उत्तराखंड में पंचायत चुनाव की तैयारियां तेज, मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया शुरू

उत्तराखंड में आगामी पंचायत चुनावों की तैयारियों को लेकर जिला पंचायतराज अधिकारियों के माध्यम से प्रदेश की हर ग्राम पंचायत में वोटर लिस्ट का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत सभी ग्रामीणों को शामिल करते हुए विशेष बैठकें आयोजित की जा रही हैं, जिनमें बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) भी मौजूद रहेंगे।
बैठकों के दौरान मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने और संशोधन करने के लिए आवेदन पत्र (फार्म) भी लिए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि इससे छूटे हुए पात्र मतदाताओं को अपना नाम जोड़ने का पूरा मौका मिलेगा।
मतदाता सूची में त्रुटियों को लेकर सख्ती
मुख्य विकास अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि चमोली, टिहरी गढ़वाल और ऊधमसिंह नगर के अधिकारियों को मतदाता सूची की त्रुटियों को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए गए हैं। जिन विकास खंडों में अधिक त्रुटियां पाई जाएंगी, उनकी सूची का पुनः परीक्षण किया जाएगा।
वहीं, नैनीताल और अल्मोड़ा जिलों में बेहतर कार्य के लिए उनकी सराहना की गई है। इसके अलावा, अधिकारियों ने मतपेटिका, निर्वाचन सामग्री और मतदान केंद्रों की स्थिति की भी समीक्षा की।
पंचायत चुनाव अप्रैल या मई में संभव
केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनावों को लेकर सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों से 31 मार्च तक रिपोर्ट मांगी है। उत्तराखंड में पंचायतों का कार्यकाल पूरा हो चुका है, जिसके बाद प्रधान और जिला पंचायत अध्यक्ष प्रशासक की भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे में प्रशासन ने पंचायत चुनावों की तैयारियां तेज कर दी हैं। संभावना जताई जा रही है कि चुनाव अप्रैल के आखिरी सप्ताह या मई में हो सकते हैं।
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