BALVINDER SAHNI

नैनीताल, 18 सितंबर 2025 (समय बोल रहा) - कुमाऊं विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। लंबे समय से चल रहे आंदोलन और आक्रोश के बाद आखिरकार विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संघ चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। विश्वविद्यालय के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. मंगल सिंह मंन्द्रवाल ने चुनाव की पूरी प्रक्रिया का कार्यक्रम जारी कर दिया है। चुनाव का पूरा शेड्यूल डॉ. मंन्द्रवाल ने बताया कि छात्र संघ चुनाव 27 सितंबर को होंगे। चुनाव की प्रक्रिया निम्न प्रकार रहेगी: 22 सितंबर: कॉलेजों में चुनाव संबंधी अधिसूचना जारी की जाएगी। 23 सितंबर: नामांकन प्रपत्रों की बिक्री शुरू होगी। 24 सितंबर: इच्छुक प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 25 सितंबर: नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और इसी दिन उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे। 27 सितंबर: मतदान होगा और उसी दिन मतगणना के बाद परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। छात्रों में जबरदस्त उत्साह पिछले साल छात्र संघ चुनाव नहीं हो पाए थे, जिसकी वजह से छात्र संगठनों और छात्रों में काफी नाराजगी थी। इस बार चुनाव की तारीख की घोषणा होते ही छात्र संगठनों और उम्मीदवारों में जबरदस्त उत्साह का माहौल है। कई छात्रों ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें एक नई छात्र सरकार चुनने का मौका मिलेगा, जो उनकी समस्याओं को बेहतर ढंग से उठा सकेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस कदम से छात्रों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है, और अब सबकी निगाहें 27 सितंबर पर टिकी हुई हैं, जब चुनाव के नतीजे सामने आएंगे।

कुमाऊं विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव की तारीख घोषित: 27 सितंबर को होगा मतदान

नैनीताल, 18 सितंबर 2025 (समय बोल रहा) – कुमाऊं विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। लंबे समय से चल रहे आंदोलन और आक्रोश के बाद आखिरकार विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संघ चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। विश्वविद्यालय के मुख्य चुनाव अधिकारी…

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जसपुर, 17 सितंबर 2025 - (रिपोर्ट: समय बोल रहा ) - उत्तराखंड पुलिस की कार्यप्रणाली और दक्षता का एक और बड़ा उदाहरण सामने आया है। एसएसपी मणिकान्त मिश्रा के कुशल नेतृत्व में कोतवाली जसपुर पुलिस ने एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म और नृशंस हत्या के जघन्य मामले का खुलासा महज 12 घंटे के भीतर कर दिया। पुलिस की यह त्वरित और सटीक कार्रवाई न केवल आरोपी को सलाखों के पीछे ले आई, बल्कि समाज में फैल रही असुरक्षा की भावना को भी शांत करने का काम किया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर खून से सना ब्लेड और कपड़े भी बरामद किए हैं। दर्दनाक घटना और पुलिस का त्वरित एक्शन घटना जसपुर क्षेत्र की है, जहां एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म और निर्मम हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। अपराध की गंभीरता को देखते हुए, एसएसपी मणिकान्त मिश्रा ने तुरंत एक्शन लेते हुए 10 अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया। इन टीमों को तत्काल प्रभाव से आरोपी की तलाश में लगा दिया गया। पुलिस का लक्ष्य था कि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए और कानून का राज स्थापित किया जाए। पुलिस ने अपनी जांच की शुरुआत घटनास्थल और उसके आसपास के इलाके से की। स्थानीय लोगों और संभावित चश्मदीदों से पूछताछ की गई। पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती कम समय में आरोपी की पहचान करना था, क्योंकि अपराध को बड़ी ही चालाकी से अंजाम दिया गया था। बच्ची के रोने की आवाज बनी अहम सुराग जांच के दौरान पुलिस की एक टीम ने एक बेहद अहम जानकारी जुटाई। पड़ोसियों ने बताया कि घटना की रात उन्होंने एक बच्ची के रोने की आवाज सुनी थी, जो बाद में अचानक बंद हो गई। पुलिस ने इस जानकारी को गंभीरता से लेते हुए, उन सभी घरों और रास्तों की गहन तलाशी शुरू की जहां से यह आवाज आई हो सकती थी। पुलिस की पारखी नजर ने एक ऐसे संदिग्ध पर फोकस किया, जिसकी गतिविधियां सामान्य नहीं लग रही थीं और जिसका बर्ताव पुलिस को देखकर बदल रहा था। जब पुलिस ने उस व्यक्ति से पूछताछ की, तो वह घबरा गया और पुलिस के सवालों का सही से जवाब नहीं दे पाया। पुलिस का शक पुख्ता हो गया और सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपी ने न केवल नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म किया, बल्कि अपनी पहचान छिपाने के लिए उसकी नृशंस हत्या भी कर दी थी। आरोपी की पहचान और पिछली अपराधिक पृष्ठभूमि आरोपी की पहचान होने के बाद, पुलिस उसे लेकर घटनास्थल पर पहुंची। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने वह ब्लेड और कपड़े बरामद किए, जिनसे इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया था। ये बरामदगी इस केस के लिए अहम सबूत साबित हुई। पुलिस ने बताया कि आरोपी पर पूर्व में भी कोतवाली जसपुर में एक गंभीर मुकदमा पंजीकृत है, जो उसकी आपराधिक प्रवृत्ति को दर्शाता है। पुलिस की इस तेज तर्रार कार्रवाई और सूझबूझ से पूरे मामले का खुलासा हो गया और 12 घंटे के भीतर ही आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गया। पुलिस की इस कार्रवाई की चारों ओर सराहना हो रही है। इस घटना से जहां एक ओर समाज में भय का माहौल बना था, वहीं पुलिस की इस कार्रवाई ने जनता में विश्वास बहाल किया है। एसएसपी मणिकान्त मिश्रा ने अपनी टीमों के हर सदस्य की पीठ थपथपाई और उन्हें इस मुश्किल केस को सुलझाने के लिए बधाई दी।

जसपुर में जघन्य अपराध: 12 घंटे में नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या का खुलासा, बच्ची के रोने की आवाज बनी पुलिस का अहम सुराग

जसपुर, 17 सितंबर 2025 – (रिपोर्ट: समय बोल रहा ) – उत्तराखंड पुलिस की कार्यप्रणाली और दक्षता का एक और बड़ा उदाहरण सामने आया है। एसएसपी मणिकान्त मिश्रा के कुशल नेतृत्व में कोतवाली जसपुर पुलिस ने एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म और नृशंस हत्या के जघन्य मामले का खुलासा महज 12 घंटे के भीतर…

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काशीपुर, 15 सितंबर 2025 – (रिपोर्ट: समय बोल रहा ) – निरंकारी मिशन की उप-प्रधान और मिशन के इतिहास में एक प्रेरणादायी अध्याय बनी पूजनीय राज वासदेव अब निरंकार प्रभु में ब्रह्मलीन हो गई हैं। 12 सितंबर की देर रात्रि को, उन्होंने अपने गुरु चरणों में सेवा करते हुए अंतिम सांस ली। उनका जीवन त्याग, तपस्या और संपूर्ण समर्पण का प्रतीक रहा। मिशन के सभी अनुयायी उनके निधन से गहरे शोक में हैं। उनकी अंतिम यात्रा 13 सितंबर को दिल्ली में संपन्न हुई, और उनकी सेवाओं को याद करने के लिए 14 सितंबर को एक विशेष 'प्रेरणा दिवस' का आयोजन किया गया। एक समर्पित जीवन की यात्रा राज वासदेव का जन्म 5 मई 1941 को पेशावर, पाकिस्तान में हुआ था। उनका मूल नाम रजिन्दर कौर था। गुरु परिवार से बचपन से ही जुड़ाव के कारण वे एक समर्पित गुरूसिख थीं। बाद में, उनका विवाह वासदेव सिंह से हुआ और लेखन तथा सेवाओं के क्षेत्र में वह राज वासदेव के नाम से प्रसिद्ध हुईं, जो उनकी पहचान बन गया। उन्होंने शहंशाह बाबा अवतार सिंह से ब्रह्मज्ञान प्राप्त किया और उनका पूरा परिवार ही निरंकारी मिशन के रंग में पूर्णतः रंगा हुआ था। यही कारण था कि उनकी सोच और कर्म में समर्पित भाव, निर्भयता और इश्क हकीकी का जुनून स्पष्ट दिखाई देता था। शिक्षा के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता दिलाई। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अंबाला कैंट के खालसा हाई स्कूल में प्राप्त की और होम नर्सिंग प्रतियोगिता में सफलता हासिल की। मैट्रिक के बाद, उन्होंने अंबाला कैंट के पंजाब नेशनल स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्य करना शुरू किया। अपनी पढ़ाई जारी रखते हुए उन्होंने अंग्रेजी में एम.ए. किया और बाद में होशियारपुर के देव कॉलेज में अंग्रेजी की प्रोफेसर बन गईं। जीवन में अनेक बार विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए भी वे कभी नहीं रुकीं, जिसने उनके व्यक्तित्व में अदम्य साहस और तपस्या की झलक बनाए रखी। सेवा और नेतृत्व का नया अध्याय राज वासदेव ने मिशन के प्रचार-प्रसार को अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया। उनका मानना था कि मिशन का हर बच्चा एक प्रचारक बने, और इसी उद्देश्य के साथ उन्होंने देश-विदेश में सत्संग और आध्यात्मिक जागरूकता का कार्य किया। 1990 से उन्होंने मिशन की पत्रिकाओं और प्रकाशनों में नियमित रूप से योगदान देना शुरू किया। उनके लेखन की शैली सरल, गहन और हृदयस्पर्शी थी, जो पाठकों को मिशन की शिक्षाओं से गहराई से जोड़ देती थी। उनकी लगन और समर्पण को देखते हुए, सतगुरु बाबा हरदेव सिंह ने 2002 की जनरल बॉडी मीटिंग में उन्हें संत निरंकारी मंडल की कार्यकारिणी समिति में एडिशनल मेंबर इंचार्ज नियुक्त किया। यह ऐतिहासिक क्षण था, क्योंकि वे इस समिति की पहली महिला सदस्य बनीं, जिसने मिशन में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को एक नया आयाम दिया। 2005 से 2009 तक, उन्हें प्रकाशन विभाग और मिशन के पब्लिक स्कूलों की सेवाएं सौंपी गईं, जिसे उन्होंने बड़ी ही निष्ठा और कुशलता से निभाया। 2013 में उन्हें प्रचार विभाग की जिम्मेदारी दी गई और उसी वर्ष उनके नेतृत्व में मिशन का प्रथम महिला संत समागम पूजनीय निरंकारी राजमाता कुलवंत कौर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। यह आयोजन मिशन की महिलाओं के लिए एक नई प्रेरणा बना। 2015 में उनके मार्गदर्शन में पहला अंग्रेजी माध्यम समागम आयोजित किया गया, जिसका विषय "Youth Guided by Truth" था, और इसमें सतगुरु बाबा हरदेव सिंह की पावन उपस्थिति रही। युवाओं को मिशन से जोड़ने के लिए उन्होंने कई कार्यशालाएं और प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए, जो आज भी उनके योगदान की अमिट छाप छोड़ते हैं। उप-प्रधान के रूप में अंतिम सेवा उनकी सेवाओं का यह सिलसिला यहीं नहीं रुका। वर्ष 2018 में उन्हें ब्रांच प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी दी गई, जिसमें हरियाणा, राजस्थान और गुजरात जैसे बड़े राज्यों का समावेश था। 2019 में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की शाखा प्रशासन सेवा भी उन्हें सौंपी गई। अंततः, 2022 में सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज द्वारा उन्हें संत निरंकारी मंडल की उप-प्रधान नियुक्त किया गया। उन्होंने जीवन की अंतिम सांस तक इस दायित्व को पूर्ण निष्ठा से निभाया। राज वासदेव सदैव सतगुरु के आदेशों के प्रति समर्पित रहीं। उनके कार्यों में कोई प्रदर्शन नहीं, बल्कि निष्काम सेवा का भाव था। वे हर सेवा को अपना सौभाग्य मानकर निभाती थीं। उनका जीवन न केवल एक साधिका का जीवन था, बल्कि मिशन की आत्मा से जुड़े एक ऐसे तपस्विनी व्यक्तित्व की कहानी है, जो युगों तक स्मरणीय रहेगी। उनका अंतिम संस्कार 13 सितंबर को निगम बोध घाट, दिल्ली में किया गया। उनकी प्रेरणादायी सेवाओं और जीवन को याद करने के लिए निरंकारी मीडिया प्रभारी प्रकाश खेड़ा ने बताया कि सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज के आशीर्वाद से, निरंकारी राजपिता रमित की अध्यक्षता में 'प्रेरणा दिवस' का आयोजन 14 सितंबर 2025 को ग्राउंड नंबर 8, बुराड़ी रोड, दिल्ली में किया गया। इस अवसर पर मिशन के संतजन उनके प्रेरणादायी जीवन से सीख लेते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।

निरंकारी मिशन की उप-प्रधान राज वासदेव ब्रह्मलीन: मिशन को समर्पित रहा पूरा जीवन

काशीपुर, 15 सितंबर 2025 – (रिपोर्ट: समय बोल रहा ) – निरंकारी मिशन की उप-प्रधान और मिशन के इतिहास में एक प्रेरणादायी अध्याय बनी पूजनीय राज वासदेव अब निरंकार प्रभु में ब्रह्मलीन हो गई हैं। 12 सितंबर की देर रात्रि को, उन्होंने अपने गुरु चरणों में सेवा करते हुए अंतिम सांस ली। उनका जीवन त्याग,…

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काशीपुर, 14 सितंबर 2025 - ( समय बोल रहा ) - काशीपुर की प्रतिभाशाली पत्रकार, कवयित्री और समाजसेवी स्वर्गीय अनुश्री भारद्वाज की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। उनकी समाजसेवी संस्था 'प्रकृति हमारी धरोहर' के तत्वावधान में जसपुर खुर्द स्थित गार्डन में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें काशीपुर के सामाजिक, पत्रकारिता और शैक्षणिक जगत के कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। संघर्ष और सफलता की कहानी अनुश्री भारद्वाज को याद करते हुए, वक्ताओं ने उनके संघर्षशील जीवन और पत्रकारिता तथा साहित्य जगत में उनकी विशिष्ट पहचान बनाने के कठिन परिश्रम पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अनुश्री ने अपनी प्रतिभा और लगन के बल पर एक मुकाम हासिल किया और वे काशीपुर की बेटियों और बच्चों के लिए हमेशा प्रेरणा बनी रहेंगी। इस अवसर पर, सभी उपस्थित लोगों ने नम आँखों से अनुश्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके योगदान को याद किया। यह सभा न केवल उनके जीवन का सम्मान करने के लिए थी, बल्कि उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने के संकल्प को दोहराने के लिए भी थी। पत्रकारिता जगत को अपूरणीय क्षति श्रद्धांजलि सभा के दौरान, समाजसेवियों और पत्रकार साथियों ने कहा कि अनुश्री भारद्वाज का असमय जाना काशीपुर की पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि अनुश्री जैसी बहुमुखी प्रतिभा को भुलाना संभव नहीं है। उन्होंने सभी से उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करने का आग्रह किया। सभा में उत्तराखंड एथलीट चैंपियन समिति के अध्यक्ष विजेंद्र चौधरी, समाजसेवी एवं पीसीसी सदस्य अलका पाल, काशीपुर मीडिया सेंटर के अध्यक्ष दिलप्रीत सिंह सिटी, श्याम मॉडर्न स्कूल के प्रबंधक अमित शर्मा, समाजसेवी एवं पत्रकार एम. ए. राहुल, पत्रकार जुगनू खान, मोहम्मद शमी, भागीरथ शर्मा, सुनील कोठारी, बकुल डोनाल्ड, हिमांशु ठाकुर, अनुराग भटनागर, अभिषेक बलोदी, चित्रांश सक्सेना सहित अनेक गणमान्य पत्रकार उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त, छात्र सेवक जतिन शर्मा, रिंकु बिष्ट, अंचित शर्मा और विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर स्वर्गीय अनुश्री भारद्वाज को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस भावपूर्ण माहौल में, पूरा काशीपुर उन्हें नमन कर रहा था और उनकी स्मृतियों को संजो रहा था।

पत्रकार अनुश्री भारद्वाज को श्रद्धांजलि: काशीपुर में प्रथम पुण्यतिथि पर भावभीनी सभा

काशीपुर, 14 सितंबर 2025 – ( समय बोल रहा ) – काशीपुर की प्रतिभाशाली पत्रकार, कवयित्री और समाजसेवी स्वर्गीय अनुश्री भारद्वाज की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। उनकी समाजसेवी संस्था ‘प्रकृति हमारी धरोहर’ के तत्वावधान में जसपुर खुर्द स्थित गार्डन में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें काशीपुर के सामाजिक,…

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रामनगर, 31 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – रामनगर में परिवहन विभाग में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव देखने को मिला है। चमोली जिले के कर्णप्रयाग में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (ARTO) के पद पर कार्यरत रहे सुरेन्द्र कपकोटी ने आज रामनगर पहुंचकर नए ARTO के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उनकी नियुक्ति को यहां के परिवहन व्यवस्था के लिए एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। दूसरी ओर, अब तक रामनगर की जिम्मेदारी संभाल रहे ARTO संदीप वर्मा को काशीपुर में नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। परिवहन विभाग में हुए इस फेरबदल को प्रशासनिक दक्षता और व्यवस्था में सुधार लाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि इन तबादलों से दोनों ही क्षेत्रों में परिवहन संबंधी मुद्दों को प्रभावी ढंग से सुलझाने में मदद मिलेगी। रामनगर के लिए नई उम्मीद रामनगर, अपनी भौगोलिक स्थिति और पर्यटन के केंद्र के रूप में, परिवहन के लिहाज से एक बेहद संवेदनशील क्षेत्र है। कॉर्बेट नेशनल पार्क के प्रवेश द्वार के रूप में यह पूरे साल पर्यटकों की आवाजाही का केंद्र बना रहता है। इसके साथ ही, स्थानीय और व्यावसायिक वाहनों का भारी दबाव भी रहता है। ऐसे में, परिवहन व्यवस्था को सुचारू बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। नए ARTO सुरेन्द्र कपकोटी के सामने कई प्रमुख चुनौतियां होंगी। उन्हें ओवरलोडिंग, बिना फिटनेस वाले वाहनों के संचालन और प्रदूषण जैसी समस्याओं पर अंकुश लगाना होगा। इसके अलावा, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करना भी उनकी प्राथमिकताओं में से एक होगा। रामनगर में यातायात नियमों के उल्लंघन, खासकर पर्यटन वाहनों से संबंधित मामलों को अक्सर देखा जाता है। कपकोटी के अनुभव को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि वे इन चुनौतियों का सामना करते हुए व्यवस्था को और मजबूत बनाएंगे। संदीप वर्मा के लिए काशीपुर की जिम्मेदारी रामनगर में अपने कार्यकाल के दौरान, संदीप वर्मा ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए थे और स्थानीय लोगों के साथ उनका अच्छा समन्वय रहा। उनकी कार्यशैली को देखते हुए, उन्हें अब काशीपुर जैसे औद्योगिक और व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र में भेजा गया है। काशीपुर एक बड़ा औद्योगिक हब है, जहाँ भारी वाहनों और मालवाहक ट्रकों की आवाजाही काफी ज्यादा होती है। यहां परिवहन संबंधी नियमों का पालन सुनिश्चित करना एक जटिल कार्य है। संदीप वर्मा के सामने यहां ओवरलोडिंग, प्रदूषण नियंत्रण और व्यावसायिक वाहनों के लिए परमिट जारी करने जैसी चुनौतियों का सामना करना होगा। इसके साथ ही, उन्हें लाइसेंसिंग प्रक्रिया को भी और अधिक पारदर्शी और सुगम बनाना होगा। उनका अनुभव और प्रशासनिक दक्षता काशीपुर की परिवहन व्यवस्था को सुचारू बनाने में सहायक साबित होगी। तबादलों का महत्व: व्यवस्था में सुधार की पहल परिवहन विभाग में अधिकारियों के ये तबादले एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में नई कार्यशैली और दृष्टिकोण लाना होता है। अक्सर, एक अधिकारी का लंबे समय तक एक ही जगह पर रहना कार्यप्रणाली को स्थिर कर सकता है, इसलिए समय-समय पर बदलाव आवश्यक होते हैं। इन तबादलों से विभाग को नए दृष्टिकोण से काम करने और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का अवसर मिलता है। जनता को उम्मीद है कि ये दोनों अधिकारी अपनी नई जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से निभाएंगे। रामनगर में पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती है, जबकि काशीपुर में औद्योगिक विकास के साथ-साथ परिवहन नियमों का पालन करवाना भी महत्वपूर्ण है। यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों अधिकारी अपनी नई जिम्मेदारियों को कैसे संभालते हैं और क्या वे लोगों की अपेक्षाओं पर खरे उतर पाते हैं।

परिवहन विभाग में बड़ा फेरबदल: रामनगर को मिले नए ARTO, संदीप वर्मा को मिली काशीपुर की जिम्मेदारी

रामनगर, 31 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – रामनगर में परिवहन विभाग में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव देखने को मिला है। चमोली जिले के कर्णप्रयाग में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (ARTO) के पद पर कार्यरत रहे सुरेन्द्र कपकोटी ने आज रामनगर पहुंचकर नए ARTO के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उनकी…

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काशीपुर, 21 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – इस वक्त की सबसे बड़ी खबर काशीपुर के ढकिया गुलाबों इलाके से आ रही है, जहां दिनदहाड़े एक पूर्व प्रधान को गोली मार दी गई। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। घायल पूर्व प्रधान की हालत फिलहाल काफी गंभीर बताई जा रही है। उन्हें तत्काल काशीपुर के कृष्ण हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। क्या हुआ था? यह हादसा तब हुआ, जब पूर्व प्रधान श्याम सिंह किसी काम से इलाके में स्थित डॉ. की दुकान पर गए थे। बताया जा रहा है कि जैसे ही वह दुकान पर पहुंचे, अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोलियां दाग दीं। अचानक हुए इस हमले से मौके पर अफरातफरी मच गई। गोली लगने के बाद पूर्व प्रधान जमीन पर गिर पड़े और हमलावर तुरंत मौके से फरार हो गए। हमले का विवरण और पुलिस जांच घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और एम्बुलेंस बुलाकर घायल पूर्व प्रधान को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने बताया कि पूर्व प्रधान को कमर में दो गोलियां लगी हैं। यह एक सुनियोजित हमला प्रतीत होता है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और हमलावरों की तलाश में जुट गई है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालना भी शुरू कर दिया है ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके। इसके अलावा, पुलिस टीम ने मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों से भी पूछताछ की है। इलाके में तनाव का माहौल यह वारदात ऐसे समय में हुई है जब इलाके में शांतिपूर्ण माहौल था। इस घटना के बाद से ढकियागुलाबों और आसपास के क्षेत्रों में एक बार फिर से दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग इस घटना को लेकर काफी चिंतित हैं। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि कानून-व्यवस्था बनी रहे। आगे की कार्रवाई पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और विभिन्न कोणों से जांच कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि हमलावरों का मकसद क्या था और क्या यह कोई पुरानी रंजिश का मामला है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही हमलावरों को पकड़ लिया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह समाचार 'समय बोल रहा है' न्यूज़ के माध्यम से आप तक पहुंची है। आगे की और अपडेट्स के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।

काशीपुर में दिनदहाड़े पूर्व प्रधान को गोली मारी, हालत गंभीर – देखिए वीडियो

काशीपुर, 21 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – इस वक्त की सबसे बड़ी खबर काशीपुर के ढकिया गुलाबों इलाके से आ रही है, जहां दिनदहाड़े एक पूर्व प्रधान को गोली मार दी गई। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। घायल पूर्व प्रधान की हालत फिलहाल काफी गंभीर बताई जा…

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काशीपुर, 19 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – शहर के प्रमुख यातायात मार्ग महाराणा प्रताप चौक पर स्थित रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का हाइट बैरियर एक बार फिर से टूट गया। राधेश्याम बिल्डिंग के सामने हुई इस घटना से कुछ देर के लिए यातायात बाधित हो गया। हालांकि, गनीमत रही कि इस दौरान किसी भी तरह के जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। यह घटना एक बार फिर से आरओबी पर लगे हाइट बैरियर की सुरक्षा और इसके रखरखाव पर सवाल खड़े करती है। अज्ञात वाहन ने तोड़ा बैरियर यह घटना सोमवार देर रात की है, जब किसी बड़े और अज्ञात वाहन ने ओवरब्रिज के ऊपर से गुजरने की कोशिश की और राधेश्याम बिल्डिंग की ओर लगे हाइट बैरियर को तोड़ दिया। बैरियर टूटने के बाद सड़क पर आवागमन में बाधा उत्पन्न हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तुरंत कार्रवाई करते हुए यातायात को नियंत्रित किया। पुलिस ने बैरिकेड लगाकर ट्रैफिक को दूसरे मार्गों पर डायवर्ट किया, जिससे सड़क पर वाहनों का जमावड़ा न लगे। दुरुस्त किया गया बैरियर पुलिस और संबंधित विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर टूटे हुए हाइट बैरियर को ठीक करने का काम शुरू किया। कुछ घंटों की मशक्कत के बाद बैरियर को दुरुस्त कर दिया गया और यातायात को सामान्य रूप से बहाल किया गया। यह पहली बार नहीं है जब इस आरओबी का हाइट बैरियर टूटा है। इस तरह की घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी हैं, जो यह दर्शाती हैं कि या तो वाहन चालक नियमों का पालन नहीं करते, या बैरियर को और मजबूत करने की आवश्यकता है। हाइट बैरियर का उद्देश्य और चुनौतियाँ महाराणा प्रताप चौक स्थित आरओबी पर हाइट बैरियर लगाने का मुख्य उद्देश्य बड़े और भारी वाहनों को ओवरब्रिज पर चढ़ने से रोकना है। यह बैरियर आरओबी की संरचना को नुकसान से बचाने और यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए लगाए जाते हैं। अक्सर, बड़े ट्रक या अन्य भारी वाहन चालक बैरियर की ऊंचाई का ध्यान नहीं रखते और उसे तोड़ देते हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल यातायात को प्रभावित करती हैं, बल्कि सड़क सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करती हैं। यह घटना शहर के यातायात प्रबंधन और सड़क सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से अधिकारियों को सोचने पर मजबूर करती है। प्रशासन को इस मुद्दे का एक स्थायी समाधान निकालने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

काशीपुर: आरओबी का हाइट बैरियर फिर टूटा, राधेश्याम बिल्डिंग के सामने हुई घटना, यातायात बाधित

काशीपुर, 19 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – शहर के प्रमुख यातायात मार्ग महाराणा प्रताप चौक पर स्थित रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का हाइट बैरियर एक बार फिर से टूट गया। राधेश्याम बिल्डिंग के सामने हुई इस घटना से कुछ देर के लिए यातायात बाधित हो गया। हालांकि, गनीमत रही कि इस दौरान किसी…

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काशीपुर, 12 सितंबर 2025 - (समय बोल रहा ) - उत्तराखंड को 'नशा मुक्त देवभूमि' बनाने के अभियान के तहत, काशीपुर कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। देर रात गश्त के दौरान पुलिस ने अल्ली खां मोहल्ले के एक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से 8.25 ग्राम स्मैक बरामद हुई है। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act) के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई न केवल पुलिस की सतर्कता को दर्शाती है, बल्कि क्षेत्र में नशे के बढ़ते कारोबार पर लगाम लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान को भी मजबूती देती है। पुलिस की सतर्कता और सफल ऑपरेशन यह घटना गुरुवार देर रात की है, जब काशीपुर के उप-निरीक्षक मनोज धोनी अपनी टीम के साथ क्षेत्र में गश्त पर थे। पुलिस को लंबे समय से इस क्षेत्र में नशे के अवैध कारोबार की सूचना मिल रही थी। इसी सूचना के आधार पर पुलिस की टीम विशेष रूप से चौकस थी। रात के सन्नाटे में, पुलिस की नजर डिजाइन सेंटर के पास एक बाइक सवार युवक पर पड़ी, जिसकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही थीं। पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया। पुलिस को देखते ही युवक ने भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए उसे धर दबोचा। पुलिस द्वारा तलाशी लेने पर युवक के कब्जे से एक प्लास्टिक की पुड़िया बरामद हुई, जिसमें 8.25 ग्राम स्मैक थी। यह मात्रा एनडीपीएस एक्ट के तहत वाणिज्यिक मात्रा के दायरे में आती है, जिससे आरोपी पर लगाई गई धाराएं और भी सख्त हो जाती हैं। पूछताछ के दौरान, आरोपी ने अपना नाम आमिर खान बताया, जो अल्ली खां मोहल्ले का निवासी है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि आमिर कहां से स्मैक खरीदता था और किन लोगों को बेचता था। एनडीपीएस एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई पुलिस ने तत्काल आरोपी आमिर खान के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। एनडीपीएस एक्ट के तहत ड्रग्स की मात्रा के आधार पर सजा का प्रावधान है। कम मात्रा के लिए कम सजा होती है, जबकि वाणिज्यिक मात्रा के लिए 10 साल से लेकर 20 साल तक की जेल और भारी जुर्माना हो सकता है। 8.25 ग्राम की मात्रा को देखते हुए, आरोपी को एक लंबी सजा का सामना करना पड़ सकता है। यह कार्रवाई उन लोगों के लिए एक सख्त संदेश है जो युवाओं को नशे की लत में धकेलकर समाज को खोखला कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई नशे के खिलाफ उनके ज़ीरो टॉलरेंस की नीति का हिस्सा है। पिछले कुछ महीनों में पुलिस ने कई नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है और इस तरह के अवैध धंधे में शामिल कई गिरोहों का भंडाफोड़ किया है। पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा और इसमें आम जनता से भी सहयोग की अपील की गई है, ताकि नशे के जाल को पूरी तरह से खत्म किया जा सके। काशीपुर शहर में युवाओं में नशे की लत एक बड़ी समस्या बनती जा रही है, और इस तरह की गिरफ्तारियां पुलिस के प्रयासों को दर्शाती हैं। यह उम्मीद की जाती है कि यह कार्रवाई न केवल नशा तस्करों के बीच डर पैदा करेगी, बल्कि युवाओं को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करेगी।

काशीपुर में पुलिस का सख्त अभियान: कोर्ट से जारी वारंट पर 5 वारंटी गिरफ्तार, टली कानूनी कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया

काशीपुर, 05 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – न्यायपालिका के आदेशों का सम्मान और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए काशीपुर पुलिस ने कोर्ट से जारी गिरफ्तारी वारंटों के आधार पर पांच वारंटियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी वारंटी लंबे समय से अदालत के समन की…

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जसपुर, 31 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखण्ड में पंचायत चुनाव 2025 की मतगणना अब अपने निर्णायक चरणों की ओर बढ़ रही है। ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक में चौथे राउंड की मतगणना के परिणाम घोषित हो चुके हैं, जिसने चुनावी दौड़ में शामिल कई ग्राम पंचायतों की तस्वीर साफ कर दी है। इस राउंड के नतीजों में विशेष रूप से महिला और युवा उम्मीदवारों का दबदबा देखने को मिला है, जो ग्रामीण राजनीति में एक नए परिवर्तन का संकेत है। मतगणना केंद्र पर कड़ी सुरक्षा के बीच घोषित इन परिणामों से विजयी प्रत्याशियों और उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह का माहौल है। चौथे राउंड में विजयी हुए ग्राम प्रधानों की सूची जसपुर ब्लॉक के चौथे राउंड की मतगणना में कई ग्राम पंचायतों को उनका नया नेतृत्व मिल गया है। इन परिणामों में विभिन्न आरक्षित और अनारक्षित सीटों पर अलग-अलग उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। ग्राम धर्मपुर (आरक्षण: अनुसूचित जाति महिला): इस सीट पर नीशू ने जीत दर्ज करते हुए 491 मत प्राप्त किए और सविरोध निर्वाचित हुईं। उनकी जीत धर्मपुर में अनुसूचित जाति महिला वर्ग के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करती है। ग्राम पूरनपुर (आरक्षण: अनुसूचित जाति महिला): पूरनपुर से मृदुला सागर 507 मतों के साथ विजयी रही हैं। उनकी जीत भी आरक्षित वर्ग में महिला नेतृत्व को मजबूत करती है। ग्राम नादेही (आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग): नादेही की सीट पर महेश सिंह ने 329 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है। यह जीत उनके क्षेत्र में मजबूत जनाधार का प्रमाण है। ग्राम आसपुर (आरक्षण: अनारक्षित): आसपुर में नरेन्द्र सिंह ने 418 मत प्राप्त कर प्रधान पद पर कब्जा किया है। ग्राम राजपुर (आरक्षण: महिला): राजपुर से इल्मा परवीन ने 1347 मतों के साथ शानदार जीत दर्ज की है, जो उनके प्रति जनता के भारी विश्वास को दर्शाता है। ग्राम गढ़ीहुसैन (आरक्षण: अनारक्षित): गढ़ीहुसैन में रविन्द्र सिंह ने 541 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है। ग्राम कलियावाला (आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग): कलियावाला से बलजीत कौर 324 मतों के साथ विजयी रहीं, जो ग्रामीण राजनीति में महिला भागीदारी को बढ़ावा देती है। ग्राम कासमपुर (आरक्षण: महिला): कासमपुर में मनोज कुमारी ने 695 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है। ग्राम देवीपुरा (आरक्षण: अन्य पिछड़ा वर्ग महिला): देवीपुरा की सीट पर सुलेखा सैनी ने 586 मतों के साथ एक निर्णायक जीत दर्ज की। ग्राम मुरलीवाला (आरक्षण: अनारक्षित): मुरलीवाला से अनुज कुमार ने 381 मत प्राप्त कर प्रधान पद का चुनाव जीता है। ग्राम खेड़ालक्ष्मीपुर (आरक्षण: महिला): खेड़ालक्ष्मीपुर में नाहिद अख्तर 985 मतों के साथ विजयी रहीं, जो महिला नेतृत्व की बढ़ती स्वीकार्यता का प्रमाण है। ग्राम सन्यासियोंवाला (आरक्षण: अनारक्षित): सन्यासियोंवाला से आशीष चौहान ने 685 मतों के साथ जीत हासिल की है। ग्राम तालबपुर (आरक्षण: अनारक्षित): तालबपुर में कविता देवी ने 546 मत प्राप्त कर प्रधान पद पर कब्जा किया है। ग्राम नारायणपुर (आरक्षण: अनुसूचित जाति): नारायणपुर से करतार सिंह 493 मतों के साथ विजयी रहे हैं। ग्राम सूरजपुर (आरक्षण: अनारक्षित): सूरजपुर में गुरमेज सिंह ने 339 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है। ये नतीजे यह दर्शाते हैं कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में जनता ने अपने प्रतिनिधि का चुनाव उनकी योग्यता, स्थानीय समस्याओं के प्रति उनकी समझ और उनके वादों के आधार पर किया है। बदलता ग्रामीण परिदृश्य: युवा और महिला नेतृत्व को प्राथमिकता जसपुर ब्लॉक के इन नतीजों में एक खास बात यह भी देखने को मिल रही है कि मतदाताओं ने युवा और महिला उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है। आरक्षित और अनारक्षित दोनों सीटों पर महिलाओं की जीत यह साबित करती है कि अब ग्रामीण मतदाता पुराने ढर्रे से बाहर निकलकर नए और सक्षम नेतृत्व को चुन रहे हैं। इल्मा परवीन, नाहिद अख्तर और सुलेखा सैनी जैसी महिला उम्मीदवारों की जीत यह संदेश देती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिला सशक्तिकरण की लहर तेजी से फैल रही है। इन नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के सामने अब अपने-अपने गाँवों में विकास कार्यों को गति देने और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की चुनौती होगी। मतगणना केंद्र पर उत्साह और सुरक्षा का माहौल चौथे राउंड के परिणाम घोषित होने के बाद मतगणना केंद्र पर माहौल काफी गर्मजोशी भरा रहा। विजयी उम्मीदवारों के समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ जश्न मनाया। सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बीच पुलिसकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित किया और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को होने से रोका। मतगणना हॉल में हर एक वोट की गिनती पर प्रत्याशियों के एजेंट पैनी नजर बनाए हुए थे, जिससे प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित हो रही थी। आगे की तस्वीर: अंतिम परिणामों का इंतजार जसपुर ब्लॉक में मतगणना अभी भी जारी है। चौथे राउंड के बाद अब बाकी राउंड के परिणाम भी जल्द ही आने की उम्मीद है। ये परिणाम जहां ग्राम प्रधानों की तस्वीर साफ कर चुके हैं, वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत सदस्यों के अंतिम परिणाम आने का भी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी और राज्य निर्वाचन आयोग लगातार अपडेट जारी कर रहे हैं। अब सभी की निगाहें अंतिम परिणामों पर टिकी हैं, जो यह तय करेंगे कि अगले पांच वर्षों के लिए ग्रामीण उत्तराखण्ड का नेतृत्व किसके हाथों में होगा।

पंचायत चुनाव: जसपुर ब्लॉक में चौथे राउंड की मतगणना पूरी, कई ग्राम पंचायतों को मिले नए प्रधान, महिला और युवा नेतृत्व का दबदबा

जसपुर, 31 जुलाई 2025 – (समय बोल रहा ) – उत्तराखण्ड में पंचायत चुनाव 2025 की मतगणना अब अपने निर्णायक चरणों की ओर बढ़ रही है। ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर ब्लॉक में चौथे राउंड की मतगणना के परिणाम घोषित हो चुके हैं, जिसने चुनावी दौड़ में शामिल कई ग्राम पंचायतों की तस्वीर साफ कर दी…

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