BALVINDER SAHNI

काशीपुर, 24 सितंबर 2025 (समय बोल रहा)- उधमसिंहनगर जिले के जिलाधिकारी के सख्त आदेशों के बाद, आज काशीपुर में अवैध मेडिकल स्टोरों पर एक बड़ी और निर्णायक कार्रवाई की गई। उपजिलाधिकारी काशीपुर के निर्देशों के तहत, औषधि नियंत्रण विभाग, काशीपुर कोतवाली पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने मोहल्ला अली ख़ान और मोहल्ला साबिक थाना क्षेत्र में स्थित 14 मेडिकल स्टोरों पर औचक छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया। इस छापेमारी के दौरान कई चौंकाने वाली अनियमितताएं सामने आईं, जिसके परिणामस्वरूप 7 मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की गई है। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले अवैध कारोबारियों पर नकेल कसना था। अभियान की पृष्ठभूमि और रणनीति पिछले कुछ समय से प्रशासन को काशीपुर के कुछ मोहल्लों में अवैध रूप से संचालित हो रहे मेडिकल स्टोरों के बारे में शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों में विशेष रूप से मनः प्रभावी (साइकोएक्टिव) औषधियों के अवैध कारोबार और अनियंत्रित बिक्री का उल्लेख था, जो युवाओं के बीच नशे की लत को बढ़ावा दे रहा था। जिलाधिकारी महोदय ने इन गंभीर शिकायतों का संज्ञान लिया और तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। आज की छापेमारी इसी रणनीति का हिस्सा थी, जिसे पूरी तरह से गोपनीय रखा गया ताकि किसी को भी पहले से इसकी भनक न लग सके। छापेमारी के लिए एक संयुक्त टीम का गठन किया गया, जिसमें वरिष्ठ ड्रग्स इंस्पेक्टर नीरज कुमार, ड्रग्स इंस्पेक्टर शुभम कोटनाला, निधि शर्मा, और अर्चना उप्पल शामिल थे। उनके साथ कोतवाली पुलिस बल और काशीपुर प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे। यह एक सुनियोजित अभियान था, जिसमें सुबह से ही टीम ने अलग-अलग मेडिकल स्टोरों पर एक साथ धावा बोला। दवा कारोबार में मिलीं गंभीर अनियमितताएं जांच के दौरान टीम को अधिकांश मेडिकल स्टोरों में गंभीर अनियमितताएं मिलीं। एक-एक करके 14 प्रतिष्ठानों का गहन निरीक्षण किया गया, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। सबसे बड़ी अनियमितता यह थी कि कई मेडिकल स्टोरों में होलसेल लाइसेंस की आड़ में रिटेल का कारोबार किया जा रहा था। यह एक गंभीर उल्लंघन है, क्योंकि रिटेल मेडिकल स्टोर के लिए एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की उपस्थिति अनिवार्य होती है, जो दवा के वितरण और ग्राहक को सही जानकारी देने के लिए जिम्मेदार होता है। लेकिन इन प्रतिष्ठानों में ऐसा कोई भी पंजीकृत फार्मासिस्ट मौके पर मौजूद नहीं था। इसके अलावा, टीम ने कई दुकानों में अस्वास्थ्यकर स्थिति पाई, जहाँ दवाइयां बेहद गंदगी और धूल के बीच रखी गई थीं। यह सीधे तौर पर स्वास्थ्य मानकों का उल्लंघन है और दवाओं की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। सबसे गंभीर मुद्दा मनः प्रभावी औषधियों से जुड़ा था। कई मेडिकल स्टोरों में ऐसी दवाएं पाई गईं, लेकिन उनके बिल या खरीद के दस्तावेज मौके पर सत्यापित नहीं हो पाए। इसका सीधा मतलब है कि इन दवाओं का अवैध रूप से भंडारण और बिक्री की जा रही थी। कड़ी कार्रवाई और प्रतिष्ठानों को सील करने का आदेश टीम ने सभी अनियमितताओं को देखते हुए मौके पर ही सख्त कार्रवाई की। कुल 14 मेडिकल स्टोरों में से 7 मेडिकल प्रतिष्ठानों के लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की संस्तुति की गई है। इसके अलावा, एक मेडिकल स्टोर के लाइसेंस को निलंबित करने की सिफारिश की गई है। यह कदम ऐसे कारोबारियों के लिए एक कड़ा संदेश है जो नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। चार मेडिकल स्टोरों में मामूली अनियमितताएं पाई गईं, जिसके लिए उन्हें मौके पर ही नोटिस दिया गया और स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्हें चेतावनी दी गई है कि अगर वे समय पर सही दस्तावेज और स्पष्टीकरण नहीं देते हैं, तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान की सबसे महत्वपूर्ण कार्रवाई दो मेडिकल स्टोरों को सील करना था। मेसर्स न्यू राकेश मेडिकल स्टोर के संचालक टीम को देखकर मौके से फरार हो गया, जिसके बाद प्रशासन ने दुकान को सील कर दिया। दूसरी दुकान, मेसर्स भगत जी मेडिकल स्टोर, में मनः प्रभावी औषधियों का बिल सत्यापित नहीं हो पाया। यह एक गंभीर अपराध माना गया और इस प्रतिष्ठान को भी प्रशासन ने सील कर दिया। भविष्य में भी जारी रहेगी यह कार्रवाई इस छापेमारी के बाद प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उपजिलाधिकारी काशीपुर ने कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि जिले में केवल कानूनी रूप से और स्वास्थ्य मानकों का पालन करते हुए ही दवाइयों का कारोबार हो। जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। यह छापेमारी एक शुरुआत है और आगे भी इसी तरह के अभियान चलाकर अवैध कारोबारियों पर लगाम कसी जाएगी। यह घटना दर्शाती है कि प्रशासन अब जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है और किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा।

डीएम के आदेश पर काशीपुर में मेडिकल स्टोरों पर बड़ी छापेमारी, 7 लाइसेंस रद्द करने की संस्तुति

काशीपुर, 24 सितंबर 2025 (समय बोल रहा)– उधमसिंहनगर जिले के जिलाधिकारी के सख्त आदेशों के बाद, आज काशीपुर में अवैध मेडिकल स्टोरों पर एक बड़ी और निर्णायक कार्रवाई की गई। उपजिलाधिकारी काशीपुर के निर्देशों के तहत, औषधि नियंत्रण विभाग, काशीपुर कोतवाली पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने मोहल्ला अली ख़ान और मोहल्ला साबिक थाना…

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काशीपुर, 23 सितंबर 2025 (समय बोल रहा) - काशीपुर के मोहल्ला अली खां में हाल ही में हुई घटना के बाद प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए सोमवार को कई विभागों की संयुक्त टीम ने अभियान चलाया। इस बीच, माहौल बिगाड़ने वालों पर नकेल कसने के लिए क्षेत्र में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 भी लागू कर दी गई है। अवैध गतिविधियों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई सोमवार को राजस्व विभाग, नगर निगम, विद्युत विभाग, प्रदूषण विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने मोहल्ला अली खां में सघन अभियान चलाया। इस दौरान कई अवैध गतिविधियों का खुलासा हुआ, जिन पर मौके पर ही कार्रवाई की गई। विद्युत विभाग ने अवैध रूप से संचालित 17 बिजली कनेक्शन काटे और 11 एफआईआर दर्ज कीं। नगर निगम ने निगम की नाली पर से अवैध अतिक्रमण हटाया और ट्रेड लाइसेंस न पाए जाने पर ₹16,000 का चालान कर जुर्माना वसूला। प्रदूषण विभाग ने प्रदूषण के मानकों का पालन न करने वाली एक बेकरी पर कार्रवाई की। जिला विकास प्राधिकरण ने अवैध रूप से निर्मित 12 ढांचों का नियमानुसार चालान किया। जन आधार केंद्र के नियमानुसार संचालित न होने पर उसकी आईडी रद्द करने की संस्तुति की गई। इस संयुक्त अभियान में मुख्य नगर आयुक्त रविंदर सिंह बिष्ट, उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह, एसपी अभय प्रताप सिंह, पुलिस क्षेत्रधिकारी दीपक सिंह, विभव सैनी और तहसीलदार पंकज चन्दौला सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे। उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने कहा कि क्षेत्र में अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और अतिक्रमण के विरुद्ध यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। माहौल बिगाड़ने वालों पर शिकंजा: धारा 163 लागू अली खां में बिना अनुमति निकाले गए जुलूस और पुलिस पर हुए हमले के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। परगना मजिस्ट्रेट अभय प्रताप सिंह द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 21 सितंबर की रात अली खां चौक पर लगभग 400-500 लोगों ने जुलूस निकालकर पुलिस पर हमला किया और सरकारी वाहनों को नुकसान पहुँचाया। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया है, जो 22 सितंबर की सुबह 7 बजे से अगले 7 दिन तक प्रभावी रहेगा। आज काशीपुर में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया स्वयं अली खां मोहल्ले पहुँचे और स्थिति का जायज़ा लिया। उन्होंने सड़क पर हो रही असुविधा को देखते हुए अतिक्रमण को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने एक प्रेस वार्ता में बताया कि इस घटना के मद्देनज़र धारा 163 लागू की गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि समस्या दोबारा न हो, इसलिए अतिक्रमण को खत्म किया जा रहा है और इस घटना में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 223 एवं अन्य प्रासंगिक धाराओं में दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने लोगों से अफवाहों से दूर रहकर शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।

डीएम नितिन सिंह भदौरिया पहुंचे: अराजकता पर कसा शिकंजा, काशीपुर के अली खां मोहल्ले में संयुक्त कार्रवाई

काशीपुर, 23 सितंबर 2025 (समय बोल रहा) – काशीपुर के मोहल्ला अली खां में हाल ही में हुई घटना के बाद प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए सोमवार को कई विभागों की संयुक्त टीम ने अभियान चलाया। इस बीच, माहौल बिगाड़ने वालों पर नकेल कसने…

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काशीपुर, 22 सितंबर 2025,(समय बोल रहा ) - काशीपुर के अल्ली खां में कल रात हुए भारी बवाल के बाद आज काशीपुर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से एक्शन में आ गया है। इस दौरान पुलिस ने आरोपियों की ताबड़तोड़ धरपकड़ की तो वहीं प्रशासन ने पूरे अल्ली खां इलाके में बुलडोजर चलाकर अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया। इस बड़ी कार्रवाई से जहां पूरे इलाके में हड़कंप मच गया, वहीं प्रशासन ने यह संदेश दिया है कि कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। दरअसल, यह पूरा मामला कल रात उस समय शुरू हुआ जब 'आई लव मोहम्मद' की तख्तियां लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग बिना किसी अनुमति के जुलूस निकालने लगे। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो जुलूस में शामिल कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिसकर्मियों के साथ न केवल धक्का-मुक्की की, बल्कि उनकी गाड़ियों पर पथराव कर शीशे भी तोड़ दिए। इस घटना ने पूरे शहर में तनाव पैदा कर दिया था। पुलिस कप्तान ने संभाली कमान बवाल की सूचना मिलते ही जिले के पुलिस कप्तान मणिकांत मिश्रा ने खुद मोर्चा संभाला। आज सुबह वह भारी पुलिस बल के साथ अल्ली खां पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उनकी मौजूदगी में पुलिस ने तुरंत आरोपियों की धरपकड़ का अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस की कई टीमों ने मोहल्ले के चप्पे-चप्पे पर छापेमारी की। पुलिस की इस कार्रवाई से पूरे मोहल्ले में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। गलियों में सन्नाटा पसर गया और लोग अपने घरों में दुबक गए। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद लगभग 14 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इन सभी आरोपियों को पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई के लिए कोर्ट में पेश किया जाएगा। हालांकि, अभी भी इस घटना का मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और उसे पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। पुलिस कप्तान ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं हो जाते, यह अभियान जारी रहेगा। अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर पुलिस की कार्रवाई के साथ ही प्रशासन ने भी अपना सख्त रुख दिखाया। अल्ली खां में अवैध अतिक्रमण की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं, लेकिन कल रात की घटना के बाद प्रशासन ने कोई ढील नहीं दी। आज सुबह से ही प्रशासनिक अधिकारी भारी सुरक्षा के साथ बुलडोजर लेकर अल्ली खां चौराहे पर पहुंच गए। वहां से थाना साबिक तक पूरे रास्ते में बुलडोजर चलाकर हर उस दुकान और मकान के आगे किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया, जो नाली के ऊपर किया गया था। इस कार्रवाई के दौरान कई दुकानदारों और मकान मालिकों में हड़कंप मच गया। कुछ लोगों ने इसका विरोध करने की कोशिश की, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी के कारण उनकी एक न चली। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई किसी जाति या धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि कानून का उल्लंघन करने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ है। कानून व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "किसी भी सूरत में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कल की घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी और हम दोषियों को उनके किए की सजा जरूर दिलाएंगे। पुलिस उन सभी लोगों पर नजर रखे हुए है, जिन्होंने माहौल खराब करने की कोशिश की।" आज की इस संयुक्त कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि उत्तराखंड में कानून का राज कायम है और कोई भी व्यक्ति इसे चुनौती नहीं दे सकता। पुलिस और प्रशासन ने एक मजबूत संदेश दिया है कि शांति और सद्भाव को बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है और गश्त बढ़ा दी गई है।

काशीपुर में बवाल के बाद बुलडोजर का एक्शन, 14 आरोपी हिरासत में

काशीपुर, 22 सितंबर 2025,(समय बोल रहा ) – काशीपुर के अल्ली खां में कल रात हुए भारी बवाल के बाद आज काशीपुर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से एक्शन में आ गया है। इस दौरान पुलिस ने आरोपियों की ताबड़तोड़ धरपकड़ की तो वहीं प्रशासन ने पूरे अल्ली खां इलाके में बुलडोजर चलाकर अवैध अतिक्रमण…

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काशीपुर, 22 सितंबर 2025,(समय बोल रहा ) - काशीपुर के अल्ली खां मोहल्ले में उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब 'आई लव मोहम्मद' की तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रहे कुछ उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया। इस घटना में पुलिस वाहन के शीशे टूट गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह घटना रात लगभग 9:30 बजे हुई। मोहल्ले में मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने वहां मौजूद पुलिस की गाड़ी पर अचानक पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की। इस मामले में अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन पथराव की इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया।

काशीपुर के अल्ली खां में भारी हंगामा: पुलिस की गाड़ी पर पथराव

काशीपुर, 22 सितंबर 2025,(समय बोल रहा ) – काशीपुर के अल्ली खां मोहल्ले में उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब ‘आई लव मोहम्मद’ की तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रहे कुछ उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया। इस घटना में पुलिस वाहन के शीशे टूट गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार,…

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नैनीताल, 18 सितंबर 2025 (समय बोल रहा) - कुमाऊं विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। लंबे समय से चल रहे आंदोलन और आक्रोश के बाद आखिरकार विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संघ चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। विश्वविद्यालय के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. मंगल सिंह मंन्द्रवाल ने चुनाव की पूरी प्रक्रिया का कार्यक्रम जारी कर दिया है। चुनाव का पूरा शेड्यूल डॉ. मंन्द्रवाल ने बताया कि छात्र संघ चुनाव 27 सितंबर को होंगे। चुनाव की प्रक्रिया निम्न प्रकार रहेगी: 22 सितंबर: कॉलेजों में चुनाव संबंधी अधिसूचना जारी की जाएगी। 23 सितंबर: नामांकन प्रपत्रों की बिक्री शुरू होगी। 24 सितंबर: इच्छुक प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 25 सितंबर: नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और इसी दिन उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे। 27 सितंबर: मतदान होगा और उसी दिन मतगणना के बाद परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। छात्रों में जबरदस्त उत्साह पिछले साल छात्र संघ चुनाव नहीं हो पाए थे, जिसकी वजह से छात्र संगठनों और छात्रों में काफी नाराजगी थी। इस बार चुनाव की तारीख की घोषणा होते ही छात्र संगठनों और उम्मीदवारों में जबरदस्त उत्साह का माहौल है। कई छात्रों ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें एक नई छात्र सरकार चुनने का मौका मिलेगा, जो उनकी समस्याओं को बेहतर ढंग से उठा सकेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस कदम से छात्रों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है, और अब सबकी निगाहें 27 सितंबर पर टिकी हुई हैं, जब चुनाव के नतीजे सामने आएंगे।

कुमाऊं विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव की तारीख घोषित: 27 सितंबर को होगा मतदान

नैनीताल, 18 सितंबर 2025 (समय बोल रहा) – कुमाऊं विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। लंबे समय से चल रहे आंदोलन और आक्रोश के बाद आखिरकार विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संघ चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। विश्वविद्यालय के मुख्य चुनाव अधिकारी…

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जसपुर, 17 सितंबर 2025 - (रिपोर्ट: समय बोल रहा ) - उत्तराखंड पुलिस की कार्यप्रणाली और दक्षता का एक और बड़ा उदाहरण सामने आया है। एसएसपी मणिकान्त मिश्रा के कुशल नेतृत्व में कोतवाली जसपुर पुलिस ने एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म और नृशंस हत्या के जघन्य मामले का खुलासा महज 12 घंटे के भीतर कर दिया। पुलिस की यह त्वरित और सटीक कार्रवाई न केवल आरोपी को सलाखों के पीछे ले आई, बल्कि समाज में फैल रही असुरक्षा की भावना को भी शांत करने का काम किया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर खून से सना ब्लेड और कपड़े भी बरामद किए हैं। दर्दनाक घटना और पुलिस का त्वरित एक्शन घटना जसपुर क्षेत्र की है, जहां एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म और निर्मम हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। अपराध की गंभीरता को देखते हुए, एसएसपी मणिकान्त मिश्रा ने तुरंत एक्शन लेते हुए 10 अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया। इन टीमों को तत्काल प्रभाव से आरोपी की तलाश में लगा दिया गया। पुलिस का लक्ष्य था कि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए और कानून का राज स्थापित किया जाए। पुलिस ने अपनी जांच की शुरुआत घटनास्थल और उसके आसपास के इलाके से की। स्थानीय लोगों और संभावित चश्मदीदों से पूछताछ की गई। पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती कम समय में आरोपी की पहचान करना था, क्योंकि अपराध को बड़ी ही चालाकी से अंजाम दिया गया था। बच्ची के रोने की आवाज बनी अहम सुराग जांच के दौरान पुलिस की एक टीम ने एक बेहद अहम जानकारी जुटाई। पड़ोसियों ने बताया कि घटना की रात उन्होंने एक बच्ची के रोने की आवाज सुनी थी, जो बाद में अचानक बंद हो गई। पुलिस ने इस जानकारी को गंभीरता से लेते हुए, उन सभी घरों और रास्तों की गहन तलाशी शुरू की जहां से यह आवाज आई हो सकती थी। पुलिस की पारखी नजर ने एक ऐसे संदिग्ध पर फोकस किया, जिसकी गतिविधियां सामान्य नहीं लग रही थीं और जिसका बर्ताव पुलिस को देखकर बदल रहा था। जब पुलिस ने उस व्यक्ति से पूछताछ की, तो वह घबरा गया और पुलिस के सवालों का सही से जवाब नहीं दे पाया। पुलिस का शक पुख्ता हो गया और सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपी ने न केवल नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म किया, बल्कि अपनी पहचान छिपाने के लिए उसकी नृशंस हत्या भी कर दी थी। आरोपी की पहचान और पिछली अपराधिक पृष्ठभूमि आरोपी की पहचान होने के बाद, पुलिस उसे लेकर घटनास्थल पर पहुंची। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने वह ब्लेड और कपड़े बरामद किए, जिनसे इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया था। ये बरामदगी इस केस के लिए अहम सबूत साबित हुई। पुलिस ने बताया कि आरोपी पर पूर्व में भी कोतवाली जसपुर में एक गंभीर मुकदमा पंजीकृत है, जो उसकी आपराधिक प्रवृत्ति को दर्शाता है। पुलिस की इस तेज तर्रार कार्रवाई और सूझबूझ से पूरे मामले का खुलासा हो गया और 12 घंटे के भीतर ही आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गया। पुलिस की इस कार्रवाई की चारों ओर सराहना हो रही है। इस घटना से जहां एक ओर समाज में भय का माहौल बना था, वहीं पुलिस की इस कार्रवाई ने जनता में विश्वास बहाल किया है। एसएसपी मणिकान्त मिश्रा ने अपनी टीमों के हर सदस्य की पीठ थपथपाई और उन्हें इस मुश्किल केस को सुलझाने के लिए बधाई दी।

जसपुर में जघन्य अपराध: 12 घंटे में नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या का खुलासा, बच्ची के रोने की आवाज बनी पुलिस का अहम सुराग

जसपुर, 17 सितंबर 2025 – (रिपोर्ट: समय बोल रहा ) – उत्तराखंड पुलिस की कार्यप्रणाली और दक्षता का एक और बड़ा उदाहरण सामने आया है। एसएसपी मणिकान्त मिश्रा के कुशल नेतृत्व में कोतवाली जसपुर पुलिस ने एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म और नृशंस हत्या के जघन्य मामले का खुलासा महज 12 घंटे के भीतर…

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काशीपुर, 15 सितंबर 2025 – (रिपोर्ट: समय बोल रहा ) – निरंकारी मिशन की उप-प्रधान और मिशन के इतिहास में एक प्रेरणादायी अध्याय बनी पूजनीय राज वासदेव अब निरंकार प्रभु में ब्रह्मलीन हो गई हैं। 12 सितंबर की देर रात्रि को, उन्होंने अपने गुरु चरणों में सेवा करते हुए अंतिम सांस ली। उनका जीवन त्याग, तपस्या और संपूर्ण समर्पण का प्रतीक रहा। मिशन के सभी अनुयायी उनके निधन से गहरे शोक में हैं। उनकी अंतिम यात्रा 13 सितंबर को दिल्ली में संपन्न हुई, और उनकी सेवाओं को याद करने के लिए 14 सितंबर को एक विशेष 'प्रेरणा दिवस' का आयोजन किया गया। एक समर्पित जीवन की यात्रा राज वासदेव का जन्म 5 मई 1941 को पेशावर, पाकिस्तान में हुआ था। उनका मूल नाम रजिन्दर कौर था। गुरु परिवार से बचपन से ही जुड़ाव के कारण वे एक समर्पित गुरूसिख थीं। बाद में, उनका विवाह वासदेव सिंह से हुआ और लेखन तथा सेवाओं के क्षेत्र में वह राज वासदेव के नाम से प्रसिद्ध हुईं, जो उनकी पहचान बन गया। उन्होंने शहंशाह बाबा अवतार सिंह से ब्रह्मज्ञान प्राप्त किया और उनका पूरा परिवार ही निरंकारी मिशन के रंग में पूर्णतः रंगा हुआ था। यही कारण था कि उनकी सोच और कर्म में समर्पित भाव, निर्भयता और इश्क हकीकी का जुनून स्पष्ट दिखाई देता था। शिक्षा के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता दिलाई। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अंबाला कैंट के खालसा हाई स्कूल में प्राप्त की और होम नर्सिंग प्रतियोगिता में सफलता हासिल की। मैट्रिक के बाद, उन्होंने अंबाला कैंट के पंजाब नेशनल स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्य करना शुरू किया। अपनी पढ़ाई जारी रखते हुए उन्होंने अंग्रेजी में एम.ए. किया और बाद में होशियारपुर के देव कॉलेज में अंग्रेजी की प्रोफेसर बन गईं। जीवन में अनेक बार विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए भी वे कभी नहीं रुकीं, जिसने उनके व्यक्तित्व में अदम्य साहस और तपस्या की झलक बनाए रखी। सेवा और नेतृत्व का नया अध्याय राज वासदेव ने मिशन के प्रचार-प्रसार को अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया। उनका मानना था कि मिशन का हर बच्चा एक प्रचारक बने, और इसी उद्देश्य के साथ उन्होंने देश-विदेश में सत्संग और आध्यात्मिक जागरूकता का कार्य किया। 1990 से उन्होंने मिशन की पत्रिकाओं और प्रकाशनों में नियमित रूप से योगदान देना शुरू किया। उनके लेखन की शैली सरल, गहन और हृदयस्पर्शी थी, जो पाठकों को मिशन की शिक्षाओं से गहराई से जोड़ देती थी। उनकी लगन और समर्पण को देखते हुए, सतगुरु बाबा हरदेव सिंह ने 2002 की जनरल बॉडी मीटिंग में उन्हें संत निरंकारी मंडल की कार्यकारिणी समिति में एडिशनल मेंबर इंचार्ज नियुक्त किया। यह ऐतिहासिक क्षण था, क्योंकि वे इस समिति की पहली महिला सदस्य बनीं, जिसने मिशन में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को एक नया आयाम दिया। 2005 से 2009 तक, उन्हें प्रकाशन विभाग और मिशन के पब्लिक स्कूलों की सेवाएं सौंपी गईं, जिसे उन्होंने बड़ी ही निष्ठा और कुशलता से निभाया। 2013 में उन्हें प्रचार विभाग की जिम्मेदारी दी गई और उसी वर्ष उनके नेतृत्व में मिशन का प्रथम महिला संत समागम पूजनीय निरंकारी राजमाता कुलवंत कौर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। यह आयोजन मिशन की महिलाओं के लिए एक नई प्रेरणा बना। 2015 में उनके मार्गदर्शन में पहला अंग्रेजी माध्यम समागम आयोजित किया गया, जिसका विषय "Youth Guided by Truth" था, और इसमें सतगुरु बाबा हरदेव सिंह की पावन उपस्थिति रही। युवाओं को मिशन से जोड़ने के लिए उन्होंने कई कार्यशालाएं और प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए, जो आज भी उनके योगदान की अमिट छाप छोड़ते हैं। उप-प्रधान के रूप में अंतिम सेवा उनकी सेवाओं का यह सिलसिला यहीं नहीं रुका। वर्ष 2018 में उन्हें ब्रांच प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी दी गई, जिसमें हरियाणा, राजस्थान और गुजरात जैसे बड़े राज्यों का समावेश था। 2019 में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की शाखा प्रशासन सेवा भी उन्हें सौंपी गई। अंततः, 2022 में सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज द्वारा उन्हें संत निरंकारी मंडल की उप-प्रधान नियुक्त किया गया। उन्होंने जीवन की अंतिम सांस तक इस दायित्व को पूर्ण निष्ठा से निभाया। राज वासदेव सदैव सतगुरु के आदेशों के प्रति समर्पित रहीं। उनके कार्यों में कोई प्रदर्शन नहीं, बल्कि निष्काम सेवा का भाव था। वे हर सेवा को अपना सौभाग्य मानकर निभाती थीं। उनका जीवन न केवल एक साधिका का जीवन था, बल्कि मिशन की आत्मा से जुड़े एक ऐसे तपस्विनी व्यक्तित्व की कहानी है, जो युगों तक स्मरणीय रहेगी। उनका अंतिम संस्कार 13 सितंबर को निगम बोध घाट, दिल्ली में किया गया। उनकी प्रेरणादायी सेवाओं और जीवन को याद करने के लिए निरंकारी मीडिया प्रभारी प्रकाश खेड़ा ने बताया कि सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज के आशीर्वाद से, निरंकारी राजपिता रमित की अध्यक्षता में 'प्रेरणा दिवस' का आयोजन 14 सितंबर 2025 को ग्राउंड नंबर 8, बुराड़ी रोड, दिल्ली में किया गया। इस अवसर पर मिशन के संतजन उनके प्रेरणादायी जीवन से सीख लेते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।

निरंकारी मिशन की उप-प्रधान राज वासदेव ब्रह्मलीन: मिशन को समर्पित रहा पूरा जीवन

काशीपुर, 15 सितंबर 2025 – (रिपोर्ट: समय बोल रहा ) – निरंकारी मिशन की उप-प्रधान और मिशन के इतिहास में एक प्रेरणादायी अध्याय बनी पूजनीय राज वासदेव अब निरंकार प्रभु में ब्रह्मलीन हो गई हैं। 12 सितंबर की देर रात्रि को, उन्होंने अपने गुरु चरणों में सेवा करते हुए अंतिम सांस ली। उनका जीवन त्याग,…

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काशीपुर, 14 सितंबर 2025 - ( समय बोल रहा ) - काशीपुर की प्रतिभाशाली पत्रकार, कवयित्री और समाजसेवी स्वर्गीय अनुश्री भारद्वाज की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। उनकी समाजसेवी संस्था 'प्रकृति हमारी धरोहर' के तत्वावधान में जसपुर खुर्द स्थित गार्डन में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें काशीपुर के सामाजिक, पत्रकारिता और शैक्षणिक जगत के कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। संघर्ष और सफलता की कहानी अनुश्री भारद्वाज को याद करते हुए, वक्ताओं ने उनके संघर्षशील जीवन और पत्रकारिता तथा साहित्य जगत में उनकी विशिष्ट पहचान बनाने के कठिन परिश्रम पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अनुश्री ने अपनी प्रतिभा और लगन के बल पर एक मुकाम हासिल किया और वे काशीपुर की बेटियों और बच्चों के लिए हमेशा प्रेरणा बनी रहेंगी। इस अवसर पर, सभी उपस्थित लोगों ने नम आँखों से अनुश्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके योगदान को याद किया। यह सभा न केवल उनके जीवन का सम्मान करने के लिए थी, बल्कि उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने के संकल्प को दोहराने के लिए भी थी। पत्रकारिता जगत को अपूरणीय क्षति श्रद्धांजलि सभा के दौरान, समाजसेवियों और पत्रकार साथियों ने कहा कि अनुश्री भारद्वाज का असमय जाना काशीपुर की पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि अनुश्री जैसी बहुमुखी प्रतिभा को भुलाना संभव नहीं है। उन्होंने सभी से उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करने का आग्रह किया। सभा में उत्तराखंड एथलीट चैंपियन समिति के अध्यक्ष विजेंद्र चौधरी, समाजसेवी एवं पीसीसी सदस्य अलका पाल, काशीपुर मीडिया सेंटर के अध्यक्ष दिलप्रीत सिंह सिटी, श्याम मॉडर्न स्कूल के प्रबंधक अमित शर्मा, समाजसेवी एवं पत्रकार एम. ए. राहुल, पत्रकार जुगनू खान, मोहम्मद शमी, भागीरथ शर्मा, सुनील कोठारी, बकुल डोनाल्ड, हिमांशु ठाकुर, अनुराग भटनागर, अभिषेक बलोदी, चित्रांश सक्सेना सहित अनेक गणमान्य पत्रकार उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त, छात्र सेवक जतिन शर्मा, रिंकु बिष्ट, अंचित शर्मा और विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर स्वर्गीय अनुश्री भारद्वाज को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस भावपूर्ण माहौल में, पूरा काशीपुर उन्हें नमन कर रहा था और उनकी स्मृतियों को संजो रहा था।

पत्रकार अनुश्री भारद्वाज को श्रद्धांजलि: काशीपुर में प्रथम पुण्यतिथि पर भावभीनी सभा

काशीपुर, 14 सितंबर 2025 – ( समय बोल रहा ) – काशीपुर की प्रतिभाशाली पत्रकार, कवयित्री और समाजसेवी स्वर्गीय अनुश्री भारद्वाज की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। उनकी समाजसेवी संस्था ‘प्रकृति हमारी धरोहर’ के तत्वावधान में जसपुर खुर्द स्थित गार्डन में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें काशीपुर के सामाजिक,…

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रामनगर, 31 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – रामनगर में परिवहन विभाग में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव देखने को मिला है। चमोली जिले के कर्णप्रयाग में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (ARTO) के पद पर कार्यरत रहे सुरेन्द्र कपकोटी ने आज रामनगर पहुंचकर नए ARTO के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उनकी नियुक्ति को यहां के परिवहन व्यवस्था के लिए एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। दूसरी ओर, अब तक रामनगर की जिम्मेदारी संभाल रहे ARTO संदीप वर्मा को काशीपुर में नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। परिवहन विभाग में हुए इस फेरबदल को प्रशासनिक दक्षता और व्यवस्था में सुधार लाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि इन तबादलों से दोनों ही क्षेत्रों में परिवहन संबंधी मुद्दों को प्रभावी ढंग से सुलझाने में मदद मिलेगी। रामनगर के लिए नई उम्मीद रामनगर, अपनी भौगोलिक स्थिति और पर्यटन के केंद्र के रूप में, परिवहन के लिहाज से एक बेहद संवेदनशील क्षेत्र है। कॉर्बेट नेशनल पार्क के प्रवेश द्वार के रूप में यह पूरे साल पर्यटकों की आवाजाही का केंद्र बना रहता है। इसके साथ ही, स्थानीय और व्यावसायिक वाहनों का भारी दबाव भी रहता है। ऐसे में, परिवहन व्यवस्था को सुचारू बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। नए ARTO सुरेन्द्र कपकोटी के सामने कई प्रमुख चुनौतियां होंगी। उन्हें ओवरलोडिंग, बिना फिटनेस वाले वाहनों के संचालन और प्रदूषण जैसी समस्याओं पर अंकुश लगाना होगा। इसके अलावा, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करना भी उनकी प्राथमिकताओं में से एक होगा। रामनगर में यातायात नियमों के उल्लंघन, खासकर पर्यटन वाहनों से संबंधित मामलों को अक्सर देखा जाता है। कपकोटी के अनुभव को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि वे इन चुनौतियों का सामना करते हुए व्यवस्था को और मजबूत बनाएंगे। संदीप वर्मा के लिए काशीपुर की जिम्मेदारी रामनगर में अपने कार्यकाल के दौरान, संदीप वर्मा ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए थे और स्थानीय लोगों के साथ उनका अच्छा समन्वय रहा। उनकी कार्यशैली को देखते हुए, उन्हें अब काशीपुर जैसे औद्योगिक और व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र में भेजा गया है। काशीपुर एक बड़ा औद्योगिक हब है, जहाँ भारी वाहनों और मालवाहक ट्रकों की आवाजाही काफी ज्यादा होती है। यहां परिवहन संबंधी नियमों का पालन सुनिश्चित करना एक जटिल कार्य है। संदीप वर्मा के सामने यहां ओवरलोडिंग, प्रदूषण नियंत्रण और व्यावसायिक वाहनों के लिए परमिट जारी करने जैसी चुनौतियों का सामना करना होगा। इसके साथ ही, उन्हें लाइसेंसिंग प्रक्रिया को भी और अधिक पारदर्शी और सुगम बनाना होगा। उनका अनुभव और प्रशासनिक दक्षता काशीपुर की परिवहन व्यवस्था को सुचारू बनाने में सहायक साबित होगी। तबादलों का महत्व: व्यवस्था में सुधार की पहल परिवहन विभाग में अधिकारियों के ये तबादले एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में नई कार्यशैली और दृष्टिकोण लाना होता है। अक्सर, एक अधिकारी का लंबे समय तक एक ही जगह पर रहना कार्यप्रणाली को स्थिर कर सकता है, इसलिए समय-समय पर बदलाव आवश्यक होते हैं। इन तबादलों से विभाग को नए दृष्टिकोण से काम करने और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का अवसर मिलता है। जनता को उम्मीद है कि ये दोनों अधिकारी अपनी नई जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से निभाएंगे। रामनगर में पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती है, जबकि काशीपुर में औद्योगिक विकास के साथ-साथ परिवहन नियमों का पालन करवाना भी महत्वपूर्ण है। यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों अधिकारी अपनी नई जिम्मेदारियों को कैसे संभालते हैं और क्या वे लोगों की अपेक्षाओं पर खरे उतर पाते हैं।

परिवहन विभाग में बड़ा फेरबदल: रामनगर को मिले नए ARTO, संदीप वर्मा को मिली काशीपुर की जिम्मेदारी

रामनगर, 31 अगस्त 2025 – (समय बोल रहा ) – रामनगर में परिवहन विभाग में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव देखने को मिला है। चमोली जिले के कर्णप्रयाग में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (ARTO) के पद पर कार्यरत रहे सुरेन्द्र कपकोटी ने आज रामनगर पहुंचकर नए ARTO के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उनकी…

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