बंसत पंचमी पर सरस्वती शिशु मंदिर, करनपुर में हवन व सरस्वती पूजन का आयोजन किया गया




करनपुर, 2 फरवरी2025 (समय बोल रहा)
बसंत पंचमी के पावन पर्व पर करनपुर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में हवन एवं विशेष पूजा का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष रवि साहनी, प्रधानाचार्य हरीश गोस्वामी, कोषाध्यक्ष सुरेश बत्रा, दीपक प्रजापति, निर्मला साहनी, गगनदीप धनोवा, अन्नू धनोवा ,मोनिका बाठला, हरीओम सुधा, आनामिका बत्रा, कुसुम बत्रा, ऋतिक प्रजापति, शिव स्वामी, आंचल साहनी, प्रमोद कुमार, पंडित यशपाल शर्मा, अन्य गणमान्य लोग एवं समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे। पूरे विद्यालय परिसर में श्रद्धा और भक्ति का वातावरण बना रहा।
बसंत पंचमी: ज्ञान और विद्या की देवी सरस्वती की आराधना
बसंत पंचमी को ज्ञान, संगीत और कला की देवी माँ सरस्वती की उपासना का विशेष पर्व माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से शिक्षा और संगीत क्षेत्र से जुड़े लोग माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। सरस्वती शिशु मंदिर में भी इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें हवन, मंत्रोच्चार और भजन-कीर्तन प्रमुख रहे।
हवन और पूजा से शिक्षार्थियों ने प्राप्त किया आशीर्वाद
विद्यालय परिसर में आयोजित हवन में विद्यालय के समस्त विद्यार्थी, शिक्षक एवं अभिभावकों ने भाग लिया। हवन पूजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करना रहा। इस अवसर पर प्रधानाचार्य हरीश गोस्वामी ने अपने संबोधन में कहा, “विद्या ही मनुष्य को उज्जवल भविष्य की ओर ले जाती है। माँ सरस्वती की कृपा से हम सभी जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।”

गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने बढ़ाई शोभा
इस धार्मिक आयोजन में अनेक प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। इनमें विद्यालय अध्यक्ष रवि साहनी, कोषाध्यक्ष सुरेश बत्रा, निर्मला साहनी, मोनिका बाठला ,हरीओम सुधा, आनामिका बत्रा, कुसुम बत्रा,दीपक, ऋतिक प्रजापति, शिव स्वामी, आंचल साहनी, प्रमोद कुमार, यशपाल शर्मा, पंडित , गगनदीप धनोवा, अन्नू धनोवा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। इन सभी ने सामूहिक रूप से हवन एवं पूजन में भाग लिया तथा बच्चों को शुभकामनाएं दीं।
विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम
बसंत पंचमी के इस पावन अवसर पर विद्यार्थियों ने भी अपनी कला और संस्कृति का प्रदर्शन किया। विद्यालय के छात्रों ने माँ सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया। इसके अलावा, कुछ छात्रों ने बसंत ऋतु पर आधारित कविताएं और भजन गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दिखा विद्यार्थियों का उत्साह
इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने नृत्य, संगीत, कविता पाठ और नाटक के माध्यम से बसंत पंचमी के महत्व को दर्शाया। सभी प्रतिभागियों को विद्यालय प्रबंधन की ओर से प्रमाण पत्र एवं उपहार भेंट किए गए।
विद्यालय में शिक्षकों ने विद्यार्थियों को दी प्रेरणा
विद्यालय की शिक्षिका मोनिका बथला ने विद्यार्थियों को बसंत पंचमी का महत्व समझाते हुए कहा कि यह पर्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि शिक्षा और ज्ञान का भी प्रतीक है। उन्होंने विद्यार्थियों को सतत् अध्ययन और विद्या अर्जन की प्रेरणा दी। वहीं, अन्य शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों को परिश्रम और अनुशासन का महत्व समझाया।
समारोह का समापन प्रसाद वितरण के साथ
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों को प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन ने सभी का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी ऐसे धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की प्रतिबद्धता दोहराई।