Samay

जसपुर, 14 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – जसपुर ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए आज हुए चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। कड़ी टक्कर के बाद, ब्लॉक प्रमुख पद पर अनूप कौर ने शानदार जीत हासिल की है। वहीं, ज्येष्ठ उप प्रमुख पद पर परगट सिंह पन्नू और कनिष्ठ उप प्रमुख पद पर विमल सिंह निर्वाचित हुए हैं। चुनाव परिणाम घोषित होते ही उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाया। ब्लॉक प्रमुख पद पर अनूप कौर की जीत ब्लॉक प्रमुख पद के लिए अनूप कौर और नवनीत कौर (मिस्सरवाला) के बीच सीधा मुकाबला था। इस मुकाबले में अनूप कौर ने निर्णायक बढ़त हासिल करते हुए जीत दर्ज की। उनकी जीत को जसपुर ब्लॉक की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। चुनाव से पहले ही दोनों पक्षों द्वारा जीत के दावे किए जा रहे थे, लेकिन अंततः अनूप कौर के पक्ष में परिणाम आया। ज्येष्ठ और कनिष्ठ उप प्रमुख पदों के नतीजे ज्येष्ठ उप प्रमुख पद पर परगट सिंह पन्नू ने जीत दर्ज की। इस पद के लिए उनका मुकाबला सारनदीप कौर से था। परगट सिंह पन्नू की जीत ने उनके समर्थकों के बीच उत्साह भर दिया। कनिष्ठ उप प्रमुख पद पर विमल सिंह निर्वाचित हुए हैं। इस पद के लिए उनका मुकाबला अमृतपाल कौर से था। विमल सिंह की जीत ने उनके पक्ष को और मजबूत किया है। 40 बीडीसी सदस्यों का फैसला इन तीनों पदों के लिए 40 बीडीसी सदस्यों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इन सदस्यों के एक-एक वोट का महत्व काफी अधिक था और उन्हीं के फैसले ने इन तीनों उम्मीदवारों को जीत दिलाई। चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुई। अनूप कौर, परगट सिंह पन्नू और विमल सिंह के निर्वाचन से जसपुर ब्लॉक के विकास के लिए एक नई शुरुआत मानी जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि ये सभी मिलकर ब्लॉक के विकास और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए काम करेंगे।

जसपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव परिणाम: अनूप कौर, परगट सिंह पन्नू और विमल सिंह ने लहराया जीत का परचम

जसपुर, 14 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – जसपुर ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए आज हुए चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। कड़ी टक्कर के बाद, ब्लॉक प्रमुख पद पर अनूप कौर ने शानदार जीत हासिल की है। वहीं, ज्येष्ठ उप प्रमुख…

Read More
ऊधमसिंहनगर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा जारी भारी बारिश की 'रेड अलर्ट' चेतावनी के बाद ऊधमसिंहनगर जिले में प्रशासन ने एक बड़ा और त्वरित फैसला लिया है। छात्र-छात्राओं और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने 14 अगस्त 2025 (गुरुवार) को जिले के कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी, निजी और सहायता प्राप्त विद्यालयों के साथ-साथ समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। यह फैसला आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत लिया गया है, जिसमें चेतावनी का उल्लंघन करने वाले शिक्षण संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही गई है। मौसम विभाग की 'रेड अलर्ट' और संभावित खतरे भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून ने आगामी दिनों के लिए एक गंभीर मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। इस पूर्वानुमान के अनुसार, 13 अगस्त से 17 अगस्त 2025 तक उत्तराखंड के कई जिलों में औसत से अधिक वर्षा, तेज गर्जना और आकाशीय बिजली चमकने की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग ने इस स्थिति को देखते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जो एक गंभीर चेतावनी है। रेड अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम की स्थिति बेहद खराब हो सकती है और जान-माल को बड़ा खतरा हो सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा से मैदानी इलाकों की नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है। इसी खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने यह सुरक्षात्मक कदम उठाया है। छात्रहित में लिया गया फैसला जिलाधिकारी और जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष नितिन सिंह भदौरिया द्वारा जारी किए गए आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि यह फैसला "छात्रहित एवं बाल्यहित" को ध्यान में रखकर लिया गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि लगातार हो रही बारिश से नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे बच्चों की आवाजाही में खतरा पैदा हो सकता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी छात्र या बच्चा इस खराब मौसम में खतरे का सामना न करे, जिला प्रशासन ने एक दिन पहले ही सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया है। यह कदम जिला प्रशासन की सतर्कता और आपदा की स्थिति से निपटने की तैयारी को भी दर्शाता है। किस पर लागू होगा यह आदेश? जिलाधिकारी द्वारा जारी यह आदेश जनपद ऊधमसिंहनगर के भीतर संचालित होने वाले सभी प्रकार के शिक्षण संस्थानों पर लागू होता है। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं: समस्त राजकीय विद्यालय (Government Schools) परिषदीय विद्यालय (Council Schools) सहायता प्राप्त विद्यालय (Aided Schools) मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय (Recognized Private Schools) समस्त आंगनबाड़ी केंद्र यह आदेश दिनांक 14 अगस्त 2025 (बृहस्पतिवार) के लिए प्रभावी रहेगा। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई भी विद्यालय इस आदेश की अवहेलना करता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। यह चेतावनी बताती है कि प्रशासन इस आदेश को लेकर कितना गंभीर है और नियमों का पालन न करने वालों को किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी। प्रशासनिक सतर्कता और तैयारियां जिलाधिकारी ने इस आदेश की प्रतिलिपि विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भेजी है, जिससे यह पता चलता है कि पूरा प्रशासनिक अमला इस स्थिति को लेकर सतर्क है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें। जिला सूचना अधिकारी को भी जनहित में इस आदेश का प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया है, ताकि यह सूचना सभी तक समय पर पहुंच सके। यह कदम सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यक्ति इस आदेश से अनभिज्ञ न रहे और सभी अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। निष्कर्ष: आपदा से निपटने की तैयारी यह आदेश उत्तराखंड में मानसून के दौरान उत्पन्न होने वाली आपदाओं से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारियों का एक स्पष्ट उदाहरण है। लगातार हो रही बारिश और मौसम विभाग के रेड अलर्ट के मद्देनजर, जिला प्रशासन द्वारा स्कूलों को बंद करने का यह फैसला न केवल एक एहतियाती कदम है, बल्कि यह बच्चों और आम जनता की सुरक्षा को सर्वोपरि रखने की प्रतिबद्धता भी दर्शाता है। इस फैसले से लाखों छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को राहत मिली है, जो खराब मौसम में बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर चिंतित थे। अब सबकी नजरें मौसम के अगले पूर्वानुमान पर टिकी हैं कि क्या बारिश का दौर जारी रहता है या मौसम में सुधार आता है।

ऊधमसिंह नगर: भारी बारिश की ‘रेड अलर्ट’ के चलते कल सभी स्कूल-आंगनबाड़ी केंद्र बंद, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का बड़ा फैसला

ऊधमसिंहनगर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा जारी भारी बारिश की ‘रेड अलर्ट’ चेतावनी के बाद ऊधमसिंहनगर जिले में प्रशासन ने एक बड़ा और त्वरित फैसला लिया है। छात्र-छात्राओं और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने 14 अगस्त 2025 (गुरुवार) को जिले…

Read More
जसपुर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए मतदान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इन तीनों पदों पर कुल छह उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला कल 40 बीडीसी सदस्य करेंगे। सोमवार को नामांकन प्रक्रिया और मंगलवार को नाम वापसी के बाद अब चुनावी जंग अपने अंतिम चरण में है। मतदान और मतगणना दोनों ही कल, यानी 15 अगस्त को होंगी, जिसके बाद विजेताओं की घोषणा की जाएगी। इस चुनाव को लेकर जसपुर ब्लॉक में राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं और हर कोई नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। तीन पदों के लिए छह दावेदार: रोचक हुआ मुकाबला जसपुर ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में इस बार एक दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। सोमवार को तीन पदों के लिए कुल सात लोगों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। मंगलवार को नाम वापसी के दिन, ब्लॉक प्रमुख पद की एक दावेदार बलजीत कौर ने अपना पर्चा वापस ले लिया, जिससे मुकाबला और भी रोचक हो गया। अब तीनों पदों के लिए कुल छह उम्मीदवार आमने-सामने हैं। इन उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने वाले 40 बीडीसी सदस्यों के मतों का महत्व काफी बढ़ गया है। इन सदस्यों का एक-एक वोट निर्णायक साबित हो सकता है। वर्तमान में, चुनाव मैदान में मौजूद उम्मीदवार इस प्रकार हैं: ब्लॉक प्रमुख पद: इस सबसे महत्वपूर्ण पद के लिए दो उम्मीदवार मैदान में हैं - अनूप कौर और नवनीत कौर (मिस्सरवाला)। दोनों ही मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं और उनके बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है। ज्येष्ठ उप प्रमुख पद: इस पद के लिए प्रगट सिंह पन्नू (भरतपुर) और सारनदीप कौर (अमियावाला) के बीच मुकाबला है। दोनों ही उम्मीदवारों ने अपनी-अपनी जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। कनिष्ठ उप प्रमुख पद: इस पद के लिए विमल सिंह (उमरपुर) और अमृतपाल कौर (गढ़ीहुसैन) के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। प्रशासनिक तैयारियां पूरी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम उप जिलाधिकारी (एसडीएम) चतर सिंह चौहान ने बताया कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। मतदान और मतगणना स्थल पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है। एसडीएम ने पुलिस को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। मतदान की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी, ताकि चुनाव में किसी भी प्रकार की धांधली की कोई गुंजाइश न रहे। मतदान कक्ष के अंदर मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध है। मतदान और मतगणना का कार्यक्रम मतदान प्रक्रिया कल सुबह 10 बजे से शुरू होकर दोपहर 3 बजे तक चलेगी। इसके बाद, मतों की गिनती मतदान समाप्त होते ही की जाएगी, जिसके बाद विजेताओं की घोषणा होगी। इस पूरी प्रक्रिया में 40 बीडीसी सदस्य ही अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जो इन तीनों पदों के उम्मीदवारों का भाग्य तय करेंगे। चुनाव में बीडीसी सदस्यों का मतदान करना न केवल एक संवैधानिक कर्तव्य है, बल्कि यह उनकी राजनीतिक परिपक्वता और समझ का भी प्रतीक है। जसपुर में पिछले कुछ दिनों से उम्मीदवारों और उनके समर्थकों द्वारा बीडीसी सदस्यों को अपने पक्ष में लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इन चुनावों में व्यक्तिगत संपर्क और स्थानीय प्रभाव काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि कौन से उम्मीदवार बीडीसी सदस्यों का विश्वास जीतने में सफल होते हैं। स्थानीय राजनीति में बढ़ा रोमांच ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर जसपुर की स्थानीय राजनीति में खासा रोमांच देखने को मिल रहा है। यह चुनाव केवल एक पद की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह स्थानीय नेताओं के प्रभाव और पार्टी की पकड़ का भी एक बड़ा इम्तिहान है। नतीजों से यह साफ हो जाएगा कि क्षेत्र में किस पार्टी या व्यक्ति का दबदबा ज्यादा है। निर्विरोध निर्वाचन की अटकलों के बीच, पर्चे वापस न लेने से यह चुनाव और भी रोचक हो गया है। अब सभी की नजरें कल होने वाले मतदान और मतगणना पर टिकी हैं कि क्या किसी को स्पष्ट बहुमत मिलेगा या फिर कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।

जसपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव: तीन पदों के लिए छह दावेदार, 40 बीडीसी सदस्य करेंगे फैसला; मतदान और मतगणना कल

जसपुर, 13 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख चुनाव , ज्येष्ठ उप प्रमुख और कनिष्ठ उप प्रमुख के तीन महत्वपूर्ण पदों के लिए मतदान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इन तीनों पदों पर कुल छह उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला कल…

Read More
ऊधमसिंहनगर 12 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में एक नगर पालिका अध्यक्ष गुरजीत सिंह गित्ते ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाते हुए आगामी 14 अगस्त को होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव को कैमरे की निगरानी में कराने की अपील की है। उन्होंने अपनी मांग के पीछे चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुई कथित धांधली का हवाला दिया, जिसमें भाजपा पर वोटों की चोरी का आरोप लगा था। चंडीगढ़ चुनाव का दिया हवाला गुरजीत सिंह गित्ते ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखना लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने हाल ही में हुए चंडीगढ़ निकाय चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भाजपा ने सरेआम वोटों की चोरी करते हुए अपना मेयर बना लिया था। उन्होंने आशंका जताई कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी इस तरह की घटनाएँ हो सकती हैं, इसलिए मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराना और कैमरे की निगरानी में चुनाव कराना अनिवार्य है। समर्थकों ने भी उठाई आवाज प्रेस वार्ता के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष के साथ कई सभासद और अन्य समर्थक भी मौजूद थे, जिन्होंने उनकी मांग का समर्थन किया। इनमें सभासद जगतजीत सिंह, सुनील कुमार, आदित्य चानना, सिंह स्वरूप भारती, राजदीप तिवारी, मो. हनीफ, नत्था सिंह धवन, साबिर हुसैन, वाजिद अली, विवेक पाण्डेय आदि शामिल थे। इन सभी ने एक स्वर में कहा कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी तरह की धांधली की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए, और इसके लिए सीसीटीवी कैमरे सबसे बेहतर समाधान हैं। निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है निगरानी गिते ने कहा कि कैमरे की निगरानी से न केवल वोटों की चोरी जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि यह प्रत्याशियों और मतदाताओं के बीच भी विश्वास पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठने से लोकतंत्र कमजोर होता है, इसलिए प्रशासन को इस मांग को गंभीरता से लेना चाहिए। यह मांग ऐसे समय में आई है जब पूरा जिला ब्लॉक प्रमुख चुनावों की तैयारियों में जुटा हुआ है और प्रशासन पहले ही मतदान और मतगणना स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की बात कह चुका है। अब देखना यह है कि गुरजीत सिंह गित्ते की इस मांग पर जिला प्रशासन क्या कदम उठाता है। यह मुद्दा अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव में एक नई बहस को जन्म दे सकता है।

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में पारदर्शिता की मांग: नगर पालिका अध्यक्ष ने चंडीगढ़ की घटना का हवाला देते हुए कैमरे की निगरानी में मतदान की मांग की

ऊधमसिंहनगर 12 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में एक नगर पालिका अध्यक्ष गुरजीत सिंह गित्ते ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाते हुए आगामी 14 अगस्त को होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव को कैमरे की निगरानी में कराने…

Read More
ऊधमसिंहनगर , 11 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्थानीय न चुनावों में अपनी ताकत का शानदार प्रदर्शन किया है। काशीपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए भाजपा प्रत्याशी श्रीमती चंद्रप्रभा और जिले के सर्वोच्च पद, जिला पंचायत अध्यक्ष, के लिए भाजपा प्रत्याशी अजय मौर्या दोनों निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। इन दोनों महत्वपूर्ण पदों पर किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया, जिससे भाजपा की जीत का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया। ये दोनों निर्विरोध निर्वाचन जिले में भाजपा की मजबूत राजनीतिक पकड़ को दर्शाते हैं। https://samaybolraha.com/category/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b6%e0%a5%80%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0/– हिन्दी काशीपुर में चंद्रप्रभा की निर्विरोध जीत काशीपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए भाजपा प्रत्याशी श्रीमती चंद्रप्रभा ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन से पूर्व और बाद में समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। ढोल-नगाड़ों और जयकारों के बीच बड़ी संख्या में बीडीसी सदस्य, ग्राम प्रधान और पार्टी कार्यकर्ता उनके समर्थन में मौजूद थे। नामांकन दाखिल करने के अंतिम समय तक, श्रीमती चंद्रप्रभा के खिलाफ किसी भी अन्य उम्मीदवार ने अपना पर्चा दाखिल नहीं किया। शाम 5 बजे नामांकन का समय समाप्त होने के बाद, यह आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया गया कि चंद्रप्रभा निर्विरोध रूप से काशीपुर की नई ब्लॉक प्रमुख होंगी। यह जीत भाजपा की संगठनात्मक शक्ति और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के बीच उनकी मजबूत पैठ को दर्शाती है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भी भाजपा का कब्जा काशीपुर की जीत के साथ ही जिले से एक और बड़ी राजनीतिक खबर आई है। ऊधमसिंहनगर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी अजय मौर्या भी निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। नामांकन दाखिल करने के अंतिम समय तक, अजय मौर्या एकमात्र उम्मीदवार रहे, जिससे उनका निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बनना सुनिश्चित हो गया। यह भाजपा के लिए एक बड़ी राजनीतिक उपलब्धि है, जो यह साबित करती है कि पार्टी ने जिले के सबसे बड़े स्थानीय निकाय पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। पार्टी की कुशल रणनीति और सभी संभावित उम्मीदवारों के साथ बेहतर तालमेल के कारण ही यह संभव हो सका, जिससे चुनाव की नौबत ही नहीं आई। भाजपा के लिए भविष्य की बड़ी सफलता ये दोनों निर्विरोध निर्वाचन भाजपा के लिए एक बड़ी राजनीतिक उपलब्धि हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह जीत न केवल दो पदों की जीत है, बल्कि यह क्षेत्र में भाजपा की संगठनात्मक पकड़ और मजबूत होती हुई स्थिति का प्रमाण है। यह सफलता आगामी चुनावों के लिए एक मजबूत नींव का काम करेगी। अब चंद्रप्रभा और अजय मौर्या के सामने ब्लॉक और जिले के विकास की बड़ी जिम्मेदारी होगी। उनके समर्थकों ने उम्मीद जताई है कि वे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से अपने-अपने क्षेत्रों में विकास के लिए काम करेंगे। इन निर्विरोध जीतों ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में नया जोश भर दिया है और यह साबित कर दिया है कि भाजपा स्थानीय स्तर पर भी मजबूत और एकजुट है।

ऊधमसिंहनगर में भाजपा की बड़ी जीत: काशीपुर ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्विरोध जीत

ऊधमसिंहनगर , 11 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्थानीय न चुनावों में अपनी ताकत का शानदार प्रदर्शन किया है। काशीपुर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए भाजपा प्रत्याशी श्रीमती चंद्रप्रभा और जिले के सर्वोच्च पद, जिला पंचायत अध्यक्ष, के लिए भाजपा प्रत्याशी अजय…

Read More
रामनगर, 10 अगस्त 2025 (समय बोल रहा ) – रामनगर-हल्द्वानी मार्ग पर स्थित कुख्यात धनगढ़ी नाला आज एक बार फिर बड़े हादसे का गवाह बना। लगातार हो रही बारिश के बीच एक यात्री बस के ब्रेक अचानक फेल हो गए, जिससे बस अनियंत्रित होकर सामने से आ रही एक बाइक से टकरा गई। इस भीषण टक्कर में बाइक पर सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना ने एक बार फिर बरसात के मौसम में इस नाले की खतरनाक स्थिति को उजागर कर दिया है। कैसे हुआ हादसा? यह हादसा आज सुबह उस समय हुआ जब पहाड़ों की ओर जा रही एक यात्री बस धनगढ़ी नाले को पार कर रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस जब नाले के बीच पहुंची तो उसके ब्रेक ने अचानक काम करना बंद कर दिया। भीगी और फिसलन भरी सड़क पर चालक ने बस को रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहा। अनियंत्रित बस ने सीधे सामने से आ रही एक बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक सवार दो युवक दूर जा गिरे और बुरी तरह से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हादसे के तुरंत बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आसपास मौजूद स्थानीय लोगों और अन्य यात्रियों ने तत्काल मदद के लिए दौड़ लगाई। उन्होंने तुरंत घायलों को संभाला और उन्हें बस से दूर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। सूचना मिलते ही पुलिस और एंबुलेंस की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को तुरंत रामनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। घायलों की स्थिति पर अभी और जानकारी आनी बाकी है। धनगढ़ी नाले का खतरा बढ़ा धनगढ़ी नाला अपने तेज बहाव और खतरनाक मोड़ के कारण पहले से ही सुर्खियों में रहता है। बरसात के मौसम में यहां पानी का बहाव बढ़ जाता है और सड़क पर फिसलन और कीचड़ की वजह से चलना मुश्किल हो जाता है। इस नाले में पहले भी कई छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस स्थान पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए, ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके। यह हादसा वाहन चालकों के लिए भी एक चेतावनी है कि इस मौसम में इस रास्ते पर अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।

रामनगर: धनगढ़ी नाले में बड़ा हादसा, बस के ब्रेक फेल, बाइक सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल

रामनगर, 11 अगस्त 2025 (समय बोल रहा ) – रामनगर-हल्द्वानी मार्ग पर स्थित कुख्यात धनगढ़ी नाला आज एक बार फिर बड़े हादसे का गवाह बना। लगातार हो रही बारिश के बीच एक यात्री बस के ब्रेक अचानक फेल हो गए, जिससे बस अनियंत्रित होकर सामने से आ रही एक बाइक से टकरा गई। इस भीषण…

Read More
जसपुर, 10 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) ग्राम करनपुर में लंबे समय से चल रही अवैध धर्मांतरण और धार्मिक प्रचार-प्रसार की गतिविधियों पर आखिरकार कार्रवाई हुई है। यह कार्रवाई तब हुई जब ग्रामवासियों ने नव-निर्वाचित प्रधान हरिओम सुधा को इस मामले की गंभीर शिकायत दी। ग्रामवासियों की शिकायत से खुला मामला ग्राम करनपुर और उसके आस-पास के मोहल्लों के लोगों ने बताया कि पिछले कई महीनों से एक विशेष धर्म (ईसाई धर्म) के कुछ लोग गांव में प्रचार-प्रसार और धर्मांतरण का कार्य कर रहे थे। हर रविवार को यह कार्यक्रम आयोजित होता था, जिसमें दूर-दराज से लोग, यहां तक कि भरतपुर और मालधन तक से, शामिल होने आते थे। ग्रामवासियों के अनुसार, यह गतिविधियां बबलू पुत्र राजपाल के घर पर हो रही थीं, जहां ईसाई धर्म के उपदेश, प्रार्थना सभाएं और लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा था। धर्मांतरण को लेकर ग्रामीणों में रोष स्थानीय निवासियों ने इस बात पर नाराजगी जताई कि बाहरी धर्म-विशेष के लोग गांव में आकर धार्मिक माहौल को प्रभावित कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना था कि इन सभाओं के दौरान शोर-शराबा भी होता है और बाहरी लोगों की आवाजाही से गांव का माहौल बदल रहा है। एक ग्रामीण ने बताया, “हम लोग अपने धर्म और परंपरा के साथ जीना चाहते हैं, लेकिन यहां पर हर हफ्ते प्रचार-प्रसार करके लोगों को अपने धर्म में शामिल करने की कोशिश की जाती है।” प्रधान हरिओम सुधा ने मौके पर पहुंचकर लिया जायज़ा जैसे ही यह शिकायत प्रधान हरिओम सुधा तक पहुंची, उन्होंने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया। मौके पर मौजूद कार्यक्रम और धार्मिक पोस्टरों को देखकर उन्होंने पाया कि यहां हर रविवार को धार्मिक सभा के नाम पर धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा है। प्रधान ने ग्रामीणों की शिकायत को गंभीर मानते हुए तत्काल चेतावनी दी कि ऐसी गतिविधियां गांव के व्यक्तियों के साथ नहीं की जाएंगी। उन्होंने कहा कि धार्मिक अनुष्ठान यदि कोई करना चाहता है तो वह अपने घर के अंदर, निजी तौर पर कर सकता है, लेकिन बाहरी लोगों को बुलाकर प्रचार-प्रसार और धर्म परिवर्तन की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अवैध गतिविधियों पर रोक का निर्देश प्रधान हरिओम सुधा ने मौके पर ही स्पष्ट आदेश दिया कि यह अवैध धर्मांतरण और प्रचार-प्रसार का कार्य तुरंत बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि आगे से इस तरह की गतिविधियां पाई गईं तो संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से भी अपील की कि वे ऐसे मामलों की तुरंत सूचना उन्हें दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके और गांव का आपसी सौहार्द बना रहे। धर्मांतरण पर कानूनी नजरिया भारत के कई राज्यों में धर्मांतरण को लेकर सख्त कानून लागू हैं, जिनमें बिना प्रशासनिक अनुमति के किसी को दूसरे धर्म में परिवर्तित करना अपराध माना जाता है। उत्तर प्रदेश में भी ‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021’ लागू है, जिसके तहत बिना अनुमति के जबरन, लालच देकर या बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन करने पर सख्त सजा और जुर्माने का प्रावधान है। ग्राम करनपुर के इस मामले में भी ग्रामीणों का आरोप है कि लोगों को आर्थिक लाभ, चिकित्सा सहायता और अन्य सुविधाओं का लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था। ग्रामीणों में राहत की भावना प्रधान की तत्परता से कार्रवाई होने के बाद ग्रामीणों में राहत की भावना है। एक महिला ने कहा, “हमें खुशी है कि हमारे प्रधान ने तुरंत कार्रवाई की और हमारी बात सुनी। इससे गांव में शांति और आपसी भाईचारा बना रहेगा।” एक अन्य युवा ने कहा, “हम चाहते हैं कि प्रशासन भी इस पर नज़र रखे और बाहरी लोगों को गांव में इस तरह की गतिविधियां करने से रोके।”

जसपुर के ग्राम करनपुर में अवैध धर्मांतरण गतिविधियों पर नव-निर्वाचित प्रधान हरिओम सुधा की सख्त कार्रवाई

जसपुर, 10 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा)ग्राम करनपुर में लंबे समय से चल रही अवैध धर्मांतरण और धार्मिक प्रचार-प्रसार की गतिविधियों पर आखिरकार कार्रवाई हुई है। यह कार्रवाई तब हुई जब ग्रामवासियों ने नव-निर्वाचित प्रधान हरिओम सुधा को इस मामले की गंभीर शिकायत दी। ग्रामवासियों की शिकायत से खुला मामला ग्राम करनपुर और उसके…

Read More
गदरपुर, 09 अगस्त 2025 (समय बोल रहा) – गदरपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने स्थानीय राजनीति में भूचाल ला दिया है। शुक्रवार को गदरपुर ब्लॉक प्रमुख पद की दावेदार जसविंदर कौर और उनके प्रतिनिधि, युवा किसान नेता गगनदीप सिंह के दुर्गापुर स्थित आवास पर पुलिस ने दस्तक दी। हालांकि पुलिस इसे एक सामान्य पूछताछ बता रही है, लेकिन गगनदीप सिंह और उनके समर्थकों ने इसे राजनीतिक दबाव और चुनाव में रोकने की साजिश करार दिया है। इस घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में समर्थक एकत्र हो गए, जिन्होंने पुलिस की इस कार्रवाई पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। चुनाव से पहले आमने-सामने भाजपा और किसान नेता गदरपुर ब्लॉक प्रमुख का चुनाव नजदीक है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जहां अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है, वहीं किसान नेता गगनदीप सिंह की चाची जसविंदर कौर भी इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं। दोनों खेमों में चुनावी माहौल गर्म है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इसी माहौल में पुलिस का गगनदीप सिंह के घर पहुंचना एक बड़ी घटना के रूप में देखा जा रहा है। जिस समय पुलिस टीम उनके आवास पर पहुंची, गगनदीप सिंह घर पर मौजूद नहीं थे। पुलिस टीम को अचानक देख उनके समर्थक तुरंत मौके पर जमा हो गए और उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया। गगनदीप सिंह का आरोप: भाजपा सरकार चुनाव रोकना चाहती है पुलिस की वापसी के बाद मीडिया से बात करते हुए गगनदीप सिंह ने इस पूरी घटना को भाजपा नेताओं की साजिश बताया। उन्होंने कहा, "मैं एक किसान का बेटा हूं और मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं, लेकिन भाजपा सरकार के कुछ लोग मुझे इस चुनाव में रोकना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि यह सीट भाजपा की झोली में चली जाए।" उन्होंने भाजपा नेताओं पर दबाव बनाने का सीधा आरोप लगाया। गगनदीप सिंह ने कहा कि यह पुलिस की दबिश थी, सामान्य पूछताछ नहीं। उनका कहना है कि उनकी चाची जसविंदर कौर एक मजबूत प्रत्याशी हैं और उनकी बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर सत्ता पक्ष इस तरह के हथकंडे अपना रहा है। गगनदीप सिंह ने यह भी कहा कि वह इस तरह के दबाव से डरने वाले नहीं हैं और चुनाव में पूरी ताकत से उतरेंगे। उन्होंने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने और सच्चाई की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। पुलिस का स्पष्टीकरण: 'यह दबिश नहीं, जानकारी जुटाने की कार्रवाई थी' इस पूरे घटनाक्रम पर थाना अध्यक्ष नंदन सिंह रावत ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि पुलिस किसी भी तरह की दबिश देने नहीं गई थी। थाना अध्यक्ष के अनुसार, थाने में एक प्रार्थना पत्र आया था जिसमें बीडीसी चुनाव के शैक्षिक प्रमाण पत्रों के फर्जी होने का आरोप लगाया गया था। पुलिस उसी मामले में आवश्यक जानकारी जुटाने के लिए गई थी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह एक कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा था और इसे किसी भी राजनीतिक दबाव या साजिश से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। पुलिस का यह स्पष्टीकरण एक तरफ जहां कानूनी प्रक्रिया को दर्शाता है, वहीं दूसरी तरफ यह भी दिखाता है कि चुनाव से पहले छोटे-छोटे मुद्दों को भी राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। समर्थकों में नाराजगी: इसे लोकतंत्र पर हमला बता रहे हैं पुलिस की इस कार्रवाई से गगनदीप सिंह के समर्थकों में खासी नाराजगी देखी गई। मौके पर जमा हुए समर्थकों ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया। उनका कहना था कि एक निर्भीक और मजबूत प्रत्याशी को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है। समर्थकों ने आरोप लगाया कि जब किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है, तो उसके घर इस तरह से पुलिस भेजना पूरी तरह से अनुचित है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह कार्रवाई उनके उम्मीदवार को मानसिक रूप से परेशान करने के लिए की गई है, ताकि वह चुनाव से पीछे हट जाएं। समर्थकों ने एक स्वर में कहा कि वे पूरी मजबूती से अपने नेता के साथ खड़े हैं और इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। ऊधमसिंहनगर की राजनीति में उबाल यह घटना ऊधमसिंहनगर की राजनीति में बढ़ते तनाव को दर्शाती है। जहां एक ओर जिला प्रशासन चुनाव को निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने की तैयारियों में जुटा हुआ है, वहीं दूसरी ओर चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशी और उनके समर्थक इसे सत्ता के दुरुपयोग का एक हथियार मान रहे हैं। गदरपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव अब सिर्फ एक स्थानीय चुनाव न रहकर राजनीतिक प्रतिष्ठा की लड़ाई बनता जा रहा है। पुलिस द्वारा दी गई सफाई और विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों के बीच, यह घटना यह साबित करती है कि आने वाले दिनों में चुनाव का माहौल और भी अधिक गरमा सकता है। फिलहाल, सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि इस घटना के बाद चुनाव की दिशा क्या होगी और क्या जसविंदर कौर और गगनदीप सिंह अपने आरोपों पर टिके रहते हुए चुनाव लड़ते हैं या नहीं।

ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी के घर में पुलिस की दबिश से गरमाई गदरपुर की सियासत

गदरपुर, 09 अगस्त 2025 (समय बोल रहा) – गदरपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने स्थानीय राजनीति में भूचाल ला दिया है। शुक्रवार को गदरपुर ब्लॉक प्रमुख पद की दावेदार जसविंदर कौर और उनके प्रतिनिधि, युवा किसान नेता गगनदीप सिंह के…

Read More
ऊधमसिंहनगर 12 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर जिले में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में एक नगर पालिका अध्यक्ष गुरजीत सिंह गित्ते ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाते हुए आगामी 14 अगस्त को होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव को कैमरे की निगरानी में कराने की अपील की है। उन्होंने अपनी मांग के पीछे चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुई कथित धांधली का हवाला दिया, जिसमें भाजपा पर वोटों की चोरी का आरोप लगा था। चंडीगढ़ चुनाव का दिया हवाला गुरजीत सिंह गित्ते ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखना लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने हाल ही में हुए चंडीगढ़ निकाय चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भाजपा ने सरेआम वोटों की चोरी करते हुए अपना मेयर बना लिया था। उन्होंने आशंका जताई कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी इस तरह की घटनाएँ हो सकती हैं, इसलिए मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराना और कैमरे की निगरानी में चुनाव कराना अनिवार्य है। समर्थकों ने भी उठाई आवाज प्रेस वार्ता के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष के साथ कई सभासद और अन्य समर्थक भी मौजूद थे, जिन्होंने उनकी मांग का समर्थन किया। इनमें सभासद जगतजीत सिंह, सुनील कुमार, आदित्य चानना, सिंह स्वरूप भारती, राजदीप तिवारी, मो. हनीफ, नत्था सिंह धवन, साबिर हुसैन, वाजिद अली, विवेक पाण्डेय आदि शामिल थे। इन सभी ने एक स्वर में कहा कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी तरह की धांधली की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए, और इसके लिए सीसीटीवी कैमरे सबसे बेहतर समाधान हैं। निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है निगरानी गिते ने कहा कि कैमरे की निगरानी से न केवल वोटों की चोरी जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि यह प्रत्याशियों और मतदाताओं के बीच भी विश्वास पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठने से लोकतंत्र कमजोर होता है, इसलिए प्रशासन को इस मांग को गंभीरता से लेना चाहिए। यह मांग ऐसे समय में आई है जब पूरा जिला ब्लॉक प्रमुख चुनावों की तैयारियों में जुटा हुआ है और प्रशासन पहले ही मतदान और मतगणना स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की बात कह चुका है। अब देखना यह है कि गुरजीत सिंह गित्ते की इस मांग पर जिला प्रशासन क्या कदम उठाता है। यह मुद्दा अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव में एक नई बहस को जन्म दे सकता है।

ऊधमसिंहनगर में जिला पंचायत-ब्लॉक प्रमुख चुनाव की तैयारी तेज: 11 अगस्त को नामांकन, 14 को मतदान; डीएम ने आरओ-एआरओ को दिया सख्त प्रशिक्षण

रूद्रपुर, 08 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – ऊधमसिंहनगर में आगामी जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ व कनिष्ठ उप प्रमुख के चुनावों को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में आज जिला सभागार में आरओ (रिटर्निंग ऑफिसर) और…

Read More
उत्तरकाशी, 06 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के उत्तरकाशी में आई भीषण बाढ़ के बाद 'ऑपरेशन जिंदगी' युद्धस्तर पर जारी है। इस भयावह प्राकृतिक आपदा ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है, और बचाव दल लगातार लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अब तक 274 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, जबकि बड़ी संख्या में लोग अभी भी लापता हैं। लापता लोगों को तलाशने के लिए भारतीय सेना, आईटीबीपी (ITBP), एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें लगातार खोज और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। इस आपदा का एक बेहद मार्मिक पहलू यह है कि लापता लोगों में वो 24 दोस्त भी शामिल हैं, जो करीब 35 साल बाद एक साथ मिलकर 'चार धाम यात्रा' पर निकले थे। 35 साल बाद मिले दोस्तों पर आपदा का कहर यह कहानी है 1990 बैच के उन 24 दोस्तों की, जिन्होंने अपनी दसवीं कक्षा के बाद पहली बार मिलकर उत्तराखंड आने का फैसला किया था। इनमें से एक, आवासारी खुर्द निवासी अशोक भोर के बेटे आदित्य ने बताया कि उनके पिता और उनके 23 दोस्त 35 साल बाद 'चार धाम यात्रा' के लिए एक साथ मिले थे। ये लोग 1 अगस्त को मुंबई से ट्रेन पकड़कर निकले थे और इनकी वापसी 12 अगस्त को फ्लाइट से होनी थी। अशोक भोर के परिवार से आखिरी बार सोमवार शाम करीब 7 बजे बात हुई थी। उस समय वे सभी गंगोत्री से लगभग 10 किलोमीटर दूर थे और एक छोटे भूस्खलन के कारण फंसे हुए थे। आदित्य ने बताया कि अब उनके फोन भी नहीं मिल रहे हैं, जिससे संपर्क पूरी तरह टूट गया है। ये सभी 5 अगस्त को उत्तरकाशी में रुककर अगले दिन गौरीकुंड जाने वाले थे। उन्होंने यात्रा के लिए हरिद्वार से एक बस बुक की थी। उनके बैचमेट मल्हारी अभंग ने बताया कि उन्होंने आखिरी बार सोमवार दोपहर को उनसे वीडियो कॉल पर बात की थी। महाराष्ट्र के 149 पर्यटक फंसे, 75 के फोन बंद आपदा में फंसे पर्यटकों की संख्या भी काफी अधिक है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में महाराष्ट्र के कम से कम 149 पर्यटक फंसे हुए हैं। इन पर्यटकों में से 76 मुंबई से, 17 छत्रपति संभाजीनगर से, 15 पुणे से, 13 जलगाँव से, 11 नांदेड़ से, पांच ठाणे से, नासिक और सोलापुर से चार-चार, मालेगाँव से तीन और अहिल्य से एक पर्यटक है। मुंबई के लगभग 61 पर्यटक सुरक्षित रूप से हनुमान आश्रम में हैं। हालांकि, इन 149 पर्यटकों में से करीब 75 के फोन अभी भी बंद हैं और उनका नेटवर्क से बाहर होना चिंता का विषय बना हुआ है। महाराष्ट्र प्रशासन लगातार उत्तराखंड प्रशासन के संपर्क में है और फंसे हुए लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास कर रहा है। एसडीआरएफ का बयान: मलबे में दबे हो सकते हैं लापता लोग राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के महानिरीक्षक, अरुण मोहन जोशी ने बचाव कार्य में आ रही चुनौतियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता आज उन्नत उपकरणों को हवाई मार्ग के जरिए मौके पर पहुंचाना है। उन्नत उपकरणों के साथ आ रही उनकी टीम बुधवार को सड़कों के अवरुद्ध होने के कारण आगे नहीं बढ़ सकी। उन्होंने बताया कि धराली में 50 से 60 फुट ऊंचा मलबे का ढेर है और इस आपदा में लापता हुए लोग उसी मलबे के नीचे फंसे हो सकते हैं। जोशी ने कहा कि उन्नत उपकरण विशाल मलबे में लापता लोगों की तलाश करने में बचाव कर्मियों की मदद करेंगे। 300-400 श्रद्धालु फंसे, मजदूरों के भी लापता होने की आशंका अरुण मोहन जोशी ने बताया कि उनकी दूसरी प्राथमिकता अवरुद्ध मार्गों के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे श्रद्धालुओं को बाहर निकालना है। उन्होंने अनुमान लगाया कि इन फंसे हुए लोगों की संख्या 300-400 हो सकती है। अधिकारियों ने बताया कि सुबह 10 बजे तक 61 लोगों को हेलीकॉप्टर से आईटीबीपी मातली लाया जा चुका है। बाहर निकाले गए लोगों को उनके गंतव्य तक भेजने के लिए प्रबंध भी किए जा रहे हैं। लापता लोगों में केवल पर्यटक ही नहीं, बल्कि मजदूर भी हो सकते हैं, क्योंकि बाढ़ आने के समय धराली में कई होटल निर्माणाधीन थे और सेब के बागानों में भी मजदूर काम कर रहे थे। प्रशासन का कहना है कि बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है और हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं ताकि जल्द से जल्द सभी लापता लोगों को ढूंढा जा सके और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।

उत्तरकाशी में भीषण बाढ़: 274 लोग बचाए गए, 35 साल बाद मिले 24 दोस्तों का ग्रुप लापता; ‘ऑपरेशन जिंदगी’ जारी

उत्तरकाशी, 07 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा) – उत्तराखंड के उत्तरकाशी में आई भीषण बाढ़ के बाद ‘ऑपरेशन जिंदगी’ युद्धस्तर पर जारी है। इस भयावह प्राकृतिक आपदा ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है, और बचाव दल लगातार लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अब तक 274 लोगों…

Read More