंह के दामाद इंस्पेक्टर पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज

पंतनगर  13 मई 2025 (समय बोल रहा) मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के सख्त आदेश के बाद पंतनगर पुलिस ने काशीपुर के पूर्व कोतवाल एके सिंह के दामाद, उत्तराखंड पुलिस में निरीक्षक आशुतोष कुमार सिंह और उनकी मां शकुंतला देवी के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का गंभीर मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई पीड़िता वैजयंती चंद की शिकायत…

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