काशीपुर में अवैध रूप से बिक रही एविल वायल पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई

काशीपुर, 25 फरवरी 2025 (समय बोल रहा) – नशे के रूप में इस्तेमाल की जा रही एविल वायल के दुरुपयोग की शिकायतों के बाद प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए कई मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी की। इस दौरान कुछ मेडिकल स्टोरों को सील कर दिया गया, जबकि कुछ को अनियमितताओं के चलते बंद करा दिया गया।
जिलाधिकारी नितिन भदौरिया को सूचना मिली थी कि काशीपुर क्षेत्र में एविल वायल का अधिक मात्रा में दुरुपयोग किया जा रहा है। इस पर उन्होंने तत्काल संज्ञान लेते हुए एसडीएम काशीपुर अभय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में ड्रग इंस्पेक्टर और पुलिस टीम को छापेमारी के निर्देश दिए। कार्रवाई के तहत काशीपुर क्षेत्र के कई मेडिकल स्टोरों की जांच की गई।
छापेमारी में कई मेडिकल स्टोरों पर अनियमितताएँ पाईं गईं
टीम ने सबसे पहले कुमाऊँ मेडिकल एजेंसी, निकट चामुंडा मंदिर से क्रय-विक्रय के अभिलेख प्राप्त किए। जांच में पता चला कि मैसर्स राज मेडिकल स्टोर, टांडा उज्जैन, काशीपुर में 375 एविल वायल की खरीद की गई थी, लेकिन विक्रय का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं था। इसके अलावा, इस फर्म का लाइसेंस पहले से निलंबित था, बावजूद इसके यह अवैध रूप से दवा की बिक्री कर रहा था। जनहित को ध्यान में रखते हुए इस मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया।
इसके बाद उत्तरांचल मेडिकल स्टोर और सुशील मेडिकल स्टोर, चीमा चौराहे पर छापेमारी की गई। उत्तरांचल मेडिकल स्टोर के पास वैध लाइसेंस और प्रोपराइटर का सत्यापन नहीं पाया गया, जिसके कारण इसे मौके पर बंद कराया गया। वहीं, सुशील मेडिकल स्टोर की वैधता से संबंधित दस्तावेज़ भी सही नहीं पाए गए, जिसके चलते प्रशासन ने इसे भी बंद करने का निर्देश दिया।
बिना प्रिस्क्रिप्शन बिक्री पर होगी सख्त कार्रवाई
एसडीएम अभय प्रताप सिंह ने कहा कि कोई भी मेडिकल स्टोर यदि बिना वैध डॉक्टर की पर्ची के एविल वायल बेचता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई जिलाधिकारी के निर्देशानुसार नियमों के तहत की जाएगी।
छापेमारी टीम में शामिल अधिकारी
इस अभियान में एसडीएम अभय प्रताप सिंह, तहसीलदार काशीपुर पंकज चन्दौला, ड्रग इंस्पेक्टर नीरज दिवाकर, पटवारी गौरव चौहान, दौलत सिंह, मनीष सिंह और टांडा चौकी इंचार्ज सुनील सुतेड़ी मौजूद रहे।
प्रशासन की इस कड़ी कार्रवाई के बाद अन्य मेडिकल स्टोर संचालकों में भी हड़कंप मच गया है। अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि नशे में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की अवैध बिक्री किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भविष्य में भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।