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नई दिल्ली, 24 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – मानसून की सक्रियता ने देश के कई हिस्सों में कहर बरपा रखा है। राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार तक, भारी बारिश और बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कई शहरों में जलभराव की स्थिति है, जिससे घरों और दुकानों में पानी घुस गया है। वहीं, नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं और भूस्खलन के कारण यातायात भी प्रभावित हुआ है। राजस्थान: बाढ़ और जलभराव से जनजीवन प्रभावित राजस्थान के कई इलाकों में पिछले दो दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। राजधानी जयपुर और सीकर जैसे शहरों में भारी जलभराव से आम लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सीकर रेलवे स्टेशन पर ट्रैक पानी में डूब गए हैं, जिससे ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। सबसे ज्यादा खराब हालात उदयपुर में हैं, जहां घरों और दुकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे लोगों को काफी नुकसान हुआ है। यातायात ठप: जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पिछले दो दिनों से जलमग्न है। इसके अलावा, खेरवाड़ा-झाड़ोल मार्ग (NH 927A) पर सोम नदी का पानी आने से रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है। भूस्खलन का खतरा: सवाई माधोपुर में बारिश के बाद करीब 50 फीट जमीन धंस गई है, जिससे आसपास के इलाकों में खतरा बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश: घाघरा नदी पर बना बांध टूटा उत्तर प्रदेश में भी बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। चंदौली जिले में घाघरा नदी पर बना मुसाहिबपुर बांध अचानक टूट गया, जिससे इसका पानी आसपास के 5 गांवों में घुस गया है। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, फर्रुखाबाद का भुड़िया भेड़ा गांव गंगा नदी की बाढ़ के कारण टापू बन गया है। यहां के लोग नावों के सहारे आवाजाही कर रहे हैं, क्योंकि सड़क संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। उत्तराखंड: यमुनोत्री हाईवे बंद उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भी बारिश ने कहर बरपाया है। यमुनोत्री नेशनल हाईवे भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की वजह से बंद हो गया है। यह भूस्खलन बाणस के पास हुआ, जिससे यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। राजमार्ग बंद होने से यमुनोत्री धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भूस्खलन से सड़क पर मलबा और पत्थर गिर गए हैं, जिन्हें हटाने का काम जारी है। बिहार और झारखंड: नदियां उफान पर, बाढ़ के हालात देश के पूर्वी हिस्सों में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। बिहार की राजधानी पटना में सोमवार की सुबह मूसलाधार बारिश हुई, जिससे कई इलाकों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया है। इससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है और लोगों को जलभराव वाली सड़कों पर चलने में कठिनाई हो रही है। झारखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण नालंदा जिले में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। कई नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है और राहत कार्यों के लिए टीमें तैयार रखी हैं। यह स्थिति दर्शाती है कि मानसून का प्रकोप पूरे देश में बढ़ गया है, जिससे प्रशासन को आपदा प्रबंधन के लिए विशेष कदम उठाने पड़ रहे हैं। मौसम विभाग ने भी आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे इन क्षेत्रों में स्थिति और खराब होने की आशंका है।

देश भर में भारी बारिश और बाढ़ का कहर: राजस्थान में घर-दुकानें डूबीं, यूपी में बांध टूटा और उत्तराखंड में हाईवे बंद

नई दिल्ली, 25 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – मानसून की सक्रियता ने देश के कई हिस्सों में कहर बरपा रखा है। राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार तक, भारी बारिश और बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कई…

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नई दिल्ली, 25 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में लाखों यात्रियों की लाइफलाइन मानी जाने वाली दिल्ली मेट्रो में सफर करना आज से महंगा हो गया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने लगभग आठ साल बाद किराए में बढ़ोतरी की है, जिसका सीधा असर रोजाना यात्रा करने वाले लाखों लोगों की जेब पर पड़ेगा। DMRC ने एक बयान जारी कर किराए में संशोधन की पुष्टि की है, जो आज यानी 25 अगस्त से ही प्रभावी हो गए हैं। यह बढ़ोतरी सामान्य मेट्रो लाइनों और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन दोनों पर लागू होगी। किराए में कितनी हुई बढ़ोतरी? डी.एम.आर.सी. के अनुसार, किराए में यह बदलाव मामूली है, लेकिन इससे न्यूनतम और अधिकतम दोनों किराए प्रभावित हुए हैं। सामान्य मेट्रो लाइनों पर: किराए में ₹1 से ₹4 तक की वृद्धि की गई है। एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर: किराया ₹1 से ₹5 तक बढ़ाया गया है। इस बढ़ोतरी के बाद, दिल्ली मेट्रो का न्यूनतम किराया ₹11 और अधिकतम किराया ₹64 हो गया है। यह नई दरें सभी स्टेशनों और रूटों पर लागू होंगी। स्मार्ट कार्ड यूजर्स को मिलेगी राहत इस किराए वृद्धि के बीच, उन यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है जो स्मार्ट कार्ड (Smart Card) का उपयोग करते हैं। स्मार्ट कार्ड से यात्रा करने वालों को पहले की तरह किराए में छूट मिलती रहेगी, जो कि नियमित यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत है। यह कदम DMRC द्वारा डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने और यात्रियों को स्मार्ट कार्ड का अधिक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक प्रयास भी है। 8 साल बाद क्यों बढ़ा किराया? दिल्ली मेट्रो में पिछली बार किराया वृद्धि 2017 में हुई थी। इसके बाद से, मेट्रो के संचालन और रखरखाव की लागत में काफी वृद्धि हुई है। बिजली, कर्मचारियों के वेतन, मरम्मत, और नई परियोजनाओं पर होने वाले खर्चों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। इन बढ़ती लागतों को पूरा करने और मेट्रो सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए, DMRC को किराया बढ़ाना पड़ा। DMRC का कहना है कि यह वृद्धि मेट्रो के भविष्य के संचालन और नए विस्तार योजनाओं के लिए जरूरी है। आम जनता पर असर और प्रतिक्रियाएं किराए में बढ़ोतरी का सीधा असर रोजाना यात्रा करने वाले लाखों लोगों पर पड़ेगा, खासकर उन लोगों पर जो मेट्रो को अपनी यात्रा का मुख्य साधन मानते हैं। छात्रों, नौकरीपेशा लोगों और दिहाड़ी मजदूरों के लिए यह एक अतिरिक्त बोझ साबित होगा। हालांकि, DMRC का कहना है कि मेट्रो अभी भी दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन का सबसे सस्ता और सबसे कुशल साधन है, खासकर बढ़ते पेट्रोल और डीजल की कीमतों के मुकाबले। कुछ यात्री इस फैसले से निराश हैं, जबकि कुछ इसे परिचालन लागतों को देखते हुए एक आवश्यक कदम मान रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। भविष्य की योजनाएं और चुनौतियाँ किराया वृद्धि से प्राप्त राजस्व का उपयोग मेट्रो सेवाओं को बेहतर बनाने, नई लाइनों का निर्माण करने और मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर के रखरखाव में किया जाएगा। आने वाले समय में, दिल्ली मेट्रो अपनी कनेक्टिविटी का विस्तार करने और यात्रियों को और भी बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की योजना बना रही है। हालांकि, इस किराया वृद्धि के बाद, यह देखना होगा कि क्या यह कदम यात्रियों की संख्या पर कोई नकारात्मक प्रभाव डालता है या नहीं।

दिल्ली मेट्रो में आज से सफर हुआ महंगा: 8 साल बाद DMRC ने बढ़ाया किराया, स्मार्ट कार्ड यूजर्स को मिलेगी राहत

नई दिल्ली, 25 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में लाखों यात्रियों की लाइफलाइन मानी जाने वाली दिल्ली मेट्रो में सफर करना आज से महंगा हो गया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने लगभग आठ साल बाद किराए में बढ़ोतरी की है, जिसका सीधा असर रोजाना…

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नई दिल्ली, 23 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर सामने आया है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने जूनियर इंटेलिजेंस ऑफिसर (Junior Intelligence Officer) के 394 पदों पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। इस भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन आज से शुरू हो गए हैं, और इच्छुक उम्मीदवार गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) की आधिकारिक वेबसाइट mha.gov.in या ncs.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। यह भर्ती विशेष रूप से उन युवाओं के लिए है जिनके पास इंजीनियरिंग और तकनीकी योग्यता है। वैकेंसी का विवरण: जानें किस वर्ग में कितने पद इस भर्ती के तहत कुल 394 पदों को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है। यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी आरक्षित वर्गों को सरकारी नियमों के अनुसार प्रतिनिधित्व मिले। कुल पद: 394 जनरल (General): 157 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS): 32 अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC): 117 अनुसूचित जाति (SC): 60 अनुसूचित जनजाति (ST): 28 यह वर्गीकरण सभी वर्गों के उम्मीदवारों को समान अवसर प्रदान करता है, जिससे समाज के सभी तबकों के युवा सरकारी सेवाओं में शामिल हो सकें। शैक्षणिक योग्यता, आयु सीमा और सैलरी इस पद के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास कुछ विशिष्ट शैक्षणिक योग्यताएं होनी अनिवार्य हैं: योग्यता: उम्मीदवारों के पास इंजीनियरिंग डिप्लोमा, बी.टेक, बीएससी, या बीसीए की डिग्री होना आवश्यक है। यह पद तकनीकी प्रकृति का है, इसलिए इन योग्यताओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। आयु सीमा: आवेदन करने के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 साल और अधिकतम आयु 27 साल होनी चाहिए। सरकारी नियमों के अनुसार, आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी, जिससे उन्हें भी आवेदन करने का मौका मिल सके। सैलरी: चयनित उम्मीदवारों को आकर्षक सैलरी पैकेज मिलेगा। पे मैट्रिक्स में लेवल-4 के तहत ₹25,500 से ₹81,100 प्रति माह की सैलरी दी जाएगी। इसके अलावा, बेसिक सैलरी का 20% विशेष सुरक्षा भत्ता (SSA) भी मिलेगा, जिससे कुल सैलरी ₹80,000 से अधिक हो सकती है। चयन प्रक्रिया और आवेदन शुल्क भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए एक बहु-चरणीय चयन प्रक्रिया निर्धारित की गई है: ऑनलाइन एग्जाम: सबसे पहले एक ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाएगी। स्किल टेस्ट: ऑनलाइन परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को स्किल टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा। इंटरव्यू/पर्सनैलिटी टेस्ट: अंतिम चयन के लिए इंटरव्यू या पर्सनैलिटी टेस्ट लिया जाएगा। आवेदन शुल्क: आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को निम्नलिखित शुल्क का भुगतान करना होगा: सामान्य/ओबीसी/ईडब्ल्यूएस: ₹650 एससी/एसटी/महिला: ₹550 आवेदन करने का तरीका उम्मीदवार इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की प्रक्रिया बेहद सरल है: सबसे पहले, mha.gov.in या ncs.gov.in की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। होमपेज पर, 'Online application for Junior Intelligence Officer Grade-II/Tech 2025-IB recruitment.' लिंक पर क्लिक करें। एक नया पेज खुलेगा, जिसमें एक पीडीएफ होगी। उस पीडीएफ में दिए गए लिंक को अपने ब्राउज़र में टाइप करें। अब ऑनलाइन आवेदन फॉर्म खुल जाएगा। फॉर्म में मांगी गई सभी आवश्यक जानकारियों जैसे योग्यता, अनुभव, फोटो और स्कैन किए गए हस्ताक्षर अपलोड करें। ऑफिशियल पेमेंट पोर्टल के माध्यम से अपनी आवेदन फीस जमा करें। फॉर्म सबमिट करने से पहले एक बार उसका रिव्यू जरूर कर लें। फॉर्म सबमिट करने के बाद, कन्फर्मेशन पेज डाउनलोड करें और भविष्य के संदर्भ के लिए उसका प्रिंटआउट लेकर रखें। यह भर्ती प्रक्रिया सरकारी नौकरी पाने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए एक शानदार मौका है। आवेदन करने से पहले, उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक अधिसूचना को ध्यान से पढ़ें।

सरकारी नौकरी: इंटेलिजेंस ब्यूरो में 394 पदों पर भर्ती, आज से आवेदन शुरू, 80 हजार से ज्यादा मिलेगी सैलरी

नई दिल्ली, 23 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर सामने आया है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने जूनियर इंटेलिजेंस ऑफिसर (Junior Intelligence Officer) के 394 पदों पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। इस भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन आज से…

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देहरादून, 22 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सफल समापन के बाद, अब राज्य सरकार ने नवगठित पंचायतों के शपथ ग्रहण और पहली बैठकों का विस्तृत कार्यक्रम निर्धारित कर दिया है। यह कदम पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त बनाने और ग्रामीण विकास कार्यों को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। शासन सचिव चंद्रेश कुमार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह कार्यक्रम हरिद्वार जिले को छोड़कर प्रदेश के शेष सभी जिलों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। चरणबद्ध तरीके से होगा शपथ ग्रहण और बैठक राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि शपथ ग्रहण की पूरी प्रक्रिया सुचारु और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। कार्यक्रम को तीन अलग-अलग स्तरों पर विभाजित किया गया है: ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत। ग्राम पंचायत स्तर पर: शपथ ग्रहण: नव-निर्वाचित ग्राम पंचायतों के सदस्य और ग्राम प्रधान 27 अगस्त को अपने पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। यह तिथि ग्रामीण लोकतंत्र की सबसे निचली इकाई के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक होगी। पहली बैठक: शपथ ग्रहण के ठीक अगले दिन, यानी 28 अगस्त को, नवगठित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में प्रधान और सदस्य मिलकर गाँव के विकास एजेंडे पर चर्चा करेंगे और भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तैयार करेंगे। क्षेत्र पंचायत स्तर पर: शपथ ग्रहण: क्षेत्र पंचायत के सदस्य, प्रमुख, उप प्रमुख और वरिष्ठ उप प्रमुख 29 अगस्त को शपथ लेंगे। ये प्रतिनिधि ग्रामीण विकास की मध्यवर्ती कड़ी के रूप में कार्य करते हैं, और उनकी शपथ से यह सुनिश्चित होगा कि योजनाओं का क्रियान्वयन सही दिशा में हो। पहली बैठक: उनकी पहली बैठक 30 अगस्त को आयोजित की जाएगी। इस बैठक में क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों, विकास परियोजनाओं और फंड के उपयोग पर चर्चा होगी। जिला पंचायत स्तर पर: शपथ ग्रहण: जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्य, उपाध्यक्ष और अध्यक्ष 1 सितंबर को शपथ ग्रहण करेंगे। ये सबसे उच्च स्तर के पंचायत प्रतिनिधि होते हैं, जिनकी भूमिका पूरे जिले के विकास को निर्देशित करने में महत्वपूर्ण होती है। पहली बैठक: इन प्रतिनिधियों की पहली बैठक 2 सितंबर को होगी। इस बैठक में जिला स्तर पर विकास की रणनीतियों, बड़े प्रोजेक्ट्स और विभिन्न ब्लॉक के बीच समन्वय स्थापित करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। कार्यक्रम का महत्व और भविष्य की चुनौतियाँ शपथ ग्रहण और पहली बैठकों का यह कार्यक्रम सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह पंचायती राज व्यवस्था के संवैधानिक दायित्वों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सुनिश्चित करेगा कि नव-निर्वाचित प्रतिनिधि अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत हों। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद, पंचायतों के माध्यम से विकास कार्यों को गति मिलने और ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं का त्वरित समाधान होने की उम्मीद है। सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि निर्धारित तिथियों पर यह पूरी प्रक्रिया अनिवार्य रूप से और सुचारू रूप से पूरी की जाए। इसके लिए, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सभी स्तरों पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुस्तैद रहेंगे। यह कार्यक्रम पंचायती राज प्रणाली को मजबूत करने, सुशासन को बढ़ावा देने और अंततः उत्तराखंड के ग्रामीण परिदृश्य में एक सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

उत्तराखंड में नवगठित पंचायतों का शपथ ग्रहण और पहली बैठक का कार्यक्रम तय, हरिद्वार को छोड़कर सभी जिलों में होगा लागू

देहरादून, 22 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सफल समापन के बाद, अब राज्य सरकार ने नवगठित पंचायतों के शपथ ग्रहण और पहली बैठकों का विस्तृत कार्यक्रम निर्धारित कर दिया है। यह कदम पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त बनाने और ग्रामीण विकास कार्यों को गति देने की…

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रूद्रपुर, 22 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – ऊधमसिंहनगर के जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के निर्देश पर, जसपुर में एक महत्वपूर्ण एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यशाला 23 अगस्त, शनिवार को सुबह 11 बजे से विकास खंड कार्यालय जसपुर में आयोजित की जाएगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य हाल ही में हुए पंचायत चुनावों में नव-निर्वाचित प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत सदस्यों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और विभागीय कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी देना है। मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी ने बताया कि यह कार्यक्रम जनप्रतिनिधियों और आम जनमानस दोनों के लिए फायदेमंद होगा। जनप्रतिनिधियों को योजनाओं की जानकारी देना प्राथमिकता इस कार्यशाला में जिला स्तरीय अधिकारी और विभागाध्यक्ष मौजूद रहेंगे। वे अपने-अपने विभागों की योजनाओं, जन कल्याणकारी कार्यक्रमों और सरकारी नीतियों के बारे में जनप्रतिनिधियों को अवगत कराएंगे। अधिकारियों द्वारा यह जानकारी पीपीटी (प्रेजेंटेशन), पोस्टर, बैनर और अन्य माध्यमों से दी जाएगी, ताकि सभी जानकारी प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुंच सके। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक आम जनता तक पहुंचे। यह तभी संभव है जब जमीनी स्तर पर काम करने वाले जनप्रतिनिधियों को इन योजनाओं की पूरी जानकारी हो। यह कार्यशाला इसी उद्देश्य को पूरा करेगी। स्वास्थ्य सेवाओं और जन्म-मृत्यु पंजीकरण पर विशेष जोर कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। स्वास्थ्य अधिकारी जन्म-मृत्यु से संबंधित कार्यों की जानकारी देंगे, जो ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। इसके अलावा, अन्य विभाग भी अपनी योजनाओं को प्रस्तुत करेंगे। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे कार्यशाला में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें और अपनी विभागीय योजनाओं की पूरी जानकारी दें। उन्होंने उप जिलाधिकारी और खंड विकास अधिकारी जसपुर को भी यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सभी नव-निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और आम जनमानस को कार्यशाला के बारे में सूचित किया जाए और कार्यक्रम की सभी आवश्यक तैयारियां समय पर पूरी की जाएं। सुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम यह कार्यशाला प्रशासन की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिसमें वह जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को हल करना चाहता है। निर्वाचित प्रतिनिधियों को शिक्षित करने से वे अपने क्षेत्रों में विकास कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से लागू कर पाएंगे। यह पहल सुशासन और जन भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल प्रशासन और जनता के बीच की दूरी को कम करेगा, बल्कि योजनाओं के क्रियान्वयन में भी पारदर्शिता लाएगा। इस कार्यशाला से यह उम्मीद की जा रही है कि यह ग्रामीण विकास के लिए एक नई दिशा तय करेगी।

जसपुर में नव-निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के लिए कार्यशाला का आयोजन, सरकारी योजनाओं से अवगत कराएंगे अधिकारी

रूद्रपुर, 22 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के निर्देश पर, जसपुर में एक महत्वपूर्ण एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यशाला 23 अगस्त, शनिवार को सुबह 11 बजे से विकास खंड कार्यालय जसपुर में आयोजित की जाएगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य हाल ही…

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देहरादून, 20 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – हरियाणा के अंबाला में उत्तराखंड के युवक साहिल बिष्ट की हत्या के मामले में उत्तराखंड सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है। इस जघन्य अपराध पर संज्ञान लेते हुए, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सीधे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से फोन पर बात की। मुख्यमंत्री धामी ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और उन्हें कठोरतम दंड सुनिश्चित करने का अनुरोध किया, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। हरियाणा सरकार ने दिया कार्रवाई का आश्वासन मुख्यमंत्री धामी के अनुरोध पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उन्हें आश्वस्त किया कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में शीघ्र और सख्त कार्रवाई करने के लिए हरियाणा पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। सैनी ने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार इस पूरे मामले में हर संभव कदम उठाएगी, जिससे पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। पीड़ित परिवार के साथ उत्तराखंड सरकार मुख्यमंत्री धामी ने इस दुखद घटना पर पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार न्याय की इस लड़ाई में उनके साथ मजबूती से खड़ी है और पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। यह कदम सरकार की अपने नागरिकों के प्रति जवाबदेही और संवेदनशीलता को दर्शाता है, खासकर तब जब वे राज्य के बाहर किसी मुश्किल में होते हैं। वीरेंद्र दत्त सेमवाल ने भी की मुलाकात दूसरी तरफ, उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद के उपाध्यक्ष वीरेंद्र दत्त सेमवाल ने भी चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की। सेमवाल ने मुख्यमंत्री सैनी को साहिल बिष्ट की हत्या के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई और पीड़ित परिवार को उचित आर्थिक मुआवजा देने का अनुरोध किया। यह पहल दर्शाता है कि उत्तराखंड सरकार और उसके प्रतिनिधि इस मामले में हर स्तर पर सक्रिय हैं। घटना का विवरण मालूम हो कि यह दुखद घटना अंबाला के शहजादपुर क्षेत्र में हुई थी। साहिल बिष्ट पर देर रात बाइक सवार अज्ञात बदमाशों ने हमला कर दिया था। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। इस घटना ने उत्तराखंड के लोगों में रोष और दुख का माहौल बना दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश जारी है।

अंबाला में उत्तराखंड के युवक की हत्या पर सीएम धामी ने हरियाणा के सीएम से की बात, न्याय और कठोरतम कार्रवाई का दिया आश्वासन

देहरादून, 20 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – हरियाणा के अंबाला में उत्तराखंड के युवक साहिल बिष्ट की हत्या के मामले में उत्तराखंड सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है। इस जघन्य अपराध पर संज्ञान लेते हुए, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सीधे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से फोन पर…

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जसपुर, 19 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – जनता की समस्याओं के त्वरित और प्रभावी निस्तारण को सुनिश्चित करने के लिए आज जसपुर मंडी में एक विशेष तहसील दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने इस दौरान अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि तहसील दिवस में आईं समस्याओं को पूरी गंभीरता से लें और उनका समयबद्ध तरीके से निस्तारण करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता की समस्याओं का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान कुल 87 शिकायतें पंजीकृत हुईं, जिनमें से लगभग 40 का मौके पर ही समाधान कर दिया गया। जनप्रतिनिधियों को योजनाओं की जानकारी जिलाधिकारी ने हाल ही में निर्वाचित हुए सभी जनप्रतिनिधियों- सभासदों, ग्राम प्रधानों और बीडीसी सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने आगामी 23 अगस्त, शनिवार को नगर पालिका सभागार में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। इस कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला विकास अधिकारी को इन सभी जनप्रतिनिधियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी देनी होगी। साथ ही, इसी दिन एक चिकित्सा शिविर भी लगाया जाएगा, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके। जिलाधिकारी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के माध्यम से योजनाओं को जनता तक पहुंचाना आसान होगा, जिससे विकास कार्यों को गति मिलेगी। प्रमुख समस्याओं का मौके पर निस्तारण तहसील दिवस में विभिन्न विभागों से संबंधित शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें पेंशन, जन्म प्रमाण पत्र, पेयजल, सड़क निर्माण, विद्युत आपूर्ति और नगर पालिका से जुड़ी समस्याएं प्रमुख थीं। जिलाधिकारी ने कई शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए, जिससे लोगों को काफी राहत मिली। कुछ प्रमुख मामले इस प्रकार हैं: पेयजल: लक्ष्मीनगर कॉलोनी निवासी रविमणि चौहान ने पानी की टंकी और पाइपलाइन बिछाने का अनुरोध किया। इस पर जिलाधिकारी ने जल निगम के अधिशासी अभियंता को जसपुर नगर पुनर्गठन योजना के तहत काम करने का निर्देश दिया। सड़क और बाढ़ से नुकसान: ग्राम गूलरगोजी निवासी कमला देवी ने फीका नदी के तेज बहाव से गन्ने की फसल को हुए नुकसान के लिए मुआवजा मांगा। जिलाधिकारी ने मुख्य कृषि अधिकारी को नुकसान का आकलन करने और भूमि संरक्षण अधिकारी को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। ग्राम पट्टी चौहान के निवासियों ने बुद्धनगर माइनर के किनारे खेड़ा लक्ष्मीपुर मार्ग की मरम्मत की मांग की, जिस पर सिंचाई और लोनिवि विभाग को तत्काल कार्रवाई करने को कहा गया। अतिक्रमण: मोहल्ला गुजरातियान के अनिल कुमार जोशी ने श्मशान घाट की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को तुरंत जांच कर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया। पेंशन: ग्राम ढाडीपुरा निवासी रामवती ने वृद्धा पेंशन दिलाने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को जांच कर पेंशन दिलाने का निर्देश दिया। आवारा पशु: एडवोकेट चौधरी कपिल सिंह ने आवारा पशुओं की समस्या उठाने पर जिलाधिकारी ने गौशालाओं के निर्माण की जानकारी दी और तहसीलदार व नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को पालतू जानवरों को छोड़ने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। अधिकारियों को सख्त चेतावनी जिलाधिकारी ने बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए, जिससे यह संदेश गया कि वे इस तरह की बैठकों को कितनी गंभीरता से लेते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने कार्यालयों से बाहर निकलकर जनता के बीच जाएं और उनकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान करें। जिलाधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि जनता की समस्याओं का निस्तारण और जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा और पारदर्शिता के साथ करें। इस तहसील दिवस में पूर्व विधायक डॉ. शैलेन्द्र मोहन सिंघल, नगर पालिका अध्यक्ष नौसाद सम्राट, ब्लॉक प्रमुख अनूप कौर, उप जिलाधिकारी सी.एस. चौहान, सीएमओ डॉ. के.के. अग्रवाल सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित थे, जो यह दर्शाता है कि यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पहल थी।

जसपुर में लगा तहसील दिवस, समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के दिए निर्देश, DM बोले- ‘जनता की परेशानियों को गंभीरता से लें अधिकारी’

जसपुर, 19 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – जनता की समस्याओं के त्वरित और प्रभावी निस्तारण को सुनिश्चित करने के लिए आज जसपुर मंडी में एक विशेष तहसील दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने इस दौरान अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि तहसील दिवस में आईं समस्याओं…

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रामनगर/मालधन, 18 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – मालधन क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और नशे के खिलाफ आज महिला एकता मंच के आह्वान पर एक ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। सोमवार को पूरे दिन मालधन का बाजार पूरी तरह से बंद रहा। "नशा नहीं, इलाज दो" के जोरदार नारों के साथ इस बंद को क्षेत्र की 40,000 से अधिक आबादी का अभूतपूर्व समर्थन मिला। मेडिकल स्टोर, हलवाई, दूध व्यवसायी, खोखा और फुटपाथ दुकानदार सहित सभी ने अपनी दुकानें बंद रखकर आंदोलन को अपनी ताकत दी। सड़कों पर उतरी महिलाएं और ग्रामीण सुबह 7 बजे से ही महिलाएँ और आम नागरिक बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए। विरोध का यह सिलसिला दिन भर चला और दोपहर 1 बजे एक विशाल जुलूस निकाला गया। यह जुलूस मालधन के मुख्य चौराहे पर आकर एक बड़े धरने में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और तत्काल स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली के साथ-साथ क्षेत्र में नशे पर प्रभावी रोक लगाने की मांग की। आंदोलन की प्रमुख मांगें आंदोलनकारियों ने सरकार और प्रशासन के सामने निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखीं: डॉक्टरों की तत्काल वापसी: मालधन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से स्थानांतरित किए गए फिजिशियन डॉ. प्रशांत कौशिक और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना कौशिक का ट्रांसफर रद्द किया जाए, या उनकी जगह अन्य डॉक्टरों की तत्काल नियुक्ति की जाए। स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रेडियोलॉजिस्ट और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति के साथ एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, प्रसव और ऑपरेशन जैसी सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध कराई जाएं। नशे पर लगाम: क्षेत्र में नई खोली गई शराब की दुकानों को बंद किया जाए और अवैध एवं कच्ची शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया जाए। सरकार पर हमला और 'नशे की मंडी' बनाने का आरोप सभा को संबोधित करते हुए महिला एकता मंच की भगवती आर्य ने सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि "भाजपा सरकार ने डॉक्टरों का ट्रांसफर कर 40 हजार की आबादी को मौत के मुंह में धकेल दिया है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि "दुर्घटना या प्रसव जैसी स्थिति में पहला घंटा जीवन बचाने के लिए 'गोल्डन आवर' होता है, और अगर इलाज न मिले तो मौत तय है, चाहे व्यक्ति कितना भी अमीर क्यों न हो।" ममता नामक एक अन्य सदस्य ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि "इलाज देने की बजाय सरकार शराब पिलाने में जुटी है।" उन्होंने सरकार पर मालधन को 'नशे की मंडी' बनाने का आरोप लगाया और गोपाल नगर में नई खोली गई शराब की दुकान को तुरंत बंद करने की मांग की। आंदोलन को तेज करने की चेतावनी महिला एकता मंच ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को जल्द ही पूरा नहीं किया गया, तो वे अपने आंदोलन को और भी तेज करेंगी। उन्होंने कहा कि वे भाजपा नेताओं का थाली-कनस्तर बजाकर घेराव करेंगी और क्षेत्र में अनिश्चितकालीन चक्का जाम भी करेंगी। विभिन्न संगठनों का मिला समर्थन मालधन के इस ऐतिहासिक आंदोलन को विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का समर्थन मिला है। धरना-प्रदर्शन और जुलूस में प्रगतिशील महिला एकता मंच की तुलसी छिम्वाल, ग्राम प्रधान चन्द्रनगर जगमोहन, ग्राम प्रधान गोपालनगर संजीव, किसान संघर्ष समिति के ललित उप्रेती, महेश जोशी, समाजवादी लोकमंच के मुनीष कुमार, सुरेश चन्द्र खंतवाल और युवा एकता मंच के इंद्रजीत सहित कई संगठनों के सदस्यों ने हिस्सा लिया, जिससे आंदोलन को एक व्यापक आधार मिला। यह एकजुटता दर्शाती है कि स्वास्थ्य और नशामुक्ति जैसे मुद्दों पर पूरा क्षेत्र एक साथ खड़ा है। जनता की उम्मीद और सरकार की जिम्मेदारी मालधन में हुए इस विशाल प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जनता अब केवल वादों पर शांत नहीं बैठेगी। डॉक्टरों की वापसी और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग के साथ-साथ नशे पर रोक की मांग ने इस आंदोलन को एक बहुआयामी रूप दिया है। अब यह सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे जनता की मांगों को सुनें और इस गंभीर समस्या का समाधान निकालें। यह देखना बाकी है कि सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है।

डॉक्टरों के ट्रांसफर से मालधन में जनता का फूटा गुस्सा, ‘नशा नहीं, इलाज दो’ के नारों के साथ बाजार बंद कर किया विरोध प्रदर्शन

रामनगर/मालधन, 18 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – मालधन क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और नशे के खिलाफ आज महिला एकता मंच के आह्वान पर एक ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। सोमवार को पूरे दिन मालधन का बाजार पूरी तरह से बंद रहा। “नशा नहीं, इलाज दो” के जोरदार नारों के…

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काशीपुर, 17 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज और निरंकारी राजपिता रमित जी के पावन मार्गदर्शन में, संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा 'वननेस वन' परियोजना का पाँचवाँ चरण आज पूरे देश के 600 से अधिक स्थानों पर पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इसी कड़ी में, काशीपुर के राजकीय पशु चिकित्सालय में भी इस अनूठे अभियान का सफल आयोजन हुआ, जहाँ लगभग 350 निरंकारी सेवादार भाई-बहनों और बच्चों ने मिलकर न केवल बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया, बल्कि पूरे क्षेत्र की सफाई भी की। यह आयोजन प्रकृति के प्रति प्रेम, सेवा के प्रति समर्पण और सह-अस्तित्व की भावना का एक अद्भुत उदाहरण बन गया। वननेस वन’ परियोजना: हरियाली से कहीं बढ़कर संत निरंकारी मंडल के सचिव, आदरणीय श्री जोगिन्दर सुखीजा जी ने इस अभियान के पीछे के गहन दर्शन को साझा करते हुए बताया कि 'वननेस वन' सिर्फ हरियाली को बढ़ावा देने की एक पहल नहीं है, बल्कि यह प्रकृति के साथ एक गहरा जुड़ाव स्थापित करने, मानव के उत्तरदायित्वों को समझने और सह-अस्तित्व की भावना को मजबूत करने का एक समर्पित प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह मिशन मानवता और प्रकृति के बीच के संबंध को पुनः स्थापित करने का एक माध्यम है, जहाँ पेड़ लगाना केवल एक कार्य नहीं, बल्कि एक संस्कार बन जाता है। सेवा और समर्पण के भाव से किया गया यह कार्य एक आध्यात्मिक अनुभव का रूप ले लेता है, जो पर्यावरण संरक्षण को एक नया आयाम देता है। काशीपुर में सेवादारों का अदम्य उत्साह आज सुबह काशीपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में निरंकारी सेवादारों का उत्साह देखते ही बन रहा था। राजकीय पशु चिकित्सालय परिसर में, जहाँ पिछले वर्ष भी वृक्षारोपण किया गया था, इस बार भी बड़ी संख्या में नए पौधे लगाए गए। इस दौरान, परिसर में चारों ओर कीचड़ होने के बावजूद, सेवादारों ने बिना किसी हिचकिचाहट के पूरे जोश के साथ अपने कार्य को अंजाम दिया। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने मिलकर परिसर की सुंदरता को बढ़ाने में अपना योगदान दिया। कीचड़ की परवाह किए बिना, जिस तरह से सेवादारों ने पूरे लगन से वृक्षारोपण और सफाई का कार्य किया, वह उनके निस्वार्थ सेवाभाव का प्रतीक था। इस सराहनीय कार्य की स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के इंचार्ज ने भी भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने निरंकारी मिशन के इस प्रयास को प्रकृति और समाज के लिए एक प्रेरणादायी कदम बताया। एक अभियान से 'लघु वनों' तक का सफर वर्ष 2021 में शुरू हुआ 'वननेस वन' अभियान अब अपने पांचवें चरण में पहुँच चुका है, और इसका प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। जिन स्थानों पर कभी खाली जमीन थी, वहाँ अब ये अभियान हरे-भरे वृक्षों में बदल चुके हैं, जिन्होंने लघु वनों का रूप ले लिया है। इन वनों में विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओं और प्रवासी पक्षियों की वापसी ने जैव विविधता के पुनरुत्थान को प्रमाणित किया है। यह इस बात का सबूत है कि यह प्रयास केवल पर्यावरण की रक्षा नहीं कर रहा है, बल्कि प्रकृति को उसके मूल स्वरूप में लौटाने का भी माध्यम बन रहा है। यह अभियान भविष्य की पीढ़ियों को एक समृद्ध, हरा-भरा और स्वस्थ वातावरण देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। रोपे गए पौधों की देखभाल और संरक्षण का संकल्प उन्हें घने, आत्मनिर्भर वनों में परिवर्तित करने की दिशा में एक ठोस कदम है। संदेश और संकल्प स्थानीय मुखी राजेंद्र अरोड़ा ने सभी संतों और स्वास्थ्य अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए सतगुरु माता जी का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि ‘वननेस वन’ परियोजना सिर्फ वृक्षारोपण नहीं है, बल्कि यह प्रकृति, सेवा और सह-अस्तित्व का एक जीवंत आंदोलन है। यह अभियान भविष्य की पीढ़ियों को हरीतिमा से समृद्ध वातावरण देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। सतगुरु की छत्रछाया में 'वननेस वन' का यह अभियान सेवा, समर्पण और प्रकृति प्रेम की एक ऐसी साधना है, जो पर्यावरण संरक्षण को एक आध्यात्मिक अनुभव में बदल देती है। यह अभियान एक स्पष्ट और सशक्त संदेश देता है कि वृक्ष लगाना सिर्फ एक कर्तव्य नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण संस्कार है, और निस्वार्थ सेवा करना केवल एक कार्य नहीं, बल्कि एक महान साधना है, जिसे निरंकारी मिशन बखूबी निभा रहा है। यह आयोजन एक बार फिर यह साबित करता है कि जब समाज एक नेक उद्देश्य के लिए एक साथ आता है, तो बड़े से बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। निरंकारी मिशन का यह अभियान समाज के सभी वर्गों के लिए एक प्रेरणा है कि वे अपने पर्यावरण की देखभाल करें और एक बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करें।

सेवा, समर्पण और हरियाली का उत्सव: निरंकारी मिशन का ‘वननेस वन’ अभियान, काशीपुर में हुआ भव्य वृक्षारोपण और सफाई अभियान

काशीपुर, 17 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज और निरंकारी राजपिता रमित जी के पावन मार्गदर्शन में, संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा ‘वननेस वन’ परियोजना का पाँचवाँ चरण आज पूरे देश के 600 से अधिक स्थानों पर पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इसी कड़ी में,…

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रुद्रपुर, 15 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – जनपद ऊधमसिंहनगर में 79वां स्वतंत्रता दिवस का राष्ट्रीय पर्व आज पूरे हर्षोल्लास, देशभक्ति और जोश के साथ मनाया गया। जिले के मुख्य कार्यालयों से लेकर ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों तक, हर जगह तिरंगा फहराया गया और शहीदों को नमन किया गया। रुद्रपुर के कलेक्ट्रेट और सिटी क्लब में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने ध्वजारोहण किया, जबकि विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर देशभक्ति गीतों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। कलेक्ट्रेट में हुआ सम्मान समारोह कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान गाया। इसके उपरांत, उन्होंने संविधान और नशामुक्ति की शपथ दिलाई, जो राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का एक महत्वपूर्ण संकल्प था। इस मौके पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके परिजनों को फूलमाला और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया, जिनके बलिदानों को याद कर सभी की आँखें नम हो गईं। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि "आज हम जिस स्वतंत्र हवा में सांस ले रहे हैं, वह हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान का ही फल है। हमें उनके सपनों के भारत का निर्माण करने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।" उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करें और समाज के विकास में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाएं। विकास भवन में अधिकारियों ने लिया संकल्प विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया। दिवेश शाशनी ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से ईमानदारी, सादगी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ समाज के गरीब और जरूरतमंद तबके तक पहुंचाना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इस कार्यक्रम में जिला पर्यटन विकास अधिकारी लता बिष्ट, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी सहित कई अधिकारी, कर्मचारी और नागरिक उपस्थित थे। उत्कृष्ट कार्य करने वालों का सम्मान स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किए थे। उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर उनके योगदान की सराहना की गई। इसके अलावा, क्रॉस कंट्री रेस में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विजेता खिलाड़ियों को भी पुरस्कार प्रदान किए गए, जिससे उनके मनोबल में और वृद्धि हुई। ग्राम करनपुर में भी मना स्वतंत्रता दिवस जिले के शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वतंत्रता दिवस का पर्व पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। ग्राम करनपुर में स्थित सरस्वती शिशु एवं विद्या मंदिर में ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान हुआ। विद्यालय के बच्चों ने देशभक्ति पर आधारित मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिन्होंने सभी का मन मोह लिया। विद्यालय के अध्यक्ष रवि साहनी ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को याद करते हुए बच्चों को देश सेवा का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान हरिओम सुधा, सुरेश बत्रा, शिवम सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, मोनिका बाठला, आंचल साहनी, योगिता बत्रा, अनामिका, रमेश, अमन, जसमीत सहित विद्यालय का पूरा स्टाफ और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ए.एन. झा इंटर कॉलेज में भी जश्न इसी क्रम में, करनपुर स्थित ए.एन. झा इंटर कॉलेज में भी स्वतंत्रता दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां भी ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान हुआ और विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी देशभक्ति का प्रदर्शन किया। यह उत्साह और उमंग का माहौल यह दर्शाता है कि आजादी का यह पर्व हर भारतीय के दिल में विशेष स्थान रखता है।

रुद्रपुर और करनपुर में 79वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया, शहीदों के बलिदान को किया गया याद

रुद्रपुर, 15 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – जनपद ऊधमसिंहनगर में 79वां स्वतंत्रता दिवस का राष्ट्रीय पर्व आज पूरे हर्षोल्लास, देशभक्ति और जोश के साथ मनाया गया। जिले के मुख्य कार्यालयों से लेकर ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों तक, हर जगह तिरंगा फहराया गया और शहीदों को नमन किया गया। रुद्रपुर के कलेक्ट्रेट और…

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